मंगलवार, 1 नवंबर 2011

गोसेवा सनातन की सबसे बड़ी सेवा’

गोसेवा सनातन की सबसे बड़ी सेवा’

सुरभि महामंत्र अनुष्ठान के पांचवे दिन हुए विभिन्न कार्यक्रम, संतों के सानिध्य में यजमानों ने दी यज्ञ में आहुतियां।

 रानीवाड़ा ज्योतिषपीठ बद्रीकाश्रम के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गोधाम पथमेड़ा की ओर से की जा रही गोसेवा एवं गोरक्षा किसी भी सामान्य जन की कल्पना से भी परे है। उन्होंने गो महत्ता, उपादेयता, आवश्यकता एवं प्रासंगिकता को फिर से स्थापित करने के लिए गत डेढ़ दशक से पथमेड़ा गोधाम की ओर से किए जा रहे प्रयासों को वर्तमान काल में सनातन की सबसे बड़ी सेवा बताया। कार्यक्रम में मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्राचार्य महाराज ने मौजूद गोभक्तों व कार्यकर्ताओं से गोमाता को जीवन का हिस्सा बनाने की बात कही।

अनुष्ठान के पांचवे दिन गो ऋषि दत्तशरणानंद महाराज ने नंदगांव में गोसेवकों एवं श्रद्धालुओं को प्रवचन के दौरान कहा कि धार्मिक एवं आध्यात्मिक अनुष्ठानों में विधि विधान एवं प्रामाणिकता का बहुत महत्व है। ऐसे में जो भी वैदिक कर्म किया जाए, उसे प्रामाणिक विधि से ही करना चाहिए, ताकि अपेक्षित मानव कल्याणकारी एवं गो हितकारी परिणाम मिल सके। उन्होंने कहा कि श्रद्धा व समर्पण के बिना किया हुआ कर्म फलदायी नहीं होता। प्रत्येक आध्यात्मिक अनुष्ठान का मुख्य ध्येय साधक की आंतरिक ऊर्जा एवं सात्विक प्रवृत्तियों को जागृत करना ही होता है। इसके लिए श्रद्धा एवं समर्पण नितांत आवश्यक है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से गोसंरक्षण, गोपालन, गोसंवर्धन, पंच गव्य परिष्करण एवं विनियोग के चारों प्रकल्पों पर देश भर में तेजी लाने का आह्वान किया।

पांचवे दिन भी यज्ञ में दी आहुतियां : गत 27 अक्टूबर से शुरू हुआ 109 कुंडीय सुरभि महामंत्र अनुष्ठान सोमवार को पांचवे दिन भी जारी रहा।



साधकों ने वृंदावन के आचार्य गंगाधर पाठक के निर्देशन में यज्ञकुंड में आहुतियां दी। यज्ञ मंडप के परिक्रमा क्षेत्र में साधकों ने सुरभि महामंत्र जाप किया। इससे पहले सवत्सा गायों एवं यज्ञमंडप में विराजित सुरभि गैया का पूजन किया गया। गोधाम पथमेड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मानवता धर्मी पूनम राजपुरोहित ने बताया कि कार्यक्रम में साधु-संतों के आने का सिलसिला जारी है। देश भर से साधु-संत गोलोक तीर्थ वृंदावन पहुंच रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न पीठों से शंकराचार्यों सहित कई मठ-मंदिरों के प्रमुख संत और मठाधीश भी नंदगांव आ रहे हैं।
सालिग राम का सवा लाख तुलसी पत्रों से अभिषेक शुरू 


गुड़ा बालोतान बिठूड़ा तिराहे स्थित गजानंद मंदिर परिसर में सोमवार से पांच दिवसीय सवा लाख तुलसी पत्रों का अभिषेक कार्यक्रम साध्वी शांतिबाई महाराज के सानिध्य में शुरू हुआ। सोमवार को लाभ पंचमी के उपलक्ष्य में विष्णु भगवान स्वरूप सालिग राम की प्रतिमा पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सवा लाख तुलसी पत्रों का अभिषेक व श्री विष्णु का जाप शुरू हुआ। जिसमें पंडितों के आचार्यत्व में श्रद्धालुओं ने सालिग राम प्रतिमा पर तुलसी पत्रों का अभिषेक किया। इस मौके पर साध्वी शांति बाई महाराज ने बताया कि भगवान विष्णु स्वरूप सालिग राम पर तुलसी अभिषेक करने से देव ऋण, पितृ ऋण सहित पापों से छुटकारा मिलता है। साथ ही घर में सदैव लक्ष्मी व समृद्धि का वास होता है। इस दौरान उम्मेदसिंह राजपुरोहित, सुरेश श्रीमाली सहित कई महिला पुरुष श्रद्धालु मौजूद थे।

सिमट रहा है दरी-पट्टी उद्योग


सिमट रहा है दरी-पट्टी उद्योग 
मशीनों से काम होने की वजह से लुप्त हो रहा है हाथ का हुनर


ओसियां  ओसियां क्षेत्र में सैकड़ों परिवार की रोजी रोटी का जरिया रहा दरी-पट्टी उद्योग सिमट रहा है। मशीनीकरण ने लोगों को बेरोजगार कर दिया है। दरी-पट्टी उद्योग का कार्य मशीनों से होने की वजह से लोगों का रोजगार ही छिन गया है।

ओसियां के खेतासर, सामराऊ व नेवरा सहित दर्जन भर गांवों में दरी-पट्टी उद्योग लोगों को रोजगार दे रहा था। जब से यह कार्य मशीनों के जरिए होने लगा है, लोग बेकार होने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार घरेलू उद्योग धंधों को बढ़ावा देने के प्रति ध्यान नहीं दे रही है। कभी दरी-पट्टी उद्योग से सैकड़ों परिवार पलते थे, मगर अब यह बीते जमाने की बात होकर रह गई है। अब गिने चुने परिवार ही इस उद्योग में लगे हैं। हाथ से कार्य बंद हो जाने पर लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पहले जहां सैकड़ों परिवार दरी-पट्टी निर्माण कार्यों में लगे हुए थे, वहीं अब स्थिति यहां तक आ गई है गिने चुने परिवार ही इस कार्य में लगे हुए हैं। अब सूत भी महंगा हो गया है। हाथ से कार्य करने से समय व लागत अधिक आती है। हालांकि हाथ से निर्मित दरी-पट्टी मशीन से निर्मित दरी-पट्टी से अधिक मजबूत होती है। मगर इसमें समय अधिक लगने और सूत महंगा हो जाने की वजह से इसकी लागत अधिक आती है। इसलिए अब मशीनों से कार्य होने लगा है।

भारत ने घुसपैठ पर जताया विरोध

भारत ने घुसपैठ पर जताया विरोध

बाड़मेर। भारत-पाक के बीच सीमा सुरक्षा बल और पाक रेंजर्स के बीच मासिक बैठक में सोमवार को भारत ने कड़े शब्दों में चेताया कि पाक की ओर से घुसपैठ की कोशिश की जा रही है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक का मुनाबाव स्थित सीसुब कान्फ्रेंस हॉल में हुआ। कमाण्डेंट पी के मिश्रा ने पाकिस्तानी रेंजर्स के प्रतिनिधि दल का स्वागत किया। बैठक में सीमा संबंधी मामलों को लेकर चर्चा हुई।

इसका उद्देश्य दोनों देशों की सीमा पर होने वाले सीमा संबंधी घटनाओं, विवादों का निस्तारण करना तथा सीमा पर शांति एवं सौहार्दपूर्ण संबंध कायम रखना है। भारत की ओर से पाकिस्तान से हाल ही में हुई घुसपैठ का मुद्दा उठाया। इसके अलावा अन्तरराष्ट्रीय सीमा में पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा मवेशी चराने व इसकी आड़ में तस्करी जैसी घटनाओं को लेकर एतराज जताया गया। पाकिस्तान की ओर से फ्लड लाइट का डारेक्शन घुमने पर आपत्ति जताई। बैठक में अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा बेहतर करने पर सहमति जताई गई।

भारत की ओर से 161वीं बटालियन के कमाण्डेंट पी के मिश्रा ने जबकि पाकिस्तान की ओर से 33 विंग कासिम रेंजर्स के विंग कमाण्डर सलीम राजा ने नेतृत्व किया। भारतीय दल में द्वितीय कमान अधिकारी (संक्रिया) परमिन्दरसिंह, द्वितीय कमान अधिकारी मनोज कुमार यादव,उप कमाण्डेंट डी के सिंह, सहायक कमाण्डेंट आर के डागर शामिल थे। अंत में दोनों देशों के प्रतिनिधि दल के प्रमुखों ने प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों को उपहार वितरित किए। बैठक में किए गए निर्णयों की प्रतिनिधि पर हस्ताक्षर कर एक-दूसरे को सुपुर्द की गई।

दो घंटे की मशक्कत से निकाले घायल


बालोतरा उपखंड क्षेत्र के टापरा गांव के पास मेगा हाइवे पर एक निजी बस व ट्रेलर की भिडं़त में पांच जनों की मौत हो गई। वहीं करीब 22 लोग घायल हो गए। घायलों को 108 से नाहटा हॉस्पिटल लाया गया। जांच के बाद डॉक्टरों ने पांच को मृत घोषित कर दिया। घायलों को उपचार के लिए भर्ती किया गया है।

बालोतरा से गुजर रहे मेगा हाइवे पर टापरा गांव के पास सांचोर से जोधपुर के लिए आ रही निजी बस नं. आरजे 19 पीए 1715 की सामने से आ रहे ट्रेलर नं.आरजे 19 जीबी 6406 से भिडं़त हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना के बाद बस में यात्री फंस गए। जिन्हें बाहर निकालने के लिए करीब दो घंटे तक पुलिस प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी।

दुर्घटना में बस में सवार मांगीलाल पुत्र शिवलाल राजपुरोहित (50) निवासी गांधीपुरा बालोतरा, खेमाराम पुत्र लूणाराम जाट निवासी चिबी (२५), सोहनलाल पुत्र जोगाराम विश्नोई निवासी धोरीमन्ना, कमलेश पुत्र ढींगडज़ी खारवाल (23) निवासी पचपदरा, तुलछाराम पुत्र लूणाराम जाट निवासी जांगिया (30)की मौत हो गई।

मौन रहकर निकाली रैली

मौन रहकर निकाली रैली
बाड़मेर  पदोन्नति में आरक्षण बंद करने संबंधी न्यायपालिका के निर्णय की क्रियान्विति के लिए समता आंदोलन समिति ने सोमवार शाम पांच बजे डाक बंगले से मौन जुलूस एवं रैली निकाल अपना विरोध जताया। जिला मुख्यालय के अतिरिक्त चौहटन, सिणधरी, बायतु, शिव सहित ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में समता कार्यकर्ताओं ने मौन जुलूस में भाग लेकर रोष व्यक्त किया। जिलाध्यक्ष किशोर शर्मा ने बताया कि पदोन्नति में आरक्षण बंद करवाने के लिए 21 माह से चल रहे शांतिपूर्ण संवैधानिक आंदोलन के बाद रैली निकाली। रैली का नेतृत्व तहसील अध्यक्ष घमंडाराम कडवासरा ने किया। समिति सचिव महेश सुथार ने बताया कि रैली में संयोजक छगनलाल खत्री, कोषाध्यक्ष जोधाराम चौधरी, इंद्रप्रकाश पुरोहित, बालसिंह, प्रेम दान, शेर सिंह भुरटिया, दौलत सिंह, हरपाल राव, जुगल किशोर, रमाकांत, रश्मिकांत, सूराराम चौधरी दीपक रणधा, किशन प्रजापत सहित दीपक ठक्कर जेठाराम सहित कार्यकर्ता मौजूद थे।

चौहटनत्न समता आंदोलन समिति चौहटन के ब्लॉक अध्यक्ष हीरा राम चौधरी एवं संरक्षक रघुनाथ विश्नोई के नेतृत्व में सोमवार को बड़ी संख्या में पदाधिकारियों ने मौन जुलूस निकाला।

कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष तिलोक चौधरी एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष मालाराम विश्नोई को ज्ञापन सौंप कर सरकार से सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की पालना में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने की मांग की । समता आंदोलन के संरक्षक रघुनाथ विश्नोई ने बताया कि प्रदेश समिति के आह्वान पर पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष के माध्यम से सरकार एवं विपक्षी पार्टी के नेताओं से न्यायालय के निर्णय को तुरंत लागू करवाने की पैरवी की ।

बायतुत्नपदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के न्यायिक निर्णय की पालना करवाने की मांग को लेकर समता आंदोलन समिति के बैनर तले कर्मचारियों ने मौन जुलूस व रैली निकाली। पंचायत समिति कार्यालय के आगे शुरू हुई रैली मौन जुलूस के रूप में मुख्य चौराहा पहुंची। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चेतन राम चौधरी एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष हेराजराम सऊ के निवास स्थान जाकर उन्हें सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा।

एसपी ने सेवा चिह्न से किया सम्मानित


एसपी ने सेवा चिह्न से किया सम्मानित



बाड़मेर  पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारी जिन्होंने निष्ठा एवं बेदाग रहते हुए कार्य किया उनका पुलिस लाइन में सोमवार को आयोजित परेड एवं सम्मान समारोह में ग्रेडिंग के आधार पर कुल 233पुलिस कर्मियों को सेवा चिह्न लगा एसपी संतोष चालके ने सम्मान किया । बाड़मेर में कार्यरत पुलिस कर्मचारियों को वर्ष 2008 में 17 उत्तम सेवा चिह्न, 4 अति उत्तम सेवा चिह्न, वर्ष 2009 में 29 उत्तम सेवा चिह्न, 3 अति उत्तम सेवा चिह्न तथा 4 सर्वोत्तम सेवा चिह्न तथा वर्ष 2010 में 155 उत्तम सेवा चिह्न तथा 18 अति उत्तम सेवा चिन्ह तथा 3 सर्वोत्तम सेवा चिन्ह प्रदान किए गए। इस मौके पुलिस विभाग की ओर से मंत्रालयिक संवर्ग के कनिष्ट लिपिक गोपाराम विश्नोई को राजस्थान पुलिस दिवस 2010 के अवसर पर महा निदेशक पुलिस राजस्थान जयपुर की ओर से प्रदान किया गया प्रशस्ति पत्र भी इस समारोह के दौरान एसपी संतोष चालके की ओर से प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।

विभिन हादसों में दो महिलाओ सहित तीन की मौत



टांके में गिरने से महिला की मौत

बालोतरा पचपदरा थानांतर्गत टांके में गिरने से एक विवाहिता की मौत का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चेतनराम पुत्र दौलाराम जाट निवासी भीमरलाई ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पत्नी वरजू देवी पुत्री फुसाराम जाट निवासी कुडला टांके में से पानी निकालने के दौरान पैर फिसलकर टांके में गिर गई। उसे बाहर निकालकर उपचार के लिए बायतू अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

जीप की टक्कर से एक की मौत

बालोतरा सिवाना थानांतर्गत जीप की टक्कर से एक मोटरसाइकिल चालक की मौत का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार भरमाराम पुत्र भूराराम वादी निवासी लाखानी बागोड़ा जालोर ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार रात्रि में उसका भाई बाबूलाल मोटरसाइकिल पर घर की ओर जा रहा था। तभी जीप ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे उसके भाई को गंभीर चोटें आई। उपचार के लिए जोधपुर ले जाने के दौरान उसके भाई ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

टांके में गिरने से महिला की मौत
बालोतरा पचपदरा थानांतर्गत टांके में गिरने से एक विवाहिता की मौत का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चेतनराम पुत्र दौलाराम जाट निवासी भीमरलाई ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पत्नी वरजू देवी पुत्री फुसाराम जाट निवासी कुडला टांके में से पानी निकालने के दौरान पैर फिसलकर टांके में गिर गई। उसे बाहर निकालकर उपचार के लिए बायतू अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

बेटे की चाह में बढ़ रही जनसंख्या

बेटे की चाह में बढ़ रही जनसंख्या
हकीकत : मां नहीं, परिजन तय करते हैं बच्चों की संख्या, नसबंदी ऑपरेशन भी परिवार की मर्जी से ही

बाड़मेर बेटों की चाह में बाड़मेर में जनसंख्या वृद्धि दर पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सोमवार को सरकारी अस्पताल में दोपहर दो बजे तक नौ बच्चों की किलकारियां गूंजी। दुनिया की आबादी सात अरब होने के संदर्भ में  प्रसूताओं से बात की तो कई चौंकाने वाली बात सामने आई। ज्यादातर केसेज ऐसे थे जिनके दो बच्चों से भी ज्यादा थे लेकिन बेटे की चाहत में तीसरा... चौथा...पांचवां बच्चा। बातचीत में महिलाओं ने माना कि वे परिवार सीमित रखने की चाहत रखती हैं। लेकिन परिजन की चाहत बेटे की होती है।

राजकीय अस्पताल में 30 अक्टूबर को 15 डिलेवरी हुई। इसमें 11 ऐसी महिलाएं थीं जिनके दो से अधिक बच्चे हैं।वहीं निजी अस्पतालों में दो दिनों में छह डिलेवरी हुई। इनमें भी ज्यादातर के दो बच्चे से ज्यादा हैं। बड़ाऊ निवासी हजारी देवी ने छठवें बच्चे को जन्म दिया।


इसमें से एक बच्चे की पहले ही मौत हो गई।

पूछने पर कहा कि चार बच्चों के बाद ऑपरेशन करवाया था। लेकिन इसके बावजूद फिर बच्ची हो गई। वहीं नांद निवासी रामू तो सपाट कहते हैं कि उनके दो बच्चियां ही हैं। जब बेटा होगा तभी ऑपरेशन करवाएंगे। वहीं दो बच्चियों के बाद बेटे के जन्म से खुशी जयंती कहती हैं कि अब बेटा हो गया है। अब ऑपरेशन कराएंगे।

बजरंगबली को मीठा पान चढ़ाएं


बजरंगबली को मीठा पान चढ़ाएं

शास्त्रों के अनुसार अष्ट चिरंजीवी बताए गए हैं। इनमें से एक हैं हनुमानजी। त्रेतायुग में श्रीराम के सभी बिगड़े कार्य संवारने वाले पवनपुत्र हनुमानजी को माता सीता द्वारा अमरता का वरदान प्राप्त है। इसी वजह से हनुमानजी को चिरंजीवी माना जाता है। आज भी जहां-जहां रामायण का पाठ, सुंदरकांड का पाठ या श्रीरामजी का पूजन आदि किया जाता है वहां बजरंग बली किसी न किसी रूप में अवश्य प्रकट होते हैं।

कलयुग में इनकी भक्ति सभी मनोरथ पूरी करने वाली मानी गई है। हनुमानजी बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक हैं। ज्योतिष के अनुसार इनकी पूजा से व्यक्ति की कुंडली के सभी ग्रह दोषों का प्रभाव स्वत: ही समाप्त हो जाता है। इसी वजह से प्रति मंगलवार और शनिवार को सभी हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। वैसे तो इनका पूजन प्रतिदिन किया जाना चाहिए लेकिन मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी को पूजन का विशेष महत्व माना गया है।

यदि कोई व्यक्ति किसी संकट में फंसा हुआ है और उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा या कोई बहुत जरूरी कार्य काफी दिनों से अटका हुआ है या इसी तरह की कोई अन्य परेशानी हो तो हनुमानजी का ध्यान करें। प्रति मंगलवार और शनिवार को बजरंगबली को बिना चूना लगा हुआ एक मीठा पान चढ़ाएं। पान चढ़ाने के साथ ही तेल का दीपक लगाएं, हार-फूल अर्पित करें। प्रार्थना करें कि आपके सभी कार्य पूर्ण हो। इस प्रकार प्रार्थना के बाद हनुमान चालिसा का पाठ करें। यदि पर्याप्त समय हो तो सुंदरकांड का पाठ श्रेष्ठ है।