सोमवार, 29 अप्रैल 2013

24 लोगों ने मांगी इच्छामृत्यु!

24 लोगों ने मांगी इच्छामृत्यु!

जयपुर। राजस्थान के एक खान संचालक ने अपनी पत्नी,तीन लड़के,बहुएं और 16 पोते-पोतियों के परिवार के साथ सामूहिक इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। राज्यपाल से इच्छामृत्यु की गुहार करने वाला शख्स धौलपुर के बसेड़ी के झील गांव का रहने वाला विजय सिंह है और खनन माफिया से खौफजदा है।

प्रदेश में खनन माफियाओं के खौफ और खनन विभाग के अधिकारियों की मनमानी से परेशान सिंह का पूरा परिवार पिछले 1 महीने से घर नहीं गया है। पीडित का कहना है कि वह प्रदेश में सब जगह न्याय की गुहार लगा चुका है,लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी है। अब उसके और परिवार के 24 जनों के पास और कोई चारा नहीं है।


पुलिस की बदले की कार्रवाई !

खनन विभाग ने पत्थर खनन के लिए चार खानें आवंटित कराईं,जिनके पट्टे विभाग ने नदी क्षेत्र में आने का हवाला देकर निरस्त कर दिए थे। इसके बाद एक अन्य खान जिसका खसरा संख्या 744/1 आवंटित करा लिया। आरोप है कि पूर्व में निरस्त की गई सिंह की खानों से एक व्यक्ति खनन कर रहा है। विभाग के अधिकारी मधुसुदन पालीवाल से मामले की शिकायत करने पर भी राहत नहीं मिली। वहीं सिंह के खिलाफ एक मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सिंह का आरोप है कि यह भी बदले की कार्रवाई थी।

बेटे को मारने की धमकी


मामले की मुख्य सचिव से शिकायत करने पर उन्होंने जांच दल खनन विभाग भेजा। आरोप है कि पीडित के पुत्र मोहन को जान से मारने की धमकी दे,जांच दल के सामने आरोपियों के पक्ष में बयान देने का दबाव बनाया गया। सिंह का आरोप है कि बयान के दौरान उनका पुत्र आरोपियों के कब्जे में था। परेशान विजय सिंह ने बीते गुरूवार को प्रदेश की राज्यपाल को रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेजकर सामूहिक इच्छामृत्यु की अनुमति देने की मांग की है।


पुलिस को जानकारी नहीं

धौलपुर पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र कुमार के अनुसार मामले की मुझे जानकारी नहीं है। इस प्रकार की यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

ट्रेन में सफर कर रहे यात्री की अटैची से गहने चोरी




बाड़मेरबाड़मेर-जोधपुर पैसेंजर ट्रेन में सफर कर रहे यात्री की अटैची से सोने के गहने पार हो गए। गोल स्टेशन पहुंचने के बाद अटैची खोली तो पता चला कि सोने के गहने व नकदी गायब थी। इस पर ओमप्रकाश गौड़ ने जीआरपी पुलिस थाना बाड़मेर में चोरी का मामला दर्ज करवाया है।
जीआरपी पुलिस ने बताया कि ओमप्रकाश गौड़ पुत्र गणेशाराम गौड़ निवासी हिरकन का थान ((मीठड़ा)) धोरीमन्ना 27 अप्रैल को बाड़मेर से जोधपुर जाने वाले पैसेंजर ट्रेन में दोपहर दो बजे पत्नी व ब\'चों के साथ गोल स्टेशन के लिए रवाना हुए। वे शादी समारोह में शरीक होने के लिए जा रहे थे।
ट्रेन में सवार होने के बाद अटैची ऊपर के स्लीपर पर रख थी। जब वे ट्रेन से उतरकर रिश्तेदार के घर पहुंचे तो अटैची खोलने पर सोने के गहने गायब थे। इस पर ओमप्रकाश ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी अटैची में साढ़े तीन तौला का तिमणिया, साढ़े तीन तौला की रखड़ी, 4 तौला का बाजूबंद, एक तौला का टोपस व आधा तौला की तीन फीणी तथा तीन सौ रुपए नकद रखे थे। जीआरपी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

बाप ने बेटी को बनाया हवस का शिकार

बाप ने बेटी को बनाया हवस का शिकार
जयपुर। राजस्थान की राजधानी में एक कलयुगी बाप के अपनी 15 साल की बेटी को ही हवस का शिकार बना डालने की शर्मनाक घटना सामने आई है। रिश्तों को तार-तार करने वाली यह घटना शहर के मुरलीपुरा थाना क्षेत्र की है। यहां आरोपी सोतेला पिता ने पत्नी को नींद की गोली खिला कर शनिवार की रात बेटी को हवस का शिकार बना डाला।


सौतेली बेटी के साथ बलात्कार करने के इस मामला मामले में पीडित बच्ची की मां की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यह मामला बलात्कार व लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज किया है। पीडिता का मेडिकल भी करावाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है।


पुलिस के अनुसार मूलत: बगरू निवासी 36 वष्ाीüया महिला ने रिपोर्ट दी है कि करीब दस साल से वह आर्य नगर में एक व्यक्ति के साथ पत्नी के रूप में रह रही है। पहले पति से उसके एक लड़का और एक लड़की थी और दूसरे पति से उसे एक लड़का हुआ। परिवार राजीखुशी रहने लगा था। गत 27 अप्रैल की रात्रि में आरोपी पति ने उसकी 15 वष्ाीüया बेटी को हवस का शिकार बनाया। जिसके बाद महिला ने मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने पीडिता के बयान ले कर मेडिकल करवाया है।


बेटे ने बताई करतूत


पुलिस के अनुसार रविवार सुबह उठने पर महिला को उसके आठ वष्ाीüय बेटे ने घटनाक्रम की जानकारी दी। पति के करतूत सुन महिला ने बेटी से जानकारी ली। बलात्कार की शिकार बेटी ने मां को बताया कि पिता ने उसका मुंह हाथ से बंद कर रखा था, जिस कारण वह चिल्ला भी नहीं सकी। साथ ही उसके साथ मारपीट भी की। महिला ने बताया कि उसको रात्रि में हुए घटनाक्रम की जानकारी नहीं थी। सुबह बेटे के द्वारा मामला पता चला। महिला का आरोप है कि उसके पति ने उसको संभवत: रात्रि में नींद की गोली दे दी थी, जिस कारण उसे मामले की जानकारी नहीं हुई।

पाकिस्तान की जेलों में बंद बाड़मेर जैसलमेर के कैदियों की सुरक्षा को लेकर घरवाले चिंतित

पाकिस्तान की जेलों में बंद बाड़मेर जैसलमेर के कैदियों की सुरक्षा को लेकर घरवाले चिंतित

