बुधवार, 4 मार्च 2015

तारानगर एक साथ उठी मां,बेटे और बहू की अर्थियां



तारानगर

कस्बे के वार्ड 25 में होली के त्योंहार से पहले मंगलवार शाम एक ही घर से तीन अर्थियां उठती देख आस-पास के लोगों की आंखे गम से नम हो गई।



सोमवार सुबह चौमंू (जयपुर)के निकट ट्रौले एवं कार की भिड़ंत में कस्बे के सरावगी मौहल्ले के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत का समाचार सुन न केवल मौहल्ले में बल्कि समूचे तारानगर में शोक की लहर छा गई। कस्बे का मुख्य बाजार बंद रहा।




10 वर्षो से जयपुर में था

मूल रूप से तारानगर के सरावगी मौहल्ले का निवासी राकेश मित्तल (32) गत 10 वर्षो से मां मुन्नी देवी(57) पत्नी प्रिंसी (27) पुत्र ध्रुव(4) एवं छोटे भाई दीपक कुमार के साथ दादी का फाटक,जयपुर में स्वयं के मकान में रहते हुए शेयर मार्केट का काम करता था।




परिवार में था सबसे बड़ा

तीन वर्ष पहले राकेश का पिता का देहांत हो चुका है। पांच भाई बहनों में राकेश सबसे बड़ा था। उसके तीन छोटी शादीशुदा बहने एवं अविवाहित छोटा भाई दीपक (25) है। राकेश के दो चाचाओं में एक राजकुमार तारानगर में तथा दूसरा बृजलाल परिवार के साथ नेपाल रहता है।




घर में मचा कोहराम

मां, बेटे एवं बहू तीनों के शव लेकर शाम 4.30 बजे एम्बुलेंस तारानगर के वार्ड 25 में पहुंची तो शवों को देख परिजन एवं रिश्तेदारों में कोहराम मच गया।महिलाएं दहाड़े मारकर रोने लगी। आस-पास के लोगों ने ढाढ़स बंधाया कर परिवारजनों को शांत किया।




खाटूृश्यामजी से लौट रहे थे जयपुर

राकेश सोमवार को मंा, पत्नी, बेटे व भाई के साथ साथ खाटूश्यामजी मंदिर में धोक लगाकर कार से जयपुर लौट रहा था। मंगलवार सुबह चौमू के निकट ट्रोले एवं कार की टक्कर में राकेश, उसकी मां व पत् नी की मौत हो। भाई दीपक गंभीर घायल हो गया जबकि चार वर्षीय पुत्र को मामूली चोट आई।




मंगलवार शाम निकली मित्तल परिवार के तीन सदस्यों की शव यात्रा में भाजपा नेता रामसिंह कस्वां, नगरपालिका अध्यक्ष जसवंत स्वामी, उपाध्यक्ष राकेश जांगिड़, भाजपा नगर अध्यक्ष सुशील सरावगी सहित कस्बे के अनेक लोग शामिल हुए।







मासूम ध्रुव ने पिता से मांगी थी नई पिचकारी

चार साल का मासूम धु्रव। अभी पिछले वर्ष से ही तो स्कूल जाने लगा है। होली पर नई पिचकारी व रंग लाने की जिद कर रहा था।




मां से नए कपड़े की मांग की थी तो पिता से नई पिचकारी की। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।अब ना मां रही ना पिता।




दादी भी साथ चल बसी। अकेला रह गया ध्रुव।कोई उसे दिलासा दे रहा था, मां व पिता आने वाले हैं तो कोई गोद में लेकर दुलार रहा था।




भले ही उसे कोई हकीकत नहीं बता रहा हो,लेकिन मासूम निगाहें आज बड़ी हो गई थी। शाम को सबकुछ समझकर वह भी गुमसुम हो गया।




ना रोटी खाई ना टॉफी। दूध को भी मुंह नहीं लगाया। धु्रव जब मम्मी कहकर आंसू बहाने लगा तो बड़ों के नयन भी छलक उठे।

होली के देवता होलिका के गुमनाम प्रेमी "ईलोजी"

होली के  देवता होलिका के गुमनाम प्रेमी "ईलोजी"


हमारे ग्रंथों मे सैंकडों ऐसे पात्र हैं, जिनका उनके समय के घटनाक्रम मे एक अहम योगदान रहा था। परन्तु किसी ना किसी कारणवश उनका नाम और काम हाशिए पर धकेल दिया गया। कुछ लोगों का उस समय के शासकों ने अपने हित मे उपयोग कर उन्हें दूध की मक्खी की तरह अलग कर दिया तो कुछ के काम का मुल्यांकन सही ना हो पाने की वजह से वे नेपथ्य मे चले गये। ऐसा ही एक नाम है इलोजी। असुर राज हिरण्यकश्यप की बहन होलिका और पडोसी राज्य के राजकुमार इलोजी एक दूसरे को दिलोजान से चाहते थे। इलोजी के रूप-रंग के सामने देवता भी शर्माते थे। सुंदर, स्वस्थ,सर्वगुण संपन्न साक्षात कामदेव का प्रतिरूप थे वे। इधर होलिका भी अत्यंत सुंदर रूपवती युवती थी। लोग इनकी जोडी की बलाएं लिया करते थे। । उभय पक्ष की सहमति से दोनों का विवाह होना भी तय हो चुका था। परन्तु विधाता को कुछ और ही मंजूर था। हिरण्यकश्यप अपने पुत्र के प्रभू प्रेम से व्यथित रहा करता था। उसके लाख समझाने-मनाने पर भी प्रह्लाद की भक्ती मे कोई कमी नहीं आ पा रही थी। धीरे-धीरे हिरण्यकश्यप की नाराजगी क्रोध मे बदलती चली गयी और फिर एक समय ऐसा भी आ गया कि उसने अपने पुत्र को सदा के लिये अपने रास्ते से हटाने का दृढसंकल्प कर लिया। परन्तु लाख कोशिशों के बावजूद भी वह प्रह्लाद का बाल भी बांका नही कर पा रहा था। राजकुमार का प्रभाव जनमानस पर बहुत गहरा था। राज्य की जनता हिरण्यकश्यप के अत्याचारों से तंग आ चुकी थी। प्रह्लाद के साधू स्वभाव के कारण सारे लोगों की आशाएं उससे जुडी हुई थीं। हिरणयकश्यप ये बात जानता था। इसीलिये वह प्रह्लाद के वध को एक दुर्घटना का रूप देना चाहता था और यही हो नहीं पा रहा था। इसी बीच उसे अपनी बहन होलिका को मिले वरदान की याद हो आई, जिसके अनुसार होलिका पर अग्नि का कोई प्रभाव नहीं पडता था। उसने होलिका को अपनी योजना बताई कि उसे प्रह्लाद को अपनी गोद मे लेकर अग्नि प्रवेश करना होगा। होलिका पर तो मानो वज्रपात हो गया। वह अपने भतीजे को अपने प्राणों से भी ज्यादा चाहती थी। बचपन से ही प्रह्लाद अपनी बुआ के करीब रहा था, बुआ ने ही उसे पाल-पोस कर बडा किया था। जिसकी जरा सी चोट से होलिका परेशान हो जाती थी, उसीकी हत्या की तो वह कल्पना भी नही कर सकती थी। उसने भाई के षडयन्त्र मे भागीदार होने से साफ़ मना कर दिया। पर हिरण्यकश्यप भी होलिका की कमजोरी जानता था, उसने भी होलिका को धमकी दी कि यदि उसने उसका कहा नही माना तो वह भी उसका विवाह इलोजी से नहीं होने देगा। होलिका गंभीर धर्मसंकट मे पड गयी थी, वह अपना खाना-पीना-सोना सब भूल गयी। एक तरफ़ दिल का टुकडा, मासूम भतीजा था तो दूसरी तरफ प्यार, जिसके बिना जिंदा रहने की वह कल्पना भी नहीं कर सकती थी। आखिरकार उसने एक अत्यन्त कठिन फ़ैसला कर लिया और भाई की बात मान ली, क्योंकि उसे डर था कि कहीं हिरण्यकश्यप इलोजी को कोई नुक्सान ना पहुंचा दे। निश्चित दिन, उसने अपने वरदान का सहारा प्रह्लाद को दे, उसे अपनी गोद मे ले अग्नि प्रवेश कर अपना बलिदान कर दिया, पर उसके इस त्याग का किसी को भी पता नहीं चल पाया। यही दिन होलिका और इलोजी के विवाह के लिए भी तय किया गया था। इलोजी इन सब बातों से अंजान अपनी बारात ले नियत समय पर राजमहल आ पहुंचे। वहां आने पर जब उन्हें सारी बातें पता चलीं तो उन पर तो मानो पहाड टूट पडा, दिमाग कुछ सोचने समझने के काबिल न रहा। पागलपन का एक तूफ़ान उठ खडा हुआ और इसी झंझावात मे उन्होंने अपने कपडे फाड डाले और होलिका-होलिका की मर्म भेदी पुकार से धरती-आकाश को गुंजायमान करते हुए होलिका की चिता पर लोटने लगे। गर्म चिता पर निढाल पडे अपने आंसुओं से ही जैसे चिता को ठंडा कर अपनी प्रेयसी को ढूंढ रहे हों। उसके बाद उन्होंने आजीवन विवाह नहीं किया। वन-प्रातों मे भटकते-भटकते सारी जिंदगी गुजार दी। आज भी राजस्थान में उन्हें सम्मान की दृष्टी से याद किया जाता है। उन्हें विशेष मान्यता प्राप्त है वहां के जनमानस में। वे जिंदा हैं वहां के लोक गीतों तथा कहानियों मे।

अक्षरधाम: दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर, गिनीज बुक में दर्ज है नाम



नई दिल्ली में स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का नाम दुनिया के सबसे विस्तृत मंदिर के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में 2005 में दर्ज हुआ। यह खूबसूरत मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होने के साथ ही, बहुत ही सुंदर और आकर्षक आर्किटेक्चर के शानदार उदाहरणों में से एक है।

यह मंदिर 10,000 वर्ष पुरानी भारतीय संस्कृति के प्रतीक को बहुत विस्मयकारी, सुंदर, बुद्धिमत्तापूर्ण और सुखद रूप से प्रस्तुत करता है। मंदिर भारतीय शिल्पकला, परंपराओं और प्राचीन आध्यात्मिक संदेशों के तत्वों को शानदार ढंग से दिखाता है। स्वामीनारायण अक्षरधाम परिसर का निर्माण कार्य एचडीएच प्रमुख बोचासन के स्वामी महाराज श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के आशीर्वाद से और 11,000 कारीगरों और हज़ारों बीएपीएस स्वयंसेवकों के धार्मिक प्रयासों से केवल पांच साल में पूरा हुआ था।
अक्षरधाम: दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर, गिनीज बुक में दर्ज है नाम


मंदिर की विशेषताएं -




नीलकंठ वर्णी अभिषेक- एक प्रतिष्ठित आध्यात्मिक परंपरा, जिसमें विश्व शांति और व्यक्ति, परिवार और मित्रों के लिए अनवरत शांति की प्रार्थनाएं की जाती हैं। इस अभिषेक के लिए भारत की 151 पवित्र नदियों, झीलों और तालाबों के पानी का उपयोग किया जाता है।

ये प्रदर्शनियां हैं आकर्षण-




हॉल 1 - हॉल ऑफ वैल्यूज़ (50 मिनट)

अहिंसा, ईमानदारी और आध्यात्मिकता का उल्लेख करने वाली फिल्मों और रोबोटिक शो के माध्यम से चिरस्थायी मानव मूल्यों का अनुभव।




हॉल 2 - विशाल पर्दे पर फिल्म (40 मिनट)

नीलकंठ नामक एक ग्यारह वर्षीय योगी की अविश्वसनीय कथा के माध्यम से भारत की जानकारी लें। जिसमें भारतीय रीति-रिवाज़ों को संस्कृति और आध्यात्मिकता के माध्यम से जीवन-दर्शन में उतारा गया है। इसकी कला और शिल्पकला का सौंदर्य तथा अविस्मरणीय दृश्यावलियों, ध्वनियों और इसके प्रेरक पर्वों को अनुभव किया जा सकता है।




हॉल 3 - कल्चरल बोट राइड (15 मिनट)

भारत की शानदार विरासत के 10,000 वर्षों का सफर कराती है। इसमें आप भारत के ऋषियों-वैज्ञानिकों की खोजों और आविष्कारों की जानकारी लें। विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला देखें। अजंता-एलौरा की गुफाओं से होकर जाएं और प्राचीन काल से ही मानवता के प्रति भारत के योगदान की जानकारी लें।

संगीतमय फव्वारा - जीवन चक्र (सुबह के बाद शाम को - 15 मिनट)

एक दर्शनीय संगीतमय फव्वारा शो। इसमें भारतीय दर्शन के अनुरूप जन्म, जीवनकाल और मृत्यु चक्र का उल्लेख किया जाता है।




गार्डन ऑफ इंडिया- साठ एकड़ के हरे-भरे लॉन, बाग और कांस्य की उत्कृष्ट प्रतिमा, भारत के उन बाल-वीरों, वीर योद्धाओं, राष्ट्रीय देशभक्तों और महान महिला विभूतियों का सम्मान किया गया है, जो मूल्यों और चरित्र के प्रेरणास्रोत रहे हैं।




लोटस गार्डन- कमल के आकार का एक बगीचा उस आध्यात्मिकता का आभास देता है, जो दर्शनशास्त्रियों, वैज्ञानिकों और लीडरों द्वारा बताई जाती है।

