रविवार, 2 अगस्त 2015

मोदी सरकार ने पोर्न वेबसाइट्स पर लगाया बैन? #पोर्न_बैन पर यूजर्स का फूटा गुस्सा

मोदी सरकार ने पोर्न वेबसाइट्स पर लगाया बैन? #पोर्न_बैन पर यूजर्स का फूटा गुस्सा 
नई दिल्ली।
सोशल मीडिया पर चर्चा जोरों पर है कि क्या मोदी सरकार ने चुपचाप देश में पोर्न वेबसाइटों पर बैन लगाना शुरू कर दिया है दरअसल शनिवार से कुछ पोर्न वेबसाइट्स को खोलने पर एक लाइन दिखाई दे रही है, जिसमें लिखा है, 'इस साइट को सक्षम प्राधिकारी के निर्देश के मुताबिक ब्लॉक कर दिया गया है।' इसके बाद ट्विटर पर लोगों का गुस्सा सामने आया। हालांकि कुछ इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स पर पोर्न साइट्स बैन नहीं है।







#पोर्न_बैन और #PornBan टॉप ट्रेंडिंग में

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से बैन से इनकरा के बावजूद पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगाना शुरू कर दिया है। यूजर्स के इस मुद्दे पर अपना विरोध कुछ ऐसे जाहिर किया कि #पोर्न_बैन और #PornBan ट्विटर पर टॉप ट्रेंडिंग में शामिल हो गया है।





इन नेटवर्क्स पर नहीं हो रहा एक्सेस

रिपोर्ट्स के मुताबिक यूजर्स का कहना है कि बीएसएनल, एमटीएनएल और ऐसे दूसरे इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स ने 13 पोर्न वेबसाइट्स में से 11 पर बैन लगा दिया है। वेबसाइट्स को एक्सेस करने पर The site has been blocked as per the instructions of Competent Authority लिखकर आ रहा है। हालांकि एयरटेल, रिलायंस, वोडाफो जैसे इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों पर इस तरह का कोई बैन नहीं लगाया गया है।







सुप्रीम कोर्ट का बैन लगाने से इनकार

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगाने से इनकार कर दिया था। अपने फैसले में कोर्ट ने कहा था कि आप किसी को कमरे के भीतर पोर्न देखने से कैसे रोक सकते हैं? यह संविधान के आर्टिकल 21 (व्यक्तिगत स्वतंत्रता) का उल्लंघन है।



ये साइट्स बैन



- पॉर्नहब

- बेजर्स

- रेडट्यूब

- बैंग ब्रदर्स



इनके अलावा और भी कई साइट्स है, जिन पर बैन लगाया है।



चप्पलों से की थी पति की पिटाई, अब दर्ज कराया एसपी MLA ने केस







संभल।चप्पलों से की थी पति की पिटाई, अब दर्ज कराया एसपी MLA ने केस

उत्तर प्रदेश में चंदौसी विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक लक्ष्मी गौतम ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए अपने पति दिलीप वैष्णव के खिलाफ स्थानीय अदालत में मामला दर्ज कराया है।



विधायक ने अदालत में गुहार लगायी है कि मामले की सुनवाई दौरान उसे पति द्वारा हर महीने 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद मुहैया करायी जाए जबकि उसके शारीरिक और मानसिक उत्पीडऩ के एवज में पांच लाख रुपए बतौर मुआवजा दिलाया जाए।



पति पर लगाया दूसरी शादी का आरोप

गौतम ने आरोप लगाया कि उसके पति बुलंदशहर की एक महिला के साथ पहले ही विवाह कर चुके हैं मगर यह सच्चाई उन्होने उससे छिपायी। वैष्णव की पहली पत्नी से 17 साल का बेटा भी है। विधायक ने कहा कि पति उनका एक मकान हड़पना चाहते हैं, जो उन्होंने बैंक से कर्ज लेकर खरीदा है। सपा विधायक ने अपने पति के खिलाफ हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 13 के तहत तलाक की अर्जी भी अदालत में दाखिल कर रखी है।



2005 में की थी लव मैरिज

विधायक के वकील जफर अली ने कहा कि जब दिलीप को तलाक की अर्जी के बारे में पता चला तो उसने सपा कार्यकर्ता मुकुल अग्रवाल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करा दिया। विधायक गौतम और वैष्णव बदायूं के एक प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक थे और दोनों ने 2005 में प्रेम विवाह किया था। दोनों की दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र सात साल और तीन साल है।



प्रेमी से शादी करने की है चर्चा

एसपी विधायक लक्ष्मी गौतम अक्सर विवादों में रहती है। बीते दिनों कहा जा रहा था कि सपा विधायक अपने पति से तलाक लेने के बाद अपने प्रेमी मुकुल अग्रवाल से शादी करेंगी। लंबे समय से विधायक और उनके पति के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं।



पति को सरेआम चप्पल से पीटा

प्राइमरी टीचर से विधायक बनी लक्ष्मी गौतम ने नवंबर 2013 में अपने पति दिलीप वैष्णव की सरेआम चप्पलों से पिटाई की थी। पति से अलग रह रहीं विधायक और उनके पति में टकराव की ताजा वजह एक प्रॉपर्टी बनी थी। लक्ष्मी समर्थकों के साथ चंदौसी में पति के आवास पर पहुंचीं और घर के एक हिस्से में ताला जड़ दिया। इसके बाद दोनों में संघर्ष हुआ। इस दौरान लक्ष्मी ने अपने पति की सरेआम चप्पलों से पिटाई कर दी। बाद में पुलिस ने मामले को शांत कराया।

इंजन के आगे कूदी महिला निकली रेलवे के पथ निरीक्षक की पत्नी

इंजन के आगे कूदी महिला निकली रेलवे के पथ निरीक्षक की पत्नी

बारां. छबड़ा रेलवे स्टेशन पर शनिवार को बीना-कोटा यात्री ट्रेन के आगे कूद कर जान देने वाली महिला की रविवार को शिनाख्त हो गई। मृतका छबड़ा क्षेत्र के मोतीपुरा रेलवे स्टेशन पर तैनात पथ निरीक्षक राजीव निराला की पत्नी थी।

यह परिवार बिहार के जहानाबाद का निवासी है। कई वर्ष पहले दोनों की शादी हुई थी। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया एवं मामले की जांच शुरू की है। शनिवार शाम को प्लेटफार्म पर वह इंजन के आगे कूद गई थी, जिससे उसका सिर धड़ से अलग हो गया था।

अजमेर।मां-बेटा करते थे ऐसा शर्मनाक काम..

अजमेर।मां-बेटा करते थे ऐसा शर्मनाक काम..


दरगाह में भीड़ का फायदा उठाकर जायरीन के मोबाइल फोन और पर्स चोरी करने वाले मां-बेटे को दरगाह थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने चुराए गए 22 मोबाइल बरामद कर लिए।

थानाप्रभारी भूपेन्द्र सिंह के अनुसार रतलाम निवासी मोहम्मद शाकिर ने दरगाह थाने में शिकायत दी कि वह जियारत करने आया था।

इस दौरान उसका मोबाइल फोन चोरी हो गया। शाकिर ने एक महिला और उसके बेटे पर शक जताया। शाकिर की ओर बताए गए हुलिये के आधार पर महिला की तलाश शुरू की। पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी मरजीना तथा उसके बेटे मोहम्मद मुश्ताक को गिरफ्तार कर लिया।

मरजीना ने बताया कि वह अपने बेटे के साथ पिछले 15 दिन से लाखन कोटड़ी क्षेत्र में रह रही है। पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली तो 22 मोबाइल तथा 3-4 खाली पर्स मिले। मरजीना ने कबूल किया कि उसने मुश्ताक की मदद से मोबाइल फोन चुराए।

'पत्नी का लेटनाइट पार्टी करना, पति के साथ हिंसा नहीं'



मुंबई।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने पत्नी के पार्टी करने और देर से घर आने को पति के साथ मानसिक हिंसा मानने से इनकार करते हुए फैमिली कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया है। महिला के पति ने दावा किया उसकी पत्नी अक्सर पार्टी में जाया करती थी और उससे बुरी तरह से पेश आती थी। हाईकोर्ट ने कहा कि सोशल कल्चर और ट्रेडिशनल चैंजेंस के कारण इस आधार पर तलाक नहीं दिया जा सकता है।



फैमिली कोर्ट ने साल 2011 में इसे आधार मानते हुए दंपति की तलाक दे दिया था, लेकिन पत्नी ने जब इस फैसले को एपिलेट कोर्ट में चुनौती दी तब फैसला पत्नी के हक में आया। जिसके बाद पति ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।





क्या है मामला

नौसेनिक राजेश चावला ने हाईकोर्ट में दावा किया था कि उसकी पत्नी सीमा लेटनाइट पार्टीज में जाती है और कई अवसरों पर उसके साथ हुरा व्यवहार करती है। छोटी-छोटी बातों पर दोनों के बीच विवाद होते हैं। इस दावे वाली अर्जी पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के जस्टिस एमएल तहिलियानी ने कहा, 'परिवेश में कुछ हद तक लोगों से घुलना मिलना जरूरी है, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं मिला जिससे साबित हो सके कि सीमा नशे में धुत होकर देर रात घर लौटती हो।'



पति खुद महिला मित्र के साथ लौटा था घर

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि पेश किए सबूतों के आधार पर कोर्ट ने रिकॉर्ड किया है कि राजेश खुद भी पार्टियों में जाता है और एक अवसर वह अपनी महिला मित्र को भी घर लेकर आया था क्योंकि उसने (महिला मित्र) पार्टी में ज्यादा शराब पी ली थी और वह घर नहीं जा सकती थी। कोर्ट ने कहा कि राजेश और सीमा दोनों ही पार्टीज में जाते हैं। इसलिए ये नहीं माना जा सकता कि पार्टी करके सीमा ने राजेश को किसी तरह से मानसिक या शारीरिक प्रताड़ना दी हो।





अय्याशी के आरोप

कोर्ट के फैसले पर राजेश ने कोर्ट में कहा कि सीमा उस पर अय्याशी का आरोप लगाकर मानसिक रुप से प्रताड़ित करती है। हाईकोर्ट ने कहा कि दोनों पार्टियों में जाने और मौत मस्ती के आदी है, इस वजह से हो सकता है कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर मिसअंडरस्टैंडिंग हो गई हो। लेकिन इस बात के कोई सबूत नहीं मिले है कि राजेश के साथ हिंसा हुई हो। इसलिए इस आधार पर तलाक नहीं दिया जा सकता है।



4 साल पहले कोर्ट ने दिया था तलाक

राजेश चावला ने साल 2008 में तलाक की अर्जी दी थी। अर्जी पर सुनवाई करते हुए फैमिली कोर्ट ने 2011 में दंपति की तलाक दे दिया था, लेकिन पत्नी ने जब इस फैसले को एपिलेट कोर्ट में चुनौती दी तब फैसला पत्नी के हक में आया और कोर्ट ने इनकी तलाक पर रोक लगा दिया। इसके बाद पति ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

सरकारी कर्मचारियों को मोदी सरकार का तोहफा, बढ़ेगी 40 फीसदी सैलेरी!



