रविवार, 1 अप्रैल 2012

पत्नी ने धोखे से नाबालिग को बुला पति से खिंचवाई अश्लील तस्वीर

 

होशियारपुर. नाबालिग लड़की को नया सूट पहनने के बहाने घर में बुलाकर पति द्वारा मोबाइल से आपत्तिजनक फोटो खींचने के बाद दुष्कर्म की कोशिश करने के आरोप में मेहटियाना पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अधीन केस दर्ज किया है।

नाबालिगा के परिजनों ने आरोप लगाया कि पंचायत में मामला जाने के बाद आरोपी दंपति ने पीड़िता के भाई पर तेजधार हथियार से हमला कर उसे घायल भी कर दिया है। घायल युवक को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

गांव मनराइयां के निवासी एक बारहवीं कक्षा के छात्र ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है। उसने बताया है कि उसकी बहन घर में अकेली थी। इस दौरान उनकी पड़ोसन नीरू पत्नी अमरजीत सिंह उनके घर में आई। उसकी बहन को नया सूट डालकर देखने के बहाने घर ले गई। जब उसकी बहन एक कमरे में गई तो उक्त महिला दरवाजा लगाकर बाहर चली गई। शिकायतकर्ता का कहना था कि आरोपी महिला का पति कमरे के अंदर पहले से ही बैड के नीचे छिपा हुआ था।

धमकी देने का भी आरोप

शिकायतकर्ता के अनुसार जब उसकी बहन कपड़े बदल रही थी तो आरोपी अमरजीत सिंह ने कथित तौर पर मोबाइल से उसकी आपत्तिजनक फोटो ले ली। इसके बाद उसकी बहन को उक्त फोटो दिखाकर कथित तौर पर दुष्कर्म करने की कोशिश और उन्हें धमकियां दीं कि अगर उसने इस संबंधी किसी को बताया तो वह यह फोटो प्रकाशित करवा देगा।

पुलिस ने किया दंपति के खिलाफ केस दर्ज

थाना मेहटियाना पुलिस ने नाबालिगा के भाई के बयान पर आरोपी दंपति अमरजीत सिंह व नीरु के खिलाफ धारा 376, 506, 511, 120 बी, 452, 323 व 324 के अधीन केस दर्ज कर मामले की तहकीकात शुरु कर दी है।

मोबाइल पर अश्लील तस्वीर भेजने पर पकड़ा

शिकायतकर्ता भाई के अनुसार एक दिन तक तो उसकी बहन ने डर के कारण किसी को नहीं बताया लेकिन इसके बाद आरोपी अणरजीत सिंह ने आपित्तजनक फोटो एमएमएस कर उनके मोबाइल पर भेज दी। जिसके बाद सारी घटना संबंधी उसकी बहन ने उसे बताया और उसकी मां उक्त प्रकरण को लेकर पंचायत में गई। इस पर गुस्साए दंपति उसके घर में घुस आए। अमरजीत के हाथ में तलवार थी जबकि नीरू के हाथ में लाठी। दोनों ने उस पर हमला कर उसे घायल कर दिया है। उसका शोर सुनकर गांव वासी उनके घर में इकट्ठा हो गए, जिन्हें देखकर आरोपी अपनी तलवार फैंक कर भाग गए। उसे घायल अवस्था में अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।

प्रत्येक वर्ग के लिए योजनाएं : गहलोत

प्रत्येक वर्ग के लिए योजनाएं : गहलोत

पोकरण। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार प्रदेश के विकास व प्रत्येक वर्ग के भले के लिए योजनाएं बना रही है। गहलोत ने लोकार्पण समारोह के बाद पत्रकार वार्ता में कहा कि विधानसभा चुनाव में अभी दो वर्ष बाकी हैं। बजट के दौरान हर व्यक्ति की जरूरत का ध्यान रखते हुए राहत देने के प्रावधान किए है। राज्य के आम बजट को चुनावी बजट बताकर विपक्ष अपनी संतुष्टि कर रहा है।

उन्होंने कहा कि गत वर्ष लोगों के लिए नि:शुल्क दवा शुरू की गई थी। इस वर्ष पशुओं के लिए भी नि:शुल्क दवाएं दिलाने की घोषणा की गई है। जिससे पशुपालकों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को रोजगार देने व एक लाख छात्रों को छात्रवृति व कम्प्यूटर उपलब्ध करवाने की घोषणा की गई है।

