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गुरुवार, 3 जनवरी 2019

*बाडमेर जसवंत सिंह के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन,चित्रा मानवेन्द्र सिंह पहुंची शिविर में* *वसुंधरा राजे को उखाड़ फेंका,अब लोकसभा जीतेंगे*

*बाडमेर जसवंत सिंह के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन,चित्रा मानवेन्द्र सिंह पहुंची शिविर में*

*वसुंधरा राजे को उखाड़ फेंका,अब लोकसभा जीतेंगे*

बाडमेर पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के 81 वे जन्म दिवस पर स्वाभिमान समर्थकों द्वारा राजकीय अस्पताल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया।शिविर का उद्घाटन चित्रा मानवेन्द्र  सिंह ने किया बाद में उन्होंने रक्तदान कर रहे युवाओ की हौसला अफजाई की। उन्होंने बताया कि जनता का असीम प्रेम उनके परिवार के प्रति है।सब परिवार के सदस्य है।।जसवंत सिंह जी के जन्मदिवस पर बाडमेर,जेसलमेर,झालावाड़,शेरगढ़ ,अजमेर ,बालोतरा सहित कई स्थानों पर बिभिन आययोजन रखे गए।।उन्होंने कहा कि उनके साथ जुड़े सभी स्वाभिमानियो का आभार।।इतन स्नेह और आदर देते है।।उन्होंने कहा कि स्वाभिमान की जंग जारी है लोकसभा में भी जारी रहेगी।।लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।।विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे को उखाड़ फेंकने का संकल्प पूरा किया स्वाभिमान सेना ने।।उन्होंने कहा कि वो खुद चुनाव नही लड़ेगी।मानवेन्द्र सिंह जी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।इस अवसर पर रावत त्रिभुवन सिंह भी उपस्थित थे।

गुरुवार, 8 मई 2014

हथाई। ……। भीतरघात क शिकार हुई भाजपा बाड़मेर में ,लहर के भरोसे जीत के कयास




हथाई। ……।  भीतरघात क शिकार हुई भाजपा बाड़मेर में ,लहर के भरोसे जीत के कयास

बाड़मेर सरहदी लोक सभा क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर मे असलि और नकली भजपा कि लड़ाई क क़िस्से सोलाह मइ को खतम होगा। बाड़मेर जैसलमेर की जनता ने किसे असली भजपा और किसे नकली भजपा मान यह तय होगा। अलबत्ता चुनाव परिणाम से पहले भाजपाई यह मन रहे हैं कि जसवंत सिंह सित नीकाल रहे हं तो भजपा प्रत्याशि कर्नल सोनाराम समर्थक यह मान रहे हैं कि जाट मतदाताओ के एक मुष्ट और मोड़ी लहर से उनकि जीत होंगी। भाजपा से निष्काषित निर्दलीय जसवंत सिंह समर्थको क मनन ह कि जसवंत सिंघ को पेंतीस कौम से भरपुर वोट मिले जो उनकि बडी जीट क ईशारा हेन। जसवंत सिंह को भाजपा कि भीतरघात क जोरदार फयडा मिल्ने कि संभावनाए बताई जा रही हैं वही भाजपा के भीतरघात से भाजपा प्रत्यासी कर्नल सोनाराम को नुक्सान कि संभावनाए बताई जा रही हैं। राजीनीतिक विश्लेषकों का मनन ह कि निर्दलीय का पलड़ा भारी हैं क्यूंकी उन्हे मुस्लिम मतदाताओं सहित अनुसूचित जाति जन जति ,मॉली ,कुम्हार ,जैन ,रवारी ,विश्नोइ ,राजपूत ,दर्ज़ी ,ब्रह्मण मतदाताओ क खुला साथ मिला वाहि भजपा के वॉट भि उनकी खाते मे गये ,कर्नल सोनाराम को भाजपा के तीस फीसदी वोट मिलने कि सम्भावना ह। कांग्रेस प्रत्यासी हरीश चौधरी अपनी ज़मानत बच ले गनीमत होंगी ,जसवंत सिंह और वसुंधरा राजे के बीच यह चुनाव था। वसुंधरा राजे ने अपना सियासी जोर आजमाइश जसवंत सिंह को हराने मे कि। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित करीब सव सौ नेताओ और मंत्रीयो क बाड़मेर मे जमावडा रह। .

 
अनावश्यक नेता जमावड़े के करन भि कर्नल को नुक्सान हुआ। भाजपा के स्थानीय नेताओ को इन नेताओ कि आवभगत से फ़ुरसत नहि मिलति कि चुनव प्रचार करे। करनाल को हराने के लिये कांग्रेस के छोटे बड़े नेता सहित पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आजमाइश करके गये। अशोक गहलोत इशारो ही इशारों मे अपने को कांग्रेस उम्मीद्वार को जाट मतदाताओ द्वारा वोट नहि देने कि सताती मे जसवंत सह्योग करने क कह गये थे जीसका हि असर था कि कॉंग्रेस्स के कई नेता जसवंत सिंह के साथ खड़े थे वाही भाजपा के नेता अन्दर हि अन्दर जसवंत को मदद कर थे। इधर अपने भरोसे के मंत्री बाड़मेर कर्नल सोनाराम के सहयोग के लिये भेजे उनमे से अधिकाँश ने कर्नल को सहयोग देने मे रुचि नहि दिखाई , गजेन्द्र सिंह खींवसर ,वासुदेव देवनानी ,गुलाब चन्द कटारिया ,सुरेन्द्र गोयल ,किशन राम नांई ,यूनस खान ,जनार्दन सिंह गेहलोत सहित कई नाम हे जो खाना पूर्ति पूरती करते नज़र आये। सौलह मई को परिणाम आने ह जिला प्रषासन तणाव मे हैन सूरक्षा के व्यपक बंदोबस्त किये हैं। ताकि जिले का बिगड़े

सोमवार, 14 अप्रैल 2014

जसवंत सिंह की आंधी आने वाली हैं शगुन ऐसे हैं

जसवंत सिंह की आंधी आने वाली हैं शगुन ऐसे हैं
बाड़मेर पूर्व विदेश मंत्री और संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में उनकी पुत्र वधु चित्रा सिंह ने सोमवार को धोरीमना क्षेत्र के दर्जनो गाँवों का दौर कर जसवंत सिंह के लिए समर्थन माँगा। चित्रा सिंह ने सोमवार को उण्डखा ,मीठड़ा ,मांगता ,नेडी नाड़ी ,कोजा ,भारथे की , राणासर ,खारी ,अरणियाली ,सदा बेरी ,में सभाओ को सम्बोधित करते हुए कहा की बाड़मेर की जसवंत सिंह को जो समर्थन दिया उससे साफ़ लगता हैं की जसवंत सिंह के आंधी मतपेटियों में बंद होने वाली हैं ,जनता अपना मानस बना चुकी हैं ,उन्होंने कहा की राज्य सरकार जसवंत सिंह को रोकने के लिए भाजपा के नेताओ और मंत्रियो की फौज बाड़मेर जैसलमेर में तैनात कर दी इसके बावजूद बाड़मेर जैसलमेर की जनता की भावना जसवंत सिंह के प्रति काम नहीं कर पाये ,उन्होंने कहा की वसुंधरा राजे जितना दबाव जसवंत सिंह के समर्थको पर बना रही हैं कार्यकर्ता और दृढ होते जा रहे हैं ,उन्होंने कहा की कार्यकर्ता पार्टी की हैं ,शरीर में से जान निकाल दो क्या बचेगा ,यह स्थति भाजपा की हो गयी हैं ,उन्होंने आह्वान किया की सतरह अप्रैल को टॉर्च बैटरी पर बटन दबा कर जसवंत सिंह को भारी मतों से विजयी बनाये। उण्डखा सभा को सम्बोधित करते हुए कैप्टन हीर सिंह भाटी ने कहा की जसवंत सिंह के प्रति जज्बा पैदा हो गया हैं। जसवंत लहर आंधी में बदल गयी हैं ,गाँव गाँव ढाणी ढाणी जसवंत सिंह को समर्थनमिल रहा हैं। उन्होंने कहा की जसवंत सिंह इस धरा में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने जा रहे हैं। आप लोग मतदान के लिए जरूर जाए। उन्होंने कहा की जातिगत भवन से ऊपर उठकर जसवंत सिंह को विजयी। बने इस अवसर पर रिडमल सिंह दांता ,प्रेम सिंह ,हरी सिंह सहित छत्तीस कौम के लोग उपस्थित थे

