सोमवार, 3 दिसंबर 2012

स्वाइन फ्लू से मरी महिला के दाहसंस्कार से भी पीछे हटे परिजन


स्वाइन फ्लू से मरी महिला के दाहसंस्कार से भी पीछे हटे परिजन



परिजनों ने शव को हाथ लगाने से किया इनकार, तहसीलदार ने समझाइश की, शव वाहन से श्मशान पहुंचाया गया शव, स्वाइन फ्लू की दस्तक से सहमे हैं इंदिरा कॉलोनी के लोग

बाड़मेर  इस साल स्वाइन फ्लू से शहर में पहली मौत के बाद सनसनी फैली हुई है। इस बीमारी से हुई मौत की खबर फैलने से दूसरे इलाकों में भी लोग सचेत हो गए हैं। इधर, स्वाइन फ्लू के भय के कारण महिला के परिजनों ने भी शव को हाथ लगाने से इंकार कर दिया। परिजनों को कहना था कि नगर परिषद व प्रशासन ही महिला का अंतिम संस्कार करवाए, वे शव को हाथ नहीं लगाएंगे। मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने परिजनों से समझाइश की। फिर भी परिजन शव को हाथ लगाने के लिए राजी नहीं हुए। दूसरे दिन नगर परिषद के कर्मचारियों ने शव को वाहन से श्मशानघाट पहुंचाया। वहां पर महिला का अंतिम संस्कार हो सका। इस दौरान उनके परिजन भी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि इंद्रा नगर निवासी सरिता पत्नी पवन भंसाली की मौत शनिवार को जोधपुर स्थित मथुरादास माथुर अस्पताल में स्वाइन फ्लू के कारण हो गई थी। महिला गर्भवती थी। परिजन अस्पताल से महिला को लेकर बाड़मेर आए। यहां पर आकर मामला बिगड़ा और परिजनों ने शव को हाथ लगाने से इनकार कर दिया। मामला प्रशासन के आला अधिकारियों तक पहुंचा। समझाइश करने के लिए मौके पर तहसीलदार भी पहुंचे। समझाइश करते-करते शाम हो गई। महिला का शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। अलसुबह नगर परिषद के कर्मचारियों ने महिला के शव को शव वाहन में रखा। वाहन से शव को श्मशानघाट पहुंचाया गया। जहां पर जैन धर्म के अनुसार महिला का दाह संस्कार किया गया। इस दौरान महिला के परिजन भी उपस्थित रहे।

कॉलोनी में भय का माहौल: स्वाइन फ्लू से हुई महिला की मौत की खबर आग की तरह मोहल्ले में फैली। इससे लोगों में डर बना हुआ है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे कर महिला के संपर्क में आए 17 लोगों को टेमीफ्लू दवा दे दी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लोग घबराए नहीं। थोड़ी सी सावधानी बरतें।

शिक्षक अपना दायित्व निष्ठा से निभाएं : सोनाराम


शिक्षक अपना दायित्व निष्ठा से निभाएं : सोनाराम







बाड़मेर अपेक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल में रविवार को नवचयनित प्रधानाध्यापकों का जिला स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि विधायक कर्नल सोनाराम ने कहा कि नवचयनित प्रधानाध्यापक अपना दायित्व ईमानदारी से निभाएं। इससे पूर्व संस्थान के निदेशक ने अतिथि का स्वागत किया।

सम्मान समारोह को बीडीओ प्रदीप चौधरी, एईएन सोनाराम बेनीवाल, कैम्ब्रिज नर्सिंग कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ.नरेंद्र सिंह चौधरी, रामूबाई स्कूल के प्रधानाध्यापक पन्नाराम कड़वासरा, प्रगतिशील शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष बनाराम चौधरी, सेवानिवृत प्रधानाध्यापिका सरोज चौधरी, व्याख्याता देव कुमार पोटलिया, बांकाराम सांजटा, अमरसिंह गोदारा व सतीश कुमार लेगा ने संबोधित किया।

कार्यक्रम में महेशाराम बाना, सताराम बेनीवाल, दुर्गेश हुडा, भलाराम, नरसिंह कड़वासरा मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य टीकमदास सुखपाल ने आभार जताया तथा संचालन गोरधन राम पूनिया ने किया।

नवचयनित प्रधानाध्यापक संघ की कार्यकारिणी गठित

नवचयनित प्रधानाध्यापक संघ की बैठक अपेक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल में आयोजित हुई। संयोजक मगराज कड़वासरा की अध्यक्षता में प्रदेश प्रतिनिधि पद पर नरपत सिंह बाणियावास, अमरसिंह गोदारा को अध्यक्ष, जिलामंत्री पूनम भांभू व उपाध्यक्ष गुलाब सिंह कोटडिय़ा का निर्वाचन सर्वसम्मति से किया गया। ब्लॉक प्रतिनिधि के रूप में बाड़मेर से दीपाराम, शिव से मोहम्मद इब्राहिम, बायतु से सतीश लेगा, बालोतरा से खेतसिंह राजपुरोहित, धोरीमन्ना से रघुनाथ विश्नोई, सिणधरी से जगराम पोटलिया व चौहटन से रतनलाल को मनोनीत किया गया है।

बाड़मेर. अपेक्स सीनियर सैकेंडरी में आयोजित सम्मान समारोह में उपस्थित नवनियुक्त शिक्षक व नवनियुक्त प्रधानाध्यापक का सम्मान करते विधायक कर्नल सोनाराम।

थार एक्सप्रेस से आए नकली नोट तीन भारतीय नागरिक गिरफ्तार



थार एक्सप्रेस से आए नकली नोट तीन भारतीय नागरिक गिरफ्तार


थार एक्सप्रेस से आए नकली नोट तीन भारतीय नागरिक गिरफ्तार

मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर सघन जांच में तीन भारतीय नागरिकों के कब्जे से सौ सौ के नकली नोट बरामद
कस्टम ने रात्रि 11 बजे तक हिरासत में रखने के बाद आरोपियों को किया रिहा

बाड़मेर भारत-पाक के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस से नकली नोट लेकर आए तीन भारतीय नागरिकों को कस्टम ने गिरफ्तार किया। जिन्हें ग्यारह घंटे तक बंद कमरे में रखने के बाद रिहा कर दिया। इनके कब्जे से सौ सौ के नकली नोट बरामद किए गए। बैंक की ओर से जांच में ये नोट नकली पाए गए। इधर, नकली नोट के मामले की सुरक्षा एजेंसियों को भनक तक नहीं लगने दी।

अंतर्राष्ट्रीय रेलवे स्टेशन मुनाबाव पर शनिवार को थार एक्सप्रेस पहुंची। जहां पर विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की ओर से यात्रियों की जांच की गई। इस दौरान कस्टम टीम की ओर से एक महिला समेत तीन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से सौ सौ के नकली नोट पकड़े गए। जानकारी के अनुसार सकीना पत्नी गुलाम हुसैन निवासी भंवार, खंडू खां निवासी बामरला डेर, बराम खां पुत्र खाना खां, निवासी सालारिया तहसील चौहटन को गिरफ्तार किया गया। नोटों की बैंक से जांच करवाने पर नकली पाए गए। आरोपियों को कस्टम ने रात्रि ग्यारह बजे तक हिरासत में रखा। इसके बाद रिहा कर दिया। इधर, सुरक्षा एंजेसियों को नकली नोट बरामद करने के बारे में जानकारी तक नहीं दी गई।

एटीएस टीम ने किया निरीक्षण: एटीएस टीम जयपुर ने शनिवार को रेलवे स्टेशन मुनाबाव का निरीक्षण किया। डीएसपी महेश कुकु के नेतृत्व में आई टीम ने थार एक्सप्रेस से जुड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के बारे में फीड बेक लिया। साथ ही विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों से चर्चा की। इस दौरान एटीएस टीम को कस्टम ऑफिस में प्रवेश नहीं दिया गया। इसके बाद टीम जोधपुर के लिए रवाना हो गई।

रविवार, 2 दिसंबर 2012

सर क्रीक सीमा पर पानी में बाड़ लगाएगा भारत





भारत जल्द ही पाकिस्तान के साथ लगे विवादित सर क्रीक सीमा क्षेत्र में पानी के भीतर बाड़ लगाएगा जो पानी में ही डूबे तारों के सहारे टिकी होगी। कच्छ के रण के दलदली क्षेत्र में 96 किलोमीटर की पट्टी अवैध रूप से सीमापार की गतिविधियों के लिहाज से संवेदनशील है और बीएसएफ के समुद्री कमांडो हर समय यहां हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी पर नजर रखते हैं।

परियोजना से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनेक विकल्पों पर विचार करने के बाद क्षेत्र में हर मौसम के लिए जालनुमा तारों के बॉक्स (गैबियन बॉक्स) लगाने का काम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) और राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) को सौंपा है। सूत्रों के अनुसार करीब 75 किलोमीटर जलीय क्षेत्र में एनबीसीसी बाड़ लगाएगा और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने शेष इलाके में काम शुरू कर दिया है। ‘गैबियन बॉक्स’ में बड़े पत्थरों को भरकर जलीय क्षेत्र में तली में लगाया जाएगा।

इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि गैबियन बॉक्सों पर बाड़ लगाई जाएगी जिसमें आमतौर पर सभी मौसम में लगने वाले घुमावदार तार और खंभे होंगे। द सर क्रीक क्षेत्र में दलदली जलीय क्षेत्र है और गैबिनय बॉक्स इस भूभाग की कठिनाई के मद्देनजर बेहतर तरीके से काम करेंगे।

‘गैबियन बॉक्स’ बाढ़ के पानी के नियंत्रण के लिए इस्तेमाल होने वाली सामान्य तकनीक है। समुद्र के खारे पानी के प्रभाव से तटीय क्षेत्रों में चट्टानों को टूटने से रोकने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जाता है। भारत और पाकिस्तान इस क्षेत्र में समुद्री सीमा विवाद के संबंध में लगातार संपर्क में हैं। सूत्रों के अनुसार बातचीत जारी होने के बावजूद भारत के सुरक्षा हितों के लिहाज से बाड़ लगाई जाएगी।

पाक में आगामी आम चुनाव लड़ेंगी फातिमा भुट्टो

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो की भतीजी और लेखिका एवं सामाजिक कार्यकर्ता फातिमा भुट्टो आगामी आम चुनाव में खड़ी होंगी। फातिमा पंजाब प्रांत से चुनाव लड़ेंगी। उनकी माता ने यह जानकारी दी है। पाक में आगामी आम चुनाव लड़ेंगी फातिमा भुट्टो
बेनजीर के भाई मुर्तजा भुट्टो की लड़की फातिमा (30) हालांकि, लम्बे समय से कहती आई हैं कि उनकी राजनीति में उतरने की कोई इच्छा नहीं है।

मीडिया की रपटों में फातिमा की सौतेली मां घिनवा भुट्टो के हवाले से कहा गया है कि फातिमा रहीम यार खान जिले के लिकायतपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी-शहीद भुट्टो (पीपीपी-एसबी) की प्रमुख घिनवा ने शनिवार को पंजाब के बहावलपुर में एक सभा को सम्बोधित करते हुए यह घोषणा की। हालांकि, फातिमा की ओर से अभी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की गई है।

उल्लेखनीय है कि फातिमा ने अपनी पिता की हत्या पर विवादास्पद पुस्तक ‘सांग्स आफ ब्लड एवं स्वर्ड’ लिखी है। यही नहीं, फातिमा सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और भुट्टो-जरदारी परिवार की वंशवादी राजनीति की कटु आलोचक हैं।

गरीबों का मुफ्त इलाज करेगा राजस्थान का पहला PPP हॉस्पिटल

जयपुर।। पीपीपी के तहत बने राजस्थान के पहले मल्टि-स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल ने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले मरीजों के लिए मुफ्त इलाज की पेशकश की है। अधिकारियों ने बताया कि इस हॉस्पिटल में एक आधुनिक लैब, 8 मॉडर्न ऑपरेशन रूम और आईसीयू बनाए जाएंगे।
सोमवार से यह हॉस्पिटल औपचारिक रूप से शुरू किया जाएगा। ग्रुप के एक ऑफिसर ने बताया कि यह हॉस्पिल गरीबों को सस्ती दरों पर इलाज मुहैया कराएगा। मेट्रो ग्रुप का यह 14वां हॉस्पिटल है।

