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सोमवार, 21 फ़रवरी 2011

राजस्थानी भाषा री मान्यता सारू महामहिम राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन जन भावना और सहयोग के साथ ज्ञापन भेजेगे महामहिम कोगौरव



राजस्थानी भाषा री मान्यता सारू महामहिम राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
जन भावना और सहयोग के साथ ज्ञापन भेजेगे महामहिम कोगौरव
बाड़मेर। कृष्णा संस्था, संकल्प एज्यूकेशनल एण्ड सोशियल डवलपमेन्ट सोसायटी तथा गु्रप फोर पीपुल्स के तत्वाधान में राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा मातृभाषा दिवस पर राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग लेकर कमलसिंह महेचा के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर गौरव गोयल को ज्ञापन सुपुर्द किया। ज्ञापन देने थारवासियों का हुजुम उमड़ पड़ा। राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति क तत्वाधान में जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन मे ंलिखा है कि राजस्थान रा 13 करोड़ लोग लारला 63 सालां सूं आपरी मायड़ भाषा राजस्थानी नै संविधान री आठ अनुसूची मेँ भेळण री मांग करता आय रै'या है अनै हाल आंदोलन रै गेड़ मेँ है ।
आपणी मायड भाषा राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में भेळण सारू राजस्थान में चाल रैयै आंदोलन सूं आप आच्छी तरियां परिचित हो ! आप राजस्थान में इण पैटै जगरुकता रा पड़तख गवाह भी हो !राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में नीं भेळण सूं होवण आळा घाटा भी आप सूं छाना नीं है ! आज आखो राजस्थान आपणी मायड भाषा राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में नीं भेळण रै दुख सूं कितरो दुखी है-आ बात भी आप सूं छानी नीं है ! पूरै देश रा टाबर आपरी मायड भाषा में शिक्षा ले रैया है पण राजस्थान रा टाबर कित्ता निरभागी है कै दुनियां री ऐक लूंठी भाषा रा मालक होंवता थकां परभाषा में प्राथमिक शिक्षा लेवण नै मज़बूर है ! अब "नि:शुल्क एवम अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा अधिनियम" रै आयां तो ओ और भी लाजमी होग्यो कै राजस्थान रा टाबर भी आपरी मायड़ भाषा राजस्थानी में प्राथमिक शिक्षा लेवै ! पण लेवै तो कीयां लेवै ? हाल आपणी मायड़ भाषा राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में नीं भेळीजी है ! आप तो जाणो ई हो कै इण बिना आ बिद नीं बैठै सा ! आप सूं आपरी मायड़ भाषा राजस्थानी आस राखै कै आप उण री आन-बान-स्यान सारू खेचळ जरूर करस्यो । आपरै छेतर  रा लोग भी आस राखै कै आप उणां नै उणां री ज़ुबान दिरावस्यो ! आप नै ध्यान ई है कै राजस्थान विधान सभा सूं मानजोग अशोक जी गहलोत सा राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में भेळण रो प्रस्ताव सर्वसम्मति सूं पारित कर लोकसभा में पारित करण सारू केन्द्र सरकार नै भेजियो हो । बो प्रस्ताव बठै लारला सात बरस सूं रुळै है !
आप सूं अरज़ है कै आप मानजोग प्रधानमंत्री जी अर गुहमंत्री जी सूं मिल परा बेगै सूं बेगो राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में भेळण सारू संविधान संषोधन विधेयक ल्यावण री ताकीद करो सा !
राजस्थानी नै संविधान री आठवीं अनुसूची में भेळीज्यां आपरो जस सवायो अनै ऊजळो होसी सा राजस्थान री विधान सभा खानी सूं राजस्थानी भाषा नै आठवीँ अनुसूची मेँ भेळण रो संकळप प्रस्ताव ध्वनिमत सूं पास कर परा संसद मेँ पास करण सारु केन्द्र सरकार नै 8 बरस पै'ली खिंदा राखियो है पण केन्द्र सरकार इण पेटै जरूरी संविधान संशोधन विधेयक नीँ ल्याय'र 13 करोड़ राजस्थान्यां रो अपमान कर रै'ई है । आप सूं अरज है कै आप महामहिम रै नाते संघ सरकार नै ओ जरूरी संविधान संशोधन विधेयक संसद रै इणीज सत्र ल्यावण सारु कैय'र राजस्थान्यां नै बां री मायड़ भाषा बख्सावण री किरपा कराओ सा !


ज्ञापन लेकर जिला कलेक्टर गोरव गोयल ने आश्वस्त किया कि जनभावना अनुरूप पूर्ण सहयोग के साथ ज्ञापन महामहिम को प्रेषित किया जाएगा। उन्होने कहा कि जन भावना का पूर्ण आदर होगा। ज्ञापन देने में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मेजर पर्बतसिंह, लक्ष्मण वडेरा, समिति संयोजक, रिड़मलसिंह दांता, चन्दनसिह भाटी, पार्षद सुरतानसिह देवड़ा, संकल्प संस्था के सचिव विजय कुमार, सांगसिंह लूणू, मांगूसिंह राठौड़, लक्ष्मीनारायण जोशी, दुर्जनसिंह गुडीसर, रहमान खां, कबुल खां, मुस्लिम इंतजामिया कमेमटी के सदर असरफ अली, इन्द्रप्रकाश पुरोहित, बाबुसिह, सरपंच बलवन्तसिह भाटी, भलदान चारण सुरा, रामसिंह बोथिया, दिलावर शेख, मोटाराम चौधरी सरपंच विशाला आगौर, देरासर सरपंच उम्मेदअली राजड़, राणीगांव सरपंच उगमसिह सहित सैकड़ो की तादात में राजस्थानी भाषा प्रेमी साथ थे।