बुधवार, 1 जून 2011

हर दिन 30 मिनट मोबाइल फोन के इस्‍तेमाल से ब्रेन कैंसर का खतरा!


हर दिन 30 मिनट मोबाइल फोन के इस्‍तेमाल से ब्रेन कैंसर का खतरा!



मोबाइल फोन के इस्तेमाल से ब्रेन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इससे बचने के लिए संदेशों तथा ईयरफोन वाले हैंड फ्री उपकरणों का इस्‍तेमाल किया जाना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कैंसर विशेषज्ञों ने यह चेतावनी दी है। विशेषज्ञों ने मोबाइल को उन खतरनाक उपकरणों की श्रेणी में रखा है जिसमें सीसा, क्‍लोरोफॉर्म और ईंजन एक्‍जॉस्‍ट शामिल हैं।

कैंसर पर शोध करने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसी आईएआरसी ने फ्रांस के लियोन में एक सम्‍मेलन में कहा, ‘इस तरह के उपकरणों के इस्तेमाल से उत्पन्न होने वाले रेडियेशन (रेडियो फ्रीक्‍वेंसी इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक फील्‍ड) से लोगों को कैंसर होने की आशंका होती है।’

'सीएनएन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेलफोन से निकलने वाला रेडिएशन एक्‍स-रे जैसा नहीं है लेकिन यह कम क्षमता वाले माइक्रोवेव ओवन जैसा है। माइक्रोवेव रेडिएशन को समझना आसान है। माइक्रोवेव में भोजन के साथ जो कुछ होता है, यह उसी के जैसा है। यानी मोबाइल फोन पर ज्‍यादा बात करना अपने दिमाग को भोजन की तरह पकाने जैसा है। इस लिए मोबाइल पर ज्‍यादा बात करने से ब्रेन कैंसर और ट्यूमर का खतरा है। इससे हमारी याददाश्‍त पर भी असर पड़ सकता। मस्तिष्‍क में याददाश्‍त से जुड़े तंत्र का एक हिस्‍सा कान के पास ही रहता है जहां हम मोबाइल फोन रखकर बात करते हैं। 

आईएआरसी के एक अधिकारी जोनाथन समेट ने कहा, ‘इपीडिमीयोलॉजिकल शोध से मिले सबूतों की जांच के बाद विशेषज्ञ इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि मस्तिष्क में होने वाले एक प्रकार के कैंसर, ‘ग्लिओमा’ के मामले बढ़े हैं।' उन्होंने कहा कि पिछले दशक में बड़े पैमाने पर किए गए दो अध्ययनों में पाया गया है कि इसका खतरा उन लोगों में अधिक देखा गया जो मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।

अध्ययन से पता चला है कि कुछ लोगों ने करीब दस साल की अवधि के दौरान प्रति दिन औसतन 30 मिनट अपने फोन का इस्तेमाल किया। पूरी दुनिया में तकरीबन पांच अरब मोबाइल फोन यूजर हैं। मोबाइल के इस आंकड़े और इनके इस्तेमाल किए जाने के समय, दोनों में ही हाल के वर्षों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। आईएआरसी के अनुसार, मौजूदा वैज्ञानिक नतीजे वायरलेस उपकरणों और कैंसर के बीच केवल संभावित संबंध को बताते हैं, इनकी पुष्टि नहीं हुई है।

आईएआरसी रिपोर्ट से जुड़े कुर्ट स्ट्रैफ ने कहा, 'ग्लिओमा और एकॉस्टिक न्यूरोमा कहे जाने वाले नॉन मेलिग्नैन्ट टयूमर के अन्य प्रकार का खतरा बढ़ने के कुछ सबूत हैं लेकिन अभी यह पूरी तरह साबित नहीं हुआ है कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल से कैंसर होता है।


राज्यमंत्री भरोसीलाल जाटव की पत्नी और बेटों की अवैध रूप से चल रही खानों व क्रेशर पर रोक लगा दी

