रविवार, 26 नवंबर 2017

पति ने प्रग्नेंसी में 10 लड़कों से कराया था गैंगरेप, Wife ने सुनाई दर्दनाक दास्तां

पति ने प्रग्नेंसी में 10 लड़कों से कराया था गैंगरेप, Wife ने सुनाई दर्दनाक दास्तांपति ने प्रग्नेंसी में 10 लड़कों से कराया था गैंगरेप, Wife ने सुनाई दर्दनाक दास्तां
आगरा. यूपी के आगरा में एक महिला अपने साथ हुए गैंगरेप के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए महीनों से भटक रही है। इस मामले में उसने सीएम से लेकर पीएम तक गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई कार्रपृवाई नहीं हुई। आरोप है, पति ने 3 तलाक का विरोध करने पर उसे घर में कैद रखा और प्रेग्नेंसी के दौरान अपने सामने 10 लड़कों से उसका गैंगरेप कराया। इससे उसकी बच्चेदानी फट गई। महिला ने सुनाई दास्तां... मामला शाहगंज आजम पाड़ा थाना क्षेत्र का है। शबनम (काल्पनिक नाम) की शादी 21 अप्रैल 2014 को सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र की रहने वाले जावेद हुसैन से हुई थी।

- शबनम के मुताबिक, ''18 अक्टूबर 2016 को जब आगरा मुख्यालय पर कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा तीन तलाक के पक्ष में महिलाओं की रैली निकाली जा रही थी, तो जावेद ने शबनम को रैली में शामिल होने को कहा।''

- ''रैली में जाने वाली महिलाओं को पैसे भी मिल रहे थे। इस सबके बावजूद मैंने जावेद से कहा- तीन तलाक औरतों के लिए गलत है और मैं इसके पक्ष में नहीं हूं। इसके बाद पति ने शरीयत का हवाला दिया। उसे भी मैंने नहीं माना।''

- ''इसके बाद मुझे मारा-पीटा गया और कमरे में बंद कर दिया गया। लगातार दो रात 3-3 युवकों द्वारा मेरा गैंगरेप कराया। उस समय मैं 2 महीने से प्रेग्नेंट थी। गैंगरेप होने से मेरा बच्चा गिर गया।''

- ''मैं कमरे में बदं थी। किसी राहगीर ने मेरे चीखने की आवज सुनी और पुलिस को लेकर आ गया। पुलिस ने मुझे वहां से निकाल कर शाहगंज थाने पहुंचाया।''




पति ने 10 लड़कों से अपने सामने कराया था गैंगरेप

- ''उस दौरान के मेरे दो फोटो वायरल भी हुईं। इसमें एक में मेरे हाथ-पैर बंधे हुए हैं और दूसरी में मेरे पीठ पर पिटाई के निशान हैं।''

- ''पुलिस ने मामले को दबाते हुए मुझे वापस ससुरालियों के साथ भेज दिया। जहां मुझे फिर से कैद कर दिया गया। मैंने चुपचाप किसी तरह पति की कैद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी।''

- ''इसका जवाब 15 सितंबर 2016 को जवाब आ गया। जो ससुरालियों के हाथ लग गया। इसके बाद क्या था उन्होंने मुझे और अधिक कैद कर रखना शुरू कर दिया।''

- ''1 जनवरी को मेरे पति की मौजूदगी में 10 लोगों मुझे गैंगरेप किया। इस दौरान एक बार फिर मेरा गर्भपात हो गया। मुझे जबरन शराब पिला कर रखा जाता था, ताकि मैं बेहोश रहूं।''

- ''फरवरी को जैसे-तैसे मैं वहां से निकली तो राहगीरों की मदद से पुलिस तक पहुंची। पुलिस ने दबाव बनाया- जब पति ही गैंगरेप में शामिल है, तो क्या करेगी। वापस जा, वहीं रह।''

- ''इसके बाद मैं मायके चली गई। 2 फरवरी को आला अधिकारियों के पास गई फिर भी केस दर्ज नहीं हुआ।''

18 अक्टूबर से पुलिस के सज्ञान में आ चुके मामले में 4 जून 2017 को केस दर्ज

- ''18 मई को मैंने लखनऊ जाकर सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत की, तो केस जांच की श्रेणी में आया और 2 जून को जब पुलिस मुझे घटना स्थल पर ले गई तो वहां पुलिस की मौजूदगी में मुझे महिलाओं ने मारा और शरीयत को न मानने पर सजा के रूप में मारना सही बताया।''

