रविवार, 2 अक्तूबर 2011

रिसर्च में भी मांग ली अस्मत

रिसर्च में भी मांग ली अस्मत

जबलपुर। मेडिकल की पढ़ाई में पास होने के लिए अस्मत मांगने के प्रकरण की आंच अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि रिसर्च वर्क (पीएचडी) में महिला वैज्ञानिक की अस्मत दांव पर लगने का मामला सामने आ गया।

अस्मत के सौदागरों के तार पहले रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से जुड़े जबकि इस बार किस्मत के बदले अस्मत मांगने वाला शख्स डॉ. विजय बहादुर उपाध्याय शहर के ही दूसरे प्रमुख शिक्षा केन्द्र जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में समन्वित फसल प्रणाली योजना का प्रोजेक्ट हैड है।

अपने ओहदे का दुरूपयोग कर डॉ. उपाध्याय ने सहकर्मी महिला वैज्ञानिक निशा सप्रे मेहरा को बहलाने-फुसलाने की कोशिश की। जब वे सफल नहीं हुए तो पीएचडी में सफलता दिलाने के बदले शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला। डॉ. उपाध्याय की हरकतों से डेढ़ साल से परेशान महिला वैज्ञानिक ने आखिरकार मामले को उजागर कर दिया।

परिवार से मिली हिम्मत
 निशा ने बताया कि करीब डेढ़ साल से मैं उपाध्याय की हरकतों से परेशान हूं। वर्ष 2009 से जो बात इशारों और टिप्पणी में शुरू हुई वो 12-13, अप्रेल 2011 को खुलकर सामने आ गई। डॉ उपाध्याय ने सप्रे से स्पष्ट कहा- मेरी शर्त मान लो, पीएचडी हो जाएगी।

विभाग प्रमुख की फरमाइश को ठुकराने के बाद महिला वैज्ञानिक निशा को प्रताडित करने का दौर शुरू हो गया। लोक-लाज और पारिवारिक इज्जत की खातिर निशा पिछले डेढ़ साल से अश्लील इशारों और टिप्पणियों में प्रोफेसर की फब्तियां बर्दाश्त करती रही। विश्वविद्यालय प्रबंधन से मदद नहीं मिलने के बाद उसने परिवार वालों को ये बताया कि उपाध्याय मुझसे अनैतिक संबंधों की मांग कर रहे हैैं। परिवार के हिम्मत बंधाने के बाद निशा ने पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत की।

जांच के बजाय साक्ष्य मांगे
निशा ने एग्र्रोनॉमी विभाग के प्रमुख डॉ गिरीश झा और महिला उत्पीड़न प्रकोष्ठ की डॉ सतरूपा राव को 20 जुलाई को गोपनीय शिकायत की। 21 जुलाई को विवि प्रबंधन ने डॉ उपाध्याय का गंजबासौदा तबादला कर दिया। तबादला आदेश में कारण गंजबासौदा के प्रोफेसर का स्वास्थ्य खराब होना बताया गया।

मामले की जांच के लिए विवि ने दो सदस्यीय जांच समिति गठित की। समिति में टीकमगढ़ कृषि कॉलेज के डीन डॉ पी के मिश्रा और डॉ सतरूपा राव को शामिल किया गया। सप्रे के अनुसार समिति की वैधानिकता ही संदेह के घेरे में है। जांच समिति ने उसके आरोपों के संबंध में जांच करने के बजाय उससे साक्ष्यों की मांग की। करीब 70 दिनों में जांच समिति किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी।

पुलिस ने मांगी जांच रिपोर्ट
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले में विश्वविद्यालय द्वारा जांच की जा रही है। पुलिस ने विवि की जांच रिपोर्ट तलब की है। जांच रिपोर्ट में मिले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाने की संभावना है। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि मामले की जांच सीएसपी गोहलपुर से कराई जाएगी। शिकायत सही पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


पुलिस ने मांगी जांच रिपोर्ट
पुलिस सूत्रों की माने तो इस मामले में विश्वविद्यालय द्वारा जांच की जा रही है। पुलिस ने विवि की जांच रिपोर्ट तलब की है। जांच रिपोर्ट में मिले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाने की संभावना है। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि मामले की जांच सीएसपी गोहलपुर से कराई जाएगी। शिकायत सही पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


महिला वैज्ञानिक निशा सप्रे की शिकायत पर जांच समिति गठित की गई है। सामान्यत: एक सदस्यीय जांच समिति बनाई जाती है। महिला का मामला देखते हुए महिला उत्पीड़न प्रकोष्ठ की डॉ सतरूपा राव को भी समिति में शामिल किया गया। समिति जांच में किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी क्योंकि महिला वैज्ञानिक ने समिति के सामने पक्ष नहीं रखा।
बी बी मिश्रा, कुलसचिव जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि

महिला वैज्ञानिक की शिकायत के बाद डॉ उपाध्याय का तत्काल तबादला कर दिया गया था। मामले के लिए समिति गठित की गई है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। निशा ने जांच समिति के संबंध में विवि प्रबंधन को कोई शिकायत नहीं की है। प्रो गौतम कल्लू, कुलपति कृषि विवि

मैंने जांच समिति के समक्ष अपना पक्ष प्रस्तुत कर दिया है। लापरवाही बरतने पर निशा सप्रे को कई बार मैंने मौखिक रूप से समझाया। समय पर कार्यस्थल नहीं पहुंचने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। इसके बावजूद उनके रवैये में कोई सुधार नहीं आया तो विभाग प्रमुख डॉ गिरीश झा से शिकायत की। इससे नाराज होकर सप्रे ने मनगढ़ंत आरोप लगा दिए।
डॉ विजय बहादुर उपाध्याय भूतपूर्व योजना प्रमुख एग्रोनॉमी

जयपुर के अजमत बने "लिटिल चैम्प्स"

जयपुर के अजमत बने "लिटिल चैम्प्स"

सूरत। टीवी रियलिटी शो सारेगामा लिटिल चैम्प्स का ताज जयपुर के 10 वर्षीय अलबेले गायक अजमत के सिर सजा है। शनिवार रात यहां आयोजित भव्य ग्रैंड फिनाले में तीनों फाइनलिस्ट अजमत, सलमान और नितिन के बीच कांटे का संघर्ष रहा। दर्शकों के वोट के आधार पर अजमत को विजेता घोषित किया गया।

बॉलीवुड अभिनेता शाहरूख खान ने अजमत को विजेता का ताज पहनाया। सलमान फर्स्ट और नितिन सेकंड रनरअप रहे। विजेता की घोषणा होते ही अजमत भावुक हो गया और उसके आंसू निकल आए। उसने कहा, इस मुकाम तक पहुंचना उसके लिए सपना सच होने जैसा रहा।शाहरूख ने अजमत को विशेष गुडिया भी भेंट की।

अजमत की जीत का जश्न
जयपुर। चार दरवाजा स्थित मथुरा वालों की हवेली में शाम से ही उत्सुकता का माहौल था। हवेली के बाहर ही टीवी लगाया गया था और पूरा मोहल्ला एक साथ टीवी देख रहा था। लोगों ने दम साध कर पूरा कार्यक्रम देखा और जैसे ही अजमत की जीत का ऎलान हुआ पूरा चार दरवाजा क्षेत्र पटाखों की आवाज से गूंज उठा। अजमत की जीत की खुशी सड़कों पर भी नजर आई और सैकड़ों युवकों ने बड़ी चौपड़ तक जुलूस निकाल कर खुशी का इजहार किया।

मथुरावालों की हवेली से फिर निकला हीरा
अजमत हुसैन जयपुर की मथुरा वालों की हवेली से निकला एक और हीरा है। पुराने जयपुर में चार दरवाजा स्थित इस हवेली ने देश को मोहम्मद हुसैन, अहमद हुसैन जैसे गजल गायक दिए हैं। इनके भांजे मोहम्मद वकील जीटीवी के कार्यक्रम सारेगामा के विजेता रह चुके हैं। आज इसी हवेली से अजमत के रूप में एक और नायाब गायक मिला है। अजमत के दादा रफीक हुसैन भी शास्त्रीय संगीत के जानकार रहे हैं। अजमत चार दरवाजा के ही अल अमीन पब्लिक स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता है। उसके तीन भाई और हैं।

कृतज्ञ राष्ट्र ने "बापू" को याद किया

कृतज्ञ राष्ट्र ने "बापू" को याद किया

नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 142वीं जयंती के मौके पर रविवार को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह सहित तमाम आला राजनैता राजघाट पर श्रृद्धांजलि देने पहुंचे। यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और शहरी विकास मंत्री कमल नाथ भी राजघाट पहुंचे।

सोनिया गांधी सर्जरी के दो महीने बाद पहली बार राजघाट पहुंचीं। वह अमरीका में इलाज के बाद पिछले महीने की 8 तारीख को स्वदेश लौटी थीं।

इस अवसर पर राजघाट पर के बापू की पोती तारा गांधी ने दुनिया को अहिंसा के महत्व से रूबरू कराने के लिए वहां मौजूद सभी लोगों से एक मिनिट का मौन रखने की अपील की।

महात्‍मा गांधी की स्मृति में


महात्‍मा गांधी की स्मृति में

आज जिस भारत में हम निवास कर रहे हैं वहां आतंकवादी हमलों तथा क्षेत्रीय विवादों के रूप में बड़े स्‍तर पर हिंसा देखी जा रही है। हमारे नागरिकों का जीवन विक्षोभ और भ्रम से बोझिल हो चुका है। निर्दोष नागरिक अपने जीवन खो देते हैं या उन्‍हें हमलों के डर से अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता है, अत: शांति और अहिंसा की आवश्‍यकता अनुभव की जा रही है।

महात्‍मा गांधी को आज भारतीय स्‍वतंत्रता संग्राम में उनके द्वारा किए गए असाधारण योगदान के लिए ही नहीं अपितु अन्‍याय और असंगति के साथ निपटने में दुनिया को एक नई विचाराधारा देने के लिए भी याद किया जाता है। उन्‍होंने हमें अहिंसा का पा�� पढ़ाया हैं, जो मतभेदों के शांतिपूर्ण समाधान हेतु एक साधन के रूप में अहिंसा का उपयोग करने को प्रोत्‍साहन देता है।(पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है)

