सोमवार, 2 जून 2014

आणंद : किराए की कोख का गढ़



दुग्ध क्रांति की वजह से देश की ‘दुग्ध राजधानी’ के रूप में मशहूर गुजरात का आणंद शहर इन दिनों एक और वजह से सुर्खियों में है। इन दिनों पश्चिम भारत का यह शहर दुनिया भर के नि:संतान दम्पत्तियों को किराए की कोख की मदद से माता-पिता बनने में मदद कर रहा है।

आणंद : किराए की कोख का गढ़ शहर को किराए की कोख यानी सरोगेसी के लिए दुनिया भर में मशहूर करने का श्रेय आकांक्षा फर्टीलिटी क्लीनिक के मैडीकल डायरैक्टर डा. नयना पटेल तथा उनके पति हितेश को जाता है।

उनके क्लीनिक के बाहर बैठी एक अधेड़ महिला बताती हैं कि कैसे उनकी बेटी की शादी के 13 साल बाद भी उसे मां बनने का सुख नसीब नहीं हो सका। एक बार उसका गर्भपात हो चुका है और अब वह तथा उसका पति डा.नयना के पास आए हैं। इसी तरह की उम्मीद लेकर भारत ही नहीं अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान तथा हांगकांग से लोग 2 लाख की आबादी वाले इस शहर तक पहुंचते हैं। वे ऐसा बच्चा चाहते हैं जो बेशक किसी और की कोख से जन्म ले परंतु आनुवांशिक रूप से उनका हो।

यहां 9 महीने के लिए अपनी कोख किराए पर देने वाली अधिकतर युवा महिलाएं करीबी क्षेत्रों से हैं। आमतौर पर उनके पति रिक्शा चलाने, कपड़े बेचने, इलैक्ट्रीशियन, हीरा तराशने या दिहाड़ी जैसे काम करते हैं जिनकी आय से बमुश्किल परिवार का पेट भरता है।

क्लीनिक अपनी कोख किराए पर देने के बदले में करीब 6 लाख रुपए देती है जो उनके पतियों की कई साल की कमाई के बराबर है। डा. नयना के अनुसार ये महिलाएं आमतौर पर इस रकम का इस्तेमाल अपने बच्चों की शिक्षा या नया घर बनाने के लिए करती हैं।

वह कहती हैं, ‘‘जब उनका बच्चा अधिक फीस की वजह से अच्छे स्कूल में पढऩे नहीं जा पाता या मकान का कई महीने का किराया बकाया हो या उनका मकान गिरने की
हालत में हो तो वे यह त्याग करने को तैयार हो जाती हैं और इससे नि:संतान दम्पतियों को खुशी भी मिलती है।’’

क्लीनिक के प्रवेश द्वार पर प्लास्टिक की कुर्सियों की लम्बी कतार है। इनमें से चार पर गर्भावस्था के अंतिम महीनों में बैठी चार सरोगेट मांएं अपनी नियमित चिकित्सकीय जांच किए जाने की प्रतीक्षा कर रही हैं।

इनमें से 33 वर्षीय आशा दामोर एक कनाडाई दम्पति के जुड़वां बच्चों को जन्म देने वाली हैं जबकि अर्पिता क्रिश्चियन के पेट में एक अमेरिकी दम्पति का बच्चा है। क्लीनिक के करीब बने एक हॉस्टल में अन्य सैरोगेट मांओं के साथ रह रही आशा बताती हैं, ‘‘ये मेरे बच्चे नहीं हैं। ये उस दम्पत्ति के बच्चे हैं। हम रात चैन की नींद सोती हैं क्योंकि हमें पता है कि हम एक अच्छा काम कर रही हैं।’’

दूसरी बार अपनी कोख किराए पर दे रही 32 वर्षीय सलमा वोरा अपने बेटे को अच्छे कॉलेज में पढऩे के लिए भेजना चाहती हैं। अपने पहले सरोगेट गर्भधारण के बारे में वह बताती हैं, ‘‘मैं हर दिन उस बच्चे के बारे में सोचती हूं जो स्वाभाविक है परंतु जब मैं अपने परिवार के पास होती हूं तो मुझे उसकी याद नहीं आती।’’