नई दिल्ली
केंद्रीय सरकारी कर्मचारी सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट 31 अक्टूबर तक पेश हो जाएगी। माना जा रहा है कि इस बार की सिफारिशों के बाद सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 30- 40 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हो सकती है।



आयोग की सिफोरिशें अगले साल से लागू की जा सकती है। भारतीय मिडिल क्लास का एक तिहाई हिस्सा सरकारी कर्मचारी है और सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से भारतीय बाजार पर भी बहुत फर्क पड़ता है।








सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद जहां केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी होगी, वहीं जल्द ही राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतन में भी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है । गुजरात और मध्य प्रदेश की सरकार ने इस ओर इशारा कर दिया है कि वो जनवरी 2016 से ही अपने कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी कर सकती है।








सूत्रों की मानें तो अगले साल तक सरकारी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ने की उम्मीद के चलते कई इनवेस्टर्स कार बाजार जैसे उद्योग में पैसा लगाने का मन बना रहे हैं। ऐसा देखा गया है कि पिछली बार वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद कार बाजार में 18 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हो गई थी।

श्रावणः सोमवार को इस विधि से करें शिव की पूजा, पूरी होगी मनोकामना



जयपुर।
भगवान शिव को श्रावण मास अतिप्रिय है। इस दौरान बरसात का मौसम होता है और वातावरण में शीतलता होती है। शिव जीवन में सुख, सफलता, शीतलता और समृद्धि लाने वाले देवता हैं।



वे अपने भक्त पर शीघ्र कृपा करते हैं। अगर उनके प्रति सच्ची श्रद्धा हो तो वे अपने भक्त के हर कष्ट का निवारण कर सकते हैं।



पूजन की विधि

यूं तो हर दिन शिव की देन है परंतु श्रावण के सोमवार को उनकी पूजा करने से विशेष शुभ फल की प्राप्ति होती है। संपूर्ण श्रावण मास शिवजी की उपासना के लिए सबसे उत्तम समय माना गया है परंतु सोमवार इनमें विशेष महत्वपूर्ण है। जानिए सोमवार को कैसे करें शिवजी का पूजन..







श्रावण के सोमवार को शिवजी का व्रत करने का विधान है। अगर किसी कारण से व्रत न कर सकें तो पूजन मात्र से शिव प्रसन्न हो जाते हैं।











इस दिन गणेशजी, शिवजी, पार्वती और नंदी सहित संपूर्ण शिव परिवार की पूजा करनी चाहिए। पूजन में भगवान को जल, दूध, दही, चीनी, घी, शहद, पंचामृत, भांग, मोली, जनेऊ, चंदन, रोली, चावल, पुष्प, दूर्वा, बिल्व पत्र, आक, धतूरा चढ़ाना चाहिए।



प्रसाद, पंचमेवा, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, कमलगट्टा आदि सामग्री से भगवान की पूजा करें। दक्षिणा चढ़ाएं और धूप-दीप करें।







कपूर और धूप-दीप से आरती उतारें। पूजा करने के बाद एक समय ही भोजन करें। सिर्फ सात्विक भोजन करें। भोजन में तामसी पदार्थों, प्याज-लहसुन, मांस-मदिरा आदि का उपयोग करने से व्रत और पूजन का पुण्य समाप्त हो जाता है।







भगवान शिव के प्रिय मंत्र ऊं नमः शिवाय का जाप करें। इसकी नित्य एक माला का जाप करने से जीवन में शुभत्व और शांति का आगमन होता है।

शनिवार, 1 अगस्त 2015

झुंझुनूं। संभल कर लें बैंक से नोटों की गड्‌डी, ऐसे नोट मिले तो उड़ जाएंगे होश!

झुंझुनूं। संभल कर लें बैंक से नोटों की गड्‌डी, ऐसे नोट मिले तो उड़ जाएंगे होश!




झुंझुनूं जिले में भारतीय रिजर्व बैंक के 10 रुपए के नोट की छपाई में खामी का मामला सामने आया है.छपाई में गड़बड़ी का यह मामला तब सामने आया जब झुंझुनूं के सुल्ताना कस्बे के एक व्यापारी ने बैंक से एक दस रुपए की नए नोटो की गड्‌डी ली. दस रुपए की इस गड्डी के दो नोटो पर एक साईड में छपाई ही नहीं हुई है. जबकि नोटों के नम्बर दोनों ओर छपे हुए हैं.



