शनिवार, 3 दिसंबर 2011

एड्स संक्रमित 61 बच्चों को स्कूलों से निकाला गया

नयी दिल्ली। बच्चों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव रोकने के लिये सीबीएसई के परामर्श के बावजूद, वर्ष 2008 से अब तक देश के सात राज्यों से 61 एचआईवी संक्रमित बच्चों को उनके स्कूल से निकाल दिया गया। मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डी. पुरंदेश्वरी ने राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के आंकड़ों के हवाले से बताया कि वर्ष 2008, 2009, 2010 और मौजूदा वर्ष में आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 61 एचआईवी संक्रमित बच्चों को विभिन्न कारणों के चलते स्कूलों से निकाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में ऐसे 27, गुजरात में चार, हरियाणा में नौ, केरल में चार, महाराष्ट्र में एक, उत्तर प्रदेश में तीन और पश्चिम बंगाल में ऐसे 13 मामले पाए गये। पुरंदेश्वरी ने मनोहर जोशी के सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एचआईवी संक्रमित बच्चों के साथ भेदभाव रोकने के मकसद से एक स्वस्थ वातावरण तैयार करने के लिये खुद से संबद्ध स्कूलों को परामर्श जारी किया है।

उन्होंने बताया कि राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण संस्थान और राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटियां भी अपने-अपने राज्य और जिलों की इकाइयों की मदद से स्कूलों के प्रधानाचार्य और शिक्षकों सहित सभी संबंधित लोगों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

बाड़मेर .....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी

जीप पलटने से एक की मौत, दो घायल

बाड़मेर। निकटवर्ती गांव हरसाणी फांटा में शुक्रवार दिन में एक जीप पलटने से एक युवक की मौत हो गई और दो जने घायल हो गए। उक्त जीप तेल उत्खनन क्षेत्र भाग्यम् क्षेत्र में एक निजी कम्पनी में लगी हुई थी। दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मजदूरों ने काम बंद कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे। पूरे दिन हुई वार्ता के बाद मृतक के परिजनों को बीस लाख रूपए का मुआवजा देने पर समझौता हुआ।

पुलिस ने बताया कि धर्मसिंह पुत्र इन्द्रसिंह निवासी महाबार ने मामला दर्ज करवाया कि उनका रिश्तेदार पन्नेसिंह पुत्र प्रतापसिंह व दो अन्य हरसाणी फांटा के पास जीप से जा रहे थे। बीच सड़क में गाय आ जाने से उसको बचाने के चक्कर में जीप पलट गई, जिससे पन्नेसिंह की मौत हो गई। देवेन्द्र पुत्र बालाराम तथा शैलेन्द्र कुमार पुत्र छोटेसिंह घायल हो गए।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरम्भ की है। इधर निजी कम्पनी आर्टसन में उक्त जीप लगी हुई थी, वहां सूचना पहुंचने पर मजदूरों व वाहन चालकों ने काम बंद कर दिया। मजदूरों की ओर से रामसिंह बोथिया और तनसिंह चौहान ने कंपनी अधिकारियों से वार्ता की और मुआवजे की मांग की। इस दौरान भाग्यम् क्षेत्र में कार्य बंद रहा। मृतक के आश्रितों को बीस लाख की सहायता देने के आश्वासन के बाद समझौता हुआ


दो जनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा

बाड़मेर। रामसर थाने में शांति भंग व जान से मारने की धमकी के आरोप में दो जनों को पुलिस ने उपखण्ड न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

पुलिस ने बताया कि मोहेब खां पुत्र एलियास ने मामला दर्ज करवाया कि सकूर पुत्र जैसा और सुमार पुत्र आमेर निवासी गगरिया ने रामसर बाजार में उसके साथ धक्का मुक्की और गाली गलोच की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर रामसर उपखण्ड अधिकारी के समक्ष पेश किया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

विश्व विकलांग दिवस पर...... स्वरोजगार और स्वाभिमान की जिंदगी जी रहे विकलांग

स्वरोजगार और स्वाभिमान की जिंदगी जी रहे विकलांग

बाड़मेर। लोग भले इन्हें विकलांग समझ कर उनके प्रति सहानुभूति रखते हो, लेकिन ये लोग विकलांग के अभिशाप को पीछे छोड़ आमजन को जीने की राह दिखा रहे है। जिले के कई विकलांग ऎसे है जो स्वरोजगार के साथ स्वाभिमान की जिंदगी जी रहे है तो कोई खुद विकलांग होकर दूसरों की सेवा कर समाज को नई दिशा दे रहा है।

जिला मुख्यालय के जूना केराडू मार्ग पर अपनी पुश्तैनी हस्त उद्योग की दुकान चलाने वाले मांगीलाल सिंघवी दोनों पैरों से विकलांग है। ऎसे में उन्होंने अपने हाथों का पैर बना दिया है। उस पर वे इधर-उधर चलते है तथा अपना पुश्तैनी धंधा अपने भाईयों के साथ संभालते है। उनके अनुसार स्वाभिमान की जिंदगी जीना सुखद होता है और आत्म सम्मान बढ़ाता है। इतना ही नहीं वे चार पहिया वाहन भी चला लेते है।

इसके लिए उन्होंने गाड़ी में कुछ परिवर्तन करवाया लिया जिससे वे बे्रक और गियर हाथों से लगा सके। इसी तरह जिला मुख्यालय पर ऑटो रिक्शा चला रहे नरपतगिरी भी जन्म से पैरों से विकलांग है। उन्होंने पर अपने पैरों पर खड़े होने का निर्णय किया और पिछले नौ साल से ऑटोरिक्शा चला गुजर बसर कर रहे है। बतौर नरपतगिरी बेचारगी की जिंदगी से स्वाभिमान की जिंदगी लाख गुना बेहतर होती है।

वे इससे भी दो कदम आगे निकल कर बहादूरी का कारनामा भी करते हैं। वर्ष 2008 में जोधपुर में हुए राज्य स्तरीय नि:शक्तजन खेलकूद प्रतियोगिता में छाती से पत्थर तोड़ने व टयूबलाईन तोड़ने जैसे कारनामे कर पुरस्कार प्राप्त किया। डिस्कॉम के कार्मिक जगदीश छाजेड़ रेगिस्तान विकलांग विकास संगठन के जिलाध्यक्ष है और समाज सेवा को कृत संकल्पित। लॉयन क्लब सहित कई संगठनों से जुड़े जगदीश छाजेड़ विकलांगों की समस्याओं को लेकर तत्पर रहते है और उनका मार्गदर्शन करते हैं। साथ ही वे प्रतिदिन राजकीय अस्पताल पहुंच वहां समाज सेवा करते है। उन्होंने अपना जीवन विकलांग और समाज की सेवा का समर्पित कर दिया है।

ढाणी में लगी आग की भेंट चढ़ गईं दो बच्चियां!


बायतु कस्बे से करीब दस किलोमीटर दूरी पर स्थित बायतु चिमनजी के सदरामणियों गोदारों की ढाणी सरहद में स्थित एक ढाणी में शुक्रवार रात लगी आग में दो मासूम बच्चियां जिंदा जल गईं।

वहीं एक बालक, एक बालिका व दो महिलाएं झुलस गईं, जिन्हें बायतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अचानक लगी आग से झोंपों सहित पूरी ढाणी खाक हो गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

मामले के अनुसार सदरामणियों गोदारों की ढाणी में स्थित गोधूराम पुत्र रघुनाथ राम जाट की ढाणी में शुक्रवार रात करीब पौने नौ बजे आग लग गई। जिस वक्त आग लगी गोधूराम के चार बच्चे ढाणी में सो रहे थे और उसकी पत्नी पड़ोस की ढाणी में गई हुई थी।

ढाणी में आग की लपटें उठती देख गोधूराम की पत्नी अणची (32) व भाभी शांतिदेवी पत्नी पूराराम वहां पहुंची तथा बच्चों को बचाने का प्रयास किया। लेकिन, हवा के साथ आग की लपटें तेज हो जाने से गोधूराम की दो मासूम बच्चियां वीरों (7) व बाली (4) की जलने से मौत हो गई।

जबकि एक पुत्री मिरगों (10) व पुत्र मालाराम (3) को बचा लिया गया। बच्चों को बचाने के प्रयास में गोधूराम की पत्नी अणची व भाभी शांतिदेवी भी झुलस गई।

सूचना पर बायतु एसडीएम राकेश चौधरी, सरपंच बालीदेवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। आग में गोधूराम की पूरी ढाणी व उसमें रखा सामान, अनाज, गहना, रुपया सब कुछ जलकर राख हो गया। गोधूराम जैसलमेर क्षेत्र में मुरबे पर मजदूरी करता है, घर पर उसकी पत्नी व बच्चे ही थे।

काम न करने वालों को चेतावनी

काम न करने वालों को चेतावनी
जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने काम नहीं करने वाले अफसरों से नतीजे भुगतने को तैयार रहने को कहा है, वहीं अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहन देने की बात कही है। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं की क्रियान्विति, अभाव अभियोग निराकरण आदि की जिला स्तरीय बैठकों में नदारद रहने वाले अधिकारियों की सूचना कार्मिक विभाग, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय को भिजवाने के निर्देश दिए हैं ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके।

सभी जिलों का लिया फीडबैक


गहलोत ने शुक्रवार को सरकारी काम की गारंटी के कानून की समीक्षा करने साथ ही सभी जिलों का फीडबैक लिया। उन्होंने जन कल्याणकारी योजनाओं पर अमल की जानकारी ली और कलक्टरों को नियमित भ्रमण, रात्रि विश्राम करने तथा रोजाना दोपहर में ढ़ाई से साढ़े तीन बजे तक जनसुनवाई के निर्देश दिए। गहलोत ने सीएमओ सभागार में सभी संभागीय आयुक्तों, 33 जिलों के कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ जिला स्तरीय अधिकारियों से 5 घंटे से अधिक समय तक वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिए चर्चा की। मुख्यमंत्री 15 दिसम्बर, 1 जनवरी, 15 फरवरी तथा एक मार्च को यानी हर 15 दिन में वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए गारंटी एक्ट एवं जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करेंगे। गहलोत ने कलक्टरों को हिदायत दी कि वे जनसुनवाई करें और जन अभाव अभियोग के प्रकरणों को गम्भीरता से लें।

ठाट-बाट से जीना चाहें तो शनिवार की सुबह बोलें यह शनि मंत्र स्तुति


अक्सर शनि नाम का भय के भाव या नकारात्मक अर्थ में उपयोग किया जाता है। जबकि शनि देव के अनूठे स्वरूप व स्वभाव में अनेक ऐसे विलक्षण गुण व शक्तियां है, जिनके द्वारा वह हर सांसारिक प्राणी को सुख-समृद्ध बनाकर भाग्य भी संवारते हैं। शनि के संबंध में लिखा भी गया है कि -

तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरिस तत्क्षणात्।

यानी अगर शनि प्रसन्न हो तो राजसी सुख देते हैं, वहीं रुष्ट होने पर सारे सुख छीन दुर्गति कर देते हैं। चूंकि शनि न्यायाधीश है, इसलिए जाहिर है कि वह सद्गुणी पर कृपा करते हैं व दुर्गुणी को सजा देते हैं।

साफ है कि जो इंसान कर्म को प्रधानता देता है, जिसके आचरण में पवित्रता और परोपकार समाया होता है उस पर शनि की कृपा बरसती है और वह शाही यानी तमाम सुख, वैभव के साथ जीवन गुजारता है।

शास्त्रों में शनि कृपा से ऐसे ही सुख पाने के लिए ही शनिवार की सुबह एक विशेष मंत्र स्तुति का पाठ बहुत ही प्रभावी माना गया है। जानते हैं यह मंत्र विशेष व शनि पूजा की आसान विधि -

- शनिवार को सुबह स्नान कर पूरी पवित्रता के साथ शनि मंदिर या नवग्रह मंदिर में काले आसन पर बैठ शनि पूजा करें। घर में काले वस्त्र बिछी चौकी पर शनि तस्वीर को रख पश्चिम दिशा की ओर मुख कर भी पूजा कर सकते हैं।

- शनि देव की प्रतिमा का तेल से अभिषेक करें यानी तेल चढ़ाएं। चंदन या गंध लगाएं, काले तिल, उड़द, नीले फूल, काला वस्त्र व दक्षिणा के साथ तेल के व्यजंन का भोग लगाएं। धूप व तेल का दीप जलाकर अपार सुखों की कामना के साथ नीचे लिखी शनि मंत्र स्तुति बोलें, बाद शनि आरती कर बुरे कर्मो की क्षमा मांग, प्रसाद ग्रहण करें -

नम: कृष्णाय नीलाय शितिकंठनिभाय च।

नम: कालाग्रिरूपाय कृतान्ताय च वै नम:।।

नमो निर्मासदेहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च।

नमो: विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।

नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णे च वै पुन:।

नमो दीर्घाय शुष्काय कालदष्ट्रं नमोस्तुते।।

नमस्ते कोटरक्षाय दुर्निरीक्ष्याय वै नम:।

नमो घोराय रौद्राय भीषणाय करालिने।।

नमस्ते सर्वभक्षाय बलीमुख नमोस्तुते।

सूर्यपुत्र नमस्तेस्तु भास्करेअभयदाय च।।

अधोदृष्टे नमस्तेस्तु संवर्तक नमोस्तुते।

नमो मंदगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोस्तुते।।

ज्ञान चक्षुर्नमस्तेस्तु कश्पात्मजसूनवे।

तुष्टो ददासि वै राज्यं रूष्टो हरिस तत्क्षणात्।

शुक्रवार, 2 दिसंबर 2011

Unseen Sholay-Gabbar Kills Sachin



शोले फिल्म में आपने सचिन को गब्बर सिंह द्वारा मर कर घोड़े पर दाल कर गाँव आते देखा था आप देखिये सचिन को गब्बर ने कैसे मारा ...बिलकुल नया सीन .....जो देखा न सुना वास्तविक सीन

SHOLAY UNSEEN END..JO AAPNE NAHI DEKHA

Gabbar Singh in must watch bollywood clip - Sholay

Gabbar Singh in must watch bollywood clip - Sholay

Ishq Sufiyana - The Dirty Picture - Sunidhi Chauhan (female version Full...

