शनिवार, 1 दिसंबर 2012

पुलिस अधिकारी ने किया नर्स का रेप !

पुलिस अधिकारी ने किया नर्स का रेप !

नासिक। शादी का झांसा देकर एक नर्स से कथित बलात्कार के आरोप में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ महाराष्ट्र में नासिक शहर के अम्बाड थाने में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी सब इंस्पेक्टर पंकज सुरेश कारे गोंडिया जिले में तैनात था।

जानकारी के अनुसार आरोपी पुलिस अधिकारी नासिक में सिडको का रहने वाला है। पच्चीस वर्षीय पीडित महिला ने बताया कि वह एक निजी अस्पताल में नर्स का काम करती है जहां पंकज पुलिस अधिकारी से बनने से पहले दाखिल था। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि पंकज 2006 से उसे नासिक और पुणे में विभिन्न स्थानों पर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और सहायक पुलिस कमिश्नर हमराज सिंह राजपूत मामले की जांच कर रहे हैं।

सड़क हादसे में एक की मौत

सड़क हादसे में एक की मौत

बाड़मेर पनाराम पुत्र हेमाराम जाति जाट नि ईशरोल ने मुलजिम हुकमाराम पुत्र लिसमणाराम जाट नि ईशरोल के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा ट्रेक्टर को तेज गति व लापरवाही से चलाकर मुस्त के भतीज रामाराम के टक्कर मारना जिससे मृत्यु होना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्ध पुलिस थाना चोहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है


राजकार्य में बाधा का मामला 

बाड़मेर विशनचन्द पुत्र जेकचन्द हरीजन नि महावीर नगर बाड़मरे ने मुलजिमान जगदीश वगैरा 67 के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्त. को राजकार्य में बाधा पहुचाना व जातिगत शब्दो से अपमानित करना वगैरा पर मुलजिमान के विरूद्ध पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

दहेज़ की खातिर शारीरिक और मानसिक शोषण के दो मामले

दहेज़ की खातिर शारीरिक और मानसिक शोषण के दो मामले
बाड़मेर जिले में दो थानों में अलग अलग मामले दहेज़ प्रताड़ना के दर्ज किये गए जिसमे दो विवाहितो ने दहेज़ की खातिर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण के आरोप ससुराल पक्ष पर लगाये .पुलिस ने जांच आरम्भ कर दी ,पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार श्रीमति जेती देवी पत्नी जुगताराम विश्नोई नि उपरला ने मुलजिमान सन्तोष पुत्र भीखाराम विश्नोई नि उपरला वगैरा 2 के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीसा कि पुत्री बाबुदेवी को दहेज के लिये शारीरिक व मानसिक रूप से मारपीट कर परेशान करना वगैरा पर मुलजिमान के विरूद्ध पुलिस थाना चोहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह रामजी पुत्र जगमालराम विश्नोई नि बामड़ला डेर भवार ने मुलजिमान रामलाल पुत्र विरधाराम विश्नोई नि सोनड़ी वगैरा 4 के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्त. कि पुत्री एलसी उर्फ रामेश्वरी को दहेज के लिये तग परेशान कर मारना वगैरा पर मुलजिमों के विरूद्ध पुलिस थाना सेड़वा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर मारपीट के मामले दर्ज

मारपीट के मामले दर्ज

बाड़मेर जिले के अलग अलग थानों में मारपीट के मेल दर्ज किये जाकर अनुसन्धान शुरू किया .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार श्रीमति जमाली पत्नि वरिया खां नि. करीमे का पार ने मुलजिमा झुमु पत्नी रहीम खां जाति मुसलमान नि करीमे का पार के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमा द्वारा मुस्तगीसा के पटा सुद प्लोट में प्रवेश कर कब्जा करने कि नियत से बाड़ उखाडना वगेरा पर मुलजिमा के विरूद्व पुलिस थाना गडरारोड़ पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह करीम पुत्र सरादीन मुस. नि उतरबा ने मुलजिम हरीसिह पुत्र ईन्द्रसिह राजपुत नि उतरबा वगैरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस कि उठनी के साथ मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना गडरारोड़ पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

एडस रोकथाम में ग्रामीण युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण डॉ गढवीर


एडस रोकथाम में ग्रामीण युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण डॉ गढवीर 

