शुक्रवार, 29 मार्च 2013

लेडी डाक्टर ने ली 300 लोगों की जान

लेडी डाक्टर ने ली 300 लोगों की जान

ब्राजीलिया। मरीजों को एक नया जीवन देने वाले डॉक्टरी के पेशे पर ब्राजील में एक बदनुमा दाग लगता नजर आ रहा है। यहां की एक महिला डॉक्टर पर एक दो नहीं, बल्कि करीब 300 मरीजों की जान लेने का आरोप लगा है। पुलिस ने हत्या के 7 मामलों में उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर कर दी है।

अब तक सात मरीजों की हत्या का आरोप झेल रही डॉ. वर्जिनिया सोरेस डिसूजा की वजह से मौत के शिकार हुए लोगों की गिनती 300 पार कर सकती है। अगर आरोप साबित होते हैं तो यह दुनिया का सबसे बुरा सीरियल हत्याकांड हो सकता है। इससे पहले एक अंग्रेज डॉक्टर हेरॉल्ड शिपमैन को अपने 215 मरीजों की हत्या का गुनहगार पाया गया था।

कैसे करती थी गुनाह
स्वास्थ्य मंत्रालय के जांच दल के मुताबिक क्यूरिटीवा के दक्षिणी इलाके के इवैंजेलिकल अस्पताल में आईसीयू प्रमुख के पद पर तैनात डॉ. डिसूजा और उनकी मेडिकल टीम मरीजों को दर्दनिवारक इंजेक्शन देने के बाद उसका ऑक्सीजन मास्क हटा देती थी। इससे दम घुटने के कारण मरीजों की मौत हो जाती थी। 56 साल की डॉ. डिसूजा को फरवरी में पहली बार सात मरीजों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनकी टीम के तीन अन्य डॉक्टर, तीन नर्स और एक फिजियोथेरेपिस्ट पर भी हत्या का केस चल रहा है।

नर्सिग प्रशिक्षण के नाम पर धोखाधड़ी

नर्सिग प्रशिक्षण के नाम पर धोखाधड़ी

भादरा। चिकित्सा विभाग ने कस्बे में नर्सिग प्रशिक्षण के नाम पर धोखाधड़ी का खुलासा किया है। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेन्द्र भंवरिया ने गुरूवार को संजय चौक में नर्सिंग प्रशिक्षण के नाम पर धोखाधड़ी संबंधी खुलासा किया।

जानकारी के अनुसार नर्सिग प्रशिक्षण ले रही दो छात्राएं राजबाला व राममूर्ति ने इस संबंध में उपखंड अधिकारी को शिकायत की। दोनों ने उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश होकर संजय चौक में डेंटल हॉस्पीटल के संचालक संदीप मील के खिलाफ नर्सिग प्रशिक्षण के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत की। इसके बाद उन्होने खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. भंवरिया को दिए बयान में बताया कि छात्राओं को चार वर्ष से प्रशिक्षण के नाम पर बुलाया जाता है। उनसे 85 से 90 हजार रूपए लेने के बावजूद कोई रसीद या प्रवेश-पत्र नहीं दिए गए।

खंड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि संबंधित युवक हैदराबाद के किसी संस्थान से डिप्लोमा लाकर देता है। उन्होंने बताया कि डेंटल हॉस्पीटल के पास प्रशिक्षण के लिए कोई स्थान या संस्था नहीं है तथा न उपस्थिति रजिस्टर मिला। इसका शिकार 21 युवतियां हुई। खंड चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वे इस संबंध में उपखंड अधिकारी को रिपोर्ट देंगे। इसके बाद आगामी कार्यवाही होगी।

मां मांग रही है बेटी की मौत

मां मांग रही है बेटी की मौत

श्रीगंगानगर। तेरह वर्ष तक बड़ी नाज से बेटी को पाला पोसा, उसकी हर ख्वाहिश पूरी की, हर पल उसकी लम्बी उम्र की दुआ करने वाली मां की बदनियति है कि आज वह उसी बेटी के लिए मौत मांग रही है। उसकी रीढ़ की हड्डी व पेट में जख्म उससे देखे नहीं जाते। चिकित्सकों की भी समझ मेें नहीं आ रहा कि इस बच्ची को क्या बीमारी है? दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिजन बच्ची को किसी बड़े शहर में भी नहीं दिखा सकते। आर्थिक तंगी के कारण इलाज न करवा पाने की मजबूरी के चलते परिजन बेबस है, कहीं से कोई मदद की उम्मीद नजर नहीं आ रही।

गांव श्यामगढ़ (59 एनपी) के माडूराम की पुत्री इंद्रबाला पिछले नौ साल से रीढ़ की हaी, पेट एवं पेशाब की गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। माता-पिता गरीब एवं अनपढ़ है। इस कारण बच्ची का इलाज नहीं करवा पाए। बच्ची की मां सोना देवी कहती है कि चार साल तक उसे कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन अब यह हालत है कि वह चारपाई से भी नहीं उठ पा रही है। कुछ भी खाने पर उल्टी-दस्त शुरू हो जाते हैं। रीढ़ की हaी व पेट में जख्म बने हुए हैं। कई चिकित्सकों को बताया, किसी के रोग समझ में नहीं आया तो किसी ने बहुत ज्यादा खर्चा होना बताया। आर्थिक रूप से कमजोर इस परिवार के लिए बच्ची का दूसरे शहर में इलाज करवाने बस की बात नहीं है। परिजन ने बताया कि इन्द्रबाला को रायसिंहनगर-श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में कई चिकित्सकों को दिखाया। उन्होंने जयपुर ले जाने के सलाह दी, लेकिन आर्थिक तंगी बड़ी बाधा है।