बाड़मेर पाकिस्तान की लखपत जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत पर हुए कातिलाना हमले के बाद राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर जैसलमेर जिले के पाकिस्तानी जेलों में बंद नागरिको की सुरक्षा को लेकर घरवाले चिंतित हें ,बाड़मेर जिले के चौहटन तहसील के धनाऊ गाँव के भग सिंह ,स्वरूपे का तला निवासी सहुराम भीलो का तला निवासी तील सिंह ,जैसलमेर के रामगढ़ निवासी जमालदीन पिछले अट्ठाईस सालो से पाकिस्तान की जेलों में बंद हें .लम्बे समय से उनकी वतन वापसी की राह देखि जा रही हें ,इसके लिए उच्च स्तरीय प्रयास भी किये गए ,अब जबकि पक्लिस्तान की लखपत जेल में बंद सरबजीत पर हमले के बाद इस कैदियों के परिवार भी इनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हें ,पाकिस्तान की जेल में बंद भाग सिंह के बीस वर्षीय पुत्र अर्जुन सिंह ने बताया की पिछले दो दशको से मेरी माँ मेरे पिता के लौटने का इंतज़ार कर रही हें .पहले उनकी चिठ्ठी पटरी आती थी मगर अब वो भी बंद हो गई ,वो कान्हा और किस हल में हें यह जानकारी नहीं हें मगर उनकी सुरक्षा को को लेकर अब चिंता हो रही हें .उन्होंने बताताया की भारत सरकार को इसके लिए पहल करनी चाहिए ताकि भारतीय बंदियों की सुरक्षा का दबाव पाकिस्तान पर बने .उनका मानना हें की भारत में कसब और अफज़ल को फांसी देने के बाद से कट्टरपंथी भारतीय नागरिको के जानी दुश्मन बन गए हें .इधर टीलाराम के भाई हुकमाराम और बहन राधा अपने भाई की सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखे.वहि भाग सिंह की पत्नी लक्ष्मी कँवर कई दशको से अपने सुहाग के लौटने का इंतज़ार कर रही हें ,अब उसे अपने सुहाग की चिंता सता रही हें ,भाग सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह और प्रताप सिंह अपने पिता की सुरक्षा की खबर पाने वके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हें .जैसलमेर जिले के रामगढ़ निवासी जमालदीन की पत्नी हनीफा भी उसके लौटने का इंतज़ार कर राझी हें .उसकी आँखों में विशवास झलकता हें की जमालदीन वापस जरुर आएगा अलबता सरबजीत पर हमले के बाद चिंतित हें .हनीफा का मानना हें की भारत सरकार भरिय कैदियों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता प्रबंध करे .पूर्व संसद मानवेन्द्र सिंह ने बताया की पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीयों की सुरक्षा को लेकर वो जल्द भारत सरकार के उच्च स्तरीय अधिकारियो से मिलेंगे .उनकी रिहाई के प्रयास करेंगे .

मेरा पति जरुर लौटकर आएगा


पाकिस्तान की जेल में बंद भाग सिंह की पत्नी को विशवास 
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मेरा पति जरुर लौटकर आएगा
बाड़मेर.अट्ठाईस वर्ष पूर्व लक्ष्मी का पति सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया तो उस पर दु:खों का पहाड़ टूट गया। एक तरफ पति का वियोग तो दूसरी तरफ संतान की परवरिश की जिम्मेदारी। इस अग्नि परीक्षा की घड़ी में लक्ष्मी ने हिम्मत नहीं हारी। विकट परिस्थितियों में जिंदगी से संघर्ष शुरु किया। अपनी संतान पर जान न्यौछावर करने वाली लक्ष्मी ने दिहाड़ी मजदूरी से पालन पोषण किया। उसकी अट्ठाईस वर्ष की तपस्या से बेटी व दो बेटों की पढ़ाई के साथ विवाह की महत्वूपर्ण जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए उन्हें पिता की कमी का अहसास तक नहीं होने दिया।

पाकिस्तान के छाछारों के पास स्थित पाणियों गांव से आई लक्ष्मी ने वर्ष 1974 में धनाऊ निवासी भगूसिंह से शादी रचाई। महज ग्यारह साल तक पति का साथ मिला। इस बीच सन् 1985 में भगुसिंह पड़ौसी गांव गोहड़ का तला में पशुओं को चराने के साथ खेती करने की बात कहकर गया था। वह पशु चराते वक्त भूल से सीमा पार कर गया। यह दुखद समाचार मिलते ही लक्ष्मी की पैरों तले जमीन खिसक गई। इस गांव में लक्ष्मी के अलावा परिवार का कोई सदस्य नहीं होने से घर की पूरी जिम्मेदारी लक्ष्मी पर आ गई। वह पति के बिछोह का दर्द सहते हुए एक बेटी व दो बेटों के सहारे जिंदगी का सफर शुरु किया।

उसने कशीदाकारी के कार्य के बदले मिलने वाले मेहनताने से संतान का पालन पोषण शुरु किया। इस दौरान कभी काम नहीं मिलने पर वह भूखे ही सो जाती। संघर्ष के सफर में कई चुनौतियां का सामना करते हुए बच्चों की पढ़ाई शुरु करवाई। इसके साथ ही लक्ष्मी कशीदाकारी के साथ दिहाड़ी मजदूरी पर जाने लगी। धीरे -धीरे वक्त बीतता गया लेकिन लक्ष्मी पर दुखों का साया बना रहा। पति के लौटने की आस में हिम्मत से कार्य करती रही।

इस बीच लक्ष्मी पति की खैर खबर जानने सबसे पहले पुलिस थाना चौहटन पहुंची। जहां पर अपनी फरियाद सुनाई तो केवल आश्वासन देकर रवाना कर दिया। लंबे अर्से बाद जब कोई समाचार नहीं मिला तो फिर वह अपनी फरियाद लेकर तहसील कार्यालय की चौखट पहुंची। उसने अपनी पूरी कहानी सुनाते हुए पति का पता लगाने के साथ सहायता की गुहार लगाई।

