रविवार, 2 नवंबर 2014

जैसलमेर रेत के धोरों पर खुला सिनेमा का सुनेहरा पर्दा


जैसलमेर  रेत के धोरों पर खुला सिनेमा का सुनेहरा पर्दा
वंडरलस्ट फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन रेगिस्तान पर दिखाई गयीं फिल्में




१ नवंबर, २०१४, जैसलमेर

वंडरलस्ट फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन का आयोजन जैसलमेर के सुनहरे रेत के धोरों के बीच किया गया. "Poop on Poverty", "My Beautiful Village Bhinmal" और "El Balsero" समेत कई और ट्रेवल से जुडी फिल्में यहाँ स्क्रीन हुईं। फेस्टिवल ने चांदनी रात में थार की ख़ूबसूरती के बीच फिल्मों का मज़ा ले रहे दर्शकों को काफी रोमांचित किया. फिल्मों की स्क्रीनिंग सम सैंड डून्स में स्थित पायल, चिराग और प्रिंस डेज़र्ट कैम्प्स में की गयीं जिसमें देसी और विदेशी दर्शक उपस्थित थे. उन्होंने इस यादगार अनुभव के लिए आयोजकों के प्रयासों की प्रशंसा की. इसी के साथ पायल सफारी कैंप के श्री करीम खान का कहना था कि इस तरह के अनोखे कार्यक्रमों के आयोजनों से न केवल ज़्यादा पर्यटक आकर्षित होंगे बल्कि उनको कभी न भूलने वाला एक यादगार अनुभव होगा। ऐसा ही कुछ कहना था चिराग रिसॉर्ट्स के श्री अलादीन और प्रिंस डेजर्ट सफारी के श्री गजेन्द्र सिंह और श्री जेठू सिंह का, जो कि फेस्टिवल के दूसरे दिन उसके वेन्यू पार्टनर थे. ३ दिन के इस फेस्टिवल का कल २ नवंबर को मिस्टिक जैसलमेर में आख़िरी दिन होगा और इसमें कई और दर्शकों के शामिल होने की संभावना है.

इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य है ट्रेवल की भावना का अनुष्ठान और सिनेमा के दृष्टिकोण से दुनिया की एक अनोखी यात्रा। ये फेस्टिवल दिखाई जाने वाली फिल्मों के माध्यम से न केवल पर्यटन को बढ़ावा देना चाहता है, बल्कि सफर के अनुरागी सभी लोगों को साथ में जोड़ना चाहता है. फेस्टिवल से जुडी सभी जानकारी उस की वेबसाइट पे उपलब्ध है.




वंडरलस्ट ट्रेवल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं फिल्म मेकर अदिति शर्मा और पर्यटन व्यवसाई अशरफ अली. इस के मीडिया पार्टनर है, फेस्टिवल पार्टनर है मिस्टिक जैसलमेर और ऑनलाइन पार्टनर है.

बाड़मेर तीन साल बाद शहर की सुध लेने कलेक्टर जनता के बीच पहुंचे

बाड़मेर तीन साल बाद शहर की सुध लेने कलेक्टर जनता के बीच पहुंचे 



लो बाड़मेर वासियों के लिए आई राहत भरी खबर। लम्बे अरसे बाद शहर की सुध लेने जिला कलेक्टर आम जन की समस्याओ से हो रहे हे रूबरू। जनता और प्रशासन के बीच तीन साल से बढ़ी खाई पाटने की शुरुआत। नव नियुक्त जिला कलेक्टर मधुसुदन शर्मा शहर के हालातो से हो रहे रूबरू। 

बाड़मेर का दुर्भाग्य रहा था की पिछले तीन सालो तक जिला कलेक्टर के पद के प्रति किसी आम जन को मोह नहीं रहा ,तत्कालीन जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू एकांत स्वाभाव के होने के कारन लोगो के बीच कभी नहीं गए ,लोग अपनी आम और मूल बहुत सुविधाओ से निजात पाने की उम्मीदे खो चुके थे ,नगर परिषद की बदहाली के चलते  खुद गया ,गन्दगी के ढेर लग गए ,बाड़मेर शहर के सौन्दर्यकरण को दाग लगते रहे ,आम जनता भी इसकी  इसकी आदि हो गयी  ,जिला प्रशासन और जनता के बीच   दूरिया बढ़ती गयी ,

