रविवार, 27 अप्रैल 2014

महिला ने भारत आकर जन्मा बच्चा, अपनाने से पाक का इनकार

जैसलमेर में मामा से मिलने आई थी
बाड़मेर  वे पाकिस्तान से भारत आए तो चार थे, लेकिन जाते समय इनकी संख्या पांच हो गई। पांचवां सदस्य नवजात है, जो भारत में जन्मा है। पाकिस्तानी अफसरों ने चारों को तो स्वदेश वापसी की इजाजत दे दी, लेकिन नवजात शिशु को लेने से इनकार कर दिया। परिवार दुविधा में फंस गया। बच्चे को किसके सहारे छोड़कर जाते। अब पांचों सदस्य भारत में ही रुके हुए हैं। पीडि़त पाकिस्तानी परिवार दिल्ली जाकर पाक उच्चायोग में फरियाद करेगा।
...और पाक इस आधार पर कर सकता है स्वीकार
यदि किसी देश के माता-पिता अपनी संतान को अन्य किसी देश में जन्म देते हैं तो वे अपने देश के उच्चायोग (कॉन्सुलेट) में जाकर बच्चे की फिजिकल तस्दीक कर सकते हैं। ओरिजिनल बर्थ सर्टिफिकेट, माता-पिता ओरिजिनल मैरिज सर्टिफिकेट व पासपोर्ट दिखाने के बाद पाकिस्तान के अधिकारी बच्चे को अपने देश ले जाने का प्रबंध कर सकते हैं। कुछ देशों में इसके लिए फीस भी चार्ज की जाती है।
भारत के नियम में बच्चा भारतीय नहीं
राष्ट्रीयता कानून के मुताबिक जुलाई 1987 के बाद भारत में जन्मा व्यक्ति यहां का नागरिक तभी कहलाया जा सकता है जबकि उसके माता-पिता में से एक भारत का नागरिक है। इस बच्चे के मामले में दोनों पाकिस्तानी हैं। हालांकि 26 जनवरी 1950 से 1 जुलाई 1987 तक देश में जन्मे सभी लोगों को भारत का नागरिक माना गया।
आखिर क्या होगा डेढ़ माह के बच्चे का?
पाक उच्चायुक्त करेगा फैसला

थार एक्सप्रेस से पाक जा रहे पांच पाक यात्रियों को वतन जाने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। जोधपुर पहुंचने के बाद दिल्ली भेज दिए जाएंगे। जहां पाक उच्चायुक्त से मुलाकात कर पासपोर्ट में नवजात की फोटो प्रिंट कराएंगे। इसके बाद पाक उच्चायुक्त के निर्देशानुसार वतन वापसी संभव होगी। -बनवारीलाल,
थानाधिकारी जीआरपी थाना बाड़मेर
यह है मामला
पाकिस्तान के मीर मोहम्मद की पत्नी माई फातमा का परिवार सिंध सूबे में पालकी डेरकी गांव में रहता है। वह जैसलमेर स्थित अपने ननिहाल मामा के यहां करीब दो माह पहले आई थी। उसके साथ उसका देवर, एक पुत्र अरखाज अली व पुत्री शकीना थी। भारत आने के दौरान फातमा गर्भवती थी। उसने 14 मार्च को जैसलमेर के राजस्थान हॉस्पिटल में बच्चे को जन्म दिया। शनिवार को वह पाकिस्तान के लिए रवाना हुए। इस दौरान मुनाबाव में कस्टम इमिग्रेशन जांच के बाद उसे पाकिस्तान के लिए रवाना कर दिया गया। पाकिस्तानी अधिकारियों ने पांचवे नवजात शिशु को लेने से इनकार कर दिया। हालांकि महिला के पासपोर्ट में उसके नवजात शिशु का इंद्राज किया गया। लेकिन फोटो प्रिंट नहीं होने से पाक ने लेने से मना कर दिया। काफी जद्दोजहद के बाद निराश होकर इस परिवार ने पाक जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया। अब वे दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में फरियाद करेंगे।

शनिवार, 26 अप्रैल 2014

रामदेव ने 'दलितों के घर हनीमून' वाले बयान पर मांगी माफी, मायावती की देशव्‍यापी प्रदर्शन की धमकी



लखनऊ. गांधी परिवार पर लगातार हमला करने वाले रामदेव ने अब कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विवादास्‍पद बयान दिया है। रामदेव का कहना है कि राहुल गांधी दलितों के घर हनीमून और पिकनिक मनाने जाते हैं।

इस बयान के लिए रामदेव के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुए हैं। उधर, रामदेव ने बयान पर माफी मांग ली है। उन्‍होंने कहा कि मेरे बयान को गलत संदर्भ में लिया गया। रामदेव के मुताबिक, अगर मेरे इस बयान से समाज के किसी भी हिस्‍से, खासकर कि दलित समाज की भावनाएं आहत हुई हैं तो इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। उधर, मायावती ने कहा कि अगर बीजेपी ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो रामदेव के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा।
दलितों के घर हनीमून मनाने जाते हैं राहुल- इस बयान के लिए बाबा रामदेव पर FIR


3 एफआईआर दर्ज

प्रशासन ने रामदेव के राहुल गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने पर मीडिया की खबरों से स्वत: संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कराया है। रामदेव पर लखनऊ के महानगर थाने में 171(छ) आईपीसी के अंतर्गत मामला दर्ज हुआ है। बयान की सीडी भी प्रशासन के पास है। इसके अलावा, कांग्रेस विधायक जय प्रकाश सिंह भी केस दर्ज कराने पहुंचे। वहीँ, अम्बेडकर महासभा ने भी हजरतगंज थाने में इसी मामले में रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।



कांग्रेस के तेवर गर्म

इस बयान पर कांग्रेस के तेवर सख्‍त हो गए हैं। एक तरफ जहां पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात कही है वहीं दिग्विजय सिंह ने रामदेव और भाजपा को निशाने पर लिया है। चिदंबरम ने इस बयान को शर्मनाक बताया है। वहीं, दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा कि रामदेव का बयान दलितों के खिलाफ है। इसलिए उन्‍हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। दिग्विजय ने कहा, हम चाहेंगे कि भाजपा और मोदी दलितों के खिलाफ दिए गए रामदेव के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दें।

राहुल पर हमला करते हुए रामदेव ने कहा था, 'राहुल दलित बस्ती में पि‍कनि‍क और हनीमून मनाने जाते हैं। वह देसी लड़की से शादी नहीं करना चाहते हैं। उनकी मां विदेशी से करने नहीं दे रही हैं, क्योंकि विदेशी से शादी कर ली तो प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे। अगर वह दलित की बेटी से शादी कर लेते तो कौन जानता है, क्या पता अब तक प्रधानमंत्री बन गए होते। मैं तो हैरान हूं कि वह दलित की बेटी से शादी क्यों नहीं कर रहे हैं।' रामदेव ने दावा किया कि 16 मई के बाद मैया और भैया इटली लौट जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि राहुल गांधी अमेठी से हारेंगे।

दरिंदा पति, बीवी को बड़े भाइयों संग सोने को करता था मजबूर -

छतरपुर। जिस युवक ने अग्नि के सात फेरे लेकर अपने जीवन साथी के हिफाजत की कसमे खाई थीं वह ही उसकी अस्मत को तार-तार कराता रहा। वह भी अपने ही बडे भाइयों से। husband and his brother arrested for raping woman in chhatarpur
वह अपनी बीवी को अपने बडे भाइयों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति और उसके जेठ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि एक आरोपी फरार है।

यह घटना मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के छापर गांव की है।

छापर गांव निवासी पीडित महिला आशा कार्यकर्ता है। उसने पुलिस को एक शिकायत में बताया कि उसके जेठ रति राजपूत और सुंदर राजपूत की शादी नहीं हुई है। पति चाहता है कि वह तीनों की पत्नी बनकर रहे। दोनों बड़े भाइयों को भी वैसे ही खुश रखे जैसे वह अपने पति को रखती है। जेठ भी उसे कई बार संबंध बनाने के लिए मजबूर कर चुके हैं, जिससे वह परेशान हो चुकी है।

इस सब से निजात पाने के लिए उसने सटई थाने में शिकायती आवेदन दिया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के विरूद्ध धारा 323, 342, 353, 498, 506, 34 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर पति धनी राजपूत व जेठ रति राजपूत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

एक अन्य आरोपी सुंदर राजपूत की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है। -

"हनीमून" पर मुश्किल में फंसे बाबा रामदेव, एफआईआर दर्ज -

लखनऊ। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर आपत्तिजनक बयान देने पर योग गुरू बाबा रामदेव मुश्किल में फंस गए हैं। lucknow police lodges fir against ramdev
लखनऊ में पुलिस ने आपत्तिजनक बयान पर रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है।

वहीं भाजपा रामदेव के बचाव में आ गई है। उसने कहा है कि कांग्रेस ही पिछले कुछ दिनों से व्यक्तिगत हमलों पर उतर आई है। वह खुद पर होने वाले व्यक्ति हमलों पर शिकायत नहीं कर सकती है।

रामदेव ने शुक्रवार को लखनऊ में कहा था कि राहुल गांधी दलितों के घरों में हनीमून और पिकनिक मनाने जाते हैं। अगर वह किसी दलित युवती से शादी करते हैं तो उनकी किस्मत बदल जाएगी और वे देश के प्रधानमंत्री बन जाएंगे।

उन्होंने आगे कहा कि राहुल विदेशी महिला से शादी करना चाहते हैं लेकिन उनकी मां चाहती हैं कि वह पहले प्रधानमंत्री बन जाएं। -  

दलजीत पर तीन करोड़ भाजपा से लेने क आरोप

दलजीत पर तीन करोड़ भाजपा से लेने क आरोप 

नयी दिल्ली:प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के छोटे भाई दलजीत सिंह कोहली भाजपा में शामिल हो गये हैं. शुक्रवार को कोहली ने अमृतसर में नरेंद्र मोदी के सामने एक चुनावी रैली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. इस अवसर पर मोदी ने कहा, हम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के छोटे भाई दलजीत सिंह जी का तहेदिल से स्वागत करते हैं. अरुण जेटली अमृतसर में भाजपा के उम्मीदवार हैं और उनके खिलाफ कैप्टन अमरिंदर सिंह को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है.
clip
खबर है कि अपने भाई के इस कदम से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैरान हैं. वहीं एक अखबार में छपी खबर की माने तो प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के भाई दलजीत सिंह कोहली के भाजपा ज्वाइन करने के लिए डील हुई है. उनके परिवार जनों ने आरोप लगाया है कि इसके लिए दलजीत को तीन करोड़ रुपए दिए गए हैं. दलजीत के बड़े भाई सुरजीत सिंह कोहली के बेटे मनदीप सिंह कोहली का कहना है कि उनके दूसरे परिवार जनों को भी इसी तरह से भाजपा में शामिल होने के लिए अप्रोच की गई थी. इसके अलावा पार्टी की ओर से पद का भी प्रलोभन दिया गया था.

दलजीत सिंह के पाला बदलने के साथ ही भाजपा में शामिल होनेवाले लोगों में एक और नाम शामिल हो गया है. हालांकि दलजीत सिंह कोहली का कांग्रेस से संबंध बस इतना ही है कि वह कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह के भाई हैं, लेकिन सांकेतिक रूप से यह भाजपा के लिए हौसला बढ़ाने वाली बात होगी. उधर, कांग्रेस की तरफ से इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.

इस व्रत से बढ़ता है पति पत्नी और प्रेमियों का प्रेम

हिन्दू धर्म में कामदेव को प्रेम का देवता माना गया है। यही मनुष्य के हृदय के बस कर काम और प्रेम भावना को बढ़ते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि जो व्यक्ति अपने दांपत्य जीवन में प्रेम और तालमेल बनाए रखना चाहते हैं उन्हें चैत्र शुक्ल त्रयोदशी के दिन काम देव और उनकी पत्नी रति के साथ शिव पार्वती की पूजा करनी चाहिए।anang trayodashi vrat katha
शास्त्रों में इस दिन को अनंग त्रयोदशी कहा गया है। इस संदर्भ में एक बड़ी ही रोचक कथा है।

इसके बाद कामदेव की पत्नी विलाप करने लगी। इससे भगवान शिव ने कहा कि तुम्हारे पति कामदेव का सिर्फ शरीर खत्म हुआ है वह अब भी बिना अंग के यानी अनंग रहकर तुम्हारे साथ रहेंगे और तुम दोनों मनुष्य के हृदय में प्रवेश करके काम और प्रेम बढ़ाने का काम करोगे जिससे सृष्टि चक्र चलता रहेगा।

इसी समय शिव जी ने कामदेव और रति को आशीर्वाद दिया कि जो व्यक्ति चैत्र शुक्ल त्रयोदशी के दिन कामदेव और रति के साथ शिव और पार्वती की पूजा करेगा उसने दांपत्य जीवन में प्रेम और सद्भाव बना रहेगा।

जब रातों रात रात भूतों ने बना दिया भगवान श्री कृष्ण का मंदिर


यह चौंकाने वाली कहानी वृंदावन की है

भूतों को भगवान से डर लगता है यह तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन क्या कभी सुना है कि भूत खुद आकर भगवान के लिए मंदिर बनाने लग जाएं। लेकिन यह चौंकाने वाली कहानी वृंदावन की है।






मंदिर जिसे भूतों ने बनायावृंदावन की पवित्र भूमि जिसे भगवान श्री कृष्ण की लीलास्थली के रुप में जाना जाता है। इस भूमि में एक प्राचीन मंदिर है जिसका नाम गोविद देव जी मंदिर है। इस मंदिर के विषय में मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण भूतों ने करवाया है।

भूतों ने एक रात में ही कई मंजिला मंदिर का निर्माण कर दिया। लेकिन मंदिर पूरा होने से पहले ही भूतों को मंदिर निर्माण का काम छोड़कर भागना पड़ा।



इसलिए मंदिर का काम छोड़कर भाग गए भूत
इसके विषय में यह कहा जाता है कि सुबह होने वाली थी। और भूत मंदिर का निर्माण करने में लगे थे। तभी किसी ने चक्की लगाना शुरु कर दिया। चक्की की आवाज सुनकर भूत मंदिर का काम छोड़कर भाग गए। कहते हैं कि मुगलों के समय में इस मंदिर की रोशनी आगरा तक दिखती थी।







वृंदावन से जयपुर पहुंच गए गोविंद जी, यह है प्राचीन मूर्ति
इस मंदिर के विषय में कहा जाता है कि इस मंदिर में स्थापित प्राचीन मूर्ति अब इस मंदिर में नहीं है। मंदिर के पुजारी मू्र्ति की रक्षा के लिए इसे जयपुर लेकर चले गए। आज वह प्राचीन मूर्ति जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर में विराजमान है।

डिहाइड्रेशन: पानी ही बचाव



गर्मी के मौसम में न सिर्फ उमस और पसीना, बल्कि लू लगना, डिहाइड्रेशन और सनस्ट्रोक जैसी तमाम दूसरी समस्याओं से भी लोग परेशान रहते हैं। जानते हैं कि इस सीजन की सामान्य बीमारी डिहाइड्रेशन के बारे में कि इससे कैसे निजात पाएं और इससे दूर रहने के लिए क्या करें।
Image Loading
हमारे शरीर के वजन के 70 प्रतिशत हिस्से में पानी है। इस लिहाज से हम यह सोच सकते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए पानी हमारे लिए कितना जरूरी है। अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो उसे डिहाइड्रेशन यानी निर्जलीकरण कहा जाता है। खासकर गर्मी में होने वाली यह समस्या कई बार जानलेवा भी साबित होती है।

डिहाइड्रेशन क्या है
शरीर से जब अत्यधिक मात्रा में तरल पदार्थ खत्म हो जाता है तो उस स्थिति को डिहाइड्रेशन कहा जाता है। गर्मी में शरीर से पानी की कमी के कई कारण है, जैसे बहुत पसीना आना, उल्टी एवं दस्त के लक्षण वाले रोग जैसे गैस्ट्रोइंटेराइटिस। इसके अलावा कुछ बीमारियां जैसे लू लगना, तेज बुखार इत्यादि से भी शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है।

क्या-क्या खतरे हो सकते हैं
डिहाइड्रेशन को अगर देर तक नजरअंदाज किया जाए तो जीवन के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। एक शोध के अनुसार भारत में प्रतिवर्ष डिहाइड्रेशन के कारण 15 लाख लोगों की मौत होती है। डिहाइड्रेशन की समस्या न केवल बच्चों में, बल्कि बड़ों के लिए भी घातक साबित हुई है। अत: इसका इलाज समय रहते करना बेहद जरूरी होता है, ताकि स्थिति गंभीर न हो। अधिक गर्मी के दिनों में डिहाइड्रेशन से ग्रस्त व्यक्तियों को दिल का दौरा पड़ने की आशंका बहुत अधिक होती है।

क्या हैं इसके लक्षण
मुंह सूखना।
आंखों का धंस जाना।
कमजोरी व चक्कर आना।
मूत्र कम और पीले रंग का होना।
त्वचा ठंडी एवं झुरियांयुक्त हो जाना।
शरीर का तापमान कम हो जाना।
छोटे बच्चों में खोपड़ी के ऊपर का कोमल हिस्सा अंदर की तरफ धंस जाना।
अत्यधिक मुंह सूखना और बार-बार पानी मांगना

कैसे पहचानें
डिहाइड्रेशन के रोगी की पेट की त्वचा को चुटकी से दबा कर छोड़ें और उसे ध्यान से देखें। वह धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में लौटती है, जबकि स्वस्थ व्यक्ति में त्वचा को चुटकी मे दबा कर छोड़ने पर वह जल्द ही एकदम पहले जैसी हो जाती है। डिहाइड्रेशन वाला रोगी उपचार के अभाव में बेहोश जाता है और सदमे की स्थिति में भी पहुंच सकता है। यहां तक कि रोगी को हॉस्पिटल में भर्ती भी कराना पड़ सकता है।

क्या है इलाज
सबसे पहले शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए पानी एवं खनिज की पूर्ति कराना जरूरी होता है। इसके लिए घरेलू पेय लिए जा सकते हैं। आम पन्ना, कच्चे दूध की पतली लस्सी, नारियल पानी, बेल का शरबत, शिकंजी, छाछ या फिर दवा की दुकानों पर मिलने वाले ओआरएस को थोड़ी-थोड़ी देर में रोगी को देना चाहिए। डिहाइड्रेशन को कभी भी हल्के में न लें। कई बार डिहाइड्रेशन बहुत मामूली होता है, जिससे लोग उसे नजरअंदाज करते हैं, लेकिन बाद में यह घातक बन सकता है।

इन बातों का रखें ध्यान
दस्त एवं उल्टी की बीमारी में पानी के साथ शरीर से जरूरी खनिज जैसे नमक, पोटैशियम इत्यादि भी निकल जाते हैं, इसीलिए रोगी को सादा पानी न दें। दिए जाने वाले पेय पदार्थ भी संभव हो सके तो उबले हुए पानी से ही बनाएं।

हॉस्पिटल में भर्ती कराना है जरूरी
अगर डिहाइड्रेशन से ग्रस्त रोगी बेहोश हो जाए तो उसे तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराएं, क्योंकि ऐसे में रोगी को तत्काल आईवी फ्लूइड इंजेक्शन के जरिए चढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है।

यह भी आजमाएं
ठेलों पर बिक रही खाने की चीजों से दूर रहें और तला-भुना, ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन न करें। देर तक खुले में रखे सामान में बैक्टीरिया पनप जाते हैं, जो पेट में जाकर संक्रमण फैलाते हैं।
घर से बाहर निकलते समय पानी की बोतल रखना न भूलें। इस मौसम में पानी में ग्लूकोज मिला कर रखें। यह आपको डिहाइड्रेशन से बचाएगा।
गर्मी के दिनों में अधिक से अधिक पेय पदार्थ पीना चाहिए।
बाजार में खुले में बिकने वाले खाद्य-पदार्थो से परहेज करें।

तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं
तरल पेय पदार्थों की मात्रा अधिक करें। कोल्ड ड्रिंक्स की जगह ताजे फलों का रस, नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ आदि पीने से शरीर को स्फूर्ति के साथ-साथ भरपूर ऊर्जा भी मिलेगी। साथ ही शरीर को पर्याप्त मात्रा में मिनरल्स और विटामिंस मिलेंगे। ज्यादा गर्मी से शरीर को पानी का जो नुकसान होता है, आप उससे भी बच पाएंगे।

नींबू-पानी का सेवन
नींबू-पानी विटामिन-सी का एक अच्छा स्त्रोत है। इसकी मदद से हमारे शरीर में विटामिन सी पहुंचता है, जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता को ठीक रख कर हमें सेहतमंद बनाए रखता है। डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में हुई कमी को पूरा करने में नींबू पानी सहायक है। नींबू में पोटेशियम अच्छी मात्रा में होता है, जो न केवल हमारे दिमाग को दुरुस्त रखता है, बल्कि रक्त दाब को भी काबू में रखता है।

नारियल पानी
गर्मी से बचने के लिए नारियल पानी बहुत फायदेमंद है। नारियल पानी में विटामिन, इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर का तापमान नियंत्रित करने में सहायक हैं। यही नहीं, नारियल पानी का उपयोग डिहाइड्रेशन, एसिडिटी, अल्सर, उल्टी आदि समस्याओं के इलाज में भी किया जाता है। यह हाइपरटेंशन, मधुमेह और किडनी स्टोन के मरीजों के लिए भी लाभदायक है।

आम पना
आम पना कच्चे आमों और चीनी से बनाया जाता है। इसमें स्वाद के अनुसार चीनी, नमक और हल्का जीरा मिलाया जाता है। यह हृदय रोगी, टीबी, एनीमिया, हैजा जैसी बीमारियों में बहुत लाभदायक है। इसमें सोडियम, जिंक और विटामिन सी होता है, जो पानी की कमी को पूरा करता है और नई रक्त कोशिकाओं को बनाने में भी मदद करता है।

शुक्रवार, 25 अप्रैल 2014

अक्षय तृतीया पर कई विधवाएं बनेंगी "दुल्हन"

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में अक्षय तृतीया यानी 2 मई को जहां हजारों युवक-युवतियां विवाह बंधन में बंधेंगे, वहीं यह दिन कई विधवाओं की जिंदगी में भी बहार लेकर आने वाला है। अक्षय तृतीया पर उनका पुनर्विवाह होने जा रहा है।widows remarriage on akshaya tritiya
अपने पति को खोने के बाद निराशामय जीवन व्यतीत कर रहीं विधवाएं अब नए जीवनसाथी के साथ खुशहाल जीवन जीने के लिए फिर से फेरे लेंगी। विधवाओं का पुनर्विवाह करवाकर उनके जीवन में नई रोशनी बिखेरने के लिए "नेचर्स केयर एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी" के सदस्य जोरशोर से तैयारी में जुटे हैं।

सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ. विनीता पांडेय का कहना है कि प्रत्येक समाज में युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन आयोजित किया जाता है, लेकिन असमय विधवा हो चुकीं महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया जाता। इसलिए उनके संगठन ने यह कदम उठाया है।

उन्होंने कहा कि विधवाएं जिंदगीभर परिवार के दूसरे सदस्यों पर निर्भर रहकर जैसे-तैसे जीवन गुजारती हैं। परिवार के लोग ही उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करते हैं। विवाह, जन्मदिन, हवन, यज्ञ जैसे उत्सवों में विधवाओं को शामिल नहीं किया जाता। पारिवारिक व सामाजिक बंधनों के चलते विधवाएं भी मांगलिक उत्सवों से दूरी बनाकर चलती हैं और जीवनभर घुटती रहती हैं। विधवाओं के जीवन में फिर से रंग भरने के लिए पहली बार कोशिश की जा रही है।

डॉ. विनीता ने बताया कि इससे पहले नौ मार्च को यहां की चौबे कॉलोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल भवन में परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, ओडिशा से लगभग 175 लोगों ने परिचय दिया था। इसमें 40 महिलाएं और 135 विधुर, तलाकशुदा सहित कुंवारे भी शामिल हुए थे।

सम्मेलन के बाद उन लोगों ने आपस में विचार-विमर्श किया और कई रिश्ते तय हुए। उनका विवाह अब अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में कालीबाड़ी स्थित रवींद्र मंच में कराया जाएगा। विवाह के लिए पंजीयन 30 अप्रेल तक किया जाएगा। साथ ही इसी दिन विधवा, विधुर, तलाकशुदा व कुंवारों का परिचय सम्मेलन भी होगा।

डॉ. विनीता ने कहा कि हिंदुओं के अलावा यदि मुस्लिम, ईसाई और सिख समाज की विधवाएं विवाह के लिए पंजीयन कराती हैं तो उनके धर्म के अनुसार ही उनका ब्याह संपन्न कराया जाएगा। इसके लिए पादरी, पंडित, मौलवी की भी व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि विधवा पुनर्विवाह करने वालों को सरकारी नौकरी या स्वरोजगार के लिए सरकार से मदद दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही विधवा विवाह के लिए प्रदेशभर में जागरूकता फैलाने में उनकी संस्था के लोग जुटे हुए हैं।