कहां स्थित है-राष्ट्रीय राजमार्ग 24, अक्षरधाम सेतु, नई दिल्ली, भारत - 110092




नजदीकी मेट्रो स्टेशन-

अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन (पैदल - 200 मीटर / 7 मिनट)।




परिसर में प्रवेश - निःशुल्क कोई टिकट नहीं।




समय

प्रथम प्रवेश: प्रातः 9:30 बजे

अंतिम प्रवेश: सायं 6:30 बजे

प्रदर्शनी समय: प्रातः10:00 बजे से 5:30 बजे।




प्रवेश

परिसर में प्रवेश- निःशुल्क कोई टिकट नहीं।

मंदिर एवं बागीचे - निःशुल्क कोई टिकट नहीं।

प्रदर्शनी एवं संगीतमय फव्वारा - शुल्क 7 टिकट।

अभिषेक दर्शन- निःशुल्क कोई टिकट नहीं।

अभिषेक पूजा- टिकट शुल्क।




केवल प्रदर्शनी हेतु

वयस्क (12 वर्ष एवं अधिक) रु. 170

वरिष्ठ नागरिक (65 वर्ष एवं अधिक) रु. 125

बच्चा (4 से 11 वर्ष) रु. 100

बच्चा (4 वर्ष से कम) निःशुल्क

केवल संगीतमय फव्वारा हेतु:

वयस्क (12 वर्ष एवं अधिक) रु. 30

वरिष्ठ नागरिक (65 वर्ष एवं अधिक) रु. 30

बच्चा (4 से 11 वर्ष) रु. 2

बच्चा (4 वर्ष से कम)




सुविधाएं-

पार्किंग- वाहन के प्रकार के अनुसार दरें।

अमानती समानघर- मालिक के जोखिम पर डिपॉजिट (निःशुल्क)

फोटोग्राफ (शुल्क पर)

व्हीलचेयर- रिफंडेबल डिपॉजिट - रु. 100

फूड कोर्ट- भोजन, स्नेक्स एवं पेय-पदार्थ (केवल 100 रु. शाकाहारी)।

मंगलवार, 3 मार्च 2015

भ्रष्ट मेजर को दो साल की सजा

भ्रष्ट मेजर को दो साल की सजा


सीबीआई मामलों की विशेष अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में सेना के मेजर अनिन्दय रॉय को दो साल की सजा के आदेश दिए है।

यह आदेश सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश गिरिशकुमार शर्मा ने परिवादी नरेन्द्रकुमार की ओर से दायर परिवाद की सुनवाई करते हुए दिए।

मेजर रॉय को सीबीआई की भ्रष्टाचार विंग ने यूनिट में टेंडर स्वीकृत करने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

प्रकरण के अनुसार वर्ष 2011 में सेना की युनिट में मेजर रॉय कार्यरत थे। इस दौरान एक टेंडर स्वीकृत करने के लिए नरेन्द्रकुमार से 20 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत नरेन्द्रकुमार ने सीबीआई की भ्रष्टाचार विंग में की। जिस पर कार्रवाही करते हुए भ्रष्टाचार विंग ने 29 दिसम्बर 2011 को जीएमईएस के कार्यालय में आरोपी मेजर रॉय को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

सीबीआई की ओर से लोक अभियोजक एसएस यादव व राकेशकुमार ने पैरवी की। मेजर रॉय वर्तमान में उत्तर-पूर्व में पदस्थ है तथा सजा सुनने के लिए सोमवार को अदालत में मौजूद थे।

बाड़मेर जिलानी पीर की सभाओ की गूंज विधानसभा में,धर्म सभाओ का उद्देश्य क्या वीजा भ्रमण का

बाड़मेर जिलानी पीर की सभाओ की गूंज विधानसभा में,धर्म सभाओ का उद्देश्य क्या वीजा भ्रमण का 


जसवंत सिंह का मुस्लिमो में प्रभाव कम करने के उद्देश्य से कराई पीर की बाड़मेर सभाए


बाड़मेर जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने जिस कदर हिन्दू एजेंडो को एक तरफ रख मुफ़्ती मोहम्मद सैयद को मुख्यमंत्री बना मुस्लिमो को राजी करने का प्रयास किया वैसा ही प्रयास राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में किया जब पाकिस्तान से आये जिलानी समुदाय के धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी की में बिना अनुमति के ताबड़तोड़ सभाए कराई ताकि बीजेपी के पूर्व नेता जसवंत सिंह का मुस्लिम प्रेम को कम किया जा सके ,पीर ने खुले आम अपनी सभाओ में वसुंधरा राजे के हाथ मजबूत करने का आह्वान तक किये ,इधर मंगलवार को विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी ने पीर का मामला उठा कर सरकार को सकते में डाल दिया ,डूडी लगाया की पाकिस्तान से आये धर्म गुरु की वीजा गलत तरीके से जारी तथा उन्होंने अवैध तरीके से सरहदी क्षेत्रो में धर्म सभाओ का आयोजन किया ,इन सभाओ के आयोजन की स्वीकृति स्थानी जिला प्रशासन से नहीं ली गयी। विधानसभा में पीर का मामला उठाने के बाद माहौल गरमा गया।




पाकिस्तान के पश्चिमी सीमा पर बेस बाड़मेर जिले के नेशनल हाई वे 15 के पश्चिमी क्षेत्र में विदेशी नागरिको के जाने पर पूर्णत प्रतिबन्ध हे,पश्चिमी क्षेत्र में जाने के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय से विशष स्वीकृति लेनी होती हैं ,. धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक परिस देश मुख ने बताया की केंद्र सरकार द्वारा उन्हें सरहदी प्रतिबंधित क्षेत्र में भ्रमण की स्वीकृति दे राखी थी। जबकि जिला कलेक्टर ने कहा की पाकिस्तान से आये पीर साब की सभाओ की स्वीकृति जिला प्रशासन से नहीं ली गयी ,यदि पुलिस अधीक्षक या सम्बंधित थानाधिकारी से स्वीकृति रिपोर्ट ली हे तो पता करते हैं ,.




प्रश्न यह हे की राष्ट्रिय सुरक्षा से जुड़े मसाले पर राष्ट्रिय संविधान यह कहता हैं की पश्चिमी क्षेत्र में किसी भी विदेशी नागरिक को जाने पर प्रतिबन्ध हैं विशेष परिस्थितियों में आज्ञा दी जाती हे तो अपने परिचितों से मिलने के आलावा कोई गतिविधि नहीं ,करेंगे ख़ास कर सरहदी क्षेत्र में धार्मिक सभाए आयोजित नहीं का सकते ,मगर बाड़मेर जिले के सरहदी क्षेरो में पीर जिलानी द्वारा दर्जनो धर्म सभाओ का आयोजन जिला प्रशासन से अनुमति लिए बिना कर दिया गया ,




जबकि कानून के अनुसार देश का कोई नागरिक सभा का आयोजन करे तो उसे सम्बंधित उप खंड अधिकारी या कार्यपालक मजिस्ट्रेट से माइक लगाने की अनुमति लेनी पड़ती हैं मगर पीर जिलानी के मामले में नियमो की पालना नही हुई। आखिर पाकिस्तान से आये समुदाय विशेष के धर्म गुरु सरहदी क्षेत्रो में सभाए करने की क्या जरुरत आन पड़ी ,




बाड़मेर में पीर धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी की सभाओ के आयोजन की अनुमति जिला प्रशासन से नही ली गयी ,पुलिस स्तर पर कोई परमिशन ली गयी हे तो पता करवाता हूँ। शर्मा जिला कलेक्टर बाड़मेर




धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी को केंद्र सरकार ने क्षेर में भ्रमण की अनुमति दी हैं ,अलग से कोई अनुमति स्थानीय स्तर पर जारी नही हुई ,उन्होंने धर्म सभाए नहीं की ,लोग मिलाने उनके पास बड़ी तादाद में पहुंचे। परिस देशमुख पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

राज्यसभा में मोदी सरकार चित



नई दिल्ली, । राज्यसभा में सरकार के अल्पमत में होने की बेबसी मंगलवार को सामने आ गई। राष्ट्रपति के अभिभाषण में संशोधन पर लोकसभा में प्रचंड बहुमत वाली मोदी सरकार राज्यसभा में चित हो गई।

सत्ता पक्ष की मान-मनुहार के बावजूद ताकत दिखाने पर तुले विपक्ष ने अभिभाषण पर वोटिंग के जरिये सरकार को नीचा दिखाया। विपक्ष के संशोधन प्रस्ताव पर सरकार 118 के मुकाबले 57 वोटों से हार गई। प्रधानमंत्री मोदी उस वक्त राज्यसभा में मौजूद थे। वोटिंग में हार के बाद सरकार को राष्ट्रपति के अभिभाषण में विपक्ष का संशोधन शामिल करने पर बाध्य होना पड़ा।

अड़े येचुरी

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल को लेकर माकपा पर करारे हमले किए थे। प्रधानमंत्री के हमले से तिलमिलाए सीताराम येचुरी अभिभाषण को लेकर अपने संशोधन पर अड़ गए। उनकी मांग थी कि उनके संशोधन को अभिभाषण में जोड़ा जाए।

इसके मुताबिक राष्ट्रपति के अभिभाषण में यह भी जोड़ा जाना था कि 'सरकार कालेधन को वापिस लाने में विफल रही है।' दरअसल, उनका कहना था कि राज्यसभा की परंपरा के मुताबिक प्रधानमंत्री व सदन के नेता के भाषण के बाद विपक्ष सवाल पूछ सकता है।

नायडू की गुजारिश अनसुनी

जबकि, संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने ऐसी परंपरा न होने की बात कहते हुए अभिभाषण के पारित हो जाने की गुजारिश की। नायडू ने येचुरी से कहा कि 'आपको अधिकार है। आपकी बात नोट कर ली गई है। कृपया मत विभाजन न कराएं।' लेकिन उनकी गुजारिश को येचुरी ने अनसुनी कर दी।

सपा ने संशोधन वापस लिया

सपा सहित कई विपक्षी पार्टियों ने संसदीय कार्यमंत्री की गुजारिश पर अपने संशोधन प्रस्तावों को वापस भी ले लिया। लेकिन सीताराम येचुरी अपने संशोधन पर अड़ गए। इसके बाद हुए मत विभाजन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर काले धन और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर विपक्ष का प्रस्ताव पास हो गया।

पहले भी पास हुए हैं ऐसे संशोधन

यह चौथा मौका है जब राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष का संशोधन पास हुआ है। इससे पहले जनवरी 1980 में जनता पार्टी सरकार के दौरान, नवंबर 1989 में वीपी सिंह की सरकार के दौरान जबकि मार्च 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय भी विपक्ष ने सरकार को राज्यसभा में संशोधनों के लिए बाध्य किया था। हालांकि, ऐसा पहली बार है जब पूर्ण बहुमत से चुनी एक पार्टी की सरकार को इस असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है।

जैसलमेर 05 बाल श्रमिको को मुक्त करवाकर, खाने की होटल के मालिक के विरूद्ध कार्यवाही



जैसलमेर मानव तस्करी विरोधी इकाई जैसलमेर द्वारा बाल श्रम की रोकथाम की  बडी कार्यवाही
जैसलमेर 05 बाल श्रमिको को मुक्त करवाकर, खाने की होटल के मालिक के विरूद्ध कार्यवाही



जैसलमेर पुलिस ने  गोपनीय सूचना व सर्वे रिपोर्ट अनुसार बाल श्रम की रोकथाम व बालको को संरक्षण , देखभाल व पुर्नवास के सम्बध मे चलाये जा रहे विशेष अभियान के अन्तर्गत डॉ राजीव पचार पुलिस अधीक्षक जिला जैलसमेर के आदेशानुसार रतनलाल निपु प्रभारी मानव तस्करी विरोधी ईकाई जैसलमेर मय जाब्ता हैड कानि. केवलदास, कानि0 शेलेन्द्र कुमार, मानाराम कानि 271 जरिये सरकारी वाहन चालक मठारखाॅ के सादा वस्त्रो मे व जिला बाल कल्याण समिती जैसलमेर की सदस्या श्रीमति तुलछी देवी की मौजुदगी में स्पेशल गुजराती ढाबा नीरज बस स्टेण्ड चैराहा की तलाशी उसके मालिक कालुखाॅ की मौजुदगी में ली गई तो छोटी-छोटी उम्र के चार पाॅच बालक वेटर व होटल में खाने के बर्तन धोने का काम करते क्रमसः आलमखाॅ पुत्र गाजीखाॅ उम्र 16 साल जाति मुसलमान निवासी लुणार पुलिस थाना सम, मोयबखाॅ पुत्र हलीमखाॅ मुसलमान उम्र 16 साल निवासी रावडी चक नेगरडा पुलिस थाना सांगड, मोयबखाॅ पुत्र प्रतापखाॅ उम्र 12 साल जाति मुसलमान निवासी रउ का पार पुलिस थाना सम, सुभानखाॅ पुत्र मीठेखाॅ मुसलमान उम्र 17 साल निवासी रावडी चक नेगरडा पुलिस थाना सांगड व खंगारखाॅ पुत्र कलेखाॅ मुसलमान उम्र 16 साल निवासी नीम्बा पुलिस थाना सम जिला जैसलमेर पाये गये। उक्त बालको से इस ढाबे में विगत दो माह से बाल श्रम करवाना बताया, जिन्हे बाल श्रम की रोकथाम व पुर्नवास हेतू हस्बकायदा पुलिस संरक्षण में लिया गया। इस प्रकार उक्त ढाबा मालिक का उक्त कृत्य किशोर न्याय अधिनियम के तहत दण्डनीय होने से होटल मालिक कालुखाॅ पुत्र मोहम्मदखाॅ मुसलमान निवासी तिबनीयार पुलिस थाना गिराब जिला बाडमेर हाल गुजराती स्पेशल ढाबा जैस्लमेर के विरूद्व प्रकरण दर्ज कर जाॅच जेठाराम निरीक्षक पुलिस, थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली को सूपूर्द की गई।

पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ने बताया कि राज्य में बाल श्रम की रोकथाम व बालको को संरक्षण, देखभाल व पुर्नवास करने हेतु जिला स्तर मानव तस्करी विरोधी ईकाई का गठन किया गया। जो आगे भी इसी प्रकार बाल श्रम को रोकने के लिए कार्यवाही करती रहेगी। इसलिए कोई भी व्यक्ति अपने होटल, रेस्टोरेट, दूकान इत्यादि में बालकों से श्रम ना करवावे। अगर किसी व्यक्ति के विरूद्ध ऐसी शिकायत या सूचना मिलती है तो उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

 

फीकी पड़ रही चंग की रंगत थार में

फीकी पड़ रही चंग की रंगत थार में 


ओम प्रकाश सोनी 
बालोतरा। होली पर्व को लेकर बालोतरा में फाग की मस्ती को दुगुना करने वाले वाद्य यंत्र चंग कर ब्रिकी जोरोे पर है। शहर में चंग विक्रेताओ की दुकानो पर चंग खरीदने वाले लोगो की भीड़ उमड़ रही है। बाजार में मांग के अनुसार पांच सो रूपये से लेकर दो हजार रूपयो के चंग उपलब्ध है। विषेषकर ग्रामीण इलाको में होली पर चंग की थाप पर फाग गाने की प्रथा ओर रवायतो को लोग जीवीत रखे हुये है। इस बार मंहगाई की मार चंग पर भी दिखने लगी है। चंग को बनाने का वर्षो से काम करते आ रहे लोग बताते है कि आधुनिक संगीत यंत्रो ओर डीजे आदि के सामने चंग ओर ढोल जेसे परम्परागत वाद्य यंत्रो की चमक फीकी पड़ने लगी है। चंग बनाने में मेहनत बहुत लगती है पर मुनाफा नाम मात्र का होता है। मंहगाई की मार से चंग की किमते भी बढ गई है। चंग खरीदने आने वाले लोगो को चंग की उची कीमत एक बार खरीद करने से पहले सोचने को मजबूर करती है। चंग के निर्माताओ को कहना है कि वर्ष दर वर्ष चंग की बिक्री में कमी आ रही है। ऐसे में आने वाले समय में होली की मस्ती ओर चंग की थाप का आने वाली पीढी आनंद ही नही ले पायेगी।

जोधपुर राष्ट्रपति पहुंचे जोधपुर ,राजयपाल ने की अगवानी

जोधपुर राष्ट्रपति पहुंचे जोधपुर ,राजयपाल ने की अगवानी 
जोधपुर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के 3 व 4 मार्च को जोधपुर यात्रा पर आज शाम जोधपुर पहुंचे जन्हा राज्य पल कल्याण सिंह ने उनकी अगवानी की तथा वायुसेना और प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। एयरफोर्स के जवान, पॉयलट, जिप्सी व बुलेट गाडि़यों के साथ सर्किट हाउस पहुंचे 

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का जोधपुर यात्रा के दौरान तीन मार्च को सर्किट हाउस में रात्रि विश्रामकरेंगे।  अगले दिन राष्ट्रपति 4 मार्च को वायुसेना स्टेशन पर आयोजित होने वाले 2 स्क्वाड्रन के प्रेसिडेंसियल स्टेंर्ड प्रदान करने के समारोह में भाग लेंगे।

कांग्रेस के आठ विधायक निलंबित, मार्शलों ने निकाला बाहर



जयपुर भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में विधानसभा पर प्रदर्शन कर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का मामला मंगलवार को सदन में गूंजा।



यूथ कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक अशोक चांदना की पुलिस द्वारा की गई पिटाई के विरोध में नारेबाजी कर रहे कांग्रेस के आठ विधायकों और एक निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल को विधानसभा अध्यक्ष ने शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया।




निलंबित किए गए विधायकों को मार्शल ने सदन से बाहर निकाला। इसके बाद सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।

नेता प्रतिपक्ष के अभिभाषण के दौरान हुआ मामला

बताया जा रहा है कि आज राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष अपने बयान दे रहे थे।




इसी दौरान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और हिंडौली से विधायक अशोक चांदना सदन में आए और पुलिस द्वारा उनकी पिटाई से हुए जख्म दिखाने लगे।




जिसे देखकर कांगे्रेस विधायक उत्तेजित हो गए और वैल में आ गए। इनके साथ ही निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल वैल में आ गए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।




इस पर संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कुछ सदस्यों की एक कमेटी बनाई जाएगी जो उस पूरे घटनाक्रम की वीडियो फुटेज देखेगी और उसके बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाऊ कार्रवाई की जाएगी।




पर विपक्ष के विधायक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। और सरकार विरोधी नारे वैल में लगा रहे थे। इस समय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी सदन में मौजूद थी।




विपक्ष के विधायकों को बार-बार आग्रह करने भी वे अपनी सीट पर नहीं पहुंचे। जिस पर मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने कहा कि इससे सदन की कार्रवाई बाधित हो रही है।




इस दौरान विपक्ष के विधायकों की कालूलाल गुर्जर के साथ भी कई बार तीखी नोंक-झोंक हुई। इसके बाद सरकार ने हंगामा कर रहे कांग्रेस सहित नौ विधायकों के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव पेश कर दिया।




इसके बाद अध्यक्ष निलंबित किए गए सभी विधायकों को सदन से बाहर जाने के लिए कहा लेकिन बाहर नहीं जाने पर आसन मार्शल को विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया, जिस पर मार्शल से सदन से विधायकों को बाहर निकाल दिया।

विधानसभा के इतिहास में पहला मौका

बताया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा के इतिहास में ये पहला मौका है जब एक साथ नौ विधायकों को शेष सत्र के लिए निलंबित किया गया है।

इन्हें किया निलंबित

विधायक अशोक चांदना, हनुमान बेनीवाल, सुखराम विश्नोई, श्रवण कुमार, गिर्राज सिंह, धीरज गुर्जर, रमेश मीणा है।

जयपुर में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, कई जख्मी



जयपुर केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए जा रहे भूमि अधिग्रहण बिल के वरोध में विधानसभा का घेराव कर रहे यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। पुलिस की ओर से किए गए लाठीजार्ज में यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक अशोक चांदना सहित कई कार्यकर्ताओं को गंभीर चोंटे आई हैं।




जानकारी के अनुसारमंगलवार को यूथ कांग्र्रेस के कार्यकर्ता राजधानी के उद्योग मैदान पर केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद कार्यकर्ता विधानसभा की ओर से बढऩे लगे।




इस दौरान पुलिस और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। कार्यकर्ताओं बैरिकेट्स तोडऩे प्रयास किया। इस पर पुलिस और कार्यकर्ताओं धक्का-मुक्की हो गई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं ने तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया।




लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन पायलट भी धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठ गए और दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की।




इससे पहले यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि कहा कि किसान को बिजली नहीं, फसल का उचित दाम नहीं, यूरिया नहीं फिर भी किसान ने कर्ज लेकर फसल उगाई।




प्रकृति का प्रकोप हो गया और बारिश व ओलावृष्टि से किसानों का नुकसान हो गया। ऊपर से राज्य के कृषि मंत्री का गैर जिम्मेदाराना




बयान दे रहे है। यूरिया संकट के समय भी इनके बयान किसान विरोधी आते रहे हैं।




उन्होंने कहा कि राजस्थान कृषि प्रधान राज्य है इसलिए सरकार को गंभीरता दिखाते हुए अविलंब सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजे का ऐलान करना चाहिए। समझ में नहीं आता संकट के समय सरकार किसानों के आमने-सामने खड़ी दिखाई क्यों देती है।

बाड़मेर कचहरी परिसर से सरकारी खबरें जन जागृति के लिए सभी की सहभागिता जरूरी- शर्मा

बाड़मेर कचहरी परिसर से सरकारी खबरें 
मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण हेतु राष्ट्रीय अभियान का शुभारम्भ
जन जागृति के लिए सभी की सहभागिता जरूरी- शर्मा
बाडमेर, 3 मार्च। मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण हेतु राष्ट्रीय अभियान का जिला स्तर पर शुभारम्भ मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी मधुसूदन शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभिन्न राजनैतिक दलों के पदाधिकारी एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।

इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी शर्मा ने मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणिकरण के लिए अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा अभियान का सन्देश जन जन तक पहुंचाने का आहवान किया। उन्होने कहा कि इसके लिए सभी की सहभागिता एवं सहयोग अति महत्वपूर्ण है। उन्होने राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों से 15 मार्च तक प्रत्येक मतदान केन्द्र पर बूथ अभिकर्ता की नियुक्ति करने को कहा ताकि वे संबंधित बूथ लेवल अधिकारी से समन्वय कर अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित कर सकें।

शर्मा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अर्हता दिनांक एक जनवरी, 2015 के सन्दर्भ में 20 जनवरी, 2015 को अन्तिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूचियों में विद्यमान अशुद्धियों यथा मतदाताओं की दोहरी प्रविष्टियां, मतदाताओं को जारी दोहरे पहचान पत्र, एक ही मतदाता की फोटो का एक से अधिक बार मतदाता सूचियों में मुद्रित होना, नाम में अशुद्धि आदि को शुद्ध करने तथा आधार कार्ड नम्बर का अंकन मतदाता सूची में करने के लिए मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण हेतु विशेष सघन अभियान 3 मार्च से 31 जुलाई, 15 तक आयोजित किया जाएगा।

उन्होने बताया कि आयोग द्वारा मतदाताओं को दोहरी प्रविष्टियों के संबंध में स्वतः घोषणा की सुविधा भी दी गई है, जिसका लाभ अभियान के दौरान वे उठा सकते है। उन्होने बताया कि दोहरी प्रविष्टियों का होना काननून अपराध है तथा वे फार्म संख्या 7 के माध्यम से अपनी इच्छानुसार किसी एक स्थान से नाम हटवाने के लिए आवेदन कर सकते है। उन्होने बताया कि अभियान के दौरान विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा। प्रथम विशेष शिविर 12 अप्रेल, 2015 को प्रत्येक मतदान केन्द्र पर प्रातः 9.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक आयोजित किया जाएगा तत्पश्चात् प्रत्येक माह के द्वितीय रविवार को विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। अभियान के दौरान मतदाता सूचियों में पंजीकृत मतदाताओं के आधार कार्ड नम्बर, मोबाईल नम्बर व ई मेल आई डी भी निर्धारित प्रपत्र में संकलित किए जाएगें।

इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी ओ.पी. बिश्नोई ने बताया कि अभियान के दौरान मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण के साथ आधार कार्ड को मतदाता सूची से जोडने का कार्य किया जाएगा। उन्होने बताया कि जिले में आयोजित होने वाले भामाशाह शिविरों में आधार कार्ड भी बनाये जा रहे है। उन्होने मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणिकरण के अभियान के सफल संचालन के लिए सभी राजनैतिक दलों से सक्रिय सहयोग की अपील की।

इस दौरान मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण के राष्ट्रीय अभियान के शुभारम्भ के संबंध में फ्लैक्स बैनर का विमोचन भी किया गया। बैठक में स्वीप नोडल अधिकारी मुकेश पचैरी ने मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण के राष्ट्रीय अभियान के उदेृश्यों की जानकारी कराई। वहीं शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी लक्ष्मीनारायण जोशी ने मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण एवं प्रमाणीकरण की प्रक्रिया की विस्तार पूर्वक जानकारी कराई।

होली पर कानून व्यवस्था  के लिए निषेधाज्ञा
बाडमेर, 3 मार्च। जिला मजिस्टेªट मधुसूदन शर्मा ने होली व धुलण्डी के त्यौहार पर साम्प्रदायिक सद्भावना तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए निषेधाज्ञा जारी कर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रावधानों एवं प्रतिबन्धों को लागू किया है। आदेशानुसार जिले में किसी भी सम्प्रदाय का कोई भी व्यक्ति ऐसे आॅडियो कैसेट्स आदि नहीं चलायेगा और न ही ऐसे नारे लगायेगा जिससे अन्य सम्प्रदाय या व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुचती हो। कोई भी व्यक्ति रंग इस तरह से नहीं खलेंगे जिससे किसी दूसरे सम्प्रदाय की धार्मिक भावना को ठेस पहुचती हो एवं किसी धार्मिक स्थान, दुकान पर रंग, गुलाल, गुब्बारे आदि नहीं फेकेंगे और न ही किसी अन्य को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगे। रंग भरे गुब्बारे, घातक रसायन, धूल, कीचड, आॅयल पेन्ट आदि का उपयोग नहीं करेंगे एवं रंग खेलने के लिए अनिच्छुक व्यक्ति को न तो रंग लगायेंगे एवं न ही उन पर रंग फेंकेगे।

कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार के आग्नेय शस्त्र जैसे रिवाल्वर, पिस्टल, राइफल, बन्दूक एवं एम.एन. गन आदि तथा तेज धारदार हथियार, लाठी, स्टीक इत्यादि साथ लेकर सार्वजनिक स्थानों पर नहीं घूमेगा एवं न ही सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शन करेगा। इसी तरह कोई भी व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मदिरा का सेवन नहीं करेगा न ही किसी को सेवन करवायेगा तथा अधिकृत विक्रेताओं को छोडकर कोई भी व्यक्ति निजी उपयोग के कारण छोडकर किसी अन्य उपयोग हेतु सार्वजनिक स्थलों मे से मदिरा आवागमन नहीं करेगा।