यहां भी उसे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। थकी हारी लक्ष्मी ने आखिरी दरखवास्त अपने गांव के मौजिज लोगों के सामने दर्ज करवाई। लेकिन सारे प्रयास विफल रहे। किसी ने भगुसिंह की पैरवी नहीं की। उसने ईश्वर पर पूरा भरोसे रखते हुए अपने बूते बेटी की शादी की। इसके बाद दो बेटों का विवाह कर दिया। तीनों की शादियां से लक्ष्मी कर्जदार बन गई। फिर भी उसने मेहनत कर धीरे -धीरे कर्जा उतारा। आज भी मुफलिसी की जिंदगी जी रही लक्ष्मी नरेगा कार्य पर दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रही है।
कलेक्टर का फरमान बेअसर
तत्कालीन जिला कलेक्टर रवि जैन ने वर्ष 2008 में धनाऊ गांव में रात्रि चौपाल आयोजित की। फरियाद लेकर पहुंची लक्ष्मी ने कलेक्टर को अपना दुखड़ा सुनाया। धनाऊ गांव निवासी अचलसिंह व संजय बोहरा बताते है कि पाक जेलों बंद पांच भारतीय रिहा होकर आ गए। लेकिन भगुसिंह के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।

सुख की आस में बेगानी हो गई. पाकिस्तान के छाछरों के पास स्थित पाणियों गांव में लक्ष्मी का बचपन गुजरा। भारत-पाक युद्ध के बाद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के चलते कई परिवार सुख की आस में हिन्दुस्तान आ गए। इसमें लक्ष्मी का परिवार भी शामिल था। यहां आकर शादी रचाने के ग्यारह साल बाद पति पाकिस्तान चले जाने से उसकी खुशियां गम में बदल गई।
चिट्ठी आई न कोई संदेशपचीस वर्ष पूर्व पाकिस्तान गए भगुसिंह की न तो कोई चिट्ठी आई है और नहीं कोई संदेश। मां के आंचल में पले अर्जुन व प्रताप को विश्वास है उनके पिता के आने का शुभ समाचार आएगा।

मेरा पति जहां कहीं है, वह जरुर लौटकर आएगा। इसकी आस से मैने आज भी सुहाग की प्रतीक चुडियां पहन रखी है। मैने पच्चीस वर्ष तक संघर्ष करते हुए ईश्वर पर भरोसा किया है। वह मेरे साथ न्याय करेगा।
लक्ष्मी कंवर, पत्नी, भगुसिंह धनाऊ

पाकिस्तानी किशोर की वतन वापसी

पाकिस्तानी किशोर की वतन वापसी

श्रीगंगानगर। अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय सीमा में घुसे एक पाकिस्तानी किशोर को रविवार को सीमा सुरक्षा बल ने पाक रेंजर्स को सुुपुर्द कर दिया। श्रीगंगानगर सेक्टर के अनूपगढ़ क्षेत्र में दोनों देशों के कम्पनी कमाण्डर स्तर के अधिकारियों की फ्लैग मीटिंग के बाद किशोर की वतन वापसी हुई।

बीएसएफ के राजस्थान फ्रंटियर के उप महानिरीक्षक आर.के. थापा ने बताया कि शनिवार शाम 5 बजकर 45 मिनट पर अनूपगढ़ क्षेत्र में कैलाश चेकपोस्ट के पास बल के जवानों ने पाकिस्तान के भावलनगर जिले के गांव 242 एचएल निवासी नदीम माहर (14) पुत्र आमीन माहर को पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि नदीम अपने माता-पिता से नाराज होकर घर से निकल गया था और अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में आ गया। तलाशी में उसके पर्स से भारतीय फिल्मी अभिनेताओं के फोटो मिले।

पैरों के निशान दिखाए

नदीम को पुशबैक करने के लिए बीएसएफ की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिल्लर नम्बर 369 के पास पाकिस्तानी रेंजर के साथ कम्पनी कमाण्डर स्तर की फ्लैग मीटिंग की गई। पाक रेंजर के प्रतिनिधि को नदीम के जीरो लाइन पार करने के पैरों के निशान दिखाए गए। इस पर उन्होंने नदीम को वापस लेने पर सहमति दी। इसके बाद दोपहर एक बजे अनूपगढ़ क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नदीम को पाक रेंजर को सौंप दिया।

तीन दिन की जगह एक दिन

सीमा सुरक्षा बल की ओर से बीते एक साल के दौरान श्रीगंगानगर सेक्टर में 12 पाक नागरिकों को पुशबैक किया गया है। इनमें एक महिला और उसका बच्चा भी शमिल है। पिछले दिनों खाजूवाला क्षेत्र में भारतीय बालिका भूलवश पाकिस्तान की सीमा में घुस गई थी। पाकिस्तान ने उसे तीन बाद लौटाया, जबकि भारतीय सीमा में घुसे नदीम को महज एक दिन में पाक के सुपुर्द कर दिया।

ग्रामीणों ने कायम की पानी सहेजने की मिसाल


ग्रामीणों ने कायम की पानी सहेजने की मिसाल 

जायल  



न तो इस तालाब पर टैंकर भरे जा सकते हैं और न ही तालाब के पानी का दुरुपयोग किया जा सकता है। अनमोल पानी की कीमत को पहचानते हुए ग्रामीणों ने यहां पानी का दुरुपयोग रोकने के लिए बाकायदा एक व्यक्ति नियुक्त कर रखा है। शायद इसी का नतीजा है कि साल भर तक यहां के तालाबों में पानी हिलोरें मारता नजर आता है।

यहां बात हो रही है जायल क्षेत्र गांव गुढ़ा गुगरियाली व गोठ के तालाब की। जहां पर 20 से ज्यादा गांवों के लोगों को इस तपती वैशाख में भी पानी की मौजूदगी प्रदर्शित करती है। तहसील के गांव गोठ का सोहिल्या तालाब पर अलसुबह गांव गोठ, रातंगा, मांगलोद व तेजासर की महिलाएं यहां पानी लेने पहुंचती है। यहां पशुपालक भी पशुधन को पानी पिलाने के लिए यहां पहुंचते हैं। वहीं गांव गुढ़ा गुगरियाली में गंवाई तालाब आज भी लबालब भरा हुआ है। यहां सैकड़ों की तादात में हिरण, गाय, खरगोश आदि विचरण करते हुए गला तर करने के लिए यहां पहुंचते हैं। सौभाग्य यह है कि गांव के महंत स्वामी केशर पुरी महाराज यहां पर अपने आश्रम में हजारों पक्षियों को दाना डालते हैं और वन्यजीवों के शिकार करने वालों से संघर्ष करते हैं। जिससे यहां पर दोनों तालाबों में पीने का पानी बारह महीनों तक टिका रहता है।

परंपरा जीवित है...

