बुधवार, 28 जून 2017

बाडमेर, वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ परीक्षा सम्पन्न कराने के निर्देश

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बाडमेर, वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा

सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ परीक्षा सम्पन्न कराने के निर्देश

बाडमेर, 28 जून। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा 2016 ऐच्छिक विषयों की परीक्षाएं निष्पक्ष एवं स्वतन्त्र रूप से सम्पन्न करवाने के लिए पूर्ण सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ परीक्षा कार्य को अंजाम देने के निर्देश दिए गए है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ. पी. बिश्नोई की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित बैठक में आयोग से प्राप्त दिशा निर्देशों के साथ परीक्षा संबंधी सम्पूर्ण प्रक्रिया एवं व्यवस्थाओं की विस्तार के साथ जानकारी कराई गई। इस अवसर पर बिश्नोई ने परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा संबंधी आवश्यक व्यवस्थाएं समय रहते सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होने परीक्षा के दौरान नियमित विद्युत आपूर्ति के निर्देश दिए तथा परीक्षा केन्द्रों पर बैठक व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, पुलिस व्यवस्था आदि की माकूल व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होने प्रत्येक परीक्षा केन्द्र में दीवार घडी लगाने के निर्देश दिए।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार परीक्षार्थियों को निर्धारित परीक्षा समय से एक घण्टा पूर्व परीक्षा केन्द्र पर पहुंचना होगा। किसी भी स्थिति में अभ्यर्थी को परीक्षा प्रारम्भ होने के 10 मिनट पश्चात् परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होने बताया कि अभ्यर्थी को प्रवेश पत्र के अलावा एक फोटो युक्त मूल पहचान पत्र आवश्यक रूप से साथ लाना होगा। पहचान पत्र के अभाव में अभ्यर्थी को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होने बताया कि परीक्षा केन्द्रों में मोबाईल पूर्णतया वर्जित रहेंगे। किसी भी स्थिति में मोबाइल के साथ परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होने बताया कि परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा संबंधी समस्त गतिविधियों की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रह सकें।

अतिरिक्त जिला कलक्टर बिश्नोई ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा 2016 ऐच्छिक विषयों की परीक्षाएं 30 जून एवं 1 से 2 जुलाई तक दो सत्रों में (प्रातः 9.00 बजे से 11.30 बजे तक एवं दोपहर 3.00 बजे से सायं 5.30 बजे तक) जिला मुख्यालय बाडमेर पर आयोजित की जाएगी। उन्होने बताया कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग तथा अन्य गडबडियों को रोकने के लिए कुल छः सतर्कता दल बनाए गए है। उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक बाडमेर श्री जितेन्द्रसिंह नरूका, उपखण्ड अधिकारी बाडमेर चेतन कुमार त्रिपाठी, उपखण्ड अधिकारी बायतु हेताराम चैहान, उपखण्ड अधिकारी शिव चन्द्रभानसिंह भाटी, उपखण्ड अधिकारी रामसर विजयसिंह नाहटा एवं उपखण्ड अधिकारी चैहटन भागीरथराम के नेतृत्व में गठित सतर्कता दलों में पुलिस अधिकारी सहित 3 अधिकारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा उक्त परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों एवं अनुचित लाभ प्राप्त करने के प्रयासों की रोकथाम हेतु जिला रसद अधिकारी कवराराम एवं वाणिज्य कर अधिकारी बाडमेर भवानीसिंह के नेतृत्व में विशेष जांच दल गठित किये गये हैं। उन्होने बताया कि प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर केन्द्राधीक्षक के अलावा राजकीय संस्थानों के परीक्षा केन्द्रों पर एक-एक तथा निजी संस्थानों के केन्द्रों पर दो-दो पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है जो सम्पूर्ण परीक्षा पर सुक्ष्म नजर रखेंगे।