चित्रा सिंह ने शहर में माँगा समर्थन
बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने बाड़मेर शहर के दान जी की होदी ,आचार्यो का वास , मंदिर हिंगलाज के पास ,और तन सिंह चौराहा के पास बड़ी सभाओ को सम्बोधित करते हुए जसवंत सिंह के लिए समर्थन माँगा ,चित्रा सिंह ने आम मतदाताओ को भरोसा दिलाया की जसोल परिवार आपकी सेवा में तत्पर रहेगा।

foto..बाड़मेर की जनता का जसवंत को सलाम ,रोड शो में जसवंत सिंह के साथ उमड़ा जान सैलाब











foto..बाड़मेर की जनता का जसवंत को सलाम ,रोड शो में जसवंत सिंह के साथ उमड़ा जान सैलाब

बाड़मेर पूर्व विदेश मंत्री और निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के सोमवार शाम आयोजित रोड शो में उमड़े जन सैलाब ने जसवंत सिंह को सलाम किया। सोमवार शाम पांच बजे जसवंत सिंह ने अम्बेडकर चौराहा पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पहार चढ़ा कर श्र्रदांजली अर्पित कर महावीर सर्किल पर रोड शो के लिए पहुंचे। महावीर सर्किल पर जसवंत सिंह के हज़ारो की संख्या में समर्थक पीत पताका लेकर स्वागत के लिए उमड़ पड़े। जसवंत सिंह के समर्थन में रोड शो में बड़ी संख्या में समर्थको के चलते सडको पर पाँव रखने की जगह नहीं बची ,जसवंत सिंह ने महावीर सर्किल से अपना रोड शो बाड़मेर की पावन धरा को नमन कर शुरू किया ,जसवंत सिंह के समर्थक जोश के साथ नारे लगा पीत पताकाए फहरा रहे थे। जसवंत सिंह महावीर सर्किल पर जसवंत सिंह का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया ,जसवंत सिंह के लिए खास तोर से रथ तैयारकिया गया जिसमे होकर जसवंत सिंह आम जनता का अभिवादन कर वोट की अपील कर रहे थे ,मांगणियार लोक खान के गए लोक गीत जसवंत महिमा ने पुरे वातावरण को जसवंत मय कर दिया । बाड़मेर शहर में पहली बार ऐतिहासिक रोड शो ने विरोधियो के माथे पर चिंता की लकीरे पैदा कर दी। जसवंत सिंह के समर्थन में युवाओ का जोश और उत्साह देखते बनता था। युवा जोशीले नारे लगा रहे थे। जसवंत सिंह का बाड़मेर की जनता ने जगह जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया ,जसवंत के स्वागत में बाड़मेर की जनता हाथो में मालाये लेकर जनता कतार बध खड़ी ,जनता ने जसवंत सिंह का भव्य स्वागत कर समर्थन दिया ,जसवंत सिंह रोड शो में भरी भीड़ देख गदगद हो रहे थे ,ग्रामीण अंचलो से शहरी क्षेत्र लोग हज़ारो की समर्थक उपस्थित थे। जसवंत का रोड शो ढाणी बाज़ार ,पीपली चौक ,लक्ष्मी बाज़ार ,सब्जी मंडी ,गांधी चौक ,अहिंसा चौरहा ,हॉस्पिटल रोड , राय कॉलोनी ,और तन सिंह सर्किल तक चला ,विभिन समाजो और व्यापर वर्ग के संघठनो ने जसवंत सिंह का भव्य स्वागत किया ,

शुक्रवार, 11 अप्रैल 2014

जसवंत सिंह ने तोड़ी चुपी कहा अटल जी थे बहुत दुखी ,

कांग्रेस ने वाजपेयी के बहाने नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना पर जसवंत सिंह ने तोड़ी चुपी कहा अटल जी थे बहुत दुखी ,

बाड़मेर अटल जी के इस्तीपे जसवंत सिंह ने कहा ऐसे कई बातो का मै गवाह हु लेकिन इस बात का खुलास करने का यह सही समय नहीं है
चुनावी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की सराहना करते हुए सवाल किया कि भाजपा के सबसे दिग्गज नेता गुजरात दंगों के परिप्रेक्ष्य में जिस व्यक्ति को हटाना चाहते थे, वह भाजपा के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कैसे हो सकता है।वाजपेयी ने उस समय मनाली में कहा था कि कुछ लोग उन्हें (मोदी को) हटाना चाहते हैं और मैं भी वही राय रखता हूं। कांग्रेस ने कहा कि जसवंत सिंह ने इसकी पुष्टि की जो राजग सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। सिंह ने कहा था कि वाजपेयी ने यहां तक धमकी दे डाली थी कि भाजपा यदि मोदी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती तो वह इस्तीफा दे देंगे। इस पुरे मामले के आज सामने आने के बाद भाजपा से निष्कासित वरिष्ठ नेता ने जसवंत सिंह ने सनसनी खेज बयान देते हुए इस बात की पुष्टि कर दी है कि अटल जी गुजरात देंगे में मोदी की भूमिका को लेकर से बहुत दुखी थे इस बात का जिक्र अटल जी ने मुझसे कई बार किया था लेकिन उस समय पार्टी का मिजाज कुछ और था जहा तक अटल जी के इस्तीफे की बात है तो ऐसे कई बातो का मै गवाह हु लेकिन इस बात का खुलास करने का यह सही समय नहीं है
बाईट ,… जसवंत सिंह ,भाजपा के वरिष्ठ निष्काषित नेता

