रविवार, 4 फ़रवरी 2018

शादी हुई तो पत्नी पर आ गया दिल, गर्लफ्रेंड का मर्डर कर बेड में छिपा दी लाश

शादी हुई तो पत्नी पर आ गया दिल, गर्लफ्रेंड का मर्डर कर बेड में छिपा दी लाश

शादी हुई तो पत्नी पर आ गया दिल, गर्लफ्रेंड का मर्डर कर बेड में छिपा दी लाश
नई दिल्ली. दिल्ली के एक नामी हॉस्पिटल में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट ट्रेनिंग कर रहे एक शख्स ने फेसबुक पर मारिया नाम की लड़की से दोस्ती की। दोस्ती प्यार में बदली और प्यार का अंत मर्डर से हुआ। तुगलकाबाद पुलिस ने आरोपी फिजियोथेरेपिस्ट सुरेश को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है। उसने अपने बयान में महिला के मर्डर की बात कबूल ली है। पुलिस ने सुरेश को जेल भेज दिया है।




- पुलिस डिप्टी कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल के अनुसार, पुलिस ने वीरवार को तुगलकाबाद स्थित एक घर में रखे बेड़ के अन्दर से महिला का शव बरामद किया था। महिला की पहचान उत्तराखंड निवासी मारिया उर्फ सावित्री मेहरा के रूप में हुई। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

- जांच के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि महिला उत्तराखंड निवासी सुरेश के साथ रहती थी। दोनों ने लव मैरिज की थी।

- पुलिस ने सुरेश के घर उत्तराखंड पहुंचकर छानबीन की तो वहां पता चला कि सुरेश की एक ओर पत्नी वहां रहती है और सुरेश उत्तराखंड आया था।सुरेश के उत्तराखंड आने की खबर मिलने के बाद तुगलकाबाद पुलिस उत्तराखंड जा पहुंची और लगातार तीन दिन तक सुरेश के घर के पास इंतजार करती रही।

- तीन दिन बाद जब सुरेश देर रात अपने घर पहुंचा तो वहां इंतजार कर रही पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

- आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी और मारिया की दोस्ती फेसबुक पर हुई। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे, इसी दौरान सुरेश को अपने किसी काम से उत्तराखंड आना पड़ा। जहां उसके परिजनों ने जबरन उसकी शादी कर दी।

- शादी के बाद सुरेश पत्नी को घर छोड़कर दिल्ली आ गया। दिल्ली में मारिया को फेसबुक से उसकी शादी की जानकारी हुई तो उसने भी सुरेश पर शादी का दबाब बनाया।




धर्म बदलकर की शादी और हो गई हत्या

- मारिया के दबाव बनाने के बाद सुरेश ने शादी के लिए राजी हो गया और मारिया में हिन्दू धर्म अपनाकर सुरेश से शादी कर ली।

- मारिया से शादी की जानकारी मिलने के बाद उत्तराखंड में मौजूद उसकी पत्नी उसे वापस बुलाने का दबाव बनाने लगी, जबकि मारिया अपने साथ रहने का।

- दोनों पत्नियों से परेशान होकर सुरेश ने मारिया की हत्या का प्लान बनाया और तकिए से उसकी हत्या का उसे बेड़ में छोड़ कर फरार हो गया।

लश्कर से आतंकी ट्रेनिंग लेकर लौटे 2 कश्मीरी वाघा बॉर्डर पर अरेस्ट, PAK हाईकमीशन ने जारी किए थे वीजा

लश्कर से आतंकी ट्रेनिंग लेकर लौटे 2 कश्मीरी वाघा बॉर्डर पर अरेस्ट, PAK हाईकमीशन ने जारी किए थे वीजा
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श्रीनगर.जम्मू-कश्मीर पुलिस और सिक्युरिटी फोर्सेस ने शनिवार को ज्वाइंट ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा से ट्रेनिंग लेकर लौटे दो आतंकियों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, दोनों कश्मीर के रहने वाले हैं। इन्हें पाकिस्तान हाईकमीशन ने वीजा दिए थे। लश्कर में शामिल होकर वो कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल होना चाहते थे। इसकी सूचना मिलने पर उन्हें वाघा बॉर्डर पर पकड़ा गया।