एक डॉक्टर के अनुसार यही वजह है कि सरोगेट मां के अपने बच्चे होना जरूरी है। सरोगेट मां बनने के लिए अन्य अनिवार्यताओं में महिला को यौन संक्रमित रोग न होना, उसके पति की सहमति तथा बच्चे के जन्म के बाद उस पर किसी तरह का हक न जताने का करार शामिल है। डॉक्टरों के अनुसार गर्भावस्था में कोई जटिलता आने पर गर्भपात कर दिया जाता है। इस वक्त क्लीनिक के निकट लिए मकानों में 85 सरोगेट मांएं रह रही हैं। इन महिलाओं को कम से कम 9 महीने तक अपने परिवार से दूर रहना होता है ताकि उन्हें गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा जा सके। नाश्ते से लेकर रात को सो जाने तक इनका पूरा ख्याल रखा जाता है। दिन के दौरान वे सिलाई-कढ़ाई, खाना -पकाना तथा अंग्रेजी पढऩे जैसे कौशल सीखती हैं। हॉस्टल में दो माह की गर्भवती प्रीति ढाबी के अनुसार वहां उनके बच्चे तथा पति उनसे मिलने आ सकते हैं।

धर्मिष्ठाबेन नामक एक महिला बताती हैं, ‘‘हम यहां अच्छे से हैं। यहां रहने का यह फायदा भी है कि अपनी कोख किराए पर देने के बारे में गांव में किसी को पता नहीं चलेगा।’’

देश में सरोगेट गर्भधारण वैध है परंतु आज भी समाज इसे स्वीकार नहीं करता। इसके बावजूद यह व्यवसाय तेजी से फल-फूल रहा है। देश भर में स्थित लगभग 3 हजार अस्पताल हर साल करोड़ों-अरबों रुपयों की कमाई कर रहे हैं। इन आंकड़ों से जाहिर है कि भारत को दुनिया भर में किराए की कोख के लिए सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है। गत वर्ष ही इस संबंध में कानून सख्त किए गए हैं जिनके तहत अब समलैंगिक या अविवाहित जोड़े भारतीय सरोगेट मांओं से बच्चे हासिल नहीं कर सकते हैं।

फेसबुक पर पीएमओ इंडिया के फर्जी पेज, कइयों ने किया लाइक



जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फेसबुक पेज बना है, तब से ही इस माध्यम पर पीएमओ इंडिया के नाम की फर्जी पेजों की बाढ़ सी आ गई है. जाने-अनजाने में कई लोग इन पेजों को लाइक भी कर रहे हैं और इस पर किए गए पोस्ट को शेयर भी कर रहे ह

बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर और जेट ईंधन हुआ सस्ता



रुपये में मजबूती से आयात सस्ता होने के मद्देनजर बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम 23.50 रुपये प्रति सिलेंडर घटा दिया गया है. वहीं विमान ईंधन यानी एटीएफ की कीमतों में 1.8 प्रतिशत की कटौती की गई है.

LPG सिलेंडर 
 इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के अनुसार दिल्ली में विमान ईंधन की कीमत 1,285.89 रुपये प्रति किलोलीटर या 1.81 प्रतिशत घटाकर 69,747.98 रुपये प्रति किलोलीटर की गई है. अप्रैल के बाद से जेट ईंधन कीमतों में यह तीसरी कटौती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतों में गिरावट व डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती से आयात सस्ता हो गया है.

मुंबई में एटीएफ का दाम घटकर 71,940.36 रुपये प्रति किलोलीटर पर आ गया है, जबकि अभी तक यह 73,306.89 रुपये प्रति किलोलीटर था. स्थायीय बिक्रीकर या वैट की दरों में भिन्नता की वजह से यह अंतर है. किसी एयरलाइन की परिचालन लागत में विमान ईंधन की हिस्सेदारी 40 फीसद से अधिक बैठती है.



बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम 23.50 रुपये घटा दिया गया है. दिल्ली में अब बिना सब्सिडी वाले एलपीजी का दाम 905 रुपये होगा, जो अभी तक 926.50 रुपये प्रति सिलेंडर है.

फरवरी से यह बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर में पांचवीं कटौती है.

उपभोक्ताओं को सालाना आधार पर 12 रसोई गैस सिलेंडर को सस्ते दाम पर मिलते हैं, लेकिन 12 का कोटा पूरा होने के बाद उन्हें बाजार मूल्य पर रसोई गैस सिलेंडर खरीदना पड़ता है, जिस पर सब्सिडी नहीं दी जाती.

ब्लैक मनी पर एसआईटी ने की पहली बैठक





नई दिल्ली। देश की नवनिर्वाचित सरकार द्वारा विदेशों में छिपाकर रखे गए कालेधन की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आज पहली बैठक की तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की।

 
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज जस्टिस एम बी शाह की अध्यक्षता में एसआईटी ने बैठक के दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश और आगे की कार्रवाई पर विस्तार से चर्चा की। वित्त मंत्रालय से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि बैठक के दौरान आगे की कार्रवाई और प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई तथा रूपरेखा तैयार कर ली गई।

एसआईटी की अगली बैठक में सोमवार को लिए गए निर्णय पर दोबारा संक्षेप में चर्चा की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच दल गठित करने के लिए अंतिम समयसीमा दिए जाने के बाद 27 मई को एसआईटी का गठन किया गया।

सोमवार को बैठक के दौरान एसआईटी के उपाध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरिजीत पसायत एवं देश की 11 उत्कृष्ट एजेंसियों एवं विभागों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित थे।

मोदी की तारीफ में खार ने गढ़े कसीदे

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने पाकिस्तान में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की जा रही अटकलों को नई दिशा दी है।
modi has changed: heena rabbani khar 
हीना ने कहा कि नरेंद्र मोदी दोनो देशों के बीच शांति के पक्षधर है और दोनो देशों के विकास में परस्पर सहयोग चाहते है।

नरेंद्र मोदी की छवि बदल गई है। उन्होंने भारत-पाकिस्तान रिश्ता आगे बढ़ाने के लिए कदम बढ़ाए हैं।

पाकिस्तान की सरकार को इनके साथ संबंधों को सुधारने का काम करना चाहिए।

यह दोनों देशों की आवाम के विकास व घरेलू समस्याओं का स्थाई हल निकालकर विकास के रास्ते पर चलने का समय है। खार ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति और विकास के लिए दोनों को दि्वपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना होगा।

मोदी का अपनी शपथ ग्रहण के समय पाक पीएम नवाज शरीफ को बुलाना दोनों देशों की सुनहरे भविष्य के रास्ते खोल चुका है। ये संबंध और आगे बढ़ने चाहिए। 

तेलंगाना बना देश का 29वां राज्य, चंद्रशेखर राव बने सीएम





नई दिल्ली। तेलंगाना आज से देश का 29वां राज्य बन गया है। रात के 12 बजे तेलंगाना को कानूनन अलग राज्य के तौर पर मान्यता मिल गई। पूरी रात हैदराबाद समेत तेलंगाना के अलग-अलग शहरों में जश्न मनाया गया। टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव आज राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे।

 
जैसे ही घड़ी में रात के बारह बजे देश के 29वें राज्य के तौर पर जन्म हुआ तेलंगाना का और इस ऐतिहासिक लम्हे के साथ ही हैदराबाद और समेत तेलंगाना के दूसरे शहरों में जश्न शुरू हो गया। पूरी रात हजारों की तादाद में तेलंगाना समर्थक हैदराबाद की सड़कों पर जश्न मनाते रहे। तेलंगाना की पहली सरकार बनाने जा रही टीआरएस यानी तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां और बिरयानी खिलाकर नए राज्य के गठन की बधाइयां दीं।

