रविवार, 1 सितंबर 2013

पैलेस ऑन व्हील्स पर अब शाही विवाह, राजसी हनीमून



देश-विदेश के सैलानियों को राजा-महाराजाओं की जीवन शैली और ठाठ बाट के साथ राजस्थान की सैर कराने वाली आलीशान ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स ने अन्य लक्जरी ट्रेनों को पछाड़ कर उत्तर भारत की सर्वश्रेष्ठ लक्जरी ट्रेन का खिताब जीता है।
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सैलानियों को नए-नए आकर्षण देने वाली यह ट्रेन इस वर्ष से शाही विवाह और राजसी हनीमून की सुविधा भी मुहैया कराने जा रही है। देश में लक्जरी ट्रेन की अवधारणा को सबसे पहले हकीकत में बदलने और भारतीय पर्यटन उद्योग को विश्व में अनूठा स्थान दिलाने वाली इस ट्रेन को इससे पहले कई पुरस्कार और अवॉर्ड मिल चुके हैं।



इस अवॉर्ड के साथ उसकी शान में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। इस ट्रेन को राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (आरटीडीसी) एवं भारतीय रेलवे द्वारा संचालित किया जाता है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री आस्कर फर्नांडीज नेकल रात यहां आयोजित एक कार्यक्रम में पैलेस ऑन व्हील्स को यह पुरस्कार प्रदान किया।



भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) के प्रबंध निदेशक विनोद अजमेरा ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। अजमेरा ने बताया कि पर्यटकों को नया अनुभव प्रदान करने के लिये इस ट्रेन की आंतरिक साज सज्जा और डिजायन में बदलाव किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन ने विश्व पर्यटन जगत में रेल पर्यटन की एक नई अवधारणा की अगुवाई की है और तब से लगातार पर्यटकों के आकर्षण को बनाये रखने के लिये सक्रिय रही है।



यही कारण है कि उत्तर भारत में चलने वाली ओरिएन्ट एक्सप्रेस, रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स, महाराजा एकसप्रेस आदि आलीशान रेलगाडियों में सर्वश्रेष्ठ स्थान बनाये रखने में फिर कामयाब रही हैं। देश में चलने वाली अन्य आलीशान पर्यटक रेलगाड़ियों में डेक्कन ओडिसी, गोल्डन चैरिएट प्रमुख हैं।



अजमेरा ने कहा कि शाही ट्रेनों की साज-सज्जा को नया रूप देने के क्रम में हमने प्रत्येक मेहमान की प्रतिक्रिया को गंभीरता से लिया है और उसी के अनुरूप डिजाइन तैयार की हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष शुरू हो रहे सत्र में पैलेस ऑन व्हील्स और रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स गाड़ियों में मैरिज ऑन व्हील्स पैकेज शुरू किया जा रहा है।



उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों में विवाह और हनीमून को लेकर बेहद खास और राजसी इंतजाम होंगे। उन्होंने बताया कि देश के संपन्न तबकों को ध्यान में रख कर प्रारंभ की जा रही इस सेवा को लेकर बाजार में खासी दिलचस्पी है और उन्हें उम्मीद है कि इससे उनका कारोबार भी बढे़गा।

जोधपुरः आसाराम को मंडोर पुलिस लाइन ले जाया गया



नाबालिग लड़की से यौन शोषण के मामले में लम्बी लुका-छिपी और हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद गिरफ्तार किए गए धर्मगुरु आसाराम बापू को लेकर पुलिस रविवार दोपहर करीब बारह बजे जोधपुर पहुंची। इसके बाद उन्हें मंडोर पुलिस लाइन ले जाया गया है।
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इससे पहले आसाराम को इंदौर से गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली लाया गया था। मामले में विस्तृत पूछताछ के लिये इस प्रवचनकर्ता को विमान से दिल्ली से जोधपुर लाया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आसाराम को खंडवा रोड स्थित उनके आश्रम से गिरफ्तार करने के बाद सीधे देवी अहिल्याबाई हवाईअड्डे ले जाया गया। उन्हें हवाईअड्डे के वीआईपी लाउंज में रखा गया, जहां उन्होंने सोफे पर सोकर रात बितायी।



सूत्रों के मुताबिक जोधपुर पुलिस का दल आसाराम को आज सुबह 7:50 बजे एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 635 से दिल्ली ले गया, जहां से उन्हें जोधपुर लाया गया। जोधपुर में उनसे विस्तृत पूछताछ की जायेगी।