- ''जैसे-तैसे पुलिस ने मेरी जान बचाई और फिर उनकी रिपोर्ट के आधार पर 4 जून को पति जावेद, साथी एजाज, जाहिद, जाकिर, अब्दुल समेत चार अज्ञात पर 376डी (गैंगरेप) 342, 504, 315(गर्भपात) 323, 120-बी का केस दर्ज हुआ।''

6 महीने बाद मेडिकल टेस्ट में शरीर में मिले थे गहरे जख्म

- शबनम के मतुाबिक, घटना के 5 महीने बाद केस दर्ज हुआ और उसके 1 महीने बाद पीड़िता का मेडिकल हुआ। मेडिकल में 6 महीने बाद भी उसकी बच्चेदानी फटने, गर्भपात होने और बुरी तरह रेप होने की रिपोर्ट सामने आई थी। इसके बाद भी उसे 164 के बयान के लिए मशक्कत करनी पड़ी।

- इतना होने के बाद भी जब आरोपि‍यों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उसने पीएम को चिट्ठी लिखी और पीएमओ से इसी महीने जवाब आया कि पीड़िता की मदद की जाए। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कमांडोज के ट्रेनर की पत्नी ने लगाई फांसी, हाथ पर लिखा - घर का काम नहीं संभाल सकती

कमांडोज के ट्रेनर की पत्नी ने लगाई फांसी, हाथ पर लिखा - घर का काम नहीं संभाल सकती
कमांडोज के ट्रेनर की पत्नी ने लगाई फांसी, हाथ पर लिखा - घर का काम नहीं संभाल सकती

जयपुर। जयपुर के आमेर में एक महिला ने शादी के पांच माह बाद ही घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। महिला एनएसजी कमांडो ट्रेनर की पत्नी है। मरने से पहले महिला ने अपने हाथ पर सुसाइड मैसेज छोड़ा। हाथ पर लिखा कि मैं घर का काम-काज संभालने में सक्षम नहीं। जानिए और इस बारे में .... दायला की ढाणी में भीमराज सैनी का घर है। भीमराज की पोस्टिंग दिल्ली में है। भीमराज की पत्नी मीना (24) रात को अपने कमरे में सोने गई थी। सुबह वह उठी नहीं तो घरवाले उसके कमरे में गए। वह वहां भी नहीं थी। इस पर देखा तो वह आंगन में रेलिंग से फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। यह देखते ही घर में चीख-पुकार मच गई। हो-हल्ला सुन वहां आस-पास के लोग भी आ गए।

- थोड़ी ही देर में आमरे थाना पुलिस भी वहां पहुंच गई। पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और शव को मोर्चरी में रखवाया।

साड़ी से बनया फंदा

- मीना शनिवार रात को छत पर गई और वहां आंगन की रेलिंग से अपनी साड़ी का फंदा बनाकर आंगन में झूल गई।

पांच माह पहले ही हुई थी शादी

- मीना के शव को फांसी के फंदे से उतारकर आमेर के थानाधिकारी नरेन्द्र कुमार ने बताया कि मीना ने मरने से पहले हाथ पर लिखा, मैं घर का काम-काज नहीं संभाल सकती।

पति कमांडोज को देता है ट्रेनिंग



- मीना का पति भीमराज सैनी दिल्ली में नेशनल सिक्यूरिटी एजेंसी में भर्ती होने वाले कमांडोज को ट्रेनिंग देता है। पांच माह पहले मीना के साथ शादी हुई थी। चार माह पहले वह छुट्टी पर आया था। इस बीच मीना कुछ दिनों के लिए पति के साथ दिल्ली भी रही थी।

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए बच्चे ने मांगी भीख, सांसद ने की मदद

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए बच्चे ने मांगी भीख, सांसद ने की मदद