हैदराबाद के सभी मुख्य जगहों और सड़कों पर जमकर आतिशबाजी की गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तेलंगाना के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी देर रात हैदराबाद में रैली निकाली और राज्य के बंटवारे का श्रेय यूपीए सरकार और सोनिया गांधी को दिया।

तेलंगाना के गठन के साथ ही आंध्र प्रदेश कानूनी तौर पर दो हिस्सों में बंट गया। तेलंगाना राज्य में हैदराबाद समेत 10 जिले होंगे। जबकि आंध्र प्रदेश में 13 जिले होंगे। दोनों राज्यों की राजधानी अगले 10 साल तक हैदराबाद ही रहेगी।

तेलंगाना राज्य के गठन के साथ नई सरकार के गठन का भी रास्ता साफ हो गया है। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन तेलंगाना के पहले राज्यपाल बन गए। वहीं चंद्रशेखर राव ने सूबे के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। 119 सदस्यों वाली तेलंगाना विधानसभा में राव की पार्टी टीआरएस को बहुमत है।

गौरतलब है कि संसद में इसी साल फरवरी में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक पारित हुआ था, जिसके बाद अलग तेलंगाना के गठन का रास्ता साफ हुआ था। इस बंटवारे का जमकर विरोध भी हुआ। लेकिन आखिर में तेलंगाना देश का 29वां राज्य बनने में सफल रहा।

माता वैष्णो देवी मंदिर के द्वार पर गूंजी "किलकारी"



जम्मू। एक अनोखे घटनाक्रम में जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाडियों के बीच स्थित माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए रविवार को कतार में खड़ी महिला ने मंदिर के बाहर शिशु को जन्म दिया।

pregnant lady delivers baby standing in queue at vaishno devi temple 

पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ की निवासी राजबाला (35) पति सर्वेश कुमार के साथ माता के दर्शन के लिए गेट नंबर तीन के बाहर कतार में खड़ी थी। दोपहर बाद लगभग एक बजे महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।

पास ही के डिस्पेंसरी से डाक्टरों के दल को बुलाया गया लेकिन तब तक महिला ने वहां खड़ी अन्य महिलाओं की मदद से एक बालक को जन्म दे दिया।

उन्होंने बताया कि बाद में महिला और नवजात को चिकित्सा केंद्र ले जाया गया जहां आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के बाद दोनों को छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने बताया कि मां और शिशु दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि माता के भवन के बाहर प्रसव की यह अब तक की पहली घटना है।

भाजपा सांसद और पूर्व कमिश्‍नर सत्‍यपाल सिंह के फ्लैट में चल रहा था देह व्यापार

मुंबई. पुलिस की समाजसेवा शाखा ने अंधेरी इलाके के एक फ्लैट में देह व्यापार शुरू होने की शिकायत मिलने के बाद तलाशी ली। फ्लैट से दो लड़कियों समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। यह फ्लैट मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त व भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह का है।
भाजपा सांसद और पूर्व कमिश्‍नर सत्‍यपाल सिंह के फ्लैट में चल रहा था देह व्यापार 

शनिवार रात जिस सोसायटी में छापेमारी की गई उसमें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के फ्लैट हैं। छापा मारने वाली टीम को फ्लैट से सत्यपाल सिंह के नाम का बिजली का बिल मिला है। साथ ही सोसायटी के बोर्ड पर भी सत्यपाल सिंह का नाम लिखा हुआ है।

फ्लैट से पुलिस ने दो लाख अश्लील सीडी बरामद की

प्राप्त जानकारी के मुताबिक फ्लैट एक कंपनी को किराए पर दिया गया है। पकड़ा गया शख्स भी कंपनी का ही कर्मचारी है। बता दें कि साल की शुरुआत में इसी सोसायटी के एक फ्लैट से पुलिस ने दो लाख अश्लील सीडी बरामद की थी। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता और पुलिस उपायुक्त महेश पाटील ने बताया कि प्लैट में देह व्यापार की शिकायत मिली थी जिसके बाद छापा मारा गया।

पकड़ी गईं लड़कियां कंपनी के मालिक के निर्देश पर वहां पहुंची थी। मामले की जांच जारी है। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले पर चुप्पी साध रखी है।