Ooh La La - The Dirty Picture (Full Video Song HD) Ft.Vidya Balan ,Naser...

गुजरात के इस जिले से बाहर आई डर्टी पिक्चर, इतने सेक्स वर्कर...

दाहोद। सेक्स वर्करों के पुनरोत्थान के लिए लक्षित संगठनों के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। दरअसल एड्स के मामले में यह जिला ‘ए’ ग्रेड पर है। आदिवासी बाहुल्य यह जिला शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है।
अब जबकि 1 दिसंबर को एड्स दिवस था तो इस मामले में संगठनों ने इस जिले पर काफी ध्यान दिया और 800 से भी अधिक सेक्स वर्करों की पहचान की। दरअसल गुजरात सरकार का प्रयास है कि जिले में एड्स की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए सेक्स वर्करों की पहचान कर उन्हें जागरूक किया जाए। इसके साथ ही सरकार इनके लिए रोजगार व शिक्षण की भी व्यवस्था कर रही है।


21 लाख की आबादी वाले इस जिले में 75 प्रतिशत आदिवासी हैं। आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े होने के कारण यहां पर एड्स की समस्या भी गंभीर है। सेक्स बिजनेस के मामले में यहां कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। इनमें से 800 सेक्स वर्करों की तो पहचान भी कर ली गई है तो अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह आंकड़ा कितना बड़ा हो सकता है।


हालांकि सेक्स वर्करों की पहचान उनके पुनरोत्थान के लिए ही की गई है। गुजरात सरकार इन दिनों सेक्स वर्करों के लिए भी रोजगार और शिक्षण की व्यवस्था कर रही है। दाहोद जिले के मुख्य चिकित्सीय अधिकारी डॉ. डी.बी. राठौड़ ने बताया कि सरकारी तंत्र, एनजीओ और अन्य लोगों की भागीदारी व जागरूकता से यहां पर एड्स की समस्या को बढ़ने से रोकने में बड़ी कामयाबी भी मिली है।

कुत्ते ने आदमी को गोली मारी

अमेरिका में एक अजीबो-गरीब घटना में एक व्यक्ति को उसके पालतू कुत्ते ने गोली मार दी। स्थानीय डेसेरेट न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार ब्रिगम सिटम के 46 वर्षीय व्यक्ति के साथ यह घटना तब हुई जब वह अपने कुत्ते के साथ बत्तख का शिकार करने गया था।
हुआ यह कि बत्तख के शिकार के क्रम में कुत्ता जोश में नौका में उछला तो उसके पांव नौका में रखे शॉटगन पर पड़ गए। इससे गोली चल गई।

बहरहाल, गनीमत यह रही कि उसे चोट हल्की लगी, लेकिन आपात मदद के लिए उसे अस्पताल जाना पड़ा जहां डॉक्टरों ने उसके शरीर से 27 छर्रे निकाले।

वीना मलिक की नग्न तस्वीर पर हंगामा



मुंबई : पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह ‘एफएचएम इंडिया’ पत्रिका के कवर पेज पर अपनी नग्न तस्वीर छपने के कारण चर्चा में हैं।
वीना की तस्वीर में उनके हाथ पर एक टैटू बना हुआ है जिसमें ‘आईएसआई’ लिखा हुआ है।
वीना मलिक ने पत्रिका के लिए नग्न तस्वीरें खिंचवाने की बात को खारिज करते हुए कहा है कि

तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है।
दूसरी ओर पत्रिका की संपादक कबीर शर्मा ने कहा कि उनके पास वीना के शूट का वीडियो है

और अभिनेत्री की ओर से एक ई-मेल भी जो यह साबित करता है कि तस्वीरें असली हैं।
वीना ने मुंबई में कहा, ‘मैंने कभी नग्न तस्वीरें नहीं खिंचवाई हैं। मैंने इससे पहले कभी ऐसा

नहीं किया है। मेरे मैनेजर और लीगल टीम इस मामले पर नजर रख रहे हैं। हम उनके

खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।’
मुंबई में रियलिटी शो ‘स्वयंवर’ की शूटिंग कर रही 33 वर्षीय वीना का कहना है, ‘तस्वीरों से

छेड़छाड़ की गई है। यह मैं नहीं हूं। पक्का नहीं हूं।’ पत्रिका की संपादक कबीर शर्मा के पास

बताने के लिए कोई और ही कहानी है। कबीर का कहना है, ‘फोटो शूट 22 नवंबर को मुंबई में

हुआ है। हमारे पास शूट का वीडियो भी है। मेरे पास वीना का एक ई-मेल भी जिसमें लिखा है

कि उन्होंने तस्वीरें देख ली हैं और उससे काफी खुश हैं और वह कवर पेज देखने का अंतजार

कर रही हैं।’ पत्रिका का कवर पेज पाकिस्तान में चर्चा का विषय बन गया है और लोग उसके

लिंक को जम कर ट्विटर पर पोस्ट कर रहे हैं। 

भंवरी देवी सेक्स सीडी कांडः मदेरणा और बिश्नोई गिरफ्तार

जोधपुर।शुक्रवार को भंवरी देवी मामले में सीबीआई ने महिपाल मदेरणा को गिरफ्तार कर लिया। मदेरणा के बेहद करीबी रहे परसराम बिश्नोई को भी सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्रवार को ही सीबीआई ने भंवरी मामले में चार्चशीट भी दाखिल की जिसमें राजस्थान सरकार से निकाले गए मंत्री महिपाल मदेरणा समेत पांच लोगों का नाम है।
सीबीआई ने भंवरी अपहरण प्रकरण में चार्जशीट पेश करने से पहले पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक के भाई परसराम विश्नोई को पूछताछ के लिए बुलाया था। इस पूछताछ के बाद सीबीआ ने चार्जशीट दायर की और फिर मदेरणा और बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई ने मदेरणा से यह पांचवीं बार और पूर्व पीसीसी सदस्य परसराम विश्नोई से छठी बार पूछताछ की थी। दोनों को सुबह फोन कर सर्किट हाउस बुलाया गया था। परसराम सुबह करीब 11 बजे सर्किट हाउस पहुंच गए और दोपहर करीब साढ़े बारह बजे महिपाल मदेरणा भी आ गए। दोनों से अलग-अलग कमरे में पूछताछ हुई।
इसके अलावा सीबीआई-ने शुक्रवार को सोजत में जलदाय के एक एलडीसी और पाली में रहने वाले व्यवसायी अशोक गुप्ता से भी पूछताछ कर रही है। गुप्ता ने बताया कि सीबीआई उनसे अब तक पांच-छह बार पूछताछ कर चुकी है। वह मदेरणा का परिचित है इसलिए उससे पूछताछ की जा रही है।

भंवरी देवी प्रकरण में चालान पेश,,बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा का नाम शामिल नहीं

जोधपुरसीबीआई ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीबीआई) की अदालत में एक सितम्बर से लापता नर्स भंवरी देवी प्रकरण में तीन अभियुक्तों सोहन लाल, शहाबुद्दीन और बलदेव राम जाट उर्फ बलिया के खिलाफ चालान पेश किया। सीबीआई की ओर से पेश चालान में राजस्थान के बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा का नाम शामिल नहीं  है।



सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार, अदालत में पेश चालान में गिरफ्तार आरोपी सोहन लाल, शहाबुद्दीन और बलदेव राम जाट उर्फ बलिया का नाम शामिल है। उन्होंने कहा कि चालान में महिपाल मदेरणा का नाम शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में सामने आने वाले अभियुक्तों के नाम बाद में जुड़ जाएंगे।



गौरतलब है कि जोधपुर के बिलाड़ा उपखंड के एक उप स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत नर्स भंवरी देवी एक सितम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले की जांच 14 सितम्बर को सीबीआई को सौंपी थी। बाद में महिपाल मदेरणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद सीबीआई ने मदरेणा पर जांच का घेरा कसते हुए कई चरणों में मदरेणा से लम्बी पूछताछ की।



सीबीआई ने आज भी मदेरणा से पूछताछ की। सीबीआई ने भंवरी का सुराग देने वाले को 10 लाख रुपए और इस प्रकरण में मुख्य आरोपी समझे जाने वाले सही राम का सुराग देने वाले को पांच लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। सीबीआई ने सही राम की तलाश के लिए पिछले दिनों बाड़मेर, बीकानेर समेत कई ठिकानों पर सघन अभियान चलाया लेकिन सफलता नहीं मिली।

घर टूटने से बचाया पुलिस परामर्श केंद्र ने


घर टूटने से बचाया पुलिस परामर्श केंद्र ने 

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित पुलिस परामर्श केंद्र पर आज एक दम्पति के परिवार को उजड़ने बचाकर समझौता कराया गया पुलिस अधीक्षक संतोष चलके ने बताया की श्रीमति सुरती देवी पत्नि श्री नरपतलाल जाति प्रजापत ने पुलिस थाना कोतवाली बाडमेर में रिपोर्ट पेश की कि मेरा पति नरपतलाल मुझे हमेशा ाराब पीकर मारता है तथा ाराब के लिए पेश मांगता है तथा मुझे आये दिन दहेज की मांग कर ारिरीक व मांनसिक यातनाए देता है तथा मेरे पिता से अधिक दहेज लाने हेतु प्रताड़ित करता है । वगैरा रिपोर्ट थाना में पेश करने पर थानाधिकारी कोतवाली बाडमेर में उक्त प्रकरण श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय बाडमेर के मार्फत सुलह कराने हेतु महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र बाडमेर को सुपर्द किया गया। 
जिस पर महिला परामशर केन्द्र प्रभारी श्रीमति षौभा गौड द्वारा उक्त प्रकरण की पैरवी करते हुए दोनो पक्षो को केन्द्र में बुलाया जाकर दोनो पक्षो की समस्याओ को सुनकर उन्हे समझाईश की गई तथा परिवार टुटने के दुा परिणामो के बारे में जानकारी प्रदान की जाकर पति पत्नि को प्रथम दृटया विवाद होने के बाद 15 दिन साथ रहने का अवसर दिया गया । जिसमे अन्य पारिवारिक कोई दखन न हो ऐसी ार्त पर उन्हे घर भेजा गया । जिसके परिणाम स्वरूप दोनो पिडित पति पत्नि 15 दिन साथ रहने के सार्थक परिणाम सामने आने पर आज दिनांक 2.12.11 को दोनो पक्षो से लिखित समझौता लिया जाकर एक परिवार को टुटने से बचाया गया। 

शांति भंग के आरोप में तीन व्यक्ति गिरफतार


शांति भंग के आरोप में तीन व्यक्ति गिरफतार 

जैसलमेर जैसलमेर पुलिस से अवांछनीय लोगो के खिलाफ कार्यवाही करते हुए शांति भंग के आरोप में तीन जानो को गिरफ्तार किया हें पुलिस कप्तान ममता विश्नोई ने बताया की पुलिस थाना मोहनग़ढ  के हल्खा क्षैत्र मेंशुक्रवार को लडाईझगडे पर उतारु मुस्ताकखां पुत्र दीनेखां मुसलमना निवासी खारडी को श्री चैनाराम हैडकानि.पुलिस थाना मोहनग मय जाब्ता द्वारा एवं पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में लडाईझगडे पर उतारु जुगताराम पुत्र खेताराम भील उम्र 45 वर्ष निवासी गौरेरा पुलिस थाना खुहडी को र्श्री दुर्गाराम उनि पुलिस थाना जैसलमेर द्वारा शांति भंग के आरोप में धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया

सेना और वन विभाग न्यायलय में भी आमने सामने सेना ने वन विभाग कि कारवाही पर रोक लगाने कि माग की......