बाड़मेर में रिफायनरी लगाने के सवाल पर कहा कि मामला ओएनजीसी के पास विचाराधीन है। सरकार पूरी तरह से बाड़मेर में रिफायनरी लगाने के लिए प्रयासरत है। बाड़मेर में लिग्नाइट के खान विभाग के भावों व राजवैस्ट के विक्रय भावों में दो गुणा अंतर होने के सवाल पर कहा कि इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने पोकरण मे सौर ऊर्जा के उत्पादन को एक ऎतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि विश्वभर में पोकरण क्षेत्र का नाम होगा।

लोक कलाकारों ने सांस्कृतिक संध्या में बांधा समा


लोक कलाकारों ने सांस्कृतिक संध्या में बांधा समा


राजस्थान दिवस पर अखेप्रोल में संगीत संध्या में जमाया लोक कलाकारों ने रंग

जैसलमेर  राजस्थान दिवस पर शुक्रवार रात विश्व प्रसिद्ध सोनार दुर्ग की अखेप्रोल में आयोजित सांस्कृतिक संध्या ने राजस्थान की महिमा के रंगों से साक्षात कराते हुए खूब आनंद दिया व प्रदेश महिमा गान से आसमां गूंजा दिया।

लोक कलाकारों के भजनों, गीतों व नृत्यों ने ख़ासा समा बांधा। नाद स्वरम् के कलाकारों ने गणेश वंदना के साथ सांस्कृतिक संध्या का आगाज किया। संगीत संध्या में मिशन स्कूल की बालिकाओं द्वारा लता श्रीमाली के निर्देशन एवं संयोजन में पेश किए गए लोकगीतों पर समूह नृत्य ने कार्यक्रम को राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का परचम फहरा कर दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। लोक कलाकार मोहनराम एंड पार्टी द्वारा प्रस्तुत अलगोजावादन ने उपस्थित दर्शकों को संगीत से सरोबार कर दिया। रेवन्ताराम एवं उनके साथियों के कच्छी घोड़ी नृत्य ने जनसमूह की वाहवाही लूटी। इसी प्रकार जिले के सुविख्यात लोकसंगीत गायक थाने खां एण्ड पार्टी द्वारा प्रस्तुत '' जब देखूं बन्ने री लाल-पीली अंखियां '' लोकगीत ने सांस्कृतिक संध्या को ऊचाइयां प्रदान की। मूलसागर के लोक कलाकार अलगोजावादक तगाराम भील ने लोकवाद्य अलगोजे की सुमधुर धुनों पर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया एवं उन्हें थिरकने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रमों की कड़ी में उस्ताद आरबा संगीत संस्थान जैसलमेर के लोक कलाकार अकबर खां की प्रस्तुति '' आ हारो प्यारो राजस्थान '' विशेष रूप से सराही गई।

अमीन खां एण्ड पार्टी ने शहनाईवादन एवं दमादम मस्त कलंदर द्वारा नृत्य शैली का रंग जमाने के साथ ही लोकसंगीत के विविध संास्कृतिक के रंग बिखेरे। नाद स्वरम् के कलाकारों शोभा हर्ष ,शोभा भाटिया, ईश्वरी भाटिया, अनिल पुरोहित, कन्हैया शर्मा तथा जयप्रकाश हर्ष ने '' धरती धोरों री '' गायन प्रस्तुत कर सुमुधुर स्वरलहरियां बिखेरी।

रंगकर्मी विजय कुमार बल्लाणी के कुशल संचालन में संपन्न हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम केे अवसर पर अतिरिक्त कलेक्टर परशुराम धानका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जे.एन.मथूरिया , नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला, पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक अजीतसिंह, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्रप्रकाश व्यास, सहायक पर्यटन अधिकारी स्वागत केन्द्र खेमेन्द्रसिंह जाम, मानसिंह राठौड़, अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि के प्रधानाचार्य श्रीवल्लभ पुरोहित, बृजमोहन आचार्य, समाजसेविका सरस्वती देवी छंगाणी, प्रेमलता चौहान, रामकंवर देवड़ा, देवकीदेवी राठौड़ जितेन्द्र सिंह सिसोदिया के साथ ही नगर के कई गणमान्य नागरिक एवं देशी-विदेशी सैलानी उपस्थित थे।

