शनिवार, 1 अक्तूबर 2011

खंडहर में तब्दील हो रहा हर्षा देवल

खंडहर में तब्दील हो रहा हर्षा देवल
बिलाड़ा  हर्ष गांव में सदियों पूर्व बना ऐतिहासिक हर्षा देवल मंदिर देखरेख के अभाव में खंडहर हो रहा है। पुरातत्व विभाग ने इस मंदिर का अधिग्रहण तो कर लिया ,लेकिन इसके जीर्णोद्धार के नाम पर दो दशक में एक कौड़ी भी खर्च नहीं की। ऐसे में यह दिनों दिन जर्जर होता जा रहा है।

शिल्प व स्थापत्य की बेजोड़ मिसाल हर्षा देवल की ओर पुरातत्व विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। इस मंदिर को देखते के लिए देश के कोने कोने से श्रद्धालु आते हैं। यहां की बारीक कारीगरी दर्शनीय है। अपने समय में वैभवशाली रहा मंदिर वर्षों से रखरखाव नहीं होने की वजह से खंडहर में तब्दील हो रहा है। कस्बेवासियों व जागरूक लोगों ने कई बार पुरातत्व विभाग से मंदिर के जीर्णोद्धार की गुहार लगाई, मगर विभाग की आंख नहीं खुली।

हर्षवर्धन की बहन हर्षा ने बनाया था

यह प्रसिद्ध मंदिर राजा हर्षवर्धन की बहन हर्षा ने बनवाया था। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग की पूजा अर्चना करने आज भी देश भर से श्रद्धालु आते हैं। यहां लगे शिलालेख के अनुसार हर्षा ने विक्रम संवत 1335 में इस मंदिर का निर्माण करवाया था । देवल के पास सुंदर बावड़ी है। इसके एक किनारे पर महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा है । देवी का यह स्थान एक बार ढह गया था, जिसे स्थानीय व्यापारियों ने ठीक करवाया । यहां की बावड़ी भी काफी गहरी है, यह अब रेत से भर गई है। यहां खड़े खंभों पर सुंदर प्रतिमाएं उकेरी गई है। पुरातत्व विभाग इस ऐतिहासिक धरोहर की सार-संभाल नहीं कर पाया है। यहां के पुजारी ने बताया कि वर्ष में दो- तीन बार पुरातत्व विभाग के अधिकारी या कर्मचारी आते हैं, लेकिन वे इसके जीर्णोद्धार की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहे।

भंवरी देवी अपहरण कांड : एक और आरोपी बलदेव गिरफ्तार, शहाबुद्दीन व सहीराम पकड़ में नहीं आए

30 दिन बीते, अब भी अंधेरे में तीर चला रही है पुलिस

जोधपुर एएनएम भंवरी देवी अपहरण कांड में पुलिस 30 दिन से हाथ-पैर मार रही है, लेकिन भंवरी का कहीं सुराग नहीं लगा है। पुलिस को 15 दिन तक जांच की सही दिशा ही नहीं मिली, वह झांसी व ओराई में भंवरी को तलाशती रही। बाद में दूसरी दिशा मिली तब तक मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन और साजिश में शामिल पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई फरार हो गया।

भंवरी जिंदा है अथवा उसकी हत्या कर दी गई, इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। भंवरी के पति अमरचंद नट ने कथित सीडी को लेकर जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा पर अपहरण के आरोप लगाए, अनुसंधान में इन कडिय़ों को जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने 23 दिन पहले पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल को गिरफ्तार किया था और शुक्रवार को शहाबुद्दीन के साथी बलदेव को भी गिरफ्तार किया है, मगर अब तक भंवरी का पता नहीं चला है।


ग्रामीणों ने किए पुलिस पर हमले :

जोधपुर सहित पूरे प्रदेश और यूपी, हरियाणा तक हाथ-पैर मार चुकी पुलिस को पंद्रह दिनों तक नाकामी ही हाथ लगी। सीकर, चूरू व कापरड़ा से कुछ लोगों को पकड़ा, वे बेकसूर निकले। सोहनलाल का पोलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत कोर्ट ने नहीं दी। चार दिन पहले आरोपी बलदेव को पकडऩे कापरड़ा गए तो ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर व एसआई के हाथ-पैर तोड़ दिए। दो सिपाही भी जख्मी हो गए। दूसरे दिन फिर दबिश देने गए तब भी ग्रामीणों के पत्थर खाने पड़े।