सेना और वन विभाग  न्यायलय में भी आमने सामने 
सेना ने वन विभाग कि कारवाही पर रोक लगाने कि माग की...........  

बाड़मेर 2 दिसम्बर , बाड़मेर जिले के निम्बला आर्मी केम्प में सेनिको द्वारा तीन चिकारो के शिकार प्रकरण में वन विभाग ने शुक्रवार को आरोपी पांच सेनिको के खिलाफ कार्यवाही को लेकर न्यायलय से मार्ग दर्शन माँगा हें उप वन सरंक्षक पी आर भादू ने बताया की विभाग द्वारा सेना को आरोपियों को पेश करने के लिए तीन सम्मान जारी किये गए थे मगर सेना द्वारा आरोपियों को विभाग के समक्ष ना तो पेश किया नहीं संतोषजनक जवाब दिया सेना कोर्ट ऑफ़ इन्क्व्यारी की आड़ में सेना के आरोपी जवानो को पेश करने में आना कानी कर रहे हें हमने आगे की कार्यवाही के लिए श्रीमान न्यायलय सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट कनिष्ठ खंड बाड़मेर से मार्गदर्शन मांगा हें .न्यायालय ने आगे सात दिसम्बर को सुनवाई रखी हें

वही शुक्रवार को सेना कि ओर्र से भी एक प्राथना पत्र दाखिल किया गया है इस प्राथना पत्र में में सेना ने लिखा है कि हमारे आर्मी केम्प में से वन विभाग ने पिछले महीने कि 25 तारीख को तीन चिकारे के सर और मास बरामद किया था और यह आरोप लगाया था कि इसका शिकार हमारे सेनिको ने किया इस पर सेना ने कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी शरू कि थी जिसमे 13 सेनिको के बयान लिए गए है हमने उप वन सरक्षंक को समन भेज कर कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी में शामिल होने के लिए नोटिस दिया था इसके बावजूद उप वन सरक्षंक कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी शामिल नहीं हुए रक्षा प्रवक्ता एस. डी.गोस्वमी के मुताबिक हमने न्यायिक मजिस्ट्रेट कनिष्ठ खंड बाड़मेर में प्राथना पत्र दाखिल किया है कि जब सेना की अपनी जाच कर रही है तो कोई और जाच साथ में नहीं चल सकती है इसलिए न्यालय वन विभाग कि जाच पर रोक लगाए और वन विभाग के अधिकारियो को कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी में शामिल होने के निर्देश दिए जाए इस मामले कि सुनवाई 15 दिसम्बर को रखी गई है इस मामले में अभी तक कोर्ट ऑफ़ इन्क्वारी में एक सिविल गवाह छुगसिंह के बयान होने बाकि है जो कि पिछले चार दिनों से लापता है जिसके बारे में सेना ने बाड़मेर पुलिस अधीशक को से मदद मागी है

भंवरी के पति अमरचंद का आरोप, सीबीआई ने जबरन सोने की चैन की पहचान करवाई



जोधपुर। भंवरी अपहरण प्रकरण में शुक्रवार को उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब भंवरी के पति अमरचंद ने सीबीआई पर गलत जांच करने का आरोप लगा दिया। अमरचंद का कहना है कि आबूरोड़ से बरामद सोने के चेन-लॉकेट उसकी पत्नी भंवरी का नहीं है, सीबीआई ने जबर्दस्ती उससे चेन-लॉकेट की पहचान कराई और खाली कागजात पर हस्ताक्षर कराए हैं।




सीबीआई ने अपहरण की कहानी में बदलाव करते हुए यह माना था कि आरोपी सोहनलाल और शहाबुद्दीन ने ही भंवरी को खत्म कर दिया था। फिर सीबीआई ने इससे जुड़े सबूत एकत्र करने आरंभ किए। फरारी के दौरान शहाबुद्दीन ने चेन-लॉकेट आबूरोड़ के एक सुनार को बेचे थे। इस चेन-लॉकेट को शहाबुद्दीन ने अपनी बेटी गुडिय़ा के बताए थे, मगर सीबीआई ने उन्हें भंवरी का माना था।



सीबीआई ने चेन-लॉकेट का फोटो दिखा कर पहले भंवरी के बेटे साहिल से पहचान कराई, फिर अमरचंद को सर्किट हाउस बुला कर भी पहचान कराई। इस कार्रवाई के तीन दिन बाद अमरचंद ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि सीबीआई गलत जांच कर रही है और उससे चेन-लॉकेट की जबरन पहचान करा रही है। जबकि यह चेन-लॉकेट भंवरी के नहीं है।


सीबीआई ने फिर बुलाया मदेरणा और विश्नोई को सीबीआई ने भंवरी अपहरण प्रकरण में चार्जशीट पेश करने के महज दो दिन पहले पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक के भाई परसराम विश्नोई को शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुला लिया है। अंतिम दौर में होने वाली इस पूछताछ को काफी अहम माना जा रहा है। संभवत: सीबीआई चार्जशीट फ्रेम करने के लिए उनसे महत्वपूर्ण सबूत जुटा सकती है।




सीबीआई मदेरणा से यह पांचवीं बार और पूर्व पीसीसी सदस्य परसराम विश्नोई से छठी बार पूछताछ कर रही है। दोनों को सुबह फोन कर सर्किट हाउस बुलाया गया था। परसराम सुबह करीब 11 बजे सर्किट हाउस पहुंच गए और दोपहर करीब साढ़े बारह बजे महिपाल मदेरणा भी आ गए। दोनों से अलग-अलग कमरे में पूछताछ हो रही है।



इसके अलावा सीबीआई-ने शुक्रवार को सोजत में जलदाय के एक एलडीसी और पाली में रहने वाले व्यवसायी अशोक गुप्ता से भी पूछताछ कर रही है। गुप्ता ने बताया कि सीबीआई उनसे अब तक पांच-छह बार पूछताछ कर चुकी है। वह मदेरणा का परिचित है इसलिए उससे पूछताछ की जा रही है।

कपड़े सोहनलाल के, खून भंवरी का! सीबीआई को मिला सुराग

जोधपुर. भंवरी मामले की चार्जशीट पेश करने के लिए सीबीआई ने अहम सबूत जुटा लिए हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई को खून से सने कपड़े मिले हैं। मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने शुक्रवार को भंवरी के पति अमरचंद और राजस्थान के पूर्व जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा से पूछताछ भी की।

ये कपड़े आरोपी सोहनलाल और खून भंवरी का होने की आशंका है। खून का मिलान भंवरी के ब्लड ग्रुप से कराया जाएगा। इसके लिए सीबीआई ने उम्मेद अस्पताल से भंवरी का प्रसव का टिकट भी लिया है, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप ओ-नेगेटिव है।

सीबीआई ब्लड ग्रुप के अलावा भंवरी के चेन व लॉकेट की केमिकल टेस्ट रिपोर्ट से यह सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही तो भंवरी की हत्या नहीं कर दी।

सीबीआई अब तक की जांच से यह मान रही है कि एक सितंबर को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने अपहरण के बाद भंवरी को खत्म कर दिया। सोहनलाल ने पीपाड़ में एक रेडीमेड शोरूम से शर्ट खरीदा था। सीबीआई ने उस शोरूम संचालक से भी पूछताछ की है।

सरकारी गवाह बन सकता है निलंबित थानेदार

भंवरी मामले में फंसा निलंबित थानेदार लाखाराम संभवतया सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है। बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रहने के दौरान उसका संपर्क भंवरी से हुआ था। ओसियां ट्रांसफर होने पर भी उसका भंवरी से संपर्क लगातार बना हुआ था।

लाखाराम ने भंवरी और बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा में सुलह कराने के लिए भी मध्यस्थता की थी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आता है और पूरे दिन सीबीआई की मदद करता है। गुरुवार को लाखाराम के अलावा दो-तीन ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई।

आरोपियों की आवाज के नमूने लेंगे

सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) के समक्ष आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।

दोनों आरोपियों के वकीलों ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि ये दोनों अभी मुल्जिम नहीं हैं, इसलिए इसके लिए उनकी सहमति जरूरी है।

उन्होंने शक जताया कि सीबीआई इन नमूनों की आड़ में दोनों पर दबाव डाल सकती है। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दलील सुनने के बाद फैसला शुक्रवार तक सुरक्षित रख लिया।

भंवरी और सोहनलाल तथा शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत के बाजार में आए टेपों की जांच के लिए सीबीआई इनकी आवाज के नमूने चाहती है।

भंवरी मामले में मदेरणा से फिर पूछताछ

भंवरी मामले में मदेरणा से फिर पूछताछ
जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी को गायब हुए तीन महीने हो चुके हैं लेकिन सीबीआई को अभी तक इस मामले में कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई है। सीबीआई 1 सितंबर से लापता भंवरी देवी के मामले में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा से पूछताछ कर रही है।

सीबीआई के अधिकारी भंवरी के पति अमरचंद और लूणी विधायक मलखान सिंह विश्नोई के भाई परसराम से भी पूछताछ कर रहे हैं। सीबीआई तीनों से सर्किट हाउस में पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि तीनों को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले में तीनों से कई बार पूछताछ हो चुकी है।

एक बंगलादेशी फिर पकड़ा गया गडरा में दो बंगलादेशी गायब

एक  बंगलादेशी फिर पकड़ा  गया  गडरा में दो बंगलादेशी गायब  



बाड़मेर बाड़मेर जिले के सरहदी गडरा रोड गाँव में  पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा सुरक्षा बल जी ब्रांच की सूचना पर सरहदी गाँव बन्दासर से एक बंगलादेशी युवक को आज सुबह को पकड़ा हें गडरा पुलिस थाना अधिकारी हुकमाराम  ने बताया की गडरा रोड के समीप बान्दसर गाँव में संधिग्ध रूप से विचरण करते हुए एक जाने को पुलिस ने पकड़ा प्रारम्भिक पूछताछ में उन्होंने बताया की वे बंगलादेश से आये हें तथा पकिस्तान जाना चाहते हें पकिस्तान इस  सरहद से अवेध रूप से जाने के उद्देश्य से आज पन्हुंचे दोनों को सीमा सुरक्षा बल की सूचना पर पुलिस तथा सुरक्षा ऐजेंसियो ने उन्हें पकड़ा .पुलिस को उनकी तलाशी के दौरान ५० डोलर विदेशी मुद्रा तथा १५६५ रुपये भारतीय मुद्रा बरामद हुई उसके दो साथी दो दिन पहले पकडे जा चुके हें जिनको संयुक्त पूछताछ के लिए रेलवे पुलिस बाड़मेर ले आई हें गिरफ्तार बंगलादेशियो ने बताया की वे पांच जाने साथ आये थे अब तक तीन जानो को पकड़ा जा चुका हें दो जाने गायब हें उनकी तलाश पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसिया कर रही हे उन्होंने अपनी पहचान अब्दुल पुत्र अमीब उम्र ३९ साल बता रहा हें .इधर सरहद पर सेना के युद्धाभ्यास के चलते सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसिया सरहदी क्षेत्रो में काफी सक्रियता बारात रही हें ताकि अवांछनीय तथा घुसपेठिया सरहद में ना आ सके 

वन विभाग ने मामला न्यायलय को सुपुर्द ,मार्गदर्शन माँगा ७ दिसम्बर को होगी सुनवाई

वन विभाग ने मामला न्यायलय को सुपुर्द  ,मार्गदर्शन माँगा  ७ दिसम्बर को होगी सुनवाई

 बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के निम्बला आर्मी केम्प में सेनिको द्वारा तीन चिकारो के शिकार प्रकरण में वन विभाग ने आरोपी पांच सेनिको के खिलाफ कार्यवाही को लेकर न्यायलय से मार्ग दर्शन माँगा हें उप वन सरंक्षक पी आर भादू ने बताया की विभाग द्वारा सेना को आरोपियों को पेश करने के लिए तीन सम्मान जारी किये गए थे मगर सेना द्वारा आरोपियों को विभाग के समक्ष ना तो पेश किया नहीं संतोषजनक जवाब दिया सेना कोर्ट ऑफ़ इन्क्व्यारी की आड़ में सेना  के आरोपी जवानो को पेश करने में आना कानी कर रहे हें हमने आगे की कार्यवाही के लिए श्रीमान न्यायलय सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट कनिष्ठ खंड बाड़मेर से मार्गदर्शन मांगा हें .न्यायालय ने आगे सात दिसम्बर को सुनवाई रखी हें  

