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रविवार, 22 नवंबर 2020

जैसलमेर विधवा का नाक काटने वाले प्रकरण में शरीक तीन आरोपी ओर गिरफ्तार,कुल आठ गिरफ्तार

जैसलमेर विधवा का नाक काटने वाले प्रकरण में शरीक तीन आरोपी ओर गिरफ्तार,कुल आठ गिरफ्तार  



           जैसलमेर  बसीरखां पुत्र कालूखां जाति मुसलमान उम्र 35 वर्ष पेशा खेती व मजदुरी निवासी जगीरो की ढाणी सांकडा पुलिस थाना सांकडा ने उपस्थित थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि उसकी बहिन गुड्डी पुत्री कालूखां निवासी जगीरो की ढाणी की शादी आज से 06 साल पूर्व कोजेखां साथ हुई थी।  दुलेखां पुत्र हासमखां, इकबालखां पुत्र हासमखां, हासमखां पुत्र दीनूखां, सली पत्नी हासमखां, फारुखेखां पुत्र आम्बेखां, आम्बे खां पुत्र दीनूखां, लाडूखां पुत्र जानूखां, मनुखां पुत्र जानूखां, अनवरखां पुत्र जानूखां, सलीमखां पुत्र जानूखां, जानूखां पुत्र दीनूखां, नेमतेखां पुत्र पुत्र दीनूखां, नेबेखां पुत्र दीनूखां के अलावा करीब 10-15 व्यक्ति एक राय होकर हाथो मे तलवार, धारिया, लाठियों व बंदूको से लैंस होकर मेरी बहिन गुड्डी को जान से मारने की नियत से एक राय होकर पूर्व तैयारी के साथ मेरे घर मे प्रवेश कर मेरी बहिन गुड्डी की धारदार हथियार से नांक व जीभ काट दी मेरी बहिन का नाक पर धारदार हथियार से वार करने से नाक अलग कर दिया तथा मेरी बहिन के कपडे फाडकर स्त्री लज्जा भंग की तथा मेरी माता बिस्मिला का हाथ तौड दिया। मेरी माता इतने मे मेरी बहिन व माता की चिल्ला्ने की आवाज सुनकर मे दौडकर घर पर आया तो ये लोग मोटरसाईकिलो पर सवार होकर भाग गये थे। भागते हुए मैने देखा था पुलिस को सुचना मिलने पर मौका पर पहुंच कर घायल महिला को सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया रिपोर्ट के आधार पर थाना पर मुकदमा संख्या प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरु किया जाकर उक्त घटना की जानकारी उच्चधिकारियों को दी गई।

       मामले की गंभीरता को देखते हुए  जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ. अजयसिंह के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर राकेश बैरवा के निर्देशन मे पुलिस उप अधीक्षक वृत पोकरण मोटाराम के सुपरविजन मे कान्तासिंह थानाधिकारी पुलिस थाना सांकडा मय टीम द्वारा दौराने अनुसंधान दिनांक 21.11.2020 को मय टीम नीम्बदान सउनि , भोपालसिंह, इन्द्राराम, मंजीला मालाराम  ने नाक काटने वाले 03 ओर आरोपी लाडूखां पुत्र जानूखां , फारूखखा पुत्र आम्बेखां , नेमतेखां पुत्र दीनूखां गिरफ्तार किये गये। उक्त प्रकरण में अब तक  कुल 08 अभ्यिुक्त गिरफतार किये जा चुके है 

मुल्जिमो के खिलाफ एक ओर मुकदमा दर्ज होगा  

           टीम द्वारा अनुसंधान में  मुल्ज्मि हासमखां पुत्र दीनूखां , इकबालखां पुत्र हासमखां , लाडूखां पुत्र जानूखां , मनुखां पुत्र जानूखां , फारूखखां पुत्र आम्‍बेखां सर्वे जाति मुसलमान निवासीयान जगीरो की ढाणी सांकडा के विरूद्ध धारा 107/116(3 ) जाब्ता फौजदारी के तहत् दिनांक 02.08.2020 को इस्तगासा श्रीमान कार्यपालक मजिस्ट्रेट पोकरण के समक्ष पेश कर पाबद्ध करवाया गया था जिनके विरूद्ध धारा 122 सीआरपीसी के तहत इस्तगासा कोर्ट मे दायर होगा  


 







शुक्रवार, 21 जून 2019

अनूठा मामला जैसलमेर पानी का दुरुपयोग करने पर 17 परिवारों पर नगर परिषद ने ठोका जुर्माना* *पानी व्यर्थ भानेपर जुर्माने का पहला अनूठा मामला*

 अनूठा मामलाजैसलमेर पानी का दुरुपयोग करने पर 17 परिवारों पर नगर परिषद ने ठोका जुर्माना*

*पानी व्यर्थ भानेपर जुर्माने का पहला अनूठा मामला*



*जैसलमेर जिला कलेक्टर नमित मेहता द्वारा अधिकारोयो को पेयजल आपूर्ति और पानी के दुरुपयोग को रोकने के संख्त निर्देशों के बाद रोचक और अनूठी पहल नगर परिषद आयुक्त सुखराम खोखर ने की। सम्भवतः यह बाडमेर जेसलमेर का पहला मामला है जब नगर परिषद ने पेयजल आपूर्ति के दौरान पानी का दुरुपयोग करने वाले सत्रह परिवारों के मुखियो पर एक एक हजार रुपये का जुर्माना ठोका ।साथ ही हिदायत दी कि अगली बार ऐसा होता पाया गया तो जल सम्बन्ध विच्छेद करने के साथपुनः कनेक्शन पर एक हजार रुपये का अतिरिक्त जुर्माना देना होगा।जेसलमेर प्रशासन की पेयजल का दुरुपयोग रोकने की यह पहल न केवल अनूठी है बल्कि इसके डर से लोग खुद को जागरूक भी रखेंगे ।



रविवार, 9 जून 2019

*पोकरण (जैसलमेर )मंत्री बी डी कल्ला ने किया औचक निरीक्षण* नाड़ी खुदाई के कार्यो का किया निरीक्षण

*पोकरण (जैसलमेर )मंत्री बी डी कल्ला ने किया औचक निरीक्षण*

नाड़ी खुदाई के कार्यो का किया निरीक्षण

रविवार को ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला ने  पोकरण  क्षेत्र के  गांव का दौरा कर नाड़ी खुदाई कार्य का औचक निरीक्षण किया।
चाचा गांव तथा आस पास चल रहे नाड़ी खुदाई का निरिक्षण कर कार्य प्रगति की जानकारी प्राप्त की।
मंत्री महोदय के साथ पोकरण SDM अनिल जैन PEO जुगल किशोर जोशी तथा अन्य अधिकारी चौथाराम लक्ष्मीनारायण उपस्थित रहे है।
मानसून से पूर्व लगभग सभी परंपरागत जल स्त्रोतों की सफाई और जल स्तर के लिए गहराई बढ़ाने के लिए खुदाई का कार्य चल रहा है।

रविवार, 3 मार्च 2019

जैसलमेर*सरकारी नौकरी का झांसा देकर 22 लाख रूपये की ठगी करने वाला मुलजिम गिरफतार*



 जैसलमेर*ठगों के खिलाफ जिला पुलिस की बड़ी कार्यवाही*

 जैसलमेर*सरकारी नौकरी का झांसा देकर 22 लाख रूपये की ठगी करने वाला मुलजिम गिरफतार*

*देश के कई राज्यो में दर्जनों लोगों के साथ की ठगी*


          जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ किरण कंग के द्वारा आर्थिक अपराधियों की धरपकड़ व उनके विरूद्ध सख्त करवाई करने आदेशानुशार  वृताधिकारी वृत पोकरण मोटाराम  के निर्देशन में  थानाधिकारी पुलिस थाना लाठी नेमाराम उ.नि. के नेतृत्व में लक्ष्मणराम हैड़ कानि. मय पुलिस टीम द्वारा मुल. विजेन्द्र मीणा को भंटिण्डा पंजाब से गिरफतार किया गया है।