उन्होने बताया कि जिला मुख्यालय बाडमेर पर स्थित समस्त परीक्षा केन्द्रों एवं समस्त फोटो स्टेट व फैक्स करने की दुकानों एवं साईबर कैफे पर परीक्षा तिथि 30 जून तथा 1 से 2 जुलाई को प्रातः 8.30 बजे से सायं 5.30 बजे तक परीक्षा केन्द्रों के 500 मीटर की परिधि में आने वाले समस्त परीक्षा केन्द्रों एवं समस्त फोटो स्टेट एवं फैक्स करने की दुकानों एवं साईबर कैफे पर फोटो स्टेट मशीन एवं प्रतिलिपि करने के अन्य साधन प्रतिबंधित रहेंगे। उन्होने बताया कि परीक्षा से संबंधित विविध जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए जिला मुख्यालय पर नियन्त्रण कक्ष की स्थापना की गई है। नियन्त्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 02982-220007 है। उक्त नियन्त्रण कक्ष 28 से 29 जून को प्रातः 9.30 से सायं 6 बजे तक एवं परीक्षा तिथि 30 जून एवं 1 से 2 जुलाई को प्रातः 7.30 बजे से परीक्षा समाप्त होने के पश्चात् सील्ड पैकेट एवं परीक्षा सामग्री कन्ट्रोल रूम में एकत्रित होने एवं गोपनीय सामग्री आयोग कार्यालय के लिए प्रस्थान करने तक कार्यरत रहेगा।

बैठक में व्याख्याता डा. लक्ष्मीनाराण जोशी ने पाॅवर प्रजन्टेशन के जरिये परीक्षा संबंधी बारीकियों की जानकारी कराई गई। बैठक में उप समन्वयक, केन्द्राधीक्षक, पर्यवेक्षक सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

बालोतरा। महिला ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

बालोतरा। महिला ने फांसी लगाकर की आत्महत्या




बालोतरा। शहर बाईपास से औधोगिक क्षेत्र में जाने वाले रास्ते के समीप स्थित नारायण जी की वाड़ी के पास एक किराए के मकान में महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। जानकारी के अनुसार रात करीब 8:30 बजे उसका पति रामबाबू निवासी उत्तर प्रदेश जो एक फैक्ट्री में काम करता है,जिसने घर आकर देखा तो उनकी पत्नी फांसी के फंदे से झूल रही थी। पुलिस ने मौके पर पहुचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मृतक महिला के एक बच्चा भी है। 

बाड़मेर नाबालिंग के साथ दुष्कर्म करने वाले को हुई सात साल की सजा



बाड़मेर नाबालिंग के साथ दुष्कर्म करने वाले को हुई सात साल की सजा

बाड़मेर 28 जून

आज विषिष्ट न्यायाधीष अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण प्रकरण) पोक्सो मामलात, बाड़मेर के न्यायालय के न्यायाधीष सुरेन्द्र खरे द्वारा सरकार बनाम श्रवणदास पत्रावली पर निर्णय पारित करते हुए अभियुक्त श्रवणदास पुत्र लुम्भदास जाति संत निवासी रोली को अपराध अन्तर्गत धारा 363, 366-ए, 342, 376 (1) भारतीय दण्ड संहिता व 3/4 पोक्सो अधिनियम में दोषसिद्ध करार देते हुए सात वर्ष की सजा सुनाई गई।

विषिष्ट लोक अभियोजक सवाई माहेष्वरी ने बताया कि दिनाकं 01.01.2014 को परिवादी निम्बाराम ने एक लिखित रिपोर्ट पुलिस थाना आरजीटी में इस आषय की प्रस्तुत की थी कि मेरी पुत्री पीडि़ता जो राउमावि छोटू में 11 वीं में पढती है कि पीडि़ता नियमित स्कूल आती जाती थी। शीतकालीन अवकाष होने से मेरी पुत्री मेरे घर पर ही थी। दिनंाक 28.12.2013 की रात को वक्त 9ः10 पीएम पर मेरी पुत्री पीडि़ता को श्रवणदास ने शादी करने की नियत से बहला-फुसलाकर ले गया। जिस पर हमने पीडि़ता की तलाष की हमारे रिष्तेदारों में की, मगर पीडि़ता का कोई अता-पता नहीं लगा। पीडि़ता की तलाष करते वक्त मुझे बाबूलाल व हनुमानराम ने आज उपरोक्त बात बताई।

जिस पर पुलिस थाना आरजीटी ने प्रकरण का अनुसंधान करते हुए मुलजिम के विरूद्ध आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुूत किया, जिस पर दौरान विचारण अभियोजन पक्ष द्वारा कुल 20 गवाहान परीक्षित करवाये गये एवं बाद बहस अभियुक्त को दोषी करार देते हुए अन्तर्गत धारा 363, 366-ए, 342, 376 (1) भादस व 3/4 पोक्सो अधिनियम में सात वर्ष की सजा सुनाई गई।

प्रकरण में राज्य की ओर से विषिष्ट लोक अभियोजक सवाई माहेष्वरी व बचाव पक्ष की ओर से राजेष विष्नोई एडवोकेट ने पैरवी की।

