गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

बाड़मेर गुरुवार २ फरवरी २०१२ पुलिस...आज की ताजा खबर.



चिंकारा शिकार प्रकरण तीनों आरोपियों को जेल भेजा


बाड़मेर धोरीमन्ना कस्बे में 27 जनवरी की रात गश्त के दौरान पकड़े गए चिंकारा शिकार के आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां तीनों ही आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए।

धोरीमन्ना थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि चिंकारा शिकार के मामले में पकड़े गए आरोपियों को तीन दिन की रिमांड के बाद बुधवार को एसीजेएम कोर्ट बाड़मेर में पेश किया गया। न्यायालय ने धोरीमन्ना निवासी दीपाराम पुत्र भंवराराम भील, कातरला निवासी शंकरा पुत्र फौजा और धोरीमन्ना निवासी मोहम्मद पुत्र भंवरु खां को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए। वहीं कातरला निवासी रेशमा पुत्र सता भील की उम्र 18 वर्ष से कम होने के कारण उसे पहले ही बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। थानाधिकारी ने बताया कि फरार आरोपी धोरीमन्ना निवासी हुकमाराम देशांतरी की तलाश की जा रही है।


सड़क हादसे में एक की मौत, तीन घायल

बालोतरा बांगुडी फांटा के निकट बुधवार रात ग्यारह बजे ऊंट गाड़ी को पीछे से इंडिका कार ने टक्कर मार दी जिससे कार में सवार विवाहिता ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया।विवाहिता बालोतरा से बाड़मेर जा रही थी।हादसे में घायल हुए तीन जनों को इलाज के लिए नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया। पचपदरा थाने के एएसआई हरलाल सिंह ने बताया कि बांगुडी फांटा के निकट ऊंट गाड़े के पीछे चल रही इंडिका कार ने टक्कर मार दी। इस हादसे में इंडिका में सवार आहोर निवासी पुष्पा पत्नी प्रेमदास वैष्णव की मौके पर ही मौत हो गई। कार में विवाहिता के साथ आहोर निवासी सुरेश कुमार पुत्र पूनमचंद माहेश्वरी, गुलशन पुत्र सुरेश कुमार भी थे।ऊंट गाड़े पर सवार अकदड़ा निवासी बाबूलाल पुत्र बगताराम व भंवरलाल पुत्र मंगलाराम बूगडी भी गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों का इलाज राजकीय अस्पताल नाहटा में चल रहा है।



खूनी संघर्ष के आरोपियों को जेल भेजा

बाड़मेर गडरारोड में मंगलवार को एक ही समुदाय के दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष के मामले में हत्या के तीन आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। चौहटन पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र गोदारा ने बताया कि गडरारोड में मंगलवार को जानलेवा हमला करने और सताराम पुत्र हकीमराम भील की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चंदणाराम, रहीमराम पुत्र धाणाराम व भंवराराम पुत्र दयाराम निवासी रासलाणी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। डिप्टी गोदारा ने बताया कि हत्या के अन्य आरोपी राजकीय अस्पताल बाड़मेर में एडमिट है। वहां से उन्हें डिस्चार्ज करते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ग्राम पंचायत बिजावल के राजस्व गांव रासलाणी में सोमवार देर रात महारात कार्यक्रम के दौरान पुरानी रंजिश के चलते एक ही समुदाय के दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष हो गया। मारपीट में एक की मौत हो गई, वहीं दूल्हा सहित 16 अन्य घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए राजकीय अस्पताल बाड़मेर लाया गया। जहां गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को जोधपुर रेफर किया गया।परिवार में गुरुवार को शादी होनी थी। इसी उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। हंसी-ठिठोली के बीच ही विवाद बढ़ गया। सूचना मिलने पर चौहटन डीएसपी नरेन्द्र गोदारा मौके पर पहुंचे। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

खूनी संघर्ष में भारथाराम पुत्र सताराम, अंतरी देवी पत्नी सखीराम, पीथाराम पुत्र सताराम, कोयल देवी पत्नी रहीमराम, ढेली देवी पत्नी दयाराम, भंवराराम पुत्र दयाराम, देवाराम पुत्र जेताराम, प्रभुराम पुत्र दयाराम, धीराराम पुत्र जेताराम, चांदी देवी पत्नी धाणूराम, धाणूराम पुत्र जवाराराम, रायधनराम पुत्र धाणूराम, मूलाराम पुत्र धाणूराम, आंबू देवी पत्नी मुढाराम व रहीम पुत्र धाणूराम घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए बाड़मेर रेफर किया गया। इस दौरान गंभीर रूप से घायल सताराम (55)पुत्र हकीमराम भील ने रास्ते में दम तोड़ दिया। राजकीय अस्पताल बाड़मेर में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल दो जनों को जोधपुर रेफर किया गया। थानाधिकारी हुक्माराम ने बताया कि करमूराम पुत्र सताराम ने मामला दर्ज करवाया कि पुरानी रंजिश के चलते देवाराम वगैरह ने उसके पिता पर जानलेवा हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी चंदणाराम, रहीमराम पुत्र धाणाराम व भंवराराम पुत्र दयाराम निवासी रासलाणी को गिरफ्तार किया है।

