सोमवार, 1 मई 2017

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ब्रह्मधाम में की पूजा अर्चना,खेतारामजी महाराज के बरसी महोत्सव में लिया भाग



मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ब्रह्मधाम में की पूजा अर्चना,खेतारामजी महाराज के बरसी महोत्सव में लिया भाग


बालोतरा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने 3 दिवसीय जोधपुर दौरे के दौरान सोमवार को निकटवर्ती आसोतरा ब्रह्मधाम तीर्थ पहुंची। सुबह 9 बजे आसोतरा मंदिर के समीप बनाएं गए हैलीपैड पर राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी,सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी,बायतु विधायक कैलाश चौधरी,सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल सहित कई भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उसके बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ब्रह्मधाम मंदिर पहुंची जहां पर ब्रह्माजी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना कर प्रदेश में खुशहाली की कामनाएं की। इसके बाद ब्रह्मलीन खेतारामजी महाराज की समाधि पर पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने खेताराम जी महाराज 33वीं पुण्यतिथि पर आयोजित बरसी महोत्सव में भाग लिया। इस दौरान सीएम वसुंधरा राजे ने गादिपति तुलछाराम जी महाराज से आर्शीवाद प्राप्त किया।


कार्यक्रम के दौरान वेदांताचार्य ध्यानाराम जी महाराज ने मंदिर कमेटी की ओर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर सभागीय आयुक्त रतन लाहोटी,आईजी हवासिंह घुमरियां,उपखंड अधिकारी प्राभातीलाल जाट,एसपी गगनदीप सिंघला,प्रभारी मंत्री सुरेंद्र गोयल,महामंत्री बाबूसिंह रजपुरोहित,पूर्व महामंत्री गिरधारीसिंह,भंवरसिंह राजपुरोहित सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

भोपागढ़/जोधपुर दुष्कर्म के आरोपी तांत्रिक को सुनाई दस साल की सजा



भोपागढ़/जोधपुर दुष्कर्म के आरोपी तांत्रिक को सुनाई दस साल की सजा


नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी तांत्रिक को सुनाई दस साल की सजा

भोपालगढ़ न्यूज, एक्यूज्ड ऑफ दुष्कर्म, कोर्ट ऑर्डर, पनिशमेंट ऑफ 10 ईयर, पुलिस इन्वेस्टीगेशन, लेटेस्ट न्यूज इन हिन्दी

भोपालगढ़ क्षेत्र की नायकों की ढाणी के बाहर धूणे पर झाड़-फूंक एवं तंत्र विद्या से इलाज करने के नाम पर चौदह वर्षीय नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म करने के आरोपित तांत्रिक को शनिवार को जोधपुर स्थित जिला सत्र न्यायालय ग्रामीण की अदालत ने दस साल के कठोर कारावास एवं पांच हजार रुपए के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है।

भोपालगढ़ कस्बे के बाहर स्थित नायकों की ढाणी के निकट ओस्तरा निवासी कथित तांत्रिक शक्ताराम ऊर्फ हरीदास पुत्र घेंवरराम का धूणा था।

वह वहां कथित झाड़-फूंक व तंत्र-मंत्र से भूत भगाने का ढोंगी इलाज करता था।




24 मई 2013 को बिलाड़ा थानान्तर्गत एक गांव से व्यक्ति चौदह वर्षीय बच्ची को उसके पास इलाज के लिए लेकर गया था और उसका साला व बच्ची का मामा भी साथ था।

वहां रात्रि में करीब नौ बजे उस तांत्रिक की हैवानियत जाग उठी और वह बच्ची को तंत्र-मंत्र से इलाज करने के लिए पहाड़ी से बहने वाले बाळे में ले गया तथा वहां उससे दुष्कर्म किया।




बाद में पीडि़त बच्ची के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया था।

करीब चार साल बाद शनिवार को जिला सत्र न्यायालय ग्रामीण के न्यायधीश डॉ. सूर्यप्रकाश पारीक की अदालत ने दस साल के कठोर कारावास एवं पांच हजार रुपए के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है।