जसवंत सिंह ने कहा जनता के साथ खड़ा रहूँगा सुख दुःख में





जसवंत सिंह ने कहा जनता के साथ खड़ा रहूँगा सुख दुःख में

विशाला में उमड़ा जन सैलाब ,

बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र बाड़मेर से निर्दलीय प्रत्यासी पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने कहा की बाड़मेर की जनता का मैं ऋणी हो गया हूँ आपने जो मान सम्मान और इज़्ज़त बक्शी आपका तहे दिल से शुक्र गुजार हूँ। जसवंत सिंह बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के गंवाई कसबे विशाला में बड़ी सभा को सम्बोधित कर रहे थे। जसवंत सिंह को को सुनाने उनके समर्थक हज़ारों की तादाद में विशाला पहुंचे। सभा में पहुंचे लोग उत्साह से लबरेज थे ,जसवंत सिंह के विशाला पहुँचाने पर जसवंत सिंह का लोगो ने इक्यावन किलो के पुष्पहार पहना कर स्वागत किया ,विशाला की और से सरपंच बलवंत सिंह भाटी ने साफा पहनकर इस्तकबाल किया। जसवंत सिंह सभा में समर्थको की उपस्थिति देखा काफी खुश लग रहे थे। जसवंत सिंह ने भादरेश और चुली में भी सभाओं को सम्बोधित किया
सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा की पार्टी ने मेरा दमन जरूर छोड़ा मगर मेरे लोगो ने जिस तरह मेरा साथ दिया मैं नतमस्तक हूँ। उन्होंने कहा की राज्य की मुखिया महारानी अब मेरे परिवार के पीछे पड़ी हैं ,मेरे कार्यकर्ताओ को परेशान किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा की संकट की घडी हैं हिम्मत मत हराना। आपका उत्साह मेरा हौंसला बढ़ता हैं। यह उत्साह सतरह अप्रैल तक बने रखे। उन्होंने कहा की मैं आपके सुख दुःख का भागिदार हूँ। आपकी सेवा में खड़ा रहूंगा। जसवंत सिंह अपने भाषण के दौरान भावुक हो गए ,उन्होंने स्पष्ट कहा की आप मुझे दिल्ली जीता कर भेज दो बाकी मैं कर लूंगा। जसवंत सिंह ने कहा की आपकी समस्याओं से मैं वाकिफ हूँ ,क्षेत्र के विकास का वादा करता हूँ। उन्होंने कहा की भाजपा ने जो किया आपको पता हैं ,उनके द्वारा किये अपमान का चुकारा करणा जरुरी हैं। जसवंत सिंह ने कहा की यह मेरा इस क्षेत्र से पहला और अंतिम चुनाव हैं। आपके विशवास का कायल हूँ। आप मेरे पर भरोसा रखे। सभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य स्वरुप सिंह राठोड ने कहा की भाजपा की नीति और नियत में फर्क आ गया हैं ,उन्होंने कहा की जिस व्यक्ति ने अपनी पूरी उम्र भाजपा को उसके साथ सही नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया की सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग हो रहा वाही कार्यकर्ताओ पर दबाव बनाया जा रहा हैं ,उन्होंने कहा की सरकार ने जसवंत सिंह के लिए पूरी सरकार यही बिठा दी हैं। मगर वो जनता को कैसे रोकेंगे जिनके दिलो में जसवंत सिंह बस्ते हैं। सभा को युसूफ खान शेर अली ,बलराम प्रजापत ,राम सिंह बोथिया ,रिडमल सिंह दांता ,अशरफ अली ,तेजदां चारण,सहित कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर मौलवी हनीफ गड़ीसर ,दुरजन सिंह ,हत्थे सिंह ,हिन्दू सिंह ,गौतम चंद जैन ,मोहिब खान ,हाजी रहमतुल्लाह ,अर्जुन प्रजापत सहित सेकड़ो जसवंत समर्थक उपस्थित थे।

जसवंत सिंह के प्रचार में महिला सेना उतरी

जसवंत सिंह के प्रचार में महिला सेना उतरी

बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी पूर्व विदेश मंत्री के समर्थन में शुक्रवार को महिला समर्थको ने प्रचार की संभाल ली ,करनी महिला मंडल , इंद्रा कोलानी के नेतृत्व में महिलाओ ने जसवंत सिह के समर्थन में प्रचार रैली निकाल आम जन से जसवंत सिंह के लिए समर्थन माँगा। किया ।जसवंत सिंह के समर्थन में इंदिरा कॉलोनी ,पुलिस लाइन ,स्टेशन रोड ,विवेकानंद चौराहा ,गांधी चौराहा ,सहित विभिन मार्गो से रैली निकाल जसवंत के समर्थन में नारे लगा वोट देने की अपील की।

उनके साथ महिला मडल अध्यक्ष सायर कंवर चारण ,छात्रा सघ अध्य्क्ष सोनु सिंह राठोड चुली , बबरी देवी ,पूनम बचिया ,शांति देवी ,जिमा देवी ,उगम कंवर ,हवा देवी ,पेमी देवी ,रानी देवी ,समदा देवी ,सुमन बचिया ,चेन कंवर भाटी सहित सेकड़ो महिला समर्थक रैली में उपस्थित थे।

जसवंत सिंह को ऊंठ पर बिठाकर सभा तक ले गए समर्थक

जसवंत सिंह को क्षेत्र की जनता ने लाड लड़ाया ,विशाला में उम्दा अपर जन समूह 

जसवंत सिंह को ऊंठ पर बिठाकर सभा तक ले गए समर्थक 


बाड़मेर पूर्व वित्त विदेश मंत्री और बाड़मेर जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह को बाड़मेर की जनता का अपार समर्थन मिल रहा हैं ,बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के देहाती कसबे विशाला में शुक्रवार को जसवंत सिंह के समर्थन में राखी आम सभा में उमड़ी अपार जान समूह ने लाड़ कोड से जसवंत सिंह का स्वागत किया ,अपर जान समूह ने जसवंत सिंह को रेगिस्तान के जहाज ऊँठ पर बिठाकर उन्हें ससम्मान सभा स्थल तक ले आये ,इसी बीच जसवंत सिंह के समर्थन में नारे गुंजायमान हो गए। लोगो ने जोश और उत्साह के साथ जसवंत सिंह का इस्तकबाल किया। सभा में बड़ी तादाद में हिन्दू मुस्लिम लोग आये थे जिन्होंने जसवंत सिंह को पूर्ण समर्थन का विश्वास दिलाया। 

लोक गीतों में गूंजी जसवंत महिमा

लोक कलाकारों द्वारा गाई जसवंत महिमा की प्रचार में धूम

लोक गीतों में गूंजी जसवंत महिमा


बाड़मेर सरहदी धोरो की महकती सुबह को लोक गायको ने जसवंत महिमा से गुंजायमान कर जान जान को जसवंत के पक्ष में वोट देने की अपील की जा रही हैं। भारत पाकिस्तान की सरहद पर बेस सरहदी बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र को दुनिआ भर में चर्चा में ले आये पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह। जसवंत को भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय ताल ठोंक दी। जसवंत सिंह मालानी के ख्यातिनाम शख्शियत हैं जिन्होंने राजस्थान को नयी पहचान देश विदेश में दिलाई ,जसवंत सिंह के चुनाव मैदान में उतरने के साथ स्थानीय जनता उनके पक्ष में खुल कर आ रही हैं ,खास कर उनकी टिकट काटने के बाद उनके प्रति क्षेत्र की जनता में मान सम्मान और बढ़ा हैं ,स्थानीय अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त लोक कलाकार गायक मांगनियारो ने जसवंत सिंह की जीवनी को वो महाराणा प्रताप कठे की तर्ज पर वो मालानी रो सपूत कठे। .... लोक गीत की रचना कर आम जान को प्रभावित कर दिया। गेहूं गाँव के मांगणियार लोक गायक जामत खान ने ओ मालानी रो सपूत कठे ,जसवंत सिंह जसोल जठै गाकर जसवंत सिंह के व्यक्तित्व को नई उंचाईंया दी। इस गीत ने पश्चिमी राजस्थान में धूम मचा दी हैं। आज बाड़मेर जैसलमेर जोधपुर पाली सहित हर जिले के गाँव गाँव ढाणी ढाणी ,गली गली गीत गूंज रहा हैं वाही सड़क पर चलने वाला प्रत्येक वाहन में जसवंत महिमा बज रही हैं।लोक गायक जामत खान ने बताया की जसवंत सिंह मालानी की धरती के सपूत हैं लोगो के दिलो में बस्ते हैं ,उन्हें जब से भाजपा से चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की थी तभी हमने इस गीत की रचना की तयारी कर दी थी ,जब उनका टिकट कटा को दिल को बहुत पीड़ा हुई ,हमारे गाँव में जब जसवंत सिंह की पुत्र वधु चित्रा सिंह जी की आन सभा हुई तब हमने इसको पहली बार लोगो के बीच अपने ह्रदय की अंतरात्मा की गहराईयो से गाया। सभा में आये जसवंत समर्थको ने इसे मोबाइल रिकॉर्डिंग कर फेसबुक और वाट्स अप में दाल दिया ,यह गीत रातो रात प्रसिद्धि पा गया। बाद में इसकी जोधपुर में विधिवत रिकॉर्डिंग कराई जिसे जसवंत सिंह ने खुद जनता को समर्पित की। उन्होंने कहा की इस गीत ने मुझे नै उंचाईयां दे दी