चौहटन। गर्भ भारत में एचआईवी सक्रमित लोगो की संख्या लगातार ब रही है। भाहरो के पचात अब गांवो में भी एचआईवी सक्रमित लोग ब रहे है । इसे रोकने के लिये ग्रामीण युवा जागरूकता के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है । ये बात भारत सरकार के डीएफपी बाडमेर द्वारा नवयुवक मण्डल चौहटन.भयोरसंस्था.चिकित्सा विभाग.िक्षा विभाग के सहयोग से विव एडस दिवस के अवसर पर सीनीयर माध्यमिक विधालय चोहटन में एडस रोकने में ग्रामीण युवाओ की भूमिका विशयक विचार गोश्ठी के मुख्य अतिथि चोहटन ब्लाक सीएमएचओ श्री भांभुराम गवीर ने व्यक्त किये ।

उन्होने बताया कि युवा विज्ञान के इस युग में अपना ध्यान िक्षा में लगाये तो ही विकास संभव है । साथ ही उन्होने युवाओ को इस अवस्था में नोली वस्तुओ गलत संगत से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि यदि इस संगत के दलदल में फस गये तो उससे वापिस निकलना आसान नही होगा

विचार गोश्ठी की अध्यक्षता करते डा सुरेन्द्र चौधरी ने एचआईवी एंवम एडस की विस्तृत जानकारी प्रदान करते कहा कि युवा मन बहुत चंचल होता है तथा इसी चंचलता एंव भावुकता में बहकने की संभावना अघिक रहती है । उन्होने बताया कि गांवो में हम लोग अपनी पुरानी संस्कृति एंव परम्परा को छोडते जा रहे है । गांव में दूसरे की बहनबेटी को भी अपनी बहनबेटी की तरह ईज्जत तथा सम्मान देते थे । संस्कृति की विमुखता ने ही हमारे एचआईवी की तरफ जाने का रास्ता दिखाया है । इससे बचने के लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत बतायी ।

चौधरी ने बताया कि सीमावर्ती युवा सैकडो की संख्या में आजभी मजदूरी के लिये दूसरे प्रदो में जाते है । वहां जागरूकता अभाव में रेडलाईट ऐरिया में जाकर एचआईवी वायरस लेकर आते है। गांव आकर अपनी पत्नी को एचआईवी से सक्रमित कर देते है । इनसे बचने एंव बचाने लिये युवाओ को अपने गांव से बाहर जाने वाले लोगो एंव उनके परिवार के सदस्यो को एएनएम.आगनवाडी कार्यकत्र्ताओ को एडस बचाव के तरीको को जानकारी देने की आवयकता पर जोर दिया ।उन्होने युवओ से एडस पीडित से डरने की बजाय सहानुभूति रखने की जरूरत बताते हुये कहा कि एडस हाथ मिलाने.साथ खाने.कपडे पहनने एंव एकहीाोचालय अथवा तरण ताल का उपयोग करने से नही फैलता ।

इस अवसर पर चोहटन ब्लाक पीएसी की एचआईवी कोन्सलर सुनिता चौधरी ने बताया ि कइस रोग को दूर भगाने के लिये युवाओ को ही सकि्रया होने की जरूरत है । उन्होने बताया कि एडस ने अघिकाांत युवाओ को ही अपने िकजे में लिया ह ैअब युवाओ को आगे ब कर एडस जैसी बीमारियो के समूह को जड से उखाड कर ही चैन लेना है । उन्होने एडस फैलने के मोटेमोटे चार कारण असुरक्षित यौन संबध.सक्रमित रक्त एंव सीरीज तथा एचआईवी ग्रसित मांसे होने वाले बच्चे के साथ जहां खून का खून से मिलन होता है उससे बचने की अपील की । वही गांवो में इस तरह के रोगियो की पहचान कर जिन्हे लम्बे समय से इलाज के बावजूद बीमारिया ठीक नही हो रही हो उसका लगातार वजन गिर रहा हो उन्हे कोन्सिल सेन्टर में भेजकर जांच के लिए प्रेरित करें जांच पूर्णतया गोपनीय रखने के साथ सरकार द्वारा फ्री में दवाईया भी दी जायेगी । इस अवसर पर नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष डूगर राठी एंव सामाजिक कार्यकर्ता दौलत भार्मा ने बताया कि एचआईवी का वायरस भारीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को घीरेधीरे समाप्त करता जाता है । जिसके कारण कोई भी बीमारी होने पर वो ठीक नही होती ।उन्होने कहा कि आज की स्थिति में हर गांव पर एचआईवी का खतरा मंडरा रहा है । इस खतरे को ग्रामीण युवावर्ग सावचेत.सकल्पित होकर ही दूर कर सकते है ।गोश्ठी को प्रधानाध्यापक चतराराम.अध्यापक नानगाराम.गोतम भंसाली ने भी एडस क्या है.कैसे फेलता है तथा इससे बचने के उपायो पर विस्तृत जानकारी प्रदान की ।