          ज्ञात रहे कि दिनांक 08.05.2018 को पुलिस थाना लाठी पर प्रार्थी भगाराम विष्नोई निवासी धोलिया ने रिपोर्ट दी कि विकास मीणा नाम के व्यक्ति ने मेरे बच्चों व रिष्तेदारों को सरकारी नौकरीयां दिलाने का झांसा देकर करीबन 22 लाख रूपये नगद की ठगी कर ले गया तथा दुबारा सम्पर्क करने पर अपना फोन बन्द कर दिया। वगैरा रिपोर्ट पर मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू किया गया।

*पुलिस टीम द्वारा गहन अनुसंधान ठग की गिरफ्तारी*
          अनुसंधान के दौरान वर्तमान अनुसंधान अधिकारी नेमाराम उ.नि. थानाधिकारी लाठी द्वारा मुलजिम विकास मीणा उर्फ विजेन्द्र मीणा का तकनीकी आधार पर पता कर लक्ष्मणराम हैड़ कानि. के नेतृत्व में पुलिस टीम को रवाना कर मुलजिम विजेन्द्र मीणा पुत्र धनपालसिंह मीणा उम्र 46 साल निवासी नागल शेरपुर पुलिस थाना बालघाट जिला करोली हाल ओमेक्स सीटी भटिण्ड़ा पंजाब को भंटिण्डा पंजाब से ईनोवा गाड़ी सहीत दस्तयाब किया गया तथा थाना लाठी लेकर आये। मुलजिम विजेन्द्र मीणा से विस्तृत पुछताछ की गई तो मुलजिम ने प्रार्थी भगाराम के साथ ठगी करना स्वीकार किया तथा साथ ही देश भर में अलग अलग राज्यों में निम्नलिखित लोगों से भी ठगी करना स्वीकार किया है। मुलजिम के कब्जा से ठगी में प्रयुक्त दो लेपटोप, 13 मोबाईल फोन व सीमें बरामद की गई है। मुल्जिम समय-समय पर अपने स्थान परिवर्तन करना एवं जयपुर, सोनीपत, उना, भटिण्डा, दिल्ली, हिमाचल, संगरूर, आदि स्थानों पर रहकर दुरदर्शन का तकनीकी अधिकारी बनकर लोगों को झांसे देकर लोगों से ठगी करना एवं मंहगे शौक रखने का आदि है। मुल्जिम ने निम्न वारदाते करना स्वीकार किया है।
01. भगाराम विश्नोई निवासी धोलिया से उसके बच्चो व रिष्तेदारों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख रूपये की ठगी करना।
02. दिनेश मीना निवासी नागल सुल्तानपुर जिला करोली से वन विभाग राजस्थान में भर्ती करवाने के नाम पर 2.50 लाख रूपये की ठगी करना।
03. घोड़ीलाल मीना निवासी खेड़ा कल्याणपुर जिला अलवर से दिल्ली जल बोर्ड व रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर उससे 3.50 लाख रूपये की ठगी करना।
04.गिरीजी महाराज निवासी पिण्डवाडा जिला सिरोही के चेलो को सीपीडब्ल्युडी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4.50 लाख रूपये ठगी करना।
05. भीमताल, उतराखण्ड में एक बंगाली डाक्टर से तीन बंगाली डाक्टरों के मेडीकल कॉउन्सिल उतराखण्ड में रजिस्टेषन के नाम पर करीबन 03 लाख की ठगी करना।
06. भीमताल, उतराखण्ड में माबर्ल कटींग के ठेकेदार श्यामलाल मीना से उसके रिष्तेदारों को वन विभाग उतराखण्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर 04 लाख रूपये ठगी करना।
07. सतनामसिंह निवासी जिला उना हिमाचलप्रदेष से उसे व उसके दोस्त को डी.डी. न्युज में नौकरी दिलाने के नाम से उनसे 2.50 लाख रूपये ठगी करना। 
08. अशोक कुमार सेवानिवृत आर्मीमैन निवासी पलवल हरियाणा से सस्ता सोना दिलाने के नाम पर 3.50 लाख रूपये
09. सतपाल मीणा व उसके दोस्त के.के. निवासी जयपुर को षिमला हाईकोर्ट में बाबू की नौकरी लगाने का झांसा देकर 2.50 लाख रूपये की ठगी करना स्वीकार किया है।
        मुलजिम को कल न्यायालय में पेष किया जावेगा। मुलजिम से अनुसंधान जारी है और भी कई ठगीयों के राज खुलने की सम्भावना है।
          पुलिस टीम :- नेमाराम थानाधिकारी, लक्ष्मणराम मु.आ., पुखराज कानि., भागीरथ कानि. , दीपकुमार कानि., बुद्धाराम कानि., मुकेश बीरा मुख्य आरक्षक डीसीआरबी पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर व जोधपुर ग्रामीण स्पेशल टीम श्री देवाराम कानि का विशेष सहयोग रहा।
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रविवार, 22 जून 2014

जैसलमेर दुनिया का एक मात्र देवी मंदिर जन्हा अमर बकरों की बलि नहीं देखभाल होती हे।

जैसलमेर दुनिया का एक मात्र देवी मंदिर जन्हा अमर बकरों की बलि नहीं देखभाल होती हे। 




जैसलमेर पश्चिमी पाकिस्तानी सरहद से सटा जैसलमेर जिले का सैन्य देवी मंदिर तनोट माता मंदिर अपनी विशेषताओ के कारण देश भर में ख्याति अर्जित कर रहा हें।1965 और 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान सरहद वासियों की सुरक्षा माता जी के द्वारा करने के बाद सुर्खियों में आये इस मंदिर की पूजा से लेकर यात्रियों की सुविधा मंदिर की देख भाल सीमा सुरक्षा बल के जवान करते हें। इस मंदिर में अपनी मनोकामनाए पूर्ण होने के बाद बकरे की बलि चढाने सेकड़ो की तादाद में लोग अपनी कुलदेवी को प्रसन्न करने बकरे बलि चढाने के लिए लाते हे। पूर्व में इस मंदिर में बकरों की बलि चढ़ती थी। मगर बाद में मंदिर प्रबंधन सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो ने बलि पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा दिया। 