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित



जयपुर  चोरी के मामले में पूछताछ के लिए मानसरोवर थाने लाए गए तिलक नगर निवासी योगेश सपरा (५२) की मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह और जांच अधिकारी एएसआई जगदीश प्रसाद को निलंबित कर दिया है। एसएमएस अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने योगेश की मौत हार्ट अटैक से होना का अंदेशा जताया है।

पुलिस ने योगेश के घर से करीब 20 लाख रु. का चोरी का माल बरामद किया था। उसे मंगलवार को शाम चार बजे पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां वह रात करीब ९:४० बजे बेहोश हो गया। एसएमएस अस्पताल में रात करीब ११ बजे उसने दम तोड़ दिया। योगेश मानसरोवर थाने के हिस्ट्रीशीटर हरीश थापा का परिचित था। थापा चोरी के आरोप में गिरफ्तार है। उसी ने चोरी का माल योगेश के घर होना बताया था।

यूं हुई थी जान-पहचान

हरीश को 2005 में चोरी के आरोप में 7 साल की सजा हुई थी। इस दौरान योगेश को भी मालवीय नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसे एक मई 2007 को दो साल का कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा हुई। जेल में रहते हुए योगेश की हरीश से जान-पहचान हो गई। जेल में ही हरीश ने योगेश को धर्म का पिता बना लिया था। जेल से छूटने के बाद दोनों एक ही मकान में किराए से रह रहे थे। हरीश थापा चोरी करता और माल योगेश के पास जमा करता था।

चोरी के आरोप में किया था हरीश को गिरफ्तार

जेल से बाहर आने पर हरीश थापा ने शहर के विभिन्न थाना इलाकों में 10 चोरी की वारदात की। पूछताछ में हरीश थापा ने मानसरोवर, शिप्रापथ, जवाहरनगर में दो दो वारदातें, मालवीय नगर, सोडाला, वैशाली नगर, मोती डूंगरी में चोरी की एक एक वारदात करना कबूल किया। हरीश थापा 21 जनवरी को मानसरोवर निवासी एसपी सिंह के सू ने घर में चोरी कर रहा था। इसी दौरान वे घर पर आ गए। तब हाथापाई में हरीश ने एसपी सिंह के सिर में नकब की मार कर भाग गया लेकिन उसका मोबाइल वहीं गिर गया। जिसके आधार पर मानसरोवर थाना पुलिस ने हरीश को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया था।

बहन को प्रेमी के साथ देख पगलाया भाई, निकाली बंदूक-मार दी गोली



लुधियाना. गांव हंबड़ां में बहन को एक युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भाई ने दोनों को गोली मार दी। बचने की कोई गुंजाइश न रहे, इसलिए दोनों के सिर पर गोली मारी गई।
 

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। हत्या में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर पुलिस ने कब्जे में ले ली है। लड़की हंबड़ां की नवदीप कौर (25) व लड़का गांव थरीके का हरप्रीत सिंह जौहल उर्फ हैप्पी (26) था। आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह गिल के रूप में हुई है। घटना बुधवार तड़के की है।



बलजिंदर और उसकी बहन नवदीप कोठी में अकेले थे। बलजिंदर बेडरूम में सो रहा था जबकि नवदीप ड्राइंगरूम में थी। पुलिस को दिए बयान में बंटी ने बताया कि तड़के 4:30 बजे बाहर आवाज सुनकर उसकी आंख खुल गई। किसी खतरे की आशंका से वह अपने पिता का 32 बोर का लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर बाहर निकला। ड्राइंगरूम का दरवाजा खुला था। वहां नवदीप और हरप्रीत आपत्तिजनक हालत में थे। बंटी को देख हैप्पी सोफे के पीछे छिप गया। गुस्से में पागल बंटी ने उसके सिर पर एक के बाद एक चार फायर किए।



