मंगलवार, 1 नवंबर 2011

मौन रहकर निकाली रैली

मौन रहकर निकाली रैली
बाड़मेर  पदोन्नति में आरक्षण बंद करने संबंधी न्यायपालिका के निर्णय की क्रियान्विति के लिए समता आंदोलन समिति ने सोमवार शाम पांच बजे डाक बंगले से मौन जुलूस एवं रैली निकाल अपना विरोध जताया। जिला मुख्यालय के अतिरिक्त चौहटन, सिणधरी, बायतु, शिव सहित ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में समता कार्यकर्ताओं ने मौन जुलूस में भाग लेकर रोष व्यक्त किया। जिलाध्यक्ष किशोर शर्मा ने बताया कि पदोन्नति में आरक्षण बंद करवाने के लिए 21 माह से चल रहे शांतिपूर्ण संवैधानिक आंदोलन के बाद रैली निकाली। रैली का नेतृत्व तहसील अध्यक्ष घमंडाराम कडवासरा ने किया। समिति सचिव महेश सुथार ने बताया कि रैली में संयोजक छगनलाल खत्री, कोषाध्यक्ष जोधाराम चौधरी, इंद्रप्रकाश पुरोहित, बालसिंह, प्रेम दान, शेर सिंह भुरटिया, दौलत सिंह, हरपाल राव, जुगल किशोर, रमाकांत, रश्मिकांत, सूराराम चौधरी दीपक रणधा, किशन प्रजापत सहित दीपक ठक्कर जेठाराम सहित कार्यकर्ता मौजूद थे।

चौहटनत्न समता आंदोलन समिति चौहटन के ब्लॉक अध्यक्ष हीरा राम चौधरी एवं संरक्षक रघुनाथ विश्नोई के नेतृत्व में सोमवार को बड़ी संख्या में पदाधिकारियों ने मौन जुलूस निकाला।

कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष तिलोक चौधरी एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष मालाराम विश्नोई को ज्ञापन सौंप कर सरकार से सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की पालना में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने की मांग की । समता आंदोलन के संरक्षक रघुनाथ विश्नोई ने बताया कि प्रदेश समिति के आह्वान पर पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष के माध्यम से सरकार एवं विपक्षी पार्टी के नेताओं से न्यायालय के निर्णय को तुरंत लागू करवाने की पैरवी की ।

बायतुत्नपदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के न्यायिक निर्णय की पालना करवाने की मांग को लेकर समता आंदोलन समिति के बैनर तले कर्मचारियों ने मौन जुलूस व रैली निकाली। पंचायत समिति कार्यालय के आगे शुरू हुई रैली मौन जुलूस के रूप में मुख्य चौराहा पहुंची। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चेतन राम चौधरी एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष हेराजराम सऊ के निवास स्थान जाकर उन्हें सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा।

एसपी ने सेवा चिह्न से किया सम्मानित


एसपी ने सेवा चिह्न से किया सम्मानित



बाड़मेर  पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारी जिन्होंने निष्ठा एवं बेदाग रहते हुए कार्य किया उनका पुलिस लाइन में सोमवार को आयोजित परेड एवं सम्मान समारोह में ग्रेडिंग के आधार पर कुल 233पुलिस कर्मियों को सेवा चिह्न लगा एसपी संतोष चालके ने सम्मान किया । बाड़मेर में कार्यरत पुलिस कर्मचारियों को वर्ष 2008 में 17 उत्तम सेवा चिह्न, 4 अति उत्तम सेवा चिह्न, वर्ष 2009 में 29 उत्तम सेवा चिह्न, 3 अति उत्तम सेवा चिह्न तथा 4 सर्वोत्तम सेवा चिह्न तथा वर्ष 2010 में 155 उत्तम सेवा चिह्न तथा 18 अति उत्तम सेवा चिन्ह तथा 3 सर्वोत्तम सेवा चिन्ह प्रदान किए गए। इस मौके पुलिस विभाग की ओर से मंत्रालयिक संवर्ग के कनिष्ट लिपिक गोपाराम विश्नोई को राजस्थान पुलिस दिवस 2010 के अवसर पर महा निदेशक पुलिस राजस्थान जयपुर की ओर से प्रदान किया गया प्रशस्ति पत्र भी इस समारोह के दौरान एसपी संतोष चालके की ओर से प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।

विभिन हादसों में दो महिलाओ सहित तीन की मौत



टांके में गिरने से महिला की मौत

बालोतरा पचपदरा थानांतर्गत टांके में गिरने से एक विवाहिता की मौत का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चेतनराम पुत्र दौलाराम जाट निवासी भीमरलाई ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पत्नी वरजू देवी पुत्री फुसाराम जाट निवासी कुडला टांके में से पानी निकालने के दौरान पैर फिसलकर टांके में गिर गई। उसे बाहर निकालकर उपचार के लिए बायतू अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