इसके बावजूद लोग अपनी कुलदेवी को समर्पण के लिए चढ़ावे के रूप में बकरे लाते हे। सीमा सुरक्षा बल के पास अब तक एक हज़ार से अधिक बकरे एकत्रित हो चुके हे। चूँकि बलि पर रोक के बाद इन बकरों को देवी के नाम अमर कर दिया। इनके चारे पानी का प्रबंध बल के जवान करते हें। एक हज़ार से अधिक बकरों की एवड के लिए वन भूमि की व्यवस्था भी की हें। इनकी पूरी देख भाल होती हें। भारतीय महीनो में भद्रवा और चेत्र बड़े महीने माने जाते हे। इन महीनो में सर्वाधिक बकरे बलि के लिए श्रद्धालु लाते हे। सबसे बड़ी बात की बकरों को बांध के नहीं रखा जाता। 
बकरे मंदिर परिसर में आसानी से विचरण कर अपने बाड़े में चले जाते हें। अमूमन जैसलमेर की सभी नौ देवी मंदिरों में से आठ मंदिरों में बकरों की बलि आज भी चढ़ाई जाती हें ।मगर तनोट मंदिर प्रबंधन ने अनूठी पहल कर बकरों को न केवल जीवन दान दे रहे अपितु उनकी समुचित देखभाल भी करते हें। इसी मंदिर परिसर में मुस्लिम धर्म के बाबा की दरगाह हें। हिन्दू मंदिर परिसर में दरगाह वाला यह संभवत पहला मंदिर हें। इस मंदिर में श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण के लिए परिसर में रुमाल बंधाते हें ।इस परिसर में हजारो रुमाल बंधे हें ।मनोकामना पूर्ण होने के बाद रुमाल को वापस खोलते हे शराद्धालू। तनोत माता का यह चमत्कारिक मंदिर देश भर में ख्याति अर्जित कर रहा हें ।हजारो की तादाद में देश भर से सेना के जवान अधिकारी जनप्रतिनिधि धोक देने पहुंचाते हें।

रविवार, 15 जून 2014

जैसलमेर दुनिया का एक मात्र मंदिर जहां महिला पुजारी करती हे पूजा


जैसलमेर दुनिया का एक मात्र मंदिर जहां महिला पुजारी करती हे पूजा
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क्षेत्रपाल का मंदिर जहां विवाह बंधन सूत्र खुलते हें जैसलमेर | अपनी अनूठी संस्कृति और परम्पराओ के निर्वहन के लिए जाना जाने वाले जैसलमेर जिले में स्थानीय लोक देवता क्षेत्रपाल का अनूठा मंदिर जिला मुख्यालय से छ किलोमीटर दूर ,स्थित हें जहां स्थानीय वासिंदे शादी के बाद विवाह सूत्र बंधन जिसे स्थानीय भाषा में कोंकण डोरा कहते हें खोलने आते हें ,इस मंदिर में अब तक लाखो की तादाद में दुल्हा दुलहन धोक देकर कोंकण डोरा खोल , हें खास बात की इस मंदिर की पूजा परम्परागत रूप से माली जाती की महिलाए करती हें ,दुल्हा दुल्हन से विधिवत पूजा पाठ महिला पुजारी कराती हें पूजा पाठ के बाद नव दम्पति के विवाह सूत्र बंधन क्षेत्रपाल को मान कर खोले जाते हें ,ताकि क्षेत्रपाल दादे की मेहर टा उम्र दूल्हा दुल्हन पर बनी रहे ,जैसलमेर राज्य की स्थापना के यह परंपरा शुरू हुई थी सेकड़ो सालो से चल रही परम्परा आज भी निर्विवाद रूप से चल रही हें ,इस मंदिर में जैसलमेर के हर जाती धर्म के स्थानीय निवासी निवासी धोक देते हें ,क्षेत्रपाल को शरादालू इच्छानुसार सवा किलो से ले कर सवा मन तक का चूरमा का भोग देते हें ,जैसलमेर में हर जाती ,धर्म में होने वाली शादी के बाद तीसरे या चोथे दिन नव विवाहित जोड़े के कोंकण डोरे खोलने बड़ा बाग़ स्थित क्षेत्रपाल मंदिर परिजनों के साथ आना होता हें ..इस मंदिर में अब तक लाखो लोग अपने विवाह बंधन सूत्र खोल चुके हें ,विश्व का ऐसा एक मात्र मंदिर हें ,


इस मंदिर में वर्त्तमान में माली जाती की पचास वर्षीय महिला किशनी देवी पूजा पाठ का जिम्मा संभाल रही हें ,किशनी देवी ने बताया की क्षेत्रपाल मंदिर बड़ा चमत्कारिक और इच्छा पूरी वाला हें ,जैसलमेर में होने वाली हर शादी के नव विवाहित दम्पति की शादी की रश्म कोंकण डोरा क्षेत्रपाल को साक्षी मानकर ही खोले जाते हें ,उन्होंने गत तीन सालो में सेकड़ो नव दम्पतियों के विवाह बंधन सूत्र विधिवत पूजा पाठ करने के बाद ,खुलवाए हें उन्होंने बताया की जैसलमेर के लोग जो बाहरी प्रान्तों या विदेशो में भी हें वे भी कोंकण डोरा खोलने क्शेत्रेअपल मंदिर आते हें ,क्षेत्रपाल को चूरमे का भोग चदता हें ,किसी की मन्नत पूरी होने पर बलि भी हें .पहले मंदिर परिसर में बलि दी जाती थी मगर अब परिसर में बलि करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया हें .

उन्होंने बताया की मंदिर की पूजा बड़ा बाग़ के स्थानी माली परिवार ही करते हें इसके लिए निविदा जारी होती हें ,जो ज्यादा विकास के लिए लगते हें उसे क्षेत्रपाल की पूजा का मिलाता हें ,उन्हें दो लाख सत्रह हज़ार में निविदा तीन साल पूर्व मिली थी . भी स्थानीय वन माली परिवार ही पोजा पाठ करते ,आये हें क्षेत्रपाल की पूजा महिलाए ही परंपरागत रूप से करती आई हें .मंदिर में जो भी चढ़ावा आता हें उससे उनके परिवार का भरण पोषण होता हें ,उन्होंने बताया की कोई परिवार विवाह के बाद क्षेत्रपाल की धोक देने की भूल करते हें उससे दादा क्षेत्रपाल जात मांग कर कर ,लेते हें लाखो की तादाद में क्षेत्रपाल के मुरीद परिवार हे जो ही नहीं विदेशो के कोने कोने में बसे हें

मंगलवार, 10 जून 2014

जैसलमेर दुनिया का अनूठा गजेटेड़ हनुमान मंदिर


जैसलमेर दुनिया का अनूठा गजेटेड़ हनुमान मंदिर

जैसलमेर अब तक आपने सरकारी तंत्र में अफसरों की गजेटेड़ या नॉन गजेटेड़ (राजपत्रित अथवा अराजपत्रित) किस्मों के बारे मंी सुना होगा। मगर अब ऐसे हनुमानजी महाराज का पता चला है जो 'गजेटेड़' हैं। जैसलमेर जिला मुख्यालय पर स्थित मन्दिर में विराजित बजरंग बली 'गजेटेड़ हनुमान' के नाम से जाने और पूजे जाते हैं। जन-जन में इनके प्रति अगाध आस्था और श्रृद्धा भाव हिलोरें लेता है। पूरी दुनिया में यह अपनी तरह के अन्यतम हनुमान हैं।