इस्लामाबाद में दी गई आतंक की ट्रेनिंग




- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग लेने वालों के नाम अब्दुल माजीद भट और मोहम्मद अशरफ मीर हैं। वे कश्मीर लौटकर आतंक फैलाना चाहते थे। हालांकि, ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर उन्हें वाघा-अटारी बॉर्डर पर ही अरेस्ट कर लिया गया।

- पूछताछ के दौरान दोनों ने कहा कि इस्लामाबाद के एक छोटे शहर बर्मा में उन्हें ट्रेनिंग दी गई। इसमें शामिल होने वाले ज्यादातर लड़के बलुचिस्तान से थे, उनकी उम्र 10 साल से भी कम थी।जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों को दिल्ली में पाकिस्तान हाईकमीशन की ओर से वीजा जारी किए गए थे। बीते सालों में ऐसे कई मॉड्यूल का पता चला है जो नौजवानों को आतंकी ट्रेनिंग दिलाने के लिए पाकिस्तान ले जाते हैं। पहले भी कई लड़कों को अरेस्ट किया जा चुका है, कुछ एनकाउंटर में मारे गए।

बच्चों पर नजर रखें माता-पिता

- एक सीनियर अफसर के मुताबिक, पाकिस्तान से लौटे दोनों आतंकियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पेरेंट्स से अपील है कि वो बच्चों पर नजर रखें। अगर वे गायब हैं तो इसकी सूचना पुलिस को दें ताकि उनकी जान बचाई जा सके।

शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

बाड़मेर परंपरागत पेयजल स्रोत का जीर्णोद्धार पुण्य का काम ,नेक कार्य करने वालो पर भगवान की मेहर होती है। रोलसाहबसर

बाड़मेर परंपरागत पेयजल स्रोत का जीर्णोद्धार पुण्य का काम ,नेक कार्य करने वालो पर भगवान की मेहर होती है। रोलसाहबसर

