बुधवार, 30 अक्तूबर 2013

हैदराबाद : टूरिस्ट बस में आग लगी, 20 मरे

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद के महबूबनगर में बुधवार सुबह एक टूरिस्ट बस में आग लगने से उसमें सवार 20 लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। बस कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू से चलकर हैदराबाद की ओर आ रही थी।हैदराबाद : टूरिस्ट बस में आग लगी, 20 मरे
टीवी चैनलों के मुताबिक बस में आग डीजल टैंक फटने से लग गई। बस में 40 लोग सवार थे। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा जब हुआ, उस वक्त लोग सो रहे थे और उन्हें हादसे के वक्त बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिल पाया। पुलिस के मुताबिक, मरने वाले बुरी तरह जल गए हैं।

स्त्री रूप में गणपति



कन्याकुमारी के पास शुचिंद्रम में स्थित ‘थानुमलायन’ या ‘स्थानुमलायन’ मंदिर अकेला ऐसा मंदिर माना जाता है, जो ब्रह्मा, विष्णु और शिव तीनों को समर्पित है। यही कारण है कि प्राचीन काल से ही शैव और वैष्णव दोनों संप्रदाय के भक्त इस मंदिर में आकर आराधना करते रहे हैं। कन्याकुमारी से कुछ ही किलोमीटर दूर त्रिवेंद्रम जाने वाले रास्ते पर तमिलनाडु और केरल की सीमा के पास स्थित शुचिंद्रम नामक जगह के नाम में ही इस का अर्थ छुपा है। मान्यता है कि भगवान इंद्र को यहां पर पाप-मुक्त अर्थात पवित्र किया गया था। उसी शब्द ‘शुचि’ और ‘इंद्र’ से इस जगह का नाम पड़ा। मान्यता है कि इंद्र देव यहां रात को होने वाली ‘अर्धजामा पूजा’ में स्वयं उपस्थित होते हैं।

एक कथा यह भी है। इसी स्थान पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने सती अनुसूया की पतिव्रत की परीक्षा लेने के लिए उनके सम्मुख साधु रूप में आकर यह शर्त रखी थी वे निर्वस्त्र होकर भिक्षा दें, तभी वे उसे स्वीकार करेंगे। तब उन्होंने अपने पतिव्रत धर्म की शक्ति से त्रिमूर्ति को बालक रूप में बदल कर उनकी शर्त मानी थी।
यहां के मुख्य गर्भगृह में भगवान की पूजा लिंग रूप में होती है। लगभग 30 छोटे-बड़े मंदिर इस परिसर में हैं। भगवद्गीता के दृश्यों को भी यहां उकेरा गया है, जिनमें पार्थसारथी कृष्ण को त्रिदेव के रूप में दिखाया गया है। साथ ही यहां गणपति के स्त्री रूप को भी देखा जा सकता है। भगवान शिव के वाहन नंदी की विशाल मूर्ति भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनती है। इस मंदिर में स्थित अलंकार मंडपम में विशाल पत्थरों से बने खंभे हैं, जिनकी विशेषता यह है कि ये संगीतमय खंभे हैं, जिनके बीच में आवाज संगीत के सात सुरों में गूंजती-सी लगती है। अंजनी पुत्र हनुमान की ग्रेनाइट पत्थर के एक ही टुकड़े से बनी काफी ऊंची मूर्ति ‘आंजनेय’ विशेष रूप से दर्शनीय है।

जालोर गबन के मामले में बीडीओ भगाराम चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज


जालोर गबन के मामले में बीडीओ  भगाराम चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज 


पंचायत समिति के मनरेगा विभाग में बिना एंट्री के बैनरों का भुगतान करने का मामला


 जालोर पंचायत समिति जालोर के मनरेगा विभाग में फ्लेक्स बैनरों के भुगतान में गड़बड़ी के मामले में तत्कालीन बीडीओ के खिलाफ एसीबी में मामला दर्ज किया गया है। डीवाईएसपी राजेंद्रसिंह ने बताया कि मामले में जांच के बाद तत्कालीन बीडीओ जालोर भगाराम चौधरी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने के लिए जांच के दौरान जब्त दस्तावेज जयपुर स्थित ब्यूरो निदेशालय भेजे गए थे। दस्तावेजों की जांच के बाद धारा 13(1)डी, 13(2) पीसी एक्ट 1988 व 409, 467, 468, 471 व 120 बी में अपराध संख्या 484/2013 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। सीआई जितेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि मामले की तफ्तीश जारी है। राठौड़ ने बताया कि आरोपी के दोषी पाए जाने पर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। 