राजस्थान के ठेठ पश्चिम में मरुस्थलीय जैसलमेर जिले में गजेटेट हनुमान जी का मन्दिर भक्तों की आस्था का बड़ा भारी केन्द्र है। यह मंदिर जैसलमेर शहर में मुख्य डाकघर के सामने पुराने बिजली घर स्थित जोधपुर विद्युत वितरण निगम कार्यालय परिसर में है जहाँ हनुमान भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
सदियों पुरानी है हनुमान प्रतिमा
निज मन्दिर में गजेटेड़ हनुमानजी की पाँच फीट की भव्य मूर्ति सदियों पुरानी बतायी जाती है। जिस स्थान पर मन्दिर बना है वहाँ पहले घना जंगल था जहाँ इस प्राचीन मूर्ति की तपस्वियों और सिद्ध संतों द्वारा एकान्त सेवन के साथ ही पूजा-अर्चना की जाती रही।
शहर का विस्तार होने से हनुमान भक्तों का ध्यान इस ओर गया। बाद में मन्दिर बनाया गया जो अब लगातार विस्तार पाता जा रहा है। मन्दिर के गर्भगृह में भगवान श्री हनुमानजी के सम्मुख पिछले ढाई दशक से अखण्ड दीपक जल रहा है। निज मन्दिर के द्वार के समीप गोवद्र्धन(शिलालेख स्तंभ) है जिससे इस क्षेत्र की प्राचीनता का बोध होता है।
हिन्दुस्तान का यह पहला हनुमान मंदिर है जिसमें बिराजित हनुमान जी महाराज गजेटेड़ यानि राजपत्रित हैं। हनुमान भक्तों की गजेटेड़ हनुमान पर अटूट आस्था है। भक्तों का मानना है कि हनुमानजी हर किसी की मुराद जरूर पूरी करते हैं। चूंकि बिजली विभाग के परिसर में हैं अत: इन हनुमानजी को भक्तगण 'करंट बालाजी' के नाम से भी पुकारते हैं। इन भक्तों की पक्की मान्यता है कि जो भी भक्त हनुमान दादा के दरबार में आ जाता है, हनुमानजी उनकी सारी मनोकामनाएं करंट की मानिंद पूर्ण करते हैं।
सरकारी नुमाइन्दों ने बनाया गजेटेड़
हनुमानजी को गजेटेड़ क्यों कहा जाता है और वे गजेटेड़ कब बने, इसका कोई धार्मिक या शास्त्रीय प्रमाण तो नहीं मिलता लेकिन माना जाता है कि ज्यादातर सरकारी लोगों की आवाजाही तथा चमत्कारिक प्रतिमा की वजह से उन्हें यह नाम मिला। गजेटेड़ होने की वजह से ख़ासकर राज-काज से जुड़े कामों में हनुमान जी विशेष मदद करते हैं। यही कारण है कि यहाँ आने वाले हनुमान भक्तों में सरकारी सेवाओं में जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या भी खूब रहती है।
हनुमान मन्दिर में पिछले 25 बरस से पूजा करते आ रहे मुख्य पुजारी किशनलाल के अनुसार वर्षों पूर्व हनुमान भक्त शिक्षक एवं ज्योतिषाचार्य हेमराज व्यास ने यहाँ बड़े-बड़े अफसरों की श्रद्धा को देख इसे गजेटेड हनुमान नाम दे दिया, तभी से यह नाम चल निकला है।
बरसों पहले तक जैसलमेर मूल शहर से बाहर होने की वजह से शहरी लोगों का आवागमन यहाँ कम था। जबकि कलक्ट्री-कचहरी और दूसरे सरकारी दफ्तरों के यह खूब करीब है और इस वजह से हनुमान उपासक कई गजेटेट ऑफिसर यहाँ नियमित रूप से दर्शन करने के लिए आते रहते।
एकांत में होने की वजह से दशकों पूर्व छोटे से स्थल में बिराजमान हनुमान जी के दर्शन व पूजन के लिए पास के दफ्तरों में काम करने वाले सरकारी लोगों का आना-जाना बढऩे लगा। इन लोगों के लिए यही पड़ोसी भगवान हुआ करते थे जहां फुर्सत पाकर शोर-शराबे से दूर तल्लीनता से उपासना हो सकती थी। इनमें कई भक्तगण यहीं बैठकर हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकाण्ड आदि करते।
ट्रांसफर-प्रमोशन और नौकरी का सुकून मिलता है यहाँ
इनमें कई सारे ऐसे होते जो अपने ट्राँसफर, प्रमोशन के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करते। कई सरकारी अधिकारी ऐसे भी होते, जिन्हें सजा के तौर पर दूरस्थ जैसलमेर दिखा दिया जाता है, इनके लिए यही हनुमानजी आशा की किरण साबित हुए थे। इस वजह से ये सरकारी नुमाइन्दे यहीं आकर मिन्नतें करते व हनुमान जी की साधना करते। इनकी मनोकामनाएँ पूरी होती रही। इसकी चर्चा एक से लेकर दूसरे अफसरों तक होने लगी। इससे सरकारी क्षेत्र के लोगों का विश्वास गजेटेड़ हनुमानजी पर जमता गया। इस वजह से हनुमानजी गजेटेड हनुमान के रूप से प्रसिद्ध हो गये।
कृपा बरसाते हैं राम-लक्ष्मण-जानकी
गजेटेड़ हनुमान मन्दिर परिसर में ही राम मन्दिर बना हुआ है जिसमें भगवान श्रीराम, भगवती सीता तथा लक्ष्मण की श्वेत पाषाण से बनी मनोहारी मूर्तियाँ हैं जिनके सम्मुख विनय मुद्रा में बैठे हुए हनुमानजी की आकर्षक मूर्ति है। कई भक्त ऐसे हैं जो अपने कर्मयोग की शुरूआत गजेटेड़ हनुमान मन्दिर से करते हैं। यहां हनुमानजी, भैरव तथा राम दरबार के दर्शन के बाद ही वे अपने काम-धंधों की ओर रुख करते हैं।
नींव से निकली भैरव प्रतिमा
मन्दिर प्रवेश करते ही वाम पाश्र्व में पौन फीट की भैरवमूर्ति है जिसके पास अखण्ड दीपक है। भैरव की यह प्राचीन मूर्ति शहर में किसी सेठ के घर नींव खोदते वक्त निकली थी जिसे यहाँ लाकर प्रतिष्ठित किया गया। यहीं एक्वेरियम में श्रीराम सेतु की पानी में तैर रही वाली एक शिला आकर्षण जगाती है।
हर कोना दर्शाता है हनुमानजी की लीलाओं को
पूरा मन्दिर परिसर हनुमानजी की लीलाओं भरे चित्रों और रामायण की चौपाइयों से अटा पड़ा है। मन्दिर के बाहर पवित्र शमी का प्राचीन वृक्ष होने के साथ ही अब पीपल, तुलसी आदि भी पल्लवित हो रहे हैं।
दूर-दूर तक मशहूर हैं गजेटेड़ हनुमान जैसलमेर शहर के निरंन्तर विस्तार से अब यह मंदिर शहर के बीच प्रतीत होता है। भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी और कालान्तर में विकास व विस्तार के चलते अब गजेटेड़ हनुमान मंदिर दर्शनीय श्रृद्धास्थल के रूप में बदल गया हैं।
मंगलवार और शनिवार को यहां भक्तों का जमघट लगा रहता है। इन दोनों ही दिनों में हनुमानजी का विशेष श्रृंगार होता है। मंगल-शनि को वाद्यों की संगत पर सुन्दरकाण्ड व हनुमानचालीसा के सामूहिक पारायण के साथ ही वर्ष में अनेक अवसरों पर अखण्ड रामायण पारायण और अन्य वृहत हनुमान उपासनापरक अनुष्ठानों का आयोजन होता है जिनमें बड़ी संख्या में हनुमान भक्त हिस्सा लेते हैं।
देशी-विदेशी सैलानी भी पहुँचते हैं शरण में
हर वर्ष हनुमान जयंती के अवसर पर तीन दिवसीय विशाल समारोह होता है जिनमें रामचरित मानस का अखण्ड पारायण, हनुमान पंचामृत स्नान, कलश-शोभायात्रा, हनुमान यज्ञ तथा विशेष श्रृंगार, श्रीराम भण्डारा आदि का आयोजन जैसलमेर की धार्मिक परम्परा में शामिल है। जैसलमेर शहर भर से भक्त यहाँ उमड़ते हैं।
भक्तों की अगाध श्रद्धा और आस्था के कारण गजेटेड़ हनुमान अब जैसलमेर के हनुमान तीर्थ के रूप में दूर-दूर तक मशहूर हो चुका है। भक्तों ने हनुमान धाम के रूप में इसके विकास में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। जैसलमेर आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक भी अब गजेटेड़ हनुमानजी आकर अपने आपको धन्य मानते हैं।