महात्‍मा गांधी को हम प्रेम से ‘बापू’ कहते हैं, जो राष्‍ट्रपिता हैं और दुनिया भर में उन्‍हें सबसे शक्तिशाली साधन – सत्‍य और अहिंसा से स्‍वतंत्रता का संघर्ष जीतने के लिए याद किया जाता है। महात्‍मा गांधी का जन्‍म 2 अक्‍तूबर, 1869को पोरबंदर में हुआ था जो गुजरात राज्‍य का एक तटीय कस्‍बा है। लगभग 18 वर्ष की उम्र में वे कानून का अध्‍ययन करने के लिए तथा एक बेरिस्‍टर के रूप में प्रशिक्षण पाने के लिए इंग्‍लैंड गए। लगभग 6 वर्ष बाद उन्‍होंने दक्षिण अफ्रीका में एक भारतीय फर्म के लिए कार्य संविदा को स्‍वीकार किया। वहां उन्‍होंने स्‍वयं अपनी आंखों से पूर्वाग्रह देखा, जहां उन्‍हें एक अश्‍वेत होने के कारण रेल के प्रथम श्रेणी के डिब्‍बे से बाहर निकाल दिया गया, जबकि उनके पास यात्रा का वैध टिकट था। यह घटना उनके जीवन का एक निर्णायक मोड़ बनी।




गांधी जी ने सत्‍याग्रह को ‘सत्‍य के लिए एक अथक खोज और सत्‍य की खोज की दृढ़ता’ के रूप में बताया। उन्‍होंने ट्रांसवाल में पहली बार एक नए अध्‍यादेश का विरोध करने के लिए इस तरीके का इस्‍तेमाल किया, जो वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के प्रति भेदभाव दर्शाता था। आगे चलकर, भारत में आने के बाद उन्‍होंने ‘स्‍वराज’ या स्‍वतंत्रता हेतु संघर्ष में इसे एक मुख्‍य विधि के रूप में अहिंसात्‍मक विरोध का तरीका अपनाया।






गांधी जी ने वर्ष 1917-18 के दौरान बिहार के चम्‍पारण नामक स्‍थान के खेतों में पहली बार भारत में सत्‍याग्रह का प्रयोग किया। यहां अकाल के समय गरीब किसानों को अपने जीवित रहने के लिए जरुरी खाद्य फसलें उगाने के स्‍थान पर नील की खेती करने के लिए ज़ोर डाला जा रहा था। उन्‍हें अपनी पैदावार का कम मूल्‍य दिया जा रहा था और उन पर भारी करों का दबाव था। गांधी जी ने उस गांव का विस्‍तृत अध्‍ययन किया और जमींदारों के विरुद्ध विरोध का आयोजन किया, जिसके परिणाम स्‍वरूप उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनके कारावास में डाले जाने के बाद और अधिक प्रदर्शन किए गए। जल्‍दी ही गांधी जी को छोड़ दिया गया और जमींदारों ने किसानों के पक्ष में एक करारनामे पर हस्‍ताक्षर किए, जिससे उनकी स्थिति में सुधार आया।

इस सफलता से प्रेरणा लेकर महात्‍मा गांधी ने भारतीय स्‍वतंत्रता के लिए किए जाने वाले अन्‍य अभियानों में सत्‍याग्रह और अहिंसा के विरोध जारी रखे, जैसे कि असहयोग आंदोलन, नागरिक अवज्ञा आंदोलन, दांडी यात्रा तथा भारत छोड़ो आंदोलन, गांधी जी के प्रयासों से अंत में भारत को 15 अगस्‍त 1947 को स्‍वतंत्रता मिली।




महात्‍मा गांधी द्वारा सत्‍य और अहिंसा के इन मूल्‍यों को दशकों पहले स्‍थापित किया गया था किन्‍तु ये आज पहले की अपेक्षा अधिक महत्‍वपूर्ण बन गए हैं। विवाद, हिंसा और आतंकवाद के तिहरे जोखिम के कारण इन विविध विचारों और अवधारणाओं के प्रति सहनशीलता महत्‍वपूर्ण हो गई है। विभिन्‍न संस्‍कृतियों और धर्मों के प्रति आदर केवल तभी लाया जा सकता है जब हम एक दूसरे से बात करें और बात सुनें तथा समझें। प्रत्‍येक सक्रिय लोकतंत्र में सहनशीलता एक महत्‍वपूर्ण पक्ष है जहां सभी की चिंता विशेष रूप से निर्धन वर्ग, महिलाओं और अपेक्षित समुदायों को अवश्‍य संबोधित किया जाना चाहिए। हमें यह ध्‍यान में रखना चाहिए कि ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिसे शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया न जा सके और हमें इस अभ्‍यास को बनाए रखने के लिए कार्य करना चाहिए।

"मैं नहीं चाहता कि मेरे घर के सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद हों। मैं एक ऐसा घर चाहता हूं जिसकी सभी खिड़कियां और दरवाजे खुले हों, जिसमें हर भूमि और राष्‍ट्र की सांस्‍कृतिक पवन होकर गुजरे।"

- महात्‍मा गांधी

संयुक्‍त राष्‍ट्र ने इन वैश्विक रूप से महत्‍वपूर्ण मूल्‍यों के निष्‍पादन को मान्‍यता देकर 2 अक्‍तूबर, महात्‍मा गांधी के जन्‍म दिवस कोअंतरराष्‍ट्रीय अहिंसा दिवस(बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं) के रूप में अपनाया है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि महात्‍मा गांधी का यह अनश्‍वर संदेश आने वाले वर्षों में अनेक पीढियों तक प्रचलित रहेगा।













भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री...... सादा जीवन और उच्च विचार





भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म
2 अक्टूबर 1904 को मुग़लसराय उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ। यह एक भारतीय राजनेता और जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे।भारत में ब्रिटिश सरकार के ख़िलाफ़ महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए असहयोग आंदोलन के एक कार्यकर्ता लाल बहादुर थोड़े समय (1921) के लिये जेल गए। रिहा होने पर उन्होंने एक राष्ट्रवादी विश्वविद्यालय काशी विद्यापीठ (वर्तमान महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ) में अध्ययन किया और स्नातकोत्तर शास्त्री (शास्त्रों का विद्वान) की उपाधि पाई।अपने पिता मिर्ज़ापुर के श्री शारदा प्रसाद और अपनी माता श्रीमती रामदुलारी देवी के तीन पुत्रो में से वे दूसरे थे। उनके पिता शारदा प्रसाद एक ग़रीब शिक्षक थे, जो बाद में राजस्व कार्यालय में लिपिक (क्लर्क) बने। शास्त्रीजी की दो बहनें भी थीं। शास्त्रीजी के शैशव में ही उनके पिता का निधन हो गया।1928 में उनका विवाह श्री गणेशप्रसाद की पुत्री ललितादेवी से हुआ और उनके छ: संतान हुईस्नातकोत्तर के बाद वह गांधी के अनुयायी के रूप में फिर राजनीति में लौटे, कई बार जेल गए और संयुक्त प्रांत, जो अब उत्तर प्रदेश है, की कांग्रेस पार्टी में प्रभावशाली पद ग्रहण किए। 1937 और 1946में शास्त्री प्रांत की विधायिका में निर्वाचित हुए।1929 में इलाहाबाद आने के बाद उन्होंने श्री टंडनजी के साथ भारत सेवक संघ के इलाहाबाद इकाई के सचिव के रूप में काम किया। यहीं उनकी नज़दीकी नेहरू से भी बढी। इसके बाद से उनका क़द निरंतर बढता गया जिसकी परिणति नेहरू मंत्रिमंडल में गृहमंत्री के तौर पर उनका शामिल होना था। इस पद पर वे 1951 तक बने रहे।भारत की स्वतंत्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। वो गोविंद बल्लभ पंत के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में प्रहरी एवं यातायात मंत्री बने। यातायात मंत्री के समय में उन्होंनें प्रथम बार किसी महिला को संवाहक (कंडक्टर) के पद में नियुक्त किया। प्रहरी विभाग के मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए लाठी के जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारंभ कराया। 1951 में, जवाहर लाल नेहरु के नेतृत्व में वह अखिल भारत काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। 1952 में वह संसद के लिये निर्वाचित हुए और केंद्रीय रेलवे व परिवहन मंत्री बने।1961 में गृह मंत्री के प्रभावशाली पद पर नियुक्ति के बाद उन्हें एक कुशल मध्यस्थ के रूप में प्रतिष्ठा मिली। तीन साल बाद जवाहरलाल नेहरू के बीमार पड़ने पर उन्हें बिना किसी विभाग का मंत्री नियुक्त किया गया और नेहरू की मृत्यु के बाद जून 1964 में वह भारत के प्रधानमंत्री बने। भारत की आर्थिक समस्याओं से प्रभावी ढंग से न निपट पाने के कारण शास्त्री जी की आलोचना हुई, लेकिन जम्मू-कश्मीर के विवादित प्रांत पर पड़ोसी पाकिस्तान के साथ वैमनस्य भड़कने पर (1965) उनके द्वारा दिखाई गई दृढ़ता के लिये उन्हें बहुत लोकप्रियता मिली। ताशकंद में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्ध करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। शास्त्री के बाद नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं।शास्त्रीजी को उनकी सादगी, देशभक्ति और इमानदारी के लिये पूरा भारत श्रद्धापूर्वक याद करता है। उन्हें वर्ष 1966 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु 11 जनवरी, 1966 ताशकंद, उज़बेकिस्तान, तत्कालीन सोवियत सघं में हुई थी।

शनिवार, 1 अक्तूबर 2011

जिस मुल्क में रहें, उसकी तरक्की के लिए काम करें : मखदूम अमीन फहीम


पाकिस्तान में बनी मखदूम नू की दरगाह के हजारों मुरीद मखदूम अमीन फहीम का दीदार करने के लिए सुबह से ही मेरवाड़ा स्टेट में उनके आने का इंतजार करते रहे। दोपहर दो बजे करीब जब फहीम मेरवाड़ा स्टेट पहुंचे तो कई मुरीद उनका हाथ चूमने के लिए दौड़ पड़े। जैसलमेर और बाड़मेर से आए हजारों लोगों ने फहीम के पैरों को छूआ तो किसी ने हाथों को चूमा। कई लोगों के आंसू भी बहने लगे।

जिस मुल्क में रहें, उसकी तरक्की के लिए काम करें :

फहीम ने मुरीदों से कहा कि जो जिस मुल्क में रह रहा है वहां की तरक्की के लिए काम करे। वहां के कानून की पालना करें। फहीम ने लोगों के लिए दुआ करते हुए कहा कि सभी नेकी पर चल एक दूसरे का सहयोग करें। फहीम के मुरीदों की संख्या इतनी अधिक थी कि मेरवाड़ा स्टेट में बनाए गए स्टेज तक पहुंचने में उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा।