बुलंद हौसले से लड़ रही जंग

गंभीर बीमारी के बावजूद इंद्रबाला का हौसला बुलंद है और उसमें पढ़ने का जज्बा भी है। हालांकि वह पिछले छह माह से स्कूल नहीं जा पा रही, लेकिन छोटे भाई के साथ अपनी कॉपी रोजना भिजवाती है और जो भी होमवर्क मिलता है, उसे पूरा कर अगले दिन वापस भिजवा देती है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक राजेंद्र सांखला का कहना है कि ड्रॉप आउट बच्चों का सर्वे करवाया तो पहले इस बच्ची के स्कूल नहीं जाने की जानकारी मिली। इसके बाद उसके माता-पिता को कहकर स्कूल में प्रवेश दिलवाया। पैदल स्कूल नहीं आ-जा सकती थी। इसलिए ट्राईसाइकिल दिलवाई गई। दिनोदिन बीमारी बढ़ने के कारण अब वह ट्राईसाइकिल पर भी स्कूल नहीं आ पा रही।

बच्ची को गंभीर बीमारी हो सकती है। जांच के बाद ही बीमारी, उपचार व इस पर होने वाले खर्च के बारे में बताया जा सकता है।
-डॉ. पीयूष राजवंशी, राजकीय जिला चिकित्सालय, श्रीगंंगानगर

गेर महोत्सव का आगाज

गेर महोत्सव का आगाज

भक्त प्रहलाद सेवा समिति के तत्वावधान में सात दिवसीय 12वां राज्य स्तरीय गेर महोत्सव का शुभारंभ, पहले दिन कई स्थानों के गेरियों ने दी अपनी प्रस्तुतियां 

जालोर



भक्त प्रहलाद सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित गेर महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को जब परंपरागत वेशभूषा में सजे धजे गेरियों ने ढोल थाली की धुन पर ताल से ताल मिलाकर नृत्य किया तो राजस्थानी संस्कृति झलक उठी। भक्त प्रहलाद चौक में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के शुभारंभ में गेर नृत्य के दौरान डांडियों की खनक व घुंघरुओं की आवाज ने हर किसी को रोमांचित कर दिया। गेर नृत्य समारोह के शुभारंभ सिरे मंदिर के गादीपति गंगानाथ महाराज के सानिध्य में लक्ष्मीनृसिंह, भक्त प्रहलाद व पीर शांतिनाथ महाराज की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। 

कार्यक्रम का शुभारंभ में पारंपरिक वेशभूषा में सजे धजे सरदार गढ़ खेड़ा के गेरियों ने ढोल थाली की धुन पर अयना नृत्य कर महोत्सव का शुभारंभ किया, तो उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। शुभारंभ समारोह के दौरान सिद्धाइनाथ मठ के महंत शीतलाईनाथ, हनुमान मंदिर के पवनगिरी, ईश्वरनाथ महाराज, मधुसुदन व्यास, समिति के अध्यक्ष बंशीलाल सोनी, मीठालाल वैष्णव, देवीसिंह, खसाराम, सादुलराम घांची, हिंदू युवा संगठन के सुरेश सोलंकी, मूलाराम, शांतिलाल भाटी समेत कई लोग उपस्थित रहे। 

आज बाड़मेर का दल देगा प्रस्तुति

महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को बाड़मेर जिले के उमरलाई के गेर दल की ओर से अपनी आकर्षक प्रस्तुतियां दी जाएगी। इसके अलावा अन्य जिले के गेर दलों की ओर से भी अलग-अलग अंदाज में गेर नृत्य किया जाएगा।

सात दिन तक चलेगा महोत्सव

प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला यह गेर महोत्सव सात दिन तक चलेगा। महोत्सव के दौरान विभिन्न जिलों के गेर दलों की ओर से अपने अपने क्षेत्र की गेर प्रस्तुत की जाएगी। नृत्य के दौरान स्वांग रचकर विभिन्न गेरिये भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इससे अलग अलग जिले के गेर नृत्य व वहां की संस्कृति के बारे में पता चल सकेगा।

महोत्सव में उमड़े शहरवासी

बड़ी पोल के बाहर प्रहलाद चौक में आयोजित गेर समारोह के पहले दिन बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचे। महोत्सव स्थल पर विभिन्न गेर दलों की ओर से दी जा रही प्रस्तुतियों को देखने के लिए शाम तक लोगों की भीड़ जुटी रही।

12वें साल में पहुंचा महोत्सव

भक्त प्रहलाद उत्सव सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित होने वाला यह महोत्सव पिछले 11 सालों से आयोजित किया जा रहा है, गुरुवार को 12 वां राज्य स्तरीय महोत्सव शुरू हुआ। समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि राजस्थान की संस्कृति में अपनी विशेष पहचान रखने वाली गेर कला का महत्व बनाए रखने और कलाकारों को मंच देने के उद्देश्य से यह समारोह आयोजित किया जाता है। समारोह के दौरान बाड़मेर, पाली, सिरोही, जालोर, नागौर समेत अन्य जिलों के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देते हैं।

ईसर-गवर की स्थापना, गणगौर पूजन शुरू


ईसर-गवर की स्थापना, गणगौर पूजन शुरू 

जैसलमेर 
कुंवारियों और नवविवाहिताओं की 15 दिवसीय गणगौर का पूजन पारंपरिक रूप से प्रारंभ हुआ। होलिका दहन के अवसर पर महिलाओं द्वारा भाइयों के सिर पर घोली गई मालाओं को होलिका के साथ जलाया गया था और उस राख से धुलंडी की सुबह ईसर एवं गणगौर की मूर्तियों की स्थापना करते हुए विधि विधान के साथ गणगौर पूजन प्रारंभ किया गया। 