उक्त आदेश 10 मार्च को रात्रि 12 बजे तक प्रभावी रहेगा। यह आदेश समस्त कार्यपालक मजिस्टेªट, पुलिस, सीमा सुरक्षा बल एवं अन्य एजेन्सियों के अधिकारियों/ कर्मचारियों पर जो कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा अवांछनीय गतिविधियों की रोकथाम एवं व्यवस्था की डयूटी के लिए उक्त क्षेत्र में उक्त समय के लिये तैनाती पर नियुक्त किये गए है, पर प्रभावी नहीं होगा।

-कानून एवं शांति व्यवस्था के लिए क्षेत्रवार मजिस्टेªट नियुक्त
बाडमेर, 3 मार्च। जिला मजिस्टेªट मधुसूदन शर्मा द्वारा एक आदेश जारी कर 5 मार्च को होलिका दहन, 6 को धुलण्डी, 21 को चेटीचण्ड, 28 को रामनवमी, 2 अप्रेल को महावीर जयन्ती, 3 को गुड फ्राईडे, 14 अप्रेल को डाॅ. अम्बेडकर जयन्ती व बैशाखी, 16 को सैन जयन्ती, 20 को परशुराम जयन्ती एवं 21 अप्रेल को अक्षय तृतीया के धार्मिक पर्वो के आयोजन के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 22 के तहत क्षेत्रवार मजिस्टेªट नियुक्त किए गए है।

जिला मजिस्टेªट द्वारा जारी आदेशानुसार उपखण्ड मजिस्टेªट बाडमेर को बाडमेर शहर, उपखण्ड मजिस्टेªेट बालोतरा को बालोतरा शहर, उपखण्ड मजिस्टेªट शिव को तहसील क्षेत्र शिव, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को तहसील क्षेत्र सिवाना, उपखण्ड मजिस्टेªट रामसर को तहसील क्षेत्र रामसर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट चैहटन को तहसील क्षेत्र चैहटन, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को तहसील क्षेत्र बायतु एवं उपखण्ड मजिस्टेªट गुडामालानी को तहसील क्षेत्र गुडामालानी, उपखण्ड मजिस्टेªेट धोरीमना को तहसील क्षेत्र धोरीमना के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार तहसील क्षेत्र बाडमेर (ग्रामीण), पचपदरा (ग्रामीण), सिणधरी, सेडवा व समदडी के लिए संबंधित तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टेªटों को मजिस्टेªट नियुक्त किया गया है। उक्त मजिस्टेªट्््स को निर्देश दिये गये है कि वे उक्त पर्वो के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने की पालना सुनिश्चित करेंगे। संबंधित उपखण्ड मजिस्टेªट अपने उपखण्ड की शांति व्यवस्था एवं निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

परीक्षाओं के मद्देनजर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर पाबंदी
बाड़मेर, 3 मार्च। माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, स्नातक एवं स्नातकोतर की होने वाली परीक्षाओं की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं के हितों को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट मधुसूदन शर्मा ने जिले में सभी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रो के प्रयोग पर पाबन्दी लगा दी है।

जिला मजिस्ट्रेट शर्मा ने उपरोक्त परिस्थितियों के मध्यनजर राजस्थान कोलाहल नियन्त्रण अधिनियम 1963 की धारा 5 में प्रदत शक्तियों का प्रयोग कर जिले में जहां बोर्ड/ महाविद्यालय के परीक्षा केन्द्र स्थापित है, उनके आस-पास किसी भी किस्म के ध्वनि विस्तारक यन्त्र जिसमें लाऊड स्पीकर, एम्पलीफायर, ग्रामोफोन आदि शामिल है, से कोलाहल उत्पन्न करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। यदि ऐसा करते कोई व्यक्ति या समूह पाया जाता है तो राजस्थान कोलाहल नियन्त्रण अधिनियम के अन्तर्गत वह अपराधी माना जाएगा।

आदेशानुसार विशेष आयोजनों एवं परिस्थितियों में यदि ध्वनि विस्तारक यन्त्रों को उपयोग मे लेने की आवश्यकता हो तो उस क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं थानाधिकारी से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद ही आदेशित शर्तो के अधीन धीमी गति से उक्त यन्त्रों का उपयोग किया जा सकेगा, लेकिन किसी भी परिस्थिति में सायं 8 बजे से प्रातः 6 बजे तक किसी व्यक्ति या समूह को ध्वनि विस्तारक यन्त्र के उपयोग की अनुमति प्रदान नहीं की जावेगी। साथ ही किसी पडौसी द्वारा आपति किए जाने पर अनुमति के बावजूद ध्वनि विस्तारण यन्त्रों का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा तथा उसे बन्द करवाया जा सकेंगा। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू होगा जो 31 मई, 2015 तक प्रभावी रहेगा।

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माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा परीक्षा केन्द्रों के लिए माइक्रोआॅब्जर्वर नियुक्त
बाडमेर, 3 मार्च। जिले में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संवेदनशील/अति संवेदनशील घोषित किए गए परीक्षा केन्द्रों पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं सुचारू रूप से सम्पन्न कराये जाने हेतु माइक्रो आॅब्जर्वर नियुक्त किए गए है।

जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टेªट मधुसूदन शर्मा द्वारा जारी आदेश के अनुसार पशु चिकित्सक बिशाला डाॅ. अमराराम को राउमावि बिशाला, पंचायत प्रसार अधिकारी पंचायत समिति बाडमेर भेराराम को राउमावि राणीगांव, पशु चिकित्सक मेहलू डाॅ. विजय टेलर को राउमावि सनावडा, पशु चिकित्सक सोनडी डाॅ. पूनमचन्द बिश्नोई को राउमावि भूणिया, आयुर्वेद चिकित्सक बायतु, अनिल कुमार वशिष्ठ को रामावि कानोड, पशु चिकित्सक हीरा की ढाणी डाॅ. टीकमचन्द अग्रवाल को राउमावि सवाउ पदमसिंह, आयुर्वेद चिकित्सक करमावास मौजीराम शर्मा को रामावि करमावास तथा पशु चिकित्सक कल्याणपुर डाॅ. महेन्द्र कुमार शर्मा को राउमावि कल्याणपुर के लिए माइक्रो आॅब्जर्वर नियुक्त किया गया है।

उक्त माइक्रो आॅब्जर्वर को निर्देश दिए गए है कि वे परीक्षा प्रारम्भहोने से परीक्षा समाप्ति तक परीक्षा की गतिविधियों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट गोपनीय रूप से जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक बाडमेर तथा अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर को भिजवाएगें। परीक्षा संबंधी किसी भी प्रकार की जानकारी हेतु जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) बाडमेर से मोबाइल नम्बर 8696477006 व नियन्त्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 02982- 230228 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने में युवा आगे आएंः शर्मा

सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने में युवा आगे आएंः शर्मा

-गुड़ामालाानी में एक दिवसीय युवा नेतृत्व प्रशिक्षण एवं समुदाय विकास कार्यक्रम आयोजित
बाड़मेर 3.3.15। सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने में युवा आगे आएं। सभी धर्म के लोगों के आपसी भाईचारे से देश मजबूत बनता है। युवा नशे की लत छुड़ाने की दिशा में भी भूमिका निभाएं।
यह बात गुड़ामालानी सरपंच दिनेश शर्मा ने नेहरू युवा केन्द्र की ओर से मंगलवार को राउप्रावि उदाणियों का वास गुड़ामालानी में आयोजित युवा नेतृत्व प्रशिक्षण एवं समुदाय विकास कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज के प्रति जागरूक होना चाहिए तथा देश हित में अपना योगदान देें।
नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक ओमप्रकाश जोशी ने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहकर मंजिल को प्राप्त करना चाहिए। युवा ही समाज विकास की धूरी है। देश का युवा जागृत हो जाए तो विकट परिस्थितियों में भी सफलता हासिल कर सकता है।
विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ अध्यापिका मोक्षसुधा जोशी ने कहा कि वर्तमान में युवतियों को पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर समाज व देश के हित में कार्य करना होगा। वर्तमान में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे रहकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
विशिष्ठ अतिथि अध्यापक आसूराम ने कहा कि युवा ही देश का भविष्य है। युवाओं को जीवन कौशल में पारंगत होना चाहिए। कौशल विकास में दक्ष होकर युवा अपना रोजगार स्वयं के द्वारा ही प्राप्त कर सकता है।
कार्यक्रम में संदर्भ व्यक्ति के रूप में रूबी चैधरी ने युवा एवं उसका नेतृत्व तथा व्यक्तित्व विकास के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर संदर्भ व्यक्ति तुलसी विश्नोई ने युवा एवं गांव, समाज व ग्राम समुदाय के बारे में विस्तृत जानकारी प्रशिक्षणार्थियांे को प्रदान की। कार्यक्रम में 50 संभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में हरदानराम चैधरी, हरखाराम भादू, हितेश बेनीवाल, राई पोटलिया, जसराज गौड़ ईसरोल, हिमांशु जोशी सहित कई युवा उपस्थित थे।

जैसलमेर कानिस्टेबल भर्ती परीक्षा शारीरिक मापतौल एवं शारीरिक दक्षता परीक्षा नो मार्च से

 जैसलमेर कानिस्टेबल भर्ती परीक्षा शारीरिक मापतौल एवं शारीरिक दक्षता परीक्षा नो मार्च से  

 जैसलमेरजिला जैसलमेर मे कानिस्टेबल सामान्य/ड्राईवर के पद पर भर्ती हेतु दिनांक 01.06.2014 को आयोजित की गई लिखित परीक्षा का परिणाम दिनांक 06.02.2015 को घोषित कर दिया गया है जिसमे उत्तीर्ण अभ्यार्थियों की शारीरिक मापतौल एवं शारीरिक दक्षता परीक्षा दिनांक 09.03.2015 से 14.03.2015 तक पुलिस लाईन जैसलमेर मे आयोजित की जा रही है। उत्तीर्ण अभ्यार्थियों को उक्त परीक्षा के समय संबंधित मूल प्रमाण पत्र एवं उनकी एक-एक प्रमाणित फोटो प्रति साथ मे लाना आवश्यक होगा । अभ्यार्थियों को चिकित्सक द्वारा दौड़ हेतु जारी फिटनेस प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होगा । भर्ती कार्यक्रम प्रत्येक दिन प्रातः  5.30 बजे शुरू हो जायेगा । 

बालोतरा।सेना ने दिया संदेष-बेटी बचाओ, बेटी पढाओ


बालोतरा।सेना ने दिया संदेष-बेटी बचाओ, बेटी पढाओ
ओम प्रकाश सोनी 

बालोतरा। पष्चिमी राजस्थान में घटते लिंगानुपात ओर भ्रुण हत्या जेसी सामाजिक कुरीतियो से लोगो को अवगत करवाने ओर जागरूकता लाने के लिये भारतीय सेना ने पहल की है। सेना ने जोधपुर ओर बाड़मेर जिले में लोगो की जागरूकता के लिये गरिमां के नाम से द किलर क्वार्डस साइकिल एक्सपीडिषन 2015 सफारी का आयोजन किया है। मंगलवार को यह सफारी बालोतरा पहुची। साइकिल रैली में सेना के 15 जवान शामिल है जो जोधपुर से 2 मार्च को रवाना हुये थे। यह रेली 1350 किलोमीटर बाडमेर ओर जोधपुर जिलो में जागरूकता की अलख जगाती हुई 10 मार्च को जोधपुर में समाप्त होगी। रेली में शामिल सेना के अफसरो ने बालोतरा के विद्यालयो में सेव गल्र्स अभियान के बारे में छात्र छात्राओ को जानकारी दी साथ ही सेना में केरीयर ओर विषेषकर महिलाओ के लिये सेना में एंट्री के बारे में योग्यता ओर प्रवेष परीक्षा की जानकारी दी। बालोतरा से यह रेली बायतु होते हुये बाड़मेर की ओर जायेगी। रेली के साथ आये सेना के केप्टन अभिेषेक शर्मा ने ने बताया कि यह अभियान सेना के सामाजिक सरोकारो को निभाने का प्रयास है। सेना की सोच है कि घटते लिंगानुपात से समाज का विघटन हो रहा है ओर जब समाज ही नही रहेगा तो सेना किसकी रक्षा करेगी। सेना के इस मुहित को लोगो को रेस्पोंस भी मिल रहा है।

पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ने बताया कि:-

नागौर राजस्थान: जन्म से पहले करा दी विधायक की शादी!



