बुधवार, 30 मई 2012

जून में अशोक गहलोत का जाना तय ?

 जून  में अशोक गहलोत का जाना तय ?

असंतुष्टो का दावा बड़ा बदलाव संभव कर्नल का कद बढेगा 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले से राजनीती आंधी जून माह में उड़ेगी जो राज्य की राजनीती की दिशा और दशा दोनों बदल देगी .बाड़मेर जिले के बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधायक कर्नल सोनाराम जो अशोक गहलोत के घुर विरोधी और असंतुष्ट नेताओं के अगुआ माने जा रहे हें ने अशोक गहलोत के खिलाफ पूरा मोर्चा खोल उनके मुख्यमंत्री रहने के मार्ग पर कांटे बिछा दिए हें मंगलवार को जयपुर में सरकार में मंत्री अशोक बेरवा के यंहा जुटे असंतुष्टो ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा पूरी तरह खोल दिया हें कर्नल सोनाराम अपनी राजनीती ताकत बद्शाने के साथ अशोक गहलोत के लिए चुनौती बन कर उभर रहे हें सोनाराम का दावा हें की जून माह में अशोक गहलोत की विदाई तय हें गहलोत सरकार के खिलाफ चालीस विधायक जुटे हें जिनकी तादाद और अधिक बढ़ेगी पहले तो सिर्फ विधायक खिलाफ थे अब सरकार में मंत्री भी खुल कर सामने आ रहे हें .राजनीती हलको में माना जा रहा हें असंतुष्ट गतिविधियों का सञ्चालन कर रहे कर्नल को केंद्र से सरपरस्ती मिली हें जिसके कारण वे खुलकर गहलोत की खिलाफत कर रहे हें कर्नल ने कहा हें की कोंग्रेस की राजनीती में जून माह में भूचाल आयेगा .चार जून को राजस्थान से जुड़े असंतुष्ट मामलो को लेकर कोंग्रेस हाई कमान ने दिल्ली में अहम् बैठक राखी हें जिसमे ख़ास फेसला होने की संभावना हें इसी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राजनीती भविष्य तय होगा

गुजरात: मोदी के खिलाफ बगावत, दो फाड़ होगी भाजपा?

अहमदाबाद.राजस्थान, कर्नाटक के बाद अब भाजपा में बगावत की आग गुजरात भी पहुंच गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने भाजपा से बगावत के संकेत दिए हैं।
 
संजय जोशी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर मोदी ने भले ही बढ़त हासिल कर ली हो लेकिन राज्य में उनकी मुश्किल कम होने वाली नहीं हैं। केशुभाई और मोदी के मनमुटाव काफी पुराने हैं।
केशुभाई पटेल को पूर्व मंत्री और महागुजरात जनता पार्टी के नेता गोर्धन जडाफिया के घर पर देखा गया है। दोनों के साथ काशी राम रामा भी मौजूद थे।
गोर्धन 2007 तक गुजरात के गृह मंत्री थे लेकिन इसके बाद भाजपा से अलग होकर उन्होंने खुद की पार्टी बना ली।
विवाद की मुख्‍य वजह उम्‍मीदवारों के चयन को माना जा रहा है। अगले साल गुजरात में विधानसभा चुनाव है। लेकिन पूरी प्रक्रिया में केशुभाई पटेल को कोई नहीं पूछ रहा है। जिसके कारण वे पार्टी से खफा बताए जा रहे हैं।
सूत्रों की माने तो केशुभाई पटेल और काशीराम रामा भाजपा छोड़कर महागुजरात जनता पार्टी में जा सकते हैं।