सीआईडी ने मांगी लिस्ट

सर्किट हाऊस में सी फार्म भरने के लिए सीआईडी अधिकारियों ने अजमेर आने वाले लोगों के नाम और वीजा मांगे। वाणिज्य मंत्री के साथ आए पाकिस्तान दूतावास के एक अधिकारी ने सीआईडी अधिकारियों को कहा कि उनकी ओर से दिल्ली और राजस्थान सरकार को सूची दी जा चुकी है। ऐसे में वो अब सूची नहीं देंगे। अधिकारी ने ये भी कह दिया कि अगर दुबारा से सूची के लिए कहा गया तो वो अजमेर से चले जाएंगे।


पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री मखदूम अमीन फहीम ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार बढ़ाए जाने की बहुत संभावनाएं हैं। इसके लिए वीजा सिस्टम में बदलाव की जरूरत है। भारत की वीजा व्यवस्था के कारण पाकिस्तान से आने वाले व्यापारियों को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है।

फहीम शुक्रवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में अकीदत के फूल पेश करने आए थे। उन्होंने दरगाह में अमन चैन की दुआ मांगी। सर्किट हाउस में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत के अधिकारियों से हुई बातचीत में उन्होंने व्यापारियों की सुविधा के लिए दोनों देशों के बीच मल्टीपल वीजा देने के विचार से अवगत कराया है।

भारत पाकिस्तान के बीच रिश्तों में खटास पर वाणिज्य मंत्री ने कहा कि ये सियासत से जुड़ी बातें हैं। बम विस्फोट की घटनाओं में पाकिस्तान का हाथ होने से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खुद ऐसी ही समस्या से जूझ रहा है। आतंकवाद सभी के लिए समस्या है।

70 व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल

भारत से व्यापार बढ़ाने सहित 63 मसलों पर बातचीत करने के लिए पाकिस्तान वाणिज्य मंत्री के नेतृत्व में 70 व्यापारियों का एक दल भारत आया है। इनमें तीन मंत्री और तीन सचिव स्तर के अधिकारी हैं। दिल्ली में भारत के प्रतिनिधियों से बातचीत के बाद वाणिज्य मंत्री सहित कुछ लोग गरीब नवाज की दरगाह जियारत के लिए शुक्रवार को अजमेर पहुंचे।.

TV9 Gujarat - Rubber Boy surat

पाकिस्तान में छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कक्षा 10 की परीक्षा में शीर्ष स्थान पर रही एक किशोरी के साथ लाहौर में सामूहिक बलात्कार किया गया।


टीवी चैनल 'जियो न्यूज' ने बताया कि दो व्यक्तियों ने लाहौर के शाहकोट इलाके में किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार किया।


आरोपियों ने किशोरी को उसकी मां की बीमारी के बहाने संस्थान से बाहर बुलाया था। रपट में बताया गया है कि पीड़िता अभी तक सदमे में है और पुलिस के समक्ष बयान देने की हालत में नहीं है।

Tv9 Gujarat - Amba maa aarti : Surat

ये दुल्हन तो बहुत ही शातिर है भाई, दो पति और बीवी एक



हिसार. जींद .एक महिला शादी के दो माह बाद ही पति के घर से गहने, 35 हजार रुपए और घरेलू सामान लेकर गायब हो गई। बाद में उसने दूसरे व्यक्ति से शादी रचा ली।



पति ने जब ससुराल में पत्नी के बारे में पूछा तो उसे बताया गया कि वह बीमार है। लेकिन कुछ ही दिन बाद उसे पता चला कि उसकी पत्नी ने बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर ली है तो उसने पुलिस की शरण ली। पुलिस ने उसकी शिकायत पर आरोपित महिला सहित चार लोगों के खिलाफ चोरी, अमानत में खयानत, धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।



वाकया जिले के आसन गांव का है। आसन के रहने वाले अजमेर की शादी इसी वर्ष 11 जून को पानीपत के गांव औसर की मीना कुमारी के साथ हुई थी। अजमेर का आरोप है कि मीना 11 जुलाई को उसके घर से लगभग डेढ़ लाख रुपए के गहने, 35 हजार रुपए कैश तथा कुछ घरेलू सामान लेकर मायके चली गई।



उसके बाद वह कई दिन तक वापस नहीं लौटी तो अजमेर ने ससुराल वालों से पूछताछ की। ससुराल वालों ने बताया कि मीना बीमार है। लेकिन एक सप्ताह पहले उसे पता चला कि मीना ने ३ अगस्त को पानीपत के ही गांव कवि के रहने वाले अजीत के साथ शादी कर ली है। अजमेर ने आरोप लगाया कि मीना ने दूसरी शादी रचाने से पहले न तो उससे तलाक लिया और न ही उसके गहने, नगदी व सामान को लौटाया।

सांप काटने से मौत पर मिलेगा एक लाख रुपए मुआवजा


अमृतसर।। पंजाब में अगर किसी की मौत सांप काटने से होती है तो सरकार की ओर से उसके परिजनों को एक लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा। वन और वन्यजीवन संरक्षण मंत्री अरुणेश शकीर ने शनिवार को वन्यजीवन संरक्षण सप्ताह 2011 के मौके पर आयोजित एक समारोह में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के कारण जिन किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचता है उन्हें मुआवजा देने के लिए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने हरी झंडी दे दी है।

उन्होंने बताया कि भटिंडा के बीर तालाब ब्लॉक जंगलों में 'हिरण सफारी' बनाने के लिए नई दिल्ली केन्द्रीय चिड़ियाघर अथॉरिटी से मंजूरी मिल गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने चंडीगढ़ के निकट छतबीर वन्यजीवन उद्यान, पटियाला और भटिंडा स्थित 'मिनी चिड़ियाघर' में शनिवार से मुफ्त प्रवेश लागू कर दिया है।

भंवरी देवी मामला: बलदेव पुलिस रिमांड पर

भंवरी देवी मामला: बलदेव पुलिस रिमांड पर

जोधपुर। राजस्थान में जोधपुर जिले के बिलाडा कस्बे से गत एक सितम्बर को लापता एएनएम भंवरी देवी के अपहरण मामले के आरोपी बलदेव उर्फ बलिया को आज अदालत ने सात दिन की पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया।

पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बलिया को कल पुलिस ने कापरड़ा के पास गिरफ्तार किया था और आज उसे बिलाडा के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संदीप शर्मा की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने पूछताछ के लिए उसे सात दिन के लिए पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया है।

इस मामले में दो मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन एवं पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई पुलिस पकड़ से बाहर हैं। इन दोनों पर 25-25 हजार रूपए का ईनाम भी घोषित किया हुआ है तथा दोनों के अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी किए हुए हैं। इस प्रकरण में गिरफ्तार सोहन लाल न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।

मंत्री से नहीं की पूछताछ
बिलाडा की एसीजेएम अदालत में ही भंवरी देवी के पति अमरचन्द द्वारा पेश इस्तगासे के आधार पर राज्य के जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा के खिलाफ भी अपहरण बलात्कार एवं हत्या का मामला दर्ज करने के आदेश दिए हुए है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक मंत्री से किसी प्रकार की पूछताछ नहीं की गई है।

पुलिस वाले हुए इधर उधर

पुलिस वाले हुए इधर उधर

  बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्सक बाड़मेर ने आधा दर्जन पुलिस वालो को इधर उधर कर दिया.पुलिस सूत्रानुसार पुलिस अधीक्षक  संतोष चलके ने आदेश जारी कर मनोज शर्मा सी आई कोतवाली को अपराध शाखा बाड़मेर लक्ष्मीनारायण केवलिया को गडरा थाना से पुलिस लाइन बाड़मेर ,हुक्माराम को गडरा मोहन सिंह को यातायात प्रभारी बाड़मेर खिंया राम को बाखासरथाना सानी राम को कोतवाली बाड़मेर लूंन  सिंह को कोतवाली बाड़मेर लगाया गया हें. काफी दिनों से पुलिस विभाग के स्थानान्तरण का इंतज़ार था  

Aum Jai Ambe Gauri - Anuradha Paudwal

आरती जय अम्बे गौरी

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
तुम को निस दिन ध्यावत, (+मैयाजी को निस दिन ध्यावत)
हरि ब्रह्मा शिवजी। बोलो जय अम्बे गौरी…

माँग सिन्दूर विराजत, टीको मृग मद को।
(+मैया टीको मृगमद को)
उज्ज्वल से दो नैना, चन्द्रवदन नीको॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर साजे।
(+मैया रक्ताम्बर साजे)
रक्त पुष्प गले माला, कण्ठ हार साजे॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

केहरि वाहन राजत खड्ग कृपाण धारी।
(+मैया खड्ग कृपाण धारी)
सुर नर मुनि जन सेवत, तिनके दुख हारी॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती।
(+मैया नासाग्रे मोती)
कोटिक चन्द्र दिवाकर, सम राजत ज्योति॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

शम्भु निशम्भु बिडारे, महिषासुर धाती।
(+मैया महिषासुर धाती)
धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

चण्ड मुण्ड विनाशिनी, शोणित बीज हरे।
(+मैया शोणित बीज हरे)
मधु कैटभ दोउ मारे, सुर भय दूर करे॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

ब्रह्माणी रुद्राणी, तुम कमला रानी।
(+मैया तुम कमला रानी)
आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

चौंसठ योगिन गावत, नृत्य करत भैरों।
(+मैया नृत्य करत भैरों)
बाजत ताल मृदंग, और बाजत डमरू॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

तुम हो जग की माता, तुम ही हो भर्ता।
(+मैया तुम ही हो भर्ता)
भक्तन की दुख हर्ता, सुख सम्पति कर्ता॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रा धारी।
(+मैया वर मुद्रा धारी)
मन वाँछित फल पावत, देवता नर नारी॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती।
(+मैया अगर कपूर बाती)
माल केतु में राजत, कोटि रतन ज्योती॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

माँ अम्बे (+जी) की आरती, जो कोई नर गावे।
(+मैया जो कोई नर गावे)
कहत शिवानन्द स्वामी, सुख सम्पति पावे॥
बोलो जय अम्बे गौरी…

अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशने का काम फिर शुरू

लखनऊ।। करीब 4 साल के अंतराल के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए कार सेवकपुरम स्थित रामजन्म भूमि मंदिर निर्माण कार्यशाला में पत्थर तराशने का काम शनिवार को फिर शुरू हो गया।

विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने जारी बयान में कहा कि मंदिर निर्माण कार्यशाला में वैदिक रीति से हवन पूजन के बाद श्रीराम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास तथा विश्व हिंदू परिषद के इंटरनैशनल संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र ने शिलाओं का पूजन करके कारीगरों के हाथ सौंपा और उसी के साथ शिला तराशने का काम फिर शुरू हो गया।

शर्मा ने बताया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या के रामघाट स्थित कार्यशाला में पत्थर तराशने का काम 1990 में शुरू हुआ था, लेकिन 2007 में उसे कुछ कारणों से रोक दिया गया था, जो आज से पुन: शुरू हो गया।

मां का चमत्कार: खुदाई करते ही लोगों की आंखें फटी की फटी रह गईं थी!

