बुधवार, 30 अक्टूबर 2013

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दस केन्द्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त


भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दस केन्द्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त


बाडमेर, 29 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव 2013 निष्पक्ष एवं स्वतन्त्र रूप से सम्पन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बाडमेर जिले में दस केन्द्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए है। इनमें प्रत्येक विधानसभा पर एक-एक सामान्य पर्यवेक्षक, दो व्यय पर्यवेक्षक तथा एक जागरूकता पर्यवेक्षक शामिल है।
जिला निर्वाचन अधिकारी भानु प्रकाष एटूरू ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र शिव हेतु नियुक्त केन्द्रीय पर्यवेक्षक एस.एन. कौल्यार, बाडमेर विधानसभा क्षेत्र हेतु राजीव कुमार मितल, बायतु विधानसभा क्षेत्र हेतु के.बी. सिंह, पचपदरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु राजेन्द्र कुमार शर्मा, सिवाना विधानसभा क्षेत्र हेतु वी. राथीसन, गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र हेतु भोलाराम, चैहटन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु रमेश कुमार जेराजबही मकाडिया को सामान्य पर्यवेक्षक लगाया गया है। इसी तरह चुनावी खर्चे पर नजर रखने के लिए जिले की शिव, सिवाना, गुडामालानी व चैहटन विधानसभा क्षेत्रों के व्यय पर्यवेक्षक सुशील पाल, एवं बाडमेर, बायतु व पचपदरा विधानसभा क्षेत्रों के लिए व्यय पर्यवेक्षक शैलेन्द्र कुमार देशमुख को नियुक्त किया गया है। इसी तरह जिले में मतदाता जागरूकता तथा पेड न्यूज पर नजर रखने व चुनाव सम्बन्धी अन्य गतिविधियों पर पर्यवेक्षण के लिए जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए श्रीमती नानू भसीन को जागरूकता पर्यवेक्षक लगाया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एटूरू ने बताया कि जिले में नियुक्त सभी केन्द्रीय चुनाव पर्यवेक्षको ंके लिए सम्पर्क अधिकारी नियुक्त किये गये है। उन्होने बताया कि केन्द्रीय पर्यवेक्षक एस. एन. कोल्यार के लिए प्रेम प्रकाश व्यास, राजीव कुमार मित्तल के लिए विक्रमसिंह, के.बी. सिंह के लिए चैबेलाल मीना, राजेन्द्र कुमार शर्मा के लिए भंवरदान बिठू, वी. राथीसन के लिए महेन्द्र पालीवाल, भोलाराम के लिए अनोपाराम दहिया तथा रमेश कुमार जेराजबही माकडिया के लिए भवानीसिंह देथा को सम्पर्क अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होने बताया कि श्रीमती नानू भसीन के लिए श्रवण चैधरी, सुशील पाल के लिए एस.पी. माथुर तथा शैलेन्द्र कुमार देशमुख के लिए भंवरलाल चैधरी को सम्पर्क अधिकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।
एटूरू ने बताया कि सभी केन्द्रीय चुनाव पर्यवेक्षकों का प्रवास सर्किट हाउस बाडमेर में रहेगा जहां उनसे किसी भी प्रकार की चुनाव संबंधी समस्या या शिकायत या सुझाव के लिए सम्पर्क साधा जा सकता है। केन्द्रीय पर्यवेक्षकों से संबंधित कार्यो के लिए उनके सम्पर्क अधिकारियों से भी मिला जा सकता है।

गुड़गांव में कॉल सेंटर कर्मी से गैंगरेप

गुड़गांव। गुड़गांव में बुधवार तड़के एक 19 वर्षीया युवती के साथ तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। युवती कॉल सेंटर में काम करती है।
पुलिस ने बताया कि युवती गुड़गांव सेक्टर 46 में अपने एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से बुधवार तड़के लौट रही थी।

संयुक्त पुलिस आयुक्त महेश्वर दयाल ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी दिनेश ने पीडिता को मोटरसाइकिल से पास के मेट्रो स्टेशन तक छोड़ देने का प्रस्ताव दिया।

पुलिस ने बताया कि दिनेश प्रॉपर्टी डीलर है और गुड़गांव-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर स्थित झारसा गांव का रहने वाला है।

वारदात में शामिल उसके दो साथियों की पहचान नवीन और सत्यदेव के रूप में की गई है। सभी आरोपियों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच है।

इंटरनेट पर सेल, जवान "लड़की" बिकाऊ

कोलकता। अब इंटरनेट पर चीजों के साथ "लड़कियां" भी बिकने लगी हैं। एक अंग्रेजी दैनिक के हवाले से यह खबर आई है कि मुफ्त में वर्गीकृत विज्ञापनों द्वारा चीजों की सेल और खरीद करने वाले एक इंटरनेट पोर्टल के अधिकारी और यूजर उस समय अवाक रह गए जब उन्होने उस पर एक "लड़की" की सेल का विज्ञापन लगा देखा।
खबर में यह बताया गया है कि 26 अक्टूबर को किसी ने एक नामी ई-कॉमर्स वेब पोर्टल के विज्ञापन में एक जवान लड़की का फोटो लगा कर उसे 2000 रूपए में उपलब्ध बता दिया। उसके नीचे संपर्क करने के लिए एक नाम और फोन नंबर भी दिया हुआ था।

वर्गीकृत विज्ञापन का टाइटल था "22 साल की लड़की - कोलकता" और उसमें यह लिखा था " मैं सौम्य बरूई। मैं एक लड़की का एजेंट हुं। अगर आप इस लड़की के साथ एन्जॉय करना चाहते हैं तो मुझसे संपर्क कर सकते हैं। कृपया फेक कॉल न करें।"