एडस बचाव विशयक मोखिक प्रनोतरी प्रतियोगिता आयोजित

चौहटन। क्षेत्रीय प्रचार निदोालय.क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय बाडमेर दूवारा सीमावर्ती चोहटन ब्लाक मुख्यालय पर स्थित सीनीयर माध्यमिक विधालपय में एडस बचाव विशयक मोखिक प्रनोतरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सैकडो युवाओ ने भाग लिया । विजेता दस प्रतिभागियो को डा0 एस0 आर0 गवीर डा0 सुरेन्द्र चौधरी तथा प्रधानाध्यापक चतराराम.दोलता,र्माडूगर राठी के आतिथ्य में पुरस्कार प्रदान किये गये । इस अवसर पर एडस विशयक प्रचार साम्रगी भी युवाओ को प्रचुर मात्रा में वितरित की गयी ं

जैसलमेर चोरी का माल खरीदने वाला कबाड़ी जितेन्द्र गिरफ्तार

जैसलमेर चोरी का माल खरीदने वाला कबाड़ी जितेन्द्र गिरफ्तार 

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल, के आदेशानुसार जिले में सरकारी सम्पति चोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कल्याणमल बण्जारा वृताधिकारी वृत पोकरण के निर्देशन में रमेशकुमार नि.पु. थानाधिकारी पोकरण के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए, पोकरण हल्खा में विभिन्न जगहो पर तलाशी की गई तो जितेन्द्र पुत्र नेमीचन्द खटीक निवासी पोकरण के पास चोरी किये गये विधुत टावरों के ऐंगल बरामद हुए जिसे पुछने पर उसने उक्त सामान को खरीदना बताया जिस पर जितेन्द्र को चोरी का माल खरीदने के जूर्म में गिरफ्तार किया गया तथा मुलजिम से पुछताछ जारी तथा चोरी का माल बरामद करने के प्रयास किये जा रहे है।