तीन बच्चों की मां संग सरपंच जी हुए फुर्र

अम्बाला.बाबैन .गांव बेरथला से तीन बच्चों की मां संग फुर्र सरपंच को आखिरकार पुलिस ने ढूंढ निकाला। सरपंच को पुलिस ने गिरफ्तार कर कुरुक्षेत्र कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं महिला ने अपने ससुराल व मायके जाने से मना कर दिया।

जिस पर अदालत ने उसे नारी निकेतन करनाल भेजने के निर्देश दिए। बता दें कि की पिछले दिनों गांव बेरथला का सरपंच अपने गांव की महिला संग फुर्र हो गया था। गांव के गोपाल नामक व्यक्ति ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें आरोप लगाया था की गांव का सरपंच अमरजीत उसकी पत्नी चरणजीत कौर को बहका फुसला कहीं भगा ले गया है। इस मामले को लेकर गांव में काफी हंगामा हुआ था।

दोनों के बीच लंबे समय से संबंध थे। जिस दिन दोनों गांव से भागे, उसी दिन सुबह भी गांव में मौजिज लोगों की पंचायत इसी मुद्दे पर हुई थी। तब पति गोपाल ने चरणजीत को घर पर रखना मंजूर कर लिया था।

शाम को दोनों मौका देख कर भाग निकले। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने डीसी मनदीप सिंह बराड़ से मिलकर गांव के सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने और उसे निलंबित करने की गुहार लगाई थी। डीसी बराड ने पुलिस को सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। शनिवार को सरपंच पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

रामनवमी..... हार्दिक बधाई

 

रामनवमी राजा दशरथ के पुत्र भगवान राम की स्‍मृति को समर्पित है। उसे "मर्यादा पुरूषोतम" कहा जाता है तथा वह सदाचार का प्रतीक है। यह त्‍यौहार शुक्‍ल पक्ष की 9वीं तिथि जो अप्रैल में किसी समय आती है, को राम के जन्‍म दिन की स्‍मृति में मनाया जाता है।

भगवान राम को उनके सुख-समृद्धि पूर्ण व सदाचार युक्‍त शासन के लिए याद किया जाता है। उन्‍हें भगवान विष्‍णु का अवतार माना जाता है, जो पृथ्‍वी पर अजेय रावण (मनुष्‍य रूप में असुर राजा) से युद्ध लड़ने के लिए आए। राम राज्‍य (राम का शासन) शांति व समृद्धि की अवधि का पर्यायवाची बन गया है।

रामनवमी के दिन, श्रद्धालु बड़ी संख्‍या में मन्दिरों में जाते हैं और राम की प्रशंसा में भक्तिपूर्ण भजन गाते हैं तथा उसके जन्‍मोत्‍सव को मनाने के लिए उसकी मूर्तियों को पालने में झुलाते हैं। इस महान राजा की कहानी का वर्णन करने के लिए काव्‍य तुलसी रामायण से पाठ किया जाता है।

भगवान राम का जन्‍म स्‍थान अयोध्‍या, रामनवमी त्‍यौहार के महान अनुष्‍ठान का केंद्र बिन्‍दु है। राम, उनकी पत्‍नी सीता, भाई लक्ष्‍मण व भक्‍त हनुमान की रथ यात्राएं बहुत से मंदिरों से निकाली जाती हैं।

हिंदू घरों में रामनवमी पूजा करके मनाई जाती है। पूजा के लिए आवश्‍यक वस्‍तुएं, रोली, ऐपन, चावल, जल, फूल, एक घंटी और एक शंख होते हैं। इसके बाद परिवार की सबसे छोटी महिला सदस्‍य परिवार के सभी सदस्‍यों को टीका लगाती है। पूजा में भाग लेने वाला प्रत्‍येक व्‍यक्ति के सभी सदस्‍यों को टीका लगाया जाता है। पूजा में भाग लेने वाला प्रत्‍येक व्‍यक्ति पहले देवताओं पर जल, रोली और ऐपन छिड़कता है, तथा इसके बाद मूर्तियों पर मुट्ठी भरके चावल छिड़कता है। तब प्रत्‍येक खड़ा होकर आ‍रती करता है तथा इसके अंत में गंगाजल अथवा सादा जल एकत्रित हुए सभी जनों पर छिड़का जाता है। पूरी पूजा के दौरान भजन गान चलता रहता है। अंत में पूजा के लिए एकत्रित सभी जनों को प्रसाद वितरित किया जाता है।