यहां है गणेशजी का वह मस्तक जो त्रिशूल के वार से हुआ था देह से अलग, पढ़िए यह पौराणिक कथा

यहां है गणेशजी का वह मस्तक जो त्रिशूल के वार से हुआ था देह से अलग, पढ़िए यह पौराणिक कथा
जयपुर. भगवान गणपति प्रथम पूज्य हैं। उन्हें गजानन भी कहा जाता है जिसका अर्थ है हाथी जैसे मुख वाला। गणेशजी का मुख हाथी जैसा क्यों है? इस संबंध में पौराणिक कथा आपने जरूर पढ़ी होगी। गणेशजी को हाथी का मस्तक लगाया गया लेकिन उनका पूर्व मस्तक कहां गया?इसके बारे में भी एक पौराणिक कथा में उल्लेख किया गया है। कहा जाता है कि जब गणेशजी का जन्म हुआ तो सभी देवी-देवता उनके दर्शन के लिए एकत्रित हुए। उस समय शनिदेव भी वहां आ गए। चूंकि शनि की दृष्टि मंगलकारी नहीं मानी जाती।इसलिए जब शनिदेव ने गणेश का मुख देखा तो उनका मस्तक धड़ से अलग हो गया। माना जाता है कि वह मुख चंद्र मंडल में विलीन हो गया।दूसरी कथा के अनुसार, जब देवी पार्वती स्नान कर रही थीं तब गणेशजी पहरा दे रहे थे। उसी दौरान शिवजी का आगमन हुआ। गणेशजी ने शिवजी को अंदर जाने से रोक दिया। क्रुद्ध होकर शिवजी ने गणेश का मस्तक काट दिया जो बाद में चंद्रलोक चला गया।बाद में उन्हें हाथी का मस्तक लगाया गया। माना जाता है कि गणेशजी का असली मस्तक आज भी चंद्रलोक में ही विद्यमान है। दार्शनिकाें ने गणपति के गजमुख को भी बहुत सुंदर और मंगलकारी माना है। कहते हैं कि गजमुख में सफलता के कई सूत्र छिपे हैं। गणपति के दर्शन करने से मन को प्रसन्नता प्राप्त होती है।दूसरी कथा के अनुसार, जब देवी पार्वती स्नान कर रही थीं तब गणेशजी पहरा दे रहे थे। उसी दौरान शिवजी का आगमन हुआ। गणेशजी ने शिवजी को अंदर जाने से रोक दिया। क्रुद्ध होकर शिवजी ने गणेश का मस्तक काट दिया जो बाद में चंद्रलोक चला गया।




इस र‍िश्ते से था फैमि‍ली को इनकार, पुलिस ने थाने में ही करवा दी शादी

इस र‍िश्ते से था फैमि‍ली को इनकार, पुलिस ने थाने में ही करवा दी शादी

Couple Marriage In Police Station Meerut
मेरठ. यूपी के मेरठ में 2 साल तक चले प्रेम प्रसंग के बाद जब फैमि‍ली शादी के लिए तैयार न हुई तो प्रेमिका थाने जा पहुंची। लड़की ने प्यार की कहानी बताई तो पुलिस ने प्रेमी और दोनों के परिवारवालों को थाने बुला लिया। पुलिस ने दोनों पक्ष को समझाया और सभी के राजी होने के बाद थाने में ही शादी करवा दी।

लड़के की दूसरी जगह फिक्स हो गई थी शादी

- यह लव स्टोरी थोड़ी फिल्मी है। मेरठ के बिजौली गांव के रहने वाले सनी और प्रार्थना का अफेयर चल रहा था। करीब 2 साल तक चले इस अफेयर की जानकारी जब परिजनों को हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया। इस दौरान सनी के परिजनों ने उसकी शादी हाथरस में तय कर दी। शुक्रवार को उसकी बरात जानी थी। शादी की खबर सुनकर प्रार्थना गुरूवार को एसएसपी जे. रविंद्र गौड के पास पहुंच गई, और पूरी कहानी बताई। इसके बाद एसएसपी ने महिला थाना प्रभारी कंचन चौधरी को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