बुधवार, 30 अप्रैल 2014

जैसलमेर शराब माफियो के खिलाफ बड़ी कार्यवाई अवैध हथियारों सहित बड़ी मात्र में शराब बरामद ,दो गिरफ्तार

जैसलमेर शराब माफियो के खिलाफ बड़ी कार्यवाई अवैध हथियारों सहित बड़ी मात्र में शराब बरामद ,दो गिरफ्तार 
जिले में शराब तस्करों के विरूद्ध पुलिस की 02 बडी कार्रवाईयाॅ


पुलिस कंट्रोल रूम की सतर्कता एवं मुस्तैद नाकाबंदी की बदौलत हरियाणा निर्मित अवैध शराब से भरी 02 बोलेरो गाडी एवं 01 जायलो गाडी बरामद, 01 गिरफ्तार

अवैध शराब से भरी बोलेरो गाडियों के आगे स्काॅटिंग वाहन जायलो गाडी बरामद तथा चालक भी गिरफ्तार

पिछा करती पुलिस पर फिल्मी स्टाईल में शराब से भरे पव्वे फेके, फिर भी पुलिस ने नहीं मानी हार लगातार करते रहे पिछा

 
जैसलमेर जिले की पुलिस ने शराब माफियो के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए बड़ी मात्र में अवैध शराब बरामद करने के साथ दो शराब तस्करो को मई हथियार गिरफ्तार किया .शराब तस्करो ने पुलिस की गाड़ियों पर बोतलों से हमला भी किया .इसके बावजूद पुलिस को  मिली

पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा जिला जैसलमेर के आदेषानुसार जिले में अवैध शराब तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही एंव लोकल एंव स्पेषल एक्ट की कार्यवाही करने हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत कार्यवाही करते हुए आज दिनांक 30.04.2014 को पुलिस थाना पोकरण के हल्का में हरियाणा निर्मित अवैध शराब से भरी 02 बालेरो गाडी एवं एवं शराब से भरे वाहनों की एस्कोटिंग करते 01 जायलो गाडी एवं जायलो गाडी के ड्राईवर को गिरफ्तार किया गया।

ज्ञात रहे कि आज सुबह तड़के पुलिस कंट्रोल रूम जैसलमेर को सुचना मिली की बाप की तरफ से 02 गाडियाॅ अवैध शराब का परिवहन करते हुए पोकरण की तरफ आ रही है। जिस पर पुलिस कंट्रोल ने इसकी सुचना वृताधिकारी पोकरण धरमाराम, प्रेमदान निरीक्षक पुलिस, थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण को दी तथा नाकाबंदी करने के निर्देश दिये गये। जिसकी सुचना मिलते ही प्रेमदान निरीक्षक पुलिस, थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण के निर्देशन में जेफाराम सउनि प्रभारी पुलिस थाना रामदेवरा, हैड कानि. चनणाराम, पुलिस थाना पोकरण, हैड कानि. सवाईसिंह हाईवे मोबाईल पोकरण के नेतृत्व में अलग अलग टीमें बनाकर सरहद सादा में नाकाबन्दी की गई। दौराने नाकाबंदी 02 बोलेरो वाहन बोलेरो सं. आर.जे. 19 यु.बी. 4967 व आर.जे. 04 टी.ए. 1123 व एक जायलो गाड़ी आते ही दिखाई दी जिनको रूकवाने का ईशारा दिया गया तो वह रूकी नहीं तथा नाकाबन्दी तोड़कर शगने लगी। जिसका पुलिस जाब्ता द्वारा पीछा किया गया । दौरान पिछा बोलेरो में सवार शराब तस्करों द्वारा बोलेरो वाहन में श्री शराब के कार्टुनों में से शराब के पव्वे पुलिस के वाहन व जाब्ते पर फेकना शुरू किया। जिस पर भी पुलिस टीमों द्वारा हार नहीं मानी तथा लगातार पीछा जारी रखा। पिछा करने के काफी देर बार सरहद छायण में दो अलग-अलग वाहनों में अवैध शराब परिवहन करते हुऐ दो बोलेरो सं. आर.जे. 19 यु.बी. 4967 व आर.जे. 04 टी.ए. 1123 में क्रमषः 17 व 13 कार्टुन ईमपेक्ट ग्रीन विस्की पव्वों के हरियाणा निर्मित अवैध अग्रेजी शराब बरामद की गई। अवैध शराब परिवहन करने वाले वाहनों की एस्कोर्टिग करते हुऐ वाहन जाईलों वाहन सं. आर.जे. 19 टी.ए. 8300 को जब्त कर वाहन चालक सुरजमल पुत्र बंषीलाल ब्राहमण निवासी छायण पुलिस थाना रामदेवरा को गिरफ्तार किया गया। अवैध शराब तस्कर पृथ्वीसिंह ईन्दा निवासी बालेसर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा जिसकी तलाष की जा रही है। बरामदा शराब पर पुलिस थाना रामदेवरा में पृथक पृथक प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया।



पुलिस थाना नोख के हल्का में शराब तस्करो के विरूद्ध कार्रवाई

30 कार्टुन अंगे्रजी शराब से भरे पव्वों से व एक पिस्टल मय तीन जिन्दा कारतुस बरामद व मुल्जिम महेन्द्रसिंह गिरफ्तार

पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेषानुसार जिले में अवैध शराब तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही एंव लोकल एंव स्पेषल एक्ट की कार्यवाही करने हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत वृताधिकारी वृत नाचना के निर्देशन में कार्यवाही करते हुए आज दिनांक 30.04.2014 को पुलिस थाना नोख के हल्का में अवैध शराब से भरी 01 टाटा जीनीयों में 30 कार्टून अंग्रेजी शराब एवं 1440 पव्वे एवं एक देशी पिस्टल मय तीन जिन्दा कारतुस मुल्जिम महेन्द्रसिंह पुत्र जबरंिसह राजपूत निवासी सोलंकिया तला को गिरफ्तार किया गया।

ज्ञात रहे कि आज दिनंाक 30.04.2014 को हैड कानि. अमृतलाल हैड कानि0 49 को जरिये मुखबीर ईतला मिली की नगरासर की तरफ से शराब से भरी गाडि़याॅ नोख होकर गुजरेगी। जिस पर अमृतलाल हैड कानि. मय कानि0 खेतपालंिसह, दिलीप कुमार, षिषुपाल, हिमताराम, पुखराज द्वारा रात्रि मंे नाकाबन्दी कर सुबह 6.30 ए.एम. पर आते हुए वाहन को ईषारा देने पर नहीं रोकने पर पीछा किया गया। जिसको पिछा कर दस्तयाब कर वाहन टाटा जीनीयो आरजे 15 सीए 1541 के अन्दर से 30 कार्टुन अंगे्रजी शराब से भरे पव्वों से कुल 1440 पव्वे व एक देषी पिस्टल मय तीन जिन्दा कारतुस मुल्जिम महेन्द्रसिंह पुत्र जबरंिसह राजपूत निवासी सोलंकिया तला को गिरफ्तार कर बरामद किये व वाहन को जब्त किया वाहन चालक मौके से फरार हो गया जिसकी तलाष जारी है। उक्त शराब की कीमत करीब एक लाख रूपये व वाहन कीमत करीबन दस लाख रूपये हेै। जिस पुलिस थाना नोख में आबकारी अधिनियम एवं आम्र्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान जारी हैं