बाड़मेर अलगोजा के महान कलाकार धोधे खां


राजिव गांधी के बाराती बने थे .मुफलिसी में गुजर रहे दिन 

अलगोजा के महान कलाकार धोधे खां
राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में राणका फकीरों का अलगोजा वादन पर पूरा अधिकार है। इस जिले के बींजराड़, कुंदनपुर, बुरहान का तला, भूणिया, भलीसर, झड़पा और देरासर गांव ‘अलगोजा वादकों के गांव’ के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन दूधिवा गांव अलगोजा वादक गांवो में शीर्ष स्थान पर है। बाड़मेर-अहमदाबाद मार्ग पर मांगता गांव से पांच किलोमीटर दूर रेतीले टीलों के बीच स्थित दूधिया गांव ने अलगोजे के सुप्रसिद्ध वादक धोधे खां की सुरीली स्वर लहरियों से ही अपनी पहचान बनाई है। नई दिल्ली में आयोजित एशियाड-82 का उद्घाटन समारोह धोधे खां के अलगोजे की धुनों से ही शुरू हुआ और श्रोताओं की मांग पर लगातार पांच दिन तक उनकी धुनों की रिकार्डिंग आयोजकों को बजानी पड़ी। धोधे खां ने अपनी कला से दूधिया गांव के साथ-साथ राजस्थान और भारत का गौरव बढ़ाया है। 
अलगोजा नडकट, केर, टाली, बांस की नली, सुपारी या कंगोर की लकड़ी का बना होता है। बाड़मेर की चौहटन तहसील के एकल गांव के भील लक्ष्मण और मोती केर की लकड़ी के अलगोजे बड़ी खूबसूरती से बना लेते हैं। अलगोजे में दो अलग-अलग बांसुरीनुमा लम्बी-छोटी नलियां होती है। नली में 4 से 7 तक छेद किए जाते हैं। दोनों नली के मुंह मत्स्याकार होते हैं। दोनों नली को मुंह में रखकर धोधे खां जब बड़ी नली से श्‍वांस खींचकर छोटी नली से स्वर निकालते हैं, तो सुनने और देखने वाले मोहित हुए बिना नही रह पाते। अलगोजे में संगीत के आरोह-अवरोह संगीत प्रेमियों को संगीत के रस से सराबोर कर देते हैं।
धोधे खां बताते है कि सुषिर वाद्य यंत्र बजाने के लिए साधना और सांस की ताकत की आवश्‍यकता होती है। बिना साधना किए अलगोजे पर उंगलियां सुगमता से चल नहीं सकतीं। धोधे खां यों तो संगीतज्ञ परिवार से हैं, लेकिन 10 वर्ष की अल्पायु में ही पिता मीरा खां के देहावसान के बाद उन्हें पीर मिश्री जमाल, पाकिस्तान के कामआरा शरीफ गांव के भीटघणी स्कूल की शरण मे जाकर अलगोजा वादन विद्या में पारंगत होना पड़ा। छह वर्ष की कठिन साधना के बाद धोधे खां ने कुंदन की तरह निखर कर पाकिस्तान के युवा अलगोजा वादकों में अपनी छाप छोड़ दी। पाकिस्तान के हैदाराबाद क्षेत्र के खैरपुर गांव के रहने वाले धोधे खां के पिता मीरा खां की शादी दूधिया गांव के धुरा की लड़की मारियल से हुई थी। धोधे खां कामआरा शरीफ से शिक्षा ग्रहण करने के बाद दूधिया लौट आए और ननिहाल के साये और सहयोग से आगे बढऩे लगे।
रामा, पीर, भिटाई, धोटिया, कानूड़ा, मलहूद, यानबी, प्रभातिया आसा भजन की धुनें जब धोधे खां अलगोजे पर निकालते हैं, तो भजन प्रेमी भक्तिरस से सराबोर हो जाते हैं। शादी-ब्याह मे लाडेला, सेहरो, डोरो, मेंहदी, अरणी, तोरण के गीतों पर अलगोजे के संगीत और महेन्द्र-मूमल, मीर-महेन्द्र, ढोला-मारू, सस्सी-पुन्नु, ऊजली-जेठा और बीजा सोरठ की प्रेम गाथाओं को अलगोजे पर बजाने मे तो धोधे खां को महारत हासिल है। धोधे खां सिंधी धुनो में पारंगत है और राणा-महेन्द्र, काफी आदि को सिंधी धुनों मे खूबी से प्रस्तुत करते हैं। राग मल्हार, श्याम कल्याण, राणा, दरबारी, कलवाड़ा में धोधे खां सिद्धहस्त हैं। अमरकोट के कलाकार हमीर मुथा, हवेली के लतीफ, नारा ढोरा के हनीफ, सादी लिपली के मुवीन एवं तमाची, धोधे खां के प्रिय कलाकारों में हैं।
नेहरू युवा केन्द्र ने स्थानीय जजमानों की दुनिया से निकाल कर उनकी कला के सार्वजनिक प्रदर्शन करवाने का प्रथम प्रयास किया। गत दो दशक मे नेहरू युवा केन्द्र एवं जोधपुर की रूपायन संस्था के नेतृत्व में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत जोधपुर, लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, मद्रास, बेलगांव में धोधे खं अपनी कला प्रतिभा के जौहर दिखाए, वहीं 15-20 वर्ष से उन्हें आकाशवाणी जोधपुर से भी कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया था। धोधे खां ने जहां हर रोज कला के प्रति अपने समर्पण भाव को दर्शाया, वहीं हर कोई इनकी कला की कद्र करता नजर आया।
धोधे खां का मानना है कि सरकार अलगोजे को रेतीले इलाके में ज्यादा से ज्यादा लोकप्रिय बनाए। स्कूलों मे लोक संगीत को अनिवार्य बनाया जाए, तभी अलगोजे जैसे वाद्य यंत्र समाज में पुन: प्रतिष्ठित हो पाएंगे।

चिकित्सको को हटाया तो गंभीर होंगे परिणाम

प्रतिनियुक्त चिकित्सको को हटाने का विरोध कराया दर्ज ,मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