देवरिया. देवों की नगरी देवरिया में स्थित मां देवरही का इतिहास बहुत प्राचीनतम है और मां देवरही के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है. देवरही देवी के नाम पर जिले का नाम ही देवरिया पडा. देवी मां के दर्शन मात्र से ही एक साथ माता काली, दुर्गा और सरस्वती के दर्शन हो जाते हैं. वैसे तो यहां हर समय भक्तों की भीड जमी रहती है, लेकिन क्वार और चैत्र माह में नवरात्र के दिनों में यहां भक्तों की भीड काफी बढ जाती है.

इतिहासकारों के अनुसार प्राचीन काल में एक स्थान पर खुदाई के दौरान देवी के दो चरण मिले. लोगों के बुलाने पर काशी के विद्वानों ने चरणों की पूजा माता देवरही के रुप में करने को कहा तथा माता के चरणों की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करने के बाद उन्हे माता देवरही के रुप में स्थापित किया. तभी से यह धाम भक्तों के आस्था का केन्द्र बन गया.

शहर के विद्वानों के अनुसार जब भगवान भोले नाथ माता सती का शव लेकर मृत्यु लोक में घूम रहे थे कि भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से उनके अंगों को खंडित करते जा रहे थे तथा उनके अंग देश के कई हिस्सों में गिरे. बताया जाता है कि माता सती का चरण देवरण्य में गिरा.

उन्हीं के नाम पर देवरही से देवरिया का नाम पडा. इस मंदिर की देखरेख लगभग 300 वर्ष से पैकेली के धनहारी महराज के निर्देश पर हो रहा है. लगभग दस एकड क्षेत्रफल में फैले इस मंदिर में उन चरणों की श्रद्धालु माता की पूजा अर्चना करते हैं. वहां तीन मुखवाली एक प्रतिमा भी स्थापित है.

शक पर की पड़ोसी की हत्या

शक पर की पड़ोसी की हत्या

बीकानेर। पुरानी रंजिश और पत्नी से अवैध संबधों के शक के चलते एक व्यक्ति ने अपने पड़ोसी की हत्या कर दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार हो गया। मामला बीकानेर शहर के महाजन थाना इलाके का है।

पुलिस के अनुसार शेरपुरा गांव में रहने वाले भीमाराम और उसके पड़ोसी चिमनाराम के बीच काफी समय से रंजिश चल रही थी। भीमाराम को शक था कि चिमनाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध है । इसी के चलते अक्सर भीमाराम अपनी पत्नी से भी झगड पड़ता था।

सूत्रों के अनुसार शुक्रवार सवेरे भी भीमाराम और चिमनाराम के बीच इसी बात को लेकर विवाद हो गया। मौके के तलाश में घूम रहे भीमाराम ने शुक्रवार रात चिमनाराम को घर के बाहर बुलाया और धारदार हथियार से उसके शरीर पर कई वार कर फरार हो गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही चिमनाराम की मौत हो गई। उसके परिजनों ने भीमाराम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।

बैंगलुरू: रेव पार्टी पर छापा, 24 लोग गिरफ्तार

बैंगलुरू: रेव पार्टी पर छापा, 24 लोग गिरफ्तार
नेलमंगला। बैंगलुरू के नेलमगंला के पास एक रिसॉर्ट पर शुक्रवार को पुलिस ने रेव पार्टी पर छापा मार कर 24 लोग को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इस रेव पार्टी में 14 लड़कियां मौजूद थी। बताया जा रहा है कि कई लोग फरार हो गए। पुलिस ने पार्टी से 50 हजार कैश, आठ कार और कई सारी शराब की बोतल बरामद की है।

पुलिस ने बताया कि पकड़ी गई लड़कियां के मुताबिक पकड़ी गई लड़कियां दिल्ली और यूपी से लाई गई है। बताया जा रहा है कि रेव पार्टी में बहुत सारी अश्लील हरकते की जा रही थी। पुलिस ने कहा कि कई सारे लोग भागने में कामयाब भी रहे है। उल्लेखनीय है कि यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां पर रेव पार्टी चल रही थी। लेकिन पुलिस छापे के पहले ही सभी लोग फरार हो गए थे। पुलिस रिसॉर्ट के मालिक के बारे में छानबीन कर रही है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने किया एसी एंबुलेंस का लोकार्पण



जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को पावटा स्थित भारत सेवा संस्थान प्रांगण में रोगियों के लिए संस्थान द्वारा खरीदी गई आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित एवं एयरकंडीशंड एंबुलेंस का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सांसद चन्द्रेश कुमारी भी मौजूद थी।


गहलोत ने एंबुलेंस के लोकार्पण के बाद उन्होंने संस्थान के तहत राजीव गांधी सेवा सदन में आयोजित रोगी जांच शिविर का अवलोकन किया तथा शिविर में मौजूद डॉक्टरों से जानकारी ली। गहलोत यहां निर्धारित समय से डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे जब तक संस्थान में मरीजों से ज्यादा ज्ञापन देने वालों की अच्छी खासी भीड़ जमा हो गई। दोपहर करीब 1 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे गहलोत ने यहां करीब 25 मिनट बिताए।

पच्चीस मिनट में दो की जेबें कटी

कार्यक्रम में मौजूद पुलिस, सीआईडी व सुरक्षा कर्मियों की फौज के बावजूद भीड़ का फायदा उठा कर जेब तराशों ने अपने हाथ दिखाए व दो जनों की जेब काट ली। जेब तराशों का शिकार होने वालों में कांग्रेसी नेता कांशीराम व रणछोड़ गहलोत भी शामिल थे। कांशीराम ने कहा कि उन्होंने जेब कतरे का लगभग हाथ पकड़ ही लिया था, लेकिन वह शातिर निकला व हाथ छुड़ा कर भीड़ में गायब हो गया।

गुरू-शिष्य रिश्ता शर्मसार, छात्रा के साथ 18 बार किया ........

सिंगापुर में एक पूर्व अध्यापक पर अपनी एक छात्रा के साथ 18 बार सेक्स करने का गंभीर आरोप लगा है। साथ ही उसपर एक बार सेक्स का प्रयास करने का आरोप भी लगाया गया है।

पुलिस के अनुसार इस 41 वर्षीय अध्यापक ने 14 वर्षीय छात्रा के साथ वर्ष 2007 में गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के एक कमरे में पहली बार सेक्स किया था।

अध्यापक ने दिसंबर 2007 से दिसंबर 2008 के बीच स्कूल के उसी कमरे में छात्रा के साथ लगभग हर महीने में एक बार सेक्स किया।

पुलिस पूछताछ में अध्यापक ने स्वीकार किया कि वर्ष 2009 में जनवरी से जून के बीच में वह छात्रा को अपर सेलेटर रिसर्वियर पार्क की कार पार्किंग में सेक्स करने के लिए ले जाता था। अध्यापक के अनुसार वह इस पार्किंग में छात्रा को छह बार लेकर गया।

निजी अंगो पर झाग लगाए इस विज्ञापन को देख चुके हैं 750,000 लोग

चीनी वीडियो वेबसाइट यूकू पर दिखाई जा रही वीडियो आजकल काफी प्रसिद्ध हो रही है। यूकू एंटरटेन्मेंट रिपोर्ट के अनुसार इस वीडियो विज्ञापन को एक दिन में 750,000 लोग देख चुके हैं।



इस वीडियो में जापानी-ताइवानी गायिका और अभिनेत्री मकीयो (पूरा नाम-कवाशिमा मकीयो) ने एक शॉवर जेल का विज्ञापन किया किया है, जिसमें वो पूरी तरह न्यूड हैं और उन्होंने केवल अपने गुप्त अंगों को साबुन की झाग से ढका हुआ है।



मकीयो का जन्म जापान के योकोहामा में हुआ था। उनके पिता जापानी और मां ताइवानी थी। मकीयो दस साल की उम्र में ही ताइवान आ गई थी, इसी वजह से वे जापानी और मैंडेरिन चीनी दोनो भाषाएं बोल पाती हैं।



ख़बरों के अनुसार उन्हें इस विज्ञापन के लिए 2 मिलियन रूपए मिले हैं। तस्वीरों में देखिए मकीयो के हॉट विज्ञापन की कुछ दृश्य...

पहले पति को मारा, काटा और पकाया...अब लगा रही है रिहाई की गुहार



एक पूर्व मॉडल जिसने अपने पति की पहले लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी और फिर उसके टुकड़े-टुकड़े करके उन हिस्सों को पका डाला था, अब अपनी रिहाई की गुहार लगा रही है।

मिस्त्र में पैदा हुई ओमाएमा नेल्सन ने अपने पति विलियम नेल्सन की वर्ष 1991 में हत्या कर दी थी और हत्या के जुर्म में 27 सालों की सजा भुगत रही है।

नेल्सन उस वक्त मात्र 24 वर्ष की थी, जब उसने अपने पति की हत्या कर दी थी और उसके सिर सहित कई हिस्सों को बेरहमी से स्टोव पर उबाला और बाद में तेल में पकाया था। हत्या से एक महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी।

नृशंस हत्या के बाद नेल्सन अपने पति के शरीर के टुकड़ों को काले बैग में भरकर अपने पूर्व प्रेमियों के घर गई और खुद को मुसीबत से बाहर निकालने के लिए उन्हें 75,000 डॉलर देने की पेशकश की।

मनोवैज्ञानिकों की निगरानी में दिए गए बयान में नेल्सन ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि उसने अपने बचाव के लिए पति की हत्या की थी। नेल्सन ने यह भी बताया कि उसके पति ने पिछली रात को उसके साथ बलात्कार किया था।

सेंट्रल कैलिफोर्निया की चाओचिला स्टेट प्रीजन में अगले बुधवार को नेल्सन के मामले विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 2006 में भी उसकी रिहाई की एक याचिका रद्द की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने सुनी जनता की समस्याएं



जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को अपने जोधपुर प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में करीब बीस मिनट तक जनता की समस्या सुनकर उन पर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया।

मुख्यमंत्री गहलोत जोधपुर एयरपोर्ट से सुबह करीब पौने दस बजे सर्किट हाउस पहुंचे, जहां पर उन्होंने करीब बीस मिनट तक लोगों से ज्ञापन लेकर समस्याएं सुनी। इस दौरान अखिल राजस्थान संयुक्त कर्मचारी महासंघ, राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ, शिक्षक संयुक्त संघर्ष समिति, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन सहित विभिन्न संगठनों ने ज्ञापन देकर समस्याएं सुलझाने का आग्रह किया। इस दौरान उन्होंने आमजन और कांग्रेस नेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात भी की।
एयरपोर्ट पर गहलोत का स्वागत किया


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली से वायुयान से जोधपुर एयरपोर्ट पर सुबह साढ़े नौ बजे पहुंचे, जहां पर बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं व अधिकारियों ने स्वागत किया। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा, लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सईद अंसारी, यूआईटी के पूर्व चेयरमैन राजेंद्रसिंह सोलंकी, पूर्व विधायक जुगल काबरा सहित अनेक गणमान्य लोग स्वागत के लिए पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गहलोत जिंदाबाद के नारे भी लगाए। एयरपोर्ट पर गहलोत ने सभी से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर लोगों के हालचाल पूछे।

ओसामा की बीवियों पर तालिबान की नजर!