जयपुर। आनंदपाल सिंह का शव लेने के लिए नोटिस चस्पा किया गया

जयपुर। आनंदपाल सिंह का शव लेने के लिए नोटिस चस्पा किया गया



जयपुर: राजस्थान पुलिस ने चार दिन पूर्व पुलिस मुठभेड़ में मारे गये कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह का शव चौबीस घंटे में लेने के लिए बुधवार को उसके मकान पर नोटिस चस्पा कर दिया. पुलिस अधीक्षक (नागौर) पारिस देशमुख ने बताया कि मृतक आनंदपाल सिंह का शव लेने के लिए उसके परिजनों को नोटिस देने पुलिस का एक दल गांव सावंराद गया था लेकिन परिजनों द्वारा नोटिस नहीं लिए जाने पर मकान पर यह नोटिस चस्पा किया गया है. नोटिस में परिजनों को चौबीस घंटे के भीतर आनंद पाल सिंह का शव लेने के लिए कहा गया है और कहा गया है कि ऐसा न किए जाने पर पुलिस अपने स्तर पर शव का अंतिम संस्कार कर देगी.
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उन्होंने बताया कि पुलिस अधिनियम की धारा 1965 के तहत यह नोटिस जारी कर परिजनों से चौबीस घंटे में शव लेने को कहा गया है. पुलिस मुठभेड़ में मारे गये कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह का शव रतनगढ़ के राजकीय अस्पताल के मुर्दाघर में पोस्टमार्टम के बाद गत चार दिन से रखा हुआ है. पुलिस ने सावंराद गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है.

इधर, चुरू जिला प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर रतनगढ़ में मंगलवार रात धारा 144 लागू कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है.

गौरतलब है कि मालासर में एक मकान में छिपा आनंदपाल पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. पुलिस पिछले तीन दिन से उसके परिजनों से शव लेने का आग्रह कर रही है. मृतक के परिजन इस मामले की सीबीआई जांच कराने समेत सात सूत्रीय मांगें माने जाने के बाद ही शव लेने की जिद पर अड़े हुए हैं.

पहली बार सामने आई गैंगस्टर आनंदपाल की छोटी बेटी, ये मांगे रखी सामने

पहली बार सामने आई गैंगस्टर आनंदपाल की छोटी बेटी, ये मांगे रखी सामने


जयपुर। आनंदपाल के एनकाउंटर के 5 वे दिन उसकी छोटी बेटी योगिता पहली बार मीडिया के सामने आई है। योगिता ने मांग रखी है कि उसके पिता का पोस्टमार्टम दोबारा हो। साथ ही उसने पिता के एनकाउंटर को एक हत्याकांड बताया है।

पहली बार सामने आई गैंगस्टर आनंदपाल की छोटी बेटी, ये मांगे रखी सामने

ये मांगे रखी सामने...


- योगिता ने पोस्टमार्टम पर सवाल उठाते हुए जयपुर एम्स में इसकी जांच कराने की मांग की है।
- उसने कहा कि बीकानेर में आनंदपाल पर हुए हमले की भी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
- इसके साथ वे बोली कि हालही में उसके फूफा को भी गिरफ्तार किया गया है जिसकी जांच होनी चाहिए।

इकलौते चश्मदीद की रिहाई की मांग
- योगिता ने एनकाउंटर के चश्मदीद गवाह श्रवण सिंह की रिहाई की भी मांग की है। जिससे वे वकील से मिल सकें।
- मोर्चरी में रखे शव पर भी योगिता ने सवाल उठाया। उसने कहा कि हमे नहीं पता की उन्होंने ऐसा कौनसा कैमिकल यूज किया जिससे लाश खराब हो रही है। हम शव नहीं लेंगे।
कौन है योगिता

- बता दें की योगिता पुणे में रहती है। पिता के एनकाउंटर के बाद गांव पहुंची।
- इसके अलावा आनंदपाल की एक बड़ी बेटी चीनू भी है। जो दुबई में रहती है।
- बता दें कि एसओजी आनंदपाल की बेटी चीनू को भी गिरफ्तार कर सकती है। आनंदपाल की बेटी ने जीवनराम गोदाराम हत्याकांड के गवाहों को मैनेज करने के लिए अपने पिता के साथ मिलकर फरारी की रणनीति बनाई थी।
- इसके बाद वह महेन्द्र सिंह व केसर सिंह के माध्यम से कमांडो शक्ति सिंह से मिली थी। इसके बाद आनंदपाल की गैंग के सदस्यों ने योजना बनाई थी।
- वहीं आनंदपाल की पत्नी का नाम राजकंवर है। जो गांव में ही मौजूद ह।