रविवार, 1 जून 2014

पिता को बनाया सांसद प्रतिनिधि, मोदी ने फटकारा





लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत को फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फटकार मिली, जिसके बाद उन्होंने अपने पिता को सांसद प्रतिनिधि पद से हटा दिया। मोदी ने भाजपा सांसदों को अपने रिश्तेदारों को स्टाफ के रूप में नहीं रखने की हिदायत दी थी, इसके बावजूद प्रियंका ने अपने पिता उत्तम राम (सेवानिवृत्त पीडीएस अधिकारी) को सांसद प्रतिनिधि पद नियुक्त कर दिया था।

 
भाजपा सूत्रों के अनुसार, हिदायत मिलने के बाद प्रियंका ने तर्क दिया था कि उनके पिता लंबे समय से भाजपा कार्यकर्ता हैं, इसीलिए उन्होंने पिता को अपना प्रतिनिधि बनाया है। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने हालांकि असमति जताई थी।

उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के दिशा-निर्देश के बावजूद प्रियंका सिंह का ऐसा करना सही नहीं है। उन्होंने कहा था कि बाराबंकी की सांसद सहित सभी सांसदों को वह इस सिलसिले में अलग से दिशा-निर्देश भेजकर प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुरूप आचरण के लिए कहेंगे।

प्रियंका सिंह ने हिदायत नहीं मानी, यह खबर मीडिया में आने के बाद रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोनकर प्रियंका सिंह को फटकार लगाई और अपने पिता को हटाकर किसी और को सांसद प्रतिनिधि बनाने को कहा। सूत्रों ने बताया कि प्रियंका ने मोदी से क्षमा मांगते हुए तत्काल प्रभाव से अपने पिता को पद से हटा दिया।

बिना लाव लवाजमा सीएम राजे ने किया औचक निरीक्षण



जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को राजधानी जयपुर का औचक निरीक्षण किया वो भी बिना किसी सुरक्षा बेड़े और वाहनों के काफिले के।

cm raje visit city by own personal car 
राजे ने बिना लाल बत्ती अपनी निजी कार से शहर का दौरा किया और साफ सफाई का जायजा लिया।

दौरे के दौरान खामियां मिलने पर राजे ने अधिकारियों को उन्हें दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए।

पर्यावरण प्रेमी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाईस गोदाम सर्किल, जनपथ, स्टेच्यू सर्किल, रामबाग और सचिवालय स्थित बगीचों का जायजा लिया और उन्हें निखारने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

राजे ने अधिकारियों को सचिवालय में मंत्रालयिक भवन के पीछे एक और पार्किग स्थल बनाने के निर्देश दिए।

रामबाग सर्किल और महत्वर्पूण चौराहों पर लगे पोस्टरों को देखकर राजे ने अधिकारियों से अपनी नाराजगी जताई।

उन्होंने कहा कि वे प्रदेश में कहीं भी बिना किसी सूचना के औचक निरीक्षण करने पहुंच सकती है।

विधायक को निलंबित कर मुश्किल में फंसी कांग्रेस!



जयपुर। राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भंवरलाल शर्मा को कांग्रेस पार्टी से निलंबित करने के बाद पार्टी की परेशानी बढ़ गई है। कांग्रेस के राज्य में सिर्फ 21 विधायक हैं, शर्मा का निष्कासन करने के बाद अब उसके पास महज 20 विधायक रह गए हैं। ऎसे में 20 विधायकों के साथ नेता प्रतिपक्ष का दावा संकट में पड़ जाएगा।

Rajasthan congress in trouble , mla bhanwar Lal Sharma suspended from party 
निलंबित विधायक शर्मा ने कहा कि अब राजस्थान भी कांग्रेस के लिए तमिलनाडु जैसा हो जाएगा। राजस्थान विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष भी नहीं रहेगा तथा आगामी चुनावों में कांग्रेस को इसका खामियाजा उठाना पडेगा। शर्मा ने कहा कि मैं आज कांग्रेस की गुलामी से आजाद हो गया हूं।