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए बच्चे ने मांगी भीख, सांसद ने की मदद
पटना.हॉस्पिटल में भर्ती मां की छुट्टी कराने और बिल चुकाने के लिए 10 साल के कुंदन ने कई दिन तक गांव-गांव जाकर भीख मांगी। कुछ लोगों ने जब बच्चे से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। घटना बिहार की राजधानी पटना की है, यहां के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में महिला को करीब 13 दिन पहले भर्ती कराया गया था। फैमिली का आरोप है कि डॉक्टरों ने उन्हें 70 हजार रुपए का बिल दिया। किसी तरह उन्होंने 50% बिल पेमेंट कर दिया। इसके बाद भी डॉक्टरों ने महिला को हॉस्पिटल से जाने की इजाजत नहीं दी। उसे कई दिन तक रोके रखा और ऑपरेशन के बाद टांके भी नहीं काटे। रविवार को मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव हॉस्पिटल पहुंचे और पुलिस को बुलाकर महिला की छुट्टी कराई।
प्रेग्नेंट महिला को 16 दिन पहले दर्द उठा था
- जानकारी के मुताबिक, महिला और उसकी फैमिली मधेपुरा के हनुमान नगर इलाके में रहती है। 16 दिन पहले उसे अचानक पेट में दर्द उठा। फैमिली उसे सहरसा के एक हॉस्पिटल में ले गई। वहां डॉक्टरों ने बताया कि महिला के पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई है। उन्होंने इलाज के लिए पटना जाने की बात कही।
- वहां डॉक्टर ने 5 हजार रुपए जमा करा लिए और महिला को पटना के हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया। यहां उसका ऑपरेशन किया गया। डॉक्टरों ने इलाज के बदले फैमिली को 70 हजार का बिल थमा दिया।
- फैमिली का आरोप है कि जब उन्होंने आधा बिल चुकाने के बाद घर जाने की बात कही, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें रोक लिया। पैसे ना देने पर महिला के टांके तक नहीं काटे। इस बीच उनका 10 साल का बेटा कुंदन पैसा जुटाने के लिए गांव-गांव जाकर भीख मांगने लगा।
बिना परमिशन के चल रहा था हॉस्पिटल
- मामले की जानकारी मिलने पर मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव रविवार को पटना पहुंचे। पुलिस और सिविल सर्जन को हॉस्पिटल बुलाकर डॉक्टरों से बात की। महिला का बकाया बिल माफ कराने के बाद उसे एम्बुलेंस से गांव भेजा गया।
- सिविल सर्जन ने जब दस्तावेजों की जांच की तो सामने आया कि हॉस्पिटल के बिना लाइसेंस और परमिशन के चल रहा था।
सांसद ने कहा- हॉस्पिटल पर कार्रवाई हो
- सांसद पप्पू यादव ने कहा, ''बिहार की राजधानी में कई हॉस्पिटल चल रहे हैं, जिनके पास लाइसेंस नहीं है। डॉक्टर लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर इलाज के नाम वसूली करते हैं। मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बदले एम्बुलेंस वाले कमीशन लेते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्स कार्रवाई होनी चाहिए।''

जैसलमेर में मेगा विधिक विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का हुआ आयोजन



जैसलमेर में मेगा विधिक विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का हुआ आयोजन


महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं का समय पर मिले लाभ - जिला न्यायाधीश, भाटी



नारी शक्ति का सम्मान करना प्रत्येक व्यक्ति का परम दायित्व है - विधायक भाटी



जैसलमेर, 26 नवम्बर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जैसलमेर एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का आयोजन जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदनलाल भाटी की अध्यक्षता में हुआ। समारोह में नगर परिषद् सभापति श्रीमती कविता खत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल. स्वामी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जय नारायण मीणा, वरिष्ठ अधिवक्ता चंदनाराम चैधरी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

जैसलमेर विधायक भाटी ने विधिक दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि नारी शक्ति का सम्मान करना प्रत्येक व्यक्ति का परम दायित्व है एवं उसे आज के दिन संकल्प लेना है कि वे महिलाओं व बालिकाओं को सशक्त बनाने में अपना पूरा सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए भामाशाह योजना, बेटी बचाओ - बेटी पढाओ योजना के साथ ही अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है जिससे भी महिलाओं को सशक्त होने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने विधिक चेतना शिविर के माध्यम से भी महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ ही महिला उत्पीडन, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने के लिए जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं वे भी प्रशंसनीय है एवं इनसे भी कुरीति पर रोक अवश्य ही लगेगी। उन्होंने महिलाओं को अधिकारों के प्रति सजग रहकर उनके लिए संचालित योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।

जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री भाटी ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य लोगों को कानूनी एवं विधिक जानकारी प्रदान करना है वहीं इसके माध्यम से सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी पात्र व्यक्ति तक पंहुचाने के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मेगा विधिक चेतना शिविर महिला सशक्तिकरण को समर्पित रखा गया है इसलिए महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी इस शिविर के माध्यम से दी जा रही है। उन्होंने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपनी बेटियों को बेटों के समान समझें एवं उन्हें उच्च शिक्षा अर्जित करावें। उन्होंने बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीति को समाज से जड़ मूल से समाप्त करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल के सामाजिक सरोकार कार्याें की भी तारीफ की वहीं एनसीसी कैडेट्स एवं उनके अधिकारियों को एनसीसी दिवस पर बधाई दी। उन्होंने यह भी संदेश दिया कि किसी भी गरीब व्यक्ति को धन की कमी के कारण न्याय से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा एवं उन्हें न्याय प्राप्त करने के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण पूरा सहयोग प्रदान करेगा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल. स्वामी ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण की गतिविधियों के माध्यम से लोगों को विधिक साक्षरता की जानकारी मिलती है वहीं सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ भी मौके पर मिलता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा भी बाल विवाह रोकथाम के लिए पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। इसके साथ ही कानून द्वारा कन्या भ्रूण हत्या न हो इसके लिए भी कानूनी प्रावधान किये गए है जिसके कारण भी इसमें कमी आई है। उन्होंने चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान सीमा सुरक्षा बल ने मरीजों की सेवा की उसके लिए आभार जताया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयनारायण मीणा ने कहा कि महिलाओं पर उत्पीडन, बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए जघन्य अपराध है इसकी रोकथाम के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश स्तर पर विशेष सेल का गठन किया गया है जो ऐसे मामलों में त्वरित कार्यवाही करती है। उन्होंने बताया कि महिला उत्पीडन के मामलों में महिला थाना संचालित है वहीं सभी थानों में महिला डेस्क की भी व्यवस्था है।

नगर परिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री ने भी विधिक सेवा प्राधिकरण के इस प्रकार के मेगा शिविरों की तारीफ की एवं कहा कि इससे महिलाओं को सशक्त होने के लिए योजनाओं की जानकारी एक ही छत के नीचे मिलती है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में अपना पूरा सहयोग प्रदान करें।

वरिष्ठ अधिवक्ता चंदनाराम चैधरी ने भी महिलाओं को सदैव सम्मान देने का संकल्प लेने का आह्वान किया वहीं महिला उत्पीडन, बाल विवाह रोकथाम, दहेज प्रथा रोकथाम के लिए कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला।

पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डाॅ महेन्द्र कुमार गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया वहीं संभागियों को संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करने की शपथ दिलाई। समारोह में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रवीण चैहान, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेश्वर लाल मीणा, उपखंड अधिकारी जैसलमेर हंसमुख कुमार, सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया, तहसीलदार विरेन्द्र सिंह, विकास अधिकारी सुखराम विश्नोई, जिला भामाशाह अधिकारी डाॅ बी.एल.मीणा, आयुक्त नगर परिषद् झबरसिंह चैहान, नगर परिषद् के उप सभापित रमेश जीनगर के साथ ही पार्षद श्रीमती ईश्वरी भाटिया, सूरजपाल सिंह, पूर्व उपजिला प्रमुख श्रीमती गंगा देवी व्यास, के साथ ही सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, जवान, एनसीसी के अधिकारी एवं कैडेटस, महिलाएं, नगर के गणमान्य नागरिक, अधिवक्ता उपस्थित थे।

समारोह के प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती की तस्वीर पर दीप प्रज्ज्वलित किया। अतिथियों का स्वागत पूर्णकालिक सचिव डाॅ महेन्द्र कुमार गोयल, अपर लोक अभियोजक विपिन कुमार व्यास, आयुक्त झबर सिंह, पार्षद श्रीमती ईश्वरी देवी भाटिया ने किया। कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी एवं पूर्व मरूश्री विजय बल्लाणी ने किया। पूर्णकालिक सचिव ने शिविर में सहयोग के लिए सभी का आभार जताया।