इनाम की घोषणा बेअसर

शहाबुद्दीन को पुलिस ने 15 सितंबर को अपहरण का मुख्य सूत्रधार माना, उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। फिर पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम को 21 सितंबर को साजिश रचने वाला बताया गया। उस पर भी 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। भंवरी की सूचना देने वाले के लिए पहले से इनाम घोषित था। फोटो जारी होने तथा इनाम की घोषणाओं के बावजूद पुलिस को पास भंवरी अथवा आरोपियों, किसी की कोई सूचना नहीं मिली।

दो गिरफ्तार, रहस्य बरकरार

अब तक सोहनलाल और बलदेव, महज दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। सोहनलाल ने भंवरी को बिलाड़ा बुलाया था, बलदेव मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन का साथी है। शहाबुद्दीन की गाड़ी में भंवरी को बैठे देखा गया था, बाद में उसे किसके हाथों में सौंपा, यह पता नहीं चला है। भंवरी के साथ क्या हुआ, यह शहाबुद्दीन बता सकता है मगर वह फरार है। अपहरण की वजह सहीराम जानता है, मगर वह भी फरार है। शुक्रवार को कापरड़ा में खेतों से बलदेव को गिरफ्तार किया गया। अब उससे पूरी कहानी जानने का प्रयास किया जा रहा है।

दबाव में पुलिस का अनुसंधान

दलितों का जिले भर में प्रदर्शन, केबिनेट मंत्री का नाम उछलने, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में हाईकोर्ट की फटकार और बेकसूरों को पकडऩे में हुई सरकार की फजीहत, अब मुख्य आरोपियों की फरारी, हर तरह के दबाव में हो रहा है पुलिस का अनुसंधान। इसी दबाव के कारण ग्रामीण एसपी पूरे मामले में मौन हैं, जांच अधिकारी एएसपी हिम्मत अभिलाष टाक के मुंह खोलने पर रोक है, रेंज आईजी उमेश मिश्रा भी संभल कर संक्षिप्त बात ही कर रहे हैं।


शहाबुद्दीन या सहीराम से पता चलेगी कहानी

॥पंद्रह दिनों से फरार अपहरण के आरोपी बलदेव उर्फ बालिया को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर भी 2 हजार रुपए का इनाम घोषित था। शहाबुद्दीन व सहीराम की तलाश जारी है। इन दोनों की गिरफ्तारी से ही पूरी कहानी पता चलेगी।



उमेश मिश्रा, आईजी, जोधपुर रेंज।




भरतपुर........योजना क्रियान्वयन में तेजी लाएं’

‘योजना क्रियान्वयन में तेजी लाएं’

भरतपुर  जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने कहा है कि संबंधित विभागों के अधिकारी योजना क्रियान्वयन में तेजी लाएं और स्वीकृत निर्माण कार्य समय सीमा निर्धारित कर कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। वे शुक्रवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

बैठक के दौरान उन्होंने शहर में चंबल से आने वाले पेयजल वितरण हेतु डाली जाने वाली वितरण लाइन एवं राइजिंग पाइप लाइन के कार्य भी शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने चंबल परियोजनांतर्गत आगामी फरवरी माह तक फिल्टर प्लांट एवं मलाह व कंपनी बाग में पंपिग स्टेशन निर्माण कार्य भी आवश्यक रुप से फरवरी माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि शहर में भी शीघ्र चंबल जल आपूर्ति हो सके।

गोयल ने नगर सुधार न्यास की 7 कच्ची बस्तियों में गत 15 अगस्त 2009 तक के कब्जे वाले परिवारों को पट्टे जारी करने की तैयारी पूर्ण करने एवं नगर परिषद क्षेत्र की कच्ची बस्तियों का सर्वे भी शीघ्र करने के निर्देश दिए।उन्होंने शहर की सड़कों के मरम्मत कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर गोयल ने जिले के 13 शहीदों के आश्रितों को नौकरी के लंबित प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र कराएं। उन्होंने गांधी जयंती से जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में निशुल्क दवा वितरण कार्य की समीक्षा की। उन्होंने प्रसव के 48 घंटे बाद तक प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी नहीं देने के साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम के तय लक्ष्यों की पूर्ति के भी निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने न्यास के स्वीकृत कार्यों में तेजी लाने पर जोर देते हुए कहा कि आडिटोरियम का निर्माण भी शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराएं। बैठक में जिला कलेक्टर ने सिंचाई, शिक्षा, कृषि, संपूर्ण स्वच्छता अभियान के साथ ही अन्य प्रमुख प्रमुख विभागों की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