नागौर
राजस्थान विधानसभा की वेबसाइट पर नागौर जिले के मेड़ता विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुखाराम की जन्म तिथि 26 मई 1957 और इनके विवाह तिथि 3 जून 1905 है।


इन दोनों तारीखों को देखते हैं तो स्थिति हास्यास्पद जैसी ही नजर आती है। आखिर जन्म से 52 साल पहले शादी कैसे हो सकती है? एमएलए सुखाराम से उनकी शादी की सही तिथि के बारे में जाना तो वे भी इसका सही जबाव नहीं दे पाए।


विधानसभा की साइट पर नागौर जिले के चार विधायकों के एक भी बच्चा नहीं दर्शा रखा है। जबकि परिवहन मंत्री यूनुस खान के तीन, जायल विधायक डॉ. मंजू बाघमार के दो, खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के एक संतान व मकराना विधायक श्रीराम भींचर के चार संतान हैं।


मंत्री के तीन बच्चे, साइट पर एक भी नहीं
राज्य की सबसे महत्वपूर्ण मानी जाने वाली राजस्थान विधानसभा की साइट गड़बडियों का पुलंदा नजर आती है।

इसमें नागौर जिले के मंत्री सहित चार विधायक ऎसे हैं जिनके आंगन में तीन से चार बच्चे खेल रहे हैं, लेकिन साइट पर इन विधायकों के एक भी बच्चा नहीं है।

परिवहन मंत्री यूनुस खान के तीन संतान, जायल विधायक डॉ. मंजू बाघमार के दो संतान, खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के एक संतान व मकराना विधायक श्रीराम भींचर के चार संतान हैं। लेकिन साइट पर इन विधायकों के एक भी संतान का उल्लेख नहीं है।

मेल आईडी न व्यवसाय की जानकारी
अधिकांश विधायक फेसबुक व वाट्सअप से भी जुड़े हैं। लेकिन साइट पर इनकी मेल आईडी तक उपलब्ध नहीं है। कई विधायकों के व्यवसाय की भी जानकारी नहीं दी गई है।


सुनकर आ गई हंसी
वेबसाइट पर संतान नहीं होने संबंधी जानकारी बताने पर जायल विधायक डॉ.बाघमार हंसने लगी। बोली, अभी तो पूरी जानकारी दी थी। पता नहीं फिर सूचना अपडेट क्यों नहीं की।




इसी तरह विस की साइट पर जन्म से पहले शादी की बात बताने पर मेड़ता विधायक सुखाराम बोले, "आ तो गेली बात है।" विधायक से उनकी शादी की सही तिथि जानी तो उन्होंने भी अनभिज्ञता जता दी।

राजाखेड़ा अवैध संबंधों को लेकर वृद्ध की हत्या



राजाखेड़ा क्षेत्र की उटंगन नदी के तटवर्ती गांव श्रीपाल की गढ़ी के बीहड़ों में सोमवार सुबह एक वृद्ध का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने हत्या का छह घंटे में खुलासा कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।



थाना प्रभारी हरी सिंह मीणा ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर सोमवार सुबह उटंगन नदी के बीहड़ों में पुलिस को एक वृद्ध का शव मिला।




जिसकी शिनाख्त प्रताप सिंह (60) पुत्र खुन्नी निषाद के रूप में हुई। मृतक के पुत्र कैलाशी ने मामले की रिपोर्ट दर्जकराई है। जिसमें कासियापुरा निवासी सियाराम उर्फ लल्लू पुत्र भजनलाल निषाद पर हत्या का संदेह जताया।




छह घंटे में खुलासा

इसको लेकर पुलिस उपाधीक्षक रघुराज सिंह शेखावत ने उपनिरीक्षक हरी सिंह व विजय सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू की।




सीओ ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित सियाराम व मृतक प्रताप ङ्क्षसह दोनों ही वन विभाग में कर्मचारी थे।




इसके कारण घरों पर आना जाना था। इसी बीच आरोपित सियाराम के एक महिला से अवैध संबंध बन गए। जिनका प्रताप विरोध करता था।




इसी को लेकर रविवार की शाम मृतक प्रताप को आरोपित सियाराम शराब पिलाने जंगल की तरफ ले गया।




प्रताप को नशा होने पर सियाराम ने उसकी धारदार हथियार (गंडासा) से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित सियाराम को गिरफ्तार कर लिया।

सीकर एएसपी की बेटी ने फंदे पर झूलकर दी जान



सीकरजेतूसर में रविवार की रात एक युवती ने पंखे से अपनी चुन्नी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।  युवती का पिता दिल्ली आरएसी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात है।

युवती रविवार को ही भाई के साथ जयपुर से अपने घर जेतूसर आई थी। आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के पिता ने आत्महत्या का मामला दर्ज करवाया है।


जयपुर में कर रही थी तैयारी

पुलिस के अनुसार जेतूसर निवासी खेमचंद मीणा दिल्ली आरएसी में एएसपी हैं। उन्होंने रिपोर्ट दी कि उसकी बेटी प्रतिभा (24) जयपुर से रविवार को अपने घर आई थी।


शाम को खाना खाकर सो गई थी। सुबह देखा तो पंखे से चुन्नी का फंदा बनाकर लटकी मिली। प्रतिभा जयपुर में भाइयों के साथ रहकर आरजेएस की तैयारी कर रही थी।

बाड़मेर सरहद पर महिला शक्ति का कैमल कारवां। होंसलो की उड़ान



बाड़मेर सरहद पर महिला शक्ति  का कैमल कारवां। होंसलो की उड़ान 

बाड़मेर सरहदीगांवों में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बीएसएफ के पचासवें स्थापना दिवस के मौके शुरू हुई कैमल सफारी का सोमवार को बाड़मेर जिले से राजस्थान में प्रवेश हुआ। इस कैमल सफारी की खास बात यह है कि इसमें सभी 27 सदस्य महिलाएं है। इसमें से चौदह बीएसएफ की है।

भारत की पहली एवरेस्ट पर्वतारोही बछेंद्री पाल और पदमश्री सम्मान से सम्मानित प्रेमलता अग्रवाल के नेतृत्व में ऊंटों पर सवार होकर शाम को जब महिलाओं ने गुजरात से बाड़मेर जिले में भारत-पाक सरहद स्थित ब्राह्मणों की ढाणी पोस्ट पर प्रवेश किया तो बीएसएफ अधिकारियों और जवानों समेत ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। ऊंटों के कारवां ने राजस्थान में प्रवेश किया तो सफारी में शामिल इन महिलाओं के चेहरों पर खुशी और उत्साह साफ झलक रहा था।24 फरवरी को गुजरात से रवाना हुई कैमल सफारी 2300 किमी का सफर तय कर पंजाब के वाघा बॉर्डर पर सम्पन्न होगी। इस मौके डीआईजी प्रतुल गौतम समेत कई अधिकारी मौजूद थे। गोधूलि वेला में बाड़मेर पहुंची कैमल सफारी की सदस्यों का गांव बीएसएफ अधिकारियों समेत स्थानीय ग्रामीणों ने फूलमालाएं पहनाकर गर्मजोशाी से स्वागत किया। स्वागत से अभिभूत इन महिलाओं ने स्थानीय महिलाओं से गले मिलकर वापस आभार जताया। ब्राह्मणों की ढाणी पोस्ट पर स्वागत की रस्म करीब एक घंटे भर तक चली। बीएसएफ के स्थानीय बैंड की धुनों पर जवानों ने देश भक्ति तरानों से समां बांध दिया। देश क्ति गीतों पर यहां मौजूद सब लोग झूमने लग गए। इसके बाद स्थानीय कलाकारों ने गीत और नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद पंजाबी गीतों पर जवानों के साथ कैमल सफारी में शामिल सदस्यों ने नृत्य में इस कदर धमाल मचाया कि पूरे माहौल में रौनक घुल गई।

^गुजरात के साबरकांठा जिले के गांव की रहने वाली हूं। पूरे गांव में कोई महिला बीएसएफ में नहीं है। अभी बीएसएफ की 46 बटालियन में तैनात हूं। कई विपरीत परिस्थितियों से मुकाबला करने का बीएसएफ हौसला देता है। महिलाएं आगे बढ़ने लग जाए तो कोई उसको पीछे नहीं कर सकता। मित्तलप्रजापति

^यूपी के वाराणसी की रहने वाली और राजस्थान के श्रीगंगानगर में बीएसएफ की 193 बटालियन में तैनात संगीता के अनुसार इस कैमल सफारी के दौरान कोई परेशानी नहीं आई। शुरुआत में झिझक हुई,लेकिन बाद में हौसला बढ़ा। महिला मजबूत है। बेटी को अवसर दें तो वह अवश्य मंजिल तक पहुंच सकती है। संगीता

^बीएसएफ में अधिकारी हूं। महिलाएं देश की ताकत है। वे सक्षम है। शुरुआत में झिझक हुई अब एकदम सक्षम है। महिलाएं हर कदम पर आगे है। पुुुरुषों से मुकाबला कर सकती है। अब महिलाएं कमजोर नहीं है। वे अब शक्तिशाली है। वे हर परिस्थिति का मुकाबला करने को तैयार है। डाॅ.सरोज

^गुजरातमें 131 बटालियन में तैनात हूं। वर्ष 2013 में बीएसएफ बतौर इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति हुई। मूलतः नागौर की रहने वाली हूं। कैमल सफारी में शामिल होने के लिए चयन हुआ। बेहद रोमांचित करने वाला सफर है। कई बातें सीखने को मिली है। नया आत्मविश्वास आया है। हर रोज नई जगह ,नई चुनौतियां और नई सीख मिलती है। पिंटूचौधरी



ब्राह्मणों की ढाणी (बीकेडी). 'हटादो सब बाधाएं मेरे पथ की, मिटा दो आशंकाएं सब मन की। मेरी शक्ति को समझो, कदम से कदम मिला के चलने तो दो मुझको' जब बीएसएफ की महिला विंग का काफिला गुजरात से बीकेडी पहंुचा तो शायद उनके जांबाज इरादों में यहां की फ्लड लाइटों ने भांप लिया और उनके साथ आगे बढ़ने के लिए इस तरह रोशनी बिखेर दी।


महिलाएं अभियान में 
जानिए क्या सोचती है बीएसएफ में तैनात महिलाएं 
सरहद-सरहद काफिला | गुजरात से रवाना हुई बीएसएफ की महिला कैमल सफारी का सीमा पर जोरदार स्वागत, वाघा बॉर्डर पर होगा समापन 
घूंघट हटा लो नहीं तो मैं भी चेहरा छिपा दूंगी : बछेंद्री 
स्थानीयमहिलाओं की ओर से घूंघट में स्वागत के दौरान बछेंद्री ने कहा कि चेहरों से घूंघट हटा लो नहीं तो मै भी मेरा चेहरा घूंघट में छिपा दूंगी। बछेंद्री के यह कहने के बाद कई महिलाओं की झिझक कम हुई। इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में बछेंद्री पाल ने कहा कि नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बीएसएफ और टाटा कंपनी की ओर से कैमल सफारी का आयोजन किया गया है। इसका सरहद पर स्थित गांवों में बेहतर संदेश जाएगा। मानते है कि बदलाव रातों-रात नहीं होगा। बेटियों काे अच्छी शिक्षा और को अवसर दीजिए फिर देखिए वह हर मंजिल पर पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि बेटियों में भी कुछ कर गुजरने का जज्बां होना चाहिए। महिलाएं भी बड़ी सेाच रखें। शुरुआत करें तो मंजिल अवश्य मिलेगी। 
हम किसी से कम नहीं : प्रेमलता 

पदमश्रीसे सम्मानित प्रेमलता अग्रवाल के मुताबिक महिलाएं किसी से कम नहीं है। इस कैमल सफारी का मकसद यही है कि यह प्रेरणादायक बनें। कोई भी कार्य कठिन नहीं है। कार्य पूरा करने में मेहनत करें और कार्य से प्यार करे तो उसे पूरा करने से कोई नहीं रोक सकेगा। कार्य में ईमानदारी रखे। स्वयं का उदाहरण देतीं हुई प्रेमलता ने कहा कि परिवार साथ दे तो कुछ भी असंभव नहीं है। सातों महाद्वीपों के सबसे उच्च स्थानों पर सर्वाधिक आयु में पहुंचने के रिकार्ड से सम्मानित प्रेमलता के अनुसार जब महिला एवरेस्ट पर पहुंच सकती है तो कोई भी लक्ष्य उसकी पहुंच से बाहर नहीं हो सकता। 

foto..सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी बाड़मेर सरहद पर- -----

सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी सरहद पर- -----











सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी बाड़मेर सरहद पर- -----

बाड़मेर बछेन्द्री पाल के नेतृत्व में महिला कैमल सफारी दल भारत पाकिस्तान सरहद गुजरात से राजस्थान सीमा बी के डी में प्रवेश किया।सताईस सदस्यीय महिला कैमल सफारी दल का भव्य स्वागत उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम सहित सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो ने और ग्रामीणों ने कियाअर्जुन पुरस्कार ज़ से नवाजी बछेंद्री पाल प्रेमलता और डॉ सरोज के नेतृत्व में गुजरात पाकिस्तान सरहद का सात सौ पचास किलोमीटर का सफ़र तय कर बी जी डी पोस्ट में प्रवेश किया।जंहा दल के समनं में सांस्कृतिक कार्यक्रम जा आयोजन किया किया।मुख्य आरक्षी राजेश कुमार ने देश भक्ति गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।इस वसर पर मुनाबाव कमांडेंट रविन्द्र ठाकुर ,शेर सिंह ,विजय चाहर सहित सीमा सुरक्षा बल के कई अधिकारी मौजूद थे ,बाखासर के जन प्रतिनिधियों और बड़ी तादाद में उपस्थित ग्रामीणो ने दल का स्वागत किय। 