चिकित्सको को हटाया तो गंभीर होंगे परिणाम


बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने राजकीय चिकित्सालय के तीन चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के सरकार के निर्णय का विरोध दर्ज करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित को ज्ञापन सौंपा ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया ग्रुप के पदाधिकारी और कार्य करता रमेश सिंह ,इन्दा दिग्विजय सिंह चुली ,भेरा राम सुथर ,स्वरुप सिंह झनकली ,रामेश्वर सोनी ,कैलाश जायदू ,दीपक महावर ,अजय सिंह भाटी ,तेजा राम हुड्डा ,सहित कई जानो की उपस्थिति में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया ,ज्ञापन में लिखा हें की राज्य सरकार के आदेशानुसार प्रतिनियुक्ति पर लगे सरकारी कारिंदों को गृह विभाग में भेजा हें ,निःसंदेह सरकार का बेहतरीन कदम हें ,मगर बाड़मेर जिले के राजकीय चिकितास्लय में लम्बे अरसे बाद प्रतिनियुक्ति पर तीन चिकित्सक लगे हें जिसमे डॉ सुरेन्द्र चौधरी के आने के बाद पहली बार बाड़मेर के अस्थि रोग पीडितो को जिलो और प्रान्तों में इलाज़ हेतु , बाड़मेर जिले में अस्थि के ओप्रेसन सपने जैसा था मगर इस सपने को सुरेन्द्र चौधरी ने साकार किया ,अस्थि रोगिये के ओप्रेसन बाड़मेर के अस्पताल में बड़ी तादाद में हुए वो भी सफलता ,पूर्वक सुविधा के आभाव के बावजूद इस युवा चिकितासक ने सेवा भाव से कार्य कर जनता का दिल और विशवास जीता हें ,जहा बाड़मेर कोई नया चिकित्सक आना नहीं चाहता जो आये उन्हें हटा दिया जाए यह उचित नहीं ,आम जनता के के , हें बाड़मेर जिले की परिस्थितियों को भली भांति जानते हें ऐसे में बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में नियुक्त चिकित्सको को किसी भी सूरत में नहीं हटाया जाए ,राजकीय चिकित्सालय के तीन होनहार और सेवा भावी चिकितस्क प्रतिनियुक्ति पर हें ,उने हटाया नहीं जाए ,बाड़मेर जिले की जनता की मांग हें की इन चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति को स्थाई सेवा में बदल दिया जाये ,.यदि इन चिकित्रसको को हटाया गया तो उग्र आन्दोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी ,ज्ञापन के जरिये चिकितासको को नहीं हटाने ककी गुहार की हे साथ ही चिकित्सको को हटाने की दशा में उग्र आन्दोलन करने को लेकर सरकार को चेताया हें,साथ ही बाड़मेर बंद करने के साथ गतिविधिया ठप्प करने की चेतावनी दी हें

बलात्कार के मामले में तीन को सजा

बलात्कार के मामले में तीन को सजा

इंदौर। मध्यप्रदेश में इंदौर की विशेष अदालत ने चार वर्ष पहले एक लडकी के अपहरण और बलात्कार के मामले में एक पुलिस कर्मचारी समेत तीन आरोपियों को कारावास की सजा सुनायी है।

विशेष सत्र न्यायाधीश अवनींद्र कुमार सिंह ने जिले के बेटमा थाना क्षेत्र की इस घटना के सिलसिले में मुख्य आरोपी साहेब सिंह को शुक्रवार सात वर्ष की सजा सुनाई। इस आरोपी को सहयोग करने के लिए पुलिस कर्मचारी कै लाश और मुकेश को तीन.तीन वर्ष की सजा से दंडित किया गया। सरकारी अधिवक्ता ज्योति तोमर ने बताया कि बेटमा थाना क्षेत्र में रहने वाली एक लडकी को साहेब सिंह ने मई 2008 में अगवा कर लिया था। बाद में उसने उसके साथ बलात्कार किया। परिजनों की शिकायत के बाद लडकी को खोजा गया और वह साहेब सिंह के घर से मिली। बताया गया है कि शेष दो आरोपियों ने साहेब सिंह की मदद की थी।

नार्वे में भारतीय दम्पती को जेल !