 राज्यमंत्री भरोसीलाल जाटव की पत्नी और बेटों की अवैध रूप से चल रही खानों व क्रेशर पर रोक लगा दी 


जयपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने मोटर गैराज राज्यमंत्री भरोसीलाल जाटव की पत्नी और बेटों की अवैध रूप से चल रही खानों व क्रेशर पर रोक लगा दी है। साथ ही कहा है कि आदेश की पालना नहीं होने पर मुख्य सचिव, वन विभाग के प्रमुख सचिव, खान विभाग के प्रमुख सचिव, खान निदेशक, करौली कलेक्टर, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सचिव व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे।

अदालत ने मंत्री भरोसीलाल जाटव समेत इन सभी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। मुख्य न्यायाधीश अरुण कुमार मिश्रा और न्यायाधीश आलोक शर्मा की खंडपीठ ने अशोक पाठक की जनहित याचिका पर यह आदेश दिया। याचिका में कहा गया था कि राज्यमंत्री जाटव ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर हिंडौन के खरेटा की वनभूमि में पत्नी रेशम देवी, बेटे नवीन, सुरेंद्र व नरेश के नाम से खान आवंटित कराई।

इसके लिए वनभूमि को राजस्व भूमि बताया गया। बाद में वहां क्रेशर लगवा लिए। इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण मंडल से अनुमति भी नहीं ली गई। मामला सामने आने के बाद वन विभाग ने एनओसी वापस ले ली। खनन विभाग ने गत 7 फरवरी को खान की लीज निरस्त कर दी। प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने क्रेशर बंद करने का आदेश दिया। इसके बाद भी न केवल वहां क्रेशर चल रहे हैं, बल्कि क्रेशर की सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी भी खोल दी गई।

छेड़छाड़ ने दिया ऐसा दर्द की वह हो गई मरने पर मजबूर


छेड़छाड़ ने दिया ऐसा दर्द की वह हो गई मरने पर मजबूर


मांडलगढ़.
 बंरुदनी गांव की एक छात्रा ने गांव के ही दो युवकों के छेड़छाड़ करने पर आत्मदाह कर लिया। घटना के बाद एक आरोपी फरार हो गया। दूसरे को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। बीगोद थाना प्रभारी दलपत सिंह ने बताया बड़ौदा बंरुदनी निवासी 17 वर्षीय छात्रा मंगलवार शाम करीब चार बजे गाय बांधने बाड़े में गई थी।



वहां दोनों आरोपी पंकज लक्षकार व कपिल व्यास भी आ धमके। दोनों ने छात्रा से छेड़छाड़ की। छात्रा के विरोध करने पर भी वे नहीं माने तो छात्रा चिल्लाई। चीख सुनकर छात्रा का भाई चचेरे भाई सहित अन्य लोगों को लेकर वहां पहुंचा। छात्रा को छुड़वाया। बाद में दोनों आरोपी भाग गए। घटना से आहत छात्रा ने घर जाकर शरीर पर केरोसीन छिड़ककर खुद को आग लगा ली। पुलिस ने छात्रा के पिता की रिपोर्ट पर पंकज व कपिल के खिलाफ छेड़छाड़ व खुदकुशी के लिए उत्प्रेरित करने के आरोप में मामला दर्ज कर एक आरोपी को बुधवार शाम हिरासत में लिया।

अहमदाबाद ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम: झुलसी छात्रा को भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से हालत नाजुक होने पर उसे अहमदाबाद रैफर कर दिया। अहमदाबाद ले जाते समय छात्रा ने चित्तौडग़ढ़ में दम तोड़ दिया। शव का मांडलगढ़ चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया।

इंजीनियरिंग कर रहे हैं आरोपी: आरोपी पंकज व कपिल अलग-अलग शहरों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस इनके मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवा रही है।

भीलवाड़ा में पढ़ती थी छात्रा: छात्रा भीलवाड़ा शहर में पढ़ाई कर रही थी। सात दिन पहले ही वह शहर से गांव लौटी थी। जहां मंगलवार को यह घटना हो गई।

 

दो अलग-अलग कार्रवाई में टैंकरों से शराब की बड़ी खेप बरामद


 दो अलग-अलग कार्रवाई में टैंकरों से शराब की बड़ी खेप बरामद
सांचौर और बागोड़ा में हुई कार्रवाई, टैंकर में छिपाकर ले जाई जा रही थी अवैध शराब, शराब की कीमत लाखों में 

  सांचौर. क्षेत्र के डेडवा सरहद में पुलिस ने एक टैंकर में छिपाकर ले जाई जा रही अवैध शराब बरामद की है। साथ ही टैंकर चालक को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बरामद शराब लाखों रुपयों की हैं और देर शाम तक इसकी गिनती की जा रही थी। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर 1 बजे डेडवा सरहद में एक होटल पर एक टैंकर के चालक ने खाना खाने के लिये ठहराव किया। इसी दौरान वहां पहुंचे थानाधिकारी नारायणराम विश्नोई मय जाब्ते ने शक होने पर टैंकर की तलाशी ली तो उसमें अवैध शराब के 350 कार्टन भरे थे।

बागोड़ा में 15 लाख की शराब बरामद 
बागोड़ा  पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर नाकाबंदी के दौरान पंद्रह लाख की अवैध शराब बरामद की है। पुलिस ने कार्यवाही के दौरान टैंकर चालक को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर अवैध शराब के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत बागोड़ा पुलिस ने रंगाला के निकट नाकेबंदी की। मुखबीर की सूचना के आधार पर टैंकर चालक हनुमानगढ़ निवासी अजीत कुमार पुत्र मनफूलसिंह गोदारा विश्नोई को को रुकवाया गया। इस दौरान टैंकर से अंग्रेजी शराब व बीयर के ५८९ कार्टन बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि टैंकर चालक अजीत कुमार से पूछताछ करने पर बताया कि यह शराब मंडोर (जोधपुर) निवासी गोपालसिंह पुत्र लूणसिंह राजपूत की है। जिसे सांचौर निवासी प्रदीप पुत्र लादूराम विश्नोई व चितलवाना निवासी प्रकाश कुमार पुत्र ठाकराराम विश्नोई को पहुंचाना था। पुलिस के अनुसार बाजार में शराब की अनुमानित कीमत पंद्रह लाख बताई गई है। इसी तरह पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित विशेष टीम ने भी अंग्रेजी शराब बरामद की है। गठित टीम ने जालोर उपनिरीक्षक राजेंद्रसिंह राठौड़ के नेतृत्व में मुखबीर की सूचना पर आडेल (बाड़मेर) में एक टैंकर से अवैध अंग्रेजी शराब के करीब १०० कार्टन बरामद किए हैं। इस दौरान टैंकर चालक टैंकर छोड़कर फरार हो गया था। जिसे पुलिस पकडऩे में विफल रही।

नवजात का शव रखकर पैसे मांगता रहा डॉक्टर


नवजात का शव रखकर पैसे मांगता रहा डॉक्टर

उदयपुर.उदयपुर के मादड़ी गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को जो हुआ, उसने डॉक्टरी पेशे को शर्मसार कर दिया। डॉक्टर ने प्रसव के लिए तय किए 500 रु. नहीं मिलने पर मृत पैदा हुए नवजात का शव परिजनों को देने से मना कर दिया। वे करीब 18 घंटे तक डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा। आखिर परिजनों ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की शरण ली। तब कहीं जाकर डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल घूस लेते धरा गया और शव परिजनों को मिल पाया।
मृत पैदा हुआ था शिशु
एसीबी के उप महानिरीक्षक टीसी डामोर के अनुसार सुवेरी गांव के प्रकाश मीणा की पत्नी होमली सोमवार को प्रसव के लिए स्वास्थ्य केंद्र में आई थी। डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल ने प्रसव कराने के लिए 700 रु. की रिश्वत मांगी।
 
बाद में 500 रु. दिए जाने तय हुए। रात करीब साढ़े बारह बजे होमली ने मृत बच्चे को जन्म दिया। प्रकाश ने शिशु का शव मांगा तो डॉक्टर ने प्रसव के लिए तय हुई राशि देने की बात कही।
 
जननी सुरक्षा का चैक रोकने की धमकी
परिजन मंगलवार को भी शव देने की मिन्नत करते रहे, लेकिन डॉक्टर पैसे नहीं मिलने तक शव नहीं देने पर अड़ा रहा। परिजनों के अनुसार उसने जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाला 1700 रु. का चेक रोकने की धमकी भी दी।
 
आखिरकार प्रकाश ने एसीबी में शिकायत की। मंगलवार शाम एसीबी ने डॉक्टर को प्रकाश से मेल नर्स के सरकारी क्वाटर्स के सामने 500 रु. की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। एसीबी के दखल के बाद परिजनों को शव मिल पाया।
पकड़ा गया तो बोला- परिजनों ने जबरन जेब में रख दिए पैसे
आरोपी डॉक्टर ओमप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि मंगलवार सुबह मैंने बच्चे का शव ले जाने के लिए कह दिया था।
 
मैंने पैसों की मांग नहीं की। बालक के पिता प्रकाश मीणा ने मेरी जेब में जबरन रुपए रख दिए। एसीबी की कार्रवाई के दौरान रिश्वत की राशि डॉक्टर की पैंट की पिछली जेब में मिली।
3 साल पहले स्थायी नियुक्ति
डॉक्टर अग्रवाल मूलत: बाहरी दरवाजा छबड़ा (बारां) जिले का रहने वाला है। वर्ष 2003 में संविदा में लगे इस डॉक्टर को वर्ष 2008 में स्थायी नियुक्ति मिल गई थी। मादड़ी गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में वह पिछले तीन वर्षो से नियुक्त है।
विभागीय कार्रवाई करेंगे
"मामला मेरी जानकारी में नहीं है। यदि डॉक्टर ने रिश्वत के लिए नवजात का शव देने से इनकार किया तो यह गलत है। दोषी डॉक्टर के खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी की जाएगी। डॉक्टरों को सेवा भाव से भी सोचना चाहिए।"

डॉ. आर.एन. बैरवा, सीएमएचओ उदयपुर

रिश्तों के कलंकित होने की और दास्तान प्रेमिका के लिए मां-बहन की हत्या


रिश्तों के कलंकित होने की और दास्तान

प्रेमिका के लिए मां-बहन की हत्या

भोपाल. उम्र सिर्फ बीस साल,लेकिन कृत्य ऐसा की अच्छे-अच्छों के दिल दहल उठें। उसने अपनी मां और बहन की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि वे उसे देर रात तक मोबाइल पर प्रेमिका से बात करने से रोकती थीं। उनकी अनुपस्थिति में प्रेमिका को घर लाने पर डांटती थीं। उनकी डांट उसे ऐसी चुभी कि उसने दोनों की हत्या करने का इरादा बना लिया। 
रात को जब मां- बहन सो रही थीं तो सबसे पहले उसने मां के सिर पर लोहे की राड से वार किया, फिर बहन को भी मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद शातिराना अंदाज में होटल में जाकर सो गया। सुबह घर आकर उसने लूट के लिए हुई हत्या दर्शाने की कोशिश की, पर पुलिस की पूछताछ में वह टूट गया और अपना अपराध स्वीकार लिया।
 