शुक्रवार, 11 अप्रैल 2014

 पढ़िए जसवंत सिंह का बाड़मेर जैसलमेर के विकास के इक्क्सी सूत्री घोषणा पत्र

बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षैत्र की उन्नती के लिए 21 सूत्री कार्यक्रम


1. सामाजिक प्रष्न: ये क्षैत्र सबसे शांत सीमान्त ईलाका है, इस ईलाके में जाति व धर्म के नाम पर सामाजिक समरसता और मेलजोल सदैव बना रहे विद्वेष व टकराव की राजनीति का जहर यहां ना घुले यह मेरी प्रथम व सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है।

2. आर्थिक प्रष्न: लिग्नाइट व तेल इस धरती का धन है जो हम निकाल कर बेचने में लगे है। निकालने व बेचने के तरीकों में स्थानीय जनहित प्राथमिकता से तय हो इन्हीं के कारण बाड़मेर में बाहर के तत्वों का आना-जाना बढेगा, बाहर के लोगों की मौजूदगी में स्थानीय लोगों के गुण और उनके आर्थिक अवसर गौण न हो व उनको हर तरह से विषेष प्राथमिकता मिले।

3. शैक्षणिक प्रष्न: बाड़मेर-जैसलमेर क्षैत्र विषाल भौगोलिक विस्तार में है यहां के विद्यार्थियों के लिए उच्च स्तरीय शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध करवाना विषेष रूप से व्यवसायिक षिक्षा के केन्द्र की स्थापना मेरी प्राथमिकता रहेगी।

4. थार एक्सप्रेस सप्ताह के बजाय प्रतिदिन चले व उसका ठहराव बाड़मेर स्टेषन पर हो जिससे सीमा पार से आने वाले हजारों हिन्दु-मुस्लिम परिवारों के रिष्तेदारों का आपसी मिलन सहजता से हो सके। बंटवारे से पैदा हुए इस दर्द को ऐसा करके हम कुछ कम कर सकेगें।

5. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 की पाबंदी पर गहराई से पुर्नविचार किया जावे।

6. विषेष वीजा आॅफिस बाड़मेर में न खोल सके तो जोधपुर में अवष्य खोला जाय ताकि यहां के लोगों को दिल्ली के दरवाजे ना खटखटाने पड़े।

7. पाक विस्थापित शरणार्थियों की नागरिकता व पुर्नवास को पूरी प्राथमिकता के साथ निपटाया जायेगा। 2004 के पश्चात नागरिकता से वंचित लोगों को तुरंत नागरिकता व नागरिकता का अधिकार जिला कलेक्टर स्तर पर दिया जावे और एक स्वायत्तषाषी निकाय इनकी षिक्षा, स्वास्थ्य व सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का काम करें इसका प्रयास मेरी ओर से होगा।

8. पेयजल एवं सिंचाई: अगर हम दो पाईप लाईन से राजस्थान नहर का पानी विभिन्न व्यवसायिक इकाईयों को दे सकते है तो क्यों नहीं राजस्थान एवं नर्मदा नहर का पानी बाड़मेर-जैसलमेर के सूखे रेगिस्तानी क्षैत्र में पेयजल एवं सिंचाई के लिए उपलब्ध हो सकता यह विषय भी मेरी चुनावी प्राथमिकता में शामिल हैं।

9. स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिकता: बाड़मेर व जैसलमेर जिला मुख्यालय पर स्थित चिकित्सा केन्द्रो में अत्याधुनिक जांच एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थापना एवं प्रत्येक ग्रामीण मुख्यालय पर महिलाओं व बच्चों के लिए विषेष ईलाज के लिए डिस्पेन्सरीयां बने यह मेरा प्रयास रहेगा।

10. उत्तरलाई हवाई अड्डे से कम से कम एक कमर्षियल फ्लाईट जो जयपुर, दिल्ली को बाड़मेर से जोड़ सके यह मेरी मंषा रहेगी।

11. रेलवे संबंधी प्राथमिकताएं: जैसलमेर-बाड़मेर का सम्पर्क सीधा गुजरात व दक्षिण भारत से जुड़ सके इसके लिए इस रूट की स्थापना के लिए मैं पूर्ण रूप से कटिबद्ध हूं तथा जो रेलें जोधपुर तक आती है उनका आगे बाड़मेर व जैसलमेर तक आना संभव हो तो इसके लिए मेरा पूरा प्रयास रहेगा।

12. पशुपालन संबंधी प्राथमिकताएं: यहां की गांयो के लिए विषेष मरूगोचर योजना एवं सीमावर्ती क्षेत्र में डेयरी व्यवसाय की स्थापना का विषेष प्रयास। रेगिस्तान के जहाज ऊंट की लुप्त होती नस्ल के संरक्षण हेतु बीकानेर की तर्ज पर यहां पर भी ऊंट अनुसंधान केन्द्र की स्थापना करना।

13. बाड़मेर व जैसलमेर के सीमावर्ती क्षैत्र के करीबन 75 गांव जो डेजर्ट नेषनल पार्क (डी एन पी) की वजह से सारी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है वहां पर सारी मूलभूत सुविधाएं बहाल हो और पार्क की वजह से जो समस्याएं पैदा हो रही है उसका निराकरण करना मेरी प्राथमिकता रहेगी।

14. परम्परागत हस्तषिल्प उद्योग (हैण्डीक्राफ्ट) के लिए बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बिक्री केन्द्र की स्थापना करना एवं चैहटन व गडरारोड़ जैसे स्थानों पर हस्तषिल्प के प्रोत्साहन की विषेष समयबद्ध योजना एवं बाखासर के रण क्षैत्र में नमक उद्योग की संभावना पर कार्य करना।

15. भेड़-बकरी जैसे पशु जिन पर यहां की अधिकांष आबादी की आर्थिक निर्भरता है उनके संवद्र्वन के लिए आधुनिक अनुसंधान केन्द्र व इन पशुओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छी चिकित्सा व्यवस्था का प्रबन्ध मेरी प्राथमिकताओं में शामिल है।

16. डोडा पोष्त की जो ठेकेदारी व्यवस्था है जिसकी वजह से यहां के डोडा पोष्त लेने वालों को काफी दुष्वारियां झेलनी पड़ती है उसको खत्म करके सीधा परमिटधारकों तक राषन व्यवस्था के माध्यम से पहुंचे।

17. पर्यटन:- जैसलमेर क्षेत्र में पर्यटन का इस तरह से विकास व प्रोत्साहन करना जिससे वहां के सांस्कृतिक वातावरण में कोई विरोधाभास न हो तथा क्षेत्र के लोगों को पर्यटन व्यवसाय से आर्थिक संबल मिले।

18. जैसलमेर व बाड़मेर के प्रमुख धर्मस्थलों के प्रबन्ध (सफाई-षुचिता) में सुधार ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो।

19. बाड़मेर क्षैत्र के कपड़ा उद्योग की समस्याओं को दूर करना एवं पर्यावरण की आवष्यकताओं का पूरा ध्यान रखते हुए इस उद्योग की उन्नती का प्रयास साथ ही इस क्षेत्र में ग्वार-गम उद्योग को प्रोत्साहन देना।