जसवंत सिंह ने थ्री डी प्रचार रथ को हरी झंडी दिखा रवाना किया

जसवंत सिंह ने थ्री डी प्रचार रथ को हरी झंडी दिखा रवाना किया 


बाड़मेर पूर्व विदेश मंत्री और निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह ने अपने हाई टेक प्रचार थ्री डी के रथ को बाड़मेर रेल वे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर ग्रामीण इलाको के लिए रवाना किया। जसवंत युवा आर्मी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी तादाद में उपस्थित थे। जसवंत सिंह ने शुक्रवार प्रातः ग्यारह बजे अपने हाई टेक प्रचार का आगाज़ किया। इस थ्री डी प्रचार में जसवंत सिंह के राजनैतिक,शैक्षणिक ,सामाजिक व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया हैं वाही अंतराष्ट्रीय स्तर के नेताओ द्वारा जसवंत सिंह के सन्दर्भ में दिए बयानों को प्रमुखता से उल्लेखित किया हैं ,इसमें जसवंत सिंह के राजनितिक कद को प्रमुखता से उभार हैं। जसवंत सिंह ने  मार्मिक अपील अपने मतदाताओ से की हैं। जसवंत सिंह का यह प्रचार रथ बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रो में प्रचार करेगा। इस वसर पर आवड सिंह सोढा ,इस्लाम खान बासनपीर ,नेपाल सिंह ,भाटी कैलाश मेहता ,लोकेन्द्र सिंह धीमा ,रोहित बोथरा ,सहित सेकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे 
 पढ़िए जसवंत सिंह का बाड़मेर जैसलमेर के विकास के इक्क्सी सूत्री घोषणा पत्र

बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षैत्र की उन्नती के लिए 21 सूत्री कार्यक्रम


1. सामाजिक प्रष्न: ये क्षैत्र सबसे शांत सीमान्त ईलाका है, इस ईलाके में जाति व धर्म के नाम पर सामाजिक समरसता और मेलजोल सदैव बना रहे विद्वेष व टकराव की राजनीति का जहर यहां ना घुले यह मेरी प्रथम व सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है।

2. आर्थिक प्रष्न: लिग्नाइट व तेल इस धरती का धन है जो हम निकाल कर बेचने में लगे है। निकालने व बेचने के तरीकों में स्थानीय जनहित प्राथमिकता से तय हो इन्हीं के कारण बाड़मेर में बाहर के तत्वों का आना-जाना बढेगा, बाहर के लोगों की मौजूदगी में स्थानीय लोगों के गुण और उनके आर्थिक अवसर गौण न हो व उनको हर तरह से विषेष प्राथमिकता मिले।

3. शैक्षणिक प्रष्न: बाड़मेर-जैसलमेर क्षैत्र विषाल भौगोलिक विस्तार में है यहां के विद्यार्थियों के लिए उच्च स्तरीय शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध करवाना विषेष रूप से व्यवसायिक षिक्षा के केन्द्र की स्थापना मेरी प्राथमिकता रहेगी।

4. थार एक्सप्रेस सप्ताह के बजाय प्रतिदिन चले व उसका ठहराव बाड़मेर स्टेषन पर हो जिससे सीमा पार से आने वाले हजारों हिन्दु-मुस्लिम परिवारों के रिष्तेदारों का आपसी मिलन सहजता से हो सके। बंटवारे से पैदा हुए इस दर्द को ऐसा करके हम कुछ कम कर सकेगें।

5. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 की पाबंदी पर गहराई से पुर्नविचार किया जावे।

6. विषेष वीजा आॅफिस बाड़मेर में न खोल सके तो जोधपुर में अवष्य खोला जाय ताकि यहां के लोगों को दिल्ली के दरवाजे ना खटखटाने पड़े।

7. पाक विस्थापित शरणार्थियों की नागरिकता व पुर्नवास को पूरी प्राथमिकता के साथ निपटाया जायेगा। 2004 के पश्चात नागरिकता से वंचित लोगों को तुरंत नागरिकता व नागरिकता का अधिकार जिला कलेक्टर स्तर पर दिया जावे और एक स्वायत्तषाषी निकाय इनकी षिक्षा, स्वास्थ्य व सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का काम करें इसका प्रयास मेरी ओर से होगा।

8. पेयजल एवं सिंचाई: अगर हम दो पाईप लाईन से राजस्थान नहर का पानी विभिन्न व्यवसायिक इकाईयों को दे सकते है तो क्यों नहीं राजस्थान एवं नर्मदा नहर का पानी बाड़मेर-जैसलमेर के सूखे रेगिस्तानी क्षैत्र में पेयजल एवं सिंचाई के लिए उपलब्ध हो सकता यह विषय भी मेरी चुनावी प्राथमिकता में शामिल हैं।

9. स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिकता: बाड़मेर व जैसलमेर जिला मुख्यालय पर स्थित चिकित्सा केन्द्रो में अत्याधुनिक जांच एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थापना एवं प्रत्येक ग्रामीण मुख्यालय पर महिलाओं व बच्चों के लिए विषेष ईलाज के लिए डिस्पेन्सरीयां बने यह मेरा प्रयास रहेगा।

10. उत्तरलाई हवाई अड्डे से कम से कम एक कमर्षियल फ्लाईट जो जयपुर, दिल्ली को बाड़मेर से जोड़ सके यह मेरी मंषा रहेगी।

11. रेलवे संबंधी प्राथमिकताएं: जैसलमेर-बाड़मेर का सम्पर्क सीधा गुजरात व दक्षिण भारत से जुड़ सके इसके लिए इस रूट की स्थापना के लिए मैं पूर्ण रूप से कटिबद्ध हूं तथा जो रेलें जोधपुर तक आती है उनका आगे बाड़मेर व जैसलमेर तक आना संभव हो तो इसके लिए मेरा पूरा प्रयास रहेगा।

12. पशुपालन संबंधी प्राथमिकताएं: यहां की गांयो के लिए विषेष मरूगोचर योजना एवं सीमावर्ती क्षेत्र में डेयरी व्यवसाय की स्थापना का विषेष प्रयास। रेगिस्तान के जहाज ऊंट की लुप्त होती नस्ल के संरक्षण हेतु बीकानेर की तर्ज पर यहां पर भी ऊंट अनुसंधान केन्द्र की स्थापना करना।

13. बाड़मेर व जैसलमेर के सीमावर्ती क्षैत्र के करीबन 75 गांव जो डेजर्ट नेषनल पार्क (डी एन पी) की वजह से सारी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है वहां पर सारी मूलभूत सुविधाएं बहाल हो और पार्क की वजह से जो समस्याएं पैदा हो रही है उसका निराकरण करना मेरी प्राथमिकता रहेगी।