मानसरोवर का मेट्रो मास हार्ट केयर हॉस्पिटल राजस्थान सरकार और मेट्रो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स का एक जॉइंट वेंचर है, जिसमें 220 बिस्तरों की क्षमता है।

अतुल्य भारत! टिकट लेकर भी 'बेटिकट' 350 विदेशी टूरिस्ट

Jaipur

जयपुर।। राजस्थान में बिना टिकट यात्रा कर रहे 350 विदेशी टूरिस्ट्स पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे ने फाइन लगाया है। ट्रेन एजेंट्स और दलालों ने इन्हें वेटिंग लिस्ट वाले टिकट थमा दिए थे। इन टूरिस्ट्स को पिछले 6 महीनों के दौरान राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों से बिना टिकट यात्रा करते पकड़ा गया।

रेलवे के सूत्रों का कहना है कि जून से लेकर 15 नवंबर तक रेलवे ऑफिशल्स ने बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ एक कैंपेन चलाया था। इस दौरान टीसी, टीटीई और फ्लाइंग स्क्वॉड्स को इस तरह के मामलों से गंभीरता से निपटने के आदेश दिए गए थे।

नॉर्थ वेस्ट रेलवेज़ के एक सीनियर ऑफिसर ने कहा, 'हालांकि सटीक आंकड़े देना मुश्किल है, लेकिन कम से कम 350 विदेशी पर्यटकों को बिना टिकट यात्रा करते पकड़ा गया है। इनमें नीदरलैंड्स, यूके, बेल्जियम और फ्रांस जैसे देशों के टूरिस्ट्स शामिल थे।हमने 'टीटीई और फ्लाइंग स्क्वॉड के ऑफिसर्स से बात करके पता लगया कि ज्यादातर टूरिस्ट्स ठगी के शिकार हुए थे। NWR के जयपुर डिविज़न के एक ऑफिसर ने बताया, 'ज्यादातर टूरिस्ट्स ट्रैवल और रेलवे टिकट बुकिंग एजेंट्स की ठगी के शिकार हुए थे। हमने उन्हें वेटिंग लिस्ट वाले टिकटों के साथ पकड़ा गया। कुछ के पास बिना टिकट यात्रा करने के अलावा और कोई ऑप्शन ही नहीं था, क्योंकि अक्तूबर से नवंबर तक फेस्टिवल सीजन की वजह से ट्रेनों में भारी भीड़ थी।'
कुछ लोगों को तो अपनी गलती का पता ट्रेन पर चढ़ने के बाद ही पता चला। अलवर में तैनात टीटीई अशोक अवस्थी ने कहा, 'इनमें से कुछ को हमने मानवता के आधार पर बिना पेनल्टी लगाए छोड़ दिया, क्योंकि उनके पास फाइन भरने के लिए कैश नहीं था।'

चौहटन प्रधान ने आवासीय बालिका मदरसे का किया दौरा

चौहटन प्रधान ने आवासीय बालिका मदरसे का किया दौरा 


बाड़मेर 2 दिसम्बर। तिलक नगर स्थित जिले े एकमात्र आवासीय बालिका मदरसे में रविवार को चौहटन प्रधान शमा बानो ने दौरा कर मदरसे का अवलोकन किया और मदरसे में तालीमयता बिच्चयो और स्टाफ से रूबरू हुई। कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए रिटायर्ड बैंक अधिकारी इब्राहीम खान ने कहा कि मुस्लिम समाज और खास तौर पर बाड़मेर जिले े मुस्लिम समाज े नव निर्माण का समय अब आ गया है आज स्थिति यह है कि बाड़मेर े मुस्लिम लोग अपनी बिच्चयो को शिक्षा अर्जन करने े लिये अपने घरो से दूर आवासीय मदरसा में दाखिल करवा रहे है। राजकीय महाविद्यालय बाड़मेर प्राचार्य डॉ एम गढवीर ने अपने उद्बोधन में कहा कि मै स्वयं अरबी उर्दू भाषा का जानकार हूं और भाषाऐं संस्कृतियों क संगम का सेतु है, इसलिए हमे इस बात की खुशी है कि मदरसे में दीन की तालिम े साथ साथ दुनियादी तालिम भी दी जा रही है। मुख्य अतिथि उद्बोधन में चौहटन प्रधान शमा बानो ने मदरसा े नाजिम मौलाना पीर मोहम्मद की तारीफ करते हुए कहा कि आपका यह प्रयास मुस्लिम बिच्चयो े लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होने कहा कि इस आवासीय मदरसा में पूरे जिले से 90 बिच्चया यही पर रहकर तालिम ले रही है। यह देख कर मुझे लगता है कि बालिका शिक्षा े लिए अब बाड़मेर जिले का मुस्तकाबिल बहुत अच्छा है। हमारी तरह से इस मदरसे े उन्नयन े लिए हर स्तर पर प्रयास किया जाएगा। उन्होने मेलियान समाज े हाजी फरीद मोहम्मद खिलजी परिवार की ओर से मदरसा भूमि मदरसा े नाम करने पर उनका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मौलाना पीर मोहम्मद ने कहा कि हमने अपने स्तर पर मुस्लिम समाज े लोगो े सहयोग से ये एक छोटी सी पहल की है इसे लिए समस्त मुस्लिम समाज का तहे दिल से आभार है। कार्यक्रम में मुस्लिम इंतजामिया कमेटी े सचिव रफीक मोहम्मद, शिक्षक संघ े जिलाध्यक्ष अनीस अहमद, मदरसे की शिक्षिकाऐ, राफिया, मुमजात, राबिया, सरदार अहमद, सलीम खिलजी आदि उपिस्थत थे। 







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मिनी ट्रक से कुचलकर दो इंजीनियरिंग छात्रों की मौत, तीसरा घायल


 


जयपुर. टोंक रोड पर नारायण सिंह तिराहे के समीप रविवार तड़के बाइक सवार दो इंजीनियरिंग छात्रों की मिनी ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। जबकि उनका तीसरा साथी गंभीर घायल हो गया। उसे एसएमएस अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना के बाद चालक मिनी ट्रक को मौके पर छोड़कर भाग निकला।

दुर्घटना थाना पूर्व ने केस दर्ज कर ट्रक जब्त कर लिया है। रविवार शाम को शवों का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने उन्हें परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान छात्रों के सहपाठी छात्र काफी संख्या में मोर्चरी पर उपस्थिति रहे।


पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में दम तोडऩे वाले दिग्विजय सिंह (20) व रविरंजन कौशिक (20) थे। वे दोनों बिहार के रहने वाले थे। वे दोनों रोहिणी नगर, रेनवाल रोड पर एक निजी कॉलेज में बी.टेक. द्वितीय वर्ष के छात्र थे।

पिछले कुछ माह से थड़ी मार्केट, मानसरोवर में किराए से रह रहे थे। इसके अलावा दुर्घटना में गंभीर घायल जयप्रकाश भी बी.टेक. का छात्र है। वह दिग्विजय व रविरंजन का सहपाठी है। उनके साथ थड़ी मार्केट में किराए से रहता है।


रविवार तड़के करीब 3:30 बजे तीनों युवक मोटरसाइकिल पर डीजीपी बंगले की ओर से नारायण सिंह तिराहे की तरफ आ रहे थे। वे तिराहे पर ट्रेफिक गुमटी के पास पहुंचे। तभी रामबाग सर्किल की तरफ से आ रहे मिनी ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। इससे दिग्विजय, रविरंजन व जयप्रकाश उछलकर सिर के बल गिर पड़े। उनके गंभीर चोटें आई।


दुर्घटना को देखकर बसस्टैंड पर मौजूद राहगीर दौड़कर मौके पर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी। तब तक मिनी ट्रक का चालक भाग निकला। सूचना पर दुर्घटना थाना पूर्व में निरीक्षक रामप्रताप सिंह मौके पर पहुंचे।

उन्होंने गंभीर घायल तीनों युवकों को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने दिग्विजय व रविरंजन को मृत घोषित कर दिया। साथ ही जयप्रकाश को भर्ती कराया।

रेव पार्टी का भंडाफोड़,39 स्टूडेंट गिरफ्तार

रेव पार्टी का भंडाफोड़,39 स्टूडेंट गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखण्ड के देहरादून में पुलिस ने रेव पार्टी का भंडाफोड़ करते हुए 39 छात्रों को गिरफ्तार किया है। इनमें 25 लड़के और 14 लड़कियां शामिल है।

गिरफ्तार किए गए सभी छात्र नशे में थे। बताया जा रहा है कि पकड़े गए छात्र बड़े व्यवसाइयों और नौकरशाहों के बेटे-बेटियां हैं। पुलिस को शनिवार को जाखम इलाके में स्थित एक क्लब में रेव पार्टी की सूचना मिली थी।

पुलिस ने एसएसपी और सीओ सिटी ममता बोरा से छापे की इजाजत मांगी। इजाजत मिलते ही पुलिस ने क्लब पर छापा मारा। पुलिस ने क्लब से शराब और ड्रग्स बरामद की। क्लब में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। ममता बोरा ने बताया कि मामले की जांच के बाद केस दर्ज किया जाएगा।

मरीज की मौत,परिजनों का हगांमा

मरीज की मौत,परिजनों का हगांमा
बीकानेर। जिले के पीबीएम अस्पताल में एक व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत से गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। गुस्साए परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों कि लापरवाही से मौत हुई है। नापासर निवासी मनोज (30) को शनिवार रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मनोज को सीने,हाथों में दर्द और सांस लेने में तकलीफ थी।

उसका अस्पताल में उपचार चल रहा था। डॉक्टरों ने सुबह मनोज को अलग वार्ड में शिफ्ट करने के लिए उसका ऑक्सीजन सिलेंडर हटाया,जब तक ऑक्सीजन पाइप वापस लगाते तब तक दम टूट गया। मनोज के मौत कीबाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस व चिकित्सकों की समझाइश के बाद एक बारगी मामला शांत हो गया,लेकिन बाद में परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया

पाकिस्तान में मंदिर तोड़े जाने से भड़के हिंदू

पाकिस्तान में मंदिर तोड़े जाने से भड़के हिंदू
अमृतसर। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। कराची में एक बिल्डर ने 100 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को तोड़ दिया गया। इससे भड़के हिंदू सड़कों पर उतर आए। पाकिस्तान के पूर्व मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी ने आरोपी बिल्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की है। कहा जा रहा है कि हिंदू संगठन नेशनल असेंबली के हिंदू सदस्यों के साथ मिलकर इस मामले को पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाएंगे।

बर्नी ने बताया कि बिल्डर ने कराची के सोल्जर बाजार में स्थित 100 साल पुराने श्री राम पीर मंदिर को तोड़ दिया। साथ ही मंदिर से लगते कई मकान भी तोड़ दिए। इससे करीब 40 हिंदू परिवार बेघर हो गए हैं। बिल्डर ने न केवल हिंदू मंदिर तोड़ा बल्कि उसके कर्मचारियों ने मंदिर में रखी देवी देवताओं की मूर्तियों को भी फेंक दिया।

यही नहीं बिल्डर के लोगों ने हिंदू समुदाय के कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की। हर किसी को अपने धर्म का पालन करने की आजादी है। यह पाकिस्तान की सरकार की जिम्मेदारी है कि वह यहां रह रहे अल्पसंख्यकों के जान और माल की सुरक्षा करे।

बिल्डर शनिवार को उस वक्त मंदिर तोड़ने पहुंचा जब ज्यादातर हिंदू परिवार प्रार्थना कर रहे थे और नाश्ते की तैयारी कर रहे थे। बिल्डर का कहना है कि अतिक्रमण करके मंदिर बनाया गया है। अगर ऎसा है भी तो उसे मानवीय आधार पर मंदिर नहीं तोड़ना चाहिए था। वह स्थानीय प्रशासन के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे ताकि हिंदुओं को इसंाफ मिल सके।