यह था मामला

पंचायत समिति जालोर के मनरेगा विभाग में फ्लेक्स बैनरों के भुगतान में गड़बड़ी की सूचना पर एसीबी की टीम ने 22 जुलाई को जांच कर कार्रवाई की थी। मामले के तहत समिति के अधीनस्थ 28 ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों के लिए 25 छोटे तथा 252 अलग-अलग साइजों के फ्लेक्स बैनर लगाए जाने थे लेकिन इन ग्राम पंचायतों में जहां छोटे बैनर केवल 5 ही पहुंचे, वहीं अलग-अलग साइज वाला एक भी बैनर किसी भी ग्राम पंचायत पर नहीं पहुंचा। इसके एवज में तत्कालीन बीडीओ भगाराम चौधरी ने टेंडर लेने वाली अजमेर की फर्म गंगा जनरल एंड प्रोविजन स्टोर को मई-जून 2013 में करीब 48 लाख रुपए का भुगतान भी कर दिया।

 
इसके लिए समिति के स्टॉक रजिस्टर में फ्लेक्स बैनरों का कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया। शेषक्चपेज १७ 

इस संबंध में एसीबी टीम द्वारा करीब 15 ग्राम सेवकों तथा इनके ग्रुप सचिव से बातचीत करने पर हकीकत उजागर हुई। इसके बाद एसीडी ने संबंधित रिकॉर्ड जब्त कर उसकी रिपोर्ट जयपुर स्थित निदेशालय भेज दी।

मंगलवार, 29 अक्तूबर 2013

अधिशाषी अभियंता को रिश्वत लेते पकड़ा

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में करीब ढाई साल तक उप निदेशक (तकनीकी) के पद रहने के बावजूद भी पीडब्ल्यूडी विभाग का एक अधिशाषी अभियंता रिश्वत लेने से नहीं चूका। एसीबी ने मंगलवार को शहर के हसनपुरा इलाके में स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यालय में कार्यरत अधिशाषी अभियंता (खंड-3) विनय कुमार गुप्ता को दलाल के मार्फत पचास हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। गुप्ता ने परिवादी राकेश मिश्रा के 50 लाख के बिल पास करने के बदले एक लाख की रिश्वत मांगी थी।
परिवादी के 28 लाख के बिल पिछले महीने पास हो चुके थे, लेकिन उसने गुप्ता को कमीशन नहीं दिया था। इसलिए गुप्ता ने शेष 22 लाख के बिल दो प्रतिशत कमीशन के हिसाब से एक लाख देने पर ही पास करने की बात कही थी। इसी बीच एसीबी को गुप्ता के वैशाली नगर के गुरूजम्बेश्वर नगर स्थित आवास की तलाशी में एक लाख 55 हजार रूपए नकद, आधा दर्जन से अधिक बैंक पास बुक,एक लॉकर एवं प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। एसीबी को दो नए मोबाइल भी मिले हैं। माना जा रहा है कि ये मोबाइल किसी ठेकेदार ने गुप्ता को गिफ्ट दिए हैं।

एसीबी की आईजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी राकेश मिश्रा ने शिकायत की थी कि पीडब्ल्यूडी का अधिशाषी अभियंता (खंड-3) वीके गुप्ता उसके शेष 22 लाख के बिलों का भुगतान करवाने के बदले एक लाख रूपए की मांग कर रहा है। परिवादी पीडब्ल्यूडी में सिविल एवं आयरन वर्क के ठेके लेता है। एसीबी के एएसपी शंकर दत्त शर्मा से दो बार शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद गुप्ता को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना बनाई। मंगलवार को परिवादी रिश्वत की राशि लेकर गुप्ता के दलाल मुकेश शर्मा से मिला। इसी बीच कार्यालय समय पूरा होने के बाद गुप्ता अपने कार्यालय से निकल चुके थे। परिवादी से रूपए लेकर दलाल ने गुप्ता की गाड़ी के पास आकर रिश्वत की राशि उन्हें दे दी। इसी बीच एसीबी ने गुप्ता एवं दलाल मुकेश को गिरफ्तार करके रिश्वत की राशि जब्त कर ली।

सेक्सरसाइज स्टडी में जोड़ों ने किया "सेक्स"