शनिवार को पदभार ग्रहण के साथ नए जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने आम जनता की अपेक्षाओं को फिर पंख लगा दिए ,उन्होंने स्पष्ट कहा की जनता की सेवा उनका ध्येय हैं ,रविवार को नए कलेक्टर शहर की सुध लेने आम जन के बीच पहुँच गए ,जिले  कलेक्टर को शहर की वास्तविक स्थति से रूबरू होना जरिरि हैं ,आसपास का ध्यान रखने वाला ही जिले का ध्यान रख पायेगा ,आम जन नए कलेक्टर को लेकर न केवल उत्साहित हे अपितु नै अपेक्षाए भी उनसे बंधी हैं ,

शनिवार, 1 नवंबर 2014

भिवाडी में बदमाशों ने चाचा भतीजे को मारी गोली



अलवर। अलवर जिले के भिवाडी बाईपास पर शनिवार रात मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने एक दुकानदार और उसके भतीजे को गोली मार कर घायल कर दिया।
two shot killed in alwar



पुलिस सूत्रों ने बताया कि कजारिया ग्रीन सोसायटी के पास स्थित किराना की दुकान पर बिल्लू और उसका भतीजा बैठा था तभी मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने गोलीबारी कर दी। गोली लगने से दोनों घायल हो गए।




सूत्रों ने बताया कि बिल्लू को गुडगांव भेजा गया है जबकि उसका भतीजा भिवाडी में भर्ती है। बिल्लू की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। - 

नव दम्पती ने जहर खाया, युवती की मौत



हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाना क्षेत्र में शनिवार एक नव दम्पती के जहरीला पदार्थ खा लेने से युवती की मौत हो गई जब पति की हालत गंभीर बनी हुई है।
hanumangarh suicide case


पुलिस के अनुसार किराडा छोटा गांव में सुबह होशियार लाल जाट के पुत्र मोतीलाल और पुत्रवधु किरण (22) ने अपने कमरे में कीटनाशक का सेवन कर लिया।




उन्हें तुरन्त भादरा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां किरण को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार दोनों का गत सितम्बर में ही विवाह हुआ था। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

वन विभाग में ट्रांसफर का अजब खेल, मनपसंद पोस्टिंग के लिए नियम ताक पर


सीनियर पदों पर लगाए जूनियर अफसर
वन विभाग में ट्रांसफर का अजब खेल, मनपसंद पोस्टिंग के लिए नियम ताक पर
 जयपुर वनविभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग में सिफारिशों का अजब खेल चल रहा है। मनपसंद जगह पर पोस्टिंग देने के लिए सारे नियम ताक पर रख सीनियर को जूनियर और जूनियर को सीनियर कैडर का पद दिया जा रहा है। जूनियर आईएफएस को सीनियर आईएफएस के कैडर पदों पर तैनाती दी जा रही है वहीं सीनियर आईएफएस प्रमोशन के बावजूद जूनियर कैडर पर जमे हैं। राजस्थान वन सेवा का हाल इससे भी बदतर है जहां भारी-भरकम वर्क डिवीजन वाले क्षेत्रों में डीएफओ की जगह एडहॉक प्रमोशन वाले डीसीएफ लगा रखे हैं। एक दिन पहले ही 10 आईएफएस की तबादला सूची में इसी प्रकार की गफलत के बाद कैडर प्रबंधन गड़बड़ाने को लेकर विभाग में जबर्दस्त रोष फैल गया है।

केस-1

^हम तो नाम भेजते हैं आगे का काम अतिरिक्त मुख्य सचिव का होता है। उन्हें देखना है कि ट्रांसफर और प्रमोशन कैसे हों। राहुलकुमार, प्रधानमुख्य वन्य जीव संरक्षक