यह पहला अवसर होगा कि सीमा सुरक्षा बल की महिला कैमल सफारी इन दिनों सरहद पर है।- यह महिला टीम करीब 2300 किमीका सफर तय करेगी। सीमा सुरक्षा बल के स्थापना के स्वर्ण जयन्ती के उपलक्ष्य में आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृखला में वृहद महिला कैमल सफारी इन दिनों सरहद के दौरे पर है। महिला कैमल सफारी 2015 का शुभारम्भ- 24 फरवरी को 30 बटालियन सीमा सुरक्षा बल भुज (गुजरात) में- एम के सिघंला (आईपीएस) अपर महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल द्वारा ध्वज दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर- सन्तोष मेहरा (आईपीएस) महानिरीक्षक, गुजरात सीमान्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी , अधीनस्थ अधिकारी, बल के अन्य कार्मिक तथा उनके परिवारजन उपस्थित थे।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर के सूत्रों अनुसार कैमल सफारी के रवानगी से पूर्व एक रंगारंग और भव्य समारोह आयोजित किया गया जिसमें कैमल परेड और टैटू शो का भी आयोजन किया गया। इसके पश्चात् मुख्य अतिथि द्वारा महिला ऊँट सवारों- का परिचय प्राप्त किया गया। महिला कैमल सफारी का नेतृत्व डॉ. सुजाता शिंदे, सहायक कमाण्डेंट, पशु चिकित्साधिकारी द्वारा किया जा रहा है। सफारी में- सीमा सुरक्षा बल की 13 महिला आरक्षक और टाटा फांउडेशन की 14 महिलायें भी हिस्सा ले रही है।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर के सूत्रों अनुसार कैमल सफारी भुज (गुजरात) से शुरू होकर पाकिस्तान के साथ लगी अन्तरराष्ट्रीय सीमा मे भारत के सीमाई गाँवों से गुजरती हुई 22 मार्च- को अपने समापन स्थल पंजाब में भारत पाक सीमा पर स्थित अट्टारी- पर रीट्रिट परेड के दौरान होगा। कैमल सफारी 3 राजयों गुजरात ( लगभग 900 किलोमीटर), राजस्थान ( लगभग 1100 किलोमीटर) एवं पंजाब (लगभग 300 किलोमीटर)े कुल लगभग 2300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि- ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से महिलाशक्ति को बढावा मिलता है। यह कैमल सफारी- सीमाई इलाकों में रहने वाले लोगों के मन में सुरक्षा की भावना पैदा करेगी। साथ ही सीमाई गांव के लोग सीमा सुरक्षा बल द्वारा कठिन परिस्थ्तियों में की जा रही- ड्यूटी के बारे में अवगत होगें। कैमल सफारी-2  मार्च- को राजस्थान सीमान्त में प्रवेश कर गयी 

सोमवार, 2 मार्च 2015

मप्र की मंत्री ने मांगी घरों में शेर पालने की इजाजत



नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की पशुधन, बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री कुसुम मेहदेले ने देश में शेर और बाघ की संख्या बढ़ाने के लिए एक नायाब सुझाव दिया है। इसके लिए वह अन्य घरेलू जानवरों की तरह इन दोनों खूंखार जानवरों का पालन करने की इजाजत चाहती हैं। उन्होंने इस बारे में कानून बनाने की वकालत की है।

बकौल कुसुम, 'ऐसा कानून बने, जो लोगों को शेर और बाघ पालने की मंजूरी दे। इससे इन जानवरों को बेहतर संरक्षण संभव होगा।' कुसुम मेहदेले ने इससे संबंधित एक प्रस्ताव राज्य के वन विभाग को भेजा है। उन्होंने कुछ अफ्रीकी और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों जैसे थाइलैंड आदि का हवाला दिया है, जहां इस जानवर की जनसंख्या बढ़ाने के लिए यह कानूनन वैध है।

अपने प्रस्ताव में मेहदेले ने कहा है कि बाघों के संरक्षण के लिए देशभर में कई योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं अब तक करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं, बावजूद इसके इस जानवर की संख्या में कोई अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज नहीं हुई है।

मंत्री के सुझाव पर मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक नरेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआइआइ) से उनकी प्रतिक्रियाएं मांगी हैं। भोपाल स्थित आरटीआइ कार्यकर्ता अजय दुबे द्वारा मांगी गई जानकारी से उपरोक्त सच्चाई उजागर हुई।

बरसाना की होली के बारे में ये अद्भूत बातें आपने आज तक नहीं सुनी होगी



बरसाना/ मथुरा। 'थकित भये रवि चन्द्र भी अहो हरि होली हैÓ सैकड़ों वर्ष पहले किसी विद्वान ने ये पद यूं ही नहीं लिखा होगा। द्वापर युग में रंग-रंगीले बरसाना में छैल-छबीली हुरियारिनों और मस्ती में डूबे हुरियारों की जीवंत परंपरा आज भी कायम है। ग्रंथों में जिक्र है कि बरसाना की होली देखने के लिए देवगण भी आते हैं।



अंग्रेजों के जमाने में ब्रिटिश कलक्टर एफएस ग्राउस को होली के रंगों से जलन थी, मगर बाद में उसे हुरियारिनों की दैवी शक्ति का आभास हो गया था। लठामार होली जब तक होती रही, सूरज अपनी जगह पर टिके रहे थे। पौराणिक तथ्य कुछ भी रहे हों, मगर होली देखने को आसमां में सूरज और चंद्रमा की तनातनी शुक्रवार को भी देखी गई। सूरज तभी अस्ताचल को गए, जब हुरियारिनों के हाथों की शोभा बने अगले बरस फिर हुरियारों पर बरसने की तमन्ना के साथ घर लौट गए।

चंद्रमा तो होली का आनंद उठाने के लिए सूरज के सामने ही आसमान में आ डटे। बरसाना की होली की गाथा सुन मथुरा के तत्कालीन अंग्रेज कलक्टर एफएस ग्राउस 22 फरवरी 1877 को पहली बार लठामार होली देखने बरसाना आए थे। अपने शोध ग्रंथ 'ए डिस्टिक्ट मेमोयरÓ में इस आंखों देखी होली का वर्णन उन्होंने कुछ इस तरह किया था। लिखा था कि ग्रामीण बिदूषकों की ठिठोलियां, कामुक युवा सुलभ नृत्य और हास्योत्पादक ढंग से हस्त संचालन के साथ उछल-कूद आदि पारंपरिक क्रियाकलाप काफी मनोरंजन दृश्य उपस्थित कर रहे हैं।

ये जानकर आश्चर्य हुआ कि होली खत्म होने के बाद ही सूरज अस्त हुए। बरसाना की रंगीली गली निवासी 85 वर्षीय चेतराम पहलवान बताते हैं कि उन्हें बुजुर्गों ने बताया था कि अंग्रेज कलक्टर ग्राउस ने इम्तिहान बतौर लठामार होली को जारी रखवाया था। वो देखना चाहता था कि सूरज अपने निर्धारित समय पर अस्त हुए या नहीं। बकौल चेतराम, ग्राउस ये देखकर चमत्कृत हो गया कि काफी देर होने के बावजूद सूरज अस्त नहीं हुए थे। जब उसने होली बंद कराई तो तत्काल बाद सूरज भी धीरे-धीरे अस्ताचल की ओर चले गए थे।

शुक्रवार को भी यही हुआ। बरसाना की धरा पर तड़ातड़ लाठियां बरस-गरज रही थीं, तो आसमान में चंद्रमा सूरज के सामने ही आसमान में आ चुके थे। ब्रह्मंड में घटित ये वाकया बरसाना वासियों के लिए नया नहीं था। विद्वतजन तो शुक्रवार को इस नजारे का पुराणों में वर्णित तथ्यों से मिलान कर रहे थे। ब्रज की होली को लेकर ग्रंथों में उल्लिखित है- श्रीजी बरसाना की रंगीली होली को देखते-देखते सूरज भी थक गए। 'थकित भये रवि-चंद्र अहो हरी होरी है।Ó विद्वतजन कहते हैं कि जब तक बरसाना में होली होती है, सूरज भी निहारते रहते हैं। होली देखते-देखते इतने मस्त हो जाते हैं कि उन्हें अस्ताचल की ओर जाने की सुधि ही नहीं रहती या फिर ये कहा जाए कि वे जाना ही नहीं चाहते, बल्कि इस नजारे को निहारने के लिए सूरज के अस्त होने का इंतजार करते हैं! शाम करीब साढ़े छह बजे हुरियारिनों ने बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। छोटों को आशीर्वाद दिया। सब लौटने लगे अपने-अपने घर की ओर और नंदगांव के हुरियारे चल दिए अपने नंदगांव की ओर।

तभी सूरज ने भी रुख बदल लिया। किरणों धीरे-धीरे अस्त होती गईं और चंद्रमा ने चांदनी रोशनी बिखेर जताई अपनी खुशी।

राष्ट्रपति भवन में पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट



नई दिल्ली, नई दुनिया। राष्ट्रपति भवन परिसर में पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। राष्ट्रपति भवन में काम करने वाले स्टॉफ के परिवार ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर उनकी वर्दी फाड़ दी। बचने के लिए पुलिसकर्मियों ने खुद को राष्ट्रपति भवन के गेट पर बने पुलिस बूथ में बंद कर लिया था। आरोपियों ने दोनों को बाहर निकालकर पीटने के लिए बूथ का शीशा भी तोड़ दिया। भारी पुलिस बल को वहां बुलाकर बंधक पुलिसकर्मियों को मुक्त कराया जा सका। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह वारदात 27 फरवरी मध्यरात्रि में हुई। राष्ट्रपति भवन परिसर में मौजूद रीक्रिएशन क्लब में एक शादी समारोह चल रहा था। इसी बीच रात करीब साढ़े 11 बजे वहां से झगड़े की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली। झगड़ा डीजे वाले व शादी में आए कुछ लोगों के बीच गाना बजाने को लेकर हुआ था। मामला शांत करने के लिए चाणक्यपुरी थाने से एएसआइ रोहताश और सिपाही अश्विनी वहां पहुंचे। उनसे लोगों ने मारपीट की।

कहां थे सुरक्षाकर्मी

इस घटना से राष्ट्रपति भवन के भीतर मौजूद रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए पंद्रह मिनट तक बूथ के अंदर पनाह लेनी पड़ी। वे मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई सुरक्षाकर्मी उनकी मदद करने नहीं आया।

जान लीजिए शिव,शंकर और शंभु के बीच का भेद



शास्त्रानुसार काल पर शिव का नियंत्रण है, अतः शिव महाकाल भी कहलाए जाते हैं। ऐसे शिव स्वरूप में लीन रहकर ही काल पर विजय पाना भी संभव है।सांसारिक मनुष्य के दृष्टिकोण से शिव व काल के संबंधों में छिपा संकेत यही है कि काल अर्थात् समय की महत्वता समझते हुए उसके साथ बेहतर तालमेल व गठजोड़ ही जीवन व मृत्यु दोनों ही स्थिति में सुखद है।



अतः जीवन में शिव भाव में रम जाना ही महत्वपूर्ण है।शिव भाव से जुडऩे हेतु वेदों में वर्णित शिव के अतिरिक्त अन्य दो नाम शंकर व शंभु के अर्थ को भी समझना आवश्यक है।इस लेख के माध्यम से जान लीजिए कि एक ही होने पर भी इन तीन नामों के बीच क्या भेद हैं।




वेद अनुसार: शंभु मोक्ष देने वाले हैं।वहीं शंकर शमन करने वाले और शिव कल्याण करने वाले हैं।इस भांति शंभु नाम ऐसे भाव जागृत करता है कि शांति हेतु सद्‍भावना व सुकर्म का मार्ग ही अपनाएं।इनसे मन भय से व तन रोगों से दूर रहेगा तथा मनोवांछित लक्ष्य प्राप्ति संभव होगी।शंकर का अर्थ है शमन करने वाला।शंकर नाम स्मरण यही भाव जागृत करता है कि शंकर के योगी स्वरूप की भांति मन को सैदेव शांत, संयमित व संकल्पित रखें।संकल्पों से मन को जागृत रखने से ही अशांति का शमन होता है।शिव नाम का अर्थ है कल्याणकारी।शिव नाम से कर्म, भाव व व्यवहार में पावनता का संदेश मिलता है।




इसके लिए जीवन में हर प्रकार से पवित्रता, आनन्द, ज्ञान, मंगल, कुशल व क्षमा को अपनाएं, ताकि अपने साथ दूसरों का भी शुभ हो।शिव नाम के साथ जब मंगल भावों से जुड़ते हैं, तो मन की कई बाधाएं, विकार, कामनाएं और विकल्प नष्ट हो जाते हैं।व्यक्ति मजबूत संकल्पों से जुड़ जाता है।इस प्रकार शिव, शंकर और शंभु तीनों ही नाम हमेशा जीवन में सोम्यस्य सुंदरता व सफलता प्रदान करते हैं।




पुराण अनुसार: शिव परम पिता और परमेश्वरी (शक्ति) जगजननी तथा जगदम्बा कहलाती हैं।अपनी संतान पर उनकी असीम करुणा और कृपा है।उनका नाम ही आशुतोष है।दानी और उदार ऐसे हैं कि नाम ही पड़ गया औढ़नदानी।उनका भोलापन भक्तों को बहुत ही भाता है।अकारण अनुग्रह करना, अपनी संतान से प्रेम करना भोलेबाबा का स्वभाव है।उनके समान कल्याणकारी व प्रजा रक्षक और कौन हो सकता है।शिव ही समस्त प्राणियों के अंतिम विश्रामस्थान भी है।उनकी संहारिका शक्ति प्राणियों के कल्याण के लिए प्रस्फुटित होती है।शंकर ही सबसे बड़े ज्ञानी है क्योंकि वे ही समस्त विद्याओं, वेदादि शास्त्रों, आगमों तथा कलाओं के मूल स्रोत है। इसलिए उन्हें विशुद्ध विज्ञानमय, विद्यापति तथा सस्त प्राणियों का ईश्वर कहा गया है।शंभु स्वयं नीतिस्वरूप हैं।