इन सरोवरों पर कई महिलाओं के पहुंचने के बाद मंगलगीतों की किलकारियां सुनाई देती है। सुबह-सुबह महिलाएं पक्षियों के लिए दाना लेकर यहां पर पनघट के लिए आती हैं। इन तालाबों का ऐतिहासिक महत्व भी है। इनके किनारों पर कई प्राचीन देवलियां लगी हुई है। सोहिल्या तालाब पर लगी एक संगमरमर की देवली पर 16 वीं सदी की संस्कृत में कुछ देवलियां पर कुछ श्लोक अंकित है जो पुराने अतीत को और जानने की लिए प्रेरित करते हैं। 

पहल   गुढ़ा गुगरियाली और गोठ गांव में पानी बचाने के लिए चलता है ग्रामीणों का अनुशासन, चंदा एकत्रित कर रखा पानी का रखवाला 




होती है रखवाली 
इन तालाबों में ग्रामीणों टैंकर पूर्णतया मनाही है व पानी का दुरुपयोग रोकने के लिए रखवाली के लिए व्यक्ति नियुक्त कर रखा है, जो किसी भी व्यक्ति को पानी को गंदा करने से रोकता है। ग्रामीण चंदा करके रखवाले को तनख्वाह देते हैं। सोहिल्या तालाब में आस-पास के गांवों के लोगों के पानी ले जाने के कारण तालाब में मौजूद पानी ज्यादा दिनों का नजर नहीं आ रहा है। 

ये भी खूब! पति को मायके ही ले आती हैं पत्नियां

ये भी खूब! पति को मायके ही ले आती हैं पत्नियां

अशोकनगर।अशोकनगर से लगे आदिवासी ग्राम टकनेरी में लड़कियां विवाह के बाद ससुराल में जाकर नहीं बसतीं, बल्कि अपने पति को ही मायके ले आती हैं। इस परंपरा के चलते 6 परिवारों का यह गांव 20-25 साल में ही 300 परिवारों की बस्ती बन चुका है।

गांव की जनसंख्या 690 है, जहां सभी एक-दूसरे के रिश्तेदार हैं। गांव में महिलाओं की संख्या 60 फीसदी है। ग्राम टकनेरी जिला मुख्यालय से मात्र 2 किमी की दूरी पर है। आदिवासियों की यह एक अजीब परंपरा कई सालों से चलती आ रही है।


गांव की जिस भी लड़की की शादी होती है, वह एक या दो बार ही अपने ससुराल जाती है। उसके बाद वह अपने पति के साथ गांव में ही बस जाती है। गांव के प्रताप (65) पुत्र गंपू आदिवासी ने बताया कि पहले यहां कुल छह घर थे और अब करीब 300 घर हैं। शादी के साल-छह माह बाद ही यहीं आ जाती हैं, जिससे गांव के दामादों की संख्या बढ़ती जा रही है।

मूलभूत सुविधाओं दूर


जपं अध्यक्ष मलकीतसिंह गांव से करीब एक किमी दूर ग्राम पंचायत के ही दूसरे गांव पंवारगढ़ में रहते हैं। इसके बाद भी गांव के आदिवासी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। यहां 6 में से मात्र 1 हैंडपंप चालू हैं। करनसिंह ने बताया कि यह भी 15-20 दिन में बंद हो जाएगा।

आ रहे बिजली के बिल


गणेशराम आदिवासी ने बताया कि बिजली विभाग का लाइनमैन करीब 4-5 साल पहले तार काट गया था। इसके बाद भी बिल हर महीने आ रहा है। जिस घर में मीटर नहीं है, उसके नाम से भी बिल आ रहा है। बिजली मिलती नहीं है और मिलती भी है तो वोल्टेज कम आता है। हमने 19 हजार का बिल भी जमा किया था, फिर भी तार नहीं जोड़े गए।


टकनेरी की जिस लड़की की शादी होती है वह ससुराल में न रहकर मायके में ही आकर बस जाती है। लड़कियों के दबाव के कारण लड़के यहां आकर रहने लगते हैं। लड़कियां कहती हैं कि तुम यहां रहोगे तो हम यहां रहेंगे नहीं तो नहीं रहेंगे। गांव में मुख्यमंत्री आवास मिशन से 70 कुटीरें, एक खेल का मैदान व सभा भवन भी बनाया जाएगा। - ज्ञानजीत कौर, सरपंच ग्राम बरखेड़ा


परंपरा के अनुसार विदाई के बाद एक-दो बार और जाती हैं, फिर वापस यहीं आकर बस जाती हैं। रज्ोबाई, आदिवासी।

हम भांडरी के रहने वाले हैं। शादी को बीस साल हो गए हैं। दूसरी विदाई के बाद से यहीं आकर बस गए। मेरे ससुर भी यहीं के दामाद हैं। सिरनाम सिंह आदिवासी।


हमारे ससुर भी यहीं के दामाद हैं और हम भी। यहां मजदूरी अधिक मिलती है, इसलिए यहां आकर रहने लगते हैं। रघुनंदन पुत्र देवचंद आदिवासी।

हौद में डूबने से तीन कारिंदों की मौत


हौद में डूबने से तीन कारिंदों की मौत 



अजमेर।दरगाह क्षेत्र में मध्य रात्रि बाद एक गेस्ट हाउस के गंदे पानी के हौद से तीन लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। हौद की सफाई करने के दौरान यह हादसा पेश आया। गेस्ट हाउस का एक कारिंदा रविवार रात हौद की सफाई करते समय हादसे का शिकार हुआ जबकि दो अन्य उसकी जान बचाने की कोशिश में काल का ग्रास बन गए। हादसे की सूचना पाकर पहुंचे दरगाह थाना पुलिस ने शवों को बाहर निकाला। दो कारिंदों की पहचान हो गई है जबकि पुलिस तीसरे मृतक की शिनाख्त के प्रयास में जुटी है।

पुलिस के अनुसार हटूंडी निवासी अकबर ने मध्य रात्रि गेस्ट हाउस की रसोई में स्थित गंदे पानी के हौद की सफाई करना शुरू किया। अकबर ने ज्यों ही हौद का ढक्कन खोला वह असंतुलित होकर उसमें जा गिरा। उसे गिरता देख मैनेजर शेख सलीम ने बचाने का प्रयास किया। इस बीच वह भी हौद में जा गिरा। यह देख वहां मौजूद एक अन्य गेस्ट हाउस के कर्मचारी ने अकबर एवं सलीम को बचाने की कोशिश की। वह भी नाकाम रहा और खुद भी हौद में गिर गया। 


उनके गिरने की सूचना मिलते ही दरगाह बाजार में शोर मच गया। पुलिस ने तीनों को बाहर निकाला तब तक वे दम तोड़ चुके थे। शवों को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के चीरघर में रखा है। पुलिस ने तीनों की मौत संदिग्ध परिस्थिति में होना मानते हुए अनुसंधान शुरू कर दिया है। 