बुधवार की सुबह गीत गाती सजी-धजी बालिकाओं और नवविवाहिताओं को बाग-बगीचों से पुष्प बीन कर लाते देखा गया। मंडलियों के रूप में पूजा का आयोजन करते हुए चयनित स्थान पर शुद्ध रेत में जवारे बोए गए। प्रतिदिन सुबह-शाम इनकी पूजा की जाएगी और गणगौर पूजन करने वाली बालिकाओं व महिलाओं द्वारा गणगौर के गीत गाए जाएंगे।

धुलंडी के दिन गणगौर पूजा के लिए तैयार हुई बालिकाओं तथा नवविवाहिताओं की भारी चहल-पहल देखी गई। परंपरा है कि इस प्रकार गणगौर पूजन के लिए तैयार हुई बालिकाओं को आदर की दृष्टि से देखा जाता है और इन पर रंग गुलाल इत्यादि नहीं छिड़का जाता है। 15 दिन तक यह आयोजन निरंतर चलता रहेगा। इस दौरान गणगौर पूजक मंडलियों द्वारा विविध पारंपरिक आयोजन किए जाएंगे और घुड़ला निकाल कर रात्रि जागरण किए जाएंगे। आखिर में गणगौर के दिन पवित्र तालाब व कुंड आदि में ईसर पार्वती और गवर के खोल का विसर्जन किया जाएगा।

रेलवे के चार कर्मचारी निलंबित


रेलवे के चार कर्मचारी निलंबित 
बाड़मेर रेलवे प्रशासन ने बाड़मेर स्टेशन की वाशिंग लाइन से बिना इंजन गुवाहाटी एक्सप्रेस के कोच ढलान में 18 किलोमीटर दूर चले जाने के मामले में चार रेल कर्मचारियों को निलंबित किया है। मामले की जांच अभी चल रही है। गुवाहाटी एक्सप्रेस को 24 मार्च की रात 11 बजे बाड़मेर से रवाना होना था। ट्रेन का रैक वाशिंग लाइन में शंटिंग के लिए तैयार था। रात करीब पौने नौ बजे रैक स्वतघ् ही जोधपुर की ओर रवाना हो गया। करीब 18 किलोमीटर का सफर तय कर यह रैक उत्तरलाई स्टेशन से दो किलोमीटर आगे जाकर रुक गया था। रेलवे प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए जोधपुर मंडल के संरक्षा अधिकारी, उप मुख्य यांत्रिक अभियंता और उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (संरक्षा) की कमेटी गठित की थी। कमेटी ने घटना के अगले दिन बाड़मेर वाशिंग लाइन का निरीक्षण किया तो वहां जंजीर और लकड़ी के चौरस टुकड़े टूटे हुए मिले। कमेटी ने करीब 14 रेल कर्मचारियों के बयान लिए और मौके पर मिली जंजीर व लकड़ी के टुकड़ों को संदेहास्पद माना। प्रारंभिक जांच के बाद बाड़मेर के एएसएम मूलाराम, पाइंट्समैन मोतीराम, मगाराम व कैरैज कर्मचारी ओमप्रकाश को निलंबित किया गया है। यात्री कैसे बैठे जांच कमेटी कैरेज एंड वैगन शाखा के कर्मचारियों से इस बारे में पूछताछ कर रही है कि वाशिंग लाइन में ही कुछ यात्री ट्रेन में कैसे बैठ गए थे। कायदे से ट्रेन के सभी कोच वाशिंग लाइन से लॉक की स्थिति में प्लेटफॉर्म पर पहुंचने चाहिए। 

गुरुवार, 28 मार्च 2013

बस-डम्पर भिड़े,9 की मौत,4 की हालत नाजुक

बस-डम्पर भिड़े,9 की मौत,4 की हालत नाजुक
नौगांवा (अलवर)। समीपवर्ती हरियाणा के बड़कली के पास स्थित गांव मोहम्मदबास में गुरूवार को बस और डंपर की आमने-सामने हुई भिडंत में नौ लोगों की मौत हो गई व कई यात्री घायल हो गए। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी नौ लोगों की मौत मौके पर ही गई। दुर्घटना में घायल कई यात्रियों की हालत गम्भीर है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान नम्बर की निजी बस आरजे 18पी-1881 फिरोजपुर झिरका से गुड़गांव की ओर जा रही थी। रास्ते में बड़कली की ओर से आ रहे एक डम्पर से आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। बस में सवार तीन बच्चों व दो महिलाओं सहित नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए।


घायलों में चार लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है जिन्हें गम्भीरावस्था में दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा अन्य घायलों को पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से मांडीखेड़ा के अल आफिया अस्पताल में भर्ती कराया है। हरियाणा पुलिस के अनुसार शाम तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने दुर्घटना करने वाले डम्पर को जब्त कर लिया है।

मोना सिंह जस्सी का अश्लील वीडिया लीक!

मोना सिंह जस्सी का अश्लील वीडिया लीक!

मुंबई। "जस्सी जैसी कोई नहीं" टीवी सीरियल से मशहूर हुई मोना सिंह के कथित अश्लील वीडियो ने फिल्म इंडस्ट्री में नया बवाल खड़ा कर दिया है।

हालांकि,यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि इस अश्लील वीडियो में दिखने वाली महिला असल में मोना सिंह है या कोई अन्य।

एक मीडिया हाउस के वेबपोर्टल पर मोना सिंह जैसी दिखने वाली इस महिला के वीडियो क्लिपिंग के स्टील्स भी अपलोड किए हैं,जिनके आधार पर लोग इसे माना सिंह ही मान रहे हैं।


उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड सितारों और अश्लील वीडियो लीक का नाता काफी पुराना रहा है। इंटरनेट पर फिल्मी सितारों के कई अश्लील एमएमएस वायरल हो चुके हैं। हालांकि इनमें से अधिकतर एमएमएस फर्जी पाए जाते हैं। जानकारों की माने तो मोना सिंह के नाम से इंटरनेट पर वायरल यह वीडियो भी फर्जी हो सकता है।