न्यूयार्क। सेक्स से संबंधित एक स्टडी उस वक्त चर्चा का विषय बन गई जब उस में शामिल जोड़ों के हाथों पर बैण्ड रीडर बांध कर उनसे आपस में असली में सेक्स करवाया गया।
इस स्टडी को करने वाले कनाडा के वैज्ञानिकों ने अब यह साबित कर दिया है कि सेक्स करना एक्सरसाइज करने से ज्यादा अच्छा है। इन वैज्ञानिकों के अनुसार एक इंसान सेक्स करने के दौरान जितनी "कैलोरी" खर्च करता है वह उसके "वॉक" के दौरान खर्च हुई "कैलोरी" से कहीं ज्यादा होती है।

इस निष्कर्श से यह सामने आया कि जहां 24.7 मिनट की एक सेक्स क्रिया के दौरान एक जवान आदमी 4.2 कैलोरी प्रति मिनट के हिसाब से 104 कैलोरीज खर्च करता है वहीं एक जवान औरत 3.1 कैलोरी प्रति मिनट की दर से 69 कैलोरीज खर्च करती है।

इसलिए इस स्टडी ने "सेक्स" को "वॉक" से बेहतर करार दिया गया है। हालांकि इस में यह बात भी सामने आई कि जागिंग में सेक्स से ज्यादा कैलोरीज खर्च होती है।

मॉन्ट्रियल की युनिवर्सीटी ऑफ क्यूबेक के इन वैज्ञानिकों ने 18 से 35 साल के 21 जवान जोड़ों पर यह स्टडी कर अपने नतीजे निकाले। इस स्टडी के दौरान इन जोड़ों से सेक्स क्रिया से संबंधित सवाल पूछे गए। इन सवालों में मुख्यत: थे

-आप सेक्स के बाद कितना थका हुआ महसूस करते हैं?
-आप सेक्स क्रिया में अपना कितना योगदान देते हैं?
-आप सेक्स क्रिया में कितना आनंद प्राप्त करते हैं?

इस से पहले इन सभी जोड़ों को ट्रेडमिल पर भी दौड़ाया गया ताकि यह पता किया जा सके कि उन्होने इसमें कितनी कैलोरी बर्न की है। इसके बाद इन नतीजों को सेक्स में कैलोरी बर्न के नतीजों से तुलना कर ये निष्कर्श निकाले गए।

सेक्स करने के दौरान सभी जोड़ों के हाथों पर एक बैण्ड भी बांधा गया जो सारी रीडिंग नोट कर रहा था।

इस सारी प्रक्रिया की एक और सबसे रोचक बात यह रही कि इस दौरान जोड़ों के बीच हुए सेक्स सैशन में से सबसे लम्बा सैशन 57 मिनट का रहा वहीं सबसे छोटा सैशन 10 मिनट ही चल पाया।

बाहरवाली के लिए किया था पत्नी का कत्ल

जयपुर। सांगानेर एयरपोर्ट बाउंड्री के पीछ सोमवार दोपहर में हुई महिला की हत्या उसके ही पति ने की थी। बाहरवाली की चाहत में पत्नी का गला रेतकर हत्या की थी।
20 घंटे से ज्यादा चली पूछताछ में महेश टूट गया और पत्नी को अपने हाथों से कत्ल करना स्वीकार किया। मंगलवार को सांगानेर पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथ देने वाला दोस्त फरार है।

24 घंटे में कैसे बदली कहानी
गिरफ्तार महेश कुमार वर्मा सुमेल रोड स्थित रूक्मिणि नगर निवासी है। घटना की बाबत पुलिस को बताया था कि वह माजी रेनवाली से पत्नी आरती (20) को लेकर आ रहा था।

चीलगाड़ी रेस्टोरेंट के आगे एयरपोर्ट बाउंड्री वाल के पीछे चार बदमाशों ने उसे धक्का देकर गिराया। उसे पकड़ा और पत्नी की गला रेतकर हत्या कर बदमाश भाग निकले।

डीसीपी (पूर्व) डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि शादी के पहले से ही महेश के संबंध एक अन्य युवती से थे। आरती उसे पसंद नहीं थी।

इसी कारण पत्नी को रास्ते से हटाने की साजिश रची। वारदात के लिए उसने अपने खास परिचित विजयपुरा निवासी विनोद उर्फ छोटू को राजी किया।

दो दिन पहले ही एयरपोर्ट बाउंड्री के पीछे सुनसान सर्विस लेन की जगह तय की। फिर सोमवार को साजिश के तहत पत्नी को उसके पीहर से लेकर आया, जहां उसने मुंह दबाकर हाथ पकड़े और विनोद ने धारदार हथियार से गला रेता। पुलिस ने विनोद की तलाश में कई जगह दबिश दीं, लेकिन मंगलवार शाम तक वह पुलिस की गिरफ्त से दूर था।

बाड़मेर जिले कि टिकटों में फिर पेंच अड़ा दीपावली के बाद ही जारी होगी सूचि ?

