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बुधवार, 26 जनवरी 2011

मानवता के लिए सर्वस्व न्योछावर करें'








मानवता के लिए सर्वस्व न्योछावर करें' 

बाड़मेर। आज राष्ट्र की विकट समस्याओं के समाधान के लिए क्षत्रिय चरित्र की महत्ती आवश्यकता है। अपने कर्तव्य के लिए मर मिटने का भाव, मानवता के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने की चेतना और राष्ट्रीय चरित्र निर्माण यही स्व.तनसिंह के जीवन का मिशन था।  आज इसी की भारत को आवश्यकता है। यह बात तनसिंह जयंती समारोह को संबोघित करते हुए समारोह के मुख्य वक्ता एवं संघ प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कही।
 रोलसाहबसर ने राष्ट्र हित में बिना जाति पंथ व भेद के राष्ट्र रक्षा के लिए क्षत्रिय बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि तनसिंह जैसे महापुरूष राष्ट्र की थाति है। यह मालाणी की धरती गौरवशाली है, जिस पर ऎसे महान पुरूष का जन्म हुआ। कार्यक्रम को संबोघित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघचालक पुखराज गुप्ता ने कहा कि हमे गर्व है कि तनसिंह जैसे चिंतक, लेखक व मनीषी का इस धरती पर जन्म हुआ और उनका मार्गदर्शन मिला। एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ ने तनसिंह को आदर्श राजनेता बताते हुए उन्हें सादगी व आध्यात्मिकता की अद्भुत मिसाल बताया।
 कार्यक्रम को संबोघित करते हुए बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि तनसिंह ने सामान्य परिस्थितियों से संघर्ष करके देश व समाज को राजनीति व चिंतन के माध्यम से अपूर्व योगदान दिया। बाड़मेर के पूर्व विधायक तगाराम चौधरी ने तनसिंह को बाड़मेर जिले का महान सपूत बताते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। शिव के पूर्व विधायक डा. जालमसिंह रावलोत ने तनसिंह और उनके दर्शन को राष्ट्रीय जरूरत बताते हुए युवा पीढ़ी से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। एडवोकेट रूपसिंह चौहटन ने तनसिंह के साथ अपने संस्मरण बताते हुए उन्हें सफल आंदोलनकर्ता व सफल नेता बताया।
केप्टन हीरसिंह भाटी ने कहा आज देश को बचाना है तो तनसिंह के बताए रास्ते पर चलना पड़ेगा। कार्यक्रम को अरूणा माडपुरा, राज्यलक्ष्मी लूणू ने भी संबोघित किया। इस अवसर पर मेघूदान चारण ने काव्यपाठ किया। वहीं कालूसिंह गंगासरा ने तनसिंह के सहगीत प्रस्तुत किए