उधर,मोना सिंह की ओर से इस वीडियो को लेकर किसी तरह का बयान जारी नहीं हुआ है।

BJP बताये 60 साल में वह कांग्रेस का विकल्प क्यों नहीं बन पाई


बातचीत अविकल रूप में
जयपुर, मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज एक श्रृद्धांजलि कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि मैं भाजपा से यह सवाल करना चाहूंगा कि 60 साल में वह कांग्रेस का विकल्प क्यों नहीं बन पाई ? मुख्यमंत्री ने कहा कि 60 साल का अरसा कोई कम नहीं होता। भाजपा की नीतियों में, कार्यक्रमों में, इनके विचारों में कहीं न कहीं खोट है, जो इस देश को स्वीकार्य नहीं है। खाली धर्म के नाम पर या लोगों की भावनाओं को भड़काकर ये एक बार सत्ता में आये वो भी अकेले नहीं बल्कि गठबंधन की सरकार चलाई। इतने अर्से के बाद भी देश में इनकी दुर्गती है और इनको कोई पूछता नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अपना एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। 65 साल की लम्बी गाथा है। इस संदेश यात्रा में हम नई पीढ़ी को इसकी जानकारी देंगे और साथ में हमारे जो फ्लेगशिप प्रोग्राम चाहे राज्य सरकार के हो अथवा यूपीए सरकार के हो, उसकी जानकारी देंगे और उपलब्धियां बतायेंगे ताकि आम जनता हमारा सहयोग करें। इसके साथ ही एनजीओ, स्वयंसेवी संस्थाएं और नौजवान आगे आये। हमारा यह संदेश इस यात्रा में रहेगा। मुख्यमंत्री की मीडिया कर्मियों से बातचीत अविकल रूप में इस प्रकार से है ः- प्रश्नकर्ता ः कांग्रेस संदेश यात्रा की क्या-क्या तैयारियां हैं ? यह कांग्रेस संदेश यात्रा, आपको याद होगा 1998 के अंदर भी पूरे प्रदेश के अंदर निकली थी और पूरे प्रदेश के अंदर इसको बहुत लोगों ने एप्रीशियेट किया कि संदेश यात्रा के माध्यम से जो कांग्रेस की नीतियां रही हैं देश के लिये, आजादी के पहले भी और बाद में भी, उसके सिद्धान्त प्रतिपादित किये थे महात्मा गांधी के जमाने में, पंडित नेहरू और मौलाना आजाद के जमाने में, वहां से चलते चलते एक लम्बा सफर तय किया और देश के लिये कार्यक्रम ऎसे बनाये जिसकी बदौलत जो कुछ भी आज इस मुल्क में दिख रहा है 65 साल के अंदर, 65 साल के पहले का इतिहास जिसको मालूम है, उनको मालूम है कि ना सड़कें थीं, जहां आज सड़कें दिख रही हैं, वहां जंगल थे, दिल्ली के अंदर जहां एम्स बना हुआ है, वह जगह जंगल थी। आज ना पानी, ना बिजली, ना शिक्षा, ना स्वास्थ्य, ना सड़कें थीं, 65 साल का सफर तय करते-करते यहां तक पहुंचे हैं तो एक अवसर होता है कि मान लीजिये आप पब्लिक के अंदर जाते हैं और उनको कांग्रेस संदेश यात्रा के माध्यम से, कांग्रेस शासन में क्या उपलब्धियां रही हैं, क्योंकि यह जो भारतीय जनता पार्टी वाले हैं ये जनता को गुमराह करने के लिये जुमला बोलते हैं। 65 साल में क्या किया, क्या किया, बोलते रहते हैं। इनको पूछो कि आपकी उम्र अभी 60 साल की है, जनसंघ और बीजेपी बने हुए 60 साल हुए हैं। 60 साल में वास्तव में यह लोग अगर अपनी नीतियां बनाते ढंग से, कांग्रेस की तरह सिद्धान्त प्रतिपादित करते, कार्यक्रम ऎसे देते तो पूरे देश की जनता समझती कि वास्तव में कांग्रेस का विकल्प बीजेपी भी हो सकती है। 60 साल का अर्सा कोई कम नहीं होता है। पर आपने देखा कि 60-65 साल के बाद में भी देश के अंदर इनकी वो दुर्गति है, आज साऊथ में इनका कोई नाम लेने वाला नहीं है। नोर्थ ईस्ट में इनको कोई पूछता नहीं है। साऊथ में कर्नाटक में एक बार सत्ता में आये तो आपने देखा कि कैसे इनकी स्थिति खराब हुई। वहां के मुख्य मंत्री को खुद को ही जेल जाना पड़ा। करप्शन के चार्जेज लगे जो अभी तक धुल नहीं पा रहे हैं और अभी कर्नाटका के गांवों के अंदर हवा चल रही है चुनाव जीतने की, इनकी वहां यह स्थिति है। साऊथ और नोर्थ ईस्ट में इनको कोई पूछता नहीं है। 60 साल का अर्सा कम होता है क्या? इसका मतलब इनकी नीतियों में, इनके कार्यक्रमों में, इनके विचारों में कहीं न कहीं खोट है, जो इस देश को स्वीकार नहीं है। इन देशवासियों को इनकी नीतियां, इनके कार्यक्रम, इनके सिद्धान्त स्वीकार नहीं हैं। अब खाली आप धर्म के नाम पर, बाबरी मस्जिद, राम मंदिर बनायेंगे, कॉमन सिविल कोड लायेंगे, धारा 370 हटायेंगे, इस तरह से भड़काकर आपने 8 साल तक गठबन्धन की सरकार चलाई। वह भी अकेले नहीं, गठबन्धन की सरकार चलाकर एक बार आपने सत्ता का सुख भोग लिया, पर इनको पूछो कि 60 साल में आप विकल्प क्यों नहीं बन पाये ? मैं इनसे सवाल करना चाहता हूं। अब यात्राएं राजस्थान में निकालो, चाहे केन्द्र में निकालो, आडवाणी साहब भी