नार्वे में भारतीय दम्पती को जेल !
हैदराबाद/ओस्लो। अपने 7 साल के बेटे को प्रताडित करने के आरोपों से घिरे नॉर्वे के ओस्लो में कार्यरत आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के वी.चन्द्रशेखर और उनकी पत्नी पर सजा की तलवार लट रही है। बेटे को अनुशासन सिखाने के कारण नॉर्वे पुलिस के हत्थे चढ़े चन्द्रशेखर और उनकी पत्नी को हिरासत में लेने के साथ ही एक साल और तीन महीने की सजा की सिफारिश की गई है। ओस्लो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट इस मामले में 3 दिसम्बर को फैसला सुनाएगी।

जानकारी के अनुसार दंपती पर बच्चे के साथ बार-बार दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है। पुलिस डिपार्टमेंट के अनुसार धमकी देना,हिंसा आदि पैनल कोड 219 के तहत गलत है। इस के तहत चन्द्रशेखर की पत्नी को 1 साल 3 महीने और 1 साल 6 महीने के सजा खुद चन्द्रशेखर को दी जा सकती है।

यह था मामला

चन्द्रशेखर के भतीजे वी. शैलेन्द्र ने हैदराबाद में बताया कि ओस्लो पुलिस ने उनके ऊपर अपने पुत्र को अनुशासित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। गत 28 नवम्बर की गिरफ्तारी की सूचना पड़ोसियों से मिली। शैलेन्द्र ने बताया कि नौ माह पहले उनके बच्चे ने स्कूल बस में लघुशंका की थी। शिकायत पर पिता ने बच्चे को धमकाया था कि उसने फिर ऎसा किया तो वह उसे भारत भेज देंगे। बच्चे के स्कूल से खिलौना उठा लाने की शिकायत भी मिली थीं। उधर,ओस्लो स्थित भारतीय दूतावास ने पूरे प्रकरण का दंपती के दोस्तों से ब्योरा मांगा है।

सड़क हादसे में तीन की मौत,4 घायल

सड़क हादसे में तीन की मौत,4 घायल
राजसमंद। राजसमंद जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात ट्रक-जायलो भिड़ंत में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और चार गंभीर घायल हो गए। जायलों सवार सभी लोग उदयपुर में एक शादी में शामिल होकर झुंझुनूं जिले के खेतड़ी स्थित घर लौट रहे थे। हादसे में घायल हुए चार लोगों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार देलवाड़ा के पास स्थित नला गांव से होकर गुजरते समय तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने अचानक जायलो को टक्कर मार दी। टक्कर से गाड़ी पलट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी को सीधा किया,लेकिन तब तक जायलो चालक महेश चौधरी,मंजू सिंह और सोलह वष्ाीüय स्नेहा की मौत हो चुकी थी। हादसे में परिवार के चार अन्य सदस्य घायल हो गए

कुर्सी खाली या भरी,जनता करेगी फैसला

कुर्सी खाली या भरी,जनता करेगी फैसला
जयपुर। राजस्थान के इतिहास में रिकॉल के लिए पहली बार मतदान होने जा रहा है। शहरी निकायों में सीधे वोट से चुनाव जिताने के बाद निकाय प्रमुख को वापस बुलाने का अधिकार तो जनता को मिल गया लेकिन इसका पहला इस्तेमाल मांगरोल में होने जा रहा है।

मांगरोल नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन के खिलाफ पार्षदों की ओर से पारित अविश्वास प्रस्ताव पर रिकॉल के लिए 12 दिसम्बर को जनमत संग्रह किया जाएगा। नतीजा 14 दिसम्बर को आएगा। ईवीएम में सिर्फ दो ही बटन होंगे जिनमें से एक बटन पर खाली कुर्सी का निशान और दूसरे पर एक व्यक्ति की बैठी मुद्रा में भरी कुर्सी का निशान होगा।

यह है मामला
नवम्बर 2009 में हुए चुनाव में मांगरोल में निर्दलीय प्रत्याशी अशोक जैन नगर पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए। जनवरी 2012 में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ। नई चुनाव प्रणाली में जनता अध्यक्ष को वापस बुला सकती है लेकिन इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पारित होने अनिवार्य है।

फर्जीवाड़े के मामले में बैंक प्रबंधक सहित चार को सजा

जोधपुर.सीबीआई मामलात की विशेष अदालत ने सरकार की मैसिव योजना में फर्जी तरीके से लाखों रुपए का ऋण स्वीकृत करने के मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की उम्मेदनगर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक सहित चार लोगों को दोषी मानते हुए एक-एक वर्ष के कठोर कारावास व अर्थदंड की सजा सुनाई है।