मां को बांटा महीनों में

मां को बांटा महीनों में

श्रीगंगानगर । जिन बेटों को उसने पाल-पोस कर बड़ा किया। खुद लाख तकलीफें झेल कर सुख-सुविधाओं और पढ़ाई का ख्याल रखा, आज जब उसी मां की देखभाल का वक्त आया तो चारों बेटों ने उसे महीनों में बांट दिया। चारों के घर साल में तीन-तीन महीने ठिकाना और वह भी एक साथ नहीं। यह व्यथा है असहाय वृद्धों के लिए बने तपोवन आवेदना संस्थान में गुरूवार को बदहाल अवस्था में लाई गई अस्सी वर्षीय विद्यादेवी की।

लक्ष्मीनगर कॉलोनी निवासी इस वृद्धा के चारों बेटे संपन्न हैं। इस साल 4 जनवरी को विद्यादेवी बीमार पड़ी तो एकाएक बेटों ने नजरें फेरना शुरू कर दिया। जिस बेटे के पास वह रहती थी, उसने मां के बंटवारे का प्रस्ताव रखा। आखिरकार तय हुआ कि विद्यादेवी बारी-बारी से एक-एक महीने चारों बेटों के पास रहेंगी। इसकी शुरूआत अप्रेल से हुई। आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि नवम्बर में जिस बेटे की बारी थी, वह मां को घर में रखने की बजाय पास ही दूसरे घर के बाहर चबूतरे पर छोड़ आया। यह घर विद्यादेवी के नाम ही है। बेटे-बहू का नाता सुबह और शाम को रोटी-पानी तक सीमित था। इतना सब होने के बावजूद वह अपने बहू-बेटों की करनी को "समय का फेर" बता रही है।

हमारे दिन बुरे हैं: मां का बंटवारा करने के बारे में एक बेटे लीलाधर सिंघल का कहना है कि जो कुछ हुआ है, उसके बारे में अब क्या कहें। हमारी बहुत बेइज्जती हो गई। उधर, दूसरे बेटों ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि उन्होंने मां को वापस लाने की बात जरूर कही।

कराह से पसीजे पड़ोसी
पिछले कुछ दिनों से बीमार रहने के कारण विद्यादेवी खाना ढंग से खा नहीं पा रही थीं। उसकी कराह सुन गुरूवार को विमला वर्मा नामक महिला ने वृद्धा की सुध ली और उसकी हालत देख सन्न रह गई। उसके शोर मचाने पर मोहल्ले के लोग एकत्र हो गए। सूचना पर तपोवन आवेदना संस्थान के लोग एम्बुलेंस लेकर पहुंचे और विद्यादेवी को संस्थान में लाकर उपचार शुरू करवाया।

विद्यादेवी को अब तभी उसके बेटों को सौंपा जाएगा, जब शहर के दो प्रमुख व्यक्तियों के सामने वे भविष्य में ऎसा नहीं करने का विश्वास दिलाएंगे।
महेश , अध्यक्ष, तपोवन आवेदना संस्थान

समाधियों को संरक्षण की दरकार

समाधियों को संरक्षण की दरकार

पोकरण   सामाजिक उपेक्षा एवं उचित देखरेख के अभाव में क्षेत्र की प्रमुख ऐतिहासिक धरोहर बांदोलाई तालाब एवं यहां पर स्थित स्वामी डूंगरपुरी की जीवित समाधि स्थल नष्ट प्राय होने के कगार पर पहुंच गई है। एक तरफ जहां केन्द्र एवं राज्य सरकार ऐतिहासिक धरोहरों एवं पर्यटन स्थलों के विकास के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर किसी जमाने में पूरे क्षेत्र में विख्यात रहे इस स्थान के विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

कभी यहां आते थे दूर-दूर से लोग: प्रसिद्घ संत डूंगरपुरी महाराज ने इसी बंादोलाई तालाब पर जीवित समाधि ली थी। पोकरण उपखण्ड सहित निकटवर्ती बाड़मेर जिले एवं फलोदी तहसील के अनेक गांवों के लोग यहां पर आते थे। जानकारी के अनुसार संत डूंगरपुरी के चमत्कारों से प्रभावित होने से यह स्थान अनेक लोगों के लिए आस्था केन्द्र बन गया। कालांतर में इस स्थान की उचित देखभाल होने के यहां पर अन्नक्षेत्र एवं एक गौशाला का भी संचालन किया जाता था। मगर धीरे-धीरे यह स्थान उपेक्षा का शिकार होने लगा। आज हालत यह है कि बांदोलोई पर स्थित महंत डूंगरपुरी की समाधि सहित अन्य संतों की समाधियां भी नष्ट प्राय होने की स्थिति में पहुंच गई है।

सैकड़ों बीघा भूमि पर हुआ अतिक्रमण : महंत के अनुसार बांदोलाई तालाब पर संत डूंगरपुरी के चमत्कारों से प्रभावित होकर तत्कालीन ठाकुर ने इस स्थान के नाम लगभग 13 सौ बीघा भूमि आवंटित की थी। उस समय यह स्थान भी डूंगरपुरी के ठिकाणे के नाम से विख्यात था। बीते लगभग तीस वर्षों के दौरान बांदोलाई की देखरेख नहीं होने के कारण सैकड़ों बीघा भूमि पर अतिक्रमणकारियों ने अपने कब्जा जमा लिए।

बबूल की झाडिय़ों के चलते तालाब का अस्तित्व संकट में : एक जमाना था जब शहर के लोग बरसात के मौसम में बांदोलाई तालाब पर पिकनिक मनाने तथा गोठ घुघरी करने के लिए जाया करते थे। इस मौसम में यहां पर लोगों की हर समय चहल पहल रहती थी। धीरे धीरे यह स्थान सूना हो जाने के कारण लोगों का यहां पर आना जाना पूरी तरह बंद हो गया। उसके परिणाम स्वरूप तालाब सहित पूरे परिसर में बबूल की झाडिय़ां इस कदर फैल गई है कि वहां से अकेले व्यक्ति का निकलना भी दूभर हो गया है। लगभग बीस फुट ऊंचाई में लगी बबूल की झाडिय़ां एकदम घाट के किनारे तक फैल जाने के कारण तालाब का अस्तित्व भी खतरे में पड़ता नजर आ रहा है।

उपेक्षा से तालाब की हुई दुर्दशा : इस धरोहर के प्रति प्रशासन पूरी तरह उपेक्षित रवैया अपनाए हुए है। जिसके कारण आज यह स्थान बदतर हालत में पहुंच गया है। समय समय पर चलने वाले अकाल राहत कार्यों एवं अन्य विकास योजनाओं के तहत यदि इस स्थान के विकास की ओर थोड़ा बहुत भी ध्यान दिया जाता तो यह धरोहर आज नष्ट होने के कगार पर नहीं पहुंचती। 

इन संतों ने ली जीवित समाधि

महंत शंभूपुरी के अनुसार यहां पर 52 संतो ने जीवित समाधियां ली हैं। इनमें से विक्रम संवत 1756 में संत भावपुरी, विक्रम संवत 1880 में जुगतपुरी, विक्रम संवत 1899 में गुरु जोगपुरी उसके शिष्य जगतपुरी ने जीवित समाधि ली। इसी प्रकार विक्रम संवत 1914 में संत मोतीपुरी, विक्रम संवत 1942 में दरियारपुरी, विक्रम संवत 1965 में हरदतपुरी तथा विक्रम संवत 2008 में अंतिम जीवित समाधि के रूप में चिमनपुरी ने समाधि ली। वह बताते हैं कि आज भी इन समाधियों के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।

पिता की गुहार पर पुलिस पहरे में होंगे फेरे


पिता की गुहार पर पुलिस पहरे में होंगे फेरे

खौफजदा पिता ने एसपी से की सुरक्षा की मांग, मंडप से लड़की उठा ले जाने की दी धमकी, कल आएगी बारात

बाड़मेर  एक पिता ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से अपनी बेटी के फेरे पुलिस पहरे में कराने की गुहार की है। एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में उसने लिखा है कि बेटी का ब्याव करना पिता का बड़ा सपना होता है और मेरा सपना बिना पुलिस की मदद के हो नहीं सकता। शनिवार को बारात आनी है लेकिन उसी दिन उनकी बेटी को मंडप से उठाने की धमकी मिल रही है। ऐसे में पूरा परिवार सहमा हुआ है।
क्या है मामला

दानजी की हौदी निवासी माणकसिंह पुत्र ईश्वरसिंह रावणा राजपूत ने अपनी बेटी का रिश्ता कुड़ला निवासी पनेसिंह पुत्र विशनसिंह से तय किया। शनिवार को बारात आनी है लेकिन इस बीच कोटड़ा निवासी सुंदरसिंह पुत्र कस्तुरसिंह मंडप से लड़की को उठा ले जाने की धमकियां दे रहा है। गौरतलब है कि पूर्व में सुंदरसिंह की सगाई इसी लड़की से की गई थी, जो बाद में तोड़ दी गई थी। लड़की के पिता ने एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसने बेटी का रिश्ता पहले कोटड़ा के सुंदरसिंह से किया था लेकिन गत वर्ष उसने अन्य जाति की महिला से शादी कर ली। बाद में मौजिज लोगों की साथ बैठ हुई पंचायत में उससे रिश्ता(सगाई) तोड़ अन्य जगह रिश्ता तय किया। अब जब बारात आने वाली है तो वो शादी नहीं करने की धमकी दे रहा है। पीडि़त ने एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में कुछ अन्य लोगों पर भी धमकियां देने का आरोप लगाया है।

पत्नि को नहीं दिया सेक्स का सुख, अब देना पड़ेगा मुआवजा

फ्रांस की अदालत ने एक व्यक्ति को अपनी असंतुष्ट पूर्व पत्नि को 10,000 यूरो भुगतान करने का आदेश दिया है। व्यक्ति को, अपनी पत्नि के प्रति वैवाहिक ज़िम्मेदारियां पूरी न कर पाने का दोषी पाया गया है।



इस दंपति की शादी वर्ष 1986 में हुई थी और इनके दो बच्चे भी हैं। इनका जनवरी 2009 में तलाक भी हो गया था।



51 वर्षीय पत्नि ने अपने पति पर आरोप लगाया है कि वह उसने शादीशुदा जीवन में उसकी शारीरिक ज़रूरतों को पूरा करने में लापरवाही की है और उसके साथ ढ़ंग से सेक्स नहीं किया।



इस मामले में पति की ओर से दलील दी गई थी कि लंबे वर्किंग ऑवर और शारीरिक बीमारियों के कारण वह पत्नि की शारीरिक ज़रूरतों को पूरा करने में अक्षम रहा।



अदालत ने फैसला सुनाया कि कहीं भी यह प्रमाणित नहीं हुआ है कि उसे किसी तरह की शारीरिक अक्षमता थी, इसलिए उसे सज़ा के तौर पर अपनी पत्नि को 10,000 यूरो का मुआवजा देना होगा।

'डर्टी' कारनामाः रोल दिलाने का दिलासा दे 5 माह तक सह निर्माता ने किया सेक्स!



पटना। विद्या बालन की फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ इन दिनों काफी चर्चा में है। लेकिन बिहार में बनी भोजपुरी फिल्म ‘एलान’ डर्टी कारनामों के कारण चर्चा में आ गई।

एलबम में काम करने वाली निशा (बदला हुआ नाम) का फिल्म ‘एलान’ में काम दिलाने को लेकर यौन-शोषण हुआ है। अब जब फिल्म रिलीज हो गई है तो उनसे गुड्डू प्रसाद के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है। निशा ने बताया कि फरवरी महीने में उसकी मुलाकात गुड्डू प्रसाद से हुई थी।

उसने स्वयं को फिल्म एलान का सह-निर्माता बताया था और फिल्म में राहुल रॉय की बहन का किरदार दिलाने का वादा किया था। बाद में उसने प्यार का नाटक किया और पांच माह तक यौन-शोषण करता रहा। जबकि वह दो बच्चों का पिता है। निशा ने बताया कि फिल्म के लिए उसे कभी आरा तो कभी मुंबई ले जाया गया और हर बार उसे समझौता करने के लिए कहा जाता। निशा ने कहा कि वह इंसाफ के लिए थाना और कोर्ट का सहारा लेंगी।

शादी के लिए पीछे पड़ी थी

फिल्म एलान के सह निर्माता रहे गुड्डू प्रसाद ने कहा कि उसका निशा से कोई शारीरिक संबंध नहीं रहा है। अभिषेक नाम के व्यक्ति ने निशा से उसकी मुलाकात कराई थी। दोस्ती के नाते उसने ‘एलान’ फिल्म के एक गाने में कोरस का रोल दिलवाया था। निशा मुझसे शादी करने के लिए मेरे पीछे पड़ी हुई है। जबकि मैं शादी शुदा हूं।

मेरा कोई संबंध नहीं : राहुल

फिल्म के निर्माता व मुख्य किरदार राहुल रॉय ने बताया कि उन्होंने फिल्म को फरवरी महीने में टेकओवर कर लिया था। उनकी गुड्डू प्रसाद से कोई खास जान पहचान नहीं है। वे सिर्फ डायरेक्टर धीरज कुमार और योगेन्द्र तिवारी को जानते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म के लिए कास्टिंग उनके फिल्म खरीदने से पहले हुई है।

फिल्म प्रमोशन का जरिया तो नहीं!