सूत्रों ने बताया कि आसाराम की गिरफ्तारी के बाद उनके स्थानीय आश्रम और हवाईअड्डे पर सुरक्षा के सख्त बंदोबस्त करते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि मध्य रात्रि में आसाराम की गिरफ्तारी के वक्त प्रवचनकर्ता के आश्रम में उनके करीब 1,500 अनुयायी मौजूद थे।



सूत्रों के मुताबिक इन अनुयायियों ने आसाराम को रात के वक्त गिरफ्तार किये जाने का विरोध करते हुए जोधपुर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन जोधपुर पुलिस ने लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार सख्त रवैया अख्तियार करते हुए आसाराम को आधी रात को स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में उन्हें एक सफेद जीप में बैठाकर सीधे हवाईअड्डे ले गयी।



आसाराम के बेटे नारायण साईं ने कल शाम मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि उनके पिता ट्राइजेमिनल न्यूरेलजिया नामक तंत्रिका संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं और फिलहाल जोधपुर जाने की स्थिति में नहीं हैं। नारायण ने आसाराम को बेकसूर बताते हुए कहा था कि उनके पिता कहीं भाग नहीं रहे हैं और स्वास्थ्य लाभ के बाद खुद जोधपुर पुलिस के सामने पेश हो जायेंगे।



बहरहाल, सूत्र बताते हैं कि इंदौर जिला अस्पताल के दो डॉक्टरों की टीम ने कल रात आसाराम की मेडिकल जांच के बाद उन्हें पूछताछ और सफर के लिये फिट पाया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके जोधपुर ले जाये जाने का रास्ता साफ हो गया। सूत्रों ने बताया कि आसाराम की गिरफ्तारी पर नाराजगी का इजहार करते हुए उनके अनुयायियों ने इंदौर स्थित आश्रम में जोधपुर पुलिस के खिलाफ देर तक नारेबाजी की।



आसाराम के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम में रहने वाली 16 वर्षीय लड़की ने इस प्रवचनकर्ता के खिलाफ कथित यौन शोषण का मामला दर्ज कराया है। लड़की को कथित तौर पर जोधपुर में यौन शोषण का शिकार बनाया गया था। इस घटना को लेकर शुरुआत में दिल्ली के एक पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। बाद में इस मामले को जांच के लिये जोधपुर पुलिस को भेज दिया गया था।

पाकिस्तान उमरकोट में किसान महिला से डकैती करे बाद बन्दुक की नौक पर सामूहिक बलात्कार। .

पाकिस्तान उमरकोट में किसान महिला से डकैती के  बाद बन्दुक की नौक पर सामूहिक बलात्कार। .

पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया 

बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान सरहद के सामने स्थित पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के हिन्दू बाहुल्य उमरकोट मरे शनिवार रात्री को एक किसान परिवार की महिला के साथबन्दुक की नौक पर सामूहिक बलात्कार का सनसनी खेज मामला सामने आया हें। बलात्कार के बाद तीन अज्ञात लोगो ने घर में डकैती कर पव्चास हज़ार रुपये और सोने चंडी के आभुसन उड़ा के ले गए। सूत्रानुसार उमरकोट के गुलाब नबी पुलिस स्टेशन क्षेत्र के आठ माइल हीराल गाँव में एक किसान परिवार के घर जब रात्रि को परिवार के साथ सौ रहे थे ,उस दौरान तीन अज्ञात लोगो ने घर में परब=वेश कर किसान और उनके बच्चो के सामने उनकी पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में घर में रखे आभूषण और पव्चास हज़ार की नकदी बन्दूक की नौक पर डरा कर उड़ा ले गए। किसान ने वारदात के बाद अपने माकन मालिक के पास गया तथा उसे घटना की जानकारी दी ,जिस पर गाँव के लोगो को साथ लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे ,जहा मुन्सी फैज मोहम्मद ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कर लम्बा इंतज़ार कराया की अधिकारी के आने पर रिपोर्ट दर्ज होगी। किसान के घर राखी नकदी उसके मालिक की फसल बेच कर लाया था ,अमानत के तौर पर घर पर राखी थी ,शनिवार की रात्रि को किसान की पत्नी के साथ पुरे परिवार के सामने सामूहिक बलात्कार कर डकैती कर आरोपी फरार हो गए ,पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार पाकिस्तान मुस्लिम लीग फंक्शनल के नेता फ़क़ीरजादम मंगरियो ने सामूहिक बलात्कार की निंदा की और एक एफआईआर के पंजीकरण में देरी के लिए पुलिस की आलोचना की

राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए संकल्प का आह्वान

राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए संकल्प का आह्वान 


पाली. राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राना) के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया है। वे शनिवार को नाडोल कस्बे में आशापुरा माता के दर्शन के बाद राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति से जुड़े लोगों को संबोधित कर रहे थे। यहां ट्रस्ट के महाराजसिंह व पूर्व प्रधान चंद्रशक्तिसिंह ने भंडारी का सम्मान किया। इस दौरान एडवोकेट सुखदेव व्यास व देवीसिंह भाटी भी मौजूद थे। भंडारी ने जोधपुर के पूर्व नरेश गजसिंह से भी राजस्थानी भाषा की मान्यता पर चर्चा की। इस दौरान सरकार से राजस्थानी भाषा को समानान्तर द्वितीय भाषा के रूप में मान्यता देने की मांग की गई है। 

दिन में हुआ अपहरण का केस दर्ज, शाम को हिस्ट्रीशीटर का शव पटरी के पास मिला


दिन में हुआ अपहरण का केस दर्ज, शाम को हिस्ट्रीशीटर का शव पटरी के पास मिला 



रेल पटरी के पास खाई में मिला मंडली गांव के अणदाराम बावरी का पांच-छह दिन पुराना शव, दिन में ही कराया था अपहरण का मुकदमा, शव मिलने के बाद पुलिस ने हत्या की धारा जोड़ी, संदिग्ध आरोपियों की धरपकड़

पाली

शहर के बोमादड़ा मार्ग पर शनिवार शाम को रेल पटरी के पास खाई में युवक का शव मिला है। मृतक की शिनाख्त मंडली निवासी अणदाराम बावरी (25) पुत्र मांगीलाल के रूप में हुई है, जो पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर था। शनिवार दिन में ही उसके छोटे भाई ने कोतवाली थाने में छह-सात लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि अपहरण करने वाले उसके भाई की हत्या कर सकते हैं।

दिन में 2.10 बजे पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की और इसके ठीक साढ़े तीन घंटे बाद 5.45 बजे पुलिस को सूचना मिली कि बोमादड़ा मार्ग पर अणदाराम का शव पड़ा है। शव पांच-छह दिन पुराना है, जो क्षत-विक्षत हो गया है। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया है, जिसका रविवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। शाम को पुलिस ने मृतक के भाई की रिपोर्ट पर पहले से दर्ज अपहरण के मामले में हत्या की धारा 302 जोड़ दी है। रिपोर्ट में आरोप है कि गत 25 अगस्त की रात को नया गांव से अर्जुन गुर्जर निवासी भंबोलाई, संजय बंजारा व प्रेमाराम बंजारा निवासी नया गांव तथा फिरोज तेली निवासी नागौरी फार्म हाऊस, बोमादड़ा मार्ग समेत सात-आठ लोगों ने उसके भाई का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर शव खाई में डाल दिया। पुलिस ने रिपोर्ट में बताए गए आरोपियों में से दो लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा है।

पुलिस अब जानना चाह रही हत्या का कारण

पुलिस इस मामले में मृतक के भाई व अन्य परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। इसके बाद ही हत्या की वजह का खुलासा होगा, लेकिन पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आखिर हिस्ट्रीशीटर की हत्या के पीछे क्या वजह हो सकती है। पुलिस को प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि मंडली गांव के मृतक अणदाराम सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर था, जिसके खिलाफ 20 मामले दर्ज हैं। कुछ समय से वह मठ गांव के पास अर्जुन गुर्जर के खेत पर काम करता था। उसके परिजनों का आरोप है कि गत 25 अगस्त की शाम शराब के नशे में मृतक नया गांव में अपने ससुराल आया था। यहां रात में आरोपी उसे बहला-फुसला कर साथ ले गए। बाद में उसकी हत्या कर शव ठिकाने लगाने के लिए रेलवे पटरी के पास खाई में पटक गए। एसपी डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि मामले को लेकर हर दिशा में जांच कर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है।

