बुधवार, 1 जुलाई 2015

भीलवाड़ा| 10 साल की बच्ची के साथ दर्दनाक हादसा, जानने के बाद पैरों तले जमीन खिसक जाएगी

भीलवाड़ा| 10 साल की बच्ची के साथ दर्दनाक हादसा, जानने के बाद पैरों तले जमीन खिसक जाएगी


भीलवाड़ा| भीलवाड़ा के आर.सी.व्यास कॉलोनी में 10 साल की बच्ची के साथ पास ही रहने वाले एक युवक ने बन्धक बनाकर दुष्कर्म किया। उसके बाद वह उसे घर के पास ही छोडकर फरार हो गया। जब परिजन पुलिस में जाने लगे तो समाज के लोगों ने उन्हे यह कहकर धमकाया कि अगर पुलिस में गये तो तुम्हें डेरे से बाहर निकालकर झोपडी में आग लगा दी जायेगी।

10-year-old-girl-raped-in-bhilwara-rajasthan-54897

बाद में परिजनो ने हॉस्पिटल जाने का बहाना करके सुभाष नगर थाने में मामला दर्ज करवाया। पीड़िता की माँ से मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात्री को उसकी 10 वर्षिय पुत्री को दुकान पर सामान लेना भेजा था। जब वह दुकान जा रही थी तभी पास ही में रहने वाला भोला उसका मुंह दबाकर उसे पास ही खाली पड़ी दुकान में ले गया। जहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और बाद में उसे दुकान के बाहर ही छोड़ कर भाग गया। जब वह घर नहीं लौटी तो परिवार वालों ने बच्ची की तलाश की तो वह दुकान के बाहर बेहोश पड़ी मिली|



सोमवार सुबह बच्ची को बुखार आया हुआ था लेकिन वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। सोमवार दोपहर 4 बजे उसे होश आया तो उसने अपनी व्यथा सुनायी। इसके बाद जब पपरिवार वाले भोला के घर पहुंचे तो समाज के लोगों ने उन्हें धमकाया कि अगर मामला पुलिस में जायेगा तो उनकी झोपड़ियों को आग लगा दी जायेगी।

जोधपुर। EXCLUSIVE-कोर्ट परिसर से सरेआम लड़की को अगवा करने की कोशिश

जोधपुर। EXCLUSIVE-कोर्ट परिसर से सरेआम लड़की को अगवा करने की कोशिश


जोधपुर। जोधपुर हाईकोर्ट भवन के मुख्य गेट के सामने से सरला नाम की लड़की को कुछ असामाजिक तत्वों ने उठाने की कोशिश की वो लोग उसे घसीट कर ले जा रहे थे।लड़की मदद के लिए चिल्लार ही थी परन्तू एक घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बावजूद मौके पर पुलिस नहीं पहुंची यह देखते हुए कुछ महिला अधिवक्ताओं ने उस लड़की को उनके चंगुल से छुड़ाया फिर एक घंटे बाद पहुंची पुलिस पहुंची।


प्रेम प्रसंग का है मामला
ये सारा मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है जहां एक लड़का और एक लड़की कोर्ट मैरिज करने आए थे, जब इसकी भनक लड़की के घरवालों को लगी तो उन्होंने कुछ गुंडों को इनको उठाने की सुपारी दे डाली। बुधवार को कोर्ट परिसर में आ धमके गुंडों के हौंसले इतने बुलंद थे कि वो खुले आम उस लड़की को मारते पीटते ले जा रहे थे वहीं कुछ लोग मदद के लिए आगे आये भी परन्तु उनके पास हथियार होने के अंदेशे से लोगो की बीच में आने की हिम्मत नही हुई।

गौरतलब है कि ये सारा घटना क्रम अपने पीछे कई प्रश्न छोड़ गया कि क्या आज नारी सुरक्षित नही है न्याय के मंदिर के बाहर से खुले आम एक लड़की के अगवा करने कोशिश होती है और आम जन को सुरक्षा मुहैया करवाने के दावे करने वाली पुलिस एक एक घंटे बाद पहुंचती है जबकि ये कोई आम जगह या सुनसान इलाका नही, हाई कोर्ट का परिसर है जहां हर वक्त सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के पुलिस दावे करती है।