अचानक निशा के मीडिया के सामने आने से इस बात का हवा मिल रही है कि कही यह फिल्म प्रमोशन का जरिया तो नहीं। क्योंकि निशा ने थाना में मामला दर्ज कराने से पहले मीडिया के पास पहुंचीं। पूछने पर कहती हैं उन्हें डर था कि थाना में न्याय नहीं मिलेगा। फिल्म के डायरेक्टर धीरज कुमार भी इससे इंकार करते हुए कहते हैं कि उनकी फिल्म अच्छा कर रही है। ऐसे में इस तरह के घटिया प्रमोशन की उन्हें आवश्यकता नहीं।


भंवरी के भंवर से निकला खून से सना कपड़ा, सोहनलाल-शहाबुद्दीन हो सकते हैं हत्यारे!

भंवरी मामले की चार्जशीट पेश करने के लिए सीबीआई ने अहम सबूत जुटा लिए हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई को खून से सने कपड़े मिले हैं।

ये कपड़े आरोपी सोहनलाल और खून भंवरी का होने की आशंका है। खून का मिलान भंवरी के ब्लड ग्रुप से कराया जाएगा। इसके लिए सीबीआई ने उम्मेद अस्पताल से भंवरी का प्रसव का टिकट भी लिया है, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप ओ-नेगेटिव है।

सीबीआई ब्लड ग्रुप के अलावा भंवरी के चेन व लॉकेट की केमिकल टेस्ट रिपोर्ट से यह सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही तो भंवरी की हत्या नहीं कर दी।

सीबीआई अब तक की जांच से यह मान रही है कि एक सितंबर को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने अपहरण के बाद भंवरी को खत्म कर दिया। सोहनलाल ने पीपाड़ में एक रेडीमेड शोरूम से शर्ट खरीदा था। सीबीआई ने उस शोरूम संचालक से भी पूछताछ की है।

सरकारी गवाह बन सकता है निलंबित थानेदार

भंवरी मामले में फंसा निलंबित थानेदार लाखाराम संभवतया सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है। बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रहने के दौरान उसका संपर्क भंवरी से हुआ था। ओसियां ट्रांसफर होने पर भी उसका भंवरी से संपर्क लगातार बना हुआ था।

लाखाराम ने भंवरी और बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा में सुलह कराने के लिए भी मध्यस्थता की थी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आता है और पूरे दिन सीबीआई की मदद करता है। गुरुवार को लाखाराम के अलावा दो-तीन ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई।

आरोपियों की आवाज के नमूने लेंगे

सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) के समक्ष आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।

दोनों आरोपियों के वकीलों ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि ये दोनों अभी मुल्जिम नहीं हैं, इसलिए इसके लिए उनकी सहमति जरूरी है।

उन्होंने शक जताया कि सीबीआई इन नमूनों की आड़ में दोनों पर दबाव डाल सकती है। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दलील सुनने के बाद फैसला शुक्रवार तक सुरक्षित रख लिया।

भंवरी और सोहनलाल तथा शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत के बाजार में आए टेपों की जांच के लिए सीबीआई इनकी आवाज के नमूने चाहती है।

सफल जीवन की राह बताते हैं साईं के ये 4 सबक...शिरडी वाले सांई बाबा

त्यागमूर्ति साईं बाबा ने मानव धर्म का पालन ही सर्वोपरि बताया। इंसानियत की अहमियत उजागर करती साईं की यह सीख धर्म पालन की नासमझी से पैदा कट्टरता की गलत सोच के बंधनों में जकड़े हर इंसान को मानवीय रिश्तों में संवेदना व भावनाओं को ऊपर रख खुले विचारों के साथ व्यवहार और कर्मों को साधने की कला सिखाती है।
हिन्दू धर्म मान्यताओं के नजरिए से विचार करें तो परब्रह्म के त्रिगुण स्वरूप ब्रह्मा, विष्णु और महेश की रचना, पालन व बुरी शक्तियों के संहार के गुण साईं चरित्र में भी प्रकट होते हैं। दरअसल ब्रह्मदेव की ज्ञान शक्ति से रचना या बनाने का भाव, विष्णु की सत्व शक्ति यानी शांति से पालन और शिव का वैराग्य से सुख प्राप्ति का गुण साईं बाबा के ज्ञानी, त्यागी व शांत चरित्र में भी उजागर होता है।

यही कारण है कि साईं बाबा द्वारा बताई 4 अहम बातें व्यावहारिक जीवन में हर व्यक्ति को धर्म और मानवीयता से जोड़ जीने की राह बताती है। इसलिए साईं भक्ति में इन चार बातों से जीवन में जुडऩे की मुरादें मांगना भी अहम माना गया है। जानते हैं क्या बताया साईं ने -

बुराई से बचें - साईं बाबा ने सुख-शांति से जीवन बिताने के लिए हमेशा तन की मलिनता, मन के बुरे भाव, कर्म में आलस्य या धन के लिए गलत तरीके अपनाना जैसी हर तरह की बुराईयों से दूर रहने पर जोर दिया।

अहं - साईं बाबा ने विनम्रता व उदारता को सुखद जीवन का अहम सूत्र माना। जिसके लिए अहं भाव को मन में स्थान न देने का संदेश दिया।

धन के साथ बुद्धि - साईं ने यह भी सिखाया कि ईश्वर से धन की कामना बुरी नही, किंतु उसके साथ बुद्धि की कामना भी जरूर करें, ताकि धन का संग पाकर मन व जीवन में भटकाव न आए। बल्कि परोपकार में धन का उपयोग हो।

न्यायप्रिय वचन - साईं बाबा ने इस खास सूत्र द्वारा वचन की पवित्रता से सफलता की राह बताई। साईं ने सिखाया कि सत्य और न्यायप्रिय बोल की ही सार्थकता है। अन्यथा बुरे, अप्रिय या अन्याय से भरे शब्दों का कोलाहल जीवन को अशांत कर देता है।

गुरुवार, 1 दिसंबर 2011

यूनान में होगा राजस्थानी फिल्म 'भोभर' का वर्ल्ड प्रीमियर

जयपुर.राजस्थानी फिल्म भोभर का वर्ल्ड प्रीमियर छह दिसंबर को यूनान के कोरिन्‍थ शहर में होगा। फिल्‍म वहां दूसरे कोरि‍न्थियन फिल्‍म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। इसी तरह दिसंबर के पहले सप्ताह में ही बेंगलुरु में होने वाले चौथे स्टेपिंग स्टोन इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल में भी भोभर की स्क्रीनिंग होगी।
इस तरह दक्षिण भारत और भारत के बाहर दिखाए जाने के मामले में भोभर राजस्थानी में बनी पहली फिल्‍म हो गई है। फिल्‍म के निर्देशक गजेंद्र श्रोत्रिय कहते हैं कि यह हमारा ही नहीं, पूरे राजस्‍थान और राजस्थानी सिनेमा का सम्‍मान है और हमें इस पर गर्व है।


गौरतलब है कि राजस्थानी में बनी यह पहली फिल्‍म है, जो अपनी हर स्क्रीनिंग में दर्शकों की सकारात्मक प्रति क्रियाओं के साथ ही अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर भी पहचान अर्जित कर रही है। इससे पहले फिल्‍म हरियाणा इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल, यमुनानगर, जयपुर इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल और जयपुर में ही हाल ही हुए राजस्थानी फिल्‍म फेस्टिवल में अपने प्रदर्शन के लिए लोकप्रियता अर्जित कर चुकी है।

गजेंद्र श्रोत्रिय ने बताया कि फिल्‍म आम लोगों के लिए फरवरी माह में राजस्‍थान के थियेटर्स में रिलीज की जाएगी। उन्‍होंने बताया कि बेंगलुरु में छह से तेरह दिसंबर तक होने वाले स्टेपिंग स्टोन फिल्‍म फेस्टिवल में दिखाई जानी वाली कुछ 19 फीचर फिल्मों में भारत से दिखाए जाने वाली एकमात्र भोभर ही है। इसी प्रकार यूनान के ऐतिहासिक शहर कोरिन्‍थ में भारत का प्रतिनिधित्‍व करने वाली फिल्‍म भोभर ही है। इसका प्रदर्शन छह दिसंबर को होगा।

श्रोत्रिय के मुताबिक भोभर राजस्थानी सिनेमा के लिए एक नया अध्याय लिख रही है और इसके लिए राजस्थानी भाषा और हमारे लोगों का मैं शुक्रगुजार हूं। दिवंगत संगीतकार दान सिंह की आखिरी कंपोजिशन दर्शकों को ‘भोभर में मिलेगी।

फिल्‍म की कहानी और गीत रामकुमार सिंह ने लिखे हैं। राजीव थानवी और जय नारायण त्रिपाठी की धुनें भी फिल्‍म का हिस्‍सा हैं। फिल्म समीक्षकों की ओर से उसे राजस्थानी भाषा की नई धारा की फिल्म माना जा रहा है। फिल्‍म में लगभग सभी कलाकार राजस्‍थान के ही हैं और रंगमंच और सिनेमा में काम करते रहे हैं।

मुख्य भूमिका में अमित सक्सेना, उत्‍तरांशी और विकास पारीक हैं, वहीं रंगमंच के वरिष्‍ठ कलाकार बॉलीवुड व हॉलीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुके सत्‍यनारायण पुरोहित, हरिनारायण और वासुदेव भट्ट ने भी अभिनय किया है।

बाडमेर....आज की ताजा खबर ... 01 दिसम्बर


परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत लक्ष्य अर्जित करने के निर्दो 




बाडमेर, 01 दिसम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने परिवार कल्याण के तहत जिले को आवंटित लक्ष्यों के विरूद्ध भात प्रतित उपलब्धि अर्जित करने के निर्दो दिए है। वह गुरूवार को जिले के विभिन्न विभागों को आवंटित लक्ष्यों एवं उसके विरूद्ध अर्जित उपलब्धियों के संबंध में कार्ययोजना पर चर्चा कर रही थी। 
इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण राश्ट्रीय कार्यक्रम है, जिसमें सभी की भागीदारी आवयक है। उन्होने कहा कि प्रत्येक कार्यालय में एक नोडल अधिकारी नियुक्त कर उसके टेलीफोन नम्बर की सूचना भिजवाई जाए। उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रति भाुक्रवार परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति की सूचना प्राप्त करने के निर्दो दिए ताकि साप्ताहिक बैठक में प्रगति की समीक्षा की जा सकें। 
डॉ. प्रधान ने बताया कि एक दिसम्बर 2011 से 31 मार्च 2012 तक जो भी पुरूश या महिला नसबंदी करवाएंगे उन्हें एक कूपन दिया जाएगा। इस कूपन के जरिए अपे्रल 2012 में लॉटरी निकाली जाएगी। प्रत्येक ब्लॉक पर निकलने वाली इन लॉटरी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम आने वाले को मोटरसाइकिल, द्वितीय रहने वाले को फ्रीज एवं तृतीय स्थान पर रहने वाले पांच लोगों को सिलाई माीन दी जाएगी। इसके अलावा प्रेरकों को भी सम्मानित किया जाएगा। सबसे ज्यादा नसबंदी केस लाने वाले कर्मी को जिला स्तर पर सम्मानित करते हुए उसे 21000 रूपए की नगद राि दी जाएगी। साथ ही 50 से अधिक केस लाने वाले प्रेरकों को 1111 हजार रूपए की नगद राि से पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं जो भामााह या गैर सरकारी संगठन नसबंदी करवाने में सहयोग करेंगे, उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा। 
जिला कलेक्टर ने बताया कि सभी विभागों को परिवार कल्याण कार्यक्रम के लक्ष्य तथा जिले में दिसम्बर से मार्च तक आयोजित होने वाले नसबन्दी िविरों का कार्यक्रम भिजवा गया है, अतः सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ पूर्ण प्रयास कर आवंटित लक्ष्य अर्जित करेंगें। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी सी.आर. देवासी, श्रीमती विनिता सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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राजस्व मंत्री चौधरी 4 तक जिले की यात्रा पर 


बाडमेर, 01 दिसम्बर। राजस्व, उपनिवोन एवं जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी 4 दिसम्बर तक जिले की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व मंत्री चौधरी 2 तथा 3 दिसम्बर को विधानसभा क्षेत्र एवं बाडमेर जिले का दौरा कर लोगों के अभाव अभियोग सुनेंगे तथा स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वे 4 दिसम्बर को सायं 5 बजे बाडमेर से जोधपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
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मोहर्रम पर साम्प्रदायिक  सदभाव की अपील 