खुशहाली के लिए हरीतिमा में इजाफा जरूरी : गोदारा

खुशहाली के लिए हरीतिमा में इजाफा जरूरी : गोदारा 



बाड़मेर. हरियाली से होकर गुजरता है खुशहाली का रास्ता इसलिए जनचेतना बेहद जरूरी है। जिस समाज में वृक्षों की संवदा अच्छी होती है, वहां दिनोंदिन समृद्धि और समरसता बढ़ती है। ये उद्गार जिला स्तरीय वन महोत्सव पर मुख्य अतिथि एसपी सवाईसिंह गोदारा ने व्यक्त किए। गोदारा ने कहा कि विशेष अवसरों पर पौधरोपण कर अपनी वन संपदा और हरीतिमा में इजाफा करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उप वन संरक्षक लक्ष्मणलाल ने कहा कि पूरे राजस्थान में वन क्षेत्र के लिए 20 प्रतिशत का लक्ष्य रखा। जिले में हरीतिमा की बढ़ोतरी के साथ ही औसत वर्षा में भी इजाफा हुआ है। हर परिवार पौधारोपण के जरिए हरियाली बढ़ाने के अभियान में शामिल हो। कॉलेज प्राचार्य हुकमाराम सुथार ने कहा कि वन धरती का शृंगार है। कार्यक्रम में वन विभाग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में विजयी छात्राओं को एसपी ने स्मृति चिह्न देकर पुरस्कृत किया। निबंध लेख में प्रियंका जैन प्रथम, अंजना सोलंकी द्वितीय एवं पल्लवी परिहार तीसरे स्थान पर रही।प्रश्नोतरी प्रतियोगिता में जसोदा चौहान प्रथम, हंसा सोनी द्वितीय एवं किरण तीसरे स्थान पर रही। इसी तरह भाषण प्रतियोगिता में कृतिका माहेश्वरी प्रथम, सोनू राठौड़ द्वितीय एवं ज्योति राठौड़ तीसरे स्थान पर रही। प्रतियोगिता के विजेताओं पुरस्कृत किया गया। सहायक वन संरक्षक सुपोंग शासी ने कॉलेज प्रशासन के सहयोग की प्रशंसा की। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला प्रमुख मदन कौर, एसपी सवाईसिंह गोदारा, प्राचार्य हुकमाराम सुथार, नगर परिषद सभापति उषा जैन, उप वन संरक्षक लक्ष्मणलाल ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण किया। इस अवसर पर छात्राओं ने 150 पौधे लगाए। कार्यक्रम का संचालन मुकेश पंचोरी ने किया।

कार्यक्रम में ये थे मौजूद: सहायक वन संरक्षक नाथाराम चौधरी, दीपक कुमार चौधरी, रेंजर मंगलाराम शर्मा, नखताराम, बालमाराम, मदनलाल गौड़, खेताराम, उगमसिंह, डॉ. वी.के. पंचोली, डॉ. रचना चैतन्य, डॉ. उदयसिंह, डॉ मृणाली चौहान, डॉ. संजय माथुर, डॉ. सरिता व्यास, डॉ. जी.एन. पुरोहित, छात्र संघ अध्यक्ष सोनू राठौड़, उपाध्यक्ष डिंपल, महासचिव भावना, कक्षा प्रतिनिधि नेहा दानानी एवं समस्त कॉलेज, अंतरीदेवी स्कूल स्टाफ, छात्राएं एवं वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

45 साल बाद मिला सैनिक का शव

धारूहेड़ा। इसे कुदरत का करिश्मा कहें या परिजनो का नसीब। एक सैनिक को मौत के 45 साल बाद अंतिम सलामी मिलने जा रही है। दरअसल, सैनिक का शव अब मिला है। बात 1968 की है। एनएच-8 स्थित धारूहेड़ा के मीरपुर गांव के जगमाल की लेह में विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी, लेकिन शव नहीं मिला था। अब एक दिन पहले सेना को शव बर्फ से मिला, जो पूरी तरह सुरक्षित है। 45 साल बाद मिला सैनिक का शव

सात साल की उम्र में पिता को खो देने वाले 52 वर्षीय बेटे रामचंद्र ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें पिता को मुखाग्नि देने का सुख मिलेगा। जगमाल की अंत्येष्टि रविवार को सैन्य सम्मान से होगी।

...पर रह गया मलाल

रामचंद्र ने बताया, मां का 2008 में देहांत हो गया था। वे जिंदा होतीं तो सुख मिलता, पर अफसोस कि वह उन्हें आखिरी बार देख न सकीं। सेना ने पेंशन तो चालू कर दी थी, पर शव न मिलने का मलाल लिए ही वे दुनिया को अलविदा कह गईं।

"छुट्टी काटकर गया ही था"

मीरपुर के पूर्व सरपंच कंवर सिंह आज भी उस पल को नहीं भूलते, जब जगमाल की मौत की सूचना मिली थी। वह बताते हैं, जगमाल छुट्टी काटकर डयूटी के लिए गया था कि उसके विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर मिली।

पैगाम में लिपटी आई खुशी

सेना ने पड़ताल के बाद मीरपुर पैगाम भिजवाया, सैनिक जगमाल का पार्थिव शरीर लेकर रविवार को मीरपुर पहुंचेंगे। इसी सूचना के साथ परिजनों समेत पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों में अपनी तरह के इस दुर्लभ पल का साक्षी बनने की उत्सुकता है।

बाबा के दर्शनार्थ लगी चार किलोमीटर लंबी कतार


सुधरने लगी है मेले की रोशनी व्यवस्था 

बाबा के दर्शनार्थ लगी चार किलोमीटर लंबी कतार 


रामदेवराभाद्रपद बदी एकम से शुरू हुई दर्शनार्थ लगने वाली कतारें आए दिन लम्बी होती जा रही है। शनिवार सुबह 4 बजे मंदिर के पट खुलने के घंटों पूर्व कतारें लगने शुरू हो गई, जो सुबह होते होते लगभग 4 किलोमीटर लम्बाई में विरमदेवरा रेलवे फाटक तक पहुंच गई। 

सुविधाएं पड़ी कम

नोखा धर्मशाला चौराहे के आगे समाधि समिति व ग्राम पंचायत संयुक्त जिम्मेवारी से सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। परन्तु अब तक की गई व्यवस्थाएं कतारों की लम्बाई बढऩे के साथ दिनों दिन कम पढ़ती जा रही है। नोखा चौराहे से आगे अभी तक बेरिकेडिंग व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे कतारों के उलझने से आपाधापी व भगदड़ की स्थिति बन जाती है। छाया के लिए टैंट भी पर्याप्त नहीं है।

पानी के टैंकर लगाए

जल स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियंता बनुलाल बैरवा ने बताया कि नोखा धर्मशाला चौराहे से आगे कतारों की लम्बाई के अनुरूप आवश्यक पीने के पानी के टैंकर लगवाते रहेंगे। फिलहाल 3 टैंकर जिनमें प्रत्येक के पीछे 10-10 टोंटीदार नल लगे हुए हैं। इन टेंकरों में बीएसएफ नलकूप से ठंडा व मीठा पानी राउंड 5 क्लॉक उपलब्ध करवाया जा रहा है। 

रामदेवरा. मेला परवान चढऩे के साथ प्रशासनिक स्तर तैयारियों एवं सुविधाओं में आवश्यक सुधार लाया जा रहा है। स्थानीय रामसरोवर तालाब में पानी की पर्याप्त आवक से लबालब भर गया है, परन्तु रात्रि में रोशनी के अभाव में डूबने के साथ जेबतराशी की घटनाएं आम है। मेले में लाइट व रोशनी का ठेका देने के साथ ही स्थानीय रामसरोवर तालाब पर पर्याप्त हाईमास्क लाइटें चालू की जा रही है। रामसरोवर तालाब के चारों ओर रामदेवरा विकास समिति की ओर से लोहे के दो मूंहे पोल लगाकर प्रत्येक पोल पर दो हाईमास्क लाइटें लगाई गई है। शनिवार को स्थानीय ग्राम पंचायत के बिजलीकर्मी व डिस्कॉम कर्मियों ने संयुक्त अभियान चलाकर खराब पड़ी लाइटों को सुधार कर ठीक कर दिया। 

आखिरकार आसाराम बापू गिरफ्तार, आज लाए जाएंगे जोधपुर

जोधपुर। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में भागे-भागे फिर रहे कथावाचक आसाराम की लुकाछुपी का खेल शनिवार को खत्म हो गया। शनिवार रात 12.25 बजे जोधपुर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आसाराम को गिरफ्तार करने से पहले आश्रम पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर लिया गया था।
प्रशासन ने एहतियातन एम्बुलेंस भी बुला रखी थी। जोधपुर पुलिस जब आसाराम को गाड़ी से लेकर बाहर निकली तो आसाराम समर्थकों ने विरोध किया। हालांकि पुलिस बल के आगे उनकी एक न चली। आसाराम के जाने के बाद समर्थकों ने आश्रम से पथराव शुरू कर दिया, जो देर रात तक जारी रहा।

इससे पहले, शुक्रवार को भोपाल से भाग कर आए आसाराम शनिवार को दिनभर इंदौर के खंडवा रोड स्थित आश्रम में दुबके रहे। हालांकि उनकी उपस्थिति को लेकर शनिवार दोपहर तक ऊहापोह की स्थिति थी। उनके इंदौर से लेकर रतलाम तक छुपे होने की बात कही जा रही थी।

इधर, आश्रम पर भी सुबह से हंगामे की स्थिति बनी हुई थी। आसाराम के हजार से अधिक समर्थक आश्रम के अंदर मौजूद थे। अंदर पूजा, यज्ञ और भजन का दौर जारी था, जबकि गेट के बाहर पुलिस के 500 से अधिक जवान डेरा डाले हुए थे। शाम करीब 4.45 बजे आसाराम के बेटे नारायण सांई ने खुलासा किया कि आसाराम आश्रम में ही हैं और बीमार है।

नारायण सांई ने कहा, "हम कहीं भाग नहीं रहे हैं, हम जोधपुर पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे।" शाम को कलेक्टर और डीआईजी भी आश्रम पहुंचे। रात करीब 8 बजे जोधपुर पुलिस की एक टीम आश्रम पहुंची। टीम में दो महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं। जोधपुर पुलिस के अंदर जाने के बाद करीब 8.45 बजे आसाराम के प्रवचन शुरू हो गए। प्रवचन के बाद कुछ देर के लिए जोधपुर पुलिस से बात कर आसाराम फिर कुटिया में चले गए। रात 11 बजे आसाराम से फिर पूछताछ शुरू हुई।

आसाराम के जवाबों से संतुष्ट न होने पर रात 12.25 बजे आसाराम को जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आसाराम को लेकर आश्रम से सीधा इंदौर एयरपोर्ट पहुंची। माना जा रहा है कि पुलिस उन्हें सुबह 7.45 बजे की फ्लाइट से जोधपुर ले जाएगी। ऎसी भी खबर है कि जरूरत पड़ने पर एयरपोर्ट पर आसाराम की मेडिकल जांच की जा सकती है।

पीडिता के पिता ने तोड़ा अनशन

पीडिता के परिजन आसाराम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शाहजहांपुर कलेक्ट्रेट में शनिवार को अनशन पर बैठ गए थे। उनके साथ कुछ रिश्तेदार और स्थानीय लोग भी थे। पीडिता के पिता ने कहा था कि जब तक आसाराम की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। शनिवार देर रात आसाराम के गिरफ्तार हो जाने के बाद उन्होंने जूस पीकर अपना अनशन तोड़ दिया।

कयासबाजियों का दौर चला

शुक्रवार को भोपाल से भागे आसाराम को लेकर शनिवार दोपहर तक भ्रम की स्थिति बनी रही। उनके इंदौर से लेकर रतलाम तक छुपे होने की बात कही जा रही थी। हालांकि, खंडवा रोड स्थित आश्रम पर भी सुबह से हंगामे की स्थिति बनी हुई थी। आसाराम के हजार से अधिक समर्थक आश्रम के अंदर मौजूद थे। अंदर पूजा, यज्ञ और भजन का दौर जारी था, जबकि गेट के बाहर पुलिस के 500 से अधिक जवान डेरा डाले हुए थे।

रास्ते में लेट गए थे समर्थक

शनिवार रात पुलिस की गाडियां जब आसाराम के आश्रम के गेट के अंदर आ गई, तो आसाराम की गिरफ्तारी की आशंका के चलते उनके 250 से अधिक समर्थक आश्रम की सड़क पर लेट गए थे। देर रात पुलिस ने समर्थकों को सड़क से हटाकर मौके पर एक एम्बुलेंस लगा दी थी।

कलक्टर-आईजी भी पहुंचे

शाम करीब 4.45 बजे आसाराम के बेटे नारायण साई ने खुलासा किया था कि आसाराम आश्रम में ही हैं और बीमार है। नारायण साई ने पहले कहा था, "हम कहीं भाग नहीं रहे हैं, हम जोधपुर पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे।" इससे पहले शाम को कलक्टर और डीआईजी भी आश्रम पहुंचे।

हमला फासीवादी कदम

आसाराम मामले में पुलिस अपना काम करेगी। आसाराम ध्यान बंटाने के लिए सोनिया गांधी का नाम ले रहे हैं। पत्रकारों पर हमला फासीवादी कदम है। -अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री


जोधपुर में आसाराम समर्थकों की गुंडागर्दी

जोधपुर में आसाराम के आश्रम के बाहर बड़ी तादाद में उनके समर्थक जमा हो गए। आश्रम से बाहर आसाराम समर्थकों के हमले में चार मीडियाकर्मी घायल हो गए। बोरानाडा थाना पुलिस ने जानलेवा हमला और डकैती का मामला दर्ज कर महिला सहित तेरह समर्थकों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आश्रम में जमा विभिन्न शहरों से आए पांच सौ समर्थकों को निकालकर घर रवाना किया।


मात्र एक-डेढ़ दर्जन संचालक को छोड़ आश्रम को खाली करवा लिया गया। प्रकरण में आरोपी आसाराम का सेवादार शिवा निर्घारित समयावधि से दो दिन बाद शनिवार दोपहर अधिवक्ता के साथ डीसीपी कार्यालय पेश हुआ। बाद में उसे हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।


मीडियाकर्मियों पर हमला, पुलिस ने खाली कराया आश्रम

आसाराम समर्थकों द्वारा जोधपुर में आसाराम के आश्रम के बाहर मीडियाकर्मियों पर हमले के बाद पाल गांव के ग्रामीणों ने आसाराम के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। मीडियाकर्मियों पर हमले के बाद डीसीपी अजयपाल लाम्बा, एडीसीपी केसरसिंह शेखावत भारी पुलिस जाप्ता के साथ वहां पहुंचे और आश्रम को खाली करवाने के निर्देश दिए। पुलिस के सख्त रवैये को देखते हुए समर्थक पिछले रास्ते से सिटी बस व कारों से गंतव्य के लिए रवाना हो गए। दोपहर तक चार-पांच सौ समर्थक वहां से निकल गए। मात्र एक-डेढ़ दर्जन संचालक आश्रम में मौजूद हैं।

इससे पहले एक न्यूज चैनल के पत्रकार जयपुर निवासी भवानीसिंह अपने कैमरामैन श्यामसिंह व चालक मनीष जुल्का के साथ कवरेज के लिए आश्रम पहुंचे। उन्हें देख आश्रम में जमा पुरूष व महिला समर्थक बाहर आए और हाथापाई व फिर मारपीट करने लगे। तीनों की पिटाई के बाद समर्थकों ने पथराव किया। भवानीसिंह, श्यामसिंह व मनीष घायल हो गए।

आवाज सुनकर पास के एक मकान में बैठे एक अन्य पत्रकार प्रदीप जोशी वहां पहुंचे, तो महिलाओं ने उसके साथ भी मारपीट की। पुलिस ने चारों घायलों को पाल रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां सिर में चोट के कारण श्यामसिंह को आईसीयू में भर्ती किया गया है। जबकि शेष चारों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। भवानीसिंह की रिपोर्ट पर जानलेवा हमला व डकैती का मामला दर्ज किया गया है।


आसाराम पर मानहानि का वाद दायर -

नाबालिग से दुष्कर्म मामले में खुद को आरोपी बनाए जाने के पीछे मैडम (सोनिया गांधी) और उनके पुत्र (राहुल गांधी) का हाथ बताने वाले आसाराम के बयान पर शैलेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को प्रथण श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में परिवाद दायर किया।


द्विवेदी का कहना है, नाबालिग ने दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज करवाई और धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए हैं। परिवाद में आसाराम के खिलाफ मानहानि के साथ धार्मिक उन्माद भड़काने का आरोप भी है। इस पर सुनवाई 19 सितंबर को होगी। बताया जाता है कि गुजरात, राजस्थान, दिल्ली समेत अन्य स्थानों पर लोग आसाराम के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। पुलिस अधिकारियों की तेज गतिविधियों से आसाराम के जल्द गिरफ्तारी होने की संभावना से भी हलचल मची हुई है।