शनिवार, 1 जून 2013

शराबी से सगाई तोड़ी तो क्या गुनाह किया

शराबी से सगाई तोड़ी तो क्या गुनाह किया 



पंचों से प्रताडि़त दंपती व उसके परिजन एसपी के पास गुहार लेकर पहुंचे




जैसलमेर पंचों से प्रताडि़त विवाहित अमका देवी ने कहा कि मेरे पिताजी ने पूर्व में शराबी से मेरी सगाई तोड़ दी और दूसरी जगह विवाह कर दिया तो क्या गुनाह किया। अमका ने कहा कि एक पिता की ख्वाहिश होती है कि उसकी बेटी हमेशा पति के साथ खुश रहे। एक शराबी पति के साथ कोई लड़की कैसे खुश रह सकती है। जिससे सगाई हुई थी उसके शराबी होने का पता चला तो मेरे पिता ने सगाई तोड़ दी। यह व्यथा है पंचों से प्रताडि़त हो रहे परिवार की। शुक्रवार को दंपती व उसके परिजन जिला मुख्यालय पहुंचे और एसपी से न्याय की गुहार लगाई।

इससे पूर्व इन्होंने सांगड़ थाने में मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या है मामला: मामले के अनुसार कृपाराम ने अपनी पुत्री अमका की सगाई गत वर्ष भियाड़ निवासी सवाईराम से की थी। कृपाराम को जब पता चला कि सवाईराम शराबी है तो उसने सगाई तोड़ दी और अपनी पुत्री की 17 जनवरी 2013 में काठोड़ा निवासी चमाराम से कर दी। इसके बाद भियाड़ क्षेत्र के समाज के लोगों ने पंचों को बिठाकर पंचायती की और दोनों कृपाराम व चमाराम के परिवार को समाज से बाहर कर दिया। चमाराम ने भियांड वालों को ढाई लाख रुपए जुर्माने के रूप में दिए जिससे चमाराम के परिवार को समाज में शामिल कर दिया गया वहीं कृपाराम आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते दंड नहीं भर सका। इसके बाद गत 28 मई से 30 मई तक रामा गांव में फिर से पंचायती हुई और पंचों ने कृपाराम को 5 लाख रुपए का दंड व उसकी दो पुत्रियों की भियांड में शादी करने का फरमान सुनाया। इससे व्यथित होकर कृपाराम अपनी पुत्री जंवाई को लेकर पुलिस में पहुंचा और मुकदमा दर्ज करवाया।

आए दिन मिलती हैं धमकियां

चमाराम ने बताया कि वह अपनी पत्नी अमका के साथ डर-डर कर रह रहा है। पंचों के फरमान के चलते उसकी पत्नी अमका सहमी हुई है। अमका के पिता कृपाराम ने बताया कि पंचों के आदमी आए दिन उन्हें धमकियां दे रहे हैं कि अमका का अपहरण कर लेंगे और जान से मार देंगे।

बाड़मेर .....सरपंच के खिलाफ विधवा से दुष्कर्म का मामला दर्ज


बाड़मेर .....सरपंच के खिलाफ विधवा से दुष्कर्म का मामला दर्ज 


बालोतरा  गिड़ा थाना क्षेत्र में एक विधवा ने सणतरा सरपंच के खिलाफ अपहरण कर जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया। 

पुलिस के अनुसार विधवा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि २६ मई को शाम ६ बजे वह सियागों की गोलाई सरहद तरली बेरी सड़क पर उसके पीहर जाजवा जाने के लिए बस के इंतजार में खड़ी थी। इतने में मलवा की तरफ से एक बोलेरो नंबर आरजे ०४ यूए २४४९ में सवार होकर सणतरा सरपंच भगवानाराम पुत्र तेजाराम जाट निवासी सणतरा व उसका ड्राइवर आए और उन्होंने उसे जबरदस्ती बोलेरो जीप में डाल दिया। इसके बाद सरपंच ने जीप के कांच बंद कर दिए और उसका मुंह बांधकर करीब २-३ घंटा तक इधर-उधर लेकर घूमते रहे। इस दरम्यान सरपंच ने उसे जबरदस्ती शराब पिलाई और ज्यादती की। रात्रि करीब ११ बजे सरपंच उसे चिडिय़ा रोड पर एक खाली कमरे में ले जाकर पूरी रात उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। दूसरे दिन २७ मई को सवेरे सरपंच उसे छोड़कर जाते-जाते धमकियां दे गया कि अगर किसी को यह बात बताई तो उसे जान से मार देगा।
इसके बाद जैसे-तैसे कर पीडि़ता अपने पीहर पहुंची और डरी-डरी रहने के बाद जब पीहरवालों ने उसे पूछा तो उसने आपबीती बताई। पुलिस ने सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।