....बालों से पकड़ा और दाग दी गोलियां



भाई को गुस्से में देख नवदीप बेडरूम की तरफ भागी। बंटी ने वहां पहुंच उसे बालों से पकड़ा और कनपटी में दो गोलियां दाग दीं। सब इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि नवदीप के पिता तेजा सिंह मंगलवार को पत्नी छिंदर कौर और छोटे बेटे हरजिंदर सिंह के साथ धर्मकोट के गांव किशनपुरा में अपने ससुराल गए थे। इस दौरान नवदीप ने हैप्पी को घर बुला लिया। हैप्पी की इंडिका कार ललतों गांव से मिली है। मोगा में रहने वाला हैप्पी का दोस्त उसे हंबड़ां छोड़कर गया था।

तीन कप काली चाय (बिना दूध वाली) पीना रक्तचाप को कम करने में मददगार

चाय पीना और पिलाना आज हमारे दैनिक आवभगत के पेय में सम्मिलित हो चुका है,क्या गांव शहर शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो, जिसने अपने जीवन में चाय की चुस्कियों का एहसास न लिया हो,अभी हाल के ही एक शोध में यह बताया गया है, कि प्रतिदिन तीन कप काली चाय (बिना दूध वाली) पीना रक्तचाप को कम करने में मददगार होता है।  
यह खबर उन लोगों के लिए एक खुशखबरी हो सकती है,जो अपने दिन की शुरुआत ही चाय से करते हैं। युनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने बिना दूध वाली काली चाय पर किये गए अध्ययन से इस बात की पुष्टि की है(दूध डालकर बनायी गयी चाय पर ऐसे परिणामों की पुष्टि अभी बाकी है), पूर्व में भी ऐसे कई परिणाम सामने आ चुके हैं, जो चाय के हृदय पर अच्छे प्रभाव की पुष्टि कर चुके हैं।

प्रमुख शोधकर्ता जोनाथन होजसन ने आस्ट्रेलिया के अखबार डेली मेल को बताया कि यह अध्ययन चाय और हृदय रोगों के बीच के सम्बन्ध को स्थापित करने कि दिशा में एक महत्वपूर्ण खोज होगा। हृदय द्वारा सम्पूर्ण शरीर को रक्त छोडऩे के दौरान उत्पन्न धड़कन का दबाव सीसटोलिक एवं हृदय द्वारा रक्त को लेने की स्थिति में उत्पन्न धड़कन का दवाब डायस्टोलिक को रक्तचाप के दौरान मापा जाता है।

35 से 75 आयु के 95 लोगों में कराये गए अध्ययन, जिनको प्रतिदिन तीन कप काली चाय पिलाई गई और एक दूसरा प्लेसिबो समूह जिसे किसी और स्रोत से प्राप्त कैफीन पिलाया गया में इस परीक्षण के परिणाम छ: महीने के बाद उक्त प्लेसीबो समूह से तुलनात्मक रूप में अध्ययन द्वारा देखे जाने पर यह पाया गया कि जिन लोगों ने काली चाय पी थी उनका सीसटोलिक एवं डायस्टोलिक रक्तचाप 2-3 घट गया। शोधकर्ताओं का मानना है, कि दो से तीन की रक्तचाप में कमी, उच्च रक्तचाप एवं हृदयरोगों की संभावना को दस प्रतिशत तक कम कर देती है। यह अध्ययन आर्चीव ऑफ इंटर्नल मेडीसिन में प्रकाशित हुआ है ...।