^सरकारके पास सारे पावर होते हैं। किसी भी अफसर को कहीं भी लगाया जा सकता है। मेरे पास कोई अधिकारी शिकायत लेकर नहीं आया। -ओपीमीणा, एसीएसवन विभाग

विभाग में 1986 बैच के आईएफएस अधिकारियों को सीसीएफ से एपीसीसीएफ पर प्रमोट किया जा चुका है। जबकि इसमें 86 बैच के एके सिंह मौजूदा समय में सीसीएफ अजमेर की फील्ड पोस्ट पर जमे हैं। यही नहीं विभाग में एपीसीसीएफ कैडर वाली फोरेस्ट प्रोटेक्शन और कैंपा की पोस्ट खाली चल रही हैं। इनके अलावा एपीसीएफ योगेंद्र दक और अमरीक सिंह गुरु भी कुछ समय तक जूनियर कैडर की फील्ड पोस्ट पर रह चुके हैं।

राजस्थानवन सेवा का हाल : राजस्थानवन सेवा में पदोन्नत होकर : डीएफओ बन चुके अधिकारियों को ऑफिस और सचिवालय में तैनात कर रखा है जबकि फील्ड में डीएफओ की पोस्ट पर एडहॉक प्रमोशन वाले डीएफओ लगाए गए हैं। इसमें छतरगढ़ वन मंडल, जैसलमेर शामिल हैं।

केस-2

केस-1

कंजरवेटर राहुल भटनागर को चीफ कंजरवेटर, उदयपुर के पद पर लगाने के लिए एक्स कैडर की इस पोस्ट को डाउनग्रेड कर दिया गया। कंजरवेटर कैडर के 16 आईएफएस अधिकारियों में इनका नंबर 15वां है। इसके अलावा 23 चीफ कंजरवेटर इनके ऊपर हैं।

गूगलपर खुद को बता रखा है सीसीएफ: इंटरनेटपर राहुल भटनागर आईएफएस के नाम से सर्च करने पर इनका पद सीसीएफ बताया जा रहा है जबकि ये सीएफ ही हैं।

अजय गुप्ता कंजरवेटर कैडर के अधिकारी हैं उन्हें बनास परियोजना में सीसीएफ के पद के विरुद्ध लगाया गया जबकि 7 कंजरवेटर और चीफ कंजरवेटर्स की इस पद के लिए दावेदारी इनसे ज्यादा थी।

वन विभाग

बाड़मेर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख की नई पहल,सिपाहियों को प्रोत्साहन



बाड़मेर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख की नई पहल,सिपाहियों को प्रोत्साहन



बाड़मेर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख अनिल ने कार्यभार ग्रहण करने के साथ पुलिस की सबसे अहम् कड़ी पुलिस सिपाही के सशक्तिकरण पर काम शुरू किया ।सिपाहियों के साथ अपराध बैठक लेकर उन्होंने सिपाहियों को केस निवारण में और क्षेत्र में आ रही समस्याओ को सुना। उन्होंने सिपाहियों के सशक्तिकरण पर खास जोर दिया वाही परिवाद निवारण में रसीद सिस्टम लागू करने पर विचार विमर्श किया।वही शहरी क्षेत्रो में यातायात व्यवस्था और बेहतर करने के निर्देश दिए। बकाया मुकदमो की समीक्षा करने के साथ उन्होंने बीट रजिस्टर भी जांचे। उन्होंने बताया की बेस्ट बीट रजिस्टर को सोमवार को समानित किया जाएगा। देशमुख ने आज शिव थाना और ग्रामीण थानों का निरिक्षण किया। उन्होंने सभी को डोर टू डोर सर्वे के आदेश दिए। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा।

बाड़मेर बरसात शुरू हुई ,ठंड का अहसास बढ़ा

बाड़मेर बरसात शुरू हुई ,ठंड का अहसास बढ़ा 

बाड़मेर नीलोफर का खतरा भले ही टल गया हो  मौसम में अभी भी नबरकऱार हैं ,शनिवार शाम बाड़मेर शहर में ठंडी हलकी हवाओ के साथ बारिश शुरू हो गयी ,शहर वासी नीलोफर  खतरे के तलने से खुश थे ,शाम को शुरू हुई बरसात ने लोगो को चिंता में दाल दिया 