कारेली नाड़ी सफाई करने वाली टीम का अभिनन्दन















बाड़मेर क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवान सिंह रोलसाहबसर ने कहा कि नेक कार्य करने वालो पर भगवान की मेहर रहती है।पैसा सबके पास होता है पर जनहित में उसका सदुपयोग हितार्थ व्यक्ति ही कर सकता है।ऐसे सद्पुरुषों का साधुवाद ।
 रोलसाहबसर ग्रुप फ़ॉर पीपल और कारेली नाड़ी सरंक्षण समिति के तत्वाधान में आयोजित अभिनन्दन समारोह में कही।उन्होंने कहा कि व्यक्ति कर्म से बड़ा होता है। कारेली नाड़ी को एक दिन में साफ कर जो इच्छा शक्ति प्रशासन ने दिखाई विओ काबिल ए तारीफ है।ऐसा उदाहरण राजस्थान में कहीं न सुना। रोलसाहबसर ने कहा कि जिला प्रशासन जनहित के कार्यो को प्राथमिकता देता है यह अच्छी बात हैं। जिला कलेक्टर शिव प्रसाद नकाते ने कहाकि कारेली नाड़ी का मुद्दा जब मेरे सामने आया उस वक़्त ही तय कर लिया था कि इस कार्य को अंजाम तक पहुंचना है। भामाशाह नवल किशोर गोदारा ने इसमें पूर्ण सहयोग कर इस कार्य को अंजाम दिया।उन्होंने कहा कि कारेली नाड़ी के सौन्दर्यकरण का कार्य आगामी तीन माह में पूर्ण कर लिया जाएगा।उन्होंने सरंक्षण समिति और ग्रुप फ़ॉर पीपल को आगे आने की बात कही।।नकाते ने कहा कि कारेली नाड़ी के प्रति आस्था आज उपस्थित जनसमूह से साबित होता हैं।समारोह को संबोधित करते हुए ग्रुप अध्यक्ष आज़ाद सिंह राठौड़ ने कहा कि जिला प्रशासन और अधिकारियों के कई बार छोटे छोटे निर्णय आमजन के लिए महत्वपूर्ण साबित होते है उन्होंने कई कार्यो के उदाहरण दिए।।उन्होंने कहा कि ग्रुप को जो जिम्मीदरी दी जाएगी उसे निभाया जाएगा।।जनहित के कार्य प्राथमिकता से करेंगे।।आयुक्त डॉ गुंजन सोनी ने कहा कि कारेली नाड़ी को साफ करना चुनौतीपूर्ण था।मगर सबके सहयोग से इस कार्य को अंजाम दिया।उन्होंने कहा कि कारेली नाड़ी सरंक्षित रहे इसके लिए पुख्ता व्यवस्था की है।।कोई भी व्यक्ति या वाहन कचरा डालेगा वो यहां लगे सी सी टी वी कैमरे में कैद ह्योग।उन्होंने कहा कि संख्त कार्यवाही अमल में लाई जयेगी।उन्होंने ग्रुप और समिति का आभार प्रकट करते हुए कहा कि स्थानीय लोगो द्वारा सम्मान करने के बाद हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है साथ ही हौसला बढ़ता है  और अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है।।इस अवसर पर पूर्व सरपंच गोरधन सिंह राठौड़ ने कहा कि एक दशक से स्थानीय लोग कारेली की गंदगी से नरक की जिंदगी जी रहे थे।नगर परिषद और जिला प्रशासन के दृढ़ इच्छा शक्ति सुर भामाशाह के सहयोग से गंदगी से निजात मिली।उन्होंने कहा कारेली के सरंक्षण की जिम्मीदरी स्थानीय लोगो को दी जाए।कारेली से हमारी आस्था और आत्मा जुड़ी है।।ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि स्थानीय समिति को कारेली की देखरेख की जिम्मीदरी दे दी जानी चाहिए साथ ही यहां के नागरिकों के सुझाव लेकर इसे विकसित किया जाए।उन्होंने जिला कलेक्टर से कारेली नाड़ी को मीठे पानी की पाइप लाइन से जोड़ने का आग्रह किया।समारोह में स्वागत उद्बोधन देते हुए डॉ राधा रामावत ने कहा कि जिला प्रशासन और आयुक्त के साथ भामाशाह का इस नेक कार्य के लिए बधाई देती हूं।उन्होंने कहा कि स्वच्छता का मतलब यह नही की मेरा घर साफ रहे कचरा पड़ौसी के घर मे डाल दो।।उन्होंने कहा कि सोच बदलनी होगी। स्वच्छता प्रभारी गौरव सिंह ने भी नगर परिषद द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुरू किए कार्यो की जानकारी दी।।इससे पूर्व ग्रुप और सरंक्षण समिति द्वार कारेली को स्वच्छ करने में योगदान देने वाले जिला कलेक्टर शिव प्रसाद नकाते,आयुक्त डॉ गुंजन सोनी, अधिषासी अभियंता दीपक गुप्ता,एस आई भगवान दास और महिला जमादार का ग्रामीणों द्वारा साफा और मालाएं पहना अभिनन्दन किया गया।।भगवान सिंह रोलसाहबसर द्वारा सभी को अभिनन्दन पत्र और यथार्थ गीता भेंट की गई।।कार्यक्रम का संचालन के डी चारण ने किया।पार्षद रतनलाल बोहरा ने आभार व्यक्त किया।।इस दौरान माधो सिंह दांता,पूर्व कमांडेंट जोर सिंह,दुर्जन सिंह गुडिसर,हरि सिंह राठौड़, मोती सिंह मारुडी, पूर्व जिला परिषद सदस्य रिड़मल सिंह दांता, पूर्व पार्षद भवानी सिंह शेखावत ,भेरू सिंह फुलवरिया,सांग सिंह लुणु,नेपाल सिंह तिबनियार,संजय बोहरा,संजय शर्मा,रमेश सिंह इन्दा,महेश पनपालिया,नरेंद्र खत्री,रमेश कड़वासरा ,छगन सिंह चौहान, जय परमार,रघुवीर सिंह तामलोर,लूणकरण नाहटा,भजन लाल  पँवार,ललित साउ,नरेश माली जीतेन्द्र फुलवरिया ,मनीष सोनी सहित सेकड़ो लोग उपस्थित थे।

महिला शक्ति ने सराहा

कारेली नाड़ी के नेक कार्य की सराहना करने महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।ग्रुप की महिला विंग की संयोजिका श्रीमती ज्योति पनपालिया,डॉ राधा रामावत,शोभा गौड़,गरिमा सिंह जुगतावत ने महिला जमादार का सम्मान किया।।

गुरुवार, 1 फ़रवरी 2018

राजस्थान - कांग्रेस की जीत से खतरे में वसुंधरा राजे मंत्रिमंडल के कई नेताओं का भविष्य