बाड़मेर जिले कि टिकटों में फिर पेंच अड़ा दीपावली के बाद ही जारी होगी सूचि ?

सिवाना से भंवर लाल देवासी नया  नाम ,मदन प्रजापत और मेवाराम जैन पर गिर सकती हें गाज ?


बाड़मेर राजस्थान कांग्रेस में आगामी विधानसभा चुनावो के लिए उम्मीदवारो के लेकर घमाशान दिल्ली में शुरू हो गया। कल तक शांति से टिकट वितरण प्रक्रिया चल रही थी अचानक सी पी जोशी और शीश राम ओला ने शांति को भंग कर दिया। टिकट वितरण कि पूरी प्रक्रिया बाधित हो गयी। सूत्रानुसार सी पी जोशी और शीश राम ओला स्व्यं चुनाव लड़ना चाहते हें। का मगर अचानक अशोक गहलोत विरोधी दोनों नेताओ ने टिकट मांग हड़कम्प मचा दिया। अशोक गहलोत कि आसान दिख रही राह में जोशी ने फिरकांटे बो दिए टिकट वितरण पर अब सभी सीटो पर पुनर्विचार हो रहा हें ,


बाड़मेर बाड़मेर जिले कि सात सीटो में से एक मात्र चौहटन को छोड़ उम्मीदवार तय नहीं हो पा रहे। सिवाना विधानसभा के लिए एक और नया चेहरा भंवर लाल देवासी के रूप में सामने आया। कांग्रेस उनके नाम पर विचार कर रही हें। साथ ही पचपदरा में मदन प्रजापत पर गाज गिरना तय हो गया ,यहाँ उम्मीदवार कौन होगा नामांकन भरने कि अंतिम तारिख से दो दिन पहले पत्ते खोलेगी कांग्रेस। बायतु में कर्नल के नाम कि सहमति बनती दिख रही थी मगर हेमाराम चौधरी द्वारा बाड़मेर से चुनाव लड़ने कि बात फिर कहने से बायतु और बाड़मेर को रोक दिया हें ,बाड़मेर में मेवाराम जैन कि उम्मीदवारी पर फिर तलवार लटक गयी हें। गुड़ा मलानी के लिए सोहन लाल भाम्भू और धोरीमन्ना प्रधान ताजाराम का नाम पेनल में आ गया हें। शिव से अमिन खान कि उम्मीदवारी तय लगती हें। कांग्रेस बाड़मेर में भाजपा कि सूचि जरी होने के बाद उम्मीदवारो कि घोषणा करेगी यह साफ़ लगने लगा हें.


जैसलमेर में दोनों सीटो पर लगभग उम्मीदवार पुराने चहरे आने कि सम्भावना हें। जैसलमेर से सुनीता भाटी और पोकरण से साले मोहम्मद।

बलात्कार करने वालों के गुप्तांग काट दो, तभी होगा स्थायी इलाज: अजित पवार



अपने विवादास्पद बयानों के लिए मशहूर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि बलात्कार करने वालों के गुप्तांग काट देने चाहिए. एनसीपी नेता के इस बयान पर भारी विवाद हो सकता है.

जालना जिले के भोकारदान में एनसीपी के महिला विंग के एक समारोह के दौरान पवार ने यहबात कही. उन्होंने कहा कि बलात्कारी दया का हकदार नहीं होता और उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए.




उन्होंने आगे कहा, 'हमें रेप जैसी समस्याओं का स्थायी इलाज खोजना होगा. बलात्कारियों के गुप्तांग काट दिए जाने चाहिए. अगर गंभीरता से और सफलतापूर्वक इसे किया जाए तो दूसरे दरिंदे अपने आप ऐसा अपराध करने से डरेंगे.'




अजित पवार के बयान पर शिवसेना ने आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार की असफलता से ध्यान हटाने की कोशिश में पवार इस तरह के बयान दे रहे हैं.