बाडमेर, 01 दिसम्बर। जिले में 6 दिसम्बर को मोहर्रम पर्व भांति पूर्वक मनाये जाने के सम्बन्ध में गुरूवार को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। 
इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने संबंधित अधिकारियों को मोहर्रम के दौरान ताजियों के जुलूस के गुजरने वाले मार्गो पर साफ सफाई करने, पत्थर व मलवा आदि हटाने तथा रास्ते मे पेडों की टहनियों, बिजली, टेलीफोन तथा केबल के तारों को ठीक करवाने के निर्दो दिए। इसी प्रकार आवारा पाुओं को रोकने तथा मार्ग में पेयजल की व्यवस्था करने के निर्दो दिए गए। उन्होने कहा कि ताजियों के जुलूस के गुजरने के बाद बिजली एवं टेलीफोन आदि के तारों को यथाीध्र जोडा जाए ताकि लोगों को कठिनाई न हो। उन्होने मार्गो में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस जाब्ता तैनात करने को कहा। उन्होने इस दौरान जिले में सौहार्द पूर्ण वातावरण बनाने की अपील की। 
बैठक में पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, कौमी एकता कमेटी के अध्यक्ष धनराज जोाी, सामाजिक कार्यकर्ता नजीर मोहम्मद सहित संबंधित विभागों के अधिकारी तथा समाजसेवी उपस्थित थे। 
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मोहर्रम के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त 
बाडमेर, 01 दिसम्बर । जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने मोहर्रम/ताजिया के दौरान कानून एवं भांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत मजिस्ट्रेट नियुक्त किए है। 
आदोानुसार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बाडमेर तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट बाडमेर को बाडमेर भाहर में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बालोतरा को बालोतरा भाहर में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट पचपदरा को ग्राम पाटोदी में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को ग्राम बडनावा जागीर में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा सिवाना में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा समदडी में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। 
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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री खान 8 को बाडमेर आएगें 


बाडमेर, 01 दिसम्बर। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खां 8 दिसम्बर को बाडमेर आएगें। अपनी यात्रा के दौरान वे विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करेंगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्प संख्यक मामलात राज्यमंत्री खान 8 दिसम्बर को प्रातः 8.00 बजे राजकीय कार द्वारा जैसलमेर से प्रस्थान कर प्रातः 10.30 बजे बाडमेर पहुंचेगे। वे सर्किट हाउस में लोगों से जन सम्पर्क के बाद सायं 5.00 बजे देताणी के लिए प्रस्थान करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी में करेंगे। 9 दिसम्बर को आरक्षित कार्यक्रम के पचात वे 10 दिसम्बर को प्रातः 11.00 बजे उपखण्ड मुख्यालय िव, 11 को उपखण्ड मुख्यालय रामसर तथा 12 दिसम्बर को राजस्व निरीक्षक मुख्यालय बिजराड में अधिकारियों की बैठक लेगें जिसमें विद्युत, पेयजल, प्रासन गांव के संग कार्यक्रम, इन्दिरा आवास एवं मुख्यमंत्री बीपीएल आवास, नि:ाुल्क दवा वितरण एवं जननी सुरक्षा योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, राजीव गांधी सेवा केन्द्रों की प्रगति, सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम सहित विभिन्न योजनाओं के सफल कि्रयान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा करेंगे। 
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मोहर्रम के मद्देनजर निषेधाज्ञा जारी 
बाडमेर, 01 दिसम्बर । जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदेश जारी कर मोहर्रम पर्व पर जिले में साम्प्रदायिक सदभाव तथा कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से दण्ड प्रकि्रया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की है। उक्त आदेश 4 दिसम्बर को प्रातः 6.00 बजे से लागू होकर 8 दिसम्बर को रात्रि 10 बजे तक अथवा अन्य आदेश होने तक प्रभावी रहेगा। 
जिला मजिस्ट्रेट डॉ. प्रधान द्वारा जारी आदेश के अनुसार उक्त अवधि के दौरान जिले की सीमा मे कोई भी व्यक्ति अस्त्रशस्त्र, तेज धार वाले शस्त्र लेकर सार्वजनिक स्थानों पर विचरण नहीं कर सकेंगे तथा ना ही ऐसे अस्त्रशस्त्र का प्रदर्शन कर सकेंगे। लेकिन यह प्रतिबन्ध शस्त्र अनुज्ञा पत्र स्वीकृत अथवा नवीनीकरण संबंधी एवं थाने मे जमा कराने हेतु विचरण पर लागू नहीं होगा। सिख समुदाय के व्यक्तियों को धार्मिक परम्परा अनुसार नियमानुसार निर्धारित कृपाण रखने की छूट रहेगी। निषेधाज्ञा अवधि दौरान कोई भी व्यक्ति विस्फोटक पदार्थ लेकर नहीं चल सकेगा न ही इसका प्रयोग करेगा या प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। बाडमेर जिले के बाजारों एवं सडकों पर कोई व्यक्ति ऐसे कोई नारे बाजी नहीं करेंगे जिसके कारण किसी अन्य समुदाय अथवा वर्ग के व्यक्तियों को ठेस पहुंचे, ना ही कोई व्यक्ति किसी के व्यवसाय मे किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न कर सकेंगे। 
यह आदेश सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान शस्त्र पुलिस, सिविल पुलिस, होमगार्ड, सेना एवं उन राज्य एवं केन्द्र कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा जो कि उक्त अवधि मे कानून एवं शांति व्यवस्था के संबंध में अपने पास हथियार रखने को अधिकृत किये गये हो। उक्त आदेश की अवमानता दण्डनीय अपराध है, अवहेलना करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध नियमानुसार अभियोग चलाया जायेगा। 
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तीन दिन किसी से नहीं मिल सकते चिंकारा शिकार के आरोपी सैनिक!

बाड़मेर.चिंकारा शिकार प्रकरण में फंसी सेना की यूनिट नहीं मिल पाई है। वनकर्मी नामजद आरोपियों का समन तामील कराने के लिए घूमते रहे, लेकिन बताए गए पते पर यूनिट मौजूद नहीं थी।

वन विभाग की टीम ने मोबाइल फोन पर कमांडिंग ऑफिसर से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे युद्धाभ्यास में बिजी हैं और तीन दिन नहीं मिल सकते, न ही यह बता सकते हैं कि वे कहां अभ्यास कर रहे हैं। तीन समन के बावजूद नामजद सैनिकों के पेश नहीं होने पर अब वन विभाग गुरुवार को उनका गिरफ्तारी वारंट लेने का प्रयास करेगा।

झांसी स्थित 88 आम्र्ड वर्कशॉप यूनिट के पांच सैनिकों के चिंकारा शिकार प्रकरण में फंसने के बाद सेना ने उन्हें अपनी कस्टडी में ले लिया। वन विभाग बुधवार को पांचवे दिन भी उनसे पूछताछ नहीं कर पाया।

इधर सेना की यूनिट ने निम्बला गांव से मंगलवार को जगह बदल दी थी और वन विभाग को सूचना भेजी थी। वनकर्मी मंगलवार शाम पचपदरा के पास बताए गए पते पर समन तामील कराने पहुंचे, लेकिन उस इलाके में यूनिट का कोई पता नहीं चला।

आखिरी समन नहीं हो पाया तामील

वनकर्मी बुधवार को फिर आखिरी समन तामील कराने वहां पहुंचे, लेकिन देर शाम तक यूनिट का कहीं पता नही चल पाया। इस पर डीएफओ बीआर भादू ने यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर अतुल बामजाई से संपर्क किया। बामजाई ने उन्हें बताया कि ‘सुदर्शन शक्ति’ अभ्यास के दौरान वे कहीं गुप्त जगह युद्धाभ्यास कर रहे हैं।

वे नहीं बता सकते कि 72 घंटे चलने वाला यह महत्वपूर्ण अभ्यास कहां चल रहा है, ना ही यूनिट का कोई सदस्य वहां से जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे बताए गए पते पर दो दिन बाद पहुंच जाएंगे।

गिरफ्तारी वारंट के लिए अर्जी देगा वन विभाग

भादू ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ बिना जांच आगे नहीं बढ़ सकती, लेकिन उन्हें तलब करने के बावजूद वे पेश नहीं हुए हैं। आखिरी समन भी भेज दिया गया, लेकिन यूनिट लापता हो गई है।

गुरुवार को सरकारी वकील से इस प्रकरण में कानूनी सलाह लेने के बाद कोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया जाएगा।

वन विभाग के गिरफ्तारी वारंट के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल करने पर कोर्ट नामजद आरोपी सूबेदार गोपीलाल, हवलदार बीआर नाथ, नायक एन. सरकार, लांस नायक परदेसी और सिपाही डीआर नायडू के खिलाफ नोटिस जारी करेगा। सुनवाई के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी होगा।

यूनिट के नहीं लौटने पर कहां होगी तलाश?

झांसी स्थित 88 आम्र्ड वर्कशॉप यूनिट के कमांडिंग आफिसर बामजाई ने दो दिन बाद पचपदरा में बताए पते पर पहुंचने की बात कही है। यदि यूनिट वहां नहीं पहुंची तो वन विभाग उन्हें कहां तलाश करेगा, यह तय नहीं है। हालांकि अभी तक यूनिट के अधिकारी वन विभाग के संपर्क में हैं।

गौरतलब कि सेना की 21 स्ट्राइक कोर के नेतृत्व में अहमदाबाद व जोधपुर स्थित 11 व 12 डिवीजन के अलावा तीन ओर डिवीजन रेगिस्तान में अभ्यास कर रहे हैं। इन पांच डिवीजन की कई यूनिट हैं। ऐसे में कौनसी यूनिट कहां अभ्यास कर रही है, वन विभाग के लिए यह पता लगाना बड़ा मुश्किल होगा।

सुखसिंह से पूछताछ में सामने आएगी असलियत :

सेना हिरण शिकार प्रकरण में निम्बला गांव निवासी सुखसिंह से पूछताछ करना चाहती है, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया है। उसकी तलाश के लिए सेना ने बाड़मेर एसपी से लिखित में मदद मांगी है।

सेना ने अभी यह खुलासा नहीं किया है कि उसका इस प्रकरण से क्या संबंध है, उसने यदि उसने हिरण शिकार कर मांस सैनिकों को सौंपा था तो उसका नाम वन विभाग को क्यों नहीं बताया गया। सेना का कहना है कि उससे पूछताछ से ही हिरण शिकार की असलियत सामने आ सकती है।

गौरतलब है कि वन विभाग को किसी गांव वाले ने ही हिरण शिकार और यूनिट में शिकार किए हिरण का मांस पकाने की तैयारी की सूचना दी थी।

"युद्धाभ्यास में यूनिट एक जगह से दूसरी जगह अभ्यास करने निकल जाती है। उसी तरह यह यूनिट भी किसी दूसरी लोकेशन पर अभ्यास करने गई है, लेकिन वन विभाग चाहे तो समन सेना के किसी भी यूनिट में जाकर दे सकता है। संभव हुआ तो उन्हें उस यूनिट की लोकेशन की जानकारी भी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि वन अधिकारी की गवाही, एफआईआर, सीज सामान व तमाम दस्तावेज नहीं मिलने की वजह से कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी नहीं हो रही है।"

-एसडी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

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चाकसू के पास ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी, दस की मौत

जयपुर. टोंक रोड पर चाकसू के पास गुरुवार सुबह ट्रैक्टर ट्राली पलटने से उसमें सवार दस लोगों की मौत हो गई जबकि छह लोग घायल हो गए। यह सभी लोग सांगानेर में मकान के मुहूर्त के कार्यक्रम में के लिए जयपुर आ रहे थे। ट्रॉली में सवार सभी लोग निवाई के पास स्थित दयालपुरा गांव के रहने वाले थे तथा अधिकतर एक ही परिवार के थे।


पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह दयालपुरा से करीब 20 लोग ट्रैक्टर ट्रॉली से सांगानेर के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान कौथून के पास पीछे से डंपर ने ट्रॉली के टक्कर मार दी। ट्रॉली टेक्टर से जा भिड़ी इसके बाद ट्रैक्टर पलट कर ट्रॉली पर आ गिरा। ट्रॉली में सवार छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार लोगों की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। गंभीर रुप से घायल चार लोगों को जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में तथा दो को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया है। मृतकों का पोस्टमार्टम जयपुर के एसएमएस अस्पताल में किया गया है। दुर्घटना के बाद कौथून रोड पर जाम लग गया। उधर, एक्सीडेंट के बाद डंपर चालक गाड़ी को भगा ले गया।