उल्लेखनीय है कि शर्मा ने शनिवार को कहा था कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं। वे पार्टी उपाध्यक्ष पद के लायक नहीं हैं। 3-4 जोकरों की टीम कांग्रेस चला रही है। इन पैराशूटी नेताओं के पास कार्यकर्ताओं के लिए समय नहीं है। उन्होंने मीडिया में बयानबाजी कर कांग्रेस के राष्ट्रीय एवं राज्य के कई और नेताओं को भी कोसा था।

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पुत्र मोह में धृतराष्ट्र नहीं बनने की सलाह भी दी थी। इस बयानबाजी पर शनिवार को पार्टी ने शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा था और एक दिन बाद रविवार को उनको निलंबित करने की कार्रवाई की गई।

राजस्थान कांस्टेबल भर्ती: परीक्षा का पेपर आउट!

उदयपुर। रविवार को हुई राजस्थान कांस्टेबल परीक्षा का पेपर लीक होते होते बच गया। पुलिस ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही आरोपी को दबोच लिया है।
rajasthan police constable exam paper out 
गिरफ्तार आरोपी उदयपुर के सेन्ट्रल जेल में प्रहरी के पद कार्यरत है। वहीं, बाड़मेर से खबर मिल रही है कि वहां वाट्स एप पर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। पुलिस ने एक महिला सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है।

इन पर आरोपह ैकि पेपर बदलने के फिराक में लेकिन इससे पहले ही उनको दबोच लिया। पूरे मामले तह तक जाने के लिए पुलिस इसकी जांच करने में जुट गई है। हांलाकि प्रशासन की तरफ अभी तक ऎसा कोई बयान नहीं आया है।

सिरोही जिले में पुलिस ने दो मुन्नाभाई को नकल करते हुए पकड़ा है। एसपी राजीव प्रकाश मौके पहुंच कर मामले की जानकारी ली। पकड़े गए अभ्यार्थी एक तो भरतपुर और दूसरा जोधपुर का बताया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार जेल प्रहरी ने परीक्षार्थियों से दावा किया था कि वह परीक्षा से दो घंटे पहले उनको पेपर उपलब्ध करा देगा। मुखबिर की सूचना पर सूरतपोल पुलिस ने सजगता दिखाई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पूरे मामले में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को जयपुर, बीकानेर और जालोर में नकल कराने वाले गिरोह का भण्डाफोड हुआ था।

पुलिस ने जयपुर में जालौर के एक परीक्षा केन्द्र के अध्यक्ष समेत तीन को हिरासत में लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि अभ्यर्थियों से तीन लाख रूपए ऎंठ कर उन्हें परीक्षा में पास कराने का झांसा दिया जा रहा था।

बीकानेर में पुलिस ने गिरोह की कमान संभाले चाचा-भतीजे को गिरफ्तार किया था। - 

'पेयजल की पहली प्राथमिकता रहेगी' गजेन्द्रसिंह


'पेयजल की पहली प्राथमिकता रहेगी' गजेन्द्रसिंह




  पोकरण
जोधपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद गजेन्द्रसिंह शनिवार को पोकरण प्रवास के दौरान जोधपुर रोड स्थित निजी होटल में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पोकरण क्षेत्र में पेयजल की पहली प्राथमिकता रहेगी। केन्द्र व प्रदेश में विकास कार्यों का एजेंडा तैयार किया जा रहा है। विकास कार्यों का एजेंडा तैयार होते ही केन्द्र व प्रदेश में विकास कार्य जल्द ही शुरू किए जाएंगे। जिसमें पोकरण क्षेत्र में पेयजल की समस्या का तत्काल निस्तारण करवाया जाएगा। पूर्व सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं को तत्काल क्रियान्वयन कर उस योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। सांसद ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में रह रहे लोगों को अलग बजट दिया जाएगा। जिससे सीमावर्ती क्षेत्र में रहे हैं लोगों को राहत पहुंचे। मैने भी 14 साल तक सीमाजन कल्याण समिति के सदस्य के रूप कार्य किया है, मुझे सब कुछ पता बताने की कोई जरूरत नहीं है। वसुंधरा सरकार ने साठ दिवसीय योजना को लागू कर प्रदेश में सफाई जैसी पहली प्राथमिकता दी तथा प्रदेश में महंगाई को देखते हुए सरकार द्वारा भी इस संबंध में जल्द से जल्द कदम उठाकर जनता को राहत पहुंचाई जाएगी। 