बाड़मेर अवैध डोडा पोस्त से भरा ट्रक ट्रर्बो जब्त सतर क्विंटल डोडा बरामद

अवैध डोडा पोस्त से भरा ट्रक ट्रर्बो जब्त सतर क्विंटल डोडा बरामद


बाड़मेर बाड़मेर जिले के बालोतरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने भरी मात्र में अवेध डोडा पोस्त बरामद करने में सफलता हासिल की .राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में अवैध शराब व मादक पदार्थो की रोकथाम के लिए दिये गये निर्देशानुसार श्री कैलाशचंद नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना बालोतरा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर मेगा हाईवे पर मनणावास सर्कल पर ट्रक ट्रर्बो नम्बर यूके 06 सीए 0406 को दस्तयाब कर ट्रक पर लगे तिरपाल को हटाकर ट्रक की तलाशी ली गई तो ट्रक में अवैध व बिना लाईसेन्स के डोडा पोस्त से भरे 200 कट्टे प्रत्येक कट्टे में 35 किलोग्राम डोडा पोस्त जिसमें कुल 7000 किलोग्राम (सात हजार किलोग्राम) डोडा पोस्त भरा हुआ पाया गया। पुलिस की भनक लगने पर ट्रक ड्राईवर ट्रक को छोड़कर भाग गया। ट्रक ड्राईवर की पहचान श्रवणसिंह पुत्र कश्मीरसिंह नि. मिलाप नगर जिला उधमपुर (उतराखण्ड) व ट्रक मालिक की पहचान रमिग हुसैन पुत्र सबीर अहमद, मकान नम्बर 325, पक्का कोट काशीपुर जिला उमधपुर (उतराखण्ड) के रूप में हुई है। डोडा पोस्त व ट्रक को पुलिस कब्जा में लिया जाकर मुलजिमान के विरूद्व जाकर पुलिस थाना बालोतरा पर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।

राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्टकार्ड अभियान आज कलरव स्कूल में


राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्टकार्ड अभियान आज कलरव स्कूल में



बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर और मोटियार परिषद् की ओर से राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल करने की मांग को लेकर चलाए जा रहे संघर्ष व 'म्हारी जुबान रो खोलो ताळोÓ पोस्टकार्ड अभियान के द्वितीय चरण में सोमवार को कलरव माध्यमिक विद्यालय में पोस्ट कार्ड अभियान का आगाज़ किया जायेगा मोटियार परिषद् के जिला सह संयोजक दिग्विजय सिंह चुली ने बताया की समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,मोटियार परिषद् नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा सवाई चावड़ा की उपस्थिति में आयोजित होगा .विद्यालय के छात्रो द्वारा महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री व स्थानीय सांसद को पत्र लिख कर राजस्थानियों को भाषाई अधिकार देने के साथ राजस्थानी को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करने की मांग की जायेगी

राजस्थान पाबूजी की पड़ कला तथा भोपों का संक्षिप्त परिचय


राजस्थान पाबूजी की पड़  कला तथा भोपों का संक्षिप्त परिचय

पड़  लंबे कपड़े पर बनाई गई कलाकृति होती है जिसमें किसी लोकदेवता (विशेष रूप से पाबू जी या देवनारायण) की कथा का चित्रण किया जाता है। पड़ को लकड़ी पर लपेट कर रखा जाता है। इसे धीरे धीरे खोल कर भोपा तथा भोपी द्वारा लोक देवता की कथा को गीत व संगीत के साथ सुनाया जाता है। राजस्थान में कुछ जगहों पर जाति विशेष के भोपे पेशेवर पुजारी होते हैं। उनका मुख्य कार्य किसी मन्दिर में देवता की पूजा करना तथा देवता के आगे नाचना-गाना होता है। पाबू जी तथा देवनारायण के भोपे अपने संरक्षकों (धाताओं) के घर पर जाकर अपना पेशेवर गाना व नृत्य के साथ फड़ के आधार पर लोक देवता की कथा कहते हैं। राजस्थान में पाबूजी तथा देव नारायण के भक्त लाखों की संख्या में हैं। इन लोक देवताओं को कुटुम्ब के देवता के रूप में पूजा जाता है और उनकी वीरता के गीत चारण और भाटों द्वारा गाए जाते हैं। भोपों ने पाबूजी और देवनारायण जी की वीरता के सम्बन्ध में सैंकड़ों लोकगीत रचें हैं और इनकी गीतात्मक शौर्यगाथा को इनके द्वारा फड़ का प्रदर्शन करके आकर्षक और रोचक ढंग से किया जाता है। पाबूजी के भोपों ने पाबूजी की फड़ के गीत को अभिनय के साथ गाने की एक विशेष शैली विकसित कर ली है। पाबूजी की फड़ लगभग 30 फीट लम्बी तथा 5 फीट चौड़ी होती है। इसमें पाबूजी के जीवन चरित्र शैली के चित्रों में अनुपात रंगों एवं रंग एवं फलक संयोजन के जरिए प्रस्तुत करता है। इस फड़ को एक बांस में लपेट कर रखा जाता है और यह भोपा जाति के लोगों के साथ धरोहर के रूप में तथा जीविका साधन के रूप में भी चलता रहता है।

राजस्थान में भोपा का अर्थ किसी देवता का पुजारी होता है। ये मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। यह मंदिर भेरूजी, माताजी अन्य स्थानीय देवता अथवा लोक देवता या लोकदेवी का हो सकता है। सामान्यतः भोपा किसी भी 'जाति' जैसे ब्राह्मण, राजपूत, गुर्जर, जाट, रेबारी, डांगी, मेघवाल, भील आदि किसी का भी हो सकता है किंतु पाबू जी तथा देवनारायण जी की कथा व फड़ बांचने वाले भोपे "भोपा" नामक विशेष जाति के होते हैं।

मजनूओं की मस्ती देख तड़प जाती है इस 'अंग्रेज की आत्मा'!


PIX: मजनूओं की मस्ती देख तड़प जाती है इस 'अंग्रेज की आत्मा'!


गाजीपुर. ब्रिटिश शासनकाल में भारत के गवर्नर रहे लार्ड कार्नवालिस की याद में बनाया गया उनका ऐतिहासिक स्मारक स्थल वर्तमान में मजनूओं का अड्डा बन चुका है। वास्तु और स्थापत्य कला का अनूठा नमूना ये स्मारक जहां अपने शिल्प की खूबसूरती के चलते लोगों के बीच मशहूर है।

वहीं, अपनी ऐतिहासिकता की वजह से ए.सी.आई. के संरक्षण में है। बावजूद इसके प्रशासनिक उपेक्षा के चलते ये ऐतिहासिक स्थल महज आधुनिक लैला मजनुओं की तफरीहगाह बन गया है। ऐसे में आमलोग यहां आने से हिचक रहे हैं।पीजी कालेज गाजीपुर के हिस्ट्री के प्रो बालेश्वर सिंह ने बताया, "ब्रिटिश शासनकाल में 1786 से 1793 तक भारत के गवर्नर रहे लार्ड कार्नवालिस द्वारा भूमि बन्दोबस्त राजस्व प्रक्रिया और न्याय व्यवस्था में किऐ गए सुधार आधुनिक भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत में अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान 5 अक्टूबर 1805 में गाजीपुर में अचानक उनकी मृत्यु हो गई। कार्नवालिस के निधन के बाद उनके सम्मान और याद में गाजीपुर में अंगेंजों ने एक खूबसूरत स्मारक की तामीर करायी।कार्नवालिस के मकबरे के नाम से मशहूर ये स्मारक वर्तमान समय में महज मजनुओं, मनचलों और अराजक तत्वों का अड्डा बन चुका है। ऐसे में स्मारक स्थल पर सुरक्षा के आभाव के चलते आम लोग यहा आने से पूरी तरह कतरा रहे हैं। स्थानीय निवासी गुड्डू बताते है की मकबरा को देखने लोग कम आते है प्रेमी जोड़ा अपने सेटेलमेंट के लिए ज्यादे दीखते है। वहीं पूर्व पार्षद इन्द्रजीत यादव ने बताया की कई बार क्षेत्रीय नागरिकों ने लड़कों और लड़कियों को अश्लील हरकत करते रंगे हाथ पकड़ा है।"पीजी कालेज गाजीपुर के हिस्ट्री के पूर्व प्रो अशोक चटर्जी ने बताया की अपने शानदार शिल्प, स्थापत्य कला और ऐतिहासिकता की वजह से कार्नवालिस का मकबरा आर्कियोलाजी सर्वे आफ इंडिया के संरक्षण में पर्यटक स्थल के रूप में घोषित है। लेकिन सुरक्षा के आभाव और लचर प्रशासनिक व्यवस्था के चलते पर्यटक और सभ्य लोग इस स्थल पर आने से हिचकते हैं। जबकि आधुनिक प्रेमियों के लिए ये स्थल लव स्पाट बन चुका है। ऐसे में स्मारक स्थल पर अराजक तत्वों और मनचलों का जमावड़ा आम बात है।

चिदंबरम होंगे पीएम पद के उम्मीदवार?

चिदंबरम होंगे पीएम पद के उम्मीदवार?

लंदन। अगले लोकसभा चुनाव में वित्त मंत्री पी.चिदंबरम कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। मशहूर मैगजीन इकोनॉमिस्ट ने यह खबर दी है। मैगजीन के मुताबिक अगर अगला लोकसभा चुनाव आर्थिक मुद्दों पर लड़ा जाता है तो कांग्रेस चिदंबरम को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना सकती है। ऎसा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को टक्कर देने के लिए किया जा सकता है।

मैगजीन ने चिदंबरम का नाम उछालकर कांग्रेस में खलबली मचा दी है। मैगजीन के मुताबिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 80 से ऊपर के हो जाएंगे जबकि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के लिए तैयार नहीं है,इसलिए चिदंबरम के पास देश को चलाने की सही क्रिडेन्शियल प्राप्त कर ली है। पत्रिका के मुताबिक चिदंबरम जब से वित्त मंत्रालय में लौटे हैं तब से उनकी किस्मत चमक गई है।

हालांकि भाजपा ने अभी तक मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है लेकिन सुषमा स्वराज के बयान ने एक बार फिर पार्टी में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर बहस छेड़ दी है। इकोनॉमिस्ट के मुताबिक चिदंबरम को अर्थव्यवस्था की अच्छी जानकारी है। साथ ही वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विश्वास पात्र हैं।

अभी तक कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को ही प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था।राहुल गांधी अभी तक सरकार में जिम्मेदारी लेने से बचते रहे हैं। इकॉनामिस्ट ने कुछ दिन पहले "द राहुल प्रॉब्लम"शीर्षक से छपे लेख में उनके खिलाफ तल्ख टिप्पणी की थी। कहा जा रहा है कि प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के बाद कांग्रेस में चिदंबरम का कद बढ़ा है। हालिया दिनों में चिदंबरम ने कई मौकों पर कांग्रेस के लिए संकट मोचक की भूमिका निभाई है। वे अब हिंदी भी बोलने लगे हैं। इन हालात में कहा जा रहा है कि चिदंबरम अपना दायरा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

श्रम मंत्री के बेटे की शादी में बच्चों से मजदूरी!

श्रम मंत्री के बेटे की शादी में बच्चों से मजदूरी!