भंवरी प्रकरण: निलंबित थानेदार बना सीबीआई का मददगार


जोधपुर। बोरूंदा और ओसियां में थानेदार रह चुके निलंबित पुलिसकर्मी लाखाराम अब सीबीआई का मददगार बन गया है। लाखाराम इन दिनों रोज सर्किट हाउस आ रहा है और सीबीआई की जांच में मदद कर रहा है। संभवत: वह भंवरी अपहरण प्रकरण में सरकारी गवाह बनने को भी तैयार हो गया है। थानेदार लाखाराम पहले बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रह चुका है।


एएनएम भंवरी बोरुंदा की रहने वाली थी, इसलिए वह भी लाखाराम के संपर्क में थी। लाखाराम की उससे अक्सर बातचीत होती थी और मिलना- जुलना रहता था। बाद में उसका तबादला ओसियां थानाधिकारी के पद पर हो गया, मगर भंवरी से बातचीत का सिलसिला जारी रहा।
जब भंवरी पूर्व मंत्री मदेरणा को ब्लैकमेल करने लगी तो लाखाराम ने भंवरी से सौदा कराने में मध्यस्थ की भूमिका भी निभाई थी। इसका सबूत भंवरी की कॉल डिटेल में भी मौजूद है, भंवरी के फोन से काफी फोन लाखाराम के मोबाइल पर किए गए हैं और रिसीव भी हुए हैं। सीबीआई ने जब लाखाराम से पूछताछ की तो उसने इन रिश्तों व भूमिका को स्वीकार कर लिया। इसके बाद सीबीआई ने उसे सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार किया और मदद लेनी आरंभ कर दी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आकर सीबीआई की मदद कर रहा है।



सीबीआई ने ऑडियो जांच के लिए आवाज नमूनों की अर्जी लगाई
सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) में आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।


भंवरी अपहरण प्रकरण में कुछ दिन पहले भंवरी और सोहनलाल का ओडियो टेप बाजार में आया था। जेल में हुई दूसरे आरोपी शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी दो दिन पहले उजागर हुई थी। इन ओडियो टेप की आवाजों की जांच करने के लिए सीबीआई आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने का प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है भंवरी-सोहनलाल की बातचीत में भंवरी अजमेर के लॉकर में चार सीडी होने का जिक्र करती है तथा सोहनलाल उसे पैसे दिलाने का वादा करता है।

दिन दहाड़े भतीज ने चाचा की हत्या की

दिन दहाड़े भतीज ने चाचा की हत्या की 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भीड़ भाद वाले इलाके में आज सुबह भातिज ने चाचा की चाकुओ से गोद कर हत्या कर दी .पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया की बाड़मेर शहर की मुख्य बाज़ार रतन सिंह बाज़ार में एक शराब के ठेके पर सुरेश सोनी पुत्र तुलसीदास सोनी उम्र ३० साल शराब पीने गया जहा अज्ञात व्यक्ति ने आकर सुरेश पर चाकुओ से तबाद तोड़ वर किये जिससे सुरेश की मौके पर ही मौत हो गयी ,पुलिस को सुइचना मिलाने पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके उप अधीक्षक नाजिम अली खान सी आई लूंन सिंह सहित पुलिस बल मौके पर पहुँच शव को बरामद कर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा पुलिस द्वारा गहन पूछताछ और जांच से खुलासा हुआ की सुरेश की हत्या उसके भतीज मुकेश ने की पुलिस बल मुकेश की तलास ककर रही हें इधर स्वर्णकार समाज के लोगो ने किसान छात्रावास से रेलवे फाटक ३२६ पर जाम लगा दिया तथा हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की लगभग एक घंटा तक जाम लगाने के बाद पुलिस ने प्रदर्सन करियो को आश्वस्त किया की हत्यारे की पहचान कर ली गयी हें जल्द पकड़ा जाएगा .दिन दहाड़े भीड़ भरे इलाके में हत्या की खबर सुनते ही भरी भीड़ जमा हो गयी एक  बरगी क्षेत्र में सनसनी फेल गयी पुलिस  अधीक्षक ने समझदारी का परिचय देते हुए शव को घटनास्थल से तुरंत पोस्त्मर्तम के लिए भेज दिया अन्यथा माहौल गड़बड़ा जता 

स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर बलात्‍कार, गर्भपात के लिए दबाव डालने और हत्‍या के प्रयास का केस



लखनऊ. पूर्व केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर बलात्‍कार, गर्भपात के लिए दबाव डालने और हत्‍या का प्रयास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने एक लड़की की शिकायत के आधार पर यह केस दर्ज किया है। लड़की बदायूं में रहती है। इससे पहले वह शाहजहांपुर में स्थित स्‍वामी के आश्रम में कई साल तक रह चुकी है।


अपर महानिदेशक (अपराध) सुबेश कुमार सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर आरोपों की जांच की जा रही है। चिन्‍मयानंद ने आरोपों से इनकार किया है और इसे राजनीतिक साजिश बताया है।


सूत्र बताते हैं कि शिकायत करने वाली लड़की दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय की छात्रा रही चुकी है। उसने शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक को एक विस्‍तृत चिट्ठी लिख कर चिन्‍मनयानंद के खिलाफ शिकायत भेजी थी। इसमें उन पर हमला करने, बलात्‍कार करने और जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है।


चिट्ठी मिलने के बाद लड़की को शुरुआती जांच के लिए वरिष्‍ठ अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया। लड़की बुधवार को खुद अफसरों के सामने आई। इसके बाद केस दर्ज कर लिया गया।


सूत्र बताते हैं कि लड़की का कहना है कि जब वह चिन्‍मयानंद के मुमुख आश्रम में रहती थी, तब उसके साथ बलात्‍कार किया गया था। बाद में वह किसी तरह वहां से भाग गई। उसका यह भी कहना है कि जब उसने पुलिस में शिकायत की बात की तो चिन्‍मयानंद ने उसे कथित तौर पर जान से मारने की कोशिश की।

भारत-पाकिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का कार्य लगभग पूरा


राजस्थान में भारत-पाक सीमा पर बाड़ लगाने का कार्य पूरा हो गया है, केवल जैसलमेर क्षेत्रा में बालू के टीलों को हटाए जाने की समस्या के कारण कुछ हिस्से लगभग 8 कि.मी. भाग में बाड़ लगाने का कार्य अभी बाकी है। पाकिस्तान से लगी जम्मू एवं कश्मीर की सीमा के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी अंर्तराष्ट्रीय सीमा है।
यह जानकारी सांसद श्री अश्क अली टाक को उनके अतरांकित प्रश्न के उत्तर में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्राी श्री मुल्लापल्ली रामचन्द्रन ने आज राज्यसभा में दी।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल तथा सेना भारत पाकिस्तान सीमा पर राजस्थान स्थित किसी भी जांच चौकी पर सुरक्षा जवानों की तैनाती नहीं करती है। तथापि, सुरक्षा की दृष्टि से सीमा सुरक्षा बल ने भारत पाकिस्तान सीमा पर राजस्थान में 270 सीमा जांच चौकियां (बी.ओ.पी.) स्थापित की हैं।

भंवरी के और गहने मिले!

भंवरी के और गहने मिले!

जोधपुर। एएनएम भंवरीदेवी मामले की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को लूणी विधायक मलखान विश्नोई के भाई परसराम व उसकी पत्नी बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई सहित करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की। इस बीच सीबीआई को कई जगह तलाशी के दौरान कुछ और आभूष्ाण मिले हैं। इसमें सोने के टॉप्स भी हैं।

बताया जा रहा है कि ये जेवर भंवरी के हैं। पांचवीं बार पूछताछ के लिए आए परसराम से करीब आठ घंटे पूछताछ की गई। कुसुम से चौथी बार पूछताछ की गई। वीडियो पार्लर संचालक राजेश फोफलिया, निलम्बित उप निरीक्षक लाखाराम, पीपाड़ शहर के जयराम मेघवाल, बाबूलाल से भी पूछताछ की गई। जोधपुर-डेगाना के बीच चलने वाली निजी बस के कंडक्टर के घर की तलाशी भी ली।

भंवरी के परिजन चिंतित : भंवरीदेवी के अपहरण को तीन माह हो चुके हैं, लेकिन उसके परिजनों को पता नहीं चल पाया है कि भंवरी कहां और किस हाल में है, जिन्दा भी है या नहीं? भंवरी के पति अमरचन्द का कहना है कि वह किसे अपना दु:ख बताए। बच्चों को उनकी मां के बारे में क्या जवाब दे?
चालान पेश करने की तैयारी : नब्बे दिन पूरे होने के चलते सीबीआई सोहन के खिलाफ चालान पेश करने की तैयारी में है।


सोने के हार की फोरेंसिक जांच

आबूरोड स्थित जोहरी से बरामद भंवरीदेवी के सोने के हार व लॉकेट की सीबीआई द्वारा केन्द्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच करवाई जाएगी। सीबीआई हार को नई दिल्ली स्थित सीएफएसएल भिजवा रही है।





नहर में तो नहीं डाला भंवरी का शव?
श्रीगंगानगर। लापता एएनएम भंवरी की हत्या करके लाश नहर में तो नहीं बहा दी गई? भंवरी मामले में मुख्य लापता आरोपी सहीराम की खाजूवाला क्षेत्र में मौजूदगी के साक्ष्य इस आशंका को बल देते हैं। हर रोज तीन-चार लाशें उगलती नहरों में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं उसमें भंवरी का शव तो नहीं?


भंवरी प्रकरण में "मोस्ट वांटेड" सहीराम की तलाश में बीकानेर जिले के खाजूवाला व आसपास के कई गांवों में पुलिस ने दबिश दी। वह अब तक पकड़ में नहीं आया। मुख्य इंदिरा गांधी नहर खाजूवाला के पास से निकलती है और वहां सहीराम की मौजूदगी संदेह पैदा करती है।


सीबीआई इस एंगल से भी जांच में जुटी है कि कहीं भंवरी के शव को खाजूवाला के आसपास इंदिरा गांधी नहर में ठिकाने तो नहीं लगाया है। दरअसल इंदिरा गांधी नहर में हर रोज अलग-अलग जगह तीन-चार और महीने में सौ से भी ज्यादा शव बहते हुए आते हैं। इस राज से पर्दा तो सहीराम की गिरफ्तारी के बाद ही उठ पाएगा।


ऎसे पूरा होता है शव का सफर


पंजाब के फिरोजपुर जिले में स्थित हरिके हैडवर्क्स इंदिरा गांधी नहर का उद्गम स्थल है। जानकारों के अनुसार फिरोजपुर के आसपास कोई शव नहर में डाला जाए तो राजस्थान की सीमा में आते-आते वह इतना क्षत-विक्षत हो जाता है कि उसकी शिनाख्त मुश्किल हो जाती है।


नहर में शव की गति डेढ़ किमी प्रति घंटा होती है। नहर में डालने पर शव कुछ देर खड़ी अवस्था में बहता है। पानी भरने पर वह लेटी हुई अवस्था में बहता है।


हत्या का इशारा...