लेकिन जब उस फोन नंबर पर संपर्क किया गया तो रिसिवर ने उसे गलत नंबर बताया और काफी नाराजगी दिखाई। बरूई नाम के इस रिसिवर ने बताया कि लगता है किसी ने उस के साथ बेहद भद्दा मजाक किया है। इस शख्स ने बीजपुर पुलिस स्टेशन में भी इस घटना की कंप्लेंट कर दी है।

इंटरनेट पोर्टल के कंट्री मैनेजर से संपर्क करने पर उन्होने ऎसी किसी भी तरह की जानकारी होने से मना किया पर जब उन्होने अपनी वेबसाइट को खंगाला तो वे यह विज्ञापन देखकर अवाक् रह गए।

चुनावी रणभेरी शिव विधानसभा चुनाव तब से अब तक,छह बार कांग्रेस तो चार बार गैर कांग्रेस जीती

चुनावी रणभेरी शिव विधानसभा चुनाव तब से अब तक

लगातार दूसरी बार अमिन खान कभी नहीं जीते ,दस चुनावो में एक 


मात्र महिला उतरी मैदान में 

छह बार कांग्रेस तो चार बार गैर कांग्रेस जीती 

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर कि शिव विधानसभा क्षेत्र में अब तक दिलचस्प मुकाबले हुए। ज़िसमे कांग्रेस छह बार तो भाजपा दो बार ,जनता पार्टी दो बार जीती। शिव विधानसभा क्षेत्र विषम परिश्ठियो में बसा हें। एक तरफ उण्डू कश्मीर ,दूसरी तरफ हरसाणी गिराब ,तीसरी तरफ रामसर गागरिया ,चौथी तरफ गड़रा रोड सुन्दर तो छठी तरफ बिजराड और गफणो के गाँव शुमार हें। संसाधनविहीन इन गाँवों में मतदान करना किसी चुनौती से कम नहीं हें। कहने को शिव सर्वाधिक महत्त्व पूर्ण विधान सभा क्षेत्र हें ,यह वो क्षेत्र हें जहा कभी प्रत्यासी चुनाव लड़ने को तैयार नहीं होते थे। उन्हें जोर जबर्दस्ती घरो से उठाकर पर्चे भराये जाते थे ,


जातिगत आंकड़े शिव विधानसभा क्षेत्र में इस बार करीब डॉ पांच हज़ार या इससे अधिक मतदाता होंगे। नाम जुड़ने कि प्रक्रिया चल रही हें। शिव में मुसलमान 53000 ,राजपूत रवाना राजपूत इकतालीस हज़ार ,अनुसूचित जाती चौंतीस हज़ार जाट तीस हज़ार ,प्रजापत आठ हज़ार चरण छह हज़ार ,पुरोहित चार हज़ार। यह हे जातिगत आंकड़े जिससे राजनितिक खेल फिट होते हे


शिव निरीक्षक मंडल। . विधान सभा क्षेत्र में आर आई सर्किल शिव के 11 ,भींयाड कि दस ,हरसाणी कि 11 गडरा रोड कि दस ,रामसर कि सात ,खड़ीं कि छह गागरिया कि आठ तथा बिजराड के 11 पतवार मंडल शामिल हें जिसमे 470 गाँव 74 ग्राम पंचायते आठ राजस्व मंडल 74 पतवार मंडल शामिल हें 


सबसे कम अंतर कि जीत। । शिव विधानसभा क्षेत्र में दूसरे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हुकम सिंह मात्र नौ मतों से जीते उन्होंने स्वतंत्र पार्टी के कान सिंह को नौ मतों से हराया वाही सर्वाधिक वोटो से गत चुनावो में कांग्रेस के अमिन खान उन्तीस हज़ार से अधिक मतों से विजयी रहे 


शिव विधानसभा सन 1967 में पहली बार स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में आया। प्रथम चुनावो में शिव विधानसभा के 58752 मतदाताओ में से 21888 मतदाताओ ने वोट डाले ,जिसमे कांग्रेस के हुकम सिंह को 11564 स्वतंत्र पार्टी के कान सिंह को 9335 वोट मिले प्रथम विधायक बनाने का गौरव हुकम सिंह को मिला। 


दूसरा चुनाव 1972 शिव विधानसभा क्षेत्र का दूसरा चुनाव 1972 में हुआ ,जिसमे शिव के 61444 मतदाताओं में से 29089 वोटरो ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन चुनावो में कांग्रेस ने फिर हुकम सिंह को मैदान में उतरा जिन्हे 9376 मत मिले तो स्वतंत्र पार्टी के कान सिंह को 9367 ,केवल चंद को 6953 तेजूराम को 2413 मत मिले। हुकम सिंह मात्र नौ मतों से विजयी घोषित हुए 


तीसरा चुनाव 1977 तीसरे चुनावो में शिव विधानसभा क्षेत्र के 72169 मतदाताओं में से 39495 मतदाताओ ने 97 मतदान केन्द्रो पर वोट डाले जिसमे जनता पार्टी के कान सिंह को 12680 कांग्रेस के तगाराम चौधरी को 12155 शोभ सिंह को 3136 ,केवल चंद को 2560 सवाई सिंह को 1847 शांकतरदान को 1605 मदन लाल 1573 लाल चंद को 1350 भीखाराम को 1293 जोगराज सिंह को 346 मत मिले ,पहली बार जनता पार्टी के कान सिंह 525 मतों से विजयी हुए ,


चौथा चुनाव 1980 शिव के चौथे चुनाव में शिव के 94449 मतदाताओ में से 43619 मतदाताओं ने 116 मतदान केन्द्रो पर वोट डाले जिसमे कांग्रेस के अमिन खान को 16700 निर्दलीय शोभ सिंह को 11731 सवाई सिंह जनता पार्टी को 9141 सोमी उर्फ़ शोभ को 3532 गणपत सिंह को 1105 कण सिंह को 450 सोहन सिंह को 215 मत मिले। इस बार अमिन खान 4969 मतों से विजयी हुए।


पांचवा चुनाव 1985 शिव के पांचवे और राज्य विधानसभा के आठवे विधान सभा चुनावो में शिव विधानसभा के 112787 मतों में से 70220 मतदाताओ ने 155 मतदान केन्द्रो पर वोट डाले जिसमेजनता पार्टी के रावत उम्मेद सिंह को 40002 कांग्रेस के अमिन खान को 28865 और निम्बाराम को 459 मत मिले। बाड़मेर के रावल उम्मेद सिंह ने 11137 मतों से शानदार जीत हासिल कि।


छठा चुनाव 1990 छठा चुनाव शिव का सताईस फरवरी को सम्पन हुआ जिसमे 155 मतदान केन्द्रो पर 127854 मतदाताओ में से 77362 मतदाताओ ने वोट डाले जिसमे कांग्रेस के अमिन खान को 38576 जनता दल के हरी सिंह को 34169 कन्हैयालाल को 2055 शोभ सिंह को 375 गोमती देवी को 340 अन्य चार उम्मीदवारो को डॉ सौ और उससे कम मत मिले। इस बार पुनः अमिन खान 4587 मतों से विजयी होकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे


सातवा चुनाव 1993 सातवा चुनाव शिव में 145151 मतदाताओ में से 98098 मतदाताओं ने १५५ मतदान केन्द्रो पर वोट डाले जिसमे भाजपा के हरी सिंह सोढ़ा को 47881 कांग्रेस के अमिन खान को 41739 पृथ्वी राज को 2232 गफूर को 1255 अर्जुनदान को 805 अन्य पांच को पांच सौ या कम मत मिले। शिव में पहली बार हरी सिंह ने कमल खिलाया भाजपा ने यह सीट 6142 वोटो से जीती।


आठवां चुनाव 1998 आठवे चुनाव में शिव के 162087 मतदाताओं में से 115051 मतदाताओ ने 350 मतदान केन्द्रो पर वोट डाले। जिसमे अमिन खान को 64552 भाजपा के हरी सिंह को 45235 बसपा के मूल चंद तंवर को 3396 मत पड़े। अमिन खान ने हरी सिंह को 19317 मतों से अंतर से जित विधायक बने


नवां चुनाव शिव में नवा चुनाव बेहद दिलचस्प रहा। इन चुनावो में 192409 मतदाताओ में से 146143 मतदाताओ ने 405 मतदान केन्द्रो पर वोट डाले जिसमर भाजपा के डॉ जालम सिंह रावलोत को 72526 अमिन खान कांग्रेस को 61529 ,इनेलो के मंगलाराम सुथार को 5412 अली मोहम्मद को 2715 सोनाराम को 2553 हरकलहाराम को 1354 वोट मिले। भाजपा के डॉ जालम सिंह ने यह सीट 10997 मतों से जीत कर भाजपा कि झोली में डाली 
दशवां चुनाव 2008 तेहरवीं विधानसभा के लिए परिसीमन के बाद जैसलमेर जिले के बसिया क्षेत्र कि 13 पंचायते इस क्षेत्र से अलग हो गयी वाही चौहटन के बिजराड क्षेत्र कि पंचायते जुड़ने से राजपूत वोट कम हो गए। शिव में हुए चुनावो में शिव के 197153 मतदाताओ में से 143659 मतदाताओ ने 516 मतदान केन्द्रो पर वोट डाले जिसमे कांग्रेस के अमिन खान को 75787 जालम सिंह रावलोत को 45927 , कुन्दनदान को 6657 नीम्ब सिंह को 6157 अचलाराम को 3914 गोर्धन सिंह को 3126 जान मोहम्मद को 2297 पदमाराम को 2232 मत मिले ,अमिन खान पुनः इस सीट पर सर्वाधिक 29861 मतों से विजयी हुए 

खाशियत। । शिव क्षेत्र के चुनावो में अमिन खान लगातार दो चुनाव जीतने में कब्व्ही सफल नहीं हुए। एक चुनाव जीतने के बाद दूसरा चुनाव हारे अमिन खान। शिव के चुनावो के इतिहास में एक मात्र महिला उम्मीदवार गोमती देवी ही चुनाव लड़ी जीने करीब साढे तीन सौ मत ही मिल सके


भाटी चन्दन सिंह राजनितिक संवाददाता बाड़मेर जैसलमेर 

बाड़मेर विधायक के खिलाफ आचार संहिता उलंघन का होगा मामला दर्ज चुनाव आयुक्त

विधायक के खिलाफ आचार संहिता उलंघन का होगा मामला दर्ज चुनाव आयुक्त 




बाड़मेर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन द्वारा जाती विशेष का राजनितिक सम्मलेन और भोज का आयोजन पद गया ,चुनाव आयुक्त ने विधायक के खिलाफ मुक़दमा दर्ज करने कि सिफारिश कर दी हें। राज्य चुनाव आयुक्त से दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि बाड़मेर विधायक द्वारा होटल गुडाल में विशेष लोगो का राजनितिक सम्मलेन और भोज का आयोजन किया जा रहा था बिना किसी स्वीकृति के जिसकी सूचना चुनाव आयुक्त को। मिली। मामले कि जाँच के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक जांच दल मई पुलिस जाब्ते के। भेजा मौके पर करीब सात आठ सौ लोग राजनितिकचर्चा और भोज में मशगूल थे। मामले कि विडिओग्राफी कराई गयी हें। उन्होंने बताया कि उक्त विधायक के खिलाफ चुनाव आचार संहिता कि धाराओ के मुक़दमा दर्ज किया जा रहा हें।

मंगल पर जीवन की खोज, मिशन का काउंट डाउन शुरू

बेंगलूरू। देश के पहले मंगल अभियान से जुड़ी तैयारियां पूरी हो गई है। 5 नवंबर को अभियान की लांचिंग होगी। मार्स आर्बिटर मिशन (एमओएम) नाम का एयरक्राफ्ट लांचिंग के नौ महीने बाद पृथ्वी के आर्बिट से मंगल के आर्बिट तक पहुंचेगा। एमओएम के सितंबर 2014 तक मंगल के आर्बिट में पहुंचने की संभावना है। इसरो इस मिशन के जरिए मंगल पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाएगा। मंगल पर जीवन की खोज, मिशन का काउंट डाउन शुरू
इसरो के चेयरमैन राधा कृष्णन ने कहा कि पृथ्वी पर मौजूद जीवन का संबंध मंगल ग्रह से है। लिहाजा मंगल के कुछ हिस्सों में मौजूद जीवन की संभावनाओं का पता लगाया जाएगा। लेकिन हमारी कोशिश पहले वहां पहुंचने की है। इस प्रयास का 85 प्रतिशत हमने पूरा कर लिया है।

20 मिनट में पहुंचता है सिग्नल

इसरो की इस कोशिश का 85 प्रतिशत सिर्फ मंगल पहुंचने के लिए की गई तैयारियों का हिस्सा है। जो कि एक जटिल प्रक्रिया है। इसरो के वैज्ञानिकों ने कहा कि बेंगलूरू के बाहर ब्यालालु केन्द्र किसी भी दूसरे सैटेलाइट और स्पेसक्राफ्ट को नियत समय पर ट्रैक करने के साथ संदेश भेज सकता है। लेकिन एमओएम से कम्युनिकेशन और प्रयोग का तुरंत होना संभव नहीं है। उन्होंने ने कहा कि एक ओर से सिग्नल भेजने में 20 मिनट लगते है जबकि पूरे 40 मिनट लगते है किसी प्रयोग को पूरा करने में।

स्पेसक्राफ्ट के स्वायत्त रूप से काम करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। यदि मंगल ग्रह या उसके पास पहुंचने में किसी समस्या का सामना करना पड़ता है तो स्पेसक्राफ्ट खुद ही इस समस्या से निपटने की तकनीक विकसित कर सकता है। जब तक कि उसे इसरो के ट्रैकिंग केन्द्र से सिग्नल ना मिलने लगे।

राधाकृष्णन ने व्याखा करते हुए कहा कि कहा कि अगर कई सारी समस्याओं का सामना स्पेसक्राफ्ट को करना पड़ता है तो इसरो के वैज्ञानिक पृथ्वी से उसे सुलझाने की कोशिश करेंगे। जबकि स्पेसक्राफ्ट भी अपनी तरफ से उसका हल ढूंढ़ेगा। यानि हमारे पास एक बेहतर प्रभावी उपग्रहीय तकनीक है। उन्होंने ने कहा कि भविष्य में संचार और रिमोट संचालित उपग्रहों के लिए इसी तकनीक का प्रयोग होगा। इसलिए हमने जो तकनीक बनायी है वह अगले अभियानों में भी काम आएगी।

बच्चे को जन्म देने की तरह है मिशन

अभियान के प्रोग्राम डॉयरेक्टर डॉ. एम अन्नादुरई ने कहा कि लांचिंग के आखिरी 15 महीने उत्साह और चिंताओं से भरे हुए है। नौ महीने मिशन को मंगल तक पहुंचने में लगेंगे, जबकि अगले 6 महीने मंगल के आर्बिट में प्रयोगों को अंजाम देने में। उन्होंने ने कहा कि यह एक तरीके से बच्चे को जन्म देने या इम्तिहान देने की तरह है। हमने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है और नौ महीने गुजरने के बाद मिलने वाली खुशी का इंतजार कर रहे है।

मंगल अभियान का पूरा खर्चा 450 करोड़ का है। इस अभियान की तैयारी में 18 महीने लगे है। मिशन के साथ पांच उपकरण भेजे जाएंगे ताकि प्रयोगों को अंजाम दिया जा सके। इनमें से दो के जरिए मंगल ग्रह के सतह की विहंगम तस्वीरें ली जाएगी और खनिजों का पता लगाया जाएगा।

तीसरे उपरण के जरिए यह पता लगाने की कोशिश होगी कि एक समय में मंगल ग्रह पर वातावरण कैसा रहता है। चौथा मंगल पर मौजूद पानी किस तरह का और कैसा है इसका नक्शा उतारेगा। इनमें पांचवा सबसे महत्वपूर्ण उपकरण मीथेन का पता लगाने वाला है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि अगर मीथेन पाया जाता है तो उसकी उपस्थिति मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का परिचय होगा।

नई खोज पर निगाहें गड़ाए है इसरो

अन्नादुरई ने कहा कि पृथ्वी और मंगल कुछ मायनों में एक तरह के है। हजारों साल पहले मंगल बिल्कुल पृथ्वी की तरह था। लेकिन आज वहां वातावरण नहीं है, जीवन की संभावनाएं खत्म हो गई है। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता? हम इस स्थिति में है कि उसे देख सकते है और उसका विश्लेषण पृथ्वी को बचाने में हमारी मदद करेगा। यदि हम दिशा में आगे बढ़ते है तो वैज्ञानिक जवाब हमें उस तरह के हालात से निपटने में सक्षम बना सकते है।

वैज्ञानिक पृथ्वी को बचाने के उपायों की तरफ देख रहे है। साथ ही इसरो मिशन के जरिए कुछ नया ढंूढ़ने की संभावनाओं पर भी गौर कर रहा है। जिसके बारे में रशियन और अमेरिकी एजेंसियां अब तक पता नहीं लगा पाई है।

अन्नादुरई ने कहा कि चंद्रयान के जरिए ऎसा करने में इसरो को कामयाबी मिली है। जबकि चंद्रयान, चंद्रमा पर भेजा जाने वाला 69वां स्पेसक्राफ्ट था। चंद्रयान के जरिए ही चंद्रमा की सतह पर पानी के कणों का पता चला था। इसकी पुष्टि बाद के अभियानों में भी हुई है। उम्मीद है कि इस मिशन के जरिए भी हम ऎसा कर पाने में हम कामयाब होंगे। उन्होंने ने कहा कि बायो साइंस का उपयोग कर नई खोज करना होगा, जिसका हमें इंतजार है।

45 प्रयासों में आधे हुए असफल

गौरतलब है कि पूरे विश्व में सिर्फ पांच एजेंसियां ऎसा कर पाने में कामयाब हो पाई है। जबकि मंगल पर पहुंचने के 45 अभियानों में से 50 प्रतिशत असफल रहे है। इसरो का यह प्रयास उत्साहजनक है, ना सिर्फ इसलिए कि यह पहला प्रयास है बल्कि यह वैज्ञानिकों को पूरे नौ महीने व्यस्त रखने वाला है। जब तक कि यह मंगल पर निश्चित स्थान पर नहीं पहुंच जाता। मंगल ग्रह पर मानव के रहने की संभावनाओं का पता लगाना भी इस मिशन का लक्ष्य है।

राधाकृष्णन ने कहा कि स्पेस पर नजरें टिकाए देशों की ओर देखें तो पता चलता है कि उन्होंने 2030 से 2040 तक का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। यह एक जटिल प्रक्रिया है जो बहुत चुनौती पूर्ण है। यह एक सपना है, ख्वाब है, हकीकत है।

अगले सप्ताह जब रॉकेट मंगल ग्रह के लिए उड़ान भरेगा वह अपने साथ सिर्फ स्पेसक्राफ्ट ही नहीं ले जाएगा। बल्कि हजारों उत्साहित वैज्ञानिकों के सपनों को भी अपने साथ ढोएगा जो हमारे अस्तित्व से जुड़े कुछ आधारभूत सवालों का जवाब ढंूढ़ रहे है।

पुलिस कांस्टेबल ने क्वार्टर में खुद को गोली मारी

नागौर। राजस्थान के नागौर जिले में बुधवार को राजस्थान पुलिस के एक हैड कांस्टेबल ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। कांस्टेबल ने सर्विस राइफल से खुद को गोली मारी। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया। पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस कांस्टेबल ने क्वार्टर में खुद को गोली मारी
जानकारी के अनुसार नागौर जिले के रोल थाने में तैनात हैड कांस्टेबल नरपतराम ने बुधवार सुबह पुलिस क्र्वाटर में खुद को गोली मार ली। मृतक मूलत: नागौर की करणी कॉलोनी का रहने वाला था। कांस्टेबल की आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया। वह परिवार के साथ रहता था लेकिन घटना के समय वह क्र्वाüटर मे अकेला ही था। परिवार घर गया हुआ था। नागौर एसपी ओमप्रकाश शर्मा ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली और मौका मुआयना किया। पुलिस ने परिजनों को जानकारी दे दी है।

ऎसा क्या हुआ जो काट लिया "गुप्तांग"

बीजिंग। एक चीनी युवक इस बात से परेशान था कि उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी। हताशा और निराशा के भंवर में फंसे इस युवक ने आवेश में आकर अपना गुप्तांग ही काट डाला। इसके बाद बही खून की धार और असहनीय दर्द से परेशान हुआ तो सीधे अस्पताल की राह पकड़ी। हालत बिगड़ने के बावजूद वह साइकिल पर ही डाक्टर के पास पहुंच गया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे बताया कि वे उसकी मदद नहीं कर सकते और उसे घर जाकर गुप्तांग लाने को कहा ताकि उसका इलाज किया जा सके। 26 वर्षीय यांग हू अस्पताल से वापस घर लौटा। उसने अपना गुप्तांग ढूंढा और उसे लेकर फिर अस्पताल पहुंचा। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, डॉक्टर ने उससे कहा कि अब उससे गुप्तांग को जोड़ना मुश्किल है क्योकि उसमें लंबे समय तक खून का प्रवाह नहीं हुआ है।

यांग के दोस्तों ने बताया कि वह इसलिए दुखी रहता था कि उसकी कोई प्रेमिका नहीं थी। यांग को प्रेमिका की चाहत में फैक्ट्री में कई घंटों तक काम करता रहता था क्योंकि उसे शक था कि अगर में देर तक काम करूंगा तो उसे किसी महिला से मिलने का मौका मिल सकता था।

वह इतना ज्यादा तनाव मे रहने लगा कि 27 अक्टूबर को रात 9 बजे जब वह काम से अपने किराए के मकान पर लौटा तो उसने अपना गुप्तांग काटने का फैसला कर लिया क्योकि उसे लगता था कि अब उसका कोई काम नहीं है और ऎसा करने से उसे प्रेमिका के ख्याल नहीं आएंगे।

वैसे हैरान करने वाली बात यह है कि वह किसी तरह साइकिल चलाकर अस्पताल पहुंचने में कामयाब रहा। यही नहीं वह गुप्तांग लेने फिर से साइकिल चलाकर घर भी वापस और गया फिर अस्पताल आया।

गर्लफ्रेंड के लिए बीवी की हत्या,दोस्त भी धरा

जयपुर। शादी के बाद भी उसने पड़ोसन से मिलना-जुलना बंद नहीं किया था,उनके नाजायज संबंधों को पता जब उसकी बीवी को लगा तो... एक खौफनाक साजिश रची दी। सोमवार को दोस्त के साथ मिलकर बीवी का गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया। हालांकि,हत्यारा पति पुलिस से बच नहीं सका और पकड़ा गया। मंगलवार को इस हत्याकांड में सहयोगी रहे आरोपी पति के दोसत को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि सोमवार दोपहर को पत्नी की हत्या के आरोपी पति को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसके दोस्त की तलाश जारी थी। पुलिस के अनुसार वह दौसा में छिपा हुआ था। पुलिस ने एक टीम उसको पकड़ने के लिए रवाना की थी, जिसने आरोपी को पकड़ लिया।

एडि. कमिश्नर डॉ. गिर्राज मीणा ने बताया कि गिरफ्तार पति के दोस्त विजयपुरा कानोता निवासी विनोद उर्फ छोटू को पकड़ लिया गया है। उसने ही विवाहिता के गले पर धारदार हथियार से वार किया था।

जमीन पर पटककर रेता था गला

गौरतलब है कि माजी रेनवाल निवासी आरती (20) की शादी दो साल पहले जामडोली निवासी महेश कुमार वर्मा से हुई थी। महेश का कॉलोनी में ही रहने वाली किसी लड़की से प्रेम प्रसंग था और वह अपनी पत्नी को पसंद नहीं करता था। सोमवार को ससुराल से पत्नी को लेकर आया और चीलगाड़ी रेस्टोरेंट के पास महेश ने अपने दोस्त विनोद को बुलाया और पत्नी को जमीन पर पटककर उसकी गला रेत कर हत्या कर दी थी।

उधर, लड़की को शादी के लिए धमकियां

बजाज नगर थाना क्षेत्र में युवती पर शादी के लिए दबाव डालने और परेशान करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि जमवारामगढ़ निवासी युवती ने रिपोर्ट दी है कि वह यहां बरकत नगर में कोचिंग के लिए आती है। वहां पर आरोपी युवक जयसिंह मीणा अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता है और शादी के लिए दबाव डालता है।

महिला चला रही थीं जिस्मफरोशी का अड्डा

जयपुर। जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र मे पुलिस ने वेश्यावृति के अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। मुखबिर की सूचना पर एसीपी सांगानेर बाघ सिंह ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
एसीपी ने बताया कि सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर अज्ञात व्यक्ति ने मालवीय नगर स्थित सेक्टर 11 के एक मकान में वेश्यावृत्ति की सूचना दी थी।

सूचना की तस्दीक करवाने के लिए एक कांस्टेबल को बोगस ग्राहक बनाकर भेजा गया था। आरोपी महिला से करीब एक हजार रूपए में सौदा तय हो गया था। इस पर कांस्टेबल की सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर आरोपी दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।

एसीपी ने बताया कि मकान की मालकिन प्रभा यादव (38) वेश्यावृति करवाती थी। मौके से दूसरी महिला गाजियाबाद निवासी कविता विश्वकर्मा (24) को भी गिरफ्तार किया गया है।

75,000 में बिकी युवती,कलेक्टर तक पहुंची

राजगढ़। मध्यप्रदेश में सेक्स कारोबार से जुड़ा नया और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 75 हजार रूपए में बिक चुकी एक युवती मदद की गुहार लगाने के लिए कलेक्टर तक जा पहुंची। युवती ने भोजपुर और इसके आसापास के इलाकों में युवतियों की तस्करी का दावा करते हुए खुद को बेचे जाने की बात कही। हालांकि,कलेक्टर से मुलाकात नहीं होने से पीडिता को यहां से भी राहत नहीं मिल सकी।
उल्लेखनीय है कि भोजपुर और इसके आसपास का क्षेत्र इन दिनों महिलाओं की तस्करी के लिए जाना जाने लगा है। आए दिन यहां महिलाओं को बेचने के मामले सामने आ रहे हैं।

नागपुर की नूरजहां का गोरखधंधा

खुद को बेचे जाने की बात कहने वाली युवती छिंदवाड़ा के पांढुर्ना की रहने वाली है। युवती के अनुसार उसे नागपुर की नूरजहां नाम की एक दलाल ने भोजपुर थानांतर्गत आने वाले गांव कुकुमपुरा में बेच दिया। युवती के अनुसार वह कई दिनों तक वहां रही। युवती के अनुसार नागपुर में रहने वाली नूरजहां और भी लड़कियों को राजगढ़ या फिर अन्य जगह बेच चुकी है। उसने बताया कि नूरजहां ने मुझे राजगढ़ भेजने के बदले चंदरसिंह से 75 हजार रूपए लिए।

दलाल पर पुलिस मेहरबान !

युवती ने आरोप लगाए हैं कि कुकुमपुरा से भागने के बाद भोजपुर थाना क्षेत्र के दलाल चंदरसिंह के खिलाफ शिकायत की। हांलाकि वहां से क्या कार्रवाई हुई कोई जानकारी देने को तैयार नहीं है। ऎसे में खिलचीपुर थाने में जब इस संबंध में शिकायत की तो उन्होंने डांटकर भगा दिया। परेशान होकर युवती न्याय के लिए कलेक्टर से शिकायत करने के लिए राजगढ़ पहुंची लेकिन कलेक्टर से मुलाकात नहीं हो सकी।

पुलिस की फटकार और गालियां

युवती के अनुसार उसने आरोप लगाया कि चंदरसिंह यहां का दलाल है। लेकिन भोजपुर हो या खिलचीपुर पुलिस दोनों ही महिलाओं को बेचने का काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है और उल्टा गालियां देकर भगाया जा रहा है।

नाबालिग से सामूहिक रेप के आरोपियों को उम्रकैद, छात्रा का शिक्षक ही आरोपी



श्रीमाधोपुर. नाबालिग बालिका से सामूहिक ज्यादती के एक मामले में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश केदारमल गुप्ता ने छह आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। मामला 12 अक्टूबर 2011 का है। राजपुरा गांव की स्कूली छात्रा अपनी भाभी के साथ डॉक्टर को दिखाने खंडेला अस्पताल आई थी। पहले उसे पढ़ा चुका शिक्षक उसे यहां से जांच करवाने के बहाने ले गया था। उसके बाद छह लोगों ने उससे ज्यादती की थी।
नाबालिग से सामूहिक रेप के आरोपियों को उम्रकैद, छात्रा का शिक्षक ही आरोपी
सहायक लोक अभियोजक रामावतार सैनी ने बताया कि खंडेला थाने में 15 अक्टूबर 2011 को सामूहिक ज्यादती का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी नवनीत पुत्र सुरेंद्र शर्मा व उसके पांच साथियों सुरेश पुत्र हरिप्रसाद शर्मा, हितेश पुत्र विमल शर्मा, श्यामसुंदर पुत्र सत्यनारायण शर्मा, बजरंगलाल पुत्र रघुवीर शर्मा व प्रदीप पुत्र विश्वनाथ शर्मा को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने सभी को मामले में दोषी माना और उम्र कैद की सजा सुनाई है। आरोपियों पर 65 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है।

यह था मामला
12 अक्टूबर 2011 को बालिका अपनी भाभी के साथ खंडेला के राजकीय चिकित्सालय में दिखाने आई थी। तभी उसे वहां खंडेला निवासी नवनीत मिला। नवनीत पहले उसके स्कूल में पढ़ाता था। इस कारण वह उनसे बातचीत करने लगा। जब उसे बीमारी के बारे में बताया तो उसने कहा कि वह डॉक्टर को दिखा देगा। डॉक्टर को दिखाने के बाद उसने कहा कि पीलिया की जांच करवानी होगी। उसने बालिका को बाइक पर साथ चलने के लिए कहा। जब उसकी भाभी ने भी साथ चलने के लिए कहा तो आरोपी ने कहा कि वह खुद ही जांच करवाकर वापस ले आएगा। वह बालिका को बाइक पर बिठाकर एक खंडहर में ले गया। वहां पांच लोग पहले से मौजूद थे। सभी ने उसके साथ ज्यादती की। छात्रा गहरे सदमे में आ गई और उसने दो दिन बाद परिजनों को पूरी कहानी बताई। इस पर परिजनों ने खंडेला थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने अगले ही दिन नवनीत शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उसकी निशान देही पर पांच और आरोपी पकड़े गए।

13 दिसंबर 2011 को पुलिस ने अदालत में चालान पेश किया था। कोर्ट ने सभी 6 आरोपियों को सामूहिक ज्यादती में दोषी मानकर आजीवन कारावास की सजा सुनाई। मुख्य आरोपी नवनीत को ज्यादती के अलावा अपहरण का भी दोषी माना और पांच साल के कठोर कारावास की सजा अलग से सुनाई। दोनों सजाएं साथ चलेगी। जुर्माने के 65 हजार में से 50 हजार रुपए पीडि़ता को दिलाने के आदेश भी न्यायालय ने दिए। पीडि़ता की ओर से एडवोकेट हरीश शर्मा, फूलसिंह सामोता ने भी पैरवी की। सामूहिक ज्यादती के आरोपी को सजा सुनाने के बाद जेल ले जाती पुलिस।

राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें

हमीरपुर. यूपी के हमीरपुर जिले के राठ में कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी बुधवार को रैली को संबोधित करने पहुंचे। इंदौर में विवादित भाषण देकर सुर्खियां बटोरने वाले राहुल बुधवार को हमीरपुर में भीड़ बटोरने में नाकामयाब रहे। मोदी के बाद बुंदेलखंड की धरती से चुनावी हुंकार भरने हमीरपुर पहुंचे राहुल की रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटने की उम्मीद थी, लेकर यह आंकड़ा करीब तीस हजार के आसपास ही सिमट कर रह गया।
राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें
रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि यूपी का आदमी काम करने के लिए मुंबई या दिल्‍ली न जाए बल्कि उसे यहीं पर रोजगार मिले। कांग्रेस सरकार ने सभी को 100 दिन के रोजगार के साथ आरटीआई का अधिकार दिया। आरटीआई की वजह से भ्रष्टाचार बाहर आया है। कांग्रेस चाहती है कि विकास आपके दरवाजे पर आए। बदलाव के लिए और काम करना होगा। हमारा लक्ष्य बुंडेलखंड को अमेरीका से जोड़ना है। जनता को प्रदेश की सरकार से पूछना चाहिए कि बुंदेलखंड को बेंगलुरु जैसा क्‍यों नहीं बनाया गया। यहां पर इंडस्‍ट्री लगनी चाहिए और यहां के लोगों को रोजगार के लिए कहीं और नहीं जाना चाहिए।'
राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें
उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी के लिए हम हजारों करोड़ भेजते हैं, लेकिन सारा पैसा गायब हो जाता है। जब तक यहां कांग्रेस की सरकार नहीं आती यह प्रदेश नहीं बदल सकता है। उत्‍तर प्रदेश की सरकार कहती है कि वह फूड सिक्‍योरिटी बिल चुनाव के बाद लागू करेगी, लेकिन क्‍या चुनाव तक यहां के लोगों को भूख नहीं लगेगी।
राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें
राहुल गांधी ने कहा कि वह बुंदेलखंड को विकास के मामले में अमेरिका के बराबर खड़ा कर देंगे। उन्होंने राठ में रेलवे लाइन बिछाने का वादा करते हुए कहा कि बुंदेलखंड को अलग राज्य घोषित किए जाने को लेकर जो मांग उठी है उस पर भी विचार किया जा रहा है।
राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें

राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें
राहुल ने बुंदेलखंड में किए बड़े-बड़े दावे, नदारद रही भीड़, देखिए तस्वीरें

आचार संहिता में विधायक को खाना देना भारी पड़ा विधायक निकले पिछले गेट से





आचार संहिता में विधायक को खाना देना भारी पड़ा विधायक निकले पिछले गेट से

निर्वाचन टीम पहुंची मौके पर राजनितिक सम्मलेन रुकवाया आयोग ने 

बाड़मेर सरहदी जिला मुख्यालय बाड़मेर के विधायक को समाज विशेष के लोगो को निजी होटल में आज खाना देना महँगा पड़ गया। चुनाव आयोज के नियमो के तहत आचार संहिता का खुला उलंघन कर विधायक द्वारा गत तीन दिनों से समाज विशेष लोगो को एक निजी होटल में सामूहिक भोज दिए जा रहे थे। बुधवार दोपहर को विधायक ने समाज विशेष के लोगो को वोट के प्रलोभन के लिए आमंत्रित कर भोज दिया जिसकी शिकायत निर्वाचन अधिकारी के कंट्रोल रम में एक व्यक्ति द्वारा कि गई जिस पर तत्काल जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा अधिकारी बाड़मेर को सदर निजी होटल। भेजा एकाएक टीम को आया देख विधायक के ख़ास आदमियो डसवारा विधायक को पिछले दरवाजे से बाहर भेज दिया। अधिकारियो का दल यह पता करने में जूता हें कि समूहित भोज का आयोजन किसके द्वारा किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना हें कि मौके पर गए विकास अधिकारी ने   बात कर उन्हें चले जाने कि सलाह दी। मौके पर उपस्थित मिडिआकारमिओ ने होटल के अंदर जाकर तस्वीरे ली तब तक विधायक वहा से खिसक चुके थे। लोग खाना खाये बगैर बाहर निकल गए। गौरतलब हे कि विधायक द्वारा आचार संहिता लागू होने के बाद दूसरी बार उलंघन कितया हें। अधिकारी फिर भी विधायक को बचाने कि जुगत में लगे नज़र आये। मौके पर राजनितिक सम्मलेन चल रहा था इसे मौके पर गए विकास अधिकारी ने स्वीकार किया। मौके पर सौ डेड सौ व्यक्ति उपस्थित थे। विकास अधिकारी ने मौके कि वीडियोग्राफी कराई तथा रिपोर जिला निर्वाचन अधिकारी को सुपुर्द करेंगे। 


विकास अधिकारी आईदान सिंह ने बताया कि अधिकारियो के निर्देश पर गुडाल होटल पहुंचे जंहा पार्टी विशेष का राजनितिक सम्मलेन और खाना चल रहा था। मौके पर वोटो कि बात चल रही ,थी मौके कि विडिओग्राफी कराई गई। सम्मलेन को रोका गया जिसकी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को सुपुर्द कि जायेगी।

राजस्थान में भाजपा को मिलेगी 125 सीटें: सर्वे



नई दिल्ली। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बन सकती है। यहां अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की वापसी की राह मुश्किल लग रही है।
राजस्थान में भाजपा को मिलेगी 125 सीटें: सर्वे
द वीक और सीएसडीएस के चुनाव पूर्व सर्वे में यह अनुमान व्यक्त किया गया है। सर्वे सीएनएनआईबीएन चैनल के लिए किया गया है। सर्वे के मुताबिक 200 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 115 से 125 सीटें मिल सकती है। कांग्रेस 60 से 80 सीटों के बीच सिमट सकती है। बसपा को 4 से 8 और अन्य को 8 से 12 सीटें मिल सकती है। 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 96 और भाजपा को 78 सीटें मिली थी। 14 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई थी। शेष सीटें अन्य दलों ने जीती थी।

सर्वे में भाजपा को 41 और कांग्रेस को 32 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 34.3 फीसदी वोट मिले थे। भाजपा को 7 फीसदी वोटों का फायदा होता दिख रहा है जबकि कांग्रेस को पांच फीसदी वोटों का घाटा हो रहा है। 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 36.8 फीसदी वोट मिले थे। बसपा को सात फीसदी वोट शेयर और अन्य को 20 फीसदी वोट मिल सकते हैं।

सर्वे में 43 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में वसुंधरा राजे को पहली पसंद बताया है जबकि अशोक गहलोत को 25 फीसदी,सीपी जोशी को सिर्फ 3 फीसदी और सचिन पायलट को 2 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद बताया है। सिर्फ 2 फीसदी लोगों ने किरोड़ीलाल मीणा को सीएम के रूप में पहली पसंद बताया है। महज 31 फीसदी लोग मौजूदा गहलोत सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं जबकि 41 फीसदी नाखुश हैं। 24 फीसदी ने कोई राय व्यक्त नहीं की है।