यात्रा निकालते-निकालते दुःखी हो गये, थक गये हैं वह भी। उनकी यात्राओं का परिणाम आपने देखा होगा कि कितनी जगह दंगे भड़के थे बाद में। बाबरी मस्जिद गिराई, उस वक्त क्या क्या नहीं हुआ। उसके पहले भी, उसके बाद में भी। कितने निर्दोष लोग मारे गये। उसमें हिन्दू भी थे, मुस्लिम भी थे, कोई सोच नहीं सकता। इन्होंने देश के अंदर हमेशा आग लगाई है। यात्रा निकालकर लोगों को भड़काने का काम किया है और कांग्रेस के लोगों ने आग को बुझाने का काम किया कि देश में प्रेम, मोहब्बत, सद्भाव, भाईचारा कायम रहे जिससे मुल्क तरक्की करे। मेरा मानना है कि चाहे परिवार हो, चाहे गांव हो, चाहे जिला हो, चाहे प्रदेश हो, देश हो, जहां शांति होगी, सद्भाव होगा, भाईचारा होगा, प्रेम-मोहब्बत की भावना होगी, वहीं विकास होगा। बाकी कहीं विकास नहीं होगा। इनकी फितरत में हमेशा आग लगाना ही रहा है। अब यह जो नाटक कर रहे हैं चार साल के बाद में, तो चार साल में तो कांग्रेस की सरकार ने जिस प्रकार फैसले किये हैं, वह फैसले आज प्रदेशवासियों के जेहन में बैठे हुए हैं। बल्कि प्रदेशवासियों के ही नहीं, देशवासियों के जेहन में बैठ गये हैं। राजस्थान सरकार ने जो फैसले किये हैं, जिस रूप में फैसले किये हैं, उसका आज सब जगह स्वागत कर रहे हैं लोग। पूरे मुल्क के लोग आकर यहां की स्कीमों को देख रहे हैं। चाहे शिक्षा की हो, चाहे स्वास्थ्य सेवाओं की हो, सारी स्कीमों की यहां आकर स्टडी कर रहे हैं कि यहां पर क्या क्या फैसले हुए हैं। तो आज यह चाहे यात्रा निकाल लें, पिछली बार यात्रा निकालकर एक बार सरकार बना ली कुछ कारणों से, कारण दूसरे थे, पर इनको भ्रम हो गया कि हमारी यात्रा से सब कुछ हो जायेगा, वह भ्रम इस बार पब्लिक खुद ही तोड़ देगी, यह मैं दावे के साथ कह सकता हूं। पब्लिक जानती है कि राजस्थान में जो कुछ गरीबों के लिये आम आदमी के लिये, जैसे सोनिया गांधीजी ने कहा कि कांगे्रस का हाथ आम आदमी के साथ। उसी अनुरूप कांग्रेस राजस्थान में काम कर रही है, उसी अनुरूप फैसले कर रही हैं, उसी अनुरूप सोशल सिक्योरिटी के फैसले किये गये हैं, उसी अनुरूप पानी की स्कीमें हो, बिजली का तंत्र मजबूत करना हो, हर क्षेत्र में हम प्रगति कर रहे हैं। ऊपर से रिफाइनरी का जो फैसला हुआ है, यह तो मजाक उड़ा रहे थे रिफाइनरी की, रिफाइनरी ले ली आपने ? केन्द्रीय बजट आया तब इनमें बड़ा उत्साह आ गया, मतलब बड़ी खुशी हुई कि रिफाइनरी नहीं मिली। मतलब इनकी सोच देखो, मैं कंडम करना चाहता हूं इनकी सोच को, कि रिफाइनरी नहीं आयी तो यह नहीं कहा कि हम सबको मिलकर वापस प्रयास करना चाहिये। क्यों नहीं आई? उसकी बजाय उसकी मजाक उड़ाने लगे कि मुख्य मंत्री बार-बार दिल्ली जाते थे, मंत्रियों से मिलते थे, चार चार दिन रूकते थे और केन्द्रीय बजट आ गया, अब रिफाइनरी लेकर आ गये, यह इन्होंने ताने कसे थे यहां पर। कहने का मतलब इनकी सोच नकारात्मक रही। अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं यह कहता कि कोई बात नहीं अभी प्रयास जारी रखो, विपक्ष आपका साथ देगा। पर क्योंकि यह चाहते थे कि रिफाइनरी नहीं आयेगी तो कम से कम जनता में जाकर कहेंगे कि रिफाइनरी लेकर भी नहीं आ पाये। यह नहीं समझते कि रिफाइनरी के साथ में पूरे प्रदेश का और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य जुड़ गया है। साथ में ऊपर से गैस निकल गयी है, तो राजस्थान में अब तेल निकलना, तेल भी कोई कम मात्रा में नहीं निकला है। आज 20-25 पर्सेण्ट तो तेल निकल चुका कंट्री के उत्पादन का राजस्थान में, यह आने वाले वक्त में और ज्यादा बढ़ेगा। यहां गैस के भण्डार भरे पड़े हैं, उसकी भी खोज हो चुकी है। जैसलमेर के बाद में, बाड़मेर के अंदर, जिसकी लांचिंग अभी हम 23 मार्च को करके आये हैं। तो गैस जब निकली है तो गैस बेस पॉवर प्लांट लगेंगे। हमने मंत्रीजी को कहा है कि यह गैस गुजरात नहीं जानी चाहिये। इसका पूरा पूरा उपयोग राजस्थान के लिये होना चाहिये। मतलब खाद के कारखाने गैस बेस, बिजली का उत्पादन गैस बेस, उसी बिजली के उत्पादन से हो सकता है कि रिफाइनरी में जब बिजली की जरूरत होगी बड़ी मात्रा में, वही काम आ जायेगी। उसी गैस से घरों में जो कनेक्शन होते हैं, सूरत में है या बम्बई में है, कई राज्यों में हैं, तो गैस कनेक्शन आज एल पी जी की जगह पाइप लाइन में बिछेगी। तो राजस्थान में गैस निकल चुकी है, राजस्थान में तेल निकल चुका है, पवन ऊर्जा, हवा से जो ऊर्जा पैदा हो रही है ढाई हजार मेगावाट के करीब हम पहुंच चुके है। किसे कहते हैं ढाई हजार मेगावाट का उत्पादन आज पवन ऊर्जा से होने लग गया है। वही बाड़मेर में, जैसलमेर में, चित्तौैड़ में, फलौदी के अंदर, सब जगह पर और लिग्नाइट निकल चुका है। 