पवार पहले भी अपने बयानों से विवादों को जन्म दे चुके हैं. इसी साल अप्रैल में पुणे के इंदापुर में सोलापुर के सूखाग्रस्त इलाके के एक किसान से उन्होंने कहा था, 'जब बांध में पानी ही नहीं है तो हम कहां से पानी छोड़ें? क्या हम उसमें पेशाब करें ? बिना पानी के तो पेशाब भी नहीं होती.' इस टिप्पणी पर बवाल मचने के बाद पवार को माफी मांगनी पड़ी थी.




एक बार उन्होंने कहा था कि रात में बिजली जाने से लोगों के पास कोई काम नहीं और इसलिए आबादी बढ़ रही है










 

मनमोहन की मौजूदगी में बोले मोदी, नेहरू की जगह पटेल होते पीएम तो बेहतर होता देश



गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में मंगलवार को सरदार पटेल को समर्पित संग्रहालय के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो आज देश की तस्वीर ही कुछ और होती.
समारोह में बोलते नरेंद्र मोदी
मोदी ने कहा कि देश को हमेशा इस बात का गिला-शिकवा और दर्द रहेगा कि पटेल पहले पीएम नहीं बने. जाहिर है कि मोदी का निशाना पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू और उनके गांधी परिवार की तरफ था, जिनकी हासिल की सत्ता के शीर्ष पर डॉ. मनमोहन सिंह पिछले साढ़े नौ साल से विराजमान हैं.

इस निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले मोदी ने एक लंबे आभार क्रम में गुजरात को केंद्र सरकार की तरफ से मिले कई पुरस्कारों का जिक्र करते हुए उन सभी के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया. फिर उन्होंने आतंकवाद और माओवाद का जिक्र किया और गांधी-पटेल का स्मरण करते हुए कहा कि यहां बम बंदूक कभी सफल नहीं होंगे. यहां इशारा माओवाद पर यूपीए की नाकामी और पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट की तरफ था. मोदी ने अपने भाषण के अंत में सरदार पटेल से जुड़े कुछ किस्से सुनाए.

1919 में सरदार पटेल अहमदाबाद नगर पालिका के काउंसलर थे, तब उन्होंने स्थानीय निकाय में महिलाओं के लिए आरक्षण हेतु एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास करवाया था. इसके बाद शहर का मेयर बनने पर उन्होंने अरबन टाउन प्लानिंग शुरू की. इसी जिक्र के बाद मोदी ने पंच मारा और पटेल के पहला पीएम न बन पाने पर अफसोस जताया.

पीएम का मोदी पर पलटवार, पटेल सेकुलर थे

मोदी के बाद बोलने आए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की पटेल को हथियाने की रणनीति पर चुटीली टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल सेकुलर थे और देश के हर संप्रदाय के लोगों को अपना भाई-बहन मानते थे. मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि मुझे खुशी है कि मैं उसी राजनीतिक दल से आता हूं, जिसके सरदार पटेल सदस्य थे. उन्होंने कहा कि पटेल ने हमेशा कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम किया.

अपनी स्पीच के आखिर में मनमोहन ने मोदी के उस आरोप को भी दरकिनार करने की कवायद की, जिसके मुताबिक नेहरू और पटेल में मतभेद थे. मनमोहन ने कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि महात्मा गांधी उनको उसी तरह का प्यार देते हैं, जैसा उन्हें पिता से मिलता है. गांधी जी भी पटेल को अपने बेटे की तरह मानते थे. दोनों ने यरवदा जेल में 1930 में साथ गुजारे. पटेल का मानना था कि ये 16 महीने बहुत खुशी में गुजरे. पंडित नेहरू के नेतृत्व में जो सरकार बनी, उसमें पटेल डिप्टी पीएम बने. कई बार दोनों के बीच मतभेद का जिक्र आता है. पर ध्यान रखना होगा कि दोनों के बीच सहमति के विषय कहीं ज्यादा थे और दोनों एक दूसरे के विचारों का सम्मान करते थे. पटेल के शब्दों में कहूं तो ‘शासन और संगठन के 7तों में बहुत सारी समस्याओं के बारे में पंडित नेहरू को सलाह देना मेरा सौभाग्य रहा है. मैंने उन्हें सलाह के लिए हमेशा उत्सुक पाया है. हमने उमर भर के दोस्तों और सहयोगियों की तरह काम किया है. परिस्थिति की मांग के अनुसार एक दूसरे के मुताबिक समझौता किया और आपसी राय का सम्मान किया. ऐसा वही कर सकते हैं, जिन्हें एक दूसरे के ऊपर पूरा भरोसा हो.’