एक को आजीवन कारावास
भरतपुर अदालत ने बहुचर्चित प्रशांत लवानिया हत्याकांड के आरोपी व्यानिया मोहल्ला के दीपक गुप्ता को आजीवन कारावास व अर्थदंड की सजा मिली है। यह आदेश न्यायालय अपर सेशन न्यायाधीश फास्ट ट्रैक संख्या 1 के न्यायाधीश ओंकार त्यागी ने आरोपी दीपक गुप्ता को धारा 302 भादंसं का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास व 5 हजार रुपए अर्थदंड दिया है।

क्या था मामला: अपर लोक अभियोजक विजय गोयल के अनुसार लवानिया मोहल्ला निवासी दीपक लवानिया ने कोतवाली थाना में 21 जुलाई 07 को इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका भाई प्रशांत लवानिया उर्फ कुक्कू 27 जून 07 की शाम को अपने दोस्त दीपक गुप्ता के घर जाने की कहकर गया था। उसके बाद वह घर वापस नहीं आया तो उसे काफी तलाश किया गया और उसका कोई पता नहीं लगा। 30 जून 07 को प्रशांत की लाश मंशा मंदिर के पास सुजान गंगा नहर में मिली। तभी से दीपक बिना बताए गायब हो गया और फिर उसने कोई संपर्क नहीं किया। दीपक एक आपराधिक किस्म का व्यक्ति है, जिसने उसके भाई प्रशांत की हत्या की है। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने दही वाली गली व्यानिया मोहल्ला निवासी दीपक गुप्ता पुत्र लोकमन के खिलाफ न्यायालय में धारा 302 भादंसं के तहत चालान पेश किया।

सिरोही न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे ..उपखंड कार्यालय का घेराव


उपखंड कार्यालय का घेराव 



भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने कस्बे में निकाली रैली, आंदोलन की दी चेतावनी

सेलवाड़ा बांध के बर्बाद हुए पानी के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की थी मुख्य मांग
रेवदर भारतीय किसान संघ के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को उपखंड कार्यालय का दो घंटे तक घेराव किया। किसानों की मुख्य मांग सेलवाड़ा बांध के गेट खोलने से बर्बाद हुए पानी को लेकर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग थी।किसानों ने चेतावनी दी कि मांगों पर ध्यान नहीं दिए जाने की सूरत में 11 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

इस दौरान किसानों ने उपखंड अधिकारी इंदा राम मेघवंशी के अवकाश पर होने से कार्यवाहक उपखंड अधिकारी व तहसीलदार गोविंद सिंह को ज्ञापन सौंपने से मना कर दिया तथा उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने पर अड़ गए। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. यासीन पठान ने वहां पहुंचकर किसानों का 125 सूत्री मांगों का ज्ञापन लिया तथा किसानों से समझाइश की।उन्होंने किसानों की मांगों को राज्य सरकार को भेजने व जिला स्तर पर होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए जल्द ही कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। रेवदर पुलिस उपअधीक्षक भंवरसिंह भाटी पूरे दिन पुलिस जाब्ते के साथ उपखंड मुख्यालय पर तैनात रहे।

बाबा बुखारी की दरगाह पर चढ़ाई फूलों की चादर






मंडार हजरत सैयद याकूब अली बाबा बुखारी की दरगाह पर उर्स को लेकर शुक्रवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने गाजे-बाजे के साथ फूलों की चादर पेश की। दरगाह में सामूहिक रूप से बाबा की मजार पर संदल चढ़ाया गया। इस मौके पर अकीदतमंदों ने खुशहाली की दुआएं मांगी। दरगाह में संदल के बाद फातेहा पढ़ी गई। इस मौके पर मो. असरफ खां, हमीद कुरैशी, अनवर शेख, सुल्तान भाई मेवाती, हाजी मीर बक्श कुरैशी, इनायत अली भाटी, जाकिर कुरैशी, जाकिर खां, निसार मोहम्मद, मुन्ना भाई पठान, असरफ भाटी, फिरोज भाटी, रमजान खां बापू सहित मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।