जीप की टक्कर से एक की मौत

बालोतरा सिवाना थानांतर्गत जीप की टक्कर से एक मोटरसाइकिल चालक की मौत का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार भरमाराम पुत्र भूराराम वादी निवासी लाखानी बागोड़ा जालोर ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार रात्रि में उसका भाई बाबूलाल मोटरसाइकिल पर घर की ओर जा रहा था। तभी जीप ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे उसके भाई को गंभीर चोटें आई। उपचार के लिए जोधपुर ले जाने के दौरान उसके भाई ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

टांके में गिरने से महिला की मौत
बालोतरा पचपदरा थानांतर्गत टांके में गिरने से एक विवाहिता की मौत का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चेतनराम पुत्र दौलाराम जाट निवासी भीमरलाई ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पत्नी वरजू देवी पुत्री फुसाराम जाट निवासी कुडला टांके में से पानी निकालने के दौरान पैर फिसलकर टांके में गिर गई। उसे बाहर निकालकर उपचार के लिए बायतू अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

बेटे की चाह में बढ़ रही जनसंख्या

बेटे की चाह में बढ़ रही जनसंख्या
हकीकत : मां नहीं, परिजन तय करते हैं बच्चों की संख्या, नसबंदी ऑपरेशन भी परिवार की मर्जी से ही

बाड़मेर बेटों की चाह में बाड़मेर में जनसंख्या वृद्धि दर पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सोमवार को सरकारी अस्पताल में दोपहर दो बजे तक नौ बच्चों की किलकारियां गूंजी। दुनिया की आबादी सात अरब होने के संदर्भ में  प्रसूताओं से बात की तो कई चौंकाने वाली बात सामने आई। ज्यादातर केसेज ऐसे थे जिनके दो बच्चों से भी ज्यादा थे लेकिन बेटे की चाहत में तीसरा... चौथा...पांचवां बच्चा। बातचीत में महिलाओं ने माना कि वे परिवार सीमित रखने की चाहत रखती हैं। लेकिन परिजन की चाहत बेटे की होती है।

राजकीय अस्पताल में 30 अक्टूबर को 15 डिलेवरी हुई। इसमें 11 ऐसी महिलाएं थीं जिनके दो से अधिक बच्चे हैं।वहीं निजी अस्पतालों में दो दिनों में छह डिलेवरी हुई। इनमें भी ज्यादातर के दो बच्चे से ज्यादा हैं। बड़ाऊ निवासी हजारी देवी ने छठवें बच्चे को जन्म दिया।


इसमें से एक बच्चे की पहले ही मौत हो गई।

पूछने पर कहा कि चार बच्चों के बाद ऑपरेशन करवाया था। लेकिन इसके बावजूद फिर बच्ची हो गई। वहीं नांद निवासी रामू तो सपाट कहते हैं कि उनके दो बच्चियां ही हैं। जब बेटा होगा तभी ऑपरेशन करवाएंगे। वहीं दो बच्चियों के बाद बेटे के जन्म से खुशी जयंती कहती हैं कि अब बेटा हो गया है। अब ऑपरेशन कराएंगे।

बजरंगबली को मीठा पान चढ़ाएं


बजरंगबली को मीठा पान चढ़ाएं

शास्त्रों के अनुसार अष्ट चिरंजीवी बताए गए हैं। इनमें से एक हैं हनुमानजी। त्रेतायुग में श्रीराम के सभी बिगड़े कार्य संवारने वाले पवनपुत्र हनुमानजी को माता सीता द्वारा अमरता का वरदान प्राप्त है। इसी वजह से हनुमानजी को चिरंजीवी माना जाता है। आज भी जहां-जहां रामायण का पाठ, सुंदरकांड का पाठ या श्रीरामजी का पूजन आदि किया जाता है वहां बजरंग बली किसी न किसी रूप में अवश्य प्रकट होते हैं।

कलयुग में इनकी भक्ति सभी मनोरथ पूरी करने वाली मानी गई है। हनुमानजी बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक हैं। ज्योतिष के अनुसार इनकी पूजा से व्यक्ति की कुंडली के सभी ग्रह दोषों का प्रभाव स्वत: ही समाप्त हो जाता है। इसी वजह से प्रति मंगलवार और शनिवार को सभी हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। वैसे तो इनका पूजन प्रतिदिन किया जाना चाहिए लेकिन मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी को पूजन का विशेष महत्व माना गया है।

यदि कोई व्यक्ति किसी संकट में फंसा हुआ है और उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा या कोई बहुत जरूरी कार्य काफी दिनों से अटका हुआ है या इसी तरह की कोई अन्य परेशानी हो तो हनुमानजी का ध्यान करें। प्रति मंगलवार और शनिवार को बजरंगबली को बिना चूना लगा हुआ एक मीठा पान चढ़ाएं। पान चढ़ाने के साथ ही तेल का दीपक लगाएं, हार-फूल अर्पित करें। प्रार्थना करें कि आपके सभी कार्य पूर्ण हो। इस प्रकार प्रार्थना के बाद हनुमान चालिसा का पाठ करें। यदि पर्याप्त समय हो तो सुंदरकांड का पाठ श्रेष्ठ है।