बाड़मेर देशवासियों के लिए रक्तदान अनूठी मिसाल - डीआईजी


बाड़मेर देशवासियों के लिए रक्तदान अनूठी मिसाल - डीआईजी
बाड़मेर.देश की रक्षा के साथ आज सीमा सुरक्षा बल के द्वारा सामाजिक सरोकार भी बेहतर तरीके से निभाए जा रहे है। सीमा पर अपना खून बहाने का जज्बा लिए तैनात जवानों का खून अब देश की जनता की रगों में भी दौड़ेगा। शनिवार को 37 वीं सीमा सुरक्षा बल वाहिनी के स्थापना दिवस अवसर पर बीएसएफ के नेहरु नगर कैम्प में 50 से अधिक सीमा सुरक्षा बल के 26 वें के स्थापना दिवस अधिकारियो और जवानों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। इस मौके पर जिला अस्पताल की ब्लड बैंक यूनिट के चिकित्सकों और अधिकारियो की टीम भी मौजूद रही। जिनकी देखरेख में रक्तदान शिविर सम्पन्न हुआ। रक्तदान शिविर का उद्घाटन बाड़मेर क्षेत्रीय मुख्यालय के डीआईजी प्रतुल गौतम ने फीता काट कर उदघाटन किया. इस रक्तदान शिविर में बोलते हुए डीआईजी प्रतुल गौतम ने जवानों को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वे सामाजिक सरोकारों को निभाते हुए स्वेच्छा से रक्तदान करें और उनके रक्त से कई जिन्दगियां बच सकती है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सीमा पर सतर्क रहने वाली बीएसएफ द्वारा समाज रक्षा का जिम्मा भी उठाया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल के 37 वीं वाहिनी के जवानों ने इस रक्तदान शिविर में बढ़चढ़ कर रक्तदान किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी और जवानो ने रक्तदान कर सामाजिक सरोकार निभाने की मिसाल पेश की. इस अवसर पर कार्यवाहक समादेष्टा जसवंत सिंह ओला , उपकमांडेट जे के नागल ,उप कमांडेट अमरजीत सिंह चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्पिता शर्मा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.




बाडमेर शर्मा ने जिला कलक्टर का पदभार संभाला



बाडमेर शर्मा ने जिला कलक्टर का पदभार संभाला

बाडमेर, 1 नवम्बर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मधुसूदन शर्मा ने शनिवार को  कलक्टर एवं जिला मजिस्टेªट के पद का पदभा
जिलार संभाला।



हाल ही में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर शर्मा को राजस्थान वित्त निगम के प्रबन्ध निदेशक के पद से जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टेªेट बाडमेर के पद पर पदस्थापित किया है। आदेश की अनुपालना में शर्मा ने शनिवार प्रातः 12.15 बजे अपना कार्यभार ग्रहण किया। पदभार संभालने के पश्चात् शर्मा ने बताया कि उनकी प्राथमिकता स्वच्छ व पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना होगी। साथ ही राजस्थान सरकार की प्राथमिकताओं के अनुसार कार्य किया जाएगा तथा जिले में कानून का राज स्थापित किया जाएगा।

नव नियुक्त जिला कलेक्टर मधुसुदन शर्मा ने कहा की आम जनता को राहत मिले इसके लिए सभी का सहयोग लिया जायेगा। शर्मा पदभार ग्रहण करने के बाद खबरनवीसो से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा की राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओ को प्राथमिकता से लागू करना ध्येय हे अंतिम व्यक्ति को इसका लाभ मिले सुनिश्चिंत किया जायेगा। उन्होंने बाड़मेर में औद्योगिक विकास की सम्भावनाए तलाश करने की बात कही वाही अभावग्रस्त क्षेत्रो में पशु शिविर विधिवत रूप से खोलने के प्रयास होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया की बाड़मेर की जनता की पूर्ण सुनवाई होगी। उन्हें राहत प्रदान की जाएगी।