बाड़मेर दफनाए शव को बाहर निकाल किया पोस्टमार्टम



बाड़मेर दफनाए शव को बाहर निकाल किया पोस्टमार्टम



बाड़मेर सिवाना. क्षेत्र के कांखी गांव में मृत्यु के बाद दफनाए गए चार माह के मासूम का शव पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने मृत्यु के चौथे दिन शनिवार को पोस्टमार्टम के लिए बाहर निकाला।
थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि मृतक के पिता ईसाराम पुत्र टापराराम मेघवाल निवासी सायला की ओर से दर्ज करवाया गए मामले के तहत शनिवार को कांखी गांव में दफनाए गए चार माह के मासूम का शव तहसीलदार प्रकाशचंद्र अग्रवाल की उपस्थिति में बाहर निकाला गया। मौके पर मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दर्ज मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ईसाराम पुत्र टापराराम मेघवाल निवासी सायला ने मामला दर्ज करवाया था कि उनकी शादी दो साल पूर्व संूगीदेवी मेघवाल निवासी कांखी के साथ हुई थी। उनकी पत्नी ने पुत्र को जन्म दिया। जिसका नाम जगदीश था। गत 19 मई को पत्नी सूंगीदेवी व हजाराज सायला से पुत्र को कांखी ले गए थे। 28 मई को उसे समाचार मिले कि उसके पुत्र की मृत्यु हो गई है और शव को भी दफना दिया गया। इस पर शनिवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई।

बॉर्डर मुद्दों पर भारत-पाक अफसरों ने की मंत्रणा



मुनाबाव में मासिक बैठक आयोजित, सौहार्दपूर्ण माहौल पर की चर्चा
 

बॉर्डर मुद्दों पर भारत-पाक अफसरों ने की मंत्रणा




  बाड़मेर पाक रेंजर्स व बीएसएफ की शनिवार को मुनाबाव स्थित कांफ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक में बॉर्डर से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। दोनों मुल्कों के अफसरों ने सरहद पर सौहार्दपूर्ण माहौल पर मंत्रणा करते हुए कई सुझाव भी दिए। भारत की अगुवाई कमाडेंट एम.एल. गर्ग व पाकिस्तान की तरफ से कमांडर मोहम्मद सिद्दीक ने की। इस मौके पर पाक रेंजर्स का स्वागत किया गया।
पाक रेंजर्स व बीएसएफ अधिकारियों की मासिक बैठक शनिवार को मुनाबाव कांफ्रेंस हॉल में आयोजित हुई। जिसमें फ्लड लाइटें, पशुओं का आवागमन, सुरक्षा समेत तमाम मुद्दों पर सिलसिलेवार चर्चा की गई। पाक रेंजर्स ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सुझाव दिए। वहीं बीएसएफ अधिकारियों ने भी कई पहलुओं पर विचार विमर्श करते हुए अपनी बात रखी। दोनों मुल्क के अधिकारियों ने बॉर्डर पर सौहार्दपूर्ण माहौल पर मंत्रणा की। भारत की तरफ से बीएसएफ के कमांडेंट एम.एल. गर्ग के नेतृत्व में सैकंड कमाडेंट ए.के. तिवारी, डिप्टी कमांडेंट सुरेश कुमार, डिप्टी कमांडेंट आर.एस. प्रसाद, एन.एल. चौधरी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि मासिक बैठक एक बार भारत में तो दूसरी बार पाक क्षेत्र में आयोजित होती है, जिसमें दोनों देशों के अधिकारी बॉर्डर से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श करते हैं।