गुना.
 पिता-पुत्र में बहू को मायके से बुलाने को लेकर विवाद था। कमलसिंह अपनी पत्नी को ससुराल से बुलाना चाहता था, लेकिन उसका पिता माधौसिंह इसके लिए तैयार नहीं था। बात जब घर में नहीं सुलझी और मामला बहुत बढ़ गया तो उसे सुलझाने के लिए पंचायत बैठी। लेकिन यहां भी पिता-पुत्र में खुलेआम तकरार होने लगी।

इसी दौरान बेटे कमलसिंह ने अपने पिता माधौसिंह की बात को मानने से इंकार कर दिया। यह बात माधौसिंह को इतनी नागवार गुजरी कि उसने अपना आपा खो दिया और भरी पंचायत मंे अपने बेटे को गोली मार दी। बेटे कमलसिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद पंचायत में अफरा-तफरी मच गई और लोग वहां से भाग खड़े हुए। आरोपी पिता भी फरार हो गया।
 

प्रेमी से करवाई पूर्व पति की हत्या
 

भोपाल.रिश्तों के कलंकित होने की एक और दास्तान सामने आई है। तीन माह पहले आचार्य नरेंद्र देव नगर निवासी मुकेश साहू की हत्या हो गई थी, लेकिन पुलिस इस मामले की तह तक नहीं पहुंच पा रही थी। अब जब इस कत्ल की गुत्थी सुलझी तो यह बात सामने आई है कि मुकेश की हत्या उसकी तलाकशुदा पत्नी ने अपने प्रेमी से करवाई।
 

मुकेश की शादी सरिता से हुई थी,लेकिन सरिता ने उसे छोड़ पूर्व प्रेमी धर्मेद्र से शादी कर ली। मुकेश का इसी बात को लेकर धर्मेद्र से विवाद होता रहता था। १६ मार्च को सुबह जब मुकेश दफ्तर के लिए निकला तो धर्मेद्र ने उसे सुभाष नगर के पास रोका और फिर पठार पर ले जाकर अपने एक दोस्त के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।

अजमेर जेल में बंद वैज्ञानिक पर पाक सरकार तलब


अजमेर जेल में बंद वैज्ञानिक पर पाक सरकार तलब पाक नागरिक डॉ. चिश्ती की रिहाई के लिए जुटे शांतिप्रेमी

अजमेर. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पाक सरकार से पूछा है कि भारत की जेल में कैद वैज्ञानिक खलील चिश्ती को रिहा करवाने के लिए वह क्या कोशिश कर रही है। चिश्ती 78 साल के हैं और हत्या के आरोप में करीब 20 साल से राजस्थान की अजमेर जेल में बंद हैं। उन्हें पिछले साल उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।

खलील चिश्ती की बेटी शोआ जावेद, ऑल पाकिस्तान वीमेंस एसोसिएशन तथा लीगल एड कॉल सेंटर की ओर से प्रसिद्ध वकील सैयद इकबाल हैदर ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने कोर्ट से चिश्ती को रिहा करवाने के लिए सरकार को राजनयिक कोशिशें करने के आदेश देने का आग्रह किया है। चीफ जस्टिस इफ्तिखार चौधरी की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच ने मामले की सुनवाई के बाद पाकिस्तान के गृह और विदेश मंत्रालयों के सचिवों से इस संबंध में 15 जून तक जवाब मांगा है।

क्या है मांग?: भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व राजस्थान के राज्यपाल से खलील चिश्ती की सजा पूरी होने के बाद रिहाई व पाक भेजे जाने का आग्रह किया जाए।

भारतीय सुप्रीम कोर्ट का जिक्र: याचिकाकर्ताओं ने भारतीय सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का हवाला दिया है जो उसने गोपाल दास को पाक की जेल से रिहा करवाने के बारे में दिया था। गोपाल दास को इसी साल भारत भेज दिया गया है।