बेंगलूरू। नेता जो कहते हैं उसका खुद ही पालन नहीं करते। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला केन्द्रीय श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे की शादी में। बेंगलूरू में मंत्री के बेटे की शादी में करीब 12 बच्चों को मजदूरी करते हुए देखा गया।

पैलेस ग्राउंड में रखे गए शादी के समारोह में कर्नाटक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। कुछ लड़कियों को प्लेट साफ करने के लिए रखा गया था। वहीं चार बच्चे झूठा छोड़ा गया खाना उठा रहे थे। वीआईपी गेस्ट के टेबल साफ कर रही एक बच्ची से पूछा गया कि उसे यहां कौन लाया तो उसने एक आदमी की तरफ इशारा करते हुए बताया कि वह उसी के निर्देश पर काम कर रही है।

अन्य बच्चों को खाने की गाड़ी को ढोते हुए,टेबलों को सरकाते हुए और परिसर की सफाई करते हुए देखा गया। जब मंत्री जी से बाल मजदूरी के कानून के उल्लंघन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किचन में काम करने वाले बच्चों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कैटरिंग का कांट्रेक्ट एक ठेकेदार को दिया गया था। मैंने उससे साफ कहा था कि कोई बच्चा मत लाना।

कारगिल के हीरो शहीद भीखाराम के परिवार को बिजली का कनेक्सन के लिए लड़नी पड रही है जंग

  1. कारगिल के हीरो शहीद भीखाराम के परिवार को बिजली का कनेक्सन के लिए लड़नी पड रही है जंग

बाड़मेर कैप्टन सौरभ कालिया व उनके 5 साथियों के साथ पाकिस्तानी सेना के अमानवीय
यातनाएं दीं। यहां तक कि इन वीरों के अंग-भंग कर डाले तथा शरीर को गर्म
सरिये व सिगरेट से दागा गया। पाकिस्तान ने 9 जून, 1999 को इन शहीदों के
शव भारतीय अधिकारियों को सौंपे। अब इन शहीदों के परिवार अपनी अपनी जंग
लड़ रहे शहीद कैप्टन सौरभ को इंसाफ दिलाने के लिए 13 साल से लड़ रहे उनके
रिटायर्ड साइंटिस्ट पिता एन. के. कालिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका
दायर करते हुए गुहार लगाई है वही शहीद भीखाराम का पूरा भी एक जंग लड़
रहा है शहीद भीखाराम का परिवार बिजली के कनेक्सन के लिए एक लड़ाई लड़
रहा है सबसे चोकने वाली बात यह है कि पतासर गाव कई घरो में बिजली के
कनेसन है लेकिन राजनीति करने के चलते शहीद भीखाराम के घर में 13 साल से
बजली का कनेक्सन नहीं है शहीद भीखाराम का परिवार आज भी भी मुलभुत
सविधाओ के लिए दर दर की ठोकरे खा रहा है
4 जाट रेजिमेंट में कमिशन मिलने के ठीक बाद
कैप्टन सौरभ कालिया को करगिल में पोस्टिंग दी गई थी। मई 1999 में कैप्टन
सौरभ कालिया अपने 5 साथियों अर्जुन राम, भंवर लाल, भीखाराम, मूला राम व
नरेश सिंह के साथ गश्त पर गए थे। 15 मई, 1999 को पाक सेना ने इन्हें बंदी
बना लिया तथा 22 दिनों तक अमानवीय यातनाएं दीं। शहीद भिखराम के भाई
पदमराम के अनुसार जब हमारे घर शव आया था तो पूरा अंग भग किया हुआ था
हमारा पूरा परिवार आज भी शहीद मेजर सोरब कालिया के पिता एन. के. कालिया
के साथ रहकर लड़ाई लड़ रहा है शहीद भिखराम के भाई पदमराम के अनुसार एक
सैनिक रणक्षेत्र में सीने पर दुश्मनों की गोली झेलकर मरना चाहता है न कि
कई दिनों तक प्रताड़ित होते हुए। भिखराम भी कारगिल युद्ध के दौरान
पाकिस्तानी सैनिकों के हत्थे चढ़ गए। पाकिस्तान ने उनका बुरी तरह क्षत
विक्षत शव कुछ दिनों बाद भारत को सौंपा था। हमें इस बात की ख़ुशी है कि
हमारे भाई अपने वतन के लिए शहीद हुआ लेकिन इस बात का बहुत दुख है कि
हम केवल इतना चाहते हैं कि इस अमानवीय कृत्य के पीछे जो भी हों उनकी
पहचान की जाए और उन्हें असाधारण सजा दी जानी चाहिए। ताकि संसार में कहीं
भी इसके बाद किसी भी सैनिक की हालत मेरे बेटे एवं उसके साथियों की तरह न
हो
शहीद भिखराम के पिता
चेनाराम के अनुसार हमारे परिवार को इस बात की ख़ुशी है कि हमारा बेटा अपने
देश के कुछ काम तो आया लेकिन अब जो नेता और सरकार जो हमारे साथ क्र रही
है उससे हमे बड़ी ठेश पहुचती है हमने शहीद भिखराम की पत्नी भवरी देवी के
नाम से बिजली के कनेक्सन की फाइल 2007 में लगे थी लेकिन अभी तक हम इस के
लिए लम्बी जंग लड़ रहे है सबसे चोकने वाली बात यह है कि पुरे गाव में
बिजली के कई घरो में कनेक्सन है लेकिन हमें राजनीति के चलते भेदभाव
किया जा रहा यह कहा तक जायज है
शहीद भीखराम के भाई
पदमराम के अनुसार सरकार ने हमें एक पेट्रोल पम्प ,एक मुरबा .और 5 लाख
रूपए का मुआजा दिया है लेकिन हमारा पूरा परिवार बिजली के कनेक्शन के लिए
एक जंग लड़ रहा है सबसे मजे कि बात यह है कि हमारे गाव में कई घरो में
बिजली के कनेक्शन है लेकिन राजनितिक कारणों के चलते हमें बिजली का
कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है हम लोगो करीब 13 साल से सरकार दफ्तरों के
चक्कर निकाल रहे है और छोटो से बड़े नेता तक के पास अपनी अर्जी लगा दी
लेकिन कोई हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है और ऐसा ही कुछ हाल गाव में
पानी और सडक का है
शहीद भीखराम के भाई
पदमराम के अनुसार जब मेरा भाई भिखराम शहीद हुआ था तो कई नेता हमारे घर आए
थे और हमें यह विश्वास दिलाया था कि सरकार आपकी हर संभव मदद करगे उनमे से
एक वर्तमान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उस समय कहा था कि हम
आपको हर मुलभुत सविधा देगे लेकिन आप हकीकत क्या है आप खुद देख सकते हो
आज भी हम बिजली अपनी के लिए तरस रहे है अब तो हमने बिजली पानी सडक को तो
उमीद ही छोड़ दी है
वह इस पुरे मामले पर
बिजली विभाग पचपदरा केसहायक अभियंता सुनील दवे का कहना है कि शहीद भिखराम के
परिवार वाले कुछ रोज पहले मुझसे मिले थे जल्द ही फ़ाइल् के देख क्र हर
संभव मादा की जाएगी
वही इस मामले में
बालोतरा उपखंड अधिकारी कमलेश कुमार के अनुसार इस तरह का कोई भी मामला
हमारे धयान में नहीं आया है लेकिन ऐसा कुछ है तो हम शहीद भिखराम के
परिवार की पूरी मदद करेगे
दरसल यह हकीकत है
भारत में शहीद परिवार की ..........जहा सरकार कहने को तो यह कहती नजर
आती है कि हम शहीद के परिवार वाले की हर संभव मदद करते है लेकिन आज
राजस्थान में शहीद परिवार किस'डोर से गुजर रहे है वह आप खुद देख सकते है

नेहरू की प्रेमिका एडविना को कैजुअल सेक्स था पसंद!

नेहरू की प्रेमिका एडविना को कैजुअल सेक्स था पसंद! 

लंदन. आधुनिक भारत की नींव डालने वाले भारत के सबसे कद्दावर राजनेताओं में शुमार और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और भारत में ब्रिटेन के आखिरी वॉयसरॉय लॉर्ड माउंटबेटेन की पत्नी एडविना माउंटबेटेन के रिश्तों को लेकर इंग्लैंड में फिर से बहस छिड़ गई है। बहस की शुरुआत एडविना की बेटी पामेला माउंटबेटेन ने खुद की है। लॉर्ड माउंटबेटेन और उनकी पत्नी एडविना की बेटी पामेला हिक्स ने हाल ही में प्रकाशित अपनी आत्मकथा 'डॉटर ऑफ एम्पायर' में नेहरू और अपनी मां के रिश्तों पर विस्तार से लिखा है।

नेहरू की प्रेमिका एडविना को कैजुअल सेक्स था पसंद! 

डेली मेल से बातचीत में एडविना की बेटी पामेला ने कहा, 'पंडित जी (नेहरू) के रूप में उन्हें एक साथी मिला था। नेहरू के तौर पर उन्हें आध्यात्मिकता और ज्ञान वाला ऐसा साथी मिला था, जिसके लिए वे हमेशा ही बेचैन थीं।' खुद 83 साल की हो चुकीं पामेला को लगता है कि नेहरू और एडविना के बीच रिश्ता आध्यात्मिक था न कि सेक्सुअल। पामेला ने लिखा है, 'एडविना और नेहरू के पास इतना वक्त नहीं था कि वे किसी जिस्मानी रिश्ते में उलझें। दोनों की ज़िंदगी बेहद सार्वजनिक थी और वे बहुत मुश्किल से अकेले होते थे।' पामेला के मुताबिक नेहरू की चिट्ठियों को देखने के बाद उन्हें पता चला कि उनकी मां और नेहरू के बीच कितना गहरा प्रेम था
लॉर्ड माउंटबेटेन ने दी थी छूट!
नेहरू की प्रेमिका एडविना को कैजुअल सेक्स था पसंद! 
भारत में ब्रिटेन के आखिरी वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटेन और उनकी पत्नी एडविना की बेटी पामेला ने अपनी किताब में लिखा है, 'एडविना के पति लॉर्ड लुइस माउंटबेटेन को भी नेहरू और अपनी पत्नी के रिश्ते के आध्यात्मिक पक्ष को समझा और एडविना को आज़ादी दी। लॉर्ड माउंटबेटेन के लिए एडविना की नई दिलचस्पी (नेहरू) एक राहत की बात थी।' पामेला के मुताबिक, 'एडविना की नई खुशी (नेहरू के साथ रिश्ते से उपजी) ने एडविना को देर रात होने वाली लड़ाइयों और वाद-विवाद से छुटकारा दिला दिया था।' पामेला का कहना है कि एडविना अपने पति पर यह आरोप लगाती थीं कि वे उन्हें समझ नहीं पाते हैं और नजरअंदाज करते हैं।



कैजुअल सेक्स थी एडविना की पसंद!

पामेला हिक्स का कहना है कि नेहरू और एडविना एक दूसरे से बहुत ज़्यादा प्यार करते थे। ब्रिटिश अख़बारों में प्रकाशित पामेला की किताब के अंशों से पता चलता है कि एडविना सेक्स के मामले में बहुत प्रयोगधर्मी थीं और अलग-अलग पार्टनरों से 'कैजुअल सेक्स' करती थीं अपनी इच्छा के मुताबिक प्रेमियों को अपने पास बुलाती थीं। लॉर्ड माउंटबेटेन को इन बातों का अंदाजा था। किताब के मुताबिक माउंटबेटेन और एडविना की शादीशुदा ज़िंदगी में एक ऐसा दौर भी आया था जब खुद लुइस माउंटबेटेन ने अलग-अलग पार्टनरों से प्रेम करने के मामले में अपनी पत्नी को चुनौती देते हुए एक पार्टनर बनाया था। नेहरू-एडविना के रोमांस पर फिल्म!