हौद में बनी गैस से हादसा


पुलिस ने प्रारंभिक अनुसंधान के आधार पर हौद में जहरीली गैस बनने से हादसा होना माना है। दरअसल हौद में रसोई के गंदे पानी की निकासी होती है। इसे लम्बे समय बाद सफाई के लिए खोला गया। फिलहाल पुलिस का मानना है कि उसमें से निकली गैस की वजह से तीनों कारिंदे बेहोश होकर हौद के पानी में डूब गए।



चौथे की बची जान

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तीनों के गिरने के बाद एक अन्य कर्मचारी ने उन्हें बचाने की कोशिश की। हालांकि वह ज्यों ही हौद तक पहुंचा, गैस की वजह से उसका दम घुटने लगा। नतीजतन वह घबराकर पीछे हट गया। उसी ने अन्य लोगों को हादसे की सूचना दी। 

रताऊ में मिला लकड़हारे का शव पत्नी ने जताया हत्या का संदेह


रताऊ में मिला लकड़हारे का शव पत्नी ने जताया हत्या का संदेह 

लाडनूं  तहसील के गांव रताऊ व ढाणी के बीच बनी पगडंडी के पास एक कटी झाडिय़ों के ढेर के पास रविवार सुबह एक लकड़हारे का संदिग्ध हालात में शव मिला। 

इस संबंध में लकड़हारे की पत्नी ने 10 नामजद और कुछ अन्य लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। रविवार सुबह करीब 10.30 बजे एडवोकेट शेरसिंह के माध्यम से शव के बारे में सूचना मिलते ही लाडनूं पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लिछमण राम नायक पुत्र मोडूराम नायक निवासी रताऊ के शव का पंचनामा तैयार किया व फोटोग्राफी करवाई। शव को अपने कब्जे में लेकर उसका राजकीय अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी भी अस्पताल में पहुंच गए। वे मामले की जांच कर रहे हैं।

15 संतानों का पिता था लिछमण

साठ वर्षीय लिछमण राम लकड़हारा था। उसके कुल 15 संतानें हैं, जिनमें से 10 लड़कियां एवं 5 लड़के शामिल हैं। लड़कियां उसके लकड़ी फाडऩे के काम में मदद करती है। शनिवार को भी उसके साथ उसकी लड़की निम्बी जोधां लकड़ी फाडऩे गई थी तथा आते समय वे दोनों घर के लिए आटा खरीदकर लाए थे।

रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर हुआ विवाद

लिछमण की पत्नी शारदा नायक ने दस लोगों को नामजद करते हुए कुछ अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया।

इस रिपोर्ट को पुलिस ने दर्ज करने से इनकार कर दिया तथा बिना किसी के नाम के रिपोर्ट लिखने के लिए कहा। इस पर लिछमण के परिजन व समाज के लोग भड़क गए और दबाव डाला कि वे जैसी रिपोर्ट है, उसे उसी रूप में दर्ज करें, अन्यथा वे शव को मोर्चरी से नहीं उठाएंगे। काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने नामजद रिपोर्ट हत्या के मामले की दर्ज कर ली। बहुजन समाज पार्टी के प्रभारी हरिप्रसाद मेहरड़ा एडवोकेट व भोमराज नायक, नानूराम नायक, मुकेश मीणा, मो. अली अगवान, रामलाल माली आदि ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

चल रहा था जमीन विवाद

लिछमण और कथित हत्या के आरोपियों के बीच जमीन को लेकर विवाद था। शारदा ने बताया कि उसके पति लिछमण राम के पिता मोडूराम के मरने के काफी समय बाद कुछ लोगों ने मिलकर फर्जी तरीके से उसके पिता के नाम से अंगूठा लगाकर तहसील में बेचान रजिस्ट्री करवा ली।

इस बारे में उनका विवाद चल रहा था। पुलिस में उन्होंने इस्तगासा कर रखा था, जिसमें फर्जी रजिस्ट्री करवाने का आरोप है। इसमेंं लंबा समय बीत जाने के बावजूद पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते तीन-चार दिनों पूर्व लिछीराम थालोड़ ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। शव भी उसी की ढाणी के पास ही मिला।

दस लोगों पर लगाया आरोप

शारदा द्वारा दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि उसका पति लिछमण राम शनिवार को निम्बीजोधां से शाम को 7 बजे अपनी पुत्री रूपा के साथ बस से आया तथा पुत्री को ढाणी भेजकर खुद चाय-चीनी लाने का कहकर बस में गांव चला गया। वह वापस देर रात तक ढाणी नहीं पहुंचा तो उन्होंने इधर-उधर फोन भी किए।

दूसरे दिन सुबह गोपाल राम मेघवाल ने आकर बताया कि उसका पति रताऊ के पास मंगाराम गैणा की बाड़ी में पड़ा है। जब उसने वहां जाकर देखा तो लिछमण राम का खून से लथपथ शव पड़ा था और शरीर पर चोटों के निशान थे।

रिपोर्ट में रताऊ निवासी आईदानाराम गैणा पुत्र रामधनाराम गेणा जाति जाट, हरचना राम गेणा, भोलाराम गैणा, सुखदेवाराम गेणा, लच्छीराम थालोड़, महावीर पुत्र लच्छीराम, शिवदानाराम मेघवाल, हड़मान भाकर पुत्र भियांला राम, भुगाराम पुत्र भागीरथ राम, जेठाराम पुत्र गणेशाराम ललावत, भंवरा राम पुत्र गणेशाराम आदि पर पति की हत्या का आरोप लगाया गया है।

महंगे भावों के कारण कम हुई फलों की आवक


महंगे भावों के कारण कम हुई फलों की आवक 


बाड़मेर गर्मी आते ही शहर में फल और ज्यूस की मांग बढ़ गई है। इसके साथ इनके भावों में इजाफा हो रहा है। बाड़मेर ें फलों की डिमांड तो है लेकिन उनके ऊंचे भाव देखकर ग्राहक हाथ पीछे कर रहे हैं। इसलिए कुछ सस्ते फलों का उठाव इन दिनों अधिक मात्रा में हो रहा है। 

महंगे भाव, इक्का दुक्का वैरायटी, मंद ग्राहकी इन सब को देखकर लगता है कि 
बाड़मेर में फलों की डिमांड कम है हालांकि आम और तरबूज की ग्राहकी बढ़़ रही है। कुछ ग्राहक दूसरे फलों की डिमांड कर रहे हैं लेकिन उनके महंगे भावों को देखते हुए दुकानदार अधिक मात्रा में माल नहीं मंगवा रहे हैं। क्योंकि दुकानदार फलों को ज्यादा समय तक स्टोर नहीं कर पाने की स्थिति में उतना ही माल मंगवा रहे हैं। बाड़मेर ें गिनी चुनी वैरायटी के 8 से 10 प्रकार के फल आ रहे हैं।फल मंडी के व्यापारी बंशीलाल ने बताया कि मंडी में अभी स्थानीय सेव की जगह बाहर की सेव आ रही है जो देशी सेव से महंगी होती है। इसका भाव 150 से 160 रुपए प्रति किलो है।बाड़मेरमें तरबूज और हापुस आम की खरीदारी करने में ग्राहकों की ज्यादा रूचि है। अभी 15 से 28 रुपए किलो होलसेल के भाव से बिदामी आम की लगभग 300 पेटी माल का उठाव हो रहा है।