सिद्धपुरुष खेमा बाबा

सिद्धपुरुष खेमा बाबा


बाड़मेर जिलै रै बायतू गाम मांय जनम्या खेमा बाबा जाटा हा। अै सदीव साधु-संन्यासी रै बेस मांय रैया करता हा, जिणरी वजै सूं लग इणां नै 'खेमा बाबा' रै नाम सूं बतलावता। अै आपरै जीवण मांय जैरीलै जीव-जंतुवां रै काटियौड़ै लोगां रा झाड़ा-झपटा करिया करता। इण भांत अै अणगिणत लोगां नै अभयदान दिया। आपरै जीवण रै छहलै बगत ताईं अै बायतूं मायं इज रैया। सुरगवास सूं पांच-सात घड़ी पैला अै आपरै सगै-संबंधियां, मित्रां अर गामवासियां सूं आग्रह करियौ हौ के अबै म्हारौ अंतिम बगत आयग्यौ है, थे लोग म्हनै अमुक जगै लिजाय'र बिना बालियां गाड दीजौ अर उण जगै अेक चबूतरौ बणवाय दीजौ। जे किणी नै कोई तकलीफ हुय जावै तौ चबूतरै माथै नालेर इत्याद चढा देवैला तौ उणनै किणी ई तरै री तकलीफ नीं हुवैला। खास तौर सूं जैरीलै जीव-जंतुवां रै काटियां तौ तत्काल इज आराम हुय जावैला।
सिद्धपुरुष जाट खेमाराम जाखड़ आपरौ नश्वर शरीर त्याग दियौ। उणां रै कैयां मुजब उणां नै अमुक स्थान माथै गाडण सारू लेयग्या, पण वा जमीन बायतू रै अेक ठाकर री ही, जिकां अपणी जमीन मांय गाडण नीं दिया। कीं बगत बाद अचाणचक ठाकर नै निपटण री शंका हुई। ठाकर निपटण सारू गाम रै बारै गया। सिद्धपुरुष खेमा बाबा रै नश्वर शरीर नै आपरी जमीन मांय नीं गाडण देवण री बजै सूं जैरीला जीवजन्तु ठाकर नै घेर लियौ। ठाकर जद अणूंती देर तांी बावड़िया नीं तौ परिवार रा सगला ई लोग उणां रै नीं बावड़ियां चिंतातुर हुवण लागग्या। उठीनै खेमा बाबा रै नश्वर शरीर नै उणी जगै गाडण री मंजूरी सारू हजारूं लोग उडीक रैया हा। जद ठाकर नै सोधण सारू नौकर भेजीजियौ तौ पतौ लागियौ के वै तौ जैरीलै जीव-जंतुवां रै जाल सूं मुगत हुया। ठाकर खेमा बाबा रै चमत्कार सूं प्रभावित हुय'र आपरी जमीन मांय उणां रै शरीरर नै गाडण री मंजूरी देय दी अर खुद आपरै खरजै सूं उण माथै चबूतरौ बणवाय'र पैलौ नालेर चढायौ।
आज वौ इज चबूतरौ अेक सुंदर मिंदर रै रूप मांय नागदेवता री बणियोड़ी प्रतिमावां अेक नीं, अनेकूं विराजमान है। मिंदर रै च्यारूंमेर पक्की दीवारां रौ परकोटौ अर उणरै बीच मांय जातरूवां रै ठैरण अर मिंदर रै कर्मचारियां अर पुजारियां रै रैवास सारू पक्का मकान बणियोड़ा है। मिंदर रे लारली कानी 150 फुट सूं ई ऊंचौ रेतीलौ धोरौ आयौ थकौ है। मेला स्थल माथै तीन टांकां रौ निरमाण ई हुयोड़ौ है।
मेलै मांय हिस्सौ लेवण सारू दूर-दूर सूं हजारूं जातरूं अेकठ हुवै। जैरीलै जीव-जंतुवां सांप-बिच्छु इत्यार रै काटियां उणी बगत इणां रै स्थल री जातरा करण, पूजा चढावण री जाचना करण अर मोरपांख नै काडियौडै़ स्थल माथै बांधियां सूं तत्काल आराम मिल जावै। अैड़ौ करियां अेक नीं, अनेकूं श्रद्धालू भगतां नै आराम अर राहत मिली है। नतीजन मैलै रै मौकै माथै हजारूं री तादाद में स्त्री, पुरुष, बच्चा, बूढ़ा सगला ी आवै, जिका आपरै साथै छोटौ-सोक सफेद कपड़ौ त्रिकोण आकार रौ लावै अर आपरी जाचना, चढावै चढायां रे बाद उणनै नजीक खड़ै पेड़ रै बांध देवै।
मेलै रै अेक दिन विसाल पैमानै माथै ठाकर री बणियोड़ी कोटी माथै भजन-कीरतन रौ आयोजन हुवै। उण मांय चमार जाति रै लोगां रै अलावा हर जाति रा लोग हिस्सौ लेवै। औ कार्यक्रम रात भर चालू रैवै। सूबै-सवाणी हजारूं लोग खेमा बाबा रै मिंदर दरसणां सारू जावै अर प्रसाद चढावै। प्रसाद सूं नीं जाणै कित्ती ई बोरियंा भर जावै। औ प्रसाद बाद में भजन करण वालां अर पिछड़ी जातियां रै लोगां मांय बांट दियौ जावै। सिंझ्या तांी मैलौ बिखरणौ सरू हुय जावै।
खेमा बाबा रै इम मेलै नै औरूं बेसी विसाल रूप देवण सारू पंचायत समिति, बायतु इणी स्थल माथै पशु मैलै रौ आयोजन करै जिकौ कोई सात दिन तांई रैवै। माघ सुदी 7 लेय'र माघ सुदी 13 तांई लगातार औ मेलौ चालै। इण मेलै मांय हजारूं री संख्या में उन्नत नस्ल रा थारपारकर अर कांकरेज नस्ल रै बलदां नै मारवाड़ी नस्ल रै ऊंटा रै अलावा दूजा केई पशु ई खरीदण-बेचण सारू लाया जावै। पशुवां री खरी सारू राजस्थान रै अलावा दूजै प्रदेशां रा केई वौपारी ई आवै। इण मेलै मांय पशुवां री अच्छी कीमत आंकीजै।