ओसामा की बीवियों पर तालिबान की नजर!

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन की पत्नियों और बच्चों को अगवा करने क तालिबान की साजिश नाकाम हो गई है। सूत्रों के अनुसार यदि ऎन वक्त पर पाकिस्तानी पुलिस ने अलर्ट जारी कर ओसामा की तीन पत्नियों और उनके बच्चों का ठिकाना नहीं बदला होता, तो तालिबानी आतंककारी उन्हें भगा ले जाने में कामयाब हो जाते।

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर ने 500 लोगों को उस खुफिया मकान पर धावा बोलने के आदेश दिए थे, जहां पर ओसामा की सबसे छोटी बेगम अमल और दो अन्य बीवियों को पूछताछ के लिए रखा गया था। माना जा रहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई में किसी खबरी से तालिबान को उस घर के बारे में पता चला था। हालांकि, तालिबान की यह साजिश नाकाम हो गई, क्योंकि ऎन वक्त पर अलर्ट जारी कर लादेन की तीन पत्नियों और पांच बच्चों को किसी दूसरे ठिकाने पर शिफ्ट कर दिया गया।

आईएसआई के एक सूत्र के मुताबिक "पिछले कुछ हफ्तों से हमें लगातार कॉल्स और अलर्ट मिल रहे थे। तालिबानी इलाके में इन दिनो काफी सरगर्मी देखी जा रही थी और ऎसे में ओसामा और उसकी बीवी-बच्चों को भगाने की आशंका से इनकार हीं किया जा सकता था। हम ओसामा के परिवार की सुरक्षा और कड़ी करने पर विचार कर रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से हम चाहते हैं ओसामा परिवार के ठिकाने को एक सप्ताह में कम से कम तीन बार बदला जाए, ताकि किसी को भी यह भनक न लग सके कि उन्हें कहां रखा गया है।"

गौरतलब है कि अमरीकी सेना ने गत मई में पाकिस्तान के ऎबेटाबाद में खुफिया ऑपरेशन चलाकर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। इस हमले में ओसामा की जान बचाते हुए उसकी बीवी अमल घायल हो गई थी और तभी से अमल पाक सेना की कस्टडी में है। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी उससे लगातार पूछताछ कर रहे हैं, हालांकि, उनका कहना है कि अमल पूछताछ में सहयोेग नहीं कर रही है।

10 साल से फरार पति बन गया जेल में पहरेदार!

बीजिंग। चीन में अपनी पत्नी को पीटने के बाद 10 साल से फरार एक व्यक्ति जेल में पहरेदारी करते मिला। समाचार पत्र 'शंघाई डेली' ने शुक्रवार को बताया कि अब भगोड़े व्यक्ति को नौकरी पर रखने के बारे में अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। यह घटना हेनान प्रांत के डेंगफेंग शहर में घटी। वांग झिजा नामक व्यक्ति ने मई 2001 में अपनी पत्नी को कथित तौर पर ईंट से मारकर घायल कर दिया और उसे छोड़कर भाग गया।
आन्हुई प्रांत में उसने भाई के व्यक्तिगत विवरणों के आधार पर अपनी नई फर्जी पहचान बनाई। वांग ने सहायक पुलिस अधिकारी के पद के लिए आवेदन किया था और उसे 2008 में नौकरी पर रखा लिया गया। दो महीने पहले उसका स्थानांतरण जेल रक्षक के पद पर कर दिया गया था।

कनार्टक विधानसभा में मंत्री पर चला चाकू

कनार्टक विधानसभा में मंत्री पर चला चाकू

बैगंलुरू। कनार्टक विधानसभा परिसर में शुक्रवार सुबह को एक अज्ञात व्यक्ति ने मंत्री पर चाकू से हमला कर दिया। पुलिस ने हमलावर को पकड़ कर गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आवास मंत्री वी सोमन्ना पर विधानसभा परिसर में उनके चेंबर में हमला किया गया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हमलावर को गिरफ्तार कर पूछताछ किया जा रहा है। इस बारे में अभी तक सूचना नहीं मिली है कि उस व्यक्ति ने मंत्री पर हमला क्यों किया। इस मामले की जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि वी सोमन्ना राज्य के आवासीय मंत्री है और गोविंदराज से एमएलए है।

महिला ने मरने के बाद दिया बच्चे को जन्म

मैड्रिड।। स्पेन के डॉक्टर आजकल एक ऐसे बच्चे की देखभाल कर रहे हैं जिसका प्रसव एक ऐसी महिला से कराया है, जिसकी एक पागल बंदूकधारी ने मैड्रिड के चर्च में गोली मारकर हत्या कर दी थी।

यह नाटकीय घटना गुरुवार शाम उत्तरी मेड्रिड में सेंट मारिया डेल पिनार में घटी। मेड्रिड पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, 'एक शख्स चर्च में घुसा और बिना कुछ कहे एक गर्भवती महिला के सिर में गोली मार दी। इसके बाद उसने एक अन्य महिला के सीने पर गोलियां दाग दीं और फिर उसी हथियार से खुदकुशी कर ली।'

उन्होंने बताया, '54 वर्षीय इस हत्यारे का महिलाओं से कोई संबंध नहीं था। हमें लगता है यह पागलपन का एक दौरा था।'

उस समय ड्यूटी पर मौजूद आपात कार्यकर्ता केफेरीना क्यूएस्टा ने कहा कि गर्भवती महिला को बचाने के लिए वह कुछ नहीं कर सकती थीं। उन्होंने कहा, 'हमारी कोशिशों के बावजूद मां को बचा पाना नामुमकिन था। इसलिए हमने बच्चे के लिए कुछ किया।'

बच्चे का जन्म घटनास्थल पर आपातकालीन सीजेरियन ऑपरेशन के जरिए हुआ और उसे अस्पताल ले जाया गया।

गंभीर रूप से घायल हुई दूसरी महिला को भी उसी अस्पताल में ले जाया गया। उसकी स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

भाई के साथ थे मेरी पत्नी के अवैध संबंध, इसलिए दिया 'सजा-ए-मौत'

बिलासपुर। सीपत में अवैध संबंध की शक पर शुक्रवार की तड़के एक दर्जी ने अपनी पत्नी पर कैंची से वारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने थाने पहुंचकर समर्पण कर दिया।


सीपत निवासी शारदा सूर्यवंशी (25 वर्ष) की करीब 6 साल पहले यहीं के संतोष सूर्यवंशी नामक युवक से शादी हुई थी। संतोष दर्जी था। शादी के कुछ साल तक उनके बीच संबंध ठीक-ठाक रहा, पर बाद में झगड़ा होने लगा। शुक्रवार तड़के संतोष सोकर उठा और शारदा को जगाया। बहाना बनाकर वह उसे बाड़ी की ओर ले गया। यहां पहुंचते ही उसने शारदा पर कैंची से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। वह उसपर तब तक वार करता रहा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद संतोष थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। बाद में पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के दौरान उसके शरीर पर करीब दो दर्जन स्थानों पर कैंची से गहरे चोट के निशान मिले।


अवैध संबंध के शक पर हुई हत्या


संतोष ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी का संतोष के भाई के साथ अवैध संबंध था। वह दोनों को कई बार संदिग्ध हालत में भी देख चुका था। संतोष के अनुसार उसने अपनी पत्नी को कई बार समझाया पर उसमें सुधार नहीं हुआ। इधर, महिला के पिता डोमनलाल ने अपनी बेटी की हत्या के लिए दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

ब्रिटिश संसद में जासूसी में पकड़ी गई रशियन हसीना पर निर्वासन की तलवार



ब्रिटिश संसद में जासूसी करने के आरोप में पकड़ी गई रशियन बाला कतिया जाटुलिवेटर के निर्वासन के मामले में नया मोड़ आ गया है। कतिया जाटुलिवेटर के भाग्य का फैसला करने वाले पैनल में ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-5 के पूर्व प्रमुख स्टीफन लैंडर को भी शामिल किया गया है। जजों का पैनल जाटुलिवेटर के निर्वासन के मामले पर फैसला करेगा। वहीं एमआई-5 के पूर्व प्रमुख को पैनल में शामिल किए जाने पर कतिया के वकील ने पक्षपात की संभावना जताई है।

गौरतलब है कि ब्रिटिश संसद में काम कर चुकी कतिया पर रूस के लिए संवेदनशील सूचनाएं चुराने का आरोप है। ब्रिटिश इंटेलीजेंस द्वारा लगाए गये आरोपों के मुताबिक काटिया जाटुलिवेटर ने ब्रिटिश संसद में कार्यरत रहने के दौरान अपनी पोजिशन का इस्तेमाल लिबरल डेमोक्रेट सांसद माइक हैनकाक के सहायक के तौर पर क्रेमलिन के लिए किया।। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्राडफोर्ड, ब्रिटेन में पढा़ई के लिए आई जाटुलिवेटर ने नवंबर २००६ में ब्रिटिश सांसद हैंकाक के लिए काम करना शुरु किया। दिसंबर 2010 में मामले का खुलासा होने पर जाटुलिवेटर को गैटविक एअरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में कतिया पर निर्वासन का मामला चल रहा है। आरोप साबित होने पर उन्हें ब्रिटेन छोड़ना होगा।

जाटुलिवेटर ने स्पेशल इमीग्रेशन अपील्स कमीशन(SIAC) से अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए वापस लेने का आग्रह किया है। ये पहली बार होगा कि एसआईएसी किसी जासूसी से जुड़े मामले की सुनवाई करेगी। जस्टिस मिटिंग ने बताया कि लैंडर पैनल में महत्वपूर्ण विशेषज्ञता उपलब्ध कराने के लिए शामिल किए गए हैं।