विशेष न्यायाधीश अतुल कुमार चटर्जी ने जोधपुर जिले में उम्मेद नगर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के तत्कालीन शाखा प्रबंधक वाईपी पेशवा, मथानिया में महेश्वरी ऑटो सेल्स के प्रोप्राइटर सत्यनारायण बूब व मथानिया के ही मोहनलाल मेघवाल व पुखराज माली को भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े का दोषी ठहराते हुए यह सजा सुनाई।

वरिष्ठ लोक अभियोजक सीबीआई एसएस यादव का कहना था कि शाखा प्रबंधक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वर्ष 1990 में ऐसे व्यक्ति के नाम का ऋण खाता अपनी बैंक में खोला, जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं था। शाखा प्रबंधक ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर डीआरडीए जोधपुर द्वारा उस काल्पनिक व्यक्ति के नाम 30,518 रुपए का अनुदान भी दिलवा दिया।

विशन दास नाम के इस काल्पनिक व्यक्ति का कोई वजूद ही नहीं था। उसके बावजूद उसकी जमीन में नलकूप खुदाई की मजदूरी के 32,100 रुपए उठा लिए। इसके अलावा पंप सेट एवं अन्य सामान के 30,000 रुपए तिंवरी की मेसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रॉनिकल फर्म को अदा कर दिए।

शाखा प्रबंधक ने इसी प्रकार 77,000 रुपए का ऋण आरोपी मोहनलाल को वितरित कर दिया। 31,000 रुपए आरोपी फर्म मेसर्स महेश्वरी ऑटो सेल्स मथानिया व 42,600 रुपए पंप सेट के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान किया। यादव ने बताया कि पेशवा ने पंजीयन कार्यालय में पहचानकर्ता के रूप में हस्ताक्षर भी किए।

आरोपी मोहनलाल के नाम ऋण वितरण के मामले में उसकी भूमि के पास स्थित अन्य कृषि भूमि जो आरोपी सत्यनारायण के नाम थी उसमें नलकूप खुदवा कर पंप सेट लगवा दिया। आरोपियों के वकीलों का कहना था कि आरोपी पिछले 17 साल से ट्रायल भुगत रहे हैं इसलिए सजा में नरमी का रुख अपनाया जाए। गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, जोधपुर ने इस मामले में 1995 में आरोप पत्र दाखिल किया था।

सरकारी चपरासी से भी कम तनख्वाह पाते हैं नरेंद्र मोदी!



अहमदाबाद. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने कितना कमाते हैं? यह सवाल गुजरात की मणिनगर विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल करने वाले मोदी के हलफनामे के सामने आने के बाद उठा है। मोदी ने अपने हलफनामे में जो दावा किया है, उसके मुताबिक मोदी किसी सरकारी बाबू सरकारी विभाग में काम करने वाले वरिष्ठ चतुर्थ श्रेणी कर्मी से भी कम कमाते हैं।
सरकारी चपरासी से भी कम तनख्वाह पाते हैं नरेंद्र मोदी!


मोदी  ने वित्त वर्ष 2011-2012 के लिए दिए गए अपने ब्योरे में कहा है कि उनकी सालाना आय 1,50,630 रुपये है। इसमें 12,553 रुपये उनका मासिक वेतन है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि वेतन के तौर पर मोदी को मिलने वाली राशि किसी मंत्री के मासिक वेतन (66,000 रुपये) के पांचवें हिस्से के बराबर है। एक विधायक को अन्य भत्तों के अलावा करीब 56,000 रुपये हर महीने मिलते हैं। मंत्री को अतिरिक्त यात्रा भत्ता, डीए, बंगला और नौकर वगैरह की सुविधा दी जाती है। गौर करने वाली बात यह है कि 2007 के चुनाव में मोदी ने अपनी सालाना आय नहीं बताई थी।

जीत रही है "जिदंगी"

जीत रही है "जिदंगी"

बाड़मेर। एचआईवी पॉजीटिव यानि जिंदगी खत्म। सामाजिक जीवन समाप्त और एक अंतहीन दर्द के साथ जीवन से छुटकारा। इन सारी मान्यताओं को छोड़कर रेगिस्तान में अब एचआईवी को लेकर सकारात्मक सोच बढ़ी है। इसे बीमारी समझकर लोग खुलकर इलाज करवाने लगे है और नतीजा है कि कई परिवार उजड़ने से बच गए है। बच्चों के सिर पर मां बाप का साया है और फिर से उनको पालने के लिए माता पिता के कदम उठने लगे है। बूढ़ी पथराई आंखों में उम्मीदें जगी है।