1,250 मेगावाट का तो कारखाना बाड़मेर के अंदर लग चुका है। गवर्नमेंट सैक्टर के अंदर गिराल अलग लगा हुआ है। नागौर में और बीकानेर में लिग्नाइट के भंडार भरे पड़े हैं। लाइनस्टोन की कमी नहीं है। यहां पर आपके 15-20 कारखाने और आ सकते हैं सीमेंट के। पोटाश पूरे देश में कहीं नहीं है, जब निकलेगा तो सिर्फ राजस्थान में ही निकलेगा। उसकी जांच हो चुकी है। हर मिनरल्स एण्ड माइन्स चाहे आपके मार्बल हो, चाहे वह लाइमस्टोन हो, यहां पर आइरन और निकल गया है करौली के अंदर और भीलवाड़ा के अंदर, उसके लिये प्रोसेस अलग से चल रहा है, तो आने वाले वक्त में राजस्थान का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। कैसे हम वैज्ञानिक तरीके से उसकी माइनिंग करें, दोहन करें, वेस्ट नहीं जाये और राजस्थान की जनता में इसका आने वाले वक्त में इम्पेक्ट रहेगा, क्योंकि इसी से जब आपके कल-कारखाने लगेंगे तो रायल्टी भी मिलेगी, रेवेन्यू भी बढ़ेगी और वह रेवेन्यू जनता के कल्याण में काम आयेगी। हमारी सोच तो यह है। इनकी सोच तो खाली एक लाइन बोलनी पड़ती है कि राजस्थान पिछड़ गया है। जिनकी जैसी दृष्टि होती है, उनके दिमाग में वैसी ही बातें आती हैं। जैसी जिनकी सोच होती है मन के अंदर, नकारात्मक हो, हिंसात्मक हो। हिंसा वही कर सकता है, जिनके मन में हिंसा की भावना हो। नकारात्मक भाषा वही बोल सकता है जिसके दिल में नकारात्मक भावना भरी पड़ी हो। अब इनको पूछो खाली जुमला बोल रहे हो प्लानिंग कमीशन तो सर्टिफिकेट दे रहा है कि राजस्थान पिछड़ा राज्य रहा ही नहीं है और यह बोले जा रहे हैं, बोले जा रहे हैं। मतलब आप खुद सोचियेगा कि मैंने पांच बजट पेश किये हैं। विपक्ष की मैंने ऎसी स्थिति कभी नहीं देखी। मैं पार्लियामेंट में रहा हूं पांच बार, कम से कम आप कोई न कोई कमी तो निकालो कि आपकी यह कमी रह गयी है। यह विपक्ष का धर्म भी होता है। आप नीचे मुंह करके मीडिया से मिलो ही नहीं और घर चले जाओ और फिर बीजेपी के दफ्तर से शाम को चार लाइन का प्रेस नोट जारी होवे। बजट की प्रतिक्रिया दे रहे हो। इससे बुरी गत किसी की हो सकती है ? यह इनकी गत बनी हुई है आज तक। इस बार भी क्या हुआ, खाली आपने फोरमेलिटी की है और प्राइवेटली सब कहते हैं कि ऎसा बजट हमने जिन्दगी में कभी ना सुना, ना कभी पढ़ा है, ना कभी हमने कल्पना की थी। ऎसा शानदार बजट पेश किया गया है। अब कहते हैं बजट तो बहुत शानदार आ गया, अब यह लागू हो पायेगा क्या? यह चिन्ता उनको सता रही है कि लागू नहीं हो तो कितना अच्छा रहे। जिनकी सोच यह हो कि लागू ही नहीं हो तो हम ऎसा माहौल बनाये कि ब्यूरोक्रेसी लागू करे ही नहीं। टाइम पास हो जाये फिर इलेक्शन कमीशन बैन लगा देगा। तो इनके सपने वह है कि जितना जल्दी टाइम पास हो, जितना जल्दी आचार संहिता लागू हो जाये और जो बजट पेश किया गया, वह लागू नहीं हो फिर हम इलेक्शन में कहें देखिये खाली आपको झांसे दिये गये। सरकार ने कुछ भी नहीं किया। यह इनकी सोच है। इसलिये मैं चाहता हूं कि उनकी सोच उनको मुबारक हो। प्रदेश कांगे्रस कमेटी के माध्यम से हमारी जो यात्रा निकल रही है, वह खाली हम जनता को एजूकेट करने के लिये, जो कांग्रेस का संदेश तो है ही है नई पीढ़ी के लिये भी है, आने वाली पीढ़ियां भी मैं समझता हूं कि जो कांग्रेस के त्याग, बलिदान की लम्बी कहानी है, उसको याद रखें जिससे कि देश में आने वाली पीढ़ियां भी तैयार रहें, सुप्रीम सेक्रिफाइस करना पड़े तो करेंगे, पर मुल्क को एक रखेंगे अखण्ड रखेंगे। महात्मा गांधी की हत्या, इंदिरा गांधी की हत्या, राजीव गांधी की हत्या, सरदार बेअंत सिंहजी की हत्या हुई हो आंतकवाद से लड़ते-लड़ते, परन्तु मुल्क को एक रखा है, अखण्ड रखा है। हम बार-बार कहते हैं कि हम जिन पदों पर बैठे हुए हैं, हमारे दिल में यही जज्बा है कि हमारी जान चली जाये, परवाह नहीं करेंगे पर देश को एक रखेंगे, अखण्ड रखेंगे। यही भावना कांग्रेस की खुद की रही है, यही भावना कांग्रेस के तिरंगे झण्डे की रही है, जिसके त्याग-बलिदान की कहानी आजादी के पहले से है। आजादी के बाद के 65 साल की लम्बी गाथा है। यह नई पीढ़ी को हम बतायेंगे और साथ में जो फ्लैगशिप प्रोग्राम है, चाहे स्टेट गवर्नमेंट के हो, चाहे यूपीए गवर्नमेंट के हो, वह बतायेंगे कि हमारी क्या-क्या उपलब्धियां हैं, क्या-क्या हमारे कार्यक्रम हैं। वह बताने के मायने यह है कि उनको लागू करवाने में आम जनता सहयोग करे