जैसलमेर , आज की ताजा खबर. शनिवार, १ अक्टूबर, 2011

सीमा पर स्थित शक्तिपीठों में आस्था का सैलाब

धोरों बीच बने घंटियाली मंदिर में नवरात्रा की धूम


सीमा क्षेत्र में स्थित मातेश्वरी तनोटराय व घंटियाली राय मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। शारदीय नवरात्रा के मौके पर चलने वाले मेले में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु शक्तिपीठों पर शीश नवाने पहुंच रहे हैं वहीं कई श्रद्धालु पैदल यात्रा कर माता के दरबार में पहुंच रहे हैं। तनोट माता के प्रति बढ़ती आस्था भक्तों को तनोट खींच लाती है। पैदल आने वाले भक्तों की सुविधार्थ बीच रास्ते कई भक्तों ने राम रसोड़े खोल रखे हैं। वहीं घंटियाली मंदिर में निशुल्क प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था है। तनोट जाने वाले श्रद्धालु पहले घंटियाली माता के दर्शन करते हैं। घंटियाली माता के दर्शन के बिना यात्रा अधूरी मानी जाती है। घंटियाली में प्रसादी की स्थाई व अस्थाई दुकानें सजी हुई है।

रेत के समंदर के बीच बना घंटियाली माता का मंदिर इन दिनों अपनी आभार बिखेर रहा है। मंदिर के निकट स्थित मखमली रेत के धोरों पर श्रद्धालुओं को सैर करते हुए देखा जा सकता है। मेले के मध्यनजर तनोट व घंटियाली में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं।

जयपुर से आया पैदल यात्रियों का जत्था

समूचे देश में चमत्कारी मंदिर के नाम से विख्यात माता तनोट राय मंदिर में दर्शन करने आने वाले पैदल यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसी क्रम में करीब 20 पैदल यात्रियों का एक जत्था जयपुर से तनोट माता के द्वार पहुंचा। इसके अलावा जिले भर से माता के भक्त पैदल यात्रा कर तनोट पहुंच रहे हैं।

शांति भंग के आरोप में एक गिरफ्तार

जैसलमेर सम पुलिस ने शांति भंग के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार कन्नोई गांव में लड़ाई झगड़े पर उतारू मनोहरलाल पुत्र फूसाराम भील को थानाधिकारी किशोरसिंह ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

संदिग्ध अवस्था में घूमता गिरफ्तार

जैसलमेर शहर की अंबेडकर कॉलोनी में संदिग्ध अवस्था में घूमते एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार रात्रि सहायक उपनिरीक्षक डावराराम ने गश्त के दौरान करीब ढाई बजे राजेन्द्रसिंह पुत्र गोरधनसिंह निवासी जोधपुर को अंबेडकर कॉलोनी में संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए गिरफ्तार कर लिया।


मजदूरों ने सौर ऊर्जा प्लांट पर रुकवाया काम

बड़ली मांडा गांव में लगे सौर ऊर्जा प्लांट के मजदूरों को काम नहीं देने के विरोध में लगाया जाम किया प्रदर्शन

 पोकरण शहर से चार किलोमीटर दूर स्थित बड़ली माडा गांव में चल रहे सौर ऊर्जा के प्लांट में शुक्रवार को ग्रामीणों की ओर से काम नहीं देने के विरोध में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने प्लांट के मुख्य दरवाजे को बंद कर कंपनी के ठेकेदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं एवं पुरूषों ने द्वार पर बैठकर कंपनी का सामान ला रहे वाहनों को भी रुकवाया। जिसके कारण सड़क पर जाम सा लग गया।

शहर के निकटवर्ती बड़ली मांडा गांव में सौलर ऊर्जा की कंपनी महाराष्ट्रा सिमलेंस लिमिटेड द्वारा लगाए जा रहे 5 मेगावाट सोलर ऊर्जा के प्लांट पर कार्यरत मजदुरों ने काम नहीं देने के विरोध में शुक्रवार को प्लांट के मुख्य गेट को बंद कर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय प्रशासन द्वारा महाराष्ट्रा सिमलेंस लिमिटेड कंपनी को बड़ली मांडा गांव में लगभग चार माह पूर्व जमीन आवंटित की गई। जिस पर कंपनी द्वारा मजदूरी का कार्य ठेकेदार को दे दिया गया। ठेकेदार द्वारा पूर्व में गांव के लोगों को मजदूरी पर लगाया गया था। लेकिन शुक्रवार को ठेकेदार द्वारा गांव के मजदूरों को कार्य पर नहीं लगाकर अन्य मजदूरों से कार्य करवाया गया। जिस पर गुस्साए ग्रामीणों ने प्लांट के मुख्य दरवाजे को बंद कर उसके आगे धरना दिया।

ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव में लग रहे इस सोलर ऊर्जा प्लांट से ग्रामीणों को रोजगार मिला था। लेकिन ठेकेदार द्वारा मनमाने ढंग से ग्रामीणों को इस कार्य से हटा दिया गया है, जो कि सरासर गलत है।






यहां घूंघट में होते है गरबे

स्वर्णनगरी का गरबा महोत्सव हंै खास

यहां घूंघट में होते है गरबे
इसके पीछे न तो पर्दा प्रथा है और न ही किसी का डर, कारण है भी तो मात्र अपने बड़ों का सम्मान

 जैसलमेर स्वर्णनगरी में चल रहे गरबा महोत्सव में गुजराती व राजस्थानी संस्कृतियों का मेल देखने को मिलता है। यहां गरबा आयोजन होते है लेकिन स्थानीय मान्यताओं एवं परंपराओं की जद में रह कर। आधुनिकता की अंधी दौड़ में शामिल न होते हुए महिलाएं एवं युवतियां देवी की आराधना मान कर गरबो का लुत्फ उठाते है। यहां गरबा आयोजन होते तो गुजराती भजनों पर है लेकिन करने वाली महिलाएं राजस्थानी एवं पारंपरिक वेषभूषा में गरबा करती है। यहां तक कि गरबा पांडालों में महिलाएं घुंघट की आड़ में भी गरबा करते देखी जा सकती है।

यहां की महिलाएं किसी दबाव में आकर नहीं बल्कि अपने परिजनों एवं बड़े बुजुगों के सम्मान में घुंघट में गरबा करती है। यह अपने आप में एक मिसाल है। सभी आधुनिक है, गरबा की भी चाहत है लेकिन अपने बड़ों के आदर में महिलाएं घुंघट की आड़ में करती है गरबा।

नहीं बजते फिल्मी गाने: शहर में विभिन्न स्थानों पर होने वाले गरबा महोत्सव में किसी भी पांडाल में फिल्मी तथा पॉप गीतों पर युवा नहीं थिरकते है। गांधी कॉलोनी, कलाकार कॉलोनी, मोहता पाड़ा, मैनपुरा आदि स्थलों पर होने वाले गरबों में फिल्मी गीतों एवं रिमिक्स के उपयोग पर पूर्णतया पाबंदी है। यहां युवा थिरकते है भी तो गुजराती व राजस्थानी भजनों पर। यहां तक की उन फिल्मी रिमिक्स गानों पर भी रोक है जिनमें गरबा बीट का प्रयोग किया जाता है। युवाओं में जोश व जज्बा उस समय परवान पर होता है जब डीजे में गरबा बीट बजती है। साथ ही रात के 10.30 बजे के बाद गरबा आयोजनों पर पाबंदी के चलते सभी गरबा पांडाल बंद हो जाते है।

शाम होते ही शुरू हो जाती है रौनक: शाम होते ही शहर के गली मौहल्लों में सजे धजे पांडालों में गरबा महोत्सव की धुम प्रारंभ हो जाती है। डीजे पर बजने वाले गुजराती भजन एवं गरबा की धुन के मोहपाश से युवक युवतियां अपने आप को नहीं रोक पाते तथा पांडालों की तरफ खींचे चले आते है। जैसलमेर में यूं तो गरबा महोत्सव का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है लेकिन फिर भी शहर के हर युवक युवती के दिल में इन उत्सवों में शरीक होने की तम्मना जरुर है। शाम होते ही रोशनी से नहाए इन पांडालों में युवक युवतियों की रेलमपेल शुरू हो जाती है। कहीं गरबा तो कहीं डांडिया रास में जम कर युवा थिरकते है तथा मां दुर्गा की उपासना में लीन हो जाते है।