20. इन्दिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में स्थानीय भूमिहीन किसानों को प्राथमिकता से भूमि आवंटन एवं स्थानीय किसानों का हर तरह से संरक्षण हो यह मेरी मंषा रहेगी।

21. पर्यावरण सम्बन्धी:- एक निष्चित समयावधि में समूचे बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र से धीरे-धीरे प्लास्टिक थैलियों के उपयोग व दुरूपयोग बन्द हो इस दिषा में उचित कदम उठाय जायेंगें।




मेरे इस अंतिम चुनाव में मेरी जन्मभूमि के लिए इस 21 सूत्री कार्यक्रम व इसके अतिरिक्त भी अन्य जनहित व राष्ट्रहित के मुद्दे मेरी प्राथमिकताओं में सदैव की तरह रहेगें।




जसवंतसिंह



प्रत्याषी बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र

रविवार, 30 मार्च 2014

जसवंत ने कहा, राजनीतिक पार्टी एक व्यक्ति की दासी नहीं होनी चाहिए

जसवंत ने कहा, राजनीतिक पार्टी एक व्यक्ति की दासी नहीं होनी चाहिए
जैसलमेर: भाजपा से निष्कासित किये गए जसवंत सिंह ने आज नरेंद्र मोदी और उनके इर्दगिर्द केंद्रित प्रचार पर हमला बोलते हुए एक व्यक्ति की ‘‘पूजा’’ की निंदा की और कहा कि दुनिया ऐसे लोगों की कब्रों की भरमार है जिनके बारे में यह माना जाता था कि वह अपने देशों के लिए अत्यावश्यक हैं.जसवंत सिंह जैसलमेर में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे

सिंह को कल भाजपा से छह वर्ष के लिये निष्कासित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने बाडमेर सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नाम वापस लेने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी एक व्यक्ति की दासी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने इसके साथ ही भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह पर कडा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी को उनके (राजनाथ सिंह के) अध्यक्ष बनने को लेकर चेतावनी दी थी और यह भी कहा था कि पार्टी को उनके निर्णय का खामियाजा उठाना पडेगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा के इस फैसले से आहत हुआ हूँ ,उन्होंने कहा भाजपा के जिन शीर्ष नेताओ को मुझसे संपर्क करना था कर लिया। उन्होंने बताया कि राजस्थान सहित देश भर मई मोदी कि कोई लहर नहीं हें लोग विकल्प ढूंढ रहे हें। सिंह ने कहा कि मुझे मुलायम ,नितीश और ममता के भी फोन आए और उन्होंने कहा कि तुह्मारे से साथ बहुत गलत हुआ तुम चाहो तो हमारी पार्टी ज्वाइन कर सकते हो लेकिन में अब जितने के बाद ही फैसला लुगा कि किस पार्टी में जाउगा लेकिन भाजपा में अब शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता है ,उनके बेटे और भाजपा से बाड़मेर कि शिव विधानसभा से विधायक मानवेन्द्र के उनके साथ नहीं होने के सवाल पर जसवंत सिंह ने कहा कि अपना धर्म निभाना रहा हें।
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गुरुवार, 13 मार्च 2014

जैसलमेर जिला परिवहन अधिकारी अवैध वसूली के लिए घर घर जाते हें

जैसलमेर जिला परिवहन अधिकारी अवैध वसूली के लिए घर घर जाते हें

बाड़मेर जैसलमेर के जिला परिवहन अधिकारी होली कि खर्ची के लिए अब दो चार सिपाहियो के साथ वाहन मालिको के नाम फर्जी वसूली निकाल घर घर जाकर अनध वसूली कर रहे हें। सूत्रानुसार जिला परिवहन अधिकारी जैसलमेर द्वारा वाहन मालिको के पुराने कागजात निकाल विभागीय वसूली फर्जी तरीके से निकाल उसकी अवैध वसूल करने वाहन मालिको के घर दो चार सिपाहियो के साथ धमक जाते हें। वाहन मालिको ने बताया कि वाहनो के समस्त टेक्स चुकाए जाने के बाद भी गैर वाजिब तरीके से कार्यालय वसूली बकाया के नाम वाहन मालिको के घर वसूली के लिए धमक रहे हें जबकि अगर ऐसी कोई वसूली होती भी हें तो जरिये नोटिस या कार्यालय पत्र द्वारा सम्बंधित वाहन मालिक को सूचित किया जाना चाहिए ,मगर जैसलमेर जिला परिवहन अधिकारी द्वारा वहाँ मालिको के परिजनो को डरा धमका कर वसूली करने के समाचार हें। एक जिला स्तरीय अधिकारी केसे किसी के घर जाकर वसूली कर सकता हें ,राज्य सरकार कि किसी क़ानूनी या संवेधानिक पुस्तक में कोई कानून धारा दर्ज नहीं हें कि किसी कि वसूली परिजनो को डरा धमाका के कीजये। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के नशे में चूर जिला परिवहन अधिकारी कि दबंगता बढाती जा रही हें। अपना राज हें कौन क्या बिगड़ेगा कि तर्ज पर चल रहे परिवहन अधिकारी को इस तरह कि हरकते भारी पद सकती हें।

रविवार, 2 मार्च 2014

जैसलमेर जलदाय विभाग भरष्टाचार मामले में कब कार्यवाही करेगी वसुंधरा सरकार

लोकसभा चुनाव 2014 में मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार का रहेगा 




जैसलमेर जलदाय विभाग भरष्टाचार मामले में कब कार्यवाही करेगी वसुंधरा सरकार 


भ्रष्टाचार के लंबित मामलों में गम्भीरता को लेते हुए सख्त हो सकती है सरकार 



जैसलमेर, 2मार्च / दिल्ली के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गैस की कीमत के मुद्दे पर रिलायंस के खिलाफ भले ही प्राथमिकी दर्ज की हो,  लेकिन यह एक सरकार या विभाग की औपचारिक कार्यवाही हो सकती है परन्तु इसके बाद न्याय की दहलीज पर क्या फल है इस पर अभी देश की जनता को विश्वास में लाना होगा तभी इसी प्राथमिकों के कुछ मायने निकल सकते हैं ।

एसीबी ने केजी बेसिन से निकलने वाली गैस के मामले में इस केस को दर्ज किया है। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली, आरआईएल प्रमुख मुकेश अंबानी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवड़ा और सेवानिवृत हाइड्रोकार्बन निदेशक वीके सिब्बल के नामों का दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा रिलायंस गैस मुद्दे पर दर्ज प्राथमिकी में उल्लेख किया गया। मीडिया के माध्यम से यह कार्यवाही जनता को लुभा सकती है कि सरकार कार्यवाही कर रही है, लेकिन उन प्राथामिकों क्या जिन्हें दर्ज हुए सालों हो गए और नतीजा सिफर। अफसर/कर्मचारी सेवानिवृत होकर पेंशन तक पा लेते है और ये कार्यवाहियां धूल चाटती नजर आती है।

ऐसा ही एक मामला जैसलमेर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने का है।  इस प्राथमिकी को दर्ज हुए दो साल होने को है लेकिन इस प्राथमिकी में दर्ज अफसर/कर्मचारियों पर रती भर फर्क नहीं पडा है। अलबता तो इसमें नामदर्ज रूपाराम धनदे तत्कालीन अधीक्षण अभियंता को तो सरकार ने पदौन्नति भी दे दी और बा-ईज्जत राज्य सेवा से सेवानिवृत होकर जैसलमेर विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़ लिया। यह अलग बात है कि वे अपने प्रतिद्वंदी भाजपा के उम्मीदवार से महज 2700 वोटों से हार गए।