14. परम्परागत हस्तषिल्प उद्योग (हैण्डीक्राफ्ट) के लिए बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बिक्री केन्द्र की स्थापना करना एवं चैहटन व गडरारोड़ जैसे स्थानों पर हस्तषिल्प के प्रोत्साहन की विषेष समयबद्ध योजना एवं बाखासर के रण क्षैत्र में नमक उद्योग की संभावना पर कार्य करना।

15. भेड़-बकरी जैसे पशु जिन पर यहां की अधिकांष आबादी की आर्थिक निर्भरता है उनके संवद्र्वन के लिए आधुनिक अनुसंधान केन्द्र व इन पशुओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छी चिकित्सा व्यवस्था का प्रबन्ध मेरी प्राथमिकताओं में शामिल है।

16. डोडा पोष्त की जो ठेकेदारी व्यवस्था है जिसकी वजह से यहां के डोडा पोष्त लेने वालों को काफी दुष्वारियां झेलनी पड़ती है उसको खत्म करके सीधा परमिटधारकों तक राषन व्यवस्था के माध्यम से पहुंचे।

17. पर्यटन:- जैसलमेर क्षेत्र में पर्यटन का इस तरह से विकास व प्रोत्साहन करना जिससे वहां के सांस्कृतिक वातावरण में कोई विरोधाभास न हो तथा क्षेत्र के लोगों को पर्यटन व्यवसाय से आर्थिक संबल मिले।

18. जैसलमेर व बाड़मेर के प्रमुख धर्मस्थलों के प्रबन्ध (सफाई-षुचिता) में सुधार ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो।

19. बाड़मेर क्षैत्र के कपड़ा उद्योग की समस्याओं को दूर करना एवं पर्यावरण की आवष्यकताओं का पूरा ध्यान रखते हुए इस उद्योग की उन्नती का प्रयास साथ ही इस क्षेत्र में ग्वार-गम उद्योग को प्रोत्साहन देना।

20. इन्दिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में स्थानीय भूमिहीन किसानों को प्राथमिकता से भूमि आवंटन एवं स्थानीय किसानों का हर तरह से संरक्षण हो यह मेरी मंषा रहेगी।

21. पर्यावरण सम्बन्धी:- एक निष्चित समयावधि में समूचे बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र से धीरे-धीरे प्लास्टिक थैलियों के उपयोग व दुरूपयोग बन्द हो इस दिषा में उचित कदम उठाय जायेंगें।




मेरे इस अंतिम चुनाव में मेरी जन्मभूमि के लिए इस 21 सूत्री कार्यक्रम व इसके अतिरिक्त भी अन्य जनहित व राष्ट्रहित के मुद्दे मेरी प्राथमिकताओं में सदैव की तरह रहेगें।




जसवंतसिंह



प्रत्याषी बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र

गुरुवार, 10 अप्रैल 2014

सेना पर नेताओ के बयान सही नहीं ,सेना धर्म जाती से युद्ध नहीं जीतती। । जसवंत

सेना पर नेताओ के बयान सही नहीं ,सेना धर्म जाती से युद्ध नहीं जीतती। । जसवंत 

बाड़मेर पूर्व विदेश मंत्री और निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह की पत्रकार वार्ता गुरूवार को बाड़मेर में आयोजित हुई। वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि राज्य में आपात काल जैसे हालात की याद आ रही हैं और वसुंधरा डरा धमका कर और परेशान कर सत्ता चला रही हैं। अपने विधायक पुत्र मानवेन्द्र सिंह की जमीन पर सेना के द्वारा कब्जा करने के मामले में जसवंत सिंह ने कहा कि यह राज्य सरकार की शह से किया गया हैं। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जैसलमेर के विकास के लिए वे चुनाव मैदान में हैं। वहीँ सपा नेता आज़म खान के कारगिल युद्ध के बयान पर बोलते हुए जसवंत सिंह ने कहा कि किसी एक धर्म जाति या मजहब के सैनिको के युद्ध जिताने का बयान सही नही और उन्हें दुःख हैं कि राजनेता राजनीती के लिए इस तरह से बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना पर राजनीती ठीक नही हैं और कारगिल युद्ध में सैनिको के अदम्य साहस को इस तरह से राजनीती में नहीं डालना चाहिए। 

जसवंत सिंह ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा की नरेंद्र मोदी बाड़मेर आ रहे हैं लोकतंत्र में अपनी बात कहने का सभी को अधिकार हे ,उन्होंने कहा की गरनमी हैं छाया पानी की व्यवस्था करा ले। जसवंत सिंह ने कहा की उनके पुत्र के निर्माणधिन माकन पर सेना के कब्जे के मामले में मुख्यमंत्री ही सही जवाब दे सकती हैं ,उन्होंने कहा की मानवेन्द्र सिंह को पार्टी से बहार करने की साज़िश रची जा रही हैं उन्होंने वसुंधरा राजे पर आरोप लगाया की वो मेरे खानदान के पीछे पड़ी हैं। 

इस दौरान जसवंत सिंह ने अपना घोषणा पत्र भी जारी किया ,घोषणा पत्र में बाड़मेर जैसलमेर जिलो के इक्कीस सूत्री  कार्यक्रम शामिल किये गए हैं। 

इन दिनों जसवंत सिंह का चुनाव प्रचार जोर शोर से चल रहा हैं और स्थनीय लोक कलाकारो ने जसवंत का बखान करते लोक गीत तैयार कर लिए हैं जो क्षेत्र में प्रसिद्ध हो गये हैं।

बुधवार, 9 अप्रैल 2014

चुनाव कंही से लड़ा अपनी धरती को नहीं भुला जसवंत सिंह

जसवंत सिंह का बायतु विधानसभा क्षेत्र में भव्य स्वागत

चुनाव कंही से लड़ा अपनी धरती को नहीं भुला जसवंत सिंह


बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने बुधवार को बायतुविधानसभा क्षेत्र के गिडा और कानोड़ में बड़ी सभाए कर अपने लिए समर्थन जुटाया। उनके साथ स्वरुप सिंह राठोड ,भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष बलराम प्रजापत ,पर्वत सिंह परेउ ,पूनमाराम मेघवाल ,महावीर जीनगर सहित सेकड़ो कि तादाद में कार्यकर्ता और जनता सभाओ में उपस्थित थे। सभाओ को सम्बोधित करते हुए जसवंत सिंह ने कहा कि मैं चुनाव कहीं से लड़ा मगर अपनी धरती को नहीं भुला ,उन्होंने कहा कि मैं किसी पद पर रहा अपने क्षेत्र के विकास का पूरा ख्याल रखा ,उन्होंने कहा योजना आयोग में रहते हुए बाड़मेर जैसलमेर जिलो के लिए राष्ट्रीय मरू गोचर योजना शुरू करवा विशेष बजट आवंटन कराया कि क्षेत्र के चरागाहों का विकास हो सके ,उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री रहते हुए बाड़मेर मुनाबान ब्रॉडगेज लाइन के लिए विशेष बजट आवंटन करा कर इस कार्य को पूरा कि ,बाड़मेर कि चार बड़ी पेयजल योजनाओ को वितीय स्वीकृति दिलाकर उसे शुरू करवाया ,जोधपुर में एम्स हॉस्पिटल स्वीकृत कराया ,उन्होंने कहा कि अपने स्वार्थो के लिए जिस तरह से मनगढंत आरोप राज्य कि मुख्या लगा रही हें उससे दुःख होता हें ,उन्होंने कहा कि पार्टी के आदेश से चुनाव लड़ता था ,पार्टी को सीट निकलनी होती वहा हमें भेजा जाता ,पार्टी का आदेश मानना स्वार्थ हे यह मुझे आज पता चला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मेरा अपमान नहीं किया मेरे क्षेत्र कि जनता का अपमान किया ,उन्होंने कहा कि चुनाव मैं नहीं लड़ रहा मेरे क्षेत्र कि जनता लड़ रही हें यह अहसास मुझे जनता ने करवा दिया ,उन्होंने उतसिह युवाओ कि और चुटकी लेते हुए कहा कि मैं कोई अपनी बधाई नहीं कर रहा मगर निष्ठा और लगन के साथ म्हणत कर आप अपनी मंजिल तक पहुँच सकते हें ,उन्होंने युवाओ से आह्वान किया कि जातिगत आधारित कोई काम ना करे आप सभी को साथ लेके चले ,निति और नियत साफ़ रखे आप जरुर आगे बढ़ेंगे। सभाओ को भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य स्वरुप सिंह राठोड ,पूर्व जिला अध्यक्ष बलराम प्रजापत ने भी सम्बोधित किया।