पाक वाणिज्य मंत्री ने की अजमेर में सभा

पाक वाणिज्य मंत्री ने की अजमेर में सभा

अजमेर। सरवारी जमात के आध्यात्मिक गुरू एवं पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री मकदूम अमीन फहीम ने शुक्रवार को यहां एक होटल में सभा की। सभा में बाड़मेर और जैसलमेर से करीब दस हजार लोग शामिल हुए। सभा में फहीम ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान मेें भाईचारा कायम होना चाहिए।

पाक मंत्री फहीम ने गरीब नवाज की दरगाह में हाजिरी भी दी। इससे पहले सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे भारत में व्यापार बढ़ाने आए हैं। इसके लिए दिल्ली में उनकी बैठक हुई जिसमें भारत-पाकिस्तान के बीच दूरियां कम करने के लिए कई खास मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को वीजा नियम सरल करने होंगे।

सभा पर उठे सवाल
पाक मंत्री ने सभा के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन की अनुमति नहीं ली। पाक मंत्री फहीम का कहना है कि वे राजनेता के साथ आध्यात्मिक गुरू हैं। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में मेरे बुजुर्ग की दरगाह है। उनके मुरीद मुझसे मिलने आए थे। इधर, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि स्टेट गेस्ट होने के कारण उनके वीजा पर पुलिस रिपोर्ट से छूट थी। वीजा नियमों के तहत अजमेर में वे किसी से भी मुलाकात कर सकते हैं

विधायक के साथ दुव्र्यवहार

विधायक के साथ दुव्र्यवहार

बाड़मेर नगरपालिका की मासिक बैठक में भाग लेकर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के नगरपालिका परिसर से बाहर निकलते ही सफाई कर्मियों ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस सफाई कर्मियों को पकड़कर थाने ले गई। घटना के अनुसार शुक्रवार शाम करीब सवा छह बजे जैसे ही विधायक जैन नगरपालिका की मासिक बैठक में भाग लेकर पंडित दीनदयाल भवन से नीचे उतरे सफाई कर्मचारी किशनलाल ने विधायक से नियुक्ति देने की मांग की। उन्होंने विधायक से कहा कि जब ऑर्डर हो चुके हैं तो नियुक्ति क्यों नहीं दी जा रही । विधायक उससे समझाइश कर ही रहे थे कि तभी भगवानदास वहां पहुंच गए और तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। वहां उपस्थित अन्य पालिका कर्मचारियों ने दोनों को ही समझाने और वहां से ले जाने का प्रयास भी किया लेकिन वे दुबारा विधायक के पास पहुंच गए। तब विधायक ने पुलिस को फोन किया। पुलिस मौके पर पहुंची तथा दोनों को पकड़कर थाने ले गई। इस संबंध में जब कोतवाली में पूछा गया तो जानकारी मिली कि मामला दर्ज नहीं हुआ है। समझाइश के बाद दोनों को छोड़ दिया गया है।

शराब पीया हुआ था

॥पता नहीं शराब पीया हुआ लग रहा था। नौकरी लगाने की बात कह रहा था। अब मीटिंग में नौकरी थोड़े ही लगती है।