बाड़मेर जिले में वर्ष 2005 से 2009 का दौर एचआईवी को लेकर काफी भय वाला रहा। रोगियों की संख्या बढ़ने के साथ ही लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे थे। ऎसे में अंदर ही अंदर रोगी बढ़ने के साथ घुट घुटकर मर रहे थे। अब यह स्थिति बदली है। जांच और सामने आए रोगियों की संख्या यही दिखाती है।

यह है स्थिति
जिलेभर के पंद्रह काउंसलिंग केन्द्रों पर हुई जांच दर्शाती है कि वर्ष 2009 में 19640 लोगों ने जांच करवाई इसमें से 257 पॉजीटिव मिले। इसी तरह 2010 में 27857 ने जांच करवाई और 202 पॉजेटिव पाए गए। वष्ाü 2011 में 42 हजार 382 ने जांच करवाई और 171 पॉजीटिव मिले। इस वर्ष 44 हजार लोग जांच करवा चुके है और अब तक 130 पॉजीटिव मिले है।

बाड़मेर अस्पताल पहुंचे 343
बाड़मेर अस्पताल में निरंतर चल रही जांच बताती है कि पिछले सात साल में 343 रोगी पहुंचे है।

पलायन थमने का हुआ असर
बाड़मेर में एचआईवी पॉजीटिव रोगियों की संख्या सैकड़ो में है। इसमें से अधिकांश पलायन के कारण है। ट्रक चालक व अन्य कार्य के लिए बाहर जाने वाले लोगों को यह रोग हुआ। अब जिले में रोजगार मिलने से पलायन रूका है,लिहाजा रोगियों की संख्या भी कम हो रही है।

हां, एचआईवी है
जिले मे कार्य कर रही बाड़मेर पीपुल लिविंग विद एचआईवी संस्थान में अब तक 569 लोग जुड़ गए है। ये लोग खुलकर सामने आए है। ये लोग अपना इलाज करवाने के साथ ही एचआईवी के साथ जी रहे लोगों को प्रेरित कर रहे है कि घुटन को छोड़े और उपचार को अपनाएं।
जागरूकता जरूरी
जागरूकता जरूरी है। लोग इसे छिपा रहे है। बीमारी को छिपाना ठीक नहीं है। अन्य बीमारियों की तरह इसका भी उपचार है। जागरूकता होगी तो रोग हारेगा।- मनीष शर्मा, काउंसलर, जिला अस्पताल

विरहणियों की वेदना
बाड़मेर. जिले में सैकड़ों महिलाएं है जिनको इस रोग ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इक्का दुक्का मामलों को छोड़ दिया जाए तो इन महिलाओं का इसमें कोई दोष नहीं है। पति को यह रोग लग जाता है और पति पत्नी को भी यह रोग दे रहे हंै। पति के बाहर जाने पर इंतजार करने वाली विरहणियों को इसके बाद एचआईवी की वेदना मिल रही है। उनके लिए जीवन किसी सजा से कम नहीं है। रोगी पति की मृत्यु,इसके बाद खुद का इस रोग से तड़पना और साथ ही बच्चों के भी एचआईवी पॉजीटिव होने की जानकारी मिलने पर उनकी चिंता में घुट घुटकर जीना।

पूरा परिवार ही पॉजीटिव
शिव क्षेत्र में एक चालक को एचआईवी पॉजीटिव था। उससे उसकी पत्नी और इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों को हो गया। चालक और उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई है। अब उसके भाई व पत्नी इसी रोग से ग्रसित है। दो बच्चे भी पॉजीटिव है। परिवार के सामने फांकाकशी की नौबत आ गई है।

एड्स को मिटाने का संकल्प
बाड़मेर. राजकीय चिकित्सालय, एआरटी सेंटर व आईसीटीसी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय अस्पताल परिसर में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ$ आर के माहेश्वरी व एआरटी प्रभारी डा$ रविन्द्र कुमार शर्मा व आईसीटीसी प्रभारी डॉ बी एल मसूरिया के सान्निध्य में नसिंüग छात्रों को विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर मोमबत्ती जलाकर एड्स को जड़ से समाप्त करने का संकल्प कराया। इस अवसर पर राजकीय अस्पताल के डाक्टर्स, स्टाफ नर्स, नसिंüग विद्यार्थियों ने एड्स के प्रति फैली भ्रान्तियों को दूर करने का आह्वान किया।