- शुक्रवार को कंचन चौधरी सनी के घर पहुंची। वहां बरात ले जाने की तैयारी चल रही थी। पुलिस को देखकर वहां हड़कंप मच गया। पुलिस को देख सनी घर से भाग गया। पुलिस ने सनी की मां को अपने साथ थाना ले आई। कुछ देर बाद सनी और अन्य परिजन भी थाने पहुंच गए।

दोनों पक्षों की रजामंदी से कराई शादी

- महिला थाने में जब दोनों पक्षों को आमने सामने बैठाकर बात की गई तो सभी शादी कराने के लिए राजी हो गए। जिसके बाद थाने में ही दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और एक दूसरे का मुंह मीठा किया।

- उधर, हाथरस में जिस लड़की से सनी की शादी होनी थी, उन्हें इस बात का पता चला तो झटका लगा। उन्होंने सनी के परिजनों से बात की। दोनों पक्षों में सहमति बनी कि अब सनी की जगह उसके छोटे भाई की बरात जाएगी

- महिला थाना प्रभारी कंचन चौधरी का कहना है कि शिकायत मिली थी। उसी के आधार पर जांच पड़ताल के बाद पूरा मामला सामने आया। दोनों पक्षों की रजामंदी से ही सनी और प्रार्थना की शादी कराई गई है।

पाकिस्तान सामने आईं किन्नरों के सीक्रेट पार्टी की Photos, बंदिशों में ऐसे किया एन्जॉय

पाकिस्तान सामने आईं किन्नरों के सीक्रेट पार्टी की Photos, बंदिशों में ऐसे किया एन्जॉय


पाकिस्तान में कहने को तो 2012 में ही किन्नरों को आम नागरिकों वाले अधिकार दे दिए गए थे, लेकिन उनके साथ हिंसा और बदसलूकी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पब्लिकली पार्टी करने के लिए किन्नरों को परमिशन लेनी पड़ती है। इन दिनों सोशल साइट्स पर पाकिस्तान में किन्नरों द्वारा आयोजित एक बर्थडे पार्टी की फोटोज वायरल हो रही है। बंदिशों के बीच ऐसे मनाते हैं खुशियां...


Life Of Transgenders In Pakistan

-पाकिस्तान में किन्नरों द्वारा आयोजित पार्टीज में अक्सर पुलिस की रेड पड़ जाती है।

-इस साल कई दशकों के बाद ट्रांस एक्शन पाकिस्तान के लीडर फरजाना जन ने किन्नरों के लिए पार्टी का आयोजन किया, जिसमें पेशावर में रहने वाले कई किन्नरों ने हिस्सा लिया।

-इस सीक्रेट पार्टी के लिए वैसे तो कोई लिखित परमिशन नहीं मिली थी लेकिन इसमें पुलिस वालों की टाइट सिक्युरिटी थी।

-ये पार्टी 40 साल की शकीला की बर्थडे पार्टी थी। किन्नरों को अपनी लाइफ में सिर्फ ही एक बार ग्रैंड बर्थडे पार्टी दी जाती है।

-पाकिस्तान में जिस तरह से किन्नरों पर आए दिन हमले किए जाते हैं, उस हालात में ऐसी पार्टी का आयोजन बिना किसी हिंसा के होना अपने आप में बड़ी बात थी।

पाकिस्तान में ऐसा है किन्नरों का हाल

-190 मिलियन लोगों की जनसंख्या वाले इस देश में किन्नरों की संख्या करीब पांच लाख है।

-यहां परिवार वालों को जैसे ही घर के सदस्य के किन्नर होने का पता चलता है, उन्हें घर से निकाल दिया जाता है।

-इसके बाद इनके पास भीख मांगने या देह व्यापार में शामिल होने के अलावा कोई उपाय नहीं बचता है।