मेवाराम जैन, विधायक, बाड़मेर



सरहद पर ही दफना दिया घुसपेठियो को










सरहद पर ही दफना दिया घुसपेठियो को  

बाड़मेर शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल द्वारा सरहद पर जिन दो घुस्पेथियो को मर गिराया था ,उनके शव पकिस्तान द्वारा लेने से इनकार के बाद सीमा सुरक्षा बल ने दोनों के शव तारबंदी के निकट ही दफना दिए .म्रताको की शिनाख्त नहीं हो पाई ,गौर तलब हें की राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर से शुक्रवार अल सुबह  बी.एस.एफ के सजग जवानों ने पाकिस्तान की सीमा से भारतीय सीमा में हुवें घुसपैठ के एक प्रयास को विफल करते हुवें उंट पर आये दो पाकिस्तानी घुसपैठियें को मार गिराया था , इस घटना में ऊंट भी घायल हो गया। लेकिन इनके पास से  पाकिस्तान के 4 अग्रेजी,1 उर्दु.अख़बार और एक मोबाइल बरामद हुआ अब सीमा सुरक्षा बल  और खुफिया एजंसियो के इस बात का पता लगा रही है कि इन अखबारों का यह लाने का क्या मकसद था .यह पहला मौका हें जब घुस पेथिये ऊंट पर सवार हो कर तारबंदी तक पंहुचे .
 शुक्रवार को.बाड़मेर कि सीमा पर मारे गए दो घुसपैठियो ने गुप्तचर विभाग और बी एस एफ की दिक्कत बढ़ा डाली हैं , दरअसल यह वही इलाका हैं जहा से सन 2009 में हथियार  पार हुए थे ! बाड़मेर से लगती अंतर्राश्ट्रीय सीमा चौकी ओ.एल.डी के के डी ;काछबो की ढाणी के सीमा स्तंभ 861 से पाकिस्तान की सीमा ऊंट पर आकर दो संदिग्ध पाक घुसपैठियें को सजग सुरक्षा बलों ने भारतीय सीमा में घुसते हुवें देखा। बोर्डर थाना बीजराद  के थाना अधिकारी  केलाश दान के अनुसार दो  पाकिस्तानी घुसपैठियों के भारतीय सीमा पर लगी तारबंदी के पास पहुंचने पर बी.एस.एफ के जवानों ने उन्हें चेतावनी देते हुवें रुकने को कहा मगर दोनो घुसपैठियें ने सारी चेतावनी को अनसुना कर दिया, इस पर बी.एस.एफ के जवानों ने फायरिंग कर दोनो घुसपैठियों को मार गिराया। दोनों घुसपैठियों एक है ऊंट पर सवार थे    इस गोलीबारी में ऊंट भी घायल हो गया। सीमा सुरक्षा बल ने इस घटना के विरोध में पाक रेंजर्स के साथ फ्लेग मीटिंग की गई जिसमें उन्होने घुसपैठियों के शव व घायल ऊंट को लेने से इंकार कर दिया। उनका कहना था मारे गए इन घुसपैठियें से उनका कोई तालूकात नही हैं।


शुक्रवार सुबह घटना स्थल की तलाशी लेने पर हालांकि घुसपैठियें के पास कोई तस्करी का कन्साईनमेंट तो नही मिला, परन्तु ये संभावना व्यक्त की जा रही हैं कि उनका कोई मकसद सही था वे किसी अवांछनीय गतिविधि को अंजाम देने के लिए भारतीय सीमा में घुस रहे थे। मारे गए घुसपैठियों में एक की उम्र 32 साल तथा दूसरे की 25 साल हैं। दोनो के शव तारबंदी के पास पड़े हैं, पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लेग मीटिंग की गई, जिसमें उन्हें कड़ा प्रोटेस्ट नोट दिया गया तथा सीमा पार से घुसपैठ के प्रमाण भी सौंपे गए, मगर पाक रेंजरों ने इस घुसपैठ से पला झाड़ते हुवें शव व घायल उंट को लेने से साफ इंकार कर दिया। इनके पास पाकिस्तान के 4 अग्रेजी,1 उर्दु.अख़बार और एक मोबाइल बरामद हुआ 4 ....अग्रेजी अख़बार का एक साथ होना ही सीमा सुरक्षा बल के लिए पहेली बन हुआ है 


उल्लेखनीय सुरक्षा व खुफिया ऐजन्सीयों को पिछले काफी समय से सूचनाऐं मिल रही थी  कि पाक खुफिया ऐजेन्सी आई.एस.आई ने राजस्थान और गुजरात बोर्डर से आतकवादी घुसपेठ करने की  फ़िराक में है  आम तोर पाक से लगता राजस्थान बोर्डर पर इस तरह की घटनाए नहीं होती है अब इस तरह की घटना ने सीमा सुरक्षा बल की नींद उदा दी है  अब सुरक्षा ऐजेन्सीयों से गुत्थी सुलझाने में लगी हैं। पूरी सीमा पर अत्यधिक सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं, सीमा पर कड़ी चौकसी रखी जा रही हैं।