सबलपुरा में अज्ञात वाहन की चपेट में आने से पैंथर की मौत


सबलपुरा में अज्ञात वाहन की चपेट में आने से पैंथर की मौत 




पोस्टमार्टम के दौरान पेट से निकले 2 मृत शावक

  पाली
सेंदड़ा थाना क्षेत्र के सबलपुरा रेलवे फाटक के निकट अज्ञात वाहन की चपेट में आने से रविवार सुबह एक मादा पैंथर की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के दौरान पैंथर के गर्भ से दो मृत शावक मिले हैं। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 7 बजे ग्रामीणों ने वन विभाग को इस आशय की सूचना दी। इस पर वन विभाग के मोहनसिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और पैंथर को वन विभाग लेकर आए। यहां पशु चिकित्सक डा. गौतम कुमार गायकवाड़ व रामसिंह ने पैंथर का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में पता चला कि रविवार सुबह करीब 4 बजे पैंथर वाहन की चपेट में आया और 2 घंटे तक तड़पने के बाद उसकी मौत हुई। पोस्टमार्टम के दौरान मादा पैंथर के पेट से 2 शावक मृत अवस्था में मिले। पोस्टमार्टम के बाद पैंथर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

दो ट्रकों की भिड़ंत में दो की मौत, दो जने गंभीर घायल


दो ट्रकों की भिड़ंत में दो की मौत, दो जने गंभीर घायल 

मेघा हाइवे पर दामे की ढाणी के पास हुआ हादसा 

 गुड़ामालानी मेघा हाइवे पर दामे की ढाणी (पीपराली) के पास दो ट्रकों की आमने सामने हुई भिड़ंत में दो जनों की मौत हो गई। जबकि दो जने घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी गुड़ामालानी लाया गया। जहां पर गंभीर घायलों को गुजरात रेफर किया गया। 

डीएसपी अर्जुनसिंह ने बताया कि मोहनलाल पुत्र नरसिंगा राम विश्नोई निवासी भजनगर लौहावट (जोधपुर) ने मामला दर्ज करवाया कि राजूराम पुत्र सुखराम विश्नोई निवासी फलौदी ट्रक में डामर भरकर हिमाचल प्रदेश जा रहा था। इस दौरान मेगा हाइवे पर दामे की ढाणी के पास सामने से आ रहे ट्रक के चालक सुरेन्द्र कुमार पुत्र बनवारीलाल नायक निवासी चावरी ने तेज गति व लापरवाही से चलाते हुए टक्कर मार दी। जिससे ट्रक में सवार मुकेश पुत्र दुलादास स्वामी निवासी पालोर डीडवाना (नागौर) की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे टक में सवार मांगीलाल की भी मौत हो गई। जबकि राजुराम व सुरेन्द्र कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें सीएचसी गुड़ामालानी लेकर आए। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया। शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

छह नकलची व दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े


छह नकलची व दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े

बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा 

93.58 फीसदी परीक्षार्थियों ने आजमाया भाग्य 

बाड़मेर प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षक बनने के प्रशिक्षण के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा रविवार को जिले के 19 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई। परीक्षा में दो जगहों पर फर्जी परीक्षार्थी बन दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए दो जनों को पुलिस ने गिरफ्फ्तार किया। इसके साथ ही स्टेशन रोड हाईस्कूल में छह परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा। वहीं नकल को रोकने के लिए विभिन्न प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारियों ने समय-समय पर परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। परीक्षा के लिए बाड़मेर जिले में पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 93.58 प्रतिशत जनों ने परीक्षा दी। परीक्षा के चलते दिनभर बसों व ट्रेनों में परीक्षार्थियों की भारी भीड़ रही। सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्रों के परीक्षार्थी सेंटरों पर पहुंच गए। 

आसान रहा पेपर

परीक्षार्थियों के अनुसार प्री-बीएसटीसी का पेपर इस बार आसान रहा। पेपर में टीचिंग एप्टीट्यूड, मानसिक योग्यता, भाषा योग्यता, सामान्य ज्ञान आदि विषयों से संबंधित प्रश्न शामिल थे। सामान्य ज्ञान के प्रश्नों में राजस्थान के वित्त मंत्री, पर्यटन मंत्री, आरपीएससी अध्यक्ष के नाम पूछे गए। इसके अलावा राजस्थान की कला, संस्कृति व इतिहास से संबंधी प्रश्न भी आसान थे। वहीं मानसिक योग्यता के सवालों ने परीक्षार्थियों को जरूर परेशान किया।

520 अनुपस्थित रहे

बाड़मेर में 15 तथा बालोतरा में 4 परीक्षा केंद्रों पर दोपहर दो से शाम पांच बजे तक आयोजित हुई प्री-बीएसटीसी परीक्षा में कुल 8 हजार एक सौ 11 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 7 हजार 5 सौ 91 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग्य आजमाया। इस प्रकार 520 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
 दूसरे की जगह परीक्षा देना पड़ा भारी 

परीक्षा को लेकर उदयपुर से आए जिला पर्यवेक्षक ज्योतिरादित्यसिंह भाटी ने बताया कि मदर टेरेसा नोबल्स एकेडमी में रोल नंबर ३४३९८३ पर पंजीकृत कैलाशचंद्र पुत्र हरिश्चंद्र बिश्नोई निवासी सेवाड़ा के स्थान पर उसके ममेरा भाई मनोहरलाल पुत्र भैराराम बिश्नोई निवासी सिवाड़ा (जालोर) परीक्षा दे रहा था। इसी तरह, किसान केसरी उमा विद्यालय में रोल नंबर 342211 पर पंजीकृत सुरेशकुमार पुत्र हरीराम के स्थान पर पुनमाराम पुत्र शैतानराम को परीक्षा देते पकड़ा। दोनों को पुलिस के हवाले किया गया। 

छह नकलचियों को पकड़ा 

प्री-बीएसटीसी परीक्षा के दौरान जांच दलों ने निरीक्षण के दौरान स्टेशन रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (हाई स्कूल) सेंटर पर नकल कर रहे छह परीक्षार्थियों को पकड़ा। सभी परीक्षार्थियों के विरुद्ध अनुचित साधनों का प्रयोग करने पर प्रकरण दर्ज किए गए। 