कई स्कुलो में होगा मां भारती का जलगान

कई स्कुलो में होगा मां भारती का जलगान
- सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग की नई पहल
- पानी बचने का सन्देश देगा यह कार्यकर्म

बाड़मेर , राज्य भर में पानी बचने और जल के अपव्यय को रकने के लिए काम कर रहा सीसीडीयू का आईईसी अनुभाग रेतीले बाड़मेर से एक ख़ास पहल की शुरुवात करने जा रहा है . बाड़मेर के कई विधालय सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग के इस ख़ास कार्यकर्म से रूबरू होते नजर आएँगे . सीसीडीयू के आईईसी कंसलटेंट अशोक सिंह ने बताया की अगले महीने बाड़मेर जिले के कई विधालयो में माँ भारती का जलगाँन कार्यकर्म आयोजित किया जायेगा . माँ भारती के जलगान में पानी के उस पुरे चक्र को शामिल किया गया है जिसमे की पानी भाप बनकर किस तरह पर्वतों पर बदल का रूप लेने के बाद बरसात के रूप में फिर धरा पर पहुचता है . इसी पानी के चलते नदी ,बांध ,पोखर , नाले, तालाब,खेत और पनघट पर हँसी आबाद है .जल से सारी सभ्यतायें ,जल एक ही है, पर अनेक है आधार की बात को सार्थक करने वाले इस कार्यकर्म में बच्चो के साथ साथ बड़ो को भी जोड़ा जायेगा . इस नविन पहल का मकसद स्कुल में पढने वाले बच्चो को पानी के पुरे चक्र को सरलता से न केवल समझाना है बल्कि वर्तमान हालातो में पानी को लेकर लापरवाह हो चुकी सोच को भी बदलना है . एक तरफ बच्चे जहा हर तरह के सकारात्मक सन्देश को बहुत जल्दी ग्रहण कर लेते है वही दूसरी तरफ बच्चो से बात बड़ो तक भी सहजता से पहुचती है . आने वाली गर्मियों की छुट्टियों से पहले इस नविन पहल को धरा पर उतरने के पीछे एक मकसद यह भी है की बच्चे इन गर्मियों की छुट्टियों में पानी बचाने की बात करे . सिंह ने बताया की माँ भारती के जलगान कार्यकर्म में स्कुलो के बाद कोलेजो और जिला मुख्यालय के साथ साथ ग्रामीण इलाके में मोजूद आवाशीय मदरसों में भी यह कार्यकर्म आयोजित किये जाएँगे .



यह है माँ भारती का जलगान

जयति जय जय जल की जय हो
जल ही जीवन प्राण है।
यह देश भारत....

सागर से उठा तो मेघ घना
हिमनद से चला नदि प्रवाह।
फिर बूंद झरी, हर पात भरी
सब संजो रहे मोती - मोती।।
है लगे हजारों हाथ,
यह देश भारत.....

कहीं नौळा है, कहीं धौरा है
कहीं जाबो कूळम आपतानी।
कहीं बंधा पोखर पाइन है
कहीं ताल, पाल औ झाल सजे।।
कहीं ताल-तलैया ता ता थैया,
यह देश भारत....

यहां पनघट पर हंसी- ठिठोली है
नदी तट पर लगती रोली है।
जल मेला है, जल ठेला है
जल अंतिम दिन का रेला है।।
जल पंचतत्व, जल पदप्रधान
यह देश भारत....

जल वरुणदेव, नदियां माता
जल ही वजु-पूजा-संस्कार।
जल से सारी सभ्यतायें
जल एक ही है, पर नेक आधार।
मां भारती का जलगान है यह
यह देश भारत.....