शर्मा ने बताया कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता आम आदमी के दुख दर्द निवारण की रहेगी। साथ ही जिले में बेहतर प्रशासन के लिए मीडिया, जन प्रतिनिधियों, एनजीओ, तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ टीम वर्क के रूप में कार्य किया जाएगा।

टल गया निलोफर का खतरा

अहमदाबाद।गुजरात पर छह दिनों से मंडरा रहा चक्रवाती तूफान निलोफर का खतरा शुक्रवार सुबह पूरी तरह से टल गया। इससे न सिर्फ केन्द्र बल्कि राज्य सरकार और समुद्री इलाकों के समीप बसे लोगों ने भी राहत की सांस ली है।अब तक धीरे-धीरे गुजरात की ओर आगे बढ़ते समय कमजोर पड़ रहे चक्रवाती तूफान निलोफर ने शुक्रवार सुबह कच्छ जिले के नलिया से चार सौ किलोमीटर दूरी पर समुद्र में ही दम तोड़ दिया। वो तूफान से हल्के दबाव में परिवर्तित हो गया है।

Nilofar averted the risk of

जिससे अब गुजरात के तटीय क्षेत्रों में कोई खतरा या नुकसान नहीं हो होगा, लेकिन कम दवाब के चलते कच्छ-सौराष्ट्र के कुछ एक इलाकों में 45 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना अभी भी बरकरार है। ये बारिश शुक्रवार देर शाम से शुरू होकर शनिवार सुबह या पूरे दिन तक होने की संभावना है। गुरूवार देर रात अहमदाबाद सहित कच्छ व सौराष्ट्र के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। हालांकि राज्य सरकार कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती। बेशकर खतरा टल गया हो, लेकिन राहत और बचाव कार्य के लिए समुद्र तटीय जिलों में तैनात किए गए सेना के जवानों, एनडीआरएफ,एसआरपी और तटरक्षक दल की टीमों को शुक्रवार देर रात तक वहीं पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।



खतरा टलने की आधिकारिक 
घोषणा की

राज्य के राहत आयुक्त डी.एन.पांडे ने शुक्रवार सुबह गांधीनगर में राज्य आपदा प्रबंधन समूह की बैठक करने के दौरान मौसम विभाग विशेषज्ञों से विचार विमर्श करने के बाद निलोफर का खतरा राज्य में टलने की आधिकारिक घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि शनिवार शाम तक प्रभावित इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिसके बाद परिस्थिति और मौसम पूर्ववत हो जाएगा। लेकिन फिर भी राहत दल वहां पर आज भी तैनात रहेंगे, जिला कलक्टरों को आज भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

बेहतर तालमेल व तैयारियों की तारीफ


पांडे ने निलोफर से निपटने के लिए तहसील, जिला व राज्य तथा केन्द्रीय स्तर पर अधिकारियों की विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल व तैयारियां करने और सतर्क रहने पर अधिकारियों की तारीफ की। उन्होने कहा कि इससे ये साबित हो गया कि आगामी समय में कोई खतरा आने की स्थिति में हम बेहतर तरीके से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क हो सकेंगे। कासं - 

"नीलोफर" की चर्चा, बादल और बूंदाबांदी

बाड़मेर। चक्रवाती तूफान नीलोफर के नुकसान की आशंका को लेकर जिले में शुक्रवार को दिनभर चर्चाओं का दौर चला। शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहे और बूंदाबांदी भी हुई। इधर, इसके कहर से बचने के लिए किसान जतन करते दिखे तो प्रशासन तैयारी करता नजर आया। इसके निपटने के लिए प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। राष्ट्रीय आपदा बचाव दल की टीम भी मुस्तैदी से इसकी तैयारी कर रही है।
"Neelofar" discussion, cloud and drizzle