नेहरू और एडविना के रिश्तों पर न सिर्फ कई लेख और किताबें लिखी जा चुकी हैं बल्कि इस मुद्दे पर फिल्म बनाने की कोशिशें भी चल रही हैं। दो साल पहले जवाहर लाल नेहरू और एडविना माउंटबेटन के कथित संबंधों पर आधारित फिल्म 'द इंडियन समर' को भारत में फिल्माने की ब्रिटिश फिल्म निर्माण कंपनी की योजना खटाई में पड़ गई क्योंकि भारत सरकार ने इसके कई प्रस्तावित दृश्यों पर आपत्ति जताई थी।

48 घंटे में तैयार हुआ 10 मंजिला भवन

48 घंटे में तैयार हुआ 10 मंजिला भवन

मोहाली। यहां एक कारोबारी ने 48 घंटे में 10 मंजिला भवन खड़ा करने का कारनामा कर दिखाया। भवन निर्माण गुरूवार को 4.30 बजे शाम में शुरू हुआ। शुक्रवार शाम तक सात मंजिल तैयार थी।

शनिवार को 48 घंटे बीतने पर लाल और भूरे रंग का 10 मंजिला भवन "इंस्टाकॉम" तैयार हो गया है। सामग्री का निर्माण एक नजदीकी कारखाने में दो महीने से हो रहा था। भवन निर्माण में 200 टन से अधिक इस्पात लग रहा है। भवन निर्माण में पहले से तैयार संरचना वाली सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया।

प्राचीन प्रवेश द्वार आज अपनी सुरक्षा के लिए मोहताज

आभा खो रहे प्राचीन द्वार
जालोर। शहर के इतिहास के साक्षी प्राचीन द्वार संरक्षण के अभाव में आभा खो रहे हैं। कभी शहर के सुरक्षाप्रहरी के रूप में सीना ताने खड़े रहने वालेहै। संरक्षण के अभाव में पुरा संपदा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। परकोर्ट के कई प्रवेश द्वारों पर जगह-जगह दरारें आ गई हैं। वहीं प्राचीन धरोहरों के मूल स्वरूप को भी लोगों ने बिगाड़ दिया है।

सूरज पोल, तिलक द्वार, बड़ी पोल व लाल पोल के भीतर प्राचीन शहर बसा हुआ था। इतिहाकारों की मानें तो अल्लाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के बाद जालोर का शासन तंत्र अस्थिर रहा। इस कारण यहां की प्राचीन धरोहरें भी काल के साथ अपना अस्तित्व खोने लगी। हालांकि पुरा महत्व की धरोहरों की समय-समय पर सार-संभाल की गई, लकिन वर्तमान में ये उपेक्षा का दंश भोग रही हैं।

खो गया परकोटा
शहर की सुरक्षा को लेकर प्राचीन समय में शहर के चारों ओर बना अभेद परकोटा अतिक्रमण की जद में खो गया। रियासतकालीन शासकों ने भले ही रियासत के साथ नागरिकों की सुरक्षा को लेकर परकोटा का निर्माण कराया हो, लेकिन समय के साथ सुरक्षा कवच अतिक्रमण में गायब हो गया। यह लम्बा-चौड़ा परकोटा शहर की शान रहा, लेकिन बाद में सार-संभाल के अभाव, सरकार और प्रशासन की लापरवाही और अतिक्रमणों के चलते अनूठी स्थापत्य कला में चार चांद लगाने वाली इस विरासत पर ग्रहण लगने लगा।

देखते ही देखते कभी सीना ताने खड़ा परकोटा मकानों की दीवरों में सिमट गया। तिलक द्वार के पास होकर गौरव पथ से गुजरने पर कईस्थानों पर परकोटे के अवशेष नजर आते हैं। प्रशासनिक शिथिलता के चलते परकोटे से सटाकर लोगों ने दुकानें व मकान बनाकर इस विरासत को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अंजाम यह हुआ कि परकोटा मकानों और दुकानों में खो गया है। अब सिर्फ प्राचीन दरवाजे ही दिखते हैं। इन दरवाजों की स्थिति भी ठीक नहीं है। सार-संभाल के अभाव में द्वार टूटे रहे हैं और अपनी आभा भी खो रहे हैं।

शनिवार, 1 दिसंबर 2012

टेनिस की सनसनी सानिया रविवार को रायपुर में



रायपुर  
टेनिस की सनसनी सानिया मिर्जा आपके शहर रायपुर आ रही हैं। वे शहर की सबसे ज्यादा चर्चित टेनिस की प्रतियोगिता गोंडवाना कप के उद्घाटन के लिए यहां आ रही हैं। यह प्रतियोगिता शहर की जानी मानी रियल इस्टेट कंपनी वीआईपी क्लब की ओर से की जा रही है। इसके लिए 3 दिसंबर को वीआईपी क्लब में सारी तैयारियां जोरों पर हैं। उद्घाटन कार्यक्रम प्रदेश के मुखिया डॉ. रमन सिंह भी मौजूद रहेंगे। वीआईपी क्लब में होने वाले इस कार्यक्रम का आगाज सुबह 11 बजे से होगा।

करेंगी टेनिस कोर्ट की शुरुआत

सानिया मिर्जा वीआईपी क्लब में बने टेनिस कोर्ट का उद्घाटन करेंगी। यह कोर्ट पूरे छत्तीसगढ़ में इकलौता टेनिस कोर्ट है। इसमें 4 सिंथेटिक कोर्ट के साथ बेस्ट लाइटिंग अरेंजमेंट हैं। वीआईपी क्लब के राकेश पांडेय बताते हैं, सानिया मिर्जा के आने से टेनिस के प्रति युवाओं में और जागरुकता आएगी। वीआईपी क्लब का मकसद भी इतना ही है कि हम ज्यादा से ज्यादा खेल अधोसंरचना विकसित करने में भागीदार बन सकें। श्री पांडेय ने कहा सानिया देश की स्टार खिलाड़ी तो हैं ही, साथ ही टेनिस यूथ आईकॉन भी हैं। सरल, सौम्य और सहज इस सुपर सितारा खिलाड़ी के लिए रायपुर एक्साइटमेंट के साथ इस्तकबाल करने तैयार है।

आप कैसे मिल सकते हैं

सानिया मिर्जा इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने वीआईपी क्लब में बने टेनिस कोर्ट में सुबह 11 बजे पहुंचेंगी। वहां पर आप इनसे मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए किसी को भी सीधे मुलाकात नहीं करने दी जाएगी, लेकिन बतौर दर्शक इस कार्यक्रम में पहुंचकर आप सानिया से मिल सकते हैं। यह कार्यक्रम कल यानी रविवार को होना है।

युगों तक याद रहेगी उनकी सरलता व सादगी राष्ट्रनिर्माण के महानायक डॉ. राजेन्द्र बाबू


जयंती दिसंबर 2012 

युगों तक याद रहेगी उनकी सरलता व सादगी
राष्ट्रनिर्माण के महानायक डॉ. राजेन्द्र बाबू
अनिता महेचा

       भारतवर्ष दुनिया में अपनी तरह का वह महान राष्ट्र है जहां प्राचीन काल से रत्नगर्भा वसुंधरा ने ऎसे-ऎसे महान रत्नों को जन्म दिया है जिन्होंने भारतीय संस्कृति के तमाम आदशोर्ं को अपने जीवन में अपनाया और पूरी दुनिया में ऎसी धाक जमायी है जिसे युगों तक याद रखा जाएगा। भारतमाता के गौरवशाली महान सपूतों में डॉ. राजेन्द्रप्रसाद का नाम अग्रणी महापुरुषों में गिना जाता है।
      सुसंस्कृत परिवार  का आधार
       डा. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म 3 दिसम्बर, 1884 को बिहार के सारम जिले के एक छोटे से गांव जीरादेई में हुआ था। इनके पिता का नाम महादेव प्रसाद था। वे फारसी व संस्कृत भाषा के अच्छे ज्ञाता थे। वह एक आला दर्जे के वैद्य भी थे। आस-पास के इलाके में उनका बड़ा नाम था। वैद्य होने के कारण उन्होंने इलाके के लोगों की खूब सेवा की। इनकी माता एक सुसंस्कृत और धर्म परायण महिला थी।
     

 उर्दू में हुई आरंभिक शिक्षा-दीक्षा
       राजेन्द्र बाबू की प्रारम्भिक शिक्षा घर पर ही उर्दू माध्यम से हुई। उन्हें घर पर एक मौलवी साहब पढ़ाया करते थे। छपरा के हाई स्कूल से इन्होंने हाई स्कूल की परीक्षा तथा कलकत्ता के प्रेसीडेंसी कॉलेज से बीए की परीक्षा उत्तीर्ण की। कलकत्ता में ही उन्होंने एमए इतिहास तथा वकालात की परीक्षाएं पास की। इतिहास में एमए करने के पश्चात् राजेन्द्र बाबू ने मुजफ्फरपुर कॉलेज में व्याख्याता के पद पर कार्य किया।
      वकालात के साथ देश सेवा
       अध्यापन में मन न लगने पर कलकत्ता में एक वकील के रूप में इन्होंने सम कालीनों के मध्य काफी नाम कमाया। पटना में 1912 में जब हाई कोर्ट खुला तो वह पटना आ गए। यहां उनकी ख्याति और बढ़ी लेकिन राजेन्द्र बाबू ने देश सेवा का कार्य प्रारम्भ कर दिया
       उन दिनों अक्सर बच्चों की शादियां छोटी अवस्था में कर दी जाती थीं। यह आम रिवाज था। उनकी शादी बलिया जिले के छपरा स्थान में तय कर दी गई। इस प्रकार 12 वर्ष की अल्प आयु में ही उनका विवाह हो गया।
      आजादी के आन्दोलन में भागीदारी
       सन् 1906 में कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन में राजेन्द्र बाबू ने एक प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। उस समय कांग्रेस में नरम व गरम दो दल बन चुके थे। लोकमान्य तिलक,लाला लाजपतरायविपिनचन्द्र पाल और अरविन्द घोष आदि गरम दल के तथा सर फिरोजशाह मेहता और गोपाल कृष्ण गोखले आदि नरम दल के प्रमुख नेता थे। इन दोनाें दलों के बीच समझौता वार्ता कराने के लिए दादा भाई नौरोजी को इंग्लैण्ड से बुलवाकर सभापति बनाया गया था। राजेन्द्र बाबू ने इस अधिवेशन में पहली दफा पण्डित मदन मोहन मालवीय,मोहम्मद अली जिन्ना और सरोजनी नायडू के उदगार सुने। गोपालकृष्ण गोखले की बाताें का उनके दिल पर गहरा असर पड़ा। इससे उनके हृदय में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत हुई।
      गांधी से हुए प्रभावित
       सन् 1916 में गांधी जी ने चम्पारण में सत्याग्रह किया। इस सत्याग्रह में राजेन्द्र बाबू गांधी जी के सम्पर्क में आए। गांधी जी भी उनकी लगन और सेवाओं से काफी प्रभावित हुए। तब से लेकर आखिर तक राजेन्द्र बाबू ने बड़ी सच्चाई व निष्ठा के साथ गांधी जी का साथ दिया। सन् 1920 में असहयोग आन्दोलन के समय उन्होंने वकालात को तिलांजलि दे दी और आन्दोलन में कूद पड़े। इसके फलस्वरूप उन्हें जेल में डाल दिया गया। जेल में ही वे चरखे से सूत कातने लगे और खादी के बुने हुए कपड़े पहनना शुरू कर दिया।
       भारत के आजादी के आन्दोलन में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की भूमिका अत्यन्त गरिमामय एवं महत्त्वपूर्ण रही। 1917 से लेकर 1947 तक उन्होंने भारत के लोगों को गांधी जी के आदर्शो से परिचित कराया। ये 1934, 1939 और 1947 में तीन बार अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर चुने गए। इस पद का दायित्व इन्होंने कुशलता के साथ निभाया। उन्हाेंने सारे देश का दौरा कर कांग्रेस में एक नई जान और जोश फूंका।
      लोक सेवा के आदर्शों को साकार किया
       सन् 1930 मे बिहार के बहिपुर में नमक सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान उन पर पुलिस द्वारा लाठियों से प्रहार किया गया थालेकिन वे अपने राष्ट्रीय सेवा में दृढ़ता के साथ लगे रहे। हिन्दी भाषा तथा हरिजनों के उद्धार एवं 1934 में बिहार में भूकम्प के समय जिस लगन व निष्ठा के साथ उन्होंने भूकम्प पीडिताें की सेवा कीउससे व बिहार के गांधी बन गए।
       सन् 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन में डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने जोशो खरोश से भाग लिया। इन्हें इस आन्दोलन के दौरान गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया और वे लम्बी अवधि तक जेल में रहे। सन् 1945 में कांग्रेस तथा अंग्रेजों के मध्य समझौता होने पर उन्हें अन्य नेताओं के साथ जेल से रिहा किया गया।
      सेहत से पहले आजादी को दी प्राथमिकता
       दिन-रात दौराेंजेलो और भाषणों के कारण राजेन्द्र बाबू को दमा रोग हो गया थाजिससे वे अन्तिम समय तक पीड़ित रहे। पहले तो वे बेहद कमजोर थे। लेकिन आजादी के पश्चात् उपचार करने के कारण उनके स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ किन्तु दमे से वह पूर्ण रूप से निजात नहीं पा सके।
      देश के प्रथम राष्ट्रपति का गौरव
       कांग्रेस और अंग्रेज सरकार के बीच हुए समझौते के अनुसार 15 अगस्त 1947 को भारत एक आजाद राष्ट्र घोषित हुआ। स्वतंत्रता संग्राम में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के अनुपम त्याग और उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता को देखते हुए उन्हें स्वतंत्र भारत का प्रथम राष्ट्रपति और नेहरू जी को प्रधानमंत्री बनाया गया।
       नेहरू जी जहां आधुनिक युग के प्रतीक थेवही डॉ. राजेन्द्र बाबू पुरातन और नवीनयुग के बेजोड़ मिश्रण थे। उनकीे विनम्रता और सादगी में राष्ट्रपति बनने पर और भी निखार आया। उनकी देश सेवा की निष्ठालगनसूझबूझ अत्यन्त सराहनीय थी। सन् 1957 में उन्होंने स्वेच्छा से राष्ट्रपति पद को त्याग दिया।
      चिंतक और साहित्यकार भी थे राजेन्द्र बाबू
       डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एक लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार भी थे। उन्होंने अपनी आत्म कथा को सरल सुबोध हिन्दी भाषा में लिखा। चम्पारण में सत्याग्रहएट द फिट ऑफ महात्मा गांधीऔर इण्डिया डिवाईडेट इनके द्वारा लिखित महत्त्वपूर्ण रचनाएं हैंजो हमें इनके रचना संसार से अवगत कराती हैं।
       सन् 1962 में इन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न की उपाधि से नवाजा गया। देश की इस महान विभूति का निधन पटना के सदाकत आश्रम में 28 फरवरी 1963 को हुआ।
      पीढ़ियों तक होगा प्रेरणा संचरण
       डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने देश की आजादी के आन्दोलन में उलेखनीय योगदान दिया था। संविधान सभा के अध्यक्ष तथा स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने देश की अनुपमउत्कृष्ट सराहनीय सेवा की। वे एक सफल लेखक ही नहीं बल्कि महान वकील भी थे। वे सादगीसरलता और विनम्रता की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने पद की गरिमा को स्थिर ही नहीं किया बल्कि उसे और ऊँचां उठाया जिससे भारत की शान और इज्जत विश्व में बढ़ी।     
       आज का दिन हमें इस महान विभूति के कार्यों और व्यवहार से प्रेरणा लेकर व्यक्तित्व विकास तथा  देश के नवनिर्माण में अपनी समर्पित भागीदारी के संकल्प की याद दिलाता है।