राजस्थान - कांग्रेस की जीत से खतरे में वसुंधरा राजे मंत्रिमंडल के कई नेताओं का भविष्य

राजस्थान में दो लोकसभा एवं एक विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से तीनों सीटें छीनकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को करारा झटका दिया है ,वहीं चुनाव में सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी के रूप में काम संभालने वाले राजे मंत्रिमंडल के अनेक सदस्यों का भविष्य भी दांव पर लग गया है।



तीनों सीटों के रिजल्ट पर एक नजर

कांग्रेस के विवेक धाधड ने माडलगढ़ विधान सभा सीट पर अपने निकटतम प्रत्याशी भाजपा के शक्ति सिंह हांडा को 12976 मतों से पराजित कर भाजपा से यह सीट छीन ली। अलवर में कांग्रेस के करण सिंह यादव ने बीजेपी उम्मीदवार जसवंत सिंह यादव को 40 ,000 वोटों और अजमेर में कांग्रेस के रघु शर्मा ने बीजेपी के स्वरूप लांबा को 20,648 शिकस्त दी।

वसुंधरा राजे मंत्रिमंडल के कई नेताओं का भविष्य के लिए इमेज परिणाम

खतरे में राजे मंत्रिमंडल के अनेक सदस्यों का भविष्य 

इस उपचुनाव में जीत के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पूरी ताकत लगाकर न केवल धुआंधार चुनाव प्रचार किया बल्कि अलवर और अजमेर के आठ-आठ विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार की कमान अपने विश्वस्त मंत्रियों को सौंपकर वहां वोट बटोरने की जिम्मेदारी दी थी। अलवर और अजमेर की आठ-आठ विधानसभा सीटों में सात-सात पर भाजपा विधायक होने से अब उनके भी टिकट अगले चुनाव में कटने का खतरा हो गया है। प्रदेश भाजपा सरकार ने विकास के नाम पर मतदाताओं से समर्थन मांगा लेकिन चुनाव नजदीक आते आते विकास का मुद्दा पिछड़ गया और धर्म तथा जाति के नाम पर मतदाताओं का समर्थन हासिल करने के प्रयास अंतिम समय तक चलते रहे।


इन चुनावों में मतदाताओं ने प्रदेश की सरकार के प्रति नाराजगी, नौकरियों में भर्ती, किसानों की कर्ज माफी और स्थानीय समस्याओं के प्रति सरकार और उनके मंत्रियों की अनदेखी पर गुस्सा निकाला। राजनीतिक विश्लेषकों का यह आकलन काफी हद तक सही लगता है कि पूरी सरकारी मशीनरी और मंत्रिमंडल के सदस्यों को मतदाताओं के मूड की भनक तक नहीं लगी। इस हार से राजे मंत्रिमंडल के अनेक सदस्यों की साख और भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। इन मंत्रियों में अलवर में श्रममंत्री जसवंत सिंह तो खुद ही उम्मीदवार थे और उनके सहयोग के लिए जल संसाधन मंत्री रामप्रताप, वन मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, पीएचईडी मंत्री सुरेन्द्र गोयल, उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत मंत्री दर्जा प्राप्त रोहिताश्व शर्मा और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री बाबूलाल वर्मा डेरा डाले हुए थे।


इसी तरह अजमेर में सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान, पंचायती राज मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़, स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, सहकारिता मंत्री अजय किलक, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल, शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी, देवस्थान राज्य मंत्री राजकुमार रिणवा, मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर और उपमुख्य सचेतकों, संसदीय सचिवों तथा विधायकों की फौज प्रचार के लिए मैदान में उतारी गई थी लेकिन किसी भी मंत्री या नेता के इलाके में भाजपा अपनी साख कायम नहीं रख सकी।

बाड़मेर महरूम मुराद अली मेहर की पुण्य तिथि पर मानवेन्द्र सिंह ने किया रक्तदान

बाड़मेर महरूम मुराद अली मेहर की पुण्य तिथि पर मानवेन्द्र सिंह ने किया रक्तदान 


बाड़मेर महरूम हाजी मुराद अली मैहर की पहली पुण्य तिथि पर उनकी यद् में राजकीय अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में शिव विधायक और मुराद अली के मित्र मानवेन्द्र सिंह जसोल ने दोस्ती निभाते हुए आज रक्तदान किया ,मुराद अली का गत वर्ष देहांत हो गया था ,आज उनकी यद् में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया