शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

सेक्स 'सर्च' करने में पाक आगे, भारत भी पीछे नहीं

नई दिल्ली. साल 2011 में गूगल पर 'सेक्स' शब्द खोजने में रूचि रखने के मामले में पाकिस्तान दूसरे नंबर पर रहा। गूगल सर्च ट्रेंड के मुताबिक साल 2011 में इंटरनेट पर सेक्स को सर्च करने में सबसे ज्यादा रूचि श्रीलंका के लोगों ने दिखाई और उसके बाद पाकिस्तान के लोगों ने।


सेक्स को सर्च करने में एशियाई देशों में कितनी रूचि रहती है इसका अंदाजा इस बात से लग सकता है कि इंटरनेट पर सेक्स को खोजने में पाकिस्तान के बाद भारत का नंबर है। मजे की बात यह है गूगल पर सेक्स को सबसे ज्यादा सर्च करने वाले दस शहरों में से आठ भारत के हैं।


भारत में सेक्स सबसे ज्यादा नई दिल्ली से सर्च किया जाता है। सूची में दिल्ली के बाद बेंगलुरु, कलकत्ता, लखनऊ, पुणे, चेन्नई, मुंबई, पटना, चंटीगढ़ और विजयवाड़ा है।
वहीं पाकिस्तान में भी सबसे ज्यादा सेक्स इस्लामाबाद में ही सर्च किया जाता है। इसके बाद लाहौर, क्वेटा, कराची, पेशावर, मुल्तान और रावलपिंडी आते हैं।



लेकिन एक मजेदार तथ्य यह है कि पाकिस्तान के करीब 2 करोड़ इंटरनेट यूजर सेक्स को सर्च करने के मालमें में भारत के करीब दस करोड़ इंटरनेट यूजरों को पीछे छोड़ देते हैं।



गूगल ट्रेंड्स के नतीजे देखने पर एक और मजेदार तथ्य यह आता है कि श्रीलंका, जो सेक्स को सर्च करने के मामले में टॉप पर है, में सिर्फ राजधानी कोलंबो से ही सेक्स को सर्च किया जाता है।



सबसे ज्यादा सेक्स सर्च करने वाले देशों में श्रीलंका, पाकिस्तान और भारत के बाद पपुआ न्यू गिनी, इथिओपिया और बंग्लादेश का नंबर आता है।

15 साल की बहू पर अत्याचार, प्लाइर से निकालते थे मांस

बग़लान. बीबीसी को मिले एक वीडियो में दिखाया गया है कि प्रताड़ित की गई 15 साल की एक शादीशुदा अफ़ग़ान बच्ची को किस क़दर चोट लगी है। 
इस बच्ची के पति और परिवारवालों ने उसे कई महीनों से क़ैद करके रखा हुआ था।

ये मामला इस हफ़्ते तब सामने आया जब पुलिस ने सहर गुल को बचाया। वे अपने ससुराल में बेसमेंट में क़ैद थी।

पुलिस का कहना है कि उसके नाख़ून और बाल निकाले गए थे और शरीर से माँस के कुछ हिस्से प्लाइर से निकाले हुए थे।

सहर गुल की शादी 30 साल के एक पुरुष से सात महीने पहले कर दी गई थी जब वो 14 साल की थी। जब सहर के माँ-बाप उससे कई महीनों तक नहीं मिल पाए तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।

बग़लान शहर में पुलिस अधिकारी के मुताबिक़ उसे ससुराल में एक अंधेरे कमरे से बचाया गया जहाँ कोई खिड़की तक नहीं थी।

वीडियो में सहर को एक व्हीलचेयर में अस्पताल ले जाते हुए दिखाया गया है और उससे पूछा जा रहा है कि उसे किसने पीटा। तब सहर अपने ससुर, ननद और सास का नाम लेती है।

सहर ने बताया कि उसके बाल और नाख़ून उसकी सास ने निकाले थे।

प्रशासन का कहना है कि उन्हें इन रिपोर्टों की जानकारी थी कि बच्ची द्वारा वेश्यावृत्ति में जाने से मना करने पर उसे प्रताड़ित किया जा रहा है लेकिन वे इसकी पुष्टि नहीं कर पा रहे थे।

बग़लान में महिला कल्याण विभाग की निदेशक रहीमा ज़रीफ़ी का कहना है कि सहर को मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया गया है और मनोवैज्ञानिक घाव भरना बहुत मुश्किल है।

पुलिस ने ससुराल वालों को पकड़ लिया है पर पति फ़रार है। अफ़ग़ानिस्तान में परिवार या ससुराल वालों के हाथों घरेलू हिंसा आम बात है।

मानवाधिकार संस्थाओं की चिंता है कि अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान सैन्य अभियान पर है जबकि महिलाओं की स्थिति नज़रअंदाज़ की जा रही है।

2011 के दूसरे हिस्से में अफ़ग़ान स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग ने महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के 1026 मामले दर्ज किए गए। ये वो मामले हैं कि खुलकर सामने आए।

अफ़ग़ान क़ानून के तहत शादी के लिए लड़कियों की उम्र 16 वर्ष होनी चाहिए। हालांकि आधी से ज़्यादा लड़कियों की शादी और भी कम उम्र में हो जाती है।

बाड़मेर में दबोच लिया ओमप्रकाश को

भंवरी को ठिकाने लगाने वाले दूसरे गैंग के सरगना विशनाराम का भाई ओमप्रकाश पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। हिस्ट्रीशीटर विशनाराम विश्नोई का भाई ओमप्रकाश किसी ट्रक में बैठ कर पंजाब भागने की फिराक में था, मगर पुलिस ने उसे बाड़मेर में दबोच लिया। अब पुलिस और सीबीआई उससे पूछताछ कर विशनाराम कहां है, यह जानने का प्रयास कर रही है।

सीबीआई से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सोहनलाल, शहाबुद्दीन और बलदेव ने 1 सितंबर को भंवरी का अपहरण किया और नेवरा रोड पर विशनाराम के दूसरे गैंग को सौंप दिया। इन तीनों के अलावा पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा, लूणी से विधायक मलखान सिंह, पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई व उसका साथी उमेशाराम पकड़ा गया, मगर भंवरी का अब तक पता नहीं चला।

भंवरी का पता लगाने के लिए सीबीआई को विशनाराम की जरूरत है, मगर वह भूमि घोटाले के मुकदमों में एक साल से फरार चल रहा है। भंवरी को ठिकाने भी उसने फरारी के दिनों में ही लगाया था। विशनाराम का कहीं सुराग नहीं लगा रहा था, इस बीच शुक्रवार को जब उसका छोटा भाई ओमप्रकाश पकड़ा गया तो उम्मीद बढ़ी है कि अब विशनाराम का भी पता चल जाएगा। ओमप्रकाश भी भूमि घोटाले के 41 मुकदमों में वांछित है।

बाडमेर आज की ताजा खबर. 30दिसम्बर


सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को गम्भीरता से लेने के निर्दो 


बाडमेर, 30दिसम्बर। जिला स्तरीय सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने गम्भीरता से लेने के निर्दो दिए है। उन्होने समिति के समक्ष प्रस्तुत प्रकरणों के संबंध में अधिकारियों को निश्पक्ष जांच करने तथा जांच रिपोर्ट में सभी तथ्यों से अवगत कराने को कहा है। 
भाुक्रवार को कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित बैठक में डॉ. प्रधान ने कहा कि सतर्कता समिति जिला स्तर पर सबसे बडी समिति है तथा इसमें दर्ज प्रकरणों की जांच सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पूर्ण गम्भीरता से की जानी चाहिए। साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारी को जांच रिपोर्ट के साथ व्यक्तिः उपस्थित होना जरूरी है। उन्होने कहा कि जिला कार्यालय से समाचार पत्रों में प्रकाित विभिन्न समस्याओं एवं िकायतों की कतरने भिजवाई जा रही है, जिन पर आवयक कार्यवाही, जॉच की जाकर रिपोर्ट भिजवाई जाए। 
इस अवसर पर समिति के समक्ष विचाराधीन मामलों पर विस्तृत चर्चा पचात कपूरडी गांव में बोथिया जागीर में सरकारी पडत भूमि को गलत तरमीम कर ओएनजीसीएल से मुआवजा दिलाने के मामले में सात दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्दो दिए। इसी प्रकार कामिर्यल भूखण्ड का पट्टा जारी करने के मामले में तीन दिन में पत्रावली प्रस्तुत करने अन्यथा एफआईआर दर्ज कराने के निर्दो दिए गए। वन क्षेत्र की भूमि को आबादी घोशित करने के मामले में अतिक्रमण चिन्हित किये जाने पर प्रकरण ड्राप किया गया। आंगनवाडी केन्द्र रिधुसर में आा सहयोगिनी के रिक्त पद को भरने के मामले में कमेटी के माध्यम से रिपोर्ट लेकर पद भरने के निर्दो दिए गए। 
बैठक में ग्राम पंचायत नौसर के राजस्व ग्राम उन्दरिया सरा में निर्मित सामुदायिक जल स्त्रोत, ग्राम मौजा वेदरलाई के खातेदारी भूमि बेचान का म्युटोन रोकने, गलत आवंटन को खारिज करने तथा अध्यापक द्वारा भेदभाव करने के मामले समीक्षा पचात ड्राप किए गए। धोरीमना में मुख्य बाजार से अतिक्रमण हटाने के निर्दो दिए गए। साथ ही पूर्व बंधुआ मजदूर के पुनर्वास के मामले में संबंधित तहसीलदार से जांच करवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्दो दिए गए। बैठक में समिति के समक्ष प्रस्तुत प्रकरणों की बिन्दुवार समीक्षा की गई तथा बकाया प्रकरणों को जांच नहीं होने तक लम्बित रखने के निर्दो दिए गए। 
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने धोरीमना में अतिक्रमण के मद्दे नजर दुर्घटनों की आांका पर चिन्ता जताते हुए भाीध्र अतिक्रमण हटाने को कहा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने समिति के समक्ष दर्ज प्रकरणों की बिन्दुवार जानकारी दी। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप मीणा समेत संबंधित विभागों के अधिकारी तथा समिति सदस्य उपस्थित थे। 
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आधार एनरोलमेन्ट केन्द्र स्थापित 


बाडमेर, 30 दिसम्बर। विश्ट पहचान नामांकन प्रकि्रया के तहत जिले में आधार एनरोलमेन्ट सेन्टर स्थापित किए गए है। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि हर आयु के नागरिक को आजीवन पहचान प्रमाण जारी करने हेतु जिले में नगर पालिका परिसर बाडमेर, पंचायत समिति बाडमेर, राउप्रावि पुलिस लाईन, राउप्रावि बलदेव नगर, राउप्रावि इन्दिरा कालोनी, राउप्रावि भास्त्री नगर, जटिया समाज भवन हनुमान मंदिर चौहटन रोड, सामुदायिक सभा भवन बाडमेर आगोर, ग्राम पंचायत बाडमेर आगौर भवन, राउप्रावि नम्बर 3 माल गोदाम रोड, राउप्रावि गंगाबाई स्कूल तथा राउमाबावि बायतु में आधार एनरोलमेन्ट केन्द्र स्थापित किए गए है। 
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विभागों में उपस्थिति की जांच आठ कार्मिक अनुपस्थित 




बाड़मेर, 30 दिसम्बर। जिले में समय की पाबंदी हेतु चलाए जा रहे निरीक्षण अभियान के अन्तर्गत भाुक्रवार को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान आठ कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि दल प्रभारी पी.सी. छाजेड द्वारा भाुक्रवार को किए गए निरीक्षण के दौरान आांगनवाडी केन्द्र मारूडी में कार्यकर्ता श्रीमती रेखा देवी, सहायिका श्रीमती मरूदेवी तथा आा सहयोगिनी श्रीमती सुगणीदेवी अनुपस्थित पाई गई। इसी प्रकार आंगनवाडी केन्द्र दरूडा में सहायिका श्रीमती पेमीदेवी, जलप्रदाय पम्पिंग स्टोन बोला में बेलदार नसीर खां व सहायक श्रीमती किनीदेवी तथा आंगनवाडी केन्द्र मलवा में कार्यकर्ता श्रीमती नसीबा व सहायिका श्रीमती बसरा अनुपस्थित पाई गई। निरीक्षण के दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र दरूडा, उप स्वास्थ्य केन्द्र गुडीसर, आंगनवाडी केन्द्र हाथमा तथा उप स्वास्थ्य केन्द्र इन्द्रोही बन्द पाए गए। 
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कानून व्यवस्था के लिए क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट नियुक्त 


बाडमेर, 30 दिसम्बर। जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदेश जारी कर एक जनवरी को कि्रिचयन नव वशर दिवस, 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस तथा 30 जनवरी को देवनारायण जयन्ती के धार्मिक पर्वो के आयोजन के मध्यनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट नियुक्त किये है। 
जिला मजिस्ट्रेट डॉ. प्रधान द्वारा जारी आदेशानुसार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बाडमेर को बाडमेर भाहर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बालोतरा को बालोतरा भाहर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट िव को तहसील क्षेत्र िव, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को तहसील क्षेत्र सिवाना, उपखण्ड मजिस्ट्रेट रामसर को तहसील क्षेत्र रामसर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट चौहटन को तहसील क्षेत्र चौहटन, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को तहसील क्षेत्र बायतु के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार तहसील क्षेत्र पचपदरा ग्रामीण, तहसील क्षेत्र गुडामालानी तथा तहसील क्षेत्र बाडमेर ग्रामीण के लिए संबंधित तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। उक्त मजिस्ट्रेट्््स को निर्देश दिये गये है कि वे त्यौहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने की पालना सुनिश्चित करेंगे। संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट अपने उपखण्ड की शांति व्यवस्था एवं निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। 
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जनता ने उत्साह के साथ लिखे पोस्ट कार्ड


अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर 

जनता ने उत्साह के साथ लिखे पोस्ट कार्ड 

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर तथा मोटियार परिषद् के तत्वाधान में राजस्थानी भाषा  को संवेधानिक मान्यता के लिए चलाये जा रहे म्हारी जुबान रो तालो खोलो पोस्ट कार्ड अभियान के तहत शुक्रवार को सरदारपुरा पीपाजी मंदिर के पास पोस्ट कार्ड अभियान चलाया गया जिसमे आम जनता ने उत्साह के साथ भाग लेकर सेकड़ो पोस्ट कार्ड राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम लिख कर राजस्थानी भाषा को मान्यता देने का आग्रह किया गया .समिति संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की अभियान के तीसरे दिन पीपाजी के मंदिर के समीप वार्ड अडतीस में पोस्ट कार्ड अभियान नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा के नेतृत्व में चलाया गया .अभियान के प्रति आम जन तथा खाश कर युवा वर्ग में जबरदस्त उत्साह देखा गया .वार्ड वाशियों ने सेकद्सो की तादाद में पोस्ट कार्ड लिख अभियान को अपना समर्थन दिया .अभियान के तीसरे दिन दुर्गादास राठोड दांता ,,पूर्व पार्षद पब्बराम ,श्रवण चारण सवेअई दहिया ,नरेन्द्र जांगिड .,पीराराम पंवार ,,महेंद्र पुरोहित ,प्रकाश सिंह पाली ,जोगाराम दहिया शिव प्रताप सिंह चोह्टन हितेंद्र सिंह चुली ,रोहित शर्मा सहित मोटियार परिषद् के कई कार्यकर्ताओ ने पुरे वार्ड में घूम घूम कर प्रत्येक घर से चार चार पोस्ट कार्र्द लिखा कर राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया .अभियान को आम जनता से सराहना के साथ साथ समर्थन  मिलाने से अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति जल्द होती नज़र आ रही हे .अभियान की शुरुआत शुक्रवार को लोक कलाकार फकीरा खान ,पाटवी रिदमल सिंह दांता ,विजय कुमार ,द्वारा किया गाया ,वार्ड में कई महिलाओं ने भी पोस्ट कार्ड लिख अभियान को समर्थन दिया .. 

प्रेमी-पति को वश में कराने की आड़ में करता था सेक्स

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नई दिल्ली बॉयफ्रेंड और पति को वश में कराने की आड़ में महिलाओं पर सेक्स के लिए दबाव डालने वाला एक बंगाली बाबा पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। यूसुफ सराय इलाके में पूरे तामझाम के साथ ऑफिस चला रहे इस बंगाली बाबा को सफदरजंग एनक्लेव पुलिस ने एक पीड़ित लड़की की शिकायत के बाद गिरफ्तार कर लिया है।

डीसीपी ( साउथ ) छाया शर्मा ने बताया कि तांत्रिक की पहचान सूफी बंगाली बाबा सुलतान के रूप में हुई है। बाबा केबल टीवी पर पति या पेमी को वश में करने का विज्ञापन देता था। इसके बाद ऑफिस आने वाली लड़कियों से पहले तीन हजार रुपये ठग लेता। इसके बाद उर्दू में एक कागज में कुछ लिख कर दे देता। लड़कियों को बाबा बताता कि शीशे के सामने न्यूड खड़े होकर इस कागज को अपने चारों ओर घुमाना। इसके बाद कागज को एक कप में डालकर आग लगा देना। राख को पुड़िया में डालकर वापस पास लाना। वह उसकी पूजा करेगा।

पुड़िये की पूजा करने के लिए वह 50 हजार रुपये मांगता। पैसे नहीं होने की हालत में वह लड़कियों को उसके साथ चार बार सेक्स करने के लिए कहता। उसका दावा था कि वह उसके बाद फिर पूजा करेगा और मुश्किल से निकाल देगा। अपने एक चेले और एक पार्टनर के साथ वह पिछले डेढ़ साल से इस गोरखधंधे में लगा हुआ था। यह लोग आफिस में जीन्स और टी शर्ट में घूमते रहते। लेकिन जैसे ही कोई कस्टमर लड़की वहां पहुंचती, ऊपर से चोगा पहन लेते। उसके पार्टनर हसन अली और चेले को पुलिस तलाश कर रही है। गिरफ्तार बाबा से पुलिस को तंत्र मंत्र का सामान, भस्म, कैश और टोटका आदि करने का सामान बरामद हुआ है।

ज़ायका: राजस्थानी दाल - बाटी



ज़ायका: राजस्थानी दाल - बाटी


सामग्री: बाटी के लिए- 2 कप गेहूं का आटा,1 टेबलस्पून रवा, 2 टेबल स्पून घी, नमक स्वाद के लिए। दाल के लिए- 1/2 कप हरी मूंग की दाल, 1 टेबलस्पून चना दाल, 1 टेबलस्पून घी, 1/2 टेबल स्पून गरम मसाला, 1 टेबलस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1 टेबलस्पून घनिया पाउडर, 1/4 टेबलस्पून हल्दी पाउडर, आघ कटा नींबू, हरा घनिया कटा हुआ, अदरक बारीक कटा हुआ, 1/2 टेबलस्पून जीरा व राई दाना, दो कप पानी।


विधि: दाल बनाने के लिए दोनों दालों को साथ में मिलाकर कुकर में डालें और नमक व हल्दी डालकर एक कप पानी के साथ उबालें। उघर सभी मसालों का पेस्ट बनाने के लिए आघा कप पानी में मिलाकर रख दें। अब एक कड़ाही में घी डालें व गर्म करें। सबसे पहले इसमें जीरा व सरसों दाना डालें। जब ये चटकने लगे तब बारीक कटा हुआ अदरक डालकर मसालों का पेस्ट एड करें। कुछ देर के लिए भूनें व उबली हुई दाल मिला दें। बाद में नींबू का रस मिलाएं। कटे हुए हरे घनिए से गार्निश करें। गेहूं के आटे में रवा और घी को अच्छी तरह से मिलाएं। गर्म पानी से मिश्रण को एकदम कड़ा गूथ लें और छोटी छोटी लोई बना लें। तंदूर या ओवन को अच्छे से गर्म करें। फिर इसमें लोईयों को हल्की आंच पर तब तक भुनने दें जब तक कि यह ब्राउन न हो जाएं। अवन से निकालकर लोई को साफ कपड़े में रखकर हल्का सा दबाएं और इसे देसी घी में डुबोएं और फिर इससे निकालकर गर्मागर्म दाल के साथ परोसें।

चूरमा


सामग्री: एक चौथाई कप देसी घी, 250 ग्राम गेहूं का आटा, 120 ग्राम पिसी चीनी, 60 ग्राम गोंद, कटे बादाम, एक टेबलस्पून इलायची पाउडर और तलने के लिए घी।


विघि: आटे को लेकर उसमें अच्छी तरह से घी को मिलाकर गूघ लें। अब आटे की छोटी लोई बनाकर घी में धाीमी आंच पर तलें जब तक कि वह कुरकुरी न हो जाए। लोईयों को ओवन में भी बेक कर सकती हैं। ठंडा हो जाने पर लोइयों को ग्राइंडर में पीस कर पाउडर बना लें। अब गोंद को कड़ाही में डालकर तब तक चलाएं जब तक कि वह पक न जाए। फिर इसे निकालकर पीस लें। आटे के मिश्रण में पिसे हुए गोंद को अच्छी तरह मिलाकर पिसी चीनी, बादाम व इलायची पाउडर डालें। अपनी इच्छानुसार इसके लaू बना लें या फिर ऎसे ही सर्व करें।

जैसलमेर...आज की ताजा खबर. 30 दिसंबर, 2011

दो महिलाओं ने लगाई फांसी

मोहनगढ़  कस्बे में दो महिलाओं ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को करीब 1.30 बजे निर्मला पत्नी पीराराम मेघवाल उम्र 19 वर्ष निवासी तेजपाला ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसी प्रकार बुधवार देर शाम केसी देवी पत्नी केसाराम उम्र 25 वर्ष जाति जाट हाल निवासी एक पीडी निवासी गांव सारला थाना बारवासर, बाड़मेर ने घर में फांसी लगाकर आत्म हत्या की। संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत देखते हुए मेडिकल विभाग द्वारा जिला मुख्यालय से चिकित्सकों की पोस्टमार्टम टीम का गठन किया गया ।

निजी टीवी चैनलों के लिए जिला स्तरीय निगरानी समिति गठित

जैसलमेर निजी दूरदर्शन चैनलों के लिए जिला स्तरीय निगरानी समिति का गठन किया गया है। कलेक्टर एम.पी.स्वामी की ओर से जारी आदेश के अनुसार जिला स्तरीय निगरानी समिति में वे समिति के अध्यक्ष होंगे जबकि एसपी ममता विश्नोई सदस्य तथा जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी सदस्य सचिव बनाए गए हैं। महिला महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य श्यामसुंदर परमार, प्रियदर्शिनी विकास समिति की सरोज थानवी, बाल विकास परियोजना अधिकारी उम्मेद सिंह भाटी के साथ ही शिक्षा विभाग बीकानेर के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक एवं शिक्षाविद् बालकृष्ण जोशी का सदस्य के रूप में मनोनयन किया गया है। उन्होंने बताया कि समिति सदस्यगणों का कार्यकाल दो वर्ष का होगा।

इस समिति द्वारा स्थानीय केबल चैनलों में प्रसारित और पुन: प्रसारित कार्यक्रमों में प्रोग्रामों एवं विज्ञापन संहिताओं के उल्लंघनों के बारे में प्राधिकृत अधिकारी द्वारा विभिन्न प्रकार की शिकायतों के उल्लंघनों के बारे में प्राधिकृत अधिकारी द्वारा विभिन्न प्रकार की शिकायतों की समीक्षा एवं चर्चा की जाएगी। समिति की बैठक सामान्यतया दो माह में एक बार आयोजित होगी।

आग से जला घरेलू सामान

जैसलमेर  जयनारायण व्यास कॉलोनी की कच्ची बस्ती में गुरुवार को एक झोंपे में आग लग गई। हादसे में हजारों रुपए का घरेलू सामान जल कर खाक हो गया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चला। गुरुवार को मोहम्मद रफीक पुत्र आरबदीन के झोंपे में आग लग गई। मोहम्मद रफीक ने बताया कि इस घटना में दो बकरियां, चारपाई, टीवी सेट, बिस्तर, कपड़े, मोबाइल, 15 हजार रुपए नकद, सहित अन्य घरेलू सामान जलकर खाक हो गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने में सहयोग दिया। आरबदीन के झोंपे में लगी आग के समय उसके घर में गैस सिलेंडर भी था लेकिन रमेश बिश्नोई निवासी धोलिया ने हिम्मत दिखाते हुए जलती आग में घर में घुस कर गैस सिलेंडर को बाहर निकाला। जिससे बड़ा हादसा होते-होते टल गया।


मृतक के परिजनों ने रुकवाया सोलर प्लांट का कार्य


ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, पुलिस पहुंची, सबको बाहर खदेड़ा


पोकरण  धूड़सर लवां सड़क मार्ग पर बुधवार की रात्रि हुई दुर्घटना में मरे व्यक्ति के परिजनों ने गुरुवार को धूडसर स्थित रिलायंस सोलर ऊर्जा प्लांट पर प्रदर्शन कर कार्य को रुकवाया। परिजनों सहित उपस्थित सैकड़ों ग्रामीणों ने रिलायंस सोलर ऊर्जा कंपनी के अधिकारियों से मुआवजा दिलाने की मांग की। वहीं दूसरी ओर उन्होंने अपनी मांगें रखी। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक ग्रामीणों की मांगों को स्थाई रूप से नहीं माना जाएगा तब तक कार्य को शुरू नहीं किया जाएगा। गुस्साए ग्रामीणों ने कंपनी तथा उच्चाधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। जिस पर कंपनी के अधिकारियों ने पुलिस थाना पोकरण को सूचित किया। थोड़ी ही देर में पुलिस दल पहुंची तथा ग्रामीणों को प्लांट से बाहर खदेड़ा। ग्रामीणों के प्रदर्शन के कारण दिनभर सोलर कंपनी का कार्य बाधित रहा।



ग्रामीणों की मांगें

दुर्घटना में मृतक के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए।

सोलर प्लांट के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को प्लांट के चारों ओर से रास्ता दिया जाए।

अमीन खां की ढाणी से स्कूल तथा कब्रिस्तान तक का मार्ग दिया जाए।

सोलर प्लांट के भीतर जा रही पाइप लाइन को प्लांट से बाहर किया जाए।

रोजगार को देखते हुए ग्रामीणों को प्राथमिकता दी जाए।

वाहनों के लिए धूडसर, उजलां, झलारिया, भाखरी के लोगों को प्राथमिकता दी जाए।


शिविर में बालिकाओं को दी संस्कारों की सीख

शिविर में बालिकाओं को दी संस्कारों की सीख



राजपूत बोर्डिंग में सात दिवसीय संस्कार शिविर का आयोजन

बालोतरा सही रास्ता बताने वाले भगवान का स्वरूप होते हैं। भगवान की चाह के अनुरूप राहों पर चलना ही उनकी सच्ची पूजा है। भगवान की इच्छा के अनुरूप चलने वाले व्यक्ति पर उनकी सदैव कृपा बनी रहती है। वीर दुर्गादास राजपूत बोर्डिंग में चल रहे सात दिवसीय आवासीय संस्कार के पांचवे दिन शिविर में सिख धर्म के निशकंतक आश्रम के संत बाबा जगदेवसिंह ने ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राम, कृष्ण, गुरु नानकदेव व गुरु गोविंदसिंह ने जो रास्ता दिखाया, वही रास्ता श्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि संघ के तनसिंह ने संस्कार निर्माण के लिए श्री क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना संतों के बताए मार्ग के समतुल्य है। इनकी ओर से बताए जाने वाले रास्ते अंधकार से उजियारे की ओर ले जाने वाले है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में टीवी, सीरियल, फिल्मों से मानव अंधकार की ओर जा रहा है। संघ की ओर से बताए गए रास्तों से व्यक्ति इस अंधकार रूपी मार्ग से निकल सकता है। बाबा ने कहा कि संस्कार निर्माण का रास्ता सरल नहीं है, यह एक महान कार्य है। इससे समाज व राष्ट्र का भला होगा। उन्होंने कहा कि शिविर के दौरान सिखाए गए संस्कारों को जीवन में उतारने पर ही शिविर का औचित्य सफल होगा। शिविर संयोजक चंदनसिंह चांदेसरा ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ में बाबा जगदेवसिंह का स्वागत किया गया। शिविर संचालक रतनसिंह नगली सीकर ने संघ के कार्यों व उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। सहायक शिविर संचालक अमरसिंह आकली ने आभार प्रकट किया।

रामसिंह माडपुरा ने शिविर में भाग ले रही 150 शिविरार्थी बालिकाओं के बारे में जानकारी दी।