सोमवार, 7 अप्रैल 2014

जसवंत समर्थको ने शहर के विभिन वार्डो में किया जनसम्पर्क

जसवंत समर्थको ने शहर के विभिन वार्डो में किया जनसम्पर्क 

बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में सोमवार को शहर के वार्ड संख्या छह ,सात और आठ में जसवंत समर्थको ने जनसम्पर्क कर वोट मांगे ,लोगो ने जसवंत सिंह को जिताने के प्रति उत्साह दिखाया। कैलाश मेहता और महेंद्र सिंह तारातरा के नेतृत्व में सेकड़ो युवा कार्यकर्ताओ ने घर घर जाकर पीले चावल बाँट लोगो को जसवंत के समर्थन में वोट देने कि अपील कि कुस्त मल  ,अनिल मारूड़ी , सुलतान सिंह देवड़ा ,भूर चंद सिंघवी ,प्रेम सिंह केलनोर ,रमेश धारीवाल ,विक्रम मेहता ,राहुल बोथरा ,विक्रम माली ,मगाराम माली ,  तरुण मुखी ,इसलाम खान ,विजय सिंह तारातरा ,बांक सिंह ,राहुल वडेरा ,प्रेम सिंह राजपुरोहित , विमल वडेरा  ,सबोज खान सहित सेकड़ो कार्यकर्ता थे। 

महारानी अति कर रही हें जसवंत

महारानी अति कर रही हें जसवंत
पूर्व विदेश मंत्री व बाड़मेर से निर्दलीय प्रत्याशी जसवंत सिंह ने बालोतरा ,आसोतरा और पचपदरा में सभाओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाराणी(वसुंधरा) मेरे परिवार के पीछे पड़ी हुई है। मेरे साथ अपमान व अत्याचार हुआ। अब मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं, फिर भी महाराणी मुझे और मेरे परिवार को परेशान कर रही है। बाड़मेर से मेरा यह चुनाव फस्ट एंड लास्ट होगा।

जसवंत ने कहा कि मैंने बाड़मेर से चुनाव लडऩे को लेकर 10 बार शीर्ष नेतृत्व के सामने बात रखी। इसमें आडवाणी जी तो जानते थे, लेकिन राजनाथसिंह अज्ञान थे। जिसके बाद चुनाव समिति ने मेरा बाड़मेर से टिकट काट दिया। अब मैं निर्दलीय मैदान में उतरा हूं, तो मुझे और पूरे परिवार को परेशान किया जा रहा है। जसोल गांव में उन्होंने मारवाड़ी बोलते हुए कहा कि 'अब आपणे मेरी लाज राखणी है, 17 अप्रेल रै दिन टॉर्च रौ बटन दबा कै भारी वोटों सूं जिताओ तब तो बात बणै'। सोमवार को जसवंत सिंह ने बालोतरा क्षेत्र के आसोतरा ब्रह्मधाम मंदिर में दर्शन कर जीत के लिए मन्नतें मांगी, जसवंत सिंह को उनके गृह क्षेत्र में आम जन से भरोसा दिलाया कि क्षेत्र कि जनता पूरी तरह उनके साथ हें। इस अवसर पर उनके साथ कई समर्थक मौजूद थे .

युवाओ में दाता के प्रति जूनून बढ़ा

युवाओ में दाता के प्रति जूनून बढ़ा
बाड़मेर दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के अपने गृह जिले बाड़मेर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह के प्रति युवाओं में जूनून बढ़ रहा हें ,अजमेर में एडवोकेट द्वारा जसवंत सिंह को टिकट ना मिलने पर सर मुंडा कर विरोध जताने के बाद बाड़मेर शहर में दाता के प्रति युवाओ में क्रेज जबर्दस्त बढ़ने लगा हें ,युवाओ ने उनके समर्थन में सर पर उनके चुनाव चिन्ह टॉर्च बेटरी का निशाँ बना कर लोगो के प्रति आकर्ष पैदा कर रहे हें ,जसवंत युवा आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जसवंत के चुनाव चिन्ह के टट्टू अपने हाथो और सर पर बनवा जसवंत के प्रति अपनी दीवानगी जाहिर कि वाही आम जनता के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए

रविवार, 30 मार्च 2014

भाजपा अब चापलूसो की पार्टी।।।।शीतल कवर

भाजपा अब चापलूसो की पार्टी।।।।शीतल कवर



अब जसवंत की पत्नी ने खोला मोर्चा ,दिया सनसनी खेज बयान ,कहा जब भी मिलेगे नितिन गडकारी तो में उनसे करुँगी झगड़ा ,भाजपा अब चापलूसो की पार्टी ,अब यह इज्ज्त और अस्तित्व की लड़ाई हो गई

बाड़मेर बीजेपी ने बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ पार्टी नेता जसवंत सिंह को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। उन्होंने शनिवार को नाम वापसी के आखिरी दिन अपना नामांकन वापस लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पार्टी ने कार्रवाई की।पार्टी की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 76 वर्षीय सिंह को छह साल के लिए निष्कासित करने का फैसला किया। उसके बाद आज जसवंत सिंह की और से कोई प्रतिकिरिया आई लेकिन अब जसवंत सिंह कि पत्नी शीतल कवर ने मोर्चा सँभालते हुए जैसलमेर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा एक सनसनी आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे जब मुझे नितिन गडगरी मिलेगे तो में उनसे लड़ाई करुँगी यह में आपके माध्यम से गडगरी बता देना चाहतु हु अगर निकलना ही था तो वापस क्यों लिया था भाजपा अब मेरी नजरो में गिर चुकी है अब यह हमांरे मान -सामान कि बात है इसलिए हम चुनाव में पूरा दम ख़म दिखाएगे हमने तो सिर्फ अपने घर से टिकट ही तो माग तो इसमें क्या गुना कर दिया हम किसी भी पार्टी में नहीं जा रहे है हमारे पास सपा प्रमुख मुलयाम सिंह से लेकर कई पार्टियो से हमें ऑफर मिला लेकिन हम निर्दलीय ही चुनाव लड़ेगे भाजपा में धर्म कि अहमियत नहीं है