अरब की खाड़ी से उठे नीलोफर तूफान से सीमावर्ती बाड़मेर जिले में तेज हवाएं चलने और बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पिछले दो दिनों से चर्चाएं चल रही है। आशंकाओं के बीच गुरूवार सुबह बदले मौसम का असर शुक्रवार को भी पूरे दिन रहा। सुबह से ही बादल छाए रहे। जिला मुख्यालय पर गुरूवार रात और शुक्रवार अल सुबह रूक-रूक कर बूंदाबांदी हुई। वहीं रात दस बजे हल्की बूंदाबांदी हुई। ग्रामीण क्षेत्र में भी बूंदाबांदी हुई और कम गति से हवा चली।

इधर, नीलोफर से बचाव के लिए प्रशासनिक तैयारियां भी दिखी। शुक्रवार को कार्यवाहक कलक्टर हरभाण मीणा ने एनडीआरएफ की टीम से मिलकर बचाव को लेकर कार्य योजना बनाई। उन्होंने जिले के उपखण्ड अधिकारियों व तहसीलदारों को तैयार रहने और व्यापक असर होने पर जिला प्रशासन को सूचित करने के निर्देश दिए।

कंट्रोल रूम स्थापित
जिले में नीलोफर तूफान से निपटने के लिए जिला मुख्यालय सहित सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। कलक्टर हरभान मीणा ने बताया कि जिला मुख्यालय के कन्ट्रोल रूम का नम्बर 02982-222226 है। यह चौबीस घण्टे खुला रहेगा। इसी तरह उपखण्ड मुख्यालय व तहसील मुख्यालय पर भी कंट्रोल रूम होंगे, जहां चौबीस घण्टे स्टाफ कार्यरत रहेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर तैनात रहेगी। - 

फिर हुआ डीजल, पेट्रोल सस्ता, जानें कीमत


नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चा तेल की कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों क्रमश: 2.41 रूपए और डीजल 2.25 रूपए प्रति लीटर की कटौती की है। नई दरें मध्यरात्रि से लागू हो जाएंगी।

सरकार ने 18 अक्टूबर को डीजल को नियंत्रणमुक्त कर दिया था। उस समय तेल विपणन कंपनियों ने डीजल की कीमत 3.37 रूपए (दिल्ली में) घटाई थीं। एक पखवाड़े के दौरान डीजल की कीमतों में दूसरी बार कमी हुई है।
petrol 2.4 and diesel 2.25 rupees decrease

पेट्रोल के दाम में इस वर्ष अगस्त के बाद यह छठी बार कमी की गई है। अगस्त से अब तक पेट्रोल की कीमत 8.27 रूपए (दिल्ली में) घट चुकी है। दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल 64.24 रूपए का मिलेगा।

डीजल की कीमत दिल्ली में अब घटकर 53.35 रूपए प्रति लीटर रह जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतो में लगातार गिरावट का रूख बना हुआ है और पिछले पांच माह के दौरान दाम एक चौथाई लुढ़क चुके हैं। अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट होगी।

सरकार ने पेट्रोल को जून 2012 में ही सरकारी नियंत्रण से मुक्तकर दिया था, लेकिन डीजल के दाम सरकार तय करती थी। पिछले साल जनवरी में डीजल पर अंडर रिकवरी कम करने के उद्देश्य से सरकार ने तेल विपणन कंपनियों को हर माह 50 पैसे प्रति लीटर बढ़ोतरी करने की इजाजत दी थी। इसके बाद कंपनियों ने हर माह कीमतों में बढ़ोतरी की और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत घटने के बाद पहली बार कंपनियों को इस पर कई वर्षो के बाद फायदा होने लगा।

नरेंद्र मोदी सरकार ने 18 अक्टूबर को लिए फैसले में डीजल की कीमतें तय करने का जिम्मा भी कंपनियों के हवाले कर दिया। इसके बाद से यह दूसरी कटौती है।

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राजे मंत्रिमंडल में फिर फेरबदल, कई मंत्रियों के बदले विभाग