सुलताना के शनी मंदिर के पास दुकान चलाने वाले राजू चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की उसने यह दस रुपए के नोट की गड्डी बैंक मे ली थी और दुकान पर आकर जब उसने गड्डी के नोटों को सम्भाला तब उसे रिजर्व बैंक की इस गलती का पता चला. फिलहाल बैक ने दोनों नोटों को वापस ले लिए हैं.

तांत्रिक’ को सौंप दिया 5 महीने का बच्चा, दादा-दादी को आज मिल सकता है वापस

तांत्रिक’ को सौंप दिया 5 महीने का बच्चा, दादा-दादी को आज मिल सकता है वापस


जयपुर। पांच महीने के बच्चे की कस्टडी के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले दादा-दादी और नाना-नानी को शनिवार को छुट्‌टी के दिन न्याय मिल सकता है.

बच्चे के माता-पिता इस मामले में अपने बच्चे को गोद दे चुके हैं जबकि दादा दादी व नाना नानी उनके इस फैसले के खिलाफ अब कोर्ट की शरण मेँ हैं. हाईकोर्ट शनिवार को छुट्‌टी के बावजूद इस मामले में फैसला सुनाएगा.

उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट में इस मामले पर शुक्रवार को जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत में सुनवाई हुई. हाईकोर्ट भी इस मामले को लेकर काफी नाराज व गम्भीर नजर आई और यही कारण है कि हाईकोर्ट इस मामले को जल्द से जल्द निपटाने के लिए शनिवार को छुट्टी के दिन भी मामले की सुनवाई करेगी.

कहीं बच्‍च्‍ों की बली तो नहीं देना चाहते

5 महीने का अबोध बालक जिसे इस दुनिया में आऐ अभी कुछ ही माह हुए हैं और जो अभी सन्यास और गद्दी का मतलब भी नहीं जानता उसे उसके माता पिता ने मध्यप्रदेश के एक गुरू छोटे सरकार को गोद दे दिया. हाईकोर्ट भी इस मामले में काफी गंभीर नजर आई. हाईकोर्ट में गुरूवार इस मामले की सुनवाई हुई और हाईकोर्ट ने अबोध बच्चे को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए. लेकिन शुक्रवार को सुनवाई के दौरान तय समय तक बच्चे के हाईकोर्ट में पेश न होने पर हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई श‍निवार तक के लिए टाल दी. इस दौरान जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत ने मामले में मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि बच्चे को गोद देने का क्या कारण है क्या बच्चे की बली देना चाहते हैं. हाईकोर्ट ने इस मामले को चौकाने वाला बताया.

अच्‍छी परवरिश के लिए उठाया यह कदम


(बच्चे की मां डाॅ. पूजा)

वहीं दूसरी तरफ बच्चे के माता-पिता को इस बात का कोई गम नहीं है. जहां 5 महिने को इस वक्त माता पिता की परवरिश की जरूरत है वहीं मां बाप ने बच्चे की बेहतरी के नाम पर बच्चे को छोटे सरकार को गोद दे दिया है. और माता पिता का तर्क है कि वह बच्चे की भलाई जानते है और गुरूजी ग्रेजुएट है और वह उसकी अच्छी परवरिश कर सकते हैं.

छुट्टी के दिन होगी सुनवाई
जहां एक ओर हाईकोर्ट मामले की गंभीरता को देखते हुए छुटटी के दिन भी इस मामले की सुनवाई करने को तैयार है. वहीं दुधमुहे बच्चे के मां बाप बच्चे की बेहतर परवरिश के नाम पर बच्चे को गोद दे चुके हैं. अब इस मामले पर शनिवार को छुटटी के दिन सुबह 11 बजे जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत में सुनवाई होगी. और उसमें बच्चे की कस्टडी किसके पास रहेगी यह तय किया जाऐगा. अब देखना होगा कि आज बच्चे के जयपुर पहुंच जाने के बाद श्‍ानिवार को हाईकोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाता है.