गुरुवार, 27 मार्च 2014

जसवंत सिंह के बढ़ते कद से परेशां थे राजनाथ मोदी। जसवंत कि पूरी कहानी

जसवंत सिंह के बढ़ते कद से परेशां थे राजनाथ मोदी। जसवंत कि पूरी कहानी 



बाड़मेर। जसवंत सिंह एक बार फिर अकेले हैं, और इस बार भी बीजेपी ने उनको अकेला कर दिया। टिकट नहीं दिया। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भले ही उन्हें पसंद ना करें। संघ परिवार को खुश रखने की कोशिश में बहुत सारे भाजपाई भी भले ही जसवंत सिंह को हमेशा अपने निशाने पर रखे रहें। और बीजेपी भले ही उनका टिकट काटकर उनकी इज्जत का मटियामेट करने की कोशिश कर ले। लेकिन समूचे देश को अपने जिन नेताओं पर गर्व होना चाहिए, उन इने-गिने सबसे बड़े नामों में जसवंत सिंह का नाम भी सबसे ऊंचे शिखर पर लिखा हुआ हैं। फिर भी बीजेपी ने उनका लोकसभा का टिकट काट दिया है। इस तथ्य और ब्रह्मसत्य के बावजूद कि बाड़मेर में जसवंत सिंह अपनी छवि की वजह से अजेय उम्मीदवार हैं। और देश के किसी भी संसदीय क्षेत्र में दो-सवा दो लाख मुसलमान एकमुश्त किसी भाजपाई के साथ हैं, तो वह अकेले जसवंत सिंह ही हैं। बाडमेर का सबसे बड़ा दर्द यह है कि जसवंत सिंह का टिकट उन कांग्रेसी कर्नल सोनाराम के लिए काटा गया, जिनका इस पूरे जनम में बीजेपी से नाता ही सिर्फ अटलजी से लेकर आडवाणी और नरेंद्र मोदी तक को गालियां देने का रहा। वसुंधरा राजे चुनाव से चार दिन पहले सोनाराम को कांग्रेस से बीजेपी में लाईं और लोकसभा के लिए लड़ने भेज दिया। वसुंधरा के इस अदभुत अंदाज से राजनीति अवाक है। लोग हत्तप्रभ, और बाड़मेर बेबस।
बीजेपी ने सबसे पहले मुरली मनोहर जोशी को बनारस से बेदखल किया। फिर भोपाल से लड़ने की लालकृष्ण आडवाणी की इच्छा पर उनकी इज्जत उछाली। और अब जसवंत सिंह को जोर का झटका बहुत जोर से दिया। यह नए जमाने की नई बीजेपी का नया रिवाज है। कभी संस्कारों वाली पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी का यह नया चेहरा है। माना कि राजनीति में चेहरे बदलते देर नहीं लगती। लेकिन बीजेपी जैसी बेहतर पार्टी में बुजुर्ग चेहरों को बहुत बेरहमी से बदरंग करके उनसे बदला लिया जाएगा, यह किसी को नहीं सुहा रहा है। बीजेपी के बुजुर्ग अपने जीवन के आखरी दिनों में आज सम्मान की खातिर खाक छानते दिख रहे हैं। और बाहर से आए दलबदलुओं का दिल खोलकर स्वागत किया जा रहा है। बीजेपी में बुजुर्गों के अपमान पर उसकी सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे तक को कहना पड़ा कि आडवाणी, जिन्होंने पार्टी को बनाया और उसे प्रतिष्ठा दिलाई, वे भी अपने टिकट के लिए इंतजार करते रहे। यह आडवाणी का अपमान नहीं तो और क्या है।

वैसे तो राजनीति में कोई भी नहीं भूलता। लेकिन पिछली बार 2004 में, शिमला बैठक में जसवंत सिंह को बुलाने, फिर बीच रास्ते में ही रोककर पार्टी से निकाल देने का फरमान सुनाकर बीजेपी ने उनका जो अपमान किया था, उसे जसवंत सिंह शायद भूल गए होंगे। क्योंकि वे बड़े दिलवाले आदमकद के आदमी हैं। कारण था, जसवंत ने अपनी किताब में जिन्ना की तारीफ की थी। लेकिन देश जब-जब चिंतन करेगा, तो जिन्ना के मामले में ज्यादा बड़ा पाप तो लाल कृष्ण आडवाणी का था। क्योंकि जसवंत सिंह ने तो लिखा भर था। आडवाणी तो जिन्ना के देश पाकिस्तान जाकर उनकी मजार पर माथा टेकने के बाद फूल चढ़ाकर यह भी कह आए थे कि जिन्ना महान थे। फिर देर सबेर बीजेपी संघ परिवार की भी अकल ठिकाने आ ही गई। उसे भी मानना पड़ा कि आडवाणी के अपराध के मुकाबले जसवंत के जिन्ना पर विचार अपेक्षाकृत कम नुकसान देह थे। लेकिन ताजा संदर्भ में तो जसवंत सिंह सिर्फ और सिर्फ वसुंधरा राजे की त्रिया हठ वाली राज हठ के शिकार हैं।

राष्ट्रीय परिपेक्ष्य को छोड़कर बात अगर सिर्फ प्रदेश की दीवारों के दाय़रे की करें, तो राजस्थान की राजनीति में अब तक के सबसे बड़े नेताओं के रूप में मोहनलाल सुखाडिय़ा और भैरोंसिंह शेखावत अब इस दुनिया में न होने और खुद के सीएम रहते हुए कांग्रेस का सफाया हो जाने के बावजूद कांग्रेस में सबसे विराट हो जाने वाले अशोक गहलोत आज भी लोगों के दिलों पर छाए हुए हैं। उसी तरह, सबसे बड़े राजनयिक और राजनीतिक के रूप में जसवंत सिंह देश के सामने हैं। लेकिन इस बात का क्या किया जाए कि बीजेपी और व्यक्तिगत रूप से वसुंधरा राजे उनके इस कद का ही कबाड़ा करने पर उतारू हैं। वैसे, अपना मानना है कि जसवंत सिंह राजस्थान के नहीं, पूरे देश में आदमकद के आदमी हैं। और अपना तो यहां तक मानना है कि जसवंत सिंह जैसे नेता को, जीवन के इस अत्यंत ऊंचे और आखरी मोड़ पर आकर बीजेपी से जुड़े भी रहना चाहिए कि नहीं, यह चिंतन का विषय है।

राजस्थान में जिस तरह से वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता में आई, उसी तरह से इस चुनाव के बाद देश में भी सरकार बन गई और अगर बन पाए, तो नरेंद्र मोदी का पीएम बनना उनका निजी पराक्रम होगा। लेकिन वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह के बारे में देश को सिर्फ यह जरूर याद रहेगा कि उंचे कद के आला नेताओं की गरिमा को इन दोनों के काल में जितनी ठेस पहुंची और बीजेपी का संगठन के स्तर पर जितना कबाड़ा हुआ, उतना पार्टी के चौंतीस सालों के इतिहास में कभी नहीं हुआ। वसुंधरा राजे ने भी बड़े नेताओं के मानमर्दन का कोई मौका नहीं छोड़ा। स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत से लेकर, ललित किशोर चतुर्वेदी, हरिशंकर भाभड़ा, भंवरलाल शर्मा, रघुवीर सिंह कौशल जैसों को सार्वजनिक रूप से खंडहर कहने का वसुंधरा राजे ने जो राजनीतिक पाप किया था, उसका हिसाब अभी बाकी है। और यह तो गुलाबचंद कटारिया और घनश्याम तिवारी सहित ओमप्रकाश माथुर की किस्मत बहुत बुलंद है, लेकिन फिर उनको ठिकाने लगाने की वसुंधरा की कोशिशें तो अब भी जारी हैं ही। पार्टी का टिकट कटवाने और न देने का हक हासिल होने के बावजूद देश की राजनीति में आज भी वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह, जसवंत सिंह से बड़े नेता नहीं हैं। और अपना तो यहां तक मानना है कि राजनीति में जसवंत सिंह जैसी विश्व स्तरीय गरिमा प्राप्त करने के लिए इन दोनों को शायद कुछ जनम और लेने पड़ सकते हैं। राजनाथ सिंह ने भी कह दिया है कि बाड़मेर से उम्मीदवार को बदलना अब संभव नहीं है। लेकिन कोई भी इसका असली कारण नहीं बताता कि आखिर जसवंत सिंह को उम्मीदवारी से आउट क्यों किया गया। क्या सचमुच बीजेपी ने अपने बुजुर्गों का सम्मान करना बंद कर दिया है?