बाड़मेर 5 बोलेरो बरामद, तीन गिरफ्तार

5 बोलेरो बरामद, तीन गिरफ्तार

बाड़मेर
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के निर्देश पर जिले में हो रही वाहन चोरी के अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान की कड़ी मे वाहन चोरो की धरपकड़ एवं वाहनो की बरामदगी हेतु गठीत टीम द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए तीन चोरो को गिरफतार कर 5 बोलेरो वाहन बरामद करने मे सफलता हासिल की है।
नाजिम अली वृताधिकारी वृत बाड़मेर के निर्देशन एवं देवाराम चौधरी नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली के नेतृत्व मे गठीत टीम निरजन प्रतापसिह उ.नि. थानाधिकारी महिला थाना, सुरेन्द्रसिह उ.नि. थानाधिकारी धोरिमन्ना, जयराम उ.नि. थानाधिकारी सेड़वा, महिपालसिह कानि. (जिला साईबर सैल), मुलाराम सउनि, शिवदानसिह सउनि, कानि. इन्द्रसिह, जालमसिह, धर्माराम कानि. थाना कोतवाली द्वारा वाहन चोरी की समस्त घटनाओ के बारे मे विस्तृत जानकारिया हासिल कर चोरो की धरपकड का अभियान चलाया। मुखबिर की सूचना के आधार पऱ वाहन चोर जूंजाराम पुत्र नेनाराम जाट निवासी मिठड़ा खुर्द थाना धोरीमन्ना, जुंजाराम पुत्र. भोमाराम जाट निवासी केकड़ थाना सेड़वा, भिखसिह पुत्र विशनसिह सोा राजपुत निवासी साता थाना बाखासर को गिरफतार किया। इनसे गहनता से पुछताछ करने पर इन्होने 7 बोलेरो वाहन चोरी करना कबुल किया जिनमे से 6 वाहन बाड़मेर शहर से एवम 1 वाहन बायतु से चुराना कबुल किया। इनसे अब तक 5 बोलेरो वाहन बरामद हो चुके है जबकि 2 वाहन बरामद करना शेष है। इस वाहन चोरी गेंग से जुड़े अन्य साथियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है जिनकी गिरफ्तारी पर और वाहनो की बरामदगी की सम्भावना है। इन्हे कल न्यायालय मे पेश किया जायेगा।

राजस्थान दिवस पर मुह पर पट्टी बांध करेगे मान्यता की मांग


राजस्थान दिवस पर मुह पर पट्टी बांध करेगे मान्यता की मांग 

बाड़मेर

अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति बाड़मेर तथा घटक संगठन मोटियार परिषद्, छात्र परिषद्, महिला परिषद्, चिन्तन परिषद के तत्वाधनान में राजस्थान दिवस पर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर कार्यकर्ता मुंह पर पट्टी बांधकर राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग करेंगें।
समिति के जिला प्रवक्ता रमेशसिंह इन्दा ने बताया कि राजस्थान दिवस पूरे राजस्थान में मनाया जा रहा है। राजस्थानी भाषा के बिना कैसा राजस्थान गूंगा राजस्थान के तहत राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग को लेकर तीस मार्च को प्रातः दस बजे सामूहिक विरोध धरना दिया जाएगा। उन्होने बताया कि प्रदेश महामंत्री राजेन्द्रसिह बारहठ तथा संभाग उपपाटवी चन्दनसिंह भाटी के निर्देशानुसार तीस मार्च को प्रातः दस बजे राजस्थानी भाषा समिति से जुड़े समस्त कार्यकर्ता भाषा प्रेमी अहिसां चौराहे से काली मुंह पर पट्टी लगाकर राजस्थान भाषा की मान्यता की मांग करेगें। उन्होने समिति के समस्त पदाधिकारियों, समस्त घटक संगठनों के पदाधिकारियों से नियत समय पर कार्यक्रम में शरीक होने की अपील की है। उन्होने बताया कि मुंह पट्अी बांध शांति रैली निकाली जाएगी तथा जिला कलक्टर बाड़मेर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया जाएगा।

पीपाड़ में पत्थराव,कस्बा बंद

पीपाड़ में पत्थराव,कस्बा बंद

जोधपुर। जिले के पीपाड़ कस्बे में बुधवार शाम होली की गैर निकालने के दौरान पथराव के बाद दो पक्षों में तनाव के बाद गुरूवार को कस्बा बंद है। कस्बे में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौके पर हालात संभाले हुए हैं। कस्बे में फिलहाल शांतिपूर्ण हालात हैं।

भीलवाड़ा में रंगरेलिया मनाते तीन गिरफ्तार

भीलवाड़ा में रंगरेलिया मनाते तीन गिरफ्तार

भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले के बोली गांव में सदर थाना ने एक निजी फॉर्म हाउस पर तीन दोस्तों को एक कॉलगर्ल के साथ गिरफ्तार किया गया। सदर थाना पुलिस के मुताबिक,भीलवाड़ा निवासी नवीन सिंधी के फार्म हाउस पर उसके दोस्त गंगापुर निवासी महादेव मीणा,जयपुर निवासी सतीश भार्गव को पुलिस ने एक कॉलगर्ल के साथ गिफ्तार किया।

तीनों मुम्बई निवासी युवती को जयपुर से भीलवाड़ा लेकर आए थे। युवती बीस हजार रूपए में मंगलवार को मुबंई से जयपुर आई थी, जिसे महादेव और सतीश भीलवाडा के लिए लेकर आए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के बाद स्थानीय थाना पुलिस फार्म हाऊस पर छापा मारकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

उम्र 17 साल,पहुंचा बैंक लूटने

उम्र 17 साल,पहुंचा बैंक लूटने

जोधपुर। जोधपुर पुलिस ने बुधवार रात 17 साल के एक बाल अपचारी को बैंक लूटने का प्रयास करने के दौरान दबोचा। उसके पास से कुछ औजार भी बरामद हुए हैं। मामला जोधपुर के शास्त्री नगर थाने का है।


शास्त्री नगर पुलिस के अनुसार सेक्टर सात रोड स्थित एसबीबीजे बैंक का चौकीदार बैंक के आस-पास गश्त कर रहा था। किसी काम से वह बैंक के पिछले हिस्से में गया तो उसने पाया की छत के रास्ते से एक युवक बैंक में प्रवेश कर रहा है। इस बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने बैंक में लूट का प्रयास करते किशाोर को दबोचा। पुलिस उसके साथियों को तलाश रही है।