पुलिस अधिकारी ने किया नर्स का रेप !

पुलिस अधिकारी ने किया नर्स का रेप !

नासिक। शादी का झांसा देकर एक नर्स से कथित बलात्कार के आरोप में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ महाराष्ट्र में नासिक शहर के अम्बाड थाने में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी सब इंस्पेक्टर पंकज सुरेश कारे गोंडिया जिले में तैनात था।

जानकारी के अनुसार आरोपी पुलिस अधिकारी नासिक में सिडको का रहने वाला है। पच्चीस वर्षीय पीडित महिला ने बताया कि वह एक निजी अस्पताल में नर्स का काम करती है जहां पंकज पुलिस अधिकारी से बनने से पहले दाखिल था। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि पंकज 2006 से उसे नासिक और पुणे में विभिन्न स्थानों पर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और सहायक पुलिस कमिश्नर हमराज सिंह राजपूत मामले की जांच कर रहे हैं।

सड़क हादसे में एक की मौत

सड़क हादसे में एक की मौत

बाड़मेर पनाराम पुत्र हेमाराम जाति जाट नि ईशरोल ने मुलजिम हुकमाराम पुत्र लिसमणाराम जाट नि ईशरोल के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा ट्रेक्टर को तेज गति व लापरवाही से चलाकर मुस्त के भतीज रामाराम के टक्कर मारना जिससे मृत्यु होना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्ध पुलिस थाना चोहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है


राजकार्य में बाधा का मामला 

बाड़मेर विशनचन्द पुत्र जेकचन्द हरीजन नि महावीर नगर बाड़मरे ने मुलजिमान जगदीश वगैरा 67 के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्त. को राजकार्य में बाधा पहुचाना व जातिगत शब्दो से अपमानित करना वगैरा पर मुलजिमान के विरूद्ध पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

दहेज़ की खातिर शारीरिक और मानसिक शोषण के दो मामले

दहेज़ की खातिर शारीरिक और मानसिक शोषण के दो मामले
बाड़मेर जिले में दो थानों में अलग अलग मामले दहेज़ प्रताड़ना के दर्ज किये गए जिसमे दो विवाहितो ने दहेज़ की खातिर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण के आरोप ससुराल पक्ष पर लगाये .पुलिस ने जांच आरम्भ कर दी ,पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार श्रीमति जेती देवी पत्नी जुगताराम विश्नोई नि उपरला ने मुलजिमान सन्तोष पुत्र भीखाराम विश्नोई नि उपरला वगैरा 2 के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीसा कि पुत्री बाबुदेवी को दहेज के लिये शारीरिक व मानसिक रूप से मारपीट कर परेशान करना वगैरा पर मुलजिमान के विरूद्ध पुलिस थाना चोहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह रामजी पुत्र जगमालराम विश्नोई नि बामड़ला डेर भवार ने मुलजिमान रामलाल पुत्र विरधाराम विश्नोई नि सोनड़ी वगैरा 4 के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्त. कि पुत्री एलसी उर्फ रामेश्वरी को दहेज के लिये तग परेशान कर मारना वगैरा पर मुलजिमों के विरूद्ध पुलिस थाना सेड़वा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर मारपीट के मामले दर्ज

मारपीट के मामले दर्ज

बाड़मेर जिले के अलग अलग थानों में मारपीट के मेल दर्ज किये जाकर अनुसन्धान शुरू किया .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार श्रीमति जमाली पत्नि वरिया खां नि. करीमे का पार ने मुलजिमा झुमु पत्नी रहीम खां जाति मुसलमान नि करीमे का पार के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमा द्वारा मुस्तगीसा के पटा सुद प्लोट में प्रवेश कर कब्जा करने कि नियत से बाड़ उखाडना वगेरा पर मुलजिमा के विरूद्व पुलिस थाना गडरारोड़ पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह करीम पुत्र सरादीन मुस. नि उतरबा ने मुलजिम हरीसिह पुत्र ईन्द्रसिह राजपुत नि उतरबा वगैरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस कि उठनी के साथ मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना गडरारोड़ पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

एडस रोकथाम में ग्रामीण युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण डॉ गढवीर


एडस रोकथाम में ग्रामीण युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण डॉ गढवीर 

चौहटन। गर्भ भारत में एचआईवी सक्रमित लोगो की संख्या लगातार ब रही है। भाहरो के पचात अब गांवो में भी एचआईवी सक्रमित लोग ब रहे है । इसे रोकने के लिये ग्रामीण युवा जागरूकता के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है । ये बात भारत सरकार के डीएफपी बाडमेर द्वारा नवयुवक मण्डल चौहटन.भयोरसंस्था.चिकित्सा विभाग.िक्षा विभाग के सहयोग से विव एडस दिवस के अवसर पर सीनीयर माध्यमिक विधालय चोहटन में एडस रोकने में ग्रामीण युवाओ की भूमिका विशयक विचार गोश्ठी के मुख्य अतिथि चोहटन ब्लाक सीएमएचओ श्री भांभुराम गवीर ने व्यक्त किये ।

उन्होने बताया कि युवा विज्ञान के इस युग में अपना ध्यान िक्षा में लगाये तो ही विकास संभव है । साथ ही उन्होने युवाओ को इस अवस्था में नोली वस्तुओ गलत संगत से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि यदि इस संगत के दलदल में फस गये तो उससे वापिस निकलना आसान नही होगा

विचार गोश्ठी की अध्यक्षता करते डा सुरेन्द्र चौधरी ने एचआईवी एंवम एडस की विस्तृत जानकारी प्रदान करते कहा कि युवा मन बहुत चंचल होता है तथा इसी चंचलता एंव भावुकता में बहकने की संभावना अघिक रहती है । उन्होने बताया कि गांवो में हम लोग अपनी पुरानी संस्कृति एंव परम्परा को छोडते जा रहे है । गांव में दूसरे की बहनबेटी को भी अपनी बहनबेटी की तरह ईज्जत तथा सम्मान देते थे । संस्कृति की विमुखता ने ही हमारे एचआईवी की तरफ जाने का रास्ता दिखाया है । इससे बचने के लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत बतायी ।

चौधरी ने बताया कि सीमावर्ती युवा सैकडो की संख्या में आजभी मजदूरी के लिये दूसरे प्रदो में जाते है । वहां जागरूकता अभाव में रेडलाईट ऐरिया में जाकर एचआईवी वायरस लेकर आते है। गांव आकर अपनी पत्नी को एचआईवी से सक्रमित कर देते है । इनसे बचने एंव बचाने लिये युवाओ को अपने गांव से बाहर जाने वाले लोगो एंव उनके परिवार के सदस्यो को एएनएम.आगनवाडी कार्यकत्र्ताओ को एडस बचाव के तरीको को जानकारी देने की आवयकता पर जोर दिया ।उन्होने युवओ से एडस पीडित से डरने की बजाय सहानुभूति रखने की जरूरत बताते हुये कहा कि एडस हाथ मिलाने.साथ खाने.कपडे पहनने एंव एकहीाोचालय अथवा तरण ताल का उपयोग करने से नही फैलता ।

इस अवसर पर चोहटन ब्लाक पीएसी की एचआईवी कोन्सलर सुनिता चौधरी ने बताया ि कइस रोग को दूर भगाने के लिये युवाओ को ही सकि्रया होने की जरूरत है । उन्होने बताया कि एडस ने अघिकाांत युवाओ को ही अपने िकजे में लिया ह ैअब युवाओ को आगे ब कर एडस जैसी बीमारियो के समूह को जड से उखाड कर ही चैन लेना है । उन्होने एडस फैलने के मोटेमोटे चार कारण असुरक्षित यौन संबध.सक्रमित रक्त एंव सीरीज तथा एचआईवी ग्रसित मांसे होने वाले बच्चे के साथ जहां खून का खून से मिलन होता है उससे बचने की अपील की । वही गांवो में इस तरह के रोगियो की पहचान कर जिन्हे लम्बे समय से इलाज के बावजूद बीमारिया ठीक नही हो रही हो उसका लगातार वजन गिर रहा हो उन्हे कोन्सिल सेन्टर में भेजकर जांच के लिए प्रेरित करें जांच पूर्णतया गोपनीय रखने के साथ सरकार द्वारा फ्री में दवाईया भी दी जायेगी । इस अवसर पर नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष डूगर राठी एंव सामाजिक कार्यकर्ता दौलत भार्मा ने बताया कि एचआईवी का वायरस भारीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को घीरेधीरे समाप्त करता जाता है । जिसके कारण कोई भी बीमारी होने पर वो ठीक नही होती ।उन्होने कहा कि आज की स्थिति में हर गांव पर एचआईवी का खतरा मंडरा रहा है । इस खतरे को ग्रामीण युवावर्ग सावचेत.सकल्पित होकर ही दूर कर सकते है ।गोश्ठी को प्रधानाध्यापक चतराराम.अध्यापक नानगाराम.गोतम भंसाली ने भी एडस क्या है.कैसे फेलता है तथा इससे बचने के उपायो पर विस्तृत जानकारी प्रदान की ।

एडस बचाव विशयक मोखिक प्रनोतरी प्रतियोगिता आयोजित

चौहटन। क्षेत्रीय प्रचार निदोालय.क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय बाडमेर दूवारा सीमावर्ती चोहटन ब्लाक मुख्यालय पर स्थित सीनीयर माध्यमिक विधालपय में एडस बचाव विशयक मोखिक प्रनोतरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सैकडो युवाओ ने भाग लिया । विजेता दस प्रतिभागियो को डा0 एस0 आर0 गवीर डा0 सुरेन्द्र चौधरी तथा प्रधानाध्यापक चतराराम.दोलता,र्माडूगर राठी के आतिथ्य में पुरस्कार प्रदान किये गये । इस अवसर पर एडस विशयक प्रचार साम्रगी भी युवाओ को प्रचुर मात्रा में वितरित की गयी ं