भले ही वह समूचे मंत्रिमंडल का फैसला था, फिर भी कुछ लोगों को हक है, तो वे कंधार के कसूर को हमारी विदेश नीति में नीहित कूटनीतिक मजबूरी न मानकर सिर्फ जसवंत सिंह की निजी गलती मानकर उनको कघटरे में खड़ा कर सकते हैं। लेकिन यह तो आपको भी मानना ही पड़ेगा कि उस कटघरे में खड़े होने के बावजूद जसवंत सिंह का कद उनका न्याय करनेवाले किसी भी जज से ज्यादा बड़ा है। जसवंत सिंह प्रभावशाली हैं, शक्तिशाली भी और समर्थ भी। राजनीतिक कद के मामले में उनको विराट व्यक्तित्व का राजनेता कहा जा सकता है। व्यक्तितव अगर विराट नहीं होता, तो दार्जीलिंग के जिन पहाड़ों से उनका जीवन में कभी कोई नाता नहीं रहा, वहां से भी लोगों ने निर्दलीय जिताकर उन्हें संसद में भेजकर अपने पहाड़ों से भी बड़ी उंचाई बख्श दी।

दरअसल, पूरे विश्व के राजनयिक क्षेत्रों में जसवंत सिंह को एक धुरंधर कूटनीतिज्ञ के रूप में देखा जाता है। विदेशी सरकारों के सामने जसवंत सिंह की जो हैसियत है वह एसएम कृष्णा से कई लाख गुना और नटवर सिंह, प्रणव मुखर्जी आदि के मुकाबले कई गुना ज्यादा बड़ी है। भाजपा में तो क्या देश की किसी भी पार्टी में विदेश के मामलों में उनकी टक्कर का कूटनीतिक जानकार नहीं है, यह कांग्रेस भी जानती है, आप भी और हम भी। और राजनीतिक कद नापा जाए, तो वसुंधरा राजे तो खैर उनके सामने कहीं नहीं टिकतीं, राजनाथ सिंह तक राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का बावजूद जसवंत सिंह के मुकाबले बहुत बौने हैं। लेकिन राजनीति का भी अपना अलग मायाजाल होता है। यह बीजेपी का सनातन दुर्भाग्य है या बड़े नेताओं की किस्मत का दुर्योग कि जो लोग कभी उनके दरवाजे की तरफ देखते हुए भी डरते थे, वे आज उन्हें आंख दिखा रहे हैं। लेकिन यह तो बीजेपी की किस्मत की कमजोरी का कमाल ही कहा जा सकता है कि जसवंत सिंह जैसा बहुत बड़ा नेता आज अलग थलग होकर निर्दलीय लड़ने को मजबूर हैं और उनके मुकाबले बहुत बौने लोग बहुत बड़े पदों पर बिराजमान होकर जसवंत सिंह जैसों की किस्मत लिखने के मजे ले रहे हैं। राजनीति भले ही इसी का नाम है। लेकिन इस सवाल का जवाब किसी के पास है कि आखिर जसवंत सिंह का कसूर क्या है?

मंगलवार, 25 मार्च 2014

खुलासा। जसवंत सिंह का टिकट कटवाने में अम्बानी परिवार का षड्यंत्र ?

खुलासा। जसवंत सिंह का टिकट कटवाने में अम्बानी परिवार का षड्यंत्र ?


बाड़मेर जसवंत सिंह कि टिकट बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से कट कर पुरे देश में भाजपा घिर गई हें ,जसवंत कि टिकट काटने पर अब भाजपा के वरिष्ठ नेता अपनी ही पार्टी को घेरने में लग गए हें ,आखिर राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे कि क्या मज़बूरी थी कि उन्होंने केंद्रीय चुनाव समिति में जसवंत कि टिकट का मशाला नहीं रखा तथा राजनाथ और वसुंधरा ने ही सब कुछ कर लिया ,अब बात सामने आ गयी कि जसवंत सिंह कि टिकट कटवाने में अम्बानी और जिंदल औद्योगिक घरानो का हाथ हें। बाड़मेर में तेल गेस और रिफायनरी के बड़े प्रोजेक्ट आये हुए हें ,इन पर अम्बानी और जिंदल ग्रुप कि निगाहे हें ,इन घरानो को जानकारी थी अगर बाड़मेर से जसवंत सिंह सांसद बन गए तो उनके मनसूबे पुरे नहीं होंगे ,चूँकि अम्बानी ग्रुप पचपदरा में प्रस्तावित रिफायनरी लेने के फ़िराक में हें। अटल बिहारी वाजपई सरकार में वित् मंत्री रहते हुए जसवंत सिंह ने अम्बानी ग्रुप के कई अनैतिक कार्यो को रोका था ,अम्बानी समूह जनता हें कि जसवंत सिंह के रहते अम्बानी को बाड़मेर में सफलता नहीं मिलनी हें ,इसी को ध्यान में रख भाजपा के दिग्गज नेताओ के साथ जसवंत को बाड़मेर से आने से रोकने का षड्यंत्र रचा गया ,इस षड्यंत्र में राजनाथ सिंह ने पूरी भूमिका तैयार कि ,राजनाथ के इशारे पर वसुंधरा ने ठेकेदार जन प्रतिनिधि कर्नल सोनाराम चौधरी को बाड़मेर से भाजपा कि और से चुनाव लड़ने को तैयार किया गया ,जसवंत सिंह कि टिकट क्यूँ कटी इसका जवाब भाजपा आज तक नहीं दे पाई ,जबकि सुषमा स्वराज ने भी खुलासा किया था कि जसवंत सिंह कि टिकट चुनाव समिति ने नहीं काटी ,


अम्बानी ग्रुप के इस षड़यंत्र का शिकार हुए जसवंत सिंह के समर्थको में सुगबुगाहट शुरू हो गयी ,आने वाले दिनों में मिडिया जगत इस मुद्दे को जबर्दस्त तरीके से सामने लाएगी। इस मुद्दे पर जसवंत समर्थक खुले आम वक्तव्य देने लगे हें। जसवंत सिंह के समर्थक दुर्जन सिंह भाटी ने बताया कि यह जगजाहिर है कि जसवंत का टिकट अम्बानी और जिंदल समूह ने कटवाया हें। चूँकि सांसद रहते हुए जसवंत सिंह के पुत्र ,मानवेन्द्र सिंह ने जिंदल समूह के राजवेस्ट पवार प्लांट के खिलान भूमि अवाप्ति मुद्दे पर जोरदार आंदोलन किया था। रिफायनरी मुद्दे पर भी उनका स्पष्ट रुख अम्बानी परिवार को परेशां कर रहा था ,इसीलिए उनका टिकट कटवा कर किसी अन्य को दिलाया।