अपने प्राणों की बलि देकर भी जीवों की रक्षा करना,सदा उनके हित चिंतन में संलग्न रहना- इससे बड़ी नीति और क्या हो सकती है।कृपालु शंभु ने यह सब कर दिखाया।ऐसा कह वे हलाहल पी गए और नीलकंठ कहलाए।तीनों लोकों की रक्षा हो गई।साधुजन, नीतिमान जन अपने क्षणभंगुर जीवन की बलि देकर भी प्राणियों की रक्षा करते हैं।कल्याणी ! जो पुरुष प्राणियों पर कृपा करता है, उससे सर्वात्मा कहते हैं।




रामचरितमानस अनुसार: "जासु नाम बल संकर कासी। देत सबहि सम गति अबिनासी"।। अर्थात् भगवन्नाम के बल से शंकर जी काशी में मरनेवालों को मुक्ति देते हैं। "कासी मरत जन्तु अवलोकी। जासु नाम बल करउँ बिसोकी"।। अर्थात् शंभु स्वरुप में वह कहते है की काशी में मरते हुए जीव को यदि मैं देख लेता हूँ तो हे पार्वती ! उन परमप्रभु के नाम अर्थात् ओम् के बल से मैं उसे अविनाशी पद प्रदान कर देता हू।अतः शिव शरण जो कोई आया, जैसे– कागभुशुण्डि, उन सबको भगवान की भक्ति प्रदान कर उद्धार किया गया।




आदि शंकराचार्य मत: शिव आदि योगेश्वर हैं।शिव से ही योग-साधना प्रारम्भ होती है अतः उन्हें माता-पिताविहीन, स्वयंभू, स्वरूपस्थ, परमात्मस्वरूप इत्यादि विशेषणों से अलंकृत किया जाता है।उन्हें भूतनाथ भी कहा जाता है क्योंकि वे प्राणिमात्र की शरणस्थली हैं।उनके शरण बिना कोई मोक्ष को प्राप्त नहीं कर सकता।




आदि शंकराचार्य प्रश्नोत्तरी अनुसार वह पूछते हैं कि सृष्टि में पूजनीय कौन है ? उत्तर है - जो शिवतत्त्व में स्थित है वह महापुरुष! जो प्रकृति की सीमाओं से उपराम है उसे शिव कहते हैं।ऐसा महापुरुष पूजनीय है।उनके गणों अर्थात् सेवकों की एक लम्बी परम्परा है उनमें गणेश भी हैं, कार्तिकेय हैं, समस्त प्राणी एवं देवता भी हैं।




आचार्य कमल नंदलाल

ईमेल kamal.nandlal@gmail.com

मनभावन इच्छाओं की पूर्ति करता है शिव मंत्र का जाप

भगवान शिव जिनके नाम का अर्थ ही है कल्याणस्वरूप और कल्याणप्रदाता । शास्त्रों के अनुसार शिव ही सांसारिक सुखों का आधार हैं । शिव उपासना तन, मन व धन से जुडी कामनाओं में आने वाली बाधाओं को भी दूर करती है । सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है । इस दिन मन ही मन या रुद्राक्ष माला से इस मंत्र का जाप करना मंगलकारी और अापकी सारी इच्छाओं की पूर्ति करता है ।

'ॐ अघोराय नम:'
इस मंत्र का जाप करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं । शास्त्रों में उल्लेखनीय  है कि देव, दनुज, ऋषि , मुनीन्द्र, सिद्ध, गन्धर्व ही नहीं, अपितु ब्रह्मा-विष्णु तक भगवान शिव की आराधना करते हैं और उनसे अपनी मनभावन इच्छाओं की पूर्ति करवाते हैं ।

रविवार, 1 मार्च 2015

जोधपुर होटल में देह व्यापार पकड़ा, तीन गिरफ्तार



जोधपुर खाण्डा फलसा थाना पुलिस ने शनिश्चरजी का थान के पास होटल में शनिवार देर रात दबिश देकर देह व्यापार में लिप्त दो युवतियों व एक युवक को गिरफ्तार किया।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पूर्व) कैलाश सिंह सांदू के अनुसार होटल वेलकम में प्रथम मंजिल स्थित कमरे में देह व्यापार होने की सूचना मिली। एसीपी (मण्डोर) जसवंतसिंह की अगुवाई में थानाधिकारी राजेन्द्र चौधरी ने वहां दबिश दी।

कमरे में बनाड़ थानान्तर्गत नांदड़ा कला गांव निवासी आइदानराम पुत्र मांगीलाल मेघवाल तथा देह व्यापार के लिए भरतपुर से यहां लाई गई मिनेष कुमारी व हेमलता को संदिग्ध हालात में पकड़ लिया। जिन्हें पीटा एक्ट में गिरफ्तार किया गया।

एएसआई पुखाराम ने रविवार शाम तीनों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।

झुंझुनूं पत्नी की गर्दन काटकर हत्या, पति को 10 साल कैद




झुंझुनूं के अपर सेशन न्यायालय संख्या 2 ने कल दहेज हत्या के आरोपी पति सुभाष मीणा को 10 साल के कठोर कारावास से दंडित किया है।



मामले के तथ्योंनुसार काकलासर थाना भालेरी के सुभाष पुत्र महावीर मीणा ने पुलिस को ढाणी मिश्रावाली टोडपुरा में लिखित रिपोर्ट दी कि उसकी छोटी बहन सुमन की शादी गांव टोडपुरा के सुभाष पुत्र सुगनाराम मीणा के साथ दो साल पहले हुई थी।




कई दिनों से उसकी बहन को उसका पति सुभाष ससुर सुगनाराम सास ङ्क्षसजिया देवी दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। उसे उदयपुरवाटी थाना प्रभारी ने सूचना दी कि उसकी बहन की हत्या हो गई है। टोडपुरा पहुंचे तो सुमन की गर्दन काटकर बेरहमी से हत्या की हुई थी। मौके पर दीवारों पर खून बिखरा हुआ था।




इस्तगासा पक्ष की ओर से 17 गवाहों के बयान कराए गए। न्यायाधीश ने पत्रावली पर आई साक्ष्य का बारीकी से विश्लेषण कर सुमन के ससुर सुगनाराम सास ङ्क्षसजिया देवी को संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया।




आरोपी पति सुभाष को 10 साल की कैद की सजा देते हुये पांच हजार रूपये के अर्थदंड की सजा सुनाई।

बाड़मेर जैसलमेर प्रमुख अंजना मेघवाल सहित १७१ का सम्मान किया समाज ने


बाड़मेर  जैसलमेर प्रमुख अंजना मेघवाल सहित १७१ का सम्मान किया समाज ने 

171 मेघवाल समाज के जनप्रतिनिधियों का हुआ सम्मान

समारोह में समाज के नवनिर्वाचित सरपंचो, जिला परिषद सदस्यों एवं पंचायत समिति सदस्यों को किया गया सम्मानित

बाड़मेर राजस्थान मेघवाल परिषद जिला शाखा बाड़मेर द्वारा मेघवाल समाज के 171 नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का सम्मान एवं स्नेह भोज तरूण शिक्षण संस्थान में किया गया। परिषद के मीडिया प्रभारी प्रेम परिहार ने बताया कि इस सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि परिषद के संरक्षक रूपाराम धन्दे एवं अध्यक्षता चैहटन विधायक तरूणराय कागा रहे। जबकि विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल, बाड़मेर जिला प्रमुख प्रियंका मेेघवाल, जैसलमेर जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, समाजसेवी आदूराम मेघवाल, धनाऊ प्रधान भगवतीदेवी, सेड़वा प्रधान पदमाराम मेघवाल, गडरारोड़ प्रधान तेजाराम कोडेचा, परिषद के संरक्षक पन्नालाल प्रेमी, मेघवाल शोध एवं शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डाॅ. बीएल मंसुरिया, परिषद के सचिव डंूगरलाल, हीरालाल गुलसर, परिषद के अध्यक्ष मूलाराम मेघवाल, पूर्व विधायक मोटाराम मेघवाल, मंहत नेमनाथ व गणेशनाथ रहे। कार्यक्रम के संयोजक एवं परिषद के महासचिव वीराराम भूरटिया ने परिषद की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों द्वारा डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर समारोह का शुभारंभ किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि रूपाराम धन्दे ने कहा कि मेघवाल समाज में बालिका शिक्षा की कमी है ऐसे में हमें बालिका शिक्षा पर जोर देना चाहिए। उन्होंने युवा वर्ग को संदेश देते हुए कहा कि नशे की प्रवृति से दूर रहकर कड़ी मेहनत से अध्ययन करे ताकि हम अपनी मंजिल को पा सके। कार्यक्रम में तेजाराम कोडेचा ने कहा कि इससे पहले वे सरकारी सेवा में थे उस समय भी हर व्यक्ति का कार्य प्राथमिकता से किया। जबकि अब राजनीति में आने का मौका मिला है। राजनीति में रहकर आम जनता के कार्यों को प्राथमिकता सेे लूंगा। कार्यक्रम में जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल ने बाबा साहेब के संदेशों का अनुसरण करने की बात कहते हुए कहा कि समाज को संगठित होकर कार्य करना चाहिए। एवं समाज में फैली कुरितियां मिटाने की बात कही। जैसलमेर जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने भी बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक बालिका पढ़ने से दो परिवारों को संवारेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चैहटन विधायक तरूणराय कागा ने शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो का संदेश दिया। कार्यक्रम को आदूराम मेघवाल, डाॅ. बीएल मंसुरिया, पदमाराम मेघवाल, मोटाराम मेघवाल, दीपाराम मेघवाल ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व समाज के 91 सरपंचों, 72 पंचायत समिति सदस्यों एवं 8 जिला परिषद सदस्यों का स्मृति चिन्ह के साथ साफा बंधाकर स्वागत किया गया। स्वागत भाषण तरूण शिक्षण संस्थान के निदेशक तिलाराम पन्नू ने दिया। जबकि कार्यक्रम का संचालन भगवान बारूपाल व वीराराम भूरटिया ने किया। व धन्यवाद ज्ञापित परिषद के अध्यक्ष मूलाराम मेघवाल ने किया। समारोह में इंजिनियर लुभाष राठौड़, मोहनलाल बारूपाल, नींबाराम बारूपाल, सालगराम परिहार, जसराज नामा, डाॅ.राहुल बामणिया, जयरामदास वंणल, प्रेम परिहार, मदन बारूपाल, भगवान आकोड़ा, रूपाराम नामा, उदय सेजू, गेमराराम सेजू, कौशलाराम पन्नू, खुशालाराम पन्नू, तगाराम खती, पूंजाराम कागा, अचलाराम पंवार, बालाराम मेहरा, घेवाराम पाटोदी, चैखाराम, सोनाराम टाक, पूंजराज बामणिया, दीपक मसानिया, रतन धन्दे, जीवराज कागा, शेखाराम ख्याला, शंकरलाल ख्याला, पूंजाराम कागा, बाबूलाल गर्ग, खेमराज परिहार, मोबताराम पूनड़, दीपाराम वायल, भीखाराम वायल, तिलोकाराम सेजू, उम्मेदाराम डाभी, गुमानारा बालवां, देवराज मुंगेरिया, पूर्व छात्र अध्यक्ष छगन मेघवाल, रमेश खती, मोडाराम लखानी, पदमाराम सहेलिया, रूपाराम रावतसर, मोहन पंवार, जगदीश सिंहटा सहित मेघवाल समाज के कई जानी मानी हस्तियों ने शिरकत की।

धीरे धीरे मंजर मंजर वक्त चलता रहता है:- कवि अमन

धीरे धीरे मंजर मंजर वक्त चलता रहता है:- कवि अमन
होली के उपलक्ष में काव्य गोष्ठी का हुई आयोजित
बाड़मेर । अन्तर प्रान्तीय कुमार साहित्य परिषद बाड़मेर की ओर से रविवार को होली के उपलक्ष में काव्य गोष्ठी पेंषनर समाज के महामंत्री मोहनलाल बोहरा के मुख्य आतिथ्य, डाॅ. बी.डी. तातेड़ की अध्यक्षता, पेंषनर समाज के अध्यक्ष जयकिषन जोषी के संरक्षकत्व व सीताराम व्यास राहगीर के विषिष्ट आतिथ्य में आयोजित हुई ।

गोष्ठी के मुख्य आतिथ्य मोहनलाल बोहरा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कवि और तमाम साहित्यकार देष, समाज और परिस्थितियों का सच्चा आईना होते है जो कुछ भी घटता है उसे कवि बहुत ही करीब से महसूस कर समाज को सही राह प्रषस्त करता है । गोष्ठी के संरक्षक जयकिषन जोषी ने स्वयं के कवियों से रहे नजदीकी तालुकातों का जिक्र करते हुए वीर रस कविता प्रस्तुत कर कवियों को देष के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी ।