क्रिकेट पर ८ लाख रुपए का सट्टा पकड़ा


क्रिकेट पर ८ लाख रुपए का सट्टा पकड़ा 


२ सटोरियों सहित मकान मालिक गिरफ्तार, टीवी, डायरियां व सामान जब्त किया


बालोतरा चैन्नई सुपरकिंग्स व कोलकाता नाइट राईडर्स के बीच रविवार को खेले जा रहे आईपीएल क्रिकेट मैच के दौरान सट्टा लगाते दो सटोरियों सहित मकान मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनके पास से मिली डायरियों में इस मैच पर 8,16,750 रुपए का सट्टा कारोबार करने का हिसाब मिला। इसके कब्जे से सट्टे में काम आने वाले उपकरण आदि भी बरामद किए गए। यह सट्टा कारोबार रबारियों का टांका क्षेत्र में एक किराए के मकान में चल रहा था। 

बालोतरा सीओ एएसपी रामेश्वरलाल मेघवाल ने बताया कि बाड़मेर एसपी राहुल बारहट के निर्देश पर आईपीएल के दौरान सट्टा कारोबारियों पर नजर रखी जा रही थी। रविवार को मुखबिर की इत्तला पर शाम करीब साढ़े छह बजे बालोतरा थानाधिकारी कैलाशचंद्र मीणा के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल चेलाराम कटारिया, कांस्टेबल गोपीकिशन, राकेश, सुखदेव भादू, भंवर विश्नोई, नरसिंग, मांगूसिंह व राजेश की टीम ने रबारियों का टांका स्थित चंद्राराम पुत्र राणाराम लखारा के मकान पर दबिश दी। यहां अशोक कुमार पुत्र प्रतापजी प्रजापत निवासी डागा हॉस्पीटल रोड व वासुदेव पुत्र कानाराम प्रजापत निवासी रेबारियों का टांका चैन्नई सुपरकिंग्स व कोलकाता नाइट राईडर्स के बीच चल रहे क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाते मिले।

पुलिस ने इन दोनों के साथ मकान मालिक को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 8 मोबाइल, एक टीवी, दो रिमोट, सेट अप बॉक्स, केल्क्यूलेटर, कई चार्जर, हिसाब की डायरियां आदि बरामद किए। डायरियों में इस मैच पर 8,16,750 रुपए का सट्टा कारोबार करने का हिसाब लिखा हुआ मिला।


पकड़ में नहीं आया इनका सरगना 

पुलिस सूत्रों के अनुसार इन दिनों पुलिस की सख्ती के चलते सट्टा कारोबारी जगहें बदल-बदल कर सट्टा कारोबार कर रहे हैं। ये इतने शातिर है कि हर मैच में अपना ठिकाना बदल देते हैं। इसके अलावा बड़े सटोरिये अपने लड़कों को ही सट्टा लगाने की जगह पर बिठाकर रखते हैं, जबकि वे खुद इनसे मोबाइल पर ही संपर्क में रहते हैं। यह सट्टा कारोबार भी एक बड़े सटोरिये का चल रहा था। पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा हो सकता है। 

रविवार, 28 अप्रैल 2013

"सरबजीत के बचने की उम्मीद कम"


"सरबजीत के बचने की उम्मीद कम" 


इस्लामाबाद। पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का लाहौर के अस्पताल में उपचार कर रहे चिकित्सकों का कहना है कि उनकी हालत गम्भीर है और उनके बचने के आसार बहुत कम हैं। लाहौर के कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत पर कैदियों ने शुक्रवार को ईट व प्लेट से हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी।

पाकिस्तानी समाचार पत्र "डान" के अनुसार, सरबजीत का उपचार कर रहे एक चिकित्सक ने कहा कि सरबजीत की हालत अभी गंभीर है। चिकित्सक ने बताया कि उनका इलाज चिकित्सकों के लिए चुनौती बन गई है।

सरबजीत 1990 से पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। उन्हें लाहौर और मुल्तान में हुए बम विस्फोटों के लिए पाकिस्तान की अदालतों ने मौत की सजा सुनाई है। सरबजीत के परिवार का दावा है कि वह निर्दोष हैं तथा अगस्त 1990 में गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान चले गए थे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

इस बीच, सरबजीत की पत्नी सुखबीर कौर, बहन दलबीर कौर और दो बेटियां पाकिस्तान सरकार से वीजा मिलने के बाद रविवार को लाहौर पहुंचीं। परिवार का एक सदस्य 24 घंटे सरबजीत के साथ अस्पताल में रह सकेगा। जिन्ना अस्पताल के डाक्टरों ने बताया कि सरबजीत गहन चिकित्सा कक्ष आईसीयू में है और उसके परिजनों को आईसीयू में शीशे के बाहर से ही उसे देखने की इजाजत दी गई। उन्होंने बताया कि उसकी स्थिति अत्यंत नाजुक है और परिवार के सदस्यों को अंदर जाकर उससे मिलने देने की अनुमति नहीं दी जा सकती थी।

सरबजीत का इलाज कर रहे चिकित्सकों के दल में परास्नातक चिकित्सा संस्थान के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ न्यूरोसर्जन अंजुम हबीब वोहरा, जिन्ना अस्पताल के न्यूरो विभाग के अध्यक्ष जफर चौधरी तथा किंग एडवर्ड चिकित्सा विश्वविद्यालय के न्यूरो चिकित्सक नईम कसूरी शामिल हैं।

सरबजीत का शनिवार को दो बार जांच करने के बाद चिकित्सकों ने उनका ऑपरेशन करने की आवश्यकता नहीं बताई थी।
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के पहले सचिव सी. एस. दास सरबजीत को देखने अस्पताल गए थे।

महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया



मेवात, । हरियाणा के मेवात स्थित बलई गांव में एक महिला (55) के साथ मारपीट, निर्वस्त्र करने, रेप के प्रयास व जान से मारने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। महिला के पुत्र द्वारा पुलिस महानिरीक्षक, रेवाड़ी रेंज से गुहार लगाने के बाद घटना के 26 दिन बाद पुलिस ने आठ लोगों को नामजद करते हुए अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया।
Women paraded naked in Mewat
गांव के एक युवक ने थाना नगीना में शिकायत दर्ज कर कहा था कि उसने गांव की ही एक युवती के साथ तीन वर्ष पहले प्रेम विवाह किया था। प्रेम विवाह के बाद दोनों को गांव वालों से जान का खतरा था। उनके परिवार को गांव में बिरादरी से भी बाहर कर दिया गया था। 31 मार्च, 2013 को युवक की मां एवं पिता खेतों में गए थे।