कौन है चिश्ती?: खलील चिश्ती 78 साल के हैं। उन्होंने स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से पीएचडी की है। लंदन विश्वविद्यालय से जीवविज्ञान में डिग्री ली है। चिश्ती कराची, सऊदी अरब, नाइजीरिया तथा ईरान के विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर रह चुके हैं। चिश्ती अपनी बीमार मां को देखने 1992 में अजमेर आए थे। कुछ रिश्तेदारों से विवाद के बाद उन्हें हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के अनुसार चिश्ती पर लगाए गए आरोप गलत हैं। चिश्ती को पिछले साल जिला अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। फिलहाल चिश्ती कूल्हे में फ्रैक्चर तथा बीमारी के कारण चल-फिर भी नहीं सकते।

मोहब्बतनगर में बंदरों का आतंक


मोहब्बतनगर में बंदरों का आतंक
सिरोही
मोहब्बतनगर गांव में पिछले सात दिनों से बंदर का आतंक छा गया है। बंदर ने अब तक दो लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल बालिका को गुजरात रेफर किया गया। 

मोहब्बतनगर गांव में एक बार फिर आतंकी बंदर के सक्रिय होने से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। बंदर ने पांच दिन पहले घर की छत पर सो रही पिंकी पुत्री पवनाराम माली पर हमला कर दिया। उसने बालिका के दोनों हाथ, मुंह व पैर पर काट खाया। बालिका के चिल्लाने की आवाज को सुनकर पहुंचे परिजनों ने मुश्किल से बंदर को भगाया। गंभीर रूप से घायल बालिका को गुजरात रेफर किया गया। सोमवार को सुबह छत पर सो रहे कसना राम पुत्र वणा राम रेबारी पर भी बंदर ने हमला बोल दिया और युवक को काटने लगा। घायल युवक की आवाज को सुनकर पहुंचे लोगों ने बंदर को भगा दिया तथा युवक को अस्पताल ले गए। पिछले सात दिनों से बंदर लोगों पर हमले कर रहा हैं। इससे लोगों में खौफ पैदा हो गया है। इन दिनों लोगों ने छत पर सोना तक छोड़ दिया है, लेकिन विभाग मानो अब तक नींद से नहीं जागा है।मोहब्बतनगर गांव में पिछले सात दिनों से बंदर का आतंक छा गया है। बंदर ने अब तक दो लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल बालिका को गुजरात रेफर किया गया। 

मारवाड़ का गांधी कौन सवाल के दिए गए ऑप्शंस पर जैसलमेर में विरोध,मुख्यमंत्री का पुतला फूंका


मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
मारवाड़ का गांधी कौन सवाल के दिए गए ऑप्शंस पर जैसलमेर में विरोध
जैसलमेर बीएसटीसी परीक्षा में मारवाड़ का गांधी कौन सवाल के दिए गए ऑप्शंस पर जैसलमेर में विरोध जारी है।एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को हनुमान चौराहा पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंक राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। 
भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के जिला संयोजक कंवराजसिंह चौहान ने बताया कि जब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं होगी तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। बुधवार को हनुमान चौराहा पर मानव शृंखला बनाकर विरोध जताया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सम्मान करते हैं वेइस विरोध प्रदर्शन में अपना सहयोग दें। एबीवीपी के संयोजक लालूसिंह सोढ़ा ने कहा कि पूछे गए सवाल के उत्तर में दिए गए आप्शंस ओछी मानसिकता के परिचायक हैं। भ्रष्टाचार विरोधी युवा संगठन के संयोजक कंवराजसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने अपने गुणगान के लिए राष्ट्रपिता के सम्मान को भुला दिया। युवा नेता सवाईसिंह देवड़ा, छात्र नेता विक्रम राजपुरोहित ने कहा कि विद्यार्थियों को कांग्रेस का गुणगान करने पर मजबूर किया जा रहा है। इस अवसर पर केसरसिंह, मदनसिंह राजमथाई, ललित गांधी, शेखर बोरावट, रावलसिंह, गोपालसिंह, दीपक शर्मा, निर्मल पुरोहित, नरेन्द्रसिंह, भैरूसिंह, पवन वैष्णव, चंदनसिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।