जैसलमेर चोरी का माल खरीदने वाला कबाड़ी जितेन्द्र गिरफ्तार

जैसलमेर चोरी का माल खरीदने वाला कबाड़ी जितेन्द्र गिरफ्तार 

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल, के आदेशानुसार जिले में सरकारी सम्पति चोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कल्याणमल बण्जारा वृताधिकारी वृत पोकरण के निर्देशन में रमेशकुमार नि.पु. थानाधिकारी पोकरण के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए, पोकरण हल्खा में विभिन्न जगहो पर तलाशी की गई तो जितेन्द्र पुत्र नेमीचन्द खटीक निवासी पोकरण के पास चोरी किये गये विधुत टावरों के ऐंगल बरामद हुए जिसे पुछने पर उसने उक्त सामान को खरीदना बताया जिस पर जितेन्द्र को चोरी का माल खरीदने के जूर्म में गिरफ्तार किया गया तथा मुलजिम से पुछताछ जारी तथा चोरी का माल बरामद करने के प्रयास किये जा रहे है।

बाड़मेर अलगोजा के महान कलाकार धोधे खां


राजिव गांधी के बाराती बने थे .मुफलिसी में गुजर रहे दिन 

अलगोजा के महान कलाकार धोधे खां
राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में राणका फकीरों का अलगोजा वादन पर पूरा अधिकार है। इस जिले के बींजराड़, कुंदनपुर, बुरहान का तला, भूणिया, भलीसर, झड़पा और देरासर गांव ‘अलगोजा वादकों के गांव’ के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन दूधिवा गांव अलगोजा वादक गांवो में शीर्ष स्थान पर है। बाड़मेर-अहमदाबाद मार्ग पर मांगता गांव से पांच किलोमीटर दूर रेतीले टीलों के बीच स्थित दूधिया गांव ने अलगोजे के सुप्रसिद्ध वादक धोधे खां की सुरीली स्वर लहरियों से ही अपनी पहचान बनाई है। नई दिल्ली में आयोजित एशियाड-82 का उद्घाटन समारोह धोधे खां के अलगोजे की धुनों से ही शुरू हुआ और श्रोताओं की मांग पर लगातार पांच दिन तक उनकी धुनों की रिकार्डिंग आयोजकों को बजानी पड़ी। धोधे खां ने अपनी कला से दूधिया गांव के साथ-साथ राजस्थान और भारत का गौरव बढ़ाया है। 
अलगोजा नडकट, केर, टाली, बांस की नली, सुपारी या कंगोर की लकड़ी का बना होता है। बाड़मेर की चौहटन तहसील के एकल गांव के भील लक्ष्मण और मोती केर की लकड़ी के अलगोजे बड़ी खूबसूरती से बना लेते हैं। अलगोजे में दो अलग-अलग बांसुरीनुमा लम्बी-छोटी नलियां होती है। नली में 4 से 7 तक छेद किए जाते हैं। दोनों नली के मुंह मत्स्याकार होते हैं। दोनों नली को मुंह में रखकर धोधे खां जब बड़ी नली से श्‍वांस खींचकर छोटी नली से स्वर निकालते हैं, तो सुनने और देखने वाले मोहित हुए बिना नही रह पाते। अलगोजे में संगीत के आरोह-अवरोह संगीत प्रेमियों को संगीत के रस से सराबोर कर देते हैं।
धोधे खां बताते है कि सुषिर वाद्य यंत्र बजाने के लिए साधना और सांस की ताकत की आवश्‍यकता होती है। बिना साधना किए अलगोजे पर उंगलियां सुगमता से चल नहीं सकतीं। धोधे खां यों तो संगीतज्ञ परिवार से हैं, लेकिन 10 वर्ष की अल्पायु में ही पिता मीरा खां के देहावसान के बाद उन्हें पीर मिश्री जमाल, पाकिस्तान के कामआरा शरीफ गांव के भीटघणी स्कूल की शरण मे जाकर अलगोजा वादन विद्या में पारंगत होना पड़ा। छह वर्ष की कठिन साधना के बाद धोधे खां ने कुंदन की तरह निखर कर पाकिस्तान के युवा अलगोजा वादकों में अपनी छाप छोड़ दी। पाकिस्तान के हैदाराबाद क्षेत्र के खैरपुर गांव के रहने वाले धोधे खां के पिता मीरा खां की शादी दूधिया गांव के धुरा की लड़की मारियल से हुई थी। धोधे खां कामआरा शरीफ से शिक्षा ग्रहण करने के बाद दूधिया लौट आए और ननिहाल के साये और सहयोग से आगे बढऩे लगे।
रामा, पीर, भिटाई, धोटिया, कानूड़ा, मलहूद, यानबी, प्रभातिया आसा भजन की धुनें जब धोधे खां अलगोजे पर निकालते हैं, तो भजन प्रेमी भक्तिरस से सराबोर हो जाते हैं। शादी-ब्याह मे लाडेला, सेहरो, डोरो, मेंहदी, अरणी, तोरण के गीतों पर अलगोजे के संगीत और महेन्द्र-मूमल, मीर-महेन्द्र, ढोला-मारू, सस्सी-पुन्नु, ऊजली-जेठा और बीजा सोरठ की प्रेम गाथाओं को अलगोजे पर बजाने मे तो धोधे खां को महारत हासिल है। धोधे खां सिंधी धुनो में पारंगत है और राणा-महेन्द्र, काफी आदि को सिंधी धुनों मे खूबी से प्रस्तुत करते हैं। राग मल्हार, श्याम कल्याण, राणा, दरबारी, कलवाड़ा में धोधे खां सिद्धहस्त हैं। अमरकोट के कलाकार हमीर मुथा, हवेली के लतीफ, नारा ढोरा के हनीफ, सादी लिपली के मुवीन एवं तमाची, धोधे खां के प्रिय कलाकारों में हैं।
नेहरू युवा केन्द्र ने स्थानीय जजमानों की दुनिया से निकाल कर उनकी कला के सार्वजनिक प्रदर्शन करवाने का प्रथम प्रयास किया। गत दो दशक मे नेहरू युवा केन्द्र एवं जोधपुर की रूपायन संस्था के नेतृत्व में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत जोधपुर, लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, मद्रास, बेलगांव में धोधे खं अपनी कला प्रतिभा के जौहर दिखाए, वहीं 15-20 वर्ष से उन्हें आकाशवाणी जोधपुर से भी कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया था। धोधे खां ने जहां हर रोज कला के प्रति अपने समर्पण भाव को दर्शाया, वहीं हर कोई इनकी कला की कद्र करता नजर आया।
धोधे खां का मानना है कि सरकार अलगोजे को रेतीले इलाके में ज्यादा से ज्यादा लोकप्रिय बनाए। स्कूलों मे लोक संगीत को अनिवार्य बनाया जाए, तभी अलगोजे जैसे वाद्य यंत्र समाज में पुन: प्रतिष्ठित हो पाएंगे।

चिकित्सको को हटाया तो गंभीर होंगे परिणाम

प्रतिनियुक्त चिकित्सको को हटाने का विरोध कराया दर्ज ,मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

चिकित्सको को हटाया तो गंभीर होंगे परिणाम


बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने राजकीय चिकित्सालय के तीन चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के सरकार के निर्णय का विरोध दर्ज करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित को ज्ञापन सौंपा ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया ग्रुप के पदाधिकारी और कार्य करता रमेश सिंह ,इन्दा दिग्विजय सिंह चुली ,भेरा राम सुथर ,स्वरुप सिंह झनकली ,रामेश्वर सोनी ,कैलाश जायदू ,दीपक महावर ,अजय सिंह भाटी ,तेजा राम हुड्डा ,सहित कई जानो की उपस्थिति में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया ,ज्ञापन में लिखा हें की राज्य सरकार के आदेशानुसार प्रतिनियुक्ति पर लगे सरकारी कारिंदों को गृह विभाग में भेजा हें ,निःसंदेह सरकार का बेहतरीन कदम हें ,मगर बाड़मेर जिले के राजकीय चिकितास्लय में लम्बे अरसे बाद प्रतिनियुक्ति पर तीन चिकित्सक लगे हें जिसमे डॉ सुरेन्द्र चौधरी के आने के बाद पहली बार बाड़मेर के अस्थि रोग पीडितो को जिलो और प्रान्तों में इलाज़ हेतु , बाड़मेर जिले में अस्थि के ओप्रेसन सपने जैसा था मगर इस सपने को सुरेन्द्र चौधरी ने साकार किया ,अस्थि रोगिये के ओप्रेसन बाड़मेर के अस्पताल में बड़ी तादाद में हुए वो भी सफलता ,पूर्वक सुविधा के आभाव के बावजूद इस युवा चिकितासक ने सेवा भाव से कार्य कर जनता का दिल और विशवास जीता हें ,जहा बाड़मेर कोई नया चिकित्सक आना नहीं चाहता जो आये उन्हें हटा दिया जाए यह उचित नहीं ,आम जनता के के , हें बाड़मेर जिले की परिस्थितियों को भली भांति जानते हें ऐसे में बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में नियुक्त चिकित्सको को किसी भी सूरत में नहीं हटाया जाए ,राजकीय चिकित्सालय के तीन होनहार और सेवा भावी चिकितस्क प्रतिनियुक्ति पर हें ,उने हटाया नहीं जाए ,बाड़मेर जिले की जनता की मांग हें की इन चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति को स्थाई सेवा में बदल दिया जाये ,.यदि इन चिकित्रसको को हटाया गया तो उग्र आन्दोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी ,ज्ञापन के जरिये चिकितासको को नहीं हटाने ककी गुहार की हे साथ ही चिकित्सको को हटाने की दशा में उग्र आन्दोलन करने को लेकर सरकार को चेताया हें,साथ ही बाड़मेर बंद करने के साथ गतिविधिया ठप्प करने की चेतावनी दी हें

बलात्कार के मामले में तीन को सजा

बलात्कार के मामले में तीन को सजा

इंदौर। मध्यप्रदेश में इंदौर की विशेष अदालत ने चार वर्ष पहले एक लडकी के अपहरण और बलात्कार के मामले में एक पुलिस कर्मचारी समेत तीन आरोपियों को कारावास की सजा सुनायी है।

विशेष सत्र न्यायाधीश अवनींद्र कुमार सिंह ने जिले के बेटमा थाना क्षेत्र की इस घटना के सिलसिले में मुख्य आरोपी साहेब सिंह को शुक्रवार सात वर्ष की सजा सुनाई। इस आरोपी को सहयोग करने के लिए पुलिस कर्मचारी कै लाश और मुकेश को तीन.तीन वर्ष की सजा से दंडित किया गया। सरकारी अधिवक्ता ज्योति तोमर ने बताया कि बेटमा थाना क्षेत्र में रहने वाली एक लडकी को साहेब सिंह ने मई 2008 में अगवा कर लिया था। बाद में उसने उसके साथ बलात्कार किया। परिजनों की शिकायत के बाद लडकी को खोजा गया और वह साहेब सिंह के घर से मिली। बताया गया है कि शेष दो आरोपियों ने साहेब सिंह की मदद की थी।

नार्वे में भारतीय दम्पती को जेल !