जयपुर। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों में फेरबदल तीसरे दिन भी जारी रहा। राज्य सरकार ने गुरूवार को फिर कई मंत्रियों के विभाग बदल दिए।

कालीचरण सराफ को दो नए विभागों (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और सैनिक कल्याण विभाग) की जिम्मेदारी और सौंप दी है।
kalicharan saraf  taken to two new department

वहीं, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केबिनेट मंत्री राजेंद्र राठौड़ और राज्यमंत्री अर्जुनलाल को सौंपा मंत्रिमंडल सचिवालय वापस अपने पास ले लिया है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा 28 अक्टूबर को किया गया था, अगले दिन फिर फेरबदल हुआ।

इन्हें नई जिम्मेदारी

राजेंद्र राठौड़
आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्घति
राजपाल सिंह शेखावत
स्वायत्त शासन एवं आवासन विभाग
अमराराम से छीने विभाग
सैनिक कल्याण, जयपुर शहर पुर्नवास और पुन: बंदोबस्त विभाग -

राजस्थान में कुछ इस तरह की जाएंगी पुलिस भर्ती

जयपुर। राजस्थान पुलिस सेवा में भर्ती होने वाले सिपाहियों की शारीरिक माप-तौल एवं भाग-दौड़ का डाटा तैयार करने के लिए अब पूरी तरह से वैज्ञानिक तकनीक से काम किया जाएगा।

सिपाही की शारीरिक क्षमताओं का सही आंकलन करने और गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए अब एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप सिपाही के बारे में पूरा डाटा तैयार करेगी।

बाद में यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। यह परीक्षा जयपुर, अजमेर , उदयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर, पाली और भीलवाड़ा में आयोजित होनी है।

मीना के समय हुआ था प्रयोग
पूर्व डीजीपी हरीश चंद्र मीना के समय दौड़ परीक्षा का आयोजन किया गया था। उसमें कई अभ्यर्थी तेज दौड़ने के कारण अचेत हो गए थे। उस समय हरीश चंद्र मीना ने अभ्यर्थियों को कई किलोमीटर तक दौड़कर दौड़ क्षमता का परिचय दिया था। बाद में प्रयोग के तौर पर कुछ अभ्यर्थियों के शरीर पर चिप लगाई गई थी।
rajasthan police recruitment result

ली जाएंगी एक लाख से भी ज्यादा चिप
पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस साल और अगले साल होने वाली परीक्षाओं के लिए एक लाख बीस हजार चिप किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे एवं अन्य उपकरण भी लेने की योजना है।

सभी उपकरण खरीदने की जगह इन उपकरणों को किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। इन चिपों को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के शरीर पर लगाया जाएगा।

एक लाख बीस हजार चिप और सीसीटीवी कैमरों के लिए एक करोड़ अस्सी लाख रूपए का शुल्क रखा गया है। इस तरह से काम करेगी चिप दौड़ करने एवं अन्य व्यायामों में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के हाथ पर बांधी जाएगी।

इससे दौड़ में लगा समय, दौड़ के समय शरीर की स्थिति जैसे ब्लड प्रेशर, हार्टबीट एवं अन्य तरह की गतिविधियों पर नजर रखकर पूरा डाटा तैयार करेगी। इसके बाद इस चिप को निकालकर यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सेव कर दिया जाएगा। चिप लगाने वाली कंपनी ही सीसीटीवी कैमरे लगाकर रिर्काडिंग कराएगी। -

सहेलियों से झगड़ा, कॉलेज छात्रा ने की सुसाइड

college girl commits suicide in bharatpur
भरतपुर। भरतपुर में एक कालेज की छात्रा ने शुक्रवार सुबह जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।पुलिस के अनुसार भरतपुर की आर डी गर्ल्स कालेज की छात्रा सुमन सुबह कालेज आने के बाद कालेज के गेट पर विषैले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई। धोरमुई गांव की रहने वाली सुमन के आत्महत्या कर लेने का कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है लेकिन दो दिन पहले उसका अपनी सहेलियों के साथ झगड़ा हुआ था।