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मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर में सराहनीय सेवा के लिए किया सम्मान, योजनाओं के लाभार्थियों को दिए स्वीकृति पत्र
जैसलमेर, 26 नवम्बर। जिला मुख्यालय पर आयोजित मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर के दौरान जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदनलाल भाटी, नगर परिषद् सभापति श्रीमती कविता खत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल. स्वामी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जय नारायण मीणा, वरिष्ठ अधिवक्ता चंदनाराम चैधरी ने सीमा सुरक्षा बल द्वारा चिकित्सकों की हडताल के दौरान मरीजों की सेवा के लिए किए गए कार्य हेतु उपमहानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल दक्षिण नरेश कुमार को सम्मानित किया जिनका पुरस्कार उनकी धर्मपत्नी ने प्राप्त किया। इसी प्रकार सीमा सुरक्षा बल के चिकित्सा अधिकारी डाॅ एस.रणवीर सिंह, डाॅ श्रुति मिश्रा के साथ ही फार्मासिस्ट पूनम सेन, हैड कांस्टेबल अवधेश कुमार, एम एस नायर, सरना बसप्पा को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गए।

इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भागू का गांव की अध्यापिका श्रीमती सुमन लता शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक आईदान सिंह, सदस्य चाईल्ड लाईन अनुराधा शर्मा को भी प्रशंसा पत्र प्रदान किये गए। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पंचायत समिति सम क्षेत्र से जयनारायण सिंह, श्रीमती अगर कंवर, श्रीमती प्रेमी निवासी दूजासर, श्रीमती रहीमा, श्रीमती अमनी काठोडी, श्रीमती खातू देवीकोट, श्रीमती किरण कोटडी को प्रधानमंत्री आवास के लिए स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।

समारोह में नगर परिषद् द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत प. दीनदयाल अंत्योदय योजना में जैसल महिला सहकारी समिति बबर मगरा व श्री कालेडॅूंगर राय बहुउद्देशीय महिला प्राथमिक सहकारी समिति लि. गफूर भट्टा की महिलाओं को पंजीयन प्रमाण पत्र एवं 50-50 हजार रूपये की हस्तांतरण राशि की डायरी प्रदान की गई। इसी प्रकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा दिव्यांग देवीसिंह निवासी कीता को ट्राई साईकिल, दिव्यांग टीकम को व्हील चेयर तथा अमृत राम को दिव्यांग निःशक्तता प्रमाण पत्र प्रदान किये गए। समारोह में महिलाओं को भामाशाह कार्ड भी प्रदान किए गए।



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हत्यारे के नाखूनों तक में था महिला का खून और मांस, दी थी ऐसी दर्दनाक मौत



हत्यारे के नाखूनों तक में था महिला का खून और मांस, दी थी ऐसी दर्दनाक मौत

हत्यारे के नाखूनों तक में था महिला का खून और मांस, दी थी ऐसी दर्दनाक मौत



उदयपुर (राजस्थान)।पिछले साल 1 दिसंबर 2016 को शहर में हुए वकील रुचिता मर्डर केस में आरोपी दिव्य कोठारी के बरामद कपड़ों की DNA जांच रिपोर्ट आ गई है। इसमें यह साबित हुआ है कि आराेपी के कपड़ों पर लगे खून से रुचिता का खून मैच करता है। हत्या से पहले रुचिता के साथ रेप की भी कोशिश की गई थी। बॉडी पर 17 जगह किए गए था वार..पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक हत्यारे ने रुचिता को बहुत ही वहशियाना तरीके से मौत के घाट उतारा था। हत्यारे ने रुचिका की बॉडी पर 17 जगह दो औजारों से वार किए थे।

- हत्यारे ने उसके सिर को दीवारों से इतना भिड़ाया कि खोपड़ी के भीतर तक के कई हिस्से बुरी तरह चकनाचूर हो गए। उसके दोनों जबड़े भी टूट गए थे। मुंह के अंदरूनी हिस्सों तक में फ्रैक्चर थे।

- पुलिस ने हत्याकांड में इस्तेमाल हुए पेंचकस और पानानुमा औजार जब्त किए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रुचिता के चेहरे, सिर और दूसरे हिस्सों पर 3 से 5 सेमी लंबे घाव पाए गए थे।

- दीवार पर पटकने और धारदार हथियार से मारने से ब्रेन पर आई चोटों से रुचिता की मौत हो गई थी।

- इनवेस्टीगेशन आॅफिसर ने बताया था कि हत्या के दौरान रुचिता का खून आरोपी के कपड़ों, जूतों और पेंचकस आदि पर तो लगा ही, नाखूनों तक में खून और मांस फंसा हुआ था।