वहीं जाटुलिवेटर के मामले की पैरवी कर रहे वकील टिम ओवेन ने कहा कि लैंडर के पैनल में शामिल होने से स्पष्ट तौर पर पूर्वाग्रह पर आधारित पक्षपातपूर्ण फैसले की संभावना बढ़ गई है। उनका आरोप था कि लैंडर उन लोगों में हैं जो चाहते हैं कि जाटुलिवेटर का निर्वासन हो जाए।

1996-2002 तक लैंडर ने डायरेक्टर जनरल के रूप में अपनी सेवाएं सुरक्षा एजेंसियों को दी। उसके बाद 2006 से 2009 तक सीरियस आर्गनाइज्ड क्राइम एजेंसी के चेयरमैन रहे।

जाटुलिवेटर ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों से इंकार किया वहीं उनके वकील ने मामले को गलत, परिकल्पनाओं पर आधारित बताया। जाटुलिवेटर की गिरफ्तारी पर पोर्ट्समाउथ से सांसद हैंकॉक ने कहा कि वह एक बेहतरीन और ईमानदार कर्मचारी थीं।
अपील की सुनवाई अक्टूबर में होनी है।

यूसुफ की हिरासत में मौत, मुश्किल में उमर

यूसुफ की हिरासत में मौत, मुश्किल में उमर

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्लाह के करीबी यूसुफ शाह की शुक्रवार को न्यायिक हिरासत हुई मौत ने प्रदेश की राजनीति में हड़कम्प मचा दिया है। एमएलसी बनवाने के नाम पर यूसुफ पर दो लोगों से पैसे (84 व 24 लाख रूपए) लेने के आरोप थे। पुलिस हिरासत में मौत की इस घटना के बाद प्रदेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया है। हालांकि विपक्ष के धावे के बाद सरकार ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं।

उधर, यूसुफ के बेटे सय्यद तालिब ने बताया कि गृहमंत्री नासिर असलम वानी ने गुरूवार लगभग दोपहर 3 बजे फोन कर अपने निवास पर बुलाया था। उन्होंने एक तवेरा कार भेजी और उसी वक्त यूसुफ उनके निवास चले गए। तालिब के अनुसार दोपहर बाद जब उन्होंने अपने पिता से सम्पर्क करने की कोशिश की तो वह करीब 5 बजे तक गृहमंत्री के निवास पर ही थे।

मुश्कील में उमर अब्दुल्लाह

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह के बेहद करीबी लोगों में शुमार करने वाले यूसुफ की मौत ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। विपक्षी पीडीपी ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है।

मौत नहीं राजनैतिक हत्या !
विपक्ष ने आरोप लगाया है कि यूसुफ शाह की मौत मुख्यमंत्री निवास पर हुई है और यह राजनैतिक हत्या है। लोगों से पैसे लेकर मुख्यमंत्री से काम करवाने वाले युसूफ शाह को पोल खुलने के डर से मरवाया गया है।

खंडहर में तब्दील हो रहा हर्षा देवल

खंडहर में तब्दील हो रहा हर्षा देवल
बिलाड़ा  हर्ष गांव में सदियों पूर्व बना ऐतिहासिक हर्षा देवल मंदिर देखरेख के अभाव में खंडहर हो रहा है। पुरातत्व विभाग ने इस मंदिर का अधिग्रहण तो कर लिया ,लेकिन इसके जीर्णोद्धार के नाम पर दो दशक में एक कौड़ी भी खर्च नहीं की। ऐसे में यह दिनों दिन जर्जर होता जा रहा है।

शिल्प व स्थापत्य की बेजोड़ मिसाल हर्षा देवल की ओर पुरातत्व विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। इस मंदिर को देखते के लिए देश के कोने कोने से श्रद्धालु आते हैं। यहां की बारीक कारीगरी दर्शनीय है। अपने समय में वैभवशाली रहा मंदिर वर्षों से रखरखाव नहीं होने की वजह से खंडहर में तब्दील हो रहा है। कस्बेवासियों व जागरूक लोगों ने कई बार पुरातत्व विभाग से मंदिर के जीर्णोद्धार की गुहार लगाई, मगर विभाग की आंख नहीं खुली।

हर्षवर्धन की बहन हर्षा ने बनाया था

यह प्रसिद्ध मंदिर राजा हर्षवर्धन की बहन हर्षा ने बनवाया था। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग की पूजा अर्चना करने आज भी देश भर से श्रद्धालु आते हैं। यहां लगे शिलालेख के अनुसार हर्षा ने विक्रम संवत 1335 में इस मंदिर का निर्माण करवाया था । देवल के पास सुंदर बावड़ी है। इसके एक किनारे पर महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा है । देवी का यह स्थान एक बार ढह गया था, जिसे स्थानीय व्यापारियों ने ठीक करवाया । यहां की बावड़ी भी काफी गहरी है, यह अब रेत से भर गई है। यहां खड़े खंभों पर सुंदर प्रतिमाएं उकेरी गई है। पुरातत्व विभाग इस ऐतिहासिक धरोहर की सार-संभाल नहीं कर पाया है। यहां के पुजारी ने बताया कि वर्ष में दो- तीन बार पुरातत्व विभाग के अधिकारी या कर्मचारी आते हैं, लेकिन वे इसके जीर्णोद्धार की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहे।

भंवरी देवी अपहरण कांड : एक और आरोपी बलदेव गिरफ्तार, शहाबुद्दीन व सहीराम पकड़ में नहीं आए

30 दिन बीते, अब भी अंधेरे में तीर चला रही है पुलिस

जोधपुर एएनएम भंवरी देवी अपहरण कांड में पुलिस 30 दिन से हाथ-पैर मार रही है, लेकिन भंवरी का कहीं सुराग नहीं लगा है। पुलिस को 15 दिन तक जांच की सही दिशा ही नहीं मिली, वह झांसी व ओराई में भंवरी को तलाशती रही। बाद में दूसरी दिशा मिली तब तक मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन और साजिश में शामिल पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई फरार हो गया।

भंवरी जिंदा है अथवा उसकी हत्या कर दी गई, इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। भंवरी के पति अमरचंद नट ने कथित सीडी को लेकर जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा पर अपहरण के आरोप लगाए, अनुसंधान में इन कडिय़ों को जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने 23 दिन पहले पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल को गिरफ्तार किया था और शुक्रवार को शहाबुद्दीन के साथी बलदेव को भी गिरफ्तार किया है, मगर अब तक भंवरी का पता नहीं चला है।


ग्रामीणों ने किए पुलिस पर हमले :

जोधपुर सहित पूरे प्रदेश और यूपी, हरियाणा तक हाथ-पैर मार चुकी पुलिस को पंद्रह दिनों तक नाकामी ही हाथ लगी। सीकर, चूरू व कापरड़ा से कुछ लोगों को पकड़ा, वे बेकसूर निकले। सोहनलाल का पोलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत कोर्ट ने नहीं दी। चार दिन पहले आरोपी बलदेव को पकडऩे कापरड़ा गए तो ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर व एसआई के हाथ-पैर तोड़ दिए। दो सिपाही भी जख्मी हो गए। दूसरे दिन फिर दबिश देने गए तब भी ग्रामीणों के पत्थर खाने पड़े।

इनाम की घोषणा बेअसर

शहाबुद्दीन को पुलिस ने 15 सितंबर को अपहरण का मुख्य सूत्रधार माना, उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। फिर पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम को 21 सितंबर को साजिश रचने वाला बताया गया। उस पर भी 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। भंवरी की सूचना देने वाले के लिए पहले से इनाम घोषित था। फोटो जारी होने तथा इनाम की घोषणाओं के बावजूद पुलिस को पास भंवरी अथवा आरोपियों, किसी की कोई सूचना नहीं मिली।

दो गिरफ्तार, रहस्य बरकरार

अब तक सोहनलाल और बलदेव, महज दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। सोहनलाल ने भंवरी को बिलाड़ा बुलाया था, बलदेव मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन का साथी है। शहाबुद्दीन की गाड़ी में भंवरी को बैठे देखा गया था, बाद में उसे किसके हाथों में सौंपा, यह पता नहीं चला है। भंवरी के साथ क्या हुआ, यह शहाबुद्दीन बता सकता है मगर वह फरार है। अपहरण की वजह सहीराम जानता है, मगर वह भी फरार है। शुक्रवार को कापरड़ा में खेतों से बलदेव को गिरफ्तार किया गया। अब उससे पूरी कहानी जानने का प्रयास किया जा रहा है।

दबाव में पुलिस का अनुसंधान

दलितों का जिले भर में प्रदर्शन, केबिनेट मंत्री का नाम उछलने, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में हाईकोर्ट की फटकार और बेकसूरों को पकडऩे में हुई सरकार की फजीहत, अब मुख्य आरोपियों की फरारी, हर तरह के दबाव में हो रहा है पुलिस का अनुसंधान। इसी दबाव के कारण ग्रामीण एसपी पूरे मामले में मौन हैं, जांच अधिकारी एएसपी हिम्मत अभिलाष टाक के मुंह खोलने पर रोक है, रेंज आईजी उमेश मिश्रा भी संभल कर संक्षिप्त बात ही कर रहे हैं।


शहाबुद्दीन या सहीराम से पता चलेगी कहानी

॥पंद्रह दिनों से फरार अपहरण के आरोपी बलदेव उर्फ बालिया को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर भी 2 हजार रुपए का इनाम घोषित था। शहाबुद्दीन व सहीराम की तलाश जारी है। इन दोनों की गिरफ्तारी से ही पूरी कहानी पता चलेगी।



उमेश मिश्रा, आईजी, जोधपुर रेंज।




भरतपुर........योजना क्रियान्वयन में तेजी लाएं’

‘योजना क्रियान्वयन में तेजी लाएं’

भरतपुर  जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने कहा है कि संबंधित विभागों के अधिकारी योजना क्रियान्वयन में तेजी लाएं और स्वीकृत निर्माण कार्य समय सीमा निर्धारित कर कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। वे शुक्रवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

बैठक के दौरान उन्होंने शहर में चंबल से आने वाले पेयजल वितरण हेतु डाली जाने वाली वितरण लाइन एवं राइजिंग पाइप लाइन के कार्य भी शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने चंबल परियोजनांतर्गत आगामी फरवरी माह तक फिल्टर प्लांट एवं मलाह व कंपनी बाग में पंपिग स्टेशन निर्माण कार्य भी आवश्यक रुप से फरवरी माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि शहर में भी शीघ्र चंबल जल आपूर्ति हो सके।