नार्वे में भारतीय दम्पती को जेल !
हैदराबाद/ओस्लो। अपने 7 साल के बेटे को प्रताडित करने के आरोपों से घिरे नॉर्वे के ओस्लो में कार्यरत आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के वी.चन्द्रशेखर और उनकी पत्नी पर सजा की तलवार लट रही है। बेटे को अनुशासन सिखाने के कारण नॉर्वे पुलिस के हत्थे चढ़े चन्द्रशेखर और उनकी पत्नी को हिरासत में लेने के साथ ही एक साल और तीन महीने की सजा की सिफारिश की गई है। ओस्लो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट इस मामले में 3 दिसम्बर को फैसला सुनाएगी।

जानकारी के अनुसार दंपती पर बच्चे के साथ बार-बार दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है। पुलिस डिपार्टमेंट के अनुसार धमकी देना,हिंसा आदि पैनल कोड 219 के तहत गलत है। इस के तहत चन्द्रशेखर की पत्नी को 1 साल 3 महीने और 1 साल 6 महीने के सजा खुद चन्द्रशेखर को दी जा सकती है।

यह था मामला

चन्द्रशेखर के भतीजे वी. शैलेन्द्र ने हैदराबाद में बताया कि ओस्लो पुलिस ने उनके ऊपर अपने पुत्र को अनुशासित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। गत 28 नवम्बर की गिरफ्तारी की सूचना पड़ोसियों से मिली। शैलेन्द्र ने बताया कि नौ माह पहले उनके बच्चे ने स्कूल बस में लघुशंका की थी। शिकायत पर पिता ने बच्चे को धमकाया था कि उसने फिर ऎसा किया तो वह उसे भारत भेज देंगे। बच्चे के स्कूल से खिलौना उठा लाने की शिकायत भी मिली थीं। उधर,ओस्लो स्थित भारतीय दूतावास ने पूरे प्रकरण का दंपती के दोस्तों से ब्योरा मांगा है।

सड़क हादसे में तीन की मौत,4 घायल

सड़क हादसे में तीन की मौत,4 घायल
राजसमंद। राजसमंद जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात ट्रक-जायलो भिड़ंत में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और चार गंभीर घायल हो गए। जायलों सवार सभी लोग उदयपुर में एक शादी में शामिल होकर झुंझुनूं जिले के खेतड़ी स्थित घर लौट रहे थे। हादसे में घायल हुए चार लोगों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार देलवाड़ा के पास स्थित नला गांव से होकर गुजरते समय तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने अचानक जायलो को टक्कर मार दी। टक्कर से गाड़ी पलट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी को सीधा किया,लेकिन तब तक जायलो चालक महेश चौधरी,मंजू सिंह और सोलह वष्ाीüय स्नेहा की मौत हो चुकी थी। हादसे में परिवार के चार अन्य सदस्य घायल हो गए

कुर्सी खाली या भरी,जनता करेगी फैसला

कुर्सी खाली या भरी,जनता करेगी फैसला
जयपुर। राजस्थान के इतिहास में रिकॉल के लिए पहली बार मतदान होने जा रहा है। शहरी निकायों में सीधे वोट से चुनाव जिताने के बाद निकाय प्रमुख को वापस बुलाने का अधिकार तो जनता को मिल गया लेकिन इसका पहला इस्तेमाल मांगरोल में होने जा रहा है।

मांगरोल नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन के खिलाफ पार्षदों की ओर से पारित अविश्वास प्रस्ताव पर रिकॉल के लिए 12 दिसम्बर को जनमत संग्रह किया जाएगा। नतीजा 14 दिसम्बर को आएगा। ईवीएम में सिर्फ दो ही बटन होंगे जिनमें से एक बटन पर खाली कुर्सी का निशान और दूसरे पर एक व्यक्ति की बैठी मुद्रा में भरी कुर्सी का निशान होगा।

यह है मामला
नवम्बर 2009 में हुए चुनाव में मांगरोल में निर्दलीय प्रत्याशी अशोक जैन नगर पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए। जनवरी 2012 में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ। नई चुनाव प्रणाली में जनता अध्यक्ष को वापस बुला सकती है लेकिन इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पारित होने अनिवार्य है।

फर्जीवाड़े के मामले में बैंक प्रबंधक सहित चार को सजा

जोधपुर.सीबीआई मामलात की विशेष अदालत ने सरकार की मैसिव योजना में फर्जी तरीके से लाखों रुपए का ऋण स्वीकृत करने के मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की उम्मेदनगर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक सहित चार लोगों को दोषी मानते हुए एक-एक वर्ष के कठोर कारावास व अर्थदंड की सजा सुनाई है।

विशेष न्यायाधीश अतुल कुमार चटर्जी ने जोधपुर जिले में उम्मेद नगर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के तत्कालीन शाखा प्रबंधक वाईपी पेशवा, मथानिया में महेश्वरी ऑटो सेल्स के प्रोप्राइटर सत्यनारायण बूब व मथानिया के ही मोहनलाल मेघवाल व पुखराज माली को भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े का दोषी ठहराते हुए यह सजा सुनाई।

वरिष्ठ लोक अभियोजक सीबीआई एसएस यादव का कहना था कि शाखा प्रबंधक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वर्ष 1990 में ऐसे व्यक्ति के नाम का ऋण खाता अपनी बैंक में खोला, जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं था। शाखा प्रबंधक ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर डीआरडीए जोधपुर द्वारा उस काल्पनिक व्यक्ति के नाम 30,518 रुपए का अनुदान भी दिलवा दिया।

विशन दास नाम के इस काल्पनिक व्यक्ति का कोई वजूद ही नहीं था। उसके बावजूद उसकी जमीन में नलकूप खुदाई की मजदूरी के 32,100 रुपए उठा लिए। इसके अलावा पंप सेट एवं अन्य सामान के 30,000 रुपए तिंवरी की मेसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रॉनिकल फर्म को अदा कर दिए।

शाखा प्रबंधक ने इसी प्रकार 77,000 रुपए का ऋण आरोपी मोहनलाल को वितरित कर दिया। 31,000 रुपए आरोपी फर्म मेसर्स महेश्वरी ऑटो सेल्स मथानिया व 42,600 रुपए पंप सेट के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान किया। यादव ने बताया कि पेशवा ने पंजीयन कार्यालय में पहचानकर्ता के रूप में हस्ताक्षर भी किए।

आरोपी मोहनलाल के नाम ऋण वितरण के मामले में उसकी भूमि के पास स्थित अन्य कृषि भूमि जो आरोपी सत्यनारायण के नाम थी उसमें नलकूप खुदवा कर पंप सेट लगवा दिया। आरोपियों के वकीलों का कहना था कि आरोपी पिछले 17 साल से ट्रायल भुगत रहे हैं इसलिए सजा में नरमी का रुख अपनाया जाए। गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, जोधपुर ने इस मामले में 1995 में आरोप पत्र दाखिल किया था।

सरकारी चपरासी से भी कम तनख्वाह पाते हैं नरेंद्र मोदी!



अहमदाबाद. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने कितना कमाते हैं? यह सवाल गुजरात की मणिनगर विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल करने वाले मोदी के हलफनामे के सामने आने के बाद उठा है। मोदी ने अपने हलफनामे में जो दावा किया है, उसके मुताबिक मोदी किसी सरकारी बाबू सरकारी विभाग में काम करने वाले वरिष्ठ चतुर्थ श्रेणी कर्मी से भी कम कमाते हैं।
सरकारी चपरासी से भी कम तनख्वाह पाते हैं नरेंद्र मोदी!


मोदी  ने वित्त वर्ष 2011-2012 के लिए दिए गए अपने ब्योरे में कहा है कि उनकी सालाना आय 1,50,630 रुपये है। इसमें 12,553 रुपये उनका मासिक वेतन है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि वेतन के तौर पर मोदी को मिलने वाली राशि किसी मंत्री के मासिक वेतन (66,000 रुपये) के पांचवें हिस्से के बराबर है। एक विधायक को अन्य भत्तों के अलावा करीब 56,000 रुपये हर महीने मिलते हैं। मंत्री को अतिरिक्त यात्रा भत्ता, डीए, बंगला और नौकर वगैरह की सुविधा दी जाती है। गौर करने वाली बात यह है कि 2007 के चुनाव में मोदी ने अपनी सालाना आय नहीं बताई थी।

जीत रही है "जिदंगी"

जीत रही है "जिदंगी"

बाड़मेर। एचआईवी पॉजीटिव यानि जिंदगी खत्म। सामाजिक जीवन समाप्त और एक अंतहीन दर्द के साथ जीवन से छुटकारा। इन सारी मान्यताओं को छोड़कर रेगिस्तान में अब एचआईवी को लेकर सकारात्मक सोच बढ़ी है। इसे बीमारी समझकर लोग खुलकर इलाज करवाने लगे है और नतीजा है कि कई परिवार उजड़ने से बच गए है। बच्चों के सिर पर मां बाप का साया है और फिर से उनको पालने के लिए माता पिता के कदम उठने लगे है। बूढ़ी पथराई आंखों में उम्मीदें जगी है।

बाड़मेर जिले में वर्ष 2005 से 2009 का दौर एचआईवी को लेकर काफी भय वाला रहा। रोगियों की संख्या बढ़ने के साथ ही लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे थे। ऎसे में अंदर ही अंदर रोगी बढ़ने के साथ घुट घुटकर मर रहे थे। अब यह स्थिति बदली है। जांच और सामने आए रोगियों की संख्या यही दिखाती है।

यह है स्थिति
जिलेभर के पंद्रह काउंसलिंग केन्द्रों पर हुई जांच दर्शाती है कि वर्ष 2009 में 19640 लोगों ने जांच करवाई इसमें से 257 पॉजीटिव मिले। इसी तरह 2010 में 27857 ने जांच करवाई और 202 पॉजेटिव पाए गए। वष्ाü 2011 में 42 हजार 382 ने जांच करवाई और 171 पॉजीटिव मिले। इस वर्ष 44 हजार लोग जांच करवा चुके है और अब तक 130 पॉजीटिव मिले है।

बाड़मेर अस्पताल पहुंचे 343
बाड़मेर अस्पताल में निरंतर चल रही जांच बताती है कि पिछले सात साल में 343 रोगी पहुंचे है।

पलायन थमने का हुआ असर
बाड़मेर में एचआईवी पॉजीटिव रोगियों की संख्या सैकड़ो में है। इसमें से अधिकांश पलायन के कारण है। ट्रक चालक व अन्य कार्य के लिए बाहर जाने वाले लोगों को यह रोग हुआ। अब जिले में रोजगार मिलने से पलायन रूका है,लिहाजा रोगियों की संख्या भी कम हो रही है।

हां, एचआईवी है
जिले मे कार्य कर रही बाड़मेर पीपुल लिविंग विद एचआईवी संस्थान में अब तक 569 लोग जुड़ गए है। ये लोग खुलकर सामने आए है। ये लोग अपना इलाज करवाने के साथ ही एचआईवी के साथ जी रहे लोगों को प्रेरित कर रहे है कि घुटन को छोड़े और उपचार को अपनाएं।
जागरूकता जरूरी
जागरूकता जरूरी है। लोग इसे छिपा रहे है। बीमारी को छिपाना ठीक नहीं है। अन्य बीमारियों की तरह इसका भी उपचार है। जागरूकता होगी तो रोग हारेगा।- मनीष शर्मा, काउंसलर, जिला अस्पताल

विरहणियों की वेदना
बाड़मेर. जिले में सैकड़ों महिलाएं है जिनको इस रोग ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इक्का दुक्का मामलों को छोड़ दिया जाए तो इन महिलाओं का इसमें कोई दोष नहीं है। पति को यह रोग लग जाता है और पति पत्नी को भी यह रोग दे रहे हंै। पति के बाहर जाने पर इंतजार करने वाली विरहणियों को इसके बाद एचआईवी की वेदना मिल रही है। उनके लिए जीवन किसी सजा से कम नहीं है। रोगी पति की मृत्यु,इसके बाद खुद का इस रोग से तड़पना और साथ ही बच्चों के भी एचआईवी पॉजीटिव होने की जानकारी मिलने पर उनकी चिंता में घुट घुटकर जीना।

पूरा परिवार ही पॉजीटिव
शिव क्षेत्र में एक चालक को एचआईवी पॉजीटिव था। उससे उसकी पत्नी और इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों को हो गया। चालक और उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई है। अब उसके भाई व पत्नी इसी रोग से ग्रसित है। दो बच्चे भी पॉजीटिव है। परिवार के सामने फांकाकशी की नौबत आ गई है।

एड्स को मिटाने का संकल्प
बाड़मेर. राजकीय चिकित्सालय, एआरटी सेंटर व आईसीटीसी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय अस्पताल परिसर में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ$ आर के माहेश्वरी व एआरटी प्रभारी डा$ रविन्द्र कुमार शर्मा व आईसीटीसी प्रभारी डॉ बी एल मसूरिया के सान्निध्य में नसिंüग छात्रों को विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर मोमबत्ती जलाकर एड्स को जड़ से समाप्त करने का संकल्प कराया। इस अवसर पर राजकीय अस्पताल के डाक्टर्स, स्टाफ नर्स, नसिंüग विद्यार्थियों ने एड्स के प्रति फैली भ्रान्तियों को दूर करने का आह्वान किया।