इंदिरा गांधी नहर के साथ गंगनहर व भाखड़ा नहर में आने वाले शवों का कपड़े या बोरे में बंद होना, युवक व युवती का एक साथ रस्सी से बंधे होना, शव का गला कटा होना या शरीर पर चोटों के निशान इशारा करते हैं कि मौत स्वाभाविक नहीं। पंजाब व हरियाणा के अपराधियों में हत्या के बाद शव को नहर में डालने की प्रवृत्ति पुरानी है। राजस्थान में भी अपराधी तत्वों में इस प्रवृत्ति का असर है। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में हत्या के बाद शव नहरों में डालने के कई मामले सामने आए हैं।

ठिकाने लगाने का जरिया


इंदिरा गांधी नहर के पानी ने उत्तर-पश्चिमी राजस्थान की बंजर भूमि को हरित क्षेत्र में बदला है, वहीं अपराधियों के लिए इसका पानी हत्या के बाद शवों को ठिकाने लगाने का जरिया बन गया है। पंजाब व हरियाणा में 167 किमी व राजस्थान में 37 किमी लंबी राजस्थान फीडर तथा इससे आगे जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ तक 445 किलोमीटर लंबी इंदिरा गांधी मुख्य नहर में हर साल सैकड़ों शव अंतिम सफर करते हैं। इनमें से कइयों की शिनाख्त हो जाती है और कई बिना शिनाख्त दफना दिए जाते हैं।

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कलक्टर ने सुनाई खरी-खरी

कलक्टर ने सुनाई खरी-खरी

बालोतरा। अधिकारी आमजन के साथ अच्छा व्यवहार करें।संवेदनशीलता का परिचय देते हुए तत्परता से कार्य करें।जिला कलक्टर डॉ.वीणा प्रधान ने बुधवार को उपखंड सभागार में नगर पार्षदों व अधिकारियों की आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। बैठक में पाष्ाüदों ने नगर की विभिन्न जनसमस्याओं पर कड़ा विरोध जताते हुए नगरपालिका के अधिकारियों पर कमीशन वसूलने का आरोप लगाया। बैठक की शुरूआत में पार्षद मांगीलाल सांखला ने कहा कि नगर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। आमजन परेशान है। अधिकारी मोनिटरिंग नहीं करते है। उन्होंने प्रथम फाटक पर ओवरब्रिज बनाने व मिस्त्री मार्केट के लिए अलग स्थान आवंटित करने की मांग रखी।

उन्होंने नगरपालिका के कार्यो का भौतिक सत्यापन करवाने की बात कहते हुए अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे निर्माण कार्यो में कमीशन वसूलते है। नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री ने कहा कि नगर की सीवरेज व्यवस्था की हालत खराब है। वहीं पाईप लाईनों के जगह-जगह के लीकेज होने से आमजन परेशान है।

पाष्ाüद नरसिंग प्रजापत ने कहा कि शहर में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हो रहे है। इसे लेकर नगरपालिका गम्भीर नहीं है। पाष्ाüद चन्द्रा बालड़ ने अनियमित जलापूर्ति का जिक्र करते हुए कहा कि लाईन मैन अपनी मनमर्जी से वाल खोलते है। पार्षद नरसिंग प्रजापत व रतन खत्री ने जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता की शिकायतकर्ता को फटकार लगाने की आदत का जिक्र करते हुए जमकर खिंचाई की।

उन्होंने नगर में बदहाल पेयजल व्यवस्था के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। मानवेन्द्रसिंह ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का जिक्र करते हुए नि:शुल्क दवाइयों की दुकानें समय पर नहीं खुलती है। पार्षद दुर्गादेवी सोनी ने कहा कि रात में कम दबाव से की जाने वाली जलापूर्ति से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पेयजल समस्या को लेकर उभरे आक्रोश पर जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुरेशचन्द्र को फटकार लगाते हुए कहा कि अच्छे कर्मो से नौकरी मिली है।

नौकरी लगते ही सिर पर चढ़ गए हों। सभी पार्षदों के आक्रोश से लगता है कि आम जन के प्रति आपका व्यवहार सही नहीं है। आप सीधे मुंह बात नहीं करते हो। रवैया सुधार लो नहीं तो दिक्कत खड़ी हो जाएगी। दफ्तर की व्यवस्था सुधारे वहीं वातावरण को सुन्दर बनाएं। सरकारी भूमि पर अतिक्रमणों के मामलों में उन्होंने अधिशाषी अधिकारी को सख्त हिदायत दी। वहीं बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए बाजार की दुकानों के आगे अतिक्रमण कर रखे सामान को जब्त करने की चेतावनी दी।

विधायक मदन प्रजापत ने नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी से कहा कि फ्लड चैनल का निर्माण नहीं होने तक इसके नजदीक में कोई निर्माण नहीं होने दे। उन्होंने एमबीआर राजकीय महाविद्यालय के आगे भूमि अवाप्ति से पूर्व बनी ईमारत को हटाने व बालोतरा में शीघ्र ही जिला परिवहन कार्यालय खुलने की संभावना जताई। वहीं इसी वर्ष ओवरब्रिज निर्माण शुरू होने की बात कही। बैठक में उपखण्ड अधिकारी ओ.पी. विश्नोई सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

ट्रैफिक कंट्रोल करने को लेकर दिए सुझाव


ट्रैफिक कंट्रोल करने को लेकर दिए सुझाव
सीएलजी की बैठक

बाड़मेर शहर में क्राइम और ट्रैफिक व्यवस्थाओं को लेकर बुधवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे कोतवाली परिसर में सीएलजी की बैठक डीएसपी नाजिम अली की उपस्थिति में हुई। बैठक में बढ़ते ट्रैफिक को कंट्रोल करने, पार्किंग स्टैंड के लिए जगह तलाशने सहित शहर की विभिन्न समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया। सदस्यों ने आवारा पशुओं को पकडऩे, बिना नंबर के वाहनों की धरपकड़, नाबालिग होने पर भी वाहन चलाने के खिलाफ कार्रवाई का सुझाव रखा। वहीं ऑपरेशन रोमियो के तहत स्कूलों में शिकायत बॉक्स लगाने, टैंपो की बढ़ती संख्या को देखते हुए रूट तय करने, प्रदूषण को रोकने के लिए समय पर वाहनों की चैकिंग करने पर विचार-विमर्श किया गया। कोतवाल लूणसिंह ने किसान बोर्डिंग के सामने रेलवे फाटक पर ट्रैफिक दबाव को देखते हुए अतिरिक्त ट्रैफिककर्मी लगाने का सुझाव दिया। पार्किंग की समस्या को लेकर सदस्यों ने पालिका बाजार के अंडरग्राउंड और गांधी चौक पर खाली स्थानों पर पार्किंग स्टैंड बनाने की मांग की।

संदिग्धावस्था में घूमते दो गिरफ्तार, चोरी कबूली


संदिग्धावस्था में घूमते दो गिरफ्तार, चोरी कबूली

गुड़ामालानी थानांतर्गत पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान दो युवकों को संदिग्धावस्था में घूमते पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने चोरियां करना कबूला है।थानाधिकारी ताराराम बैरवा ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान एएसआई राजूसिंह मय जाब्ता जैन मोहल्ला में संदिग्धावस्था में घूमते दो व्यक्तियों से पूछताछ की। दोनों व्यक्तियों नरपतराज पुत्र सुखदेव पुरोहित उम्र 26 वर्ष निवासी रेवतड़ा, जिला जालोर व घेवरचंद पुत्र खुमाराम सारहण विश्नोई उम्र 30 वर्ष निवासी हेमागुड़ा झांव जिला जालोर ने पूछताछ के दौरान अपनी अल्टो कार नं आरजे 16 सीए 1928 खराब होने की बात कही तथा पता पूछने पर बहाने बाजी करने लगे। पुलिस की ओर से सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने कृष्ण कुमार पुत्र मूलाराम सोनी की मुख्य बाजार में स्थित सोने-चांदी की दुकान से चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। कृष्ण कुमार की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को दोनों आरोपियों से और भी चोरियों का राज खुलने की उम्मीद है।

हर चुनौती से निपटने को तैयार बॉर्डर के जवान


हर चुनौती से निपटने को तैयार बॉर्डर के जवान



बाड़मेर  आधुनिक हथियारों से लैस बीएसएफ के जवानों को सीमा की रक्षा के लिए हर चुनौती स्वीकार है। ये कहना है बीएसएफ के डीआईजी माधुसिंह चौहान का। उन्होंने गुरुवार को बीएसएफ के 46वें स्थापना दिवस पर जवानों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि भारतीय संविधान के मूल्यों को सर्वोपरि मानते हुए राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने में हर स्तर पर सीमा सुरक्षा बल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर उन्होंने  विशेष बातचीत में बताया कि बीएसएफ की स्थापना एक दिसंबर 1965 को हुई थी। उन्होंने बताया कि बीएसएफ विश्व का सबसे बड़ा अद्र्धसैनिक बल है और इसे भारत सरकार की ओर से समय-समय पर अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाती रही है। जवानों ने आंतरिक सुरक्षा सहित आतंकियों और नक्सलियों से डटकर सामना करते हुए देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। उन्होंने बताया कि बीएसएफ के सराहनीय कार्यों को देखते हुए बल को अत्याधुनिक हथियार, संचार व्यवस्था, वाहन और निगरानी के उपकरण, हवाई जहाज, अत्याधुनिक नौकाएं, तोपखाने, ऊंट और अश्व दस्ते से सुसज्जित किया गया है। बीएसएफ देश की सुरक्षा के लिए खतरा बनने वाली किसी भी चुनौती को निष्क्रिय करने के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने स्थापना दिवस पर संकल्प लेते हुए देशवासियों को आश्वस्त किया कि बीएसएफ के होते हुए देश की सीमाएं सदैव सुरक्षित रहेगी।

गौरवशाली रही इनकी सेवाएं: स्थापना दिवस पर विशेष बातचीत में जिले के सेतराऊ निवासी रिटायर्ड कमांडेंट कल्याणसिंह ने बताया कि उन्होंने बीएसएफ के विकास को देखा है। उन्होंने 1967 में बीएसएफ ज्वॉइन की। वे बताते है कि उनके ज्वॉइन करने के समय बीएसएफ की 27-28 बटालियन थी, लेकिन अब 100 बटालियन हो गई है। अपनी साढ़े सैंतीस साल की नौकरी में उन्होंने बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई लड़ी। वे 1971 में बांग्लादेश में तैनात रहे और 14 दिन तक चली जंग में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि बीएसएफ में अनुशासन, प्रशिक्षण, काम और सीमा पर चौकसी उनमें हमेशा एक नया जोश भर देती थी। यही जोश उन्हें हमेशा आगे रखता था।

दुनिया भर में अनूठे हैं गजेटेड़ हनुमानजी....

दुनिया भर में अनूठे हैं गजेटेड़ हनुमानजी....

 - डॉ. दीपक आचार्य
अब तक आपने सरकारी तंत्र में अफसरों की गजेटेड़ या नॉन गजेटेड़ (राजपत्रित अथवा अराजपत्रित) किस्मों के बारे में सुना होगा। मगर अब ऐसे हनुमानजी महाराज का पता चला है जो ‘गजेटेड़’ हैं। जैसलमेर जिला मुख्यालय पर स्थित मन्दिर में विराजित बजरंग बली ‘गजेटेड़ हनुमान’ के नाम से जाने और पूजे जाते हैं। जन-जन में इनके प्रति अगाध आस्था और श्रृद्धा भाव हिलोरें लेता है। पूरी दुनिया में यह अपनी तरह के अन्यतम हनुमान हैं। राजस्थान के ठेठ पश्चिम में मरुस्थलीय जैसलमेर जिले में गजेटेट हनुमान जी का मन्दिर भक्तों की आस्था का बड़ा भारी केन्द्र है। यह मंदिर जैसलमेर शहर में मुख्य डाकघर के सामने पुराने बिजली घर स्थित जोधपुर विद्युत वितरण निगम कार्यालय परिसर में है जहाँ हनुमान भक्तों की भीड़ लगी रहती है। सदियों पुरानी है हनुमान प्रतिमा निज मन्दिर में गजेटेड़ हनुमानजी की पाँच फीट की भव्य मूर्ति सदियांे पुरानी बतायी जाती है। जिस स्थान पर मन्दिर बना है वहाँ पहले घना जंगल था जहाँ इस प्राचीन मूर्ति की तपस्वियों और सिद्ध संतों द्वारा एकान्त सेवन के साथ ही पूजा-अर्चना की जाती रही। शहर का विस्तार होने से हनुमान भक्तों का ध्यान इस ओर गया। बाद में मन्दिर बनाया गया जो अब लगातार विस्तार पाता जा रहा है। मन्दिर के गर्भगृह में भगवान श्री हनुमानजी के सम्मुख पिछले ढाई दशक से अखण्ड दीपक जल रहा है। निज मन्दिर के द्वार के समीप गोवर्द्धन(शिलालेख स्तंभ) है जिससे इस क्षेत्र की प्राचीनता का बोध होता है। हिन्दुस्तान का यह पहला हनुमान मंदिर है जिसमें बिराजित हनुमान जी महाराज गजेटेड़ यानि राजपत्रित हैं। हनुमान भक्तों की गजेटेड़ हनुमान पर अटूट आस्था है। भक्तों का मानना है कि हनुमानजी हर किसी की मुराद जरूर पूरी करते हैं। चूंकि बिजली विभाग के परिसर में हैं अतः इन हनुमानजी को भक्तगण ‘करंट बालाजी’ के नाम से भी पुकारते हैं। इन भक्तों की पक्की मान्यता है कि जो भी भक्त हनुमान दादा के दरबार में आ जाता है, हनुमानजी उनकी सारी मनोकामनाएं करंट की मानिंद पूर्ण करते हैं। सरकारी नुमाइन्दों ने बनाया गजेटेड़ हनुमानजी को गजेटेड़ क्यों कहा जाता है और वे गजेटेड़ कब बने, इसका कोई धार्मिक या शास्त्रीय प्रमाण तो नहीं मिलता लेकिन माना जाता है कि ज्यादातर सरकारी लोगों की आवाजाही तथा चमत्कारिक प्रतिमा की वजह से उन्हें यह नाम मिला। गजेटेड़ होने की वजह से ख़ासकर राज-काज से जुड़े कामों में हनुमान जी विशेष मदद करते हैं। यही कारण है कि यहाँ आने वाले हनुमान भक्तों में सरकारी सेवाओं में जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या भी खूब रहती है।
 : - डॉ. दीपक आचार्य