काव्य गोष्ठी के संयोजक मुकेष बोहरा ‘अमन’ ने बताया कि इस अवसर पर कवियों ने होली, फागुन, बसन्त सहित कई विषयों पर श्रृंगार, हास्य, शान्त व वीर रस की कविताएं प्रस्तुत की । गोष्ठी का आगाज रेंवताराम मायला की रचना ‘मैं पतझड़ हूं, तू मधुमास है’ से हुआ । तिलोकाराम मायला ने ‘महकी-महकी सी हवा’, दीपसिंह रणधा ने ‘नवप्रभात निरखतौ गीत खुषी रा गावै’, गौतम संखलेचा चमन ने ‘अंग अंग में रंग है’, हनुमान प्रजापत ने ‘कैथ गैरियों री टोळी’, कमल शर्मा राही ने ‘बिखरे ख्वाब समेटने आया हूं’, महेन्द्र तिवारी ने ‘वो खूबसूरती क्या’, सीताराम व्यास राहगीर ने ‘तकदीर क्या करेगा कुछ इल्म जान लिजिए’, मुकेष बोहरा ‘अमन’ ने ‘धीरे धीरे मंजर मंजर वक्त चलता रहता है’, डाॅ. बी.डी. तातेड़ ने हो सके तो उन्हें सलाम करना’ रचना प्रस्तुत कर खूब वाह वाही बटोरी । गोष्ठी के अन्तिम पायदान में परिषद के सचिव गौतम संखलेचा चमन ने सभी आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया ।

जैसलमेर की फर्म के चैक द्वारा बैक से पाॅच लाख रूपये उठाने वालों की पहचान, एक व्यक्ति गिरफतार


जैसलमेर की फर्म के चैक द्वारा बैक से पाॅच लाख रूपये उठाने वालों की पहचान, एक व्यक्ति गिरफतार

शेष रहे साथी की तलाष जारी
जैसलमेर  प्रार्थी श्री गिरीराज लाहोटी मारबल वल्र्ड षिल्पग्राम रिको जैसलमेर का फर्म मालिक पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर उपस्थित होने एक लिखित रिपोर्ट पेष कि की आज के रोज मेरी फर्म के बैंक खाता से सेल्फ चैक से पाॅच लाख रूपये के आहरण पर मेरे मोबाईल पर मैसेज आया है। जो किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उठाये गये है। जिसके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर तलाष करावे।

जिस पर पुलिस थाना कोतवाली में चोरी मुकदमा दर्ज कर जाॅच बस्ताराम हैड कानि0 को सुपूर्द की गई। अनुसंधान जेठाराम निरीक्षक पुलिस, थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली के नेतृत्व में एक विषेष टीम हैड कानि. बस्ताराम, अचलाराम कानि. ड्रा0 अर्जूनसिंह, कानि. दिनेष चारण , भीमरावसिंह एवं मुकेष बीरा, पुलिस अधीक्षक कार्यालय की गठित कर रूपये उठाकर ले जाने वाली की तलाष पुलिस थाना कोतवाली के हल्का क्षेत्र एवं जिले के अन्य थानों क्षेत्रों में की गई। इसके साथ-साथ पुलिस टीम द्वारा एसबीबीजे बैंक की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखकर उसमें संदिग्ध व्यक्तियों की फोटो से संदिग्ध व्यक्ति दिलबरखाॅ पुत्र अलाबक्स मुसलमान निवासी भागू का गाॅव की पहचान कर दस्तयाब कर पुछताछ की गई। दौरान पुछताछ दिलबर खाॅ ने साथी साबिरखाॅ पुत्र पठानखाॅ मुसलमान निवासी जोड पुलिस थाना फलोदी के साथ मिलकर चैक द्वारा पाॅच लाख रूपये एसबीबीजे बैंक से उठाकर ले जाना स्वीकार किया । जिस पर पुलिस टीम द्वारा दिलबरखाॅ पुत्र अलाबक्स मुसलमान निवासी भागू का गाॅव को गिरफतार कर उसके साबीरखाॅ की तलाष की जा रही है।

बाड़मेर: युवा अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण निष्ठावान रहे - जोशी


बाड़मेर: युवा अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण निष्ठावान रहे - जोशी
-सिणधरी में एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित
बाड़मेर: ‘युवा अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण निष्ठावान रहे, जिससे समय पर लक्ष्य प्राप्त हो सके। समाज एवं देश को आगे बढाने के लिए युवा जागृत रहकर अपनी भूमिका निभाएं। खाद्य सुरक्षा अधिकार के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेवें।’

यह बात जिला युवा समन्वयक ओमप्रकाश जोशी ने नेहरू युवा केन्द्र बाड़मेर द्वारा सिणधरी ब्लाॅक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सांजटा में रविवार को एक दिवसीय विषय आधारित कार्यशाला में कही। उन्होंने क्षेत्र की बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए विभिन्न तेल कंपनियों व पाॅवर प्लांट से आह्वान किया कि भारत सरकार से उनके हुए अनुबंध के आधार पर स्थानीय युवाओं को अधिकाधिक रोजगार दें, साथ ही रोजगार के अवसरों को अधिक से अधिक विकल्पों को सुझाएं। कंपनियां कौशल विकास के कार्यक्रम नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से आगे बढ़ाएं ताकि ग्रामीण अंचलों के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को लाभ मिल सकें।

कार्यशाला के मुख्य अतिथि मदर टेरेसा आदर्श एकेडमी उप्रा विद्यालय सांजटा के निदेशक करनाराम चैधरी ने कहा कि युवाओं को देश में व्याप्त सामाजिक कुरूतियों एवं बुराइयों को मिटाने के लिए जागरूक होना चाहिए। जब देश का हर युवा अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो जायेगा, तो देश अपने आप प्रगति की ओर अग्रसर हो जायेगा। पर्यावरण जागरूकता एवं स्वास्थ्य शिक्षा के बारे में जानकारी दी।

विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ अध्यापक मोहनलाल सियोल ने कहा कि युवा देश की कर्णधार है, युवा ज्यादा से ज्यादा नेहरू युवा केन्द्र संगठन से जुड़कर समाज सेवा करने का आह्वान किया।

विशिष्ट अतिथि समाजसेवी खेताराम गोदारा ने कहा कि गांव एवं समाज सुख समृद्धि लाने के लिए युवाओं का जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। मनरेगा योजना में युवाओं की भागीदारी को विस्तार से समझाया।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक हरदान राम चैधरी ने प्रधानमंत्री जन-धन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, बेटी बचाओं-बेटी पढाओ, स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्यों को विस्तार से युवाओं के सामने रखा।

इस अवसर पर भगाराम, रामाराम, कमला चैधरी, शांति जाखड़, गिरधारीराम, देवाराम, हनुमानराम, अनिल चैधरी, ईश्वर चैधरी, दिनेश कुमार सहित कई नेहरू युवा मण्डल के युवा उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन हरखाराम भादू ने किया। कार्यशाला में संबंधित क्षेत्र के 95 संभागियों ने भाग लिया।

खबर का असर। बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग का भ्रष्ट स्टोर कीपर चार्ज शीट सहित ऐ पी ओ

खबर का असर। बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग का भ्रष्ट स्टोर कीपर चार्ज शीट सहित ऐ पी ओ
बाड़मेर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग बाड़मेर के भरष्टाचार के आरोपो से घिरे और कार्यमुक्त हुए स्टोर कीपर गंगाराम चौधरी को तीन माह की कश्म काश के बाद आखिरकार चार्जशीट के साथ ऐ पी ओ कर दिया।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने लगातार भरष्टाचार की पोल खोल बेनकाब किया था ।स्टिर कीपर पर गौज पट्टी खरीद निःशुल्क दवा कगरीद में बड़े पैमाने पर हेरा फेरी की गयी की ।न्यूज़ ट्रैक में इनके खुलासे के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय सहित कई हांचे शुरू हुई।बाद में इन्हें पद से हटा दिया ।मगर स्टोर कीपर अपना चार्ज लम्बे समय से नही दे रहा था।राजनेताओ तक दौड़ धुप में असफल रहने के बाद इनके द्वारा चिकित्सा अधिकारी पर जातिगत द्वेष के झूठे आरोप लगाये ।सरकार के मुखय सचिव तक नेताओ के माध्यम से शिकायते की मगर जब उन्हें हकीकत का पता चला तो चिकित्सा अधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिए ।जिस पर कार्यवाही कर स्टोर कीपर को ऐ पी ओ कर जयपुर बगेज दिया

बाड़मेर फाग की मस्ती छाई हैं थार मरुस्थल में,चंग बजने लगे


बाड़मेर फाग की मस्ती छाई हैं थार मरुस्थल में,चंग बजने लगे
चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में मदोत्सव एवं रंगोत्सव की मस्ती छाई हुई हैं।आधुनिकता की दौड़ के बावजूद थार मरुस्थल में लोक कला और संस्कृति से जुड़ी परम्पराओं का निर्वाह किया जारहा हैं।ग्रामीण अंचलों में होली की धूम मची हैं।ग्रामीण अंचलों में रंगोत्सव की मदमस्ती बरकरारहैं।ग्रामीण चौपालों पर सूरज लते ही ग्रामीण चंग की थाप पर फाग गाते नजर आते हैं।वहीं फागुनी लूर गाती महिलाओं के दल फागोत्सव के प्रति दीवानगी का एहसास कराती हैं।सीमावर्ती बाड़मेर जिले की लोक परम्पराओं का निर्वहन ग्रामीण क्षैत्रों में आज भी हो रहा हैं।रंग और मद के इस त्यौहार के प्रति ग्रामीण अंचलों में दीवानगी बरकरार हैं।ग्रामीण चौपालों पर गा्रमीणों के दल सामुहिक रुप से चंग की थाप पर फाग गीत गाते नजर आते हैं।जिले में लगातार

पड़ रहे अकाल का प्रभाव अधिक नजर नहीं आ रहा ।अलबता होली के धमाल के लिए प्रसिद्धसनावड़ा गांव के बुर्जुग माधो सिंह दांता ने बताया कि अकाल के कारण गांव के युवा रोजगार के लिएगुजरात गए हुए हैं। के आभाव हमारे गॉव में होली का रंग फीका नही। पडता।होली सेतीन चार रोज पूर्व रोजगार के लिए बाहर गए युवा पर्व मनाने पहफॅच जाएगे।गांव की परम्परा हैंजो हम अपने बुजुर्गों के समय से देखते आ रहे हैं।इसकी पालना होती हैं।होली से 15 दिन पूर्व गांव में होली का आलम शुरु होता हैं।चोपाल पर शाम होते होते गांव के बडे बुे जवान बच्चे सभी एकत्रित हो जाते हैं।चंग बजाने वालो की थाप पर गा्रमिण सामुहिक रुप से फाग गाते हैं।वहीं गांव की महिलाए रात्री में एक जगह एकत्रित हो कर बारी बारी से घरों के आगे फाग गाती हैं।जो महिलाऐं इस दल में नहीं आती उस महिला के घर के आगे जाकर महिला दल अश्लील फाग गाती हैं,जिसे सुनकर अन्दर बैठी महिला शर्माकर दल मे शामिल हो जाती हैं।महिलाओं द्घारा दो दल बनाकर लूर फाग गाती हैं।लूर में दोनों महिला दल आपस में गीतों के माध्यम से सवालजवाब करती हैं।लूर थार की परम्परा हैं।लुप्त हो रही लूर परम्परा सनावडा तथा सिवाना क्षैत्र के ग्रामीण अंचलों तक सिमट कर रह गई हेैं।फाग गीतों के साथ साथ डाण्डिया गेर नृत्य का भी आयोजन होता हैं।भारी भरकम घुंघरु पांवों में बांध कर हाथें में आठ आठ मीटर लम्बे डाण्डियेंल े कर ोल की थाप और थाली िी टंकार पर जब गेरिऐं नृत्य करते हैं तों लोक संगीत की छटा माटी की सौंधी में घुल जाती हैं। सनावडा में होली के दूसरे दिन बडे स्तर पर गेर नृत्यो का आयोजन होता हैं।जिसमें आसपास के गांवों के कई दल हिस्सा लेते हैं।ग्रामीण क्षैत्रों में होली का रंग जमने लगा हैं।शहरी क्षैत्र में भी गेरियों के दल इस बार नजर आ रहे हैं।जो शहर की गलियों में चंग की थाप पर फाग गाते नजर आते हैं।

पाकिस्तान के कराची शहर में पंचमुखी हनुमानजी


पाकिस्तान के कराची शहर में एक मंदिर है। जिसका रहस्य काफी पुराना और पाताल लोक से है। शास्त्रों के मुताबिक उस मंदिर में भगवान राम भी पहुंच चुके हैं। मंदिर का निर्माण 1882 में हुआ था।


मंदिर में डेढ़ हजार साल पुरानी एक पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति है। लेकिन मूर्ति की कहानी 17 लाख साल पुरानी है। क्योंकि उस मूर्ति का संबंध त्रेता युग से है।


मान्यता है कि सपने में कहे अनुसार पंचमुखी मूर्ति जमीन के अंदर से निकालने लगे। जिस जगह पर स्थित है उस जगह से ठीक 11 मुट्ठी मिट्टी हटाई गई थी और हनुमान जी मूर्ति प्रकट हुई।


शास्त्रों के मुताबिक पंचमुखी हनुमान समुद्र निवासी थे। लेकिन कुछ साल पहले उस जगह पर एक विचित्र घटना घटी थी। जब कोई मंदिर नहीं था। मंदिर के स्थान पर एक तपस्वी तपस्या किया करते थे। सालों तक तपस्या करने के बाद उन्हें एक दिन सपने में पंचमुखी हनुमान का दर्शन हुआ। सपने में हनुमान जी ने उनसे कहा कि मैं इस जगह के नीचे पाताल लोक में निवास कर रहा हूं। लेकिन तुम मुझे यहां स्थापित करो।


मंदिर के पुजारी के मुताबिक मंदिर में सिर्फ 11 या 21 परिक्रमा लगाने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। अब तक लाखों लोग अपने दुखों से निजात पा चुके हैं।


कराची के उस मंदिर में हिंदू परंपरा के तमाम देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। लेकिन उस मंदिर में हर समुदाय के लोग जाते हैं।