इसी दौरान गांव के कुछ लोग वहां पर लाठी-डंडों से लैस होकर पहुंच गए और उनकी मां के साथ रेप का प्रयास किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी और बाद में निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया। स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो युवक ने महानिरीक्षक का दरवाजा खटखटाया।

अचानक गोली चलने से सिपाही की मौत

अचानक गोली चलने से सिपाही की मौत

बीकानेर। राजस्थान में गंगानगर जिले के सूरतगढ में आकाशवाणी प्रसारण केन्द्र में रविवार को गोली लगने से एक सिपाही की मौत हो गई।

सूरतगढ के पुलिस उपाधीक्षक केसरीचंद्र जांदू ने बताया कि प्रसारण केन्द्र में सिपाही भोजराज ब्राम्हण (28) सुबह गार्डरूम में ड्यूटी पर तैनात था। करीब सवा आठ बजे गार्ड कक्ष में अचानक उसकी रायफ ल से गोली चल गई जो उसकी कनपटी को पार करते हुई खिड़की से बाहर निकल गई। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

इस घटना की जानकारी पूर्वान्ह करीब पौने ग्यारह बजे मिली जब दूसरा सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर आया। उन्होंने बताया कि इत्तिला मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि शुरूआती जांच में मामला संदिग्ध नहीं लग रहाहै।

"बिन बिजली बेटी नहीं ब्याह रहीं"

"बिन बिजली बेटी नहीं ब्याह रहीं"

बूंदी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने प्रदेश में बिजली के हालात को खराब बताते हुए कहा है कि अब ये स्थिति आ गई है कि लोग अपनी बेटियां गांवों में ब्याहने को ही तैयार नहीं है।

उन्होंने कोटा की डोल्या पंचायत के सरपंच नंदलाल मेघवाल का मामला उठाते हुए कहा कि उसके गांव के 6 लड़के-लड़कियों की शादी आखा तीज पर होने वाली है। सरपंच ने बताया कि यदि गांव में आखा तीज से पहले बिजली नहीं आई तो ये रिश्ते टूट जाएंगे।

बूंदी जिले के कापरेन में रविवार को सुराज संकल्प यात्रा के तहत सभा को सम्बोधित करते हुए राजे बोलीं कि यह एक गांव की ही बात नहीं है। पूरे राजस्थान के ग्रामीण इलाकों की कमोबेश यही स्थिति है। सच तो यह है कि 13 दिसम्बर, 2008 को हमारी सरकार गई थी, उसके साथ ही इस प्रदेश की बिजली भी चली गई।

वसुन्धरा ने यहां सरकार को किसान विरोध बताते हुए कहा समर्थन मूल्य पर काश्तकारों का गेहूं नहीं खरीदा जा रहा। हमारे किसानों का गेहूं गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और केरल जैसे दूसरे प्रदेशों में बिक रहा है। पंजाब में इस वर्ष अब तक 68.52, हरियाणा में 40.04 और मध्यप्रदेश में 40.85 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। जबकि राजस्थान में अब तक सिर्फ 3.75 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है। राजस्थान की 9177 ग्राम पंचायतों के मुकाबले सिर्फ 348 खरीद केन्द्र ही खोले गए हैं।

राजे के साथ सभाओं में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, सांसद दुष्यंत सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, विधायक ओम बिडला, भवानी सिंह राजावत, अशोक डोगरा, भाजपा महामंत्री कालीचरण सराफ और महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष सुमन शर्मा समेत कई भाजपा नेता मौजूद रहे।

किसके भरोसे प्रदेश ?
राजे ने यहां कहा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव एक साथ विदेश गए हैं। उन्होंने किसी को कार्यभार भी नहीं सौंपा है। दोनों ही जब विदेश चले गए, तो मंत्री भी कहां कसर रखने वाले हैं। वे भी सचिवालय छोड़कर चले गए। लोग कह रहे हैं सरकार गई विदेश, किसके भरोसे प्रदेश?

गहलोत सरकार ने स्कूले बंद कर जनता के साथ किया धोखा अशरफ अली

सरकार द्वारा बाड़मेर की एक सौ छियालीस स्कूले बंद करने का मामला

गहलोत सरकार ने स्कूले बंद कर जनता के साथ किया धोखा अशरफ अली



बाड़मेर राज्य की अशोक गहलोत सरकार बाड़मेर की जनता को ठग रही हें ,जनता के साथ खुला धोखा किया जा रहा हें .पहले स्कूले खोलते हें फिर बंद कर जनता की भावना के साथ खिलवाड़ करने के साथ छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हें .यह आरोप भाजपा के नेता अशरफ अली ने प्रेस ब्यान जारी कर गहलोत सरकार पर लगाये .अली ने बताया की राज्य सरकार ने जी पी एस सर्वे के आधार पर इस साल बजट में घोषणा के आधार पर बाड़मेर जिले की बावन नए प्राथमिक विद्यालय खोलने और चौरानवे विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में क्रमोन्नत करने के आदेश एक अप्रेल को जारी किये थे .जिले में शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार के इस कदम को विपक्ष ने भी सराहा ,मगर स्थानीय जन प्रतिनिधियों की आपसी लड़ाई के चलते जनता की भावनाओ को आहात कर राज्य सरकार ने अट्ठारह दिनों के बाद ही इन आदेशो पर रोक लगा दी .एक साथ लगभग डेढ़ सौ विद्यालयों की स्वीकृति पर रोक लगाने से जिले की शिक्षा क्षेत्र को बड़ा नुक्सान हुआ ,लोग अभी तक अपने क्षेत्र के नए विद्यालयों के खुलने का जश्न ही मना रहे थे .राज्य सरकार ने दोहरी निति का खेल खेलते हुए विद्यालयों की स्वीकृति निरस्त कर जनता की भावनाओ के साथ खिलवाड़ किया हें ,अली ने कहा की बाड़मेर की जनता सरकार का दोगला पण बर्दाश्त नहीं करेगी ,उन्होंने कहा की सरकार विद्यालयों की सिकृति पर रोक लगा रही हें स्थानीय जन प्रतिनिधि उन्ही विद्यालयों का उद्घाटन कर जनता को गुमराह कर रहे हें ,उन्होंने कहा की राज्य सरकार और स्थानीय जन प्रतिनिधियों की कथनी और करनी में फर्क होने से बाड़मेर की जनता को दिए अधिकारों से वंचित किया ,गया उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेज विद्यालयों पर लगे रोक को तत्काल हटाने की मांग की हें ,उन्होंने कहा की यदि विद्यालयों पर लगी रोक नहीं हटाई तो जनता आन्दोलन करेगी