गोयल ने नगर सुधार न्यास की 7 कच्ची बस्तियों में गत 15 अगस्त 2009 तक के कब्जे वाले परिवारों को पट्टे जारी करने की तैयारी पूर्ण करने एवं नगर परिषद क्षेत्र की कच्ची बस्तियों का सर्वे भी शीघ्र करने के निर्देश दिए।उन्होंने शहर की सड़कों के मरम्मत कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर गोयल ने जिले के 13 शहीदों के आश्रितों को नौकरी के लंबित प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र कराएं। उन्होंने गांधी जयंती से जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में निशुल्क दवा वितरण कार्य की समीक्षा की। उन्होंने प्रसव के 48 घंटे बाद तक प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी नहीं देने के साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम के तय लक्ष्यों की पूर्ति के भी निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने न्यास के स्वीकृत कार्यों में तेजी लाने पर जोर देते हुए कहा कि आडिटोरियम का निर्माण भी शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराएं। बैठक में जिला कलेक्टर ने सिंचाई, शिक्षा, कृषि, संपूर्ण स्वच्छता अभियान के साथ ही अन्य प्रमुख प्रमुख विभागों की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

एक को आजीवन कारावास
भरतपुर अदालत ने बहुचर्चित प्रशांत लवानिया हत्याकांड के आरोपी व्यानिया मोहल्ला के दीपक गुप्ता को आजीवन कारावास व अर्थदंड की सजा मिली है। यह आदेश न्यायालय अपर सेशन न्यायाधीश फास्ट ट्रैक संख्या 1 के न्यायाधीश ओंकार त्यागी ने आरोपी दीपक गुप्ता को धारा 302 भादंसं का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास व 5 हजार रुपए अर्थदंड दिया है।

क्या था मामला: अपर लोक अभियोजक विजय गोयल के अनुसार लवानिया मोहल्ला निवासी दीपक लवानिया ने कोतवाली थाना में 21 जुलाई 07 को इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका भाई प्रशांत लवानिया उर्फ कुक्कू 27 जून 07 की शाम को अपने दोस्त दीपक गुप्ता के घर जाने की कहकर गया था। उसके बाद वह घर वापस नहीं आया तो उसे काफी तलाश किया गया और उसका कोई पता नहीं लगा। 30 जून 07 को प्रशांत की लाश मंशा मंदिर के पास सुजान गंगा नहर में मिली। तभी से दीपक बिना बताए गायब हो गया और फिर उसने कोई संपर्क नहीं किया। दीपक एक आपराधिक किस्म का व्यक्ति है, जिसने उसके भाई प्रशांत की हत्या की है। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने दही वाली गली व्यानिया मोहल्ला निवासी दीपक गुप्ता पुत्र लोकमन के खिलाफ न्यायालय में धारा 302 भादंसं के तहत चालान पेश किया।

सिरोही न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे ..उपखंड कार्यालय का घेराव


उपखंड कार्यालय का घेराव 



भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने कस्बे में निकाली रैली, आंदोलन की दी चेतावनी

सेलवाड़ा बांध के बर्बाद हुए पानी के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की थी मुख्य मांग
रेवदर भारतीय किसान संघ के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को उपखंड कार्यालय का दो घंटे तक घेराव किया। किसानों की मुख्य मांग सेलवाड़ा बांध के गेट खोलने से बर्बाद हुए पानी को लेकर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग थी।किसानों ने चेतावनी दी कि मांगों पर ध्यान नहीं दिए जाने की सूरत में 11 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

इस दौरान किसानों ने उपखंड अधिकारी इंदा राम मेघवंशी के अवकाश पर होने से कार्यवाहक उपखंड अधिकारी व तहसीलदार गोविंद सिंह को ज्ञापन सौंपने से मना कर दिया तथा उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने पर अड़ गए। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. यासीन पठान ने वहां पहुंचकर किसानों का 125 सूत्री मांगों का ज्ञापन लिया तथा किसानों से समझाइश की।उन्होंने किसानों की मांगों को राज्य सरकार को भेजने व जिला स्तर पर होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए जल्द ही कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। रेवदर पुलिस उपअधीक्षक भंवरसिंह भाटी पूरे दिन पुलिस जाब्ते के साथ उपखंड मुख्यालय पर तैनात रहे।

बाबा बुखारी की दरगाह पर चढ़ाई फूलों की चादर






मंडार हजरत सैयद याकूब अली बाबा बुखारी की दरगाह पर उर्स को लेकर शुक्रवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने गाजे-बाजे के साथ फूलों की चादर पेश की। दरगाह में सामूहिक रूप से बाबा की मजार पर संदल चढ़ाया गया। इस मौके पर अकीदतमंदों ने खुशहाली की दुआएं मांगी। दरगाह में संदल के बाद फातेहा पढ़ी गई। इस मौके पर मो. असरफ खां, हमीद कुरैशी, अनवर शेख, सुल्तान भाई मेवाती, हाजी मीर बक्श कुरैशी, इनायत अली भाटी, जाकिर कुरैशी, जाकिर खां, निसार मोहम्मद, मुन्ना भाई पठान, असरफ भाटी, फिरोज भाटी, रमजान खां बापू सहित मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।



जैसलमेर , आज की ताजा खबर. शनिवार, १ अक्टूबर, 2011

सीमा पर स्थित शक्तिपीठों में आस्था का सैलाब

धोरों बीच बने घंटियाली मंदिर में नवरात्रा की धूम


सीमा क्षेत्र में स्थित मातेश्वरी तनोटराय व घंटियाली राय मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। शारदीय नवरात्रा के मौके पर चलने वाले मेले में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु शक्तिपीठों पर शीश नवाने पहुंच रहे हैं वहीं कई श्रद्धालु पैदल यात्रा कर माता के दरबार में पहुंच रहे हैं। तनोट माता के प्रति बढ़ती आस्था भक्तों को तनोट खींच लाती है। पैदल आने वाले भक्तों की सुविधार्थ बीच रास्ते कई भक्तों ने राम रसोड़े खोल रखे हैं। वहीं घंटियाली मंदिर में निशुल्क प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था है। तनोट जाने वाले श्रद्धालु पहले घंटियाली माता के दर्शन करते हैं। घंटियाली माता के दर्शन के बिना यात्रा अधूरी मानी जाती है। घंटियाली में प्रसादी की स्थाई व अस्थाई दुकानें सजी हुई है।

रेत के समंदर के बीच बना घंटियाली माता का मंदिर इन दिनों अपनी आभार बिखेर रहा है। मंदिर के निकट स्थित मखमली रेत के धोरों पर श्रद्धालुओं को सैर करते हुए देखा जा सकता है। मेले के मध्यनजर तनोट व घंटियाली में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं।

जयपुर से आया पैदल यात्रियों का जत्था

समूचे देश में चमत्कारी मंदिर के नाम से विख्यात माता तनोट राय मंदिर में दर्शन करने आने वाले पैदल यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसी क्रम में करीब 20 पैदल यात्रियों का एक जत्था जयपुर से तनोट माता के द्वार पहुंचा। इसके अलावा जिले भर से माता के भक्त पैदल यात्रा कर तनोट पहुंच रहे हैं।

शांति भंग के आरोप में एक गिरफ्तार

जैसलमेर सम पुलिस ने शांति भंग के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार कन्नोई गांव में लड़ाई झगड़े पर उतारू मनोहरलाल पुत्र फूसाराम भील को थानाधिकारी किशोरसिंह ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

संदिग्ध अवस्था में घूमता गिरफ्तार

जैसलमेर शहर की अंबेडकर कॉलोनी में संदिग्ध अवस्था में घूमते एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार रात्रि सहायक उपनिरीक्षक डावराराम ने गश्त के दौरान करीब ढाई बजे राजेन्द्रसिंह पुत्र गोरधनसिंह निवासी जोधपुर को अंबेडकर कॉलोनी में संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए गिरफ्तार कर लिया।


मजदूरों ने सौर ऊर्जा प्लांट पर रुकवाया काम

बड़ली मांडा गांव में लगे सौर ऊर्जा प्लांट के मजदूरों को काम नहीं देने के विरोध में लगाया जाम किया प्रदर्शन

 पोकरण शहर से चार किलोमीटर दूर स्थित बड़ली माडा गांव में चल रहे सौर ऊर्जा के प्लांट में शुक्रवार को ग्रामीणों की ओर से काम नहीं देने के विरोध में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने प्लांट के मुख्य दरवाजे को बंद कर कंपनी के ठेकेदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं एवं पुरूषों ने द्वार पर बैठकर कंपनी का सामान ला रहे वाहनों को भी रुकवाया। जिसके कारण सड़क पर जाम सा लग गया।

शहर के निकटवर्ती बड़ली मांडा गांव में सौलर ऊर्जा की कंपनी महाराष्ट्रा सिमलेंस लिमिटेड द्वारा लगाए जा रहे 5 मेगावाट सोलर ऊर्जा के प्लांट पर कार्यरत मजदुरों ने काम नहीं देने के विरोध में शुक्रवार को प्लांट के मुख्य गेट को बंद कर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय प्रशासन द्वारा महाराष्ट्रा सिमलेंस लिमिटेड कंपनी को बड़ली मांडा गांव में लगभग चार माह पूर्व जमीन आवंटित की गई। जिस पर कंपनी द्वारा मजदूरी का कार्य ठेकेदार को दे दिया गया। ठेकेदार द्वारा पूर्व में गांव के लोगों को मजदूरी पर लगाया गया था। लेकिन शुक्रवार को ठेकेदार द्वारा गांव के मजदूरों को कार्य पर नहीं लगाकर अन्य मजदूरों से कार्य करवाया गया। जिस पर गुस्साए ग्रामीणों ने प्लांट के मुख्य दरवाजे को बंद कर उसके आगे धरना दिया।

ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव में लग रहे इस सोलर ऊर्जा प्लांट से ग्रामीणों को रोजगार मिला था। लेकिन ठेकेदार द्वारा मनमाने ढंग से ग्रामीणों को इस कार्य से हटा दिया गया है, जो कि सरासर गलत है।






यहां घूंघट में होते है गरबे

स्वर्णनगरी का गरबा महोत्सव हंै खास

यहां घूंघट में होते है गरबे
इसके पीछे न तो पर्दा प्रथा है और न ही किसी का डर, कारण है भी तो मात्र अपने बड़ों का सम्मान

 जैसलमेर स्वर्णनगरी में चल रहे गरबा महोत्सव में गुजराती व राजस्थानी संस्कृतियों का मेल देखने को मिलता है। यहां गरबा आयोजन होते है लेकिन स्थानीय मान्यताओं एवं परंपराओं की जद में रह कर। आधुनिकता की अंधी दौड़ में शामिल न होते हुए महिलाएं एवं युवतियां देवी की आराधना मान कर गरबो का लुत्फ उठाते है। यहां गरबा आयोजन होते तो गुजराती भजनों पर है लेकिन करने वाली महिलाएं राजस्थानी एवं पारंपरिक वेषभूषा में गरबा करती है। यहां तक कि गरबा पांडालों में महिलाएं घुंघट की आड़ में भी गरबा करते देखी जा सकती है।

यहां की महिलाएं किसी दबाव में आकर नहीं बल्कि अपने परिजनों एवं बड़े बुजुगों के सम्मान में घुंघट में गरबा करती है। यह अपने आप में एक मिसाल है। सभी आधुनिक है, गरबा की भी चाहत है लेकिन अपने बड़ों के आदर में महिलाएं घुंघट की आड़ में करती है गरबा।

नहीं बजते फिल्मी गाने: शहर में विभिन्न स्थानों पर होने वाले गरबा महोत्सव में किसी भी पांडाल में फिल्मी तथा पॉप गीतों पर युवा नहीं थिरकते है। गांधी कॉलोनी, कलाकार कॉलोनी, मोहता पाड़ा, मैनपुरा आदि स्थलों पर होने वाले गरबों में फिल्मी गीतों एवं रिमिक्स के उपयोग पर पूर्णतया पाबंदी है। यहां युवा थिरकते है भी तो गुजराती व राजस्थानी भजनों पर। यहां तक की उन फिल्मी रिमिक्स गानों पर भी रोक है जिनमें गरबा बीट का प्रयोग किया जाता है। युवाओं में जोश व जज्बा उस समय परवान पर होता है जब डीजे में गरबा बीट बजती है। साथ ही रात के 10.30 बजे के बाद गरबा आयोजनों पर पाबंदी के चलते सभी गरबा पांडाल बंद हो जाते है।

शाम होते ही शुरू हो जाती है रौनक: शाम होते ही शहर के गली मौहल्लों में सजे धजे पांडालों में गरबा महोत्सव की धुम प्रारंभ हो जाती है। डीजे पर बजने वाले गुजराती भजन एवं गरबा की धुन के मोहपाश से युवक युवतियां अपने आप को नहीं रोक पाते तथा पांडालों की तरफ खींचे चले आते है। जैसलमेर में यूं तो गरबा महोत्सव का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है लेकिन फिर भी शहर के हर युवक युवती के दिल में इन उत्सवों में शरीक होने की तम्मना जरुर है। शाम होते ही रोशनी से नहाए इन पांडालों में युवक युवतियों की रेलमपेल शुरू हो जाती है। कहीं गरबा तो कहीं डांडिया रास में जम कर युवा थिरकते है तथा मां दुर्गा की उपासना में लीन हो जाते है।

पाक वाणिज्य मंत्री ने की अजमेर में सभा

पाक वाणिज्य मंत्री ने की अजमेर में सभा

अजमेर। सरवारी जमात के आध्यात्मिक गुरू एवं पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री मकदूम अमीन फहीम ने शुक्रवार को यहां एक होटल में सभा की। सभा में बाड़मेर और जैसलमेर से करीब दस हजार लोग शामिल हुए। सभा में फहीम ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान मेें भाईचारा कायम होना चाहिए।

पाक मंत्री फहीम ने गरीब नवाज की दरगाह में हाजिरी भी दी। इससे पहले सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे भारत में व्यापार बढ़ाने आए हैं। इसके लिए दिल्ली में उनकी बैठक हुई जिसमें भारत-पाकिस्तान के बीच दूरियां कम करने के लिए कई खास मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को वीजा नियम सरल करने होंगे।

सभा पर उठे सवाल
पाक मंत्री ने सभा के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन की अनुमति नहीं ली। पाक मंत्री फहीम का कहना है कि वे राजनेता के साथ आध्यात्मिक गुरू हैं। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में मेरे बुजुर्ग की दरगाह है। उनके मुरीद मुझसे मिलने आए थे। इधर, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि स्टेट गेस्ट होने के कारण उनके वीजा पर पुलिस रिपोर्ट से छूट थी। वीजा नियमों के तहत अजमेर में वे किसी से भी मुलाकात कर सकते हैं

विधायक के साथ दुव्र्यवहार

विधायक के साथ दुव्र्यवहार

बाड़मेर नगरपालिका की मासिक बैठक में भाग लेकर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के नगरपालिका परिसर से बाहर निकलते ही सफाई कर्मियों ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस सफाई कर्मियों को पकड़कर थाने ले गई। घटना के अनुसार शुक्रवार शाम करीब सवा छह बजे जैसे ही विधायक जैन नगरपालिका की मासिक बैठक में भाग लेकर पंडित दीनदयाल भवन से नीचे उतरे सफाई कर्मचारी किशनलाल ने विधायक से नियुक्ति देने की मांग की। उन्होंने विधायक से कहा कि जब ऑर्डर हो चुके हैं तो नियुक्ति क्यों नहीं दी जा रही । विधायक उससे समझाइश कर ही रहे थे कि तभी भगवानदास वहां पहुंच गए और तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। वहां उपस्थित अन्य पालिका कर्मचारियों ने दोनों को ही समझाने और वहां से ले जाने का प्रयास भी किया लेकिन वे दुबारा विधायक के पास पहुंच गए। तब विधायक ने पुलिस को फोन किया। पुलिस मौके पर पहुंची तथा दोनों को पकड़कर थाने ले गई। इस संबंध में जब कोतवाली में पूछा गया तो जानकारी मिली कि मामला दर्ज नहीं हुआ है। समझाइश के बाद दोनों को छोड़ दिया गया है।

शराब पीया हुआ था

॥पता नहीं शराब पीया हुआ लग रहा था। नौकरी लगाने की बात कह रहा था। अब मीटिंग में नौकरी थोड़े ही लगती है।

मेवाराम जैन, विधायक, बाड़मेर



सरहद पर ही दफना दिया घुसपेठियो को










सरहद पर ही दफना दिया घुसपेठियो को  

बाड़मेर शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल द्वारा सरहद पर जिन दो घुस्पेथियो को मर गिराया था ,उनके शव पकिस्तान द्वारा लेने से इनकार के बाद सीमा सुरक्षा बल ने दोनों के शव तारबंदी के निकट ही दफना दिए .म्रताको की शिनाख्त नहीं हो पाई ,गौर तलब हें की राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर से शुक्रवार अल सुबह  बी.एस.एफ के सजग जवानों ने पाकिस्तान की सीमा से भारतीय सीमा में हुवें घुसपैठ के एक प्रयास को विफल करते हुवें उंट पर आये दो पाकिस्तानी घुसपैठियें को मार गिराया था , इस घटना में ऊंट भी घायल हो गया। लेकिन इनके पास से  पाकिस्तान के 4 अग्रेजी,1 उर्दु.अख़बार और एक मोबाइल बरामद हुआ अब सीमा सुरक्षा बल  और खुफिया एजंसियो के इस बात का पता लगा रही है कि इन अखबारों का यह लाने का क्या मकसद था .यह पहला मौका हें जब घुस पेथिये ऊंट पर सवार हो कर तारबंदी तक पंहुचे .
 शुक्रवार को.बाड़मेर कि सीमा पर मारे गए दो घुसपैठियो ने गुप्तचर विभाग और बी एस एफ की दिक्कत बढ़ा डाली हैं , दरअसल यह वही इलाका हैं जहा से सन 2009 में हथियार  पार हुए थे ! बाड़मेर से लगती अंतर्राश्ट्रीय सीमा चौकी ओ.एल.डी के के डी ;काछबो की ढाणी के सीमा स्तंभ 861 से पाकिस्तान की सीमा ऊंट पर आकर दो संदिग्ध पाक घुसपैठियें को सजग सुरक्षा बलों ने भारतीय सीमा में घुसते हुवें देखा। बोर्डर थाना बीजराद  के थाना अधिकारी  केलाश दान के अनुसार दो  पाकिस्तानी घुसपैठियों के भारतीय सीमा पर लगी तारबंदी के पास पहुंचने पर बी.एस.एफ के जवानों ने उन्हें चेतावनी देते हुवें रुकने को कहा मगर दोनो घुसपैठियें ने सारी चेतावनी को अनसुना कर दिया, इस पर बी.एस.एफ के जवानों ने फायरिंग कर दोनो घुसपैठियों को मार गिराया। दोनों घुसपैठियों एक है ऊंट पर सवार थे    इस गोलीबारी में ऊंट भी घायल हो गया। सीमा सुरक्षा बल ने इस घटना के विरोध में पाक रेंजर्स के साथ फ्लेग मीटिंग की गई जिसमें उन्होने घुसपैठियों के शव व घायल ऊंट को लेने से इंकार कर दिया। उनका कहना था मारे गए इन घुसपैठियें से उनका कोई तालूकात नही हैं।


शुक्रवार सुबह घटना स्थल की तलाशी लेने पर हालांकि घुसपैठियें के पास कोई तस्करी का कन्साईनमेंट तो नही मिला, परन्तु ये संभावना व्यक्त की जा रही हैं कि उनका कोई मकसद सही था वे किसी अवांछनीय गतिविधि को अंजाम देने के लिए भारतीय सीमा में घुस रहे थे। मारे गए घुसपैठियों में एक की उम्र 32 साल तथा दूसरे की 25 साल हैं। दोनो के शव तारबंदी के पास पड़े हैं, पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लेग मीटिंग की गई, जिसमें उन्हें कड़ा प्रोटेस्ट नोट दिया गया तथा सीमा पार से घुसपैठ के प्रमाण भी सौंपे गए, मगर पाक रेंजरों ने इस घुसपैठ से पला झाड़ते हुवें शव व घायल उंट को लेने से साफ इंकार कर दिया। इनके पास पाकिस्तान के 4 अग्रेजी,1 उर्दु.अख़बार और एक मोबाइल बरामद हुआ 4 ....अग्रेजी अख़बार का एक साथ होना ही सीमा सुरक्षा बल के लिए पहेली बन हुआ है 


उल्लेखनीय सुरक्षा व खुफिया ऐजन्सीयों को पिछले काफी समय से सूचनाऐं मिल रही थी  कि पाक खुफिया ऐजेन्सी आई.एस.आई ने राजस्थान और गुजरात बोर्डर से आतकवादी घुसपेठ करने की  फ़िराक में है  आम तोर पाक से लगता राजस्थान बोर्डर पर इस तरह की घटनाए नहीं होती है अब इस तरह की घटना ने सीमा सुरक्षा बल की नींद उदा दी है  अब सुरक्षा ऐजेन्सीयों से गुत्थी सुलझाने में लगी हैं। पूरी सीमा पर अत्यधिक सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं, सीमा पर कड़ी चौकसी रखी जा रही हैं।