गौरतलब है कि एसीबी जैसलमेर ने प्राथमिकी जांच संख्या 10/07 विरुद्ध रूपाराम अधीक्षण अभियंता (तत्कालीन), पीएचईडी जैसलमेर व अन्य के खिलाफ की गहन जांच पड़ताल करने के उपरांत थाना सीपीएस जयपुर में प्रथम इत्तिला रिपोर्ट संख्या 271/  दिनांक 13.7.2012 से ऍफ़आईआर दर्ज करवाकर, अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान के आदेश मांगे गए। यह प्राथमिकी धारा 13 (1) डी, 13(2) पीसी एक्ट 1988 सपठित धारा 420, 467, 468, 471, एवं 120 बी भादंसं में प्रथम द्रष्टया प्रमाणित पाए जाने पर की गई।

ये है ज्ञात/अज्ञात संदिग्ध अभियुक्तों का ब्यौरा 

रूपाराम धनदे तत्कालीन अधीक्षण अभियन्ता जलदाय विभाग वृत जैसलमेर वक्त FIR मुख्य अभियंता, विशेष परियोजना जलदाय विभाग जयपुर (वर्त्तमान में सेवानिवृत), रविन्द्रपाल सिंह कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता जलदाय विभाग वृत जैसलमेर एवं अधीशाषी अभियंता नगरखंड जैसलमेर वक्त FIR अधीशाषी अभियंता जलदाय विभाग नगरखंड हनुमानगढ़ , भंवरलाल जाटोल तत्कालीन अधीशाषी अभियंता जिलाखंड जलदाय  विभाग जैसलमेर, देवकृष्ण पंवार सहायक लेखाधिकारी PHED जैसलमेर, ओमप्रकाश तत्कालीन तकनीकी सहायक कार्यालय अधीक्षण अभियंता जलदाय विभाग जैसलमेर, श्रीवल्लभ ओझा तत्कालीन क्रय लिपिक कार्यालय अधीक्षण अभियंता जलदाय विभाग जैसलमेर, मनोज झामेरिया तत्कालीन क्रय लिपिक के साथ ही तीन फार्मों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज हो रखी है। 

हालांकि इसके बाद की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है कि, इस प्रकरण में आगे क्या होगा ? क्या अभियोजन की स्वीकृति ली जा सकती है या फिर कोर्ट में चालान पेश किया जा सकता है। लेकिन इस प्रक्रिया में एक अधिकारी राजकीय लाभ लेकर सेवानिवृत हो चुका है और अन्य भी तैयारी में है।  फैसला आने में देर हो जाती है तो फ़ायदा दोषियों को मिलता है।

मजेदार बात यह है कि,  इस मामले में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग द्वारा भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है और न ही स्थानीय विभाग के अधिकारियों को तो इस प्राथमिकी के बारे में भी जानकारी नहीं है।  सचिवालय स्तर से भी इस प्रकरण में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उपशासन सचिव से इस प्रकरण में की गई कार्यवाही सूचना के अधिकार के तहत माँगी गई तो उलटे दोषी से ही पूछ लिया कि, "अमुक ने सूचना मानी है दी जाए या नहीं स्वीकृति दें।' दोषी की अस्वीकृती की सूचना मिली। 

मामला दर्ज हुआ उस समय कांग्रेस सरकार थी और अंत में इस प्रकरण का दोषी अधिकारी कांग्रेस की टिकट से विधानसभा का चुनाव लड़ गया है।  इसके यह मायने निकल सकते हैं कि कांग्रेस ने भ्रश अधिकारी को न केवल बचाया वरन उसे विद्यायाक के लिए टिकट देकर विधानसभा में भेजने के लिए भ्रष्ट आदमी को टिकट दिया।  अब चूँकि राजस्थान में भाजपा की सरकार है तो इस मामले में अनुसंधान हो दोषियों को सजा मिल सकती है। 

राजस्थानः सज-धज के निकलती हैं ऊंट हसीनाएं


राजस्थानः सज-धज के निकलती हैं ऊंट हसीनाएं

रईस खां, जो जैसलमेर से 40 किलोमीटर दूर एक गाँव की एक ढाणी में रहते हैं, वो गोरी को अल्हड़ युवती की तरह सजाएँगे.पहले होगा विशेष केश विन्यास, फिर सोलह श्रृंगार. बोरला, नथ, घुंघरू, लूम्बी बाँधने के बाद चमचम करते शीशे की कारीगरी के वस्त्र धारण करवाए जाएंगे और इसका खर्चा बैठेगा मात्र 15-20 हज़ार रुपए.

आप सोचेंगे कि साज-श्रृंगार की कथा में नया क्या है, यह तो घर-घर की कहानी है? है जनाब, ये गोरी किसी गाँव की सामान्य युवती नहीं है, बल्कि एक ऊँटनी है!

गोरी थार रेगिस्तान में अकेली श्रृंगार-प्रेमी ऊंटनी नहीं है. राजस्थान के मरू प्रदेश के दर्ज़नों ऊँट मेलों के अवसर पर ब्यूटीशियन के पास करीने से संवरने जाते हैं.

इसे शहरीकरण का असर कहें या व्यावसायिक मजबूरी, ऊँट-साज ख़ुद को ब्यूटीशियन और अपने घर, झोंपड़े, टेंट को पार्लर कहलाना ज़्यादा पसंद करते हैं.
क्यूँ होती है सज्जा?


आज से कुछ वर्ष पहले ऊँटों का श्रृंगार करने वाले लोग जैसलमेर और बाड़मेर के गाँव-गाँव में हुआ करते थे. ये सामान्यतः ऊँट-पालक प्रजातियों जैसे रेबारी और देवासी परिवारों के सदस्य थे.

पर ऊंटों की घटती संख्या के साथ ऐसे लोग भी कम होते गए. इसका असर ये हुआ की ऊंटों की श्रृंगार कला, इसे खांटी मारवाड़ी में ‘लव’ करना कहा जाता है, अब सिर्फ कुछ विशेषज्ञों के पास सिमट कर रह गई है.

बीकानेर विश्वविद्यालय के पर्वायवरण विभाग में एसोसिएट प्रोफ़ेसर अनिल छंगाणी कहते हैं, “ऊंटों का लव करना पहले एक सामान्य ग्रामीण कला थी. प्रतिष्ठित और धनाढ्य परिवारों के लोग खाली समय में अपने ऊँट की सज्जा रेबारी और देवासी लोगों से करवाते थे, बदले में कुछ अन्न, धान दे देते थे.”

वे कहते हैं, “चूँकि अब लोग कम रह गए तो यह कला अब व्यवसाय के रूप में परिवर्तित हो गई है. बचे-खुचे ब्यूटीशियन अब पैसा बना लेते हैं, अपनी मांग ज़्यादा और आपूर्ति कम होने के कारण.”
आजीविका


आज से कुछ वर्ष पहले तक ऊंटों का श्रृंगार दो कारणों से किया जाता था.

पहला उन्हें अलग पहचान देने के लिए, दूसरा मालिक का सामाजिक रसूख जताने के लिए. जितना रईस मालिक, उतना सजा-धजा उसका ऊँट. पर अब यह काम मेलों में आने वाले सैलानियों के लिए होता है.

जैसलमेर और बाड़मेर में ऊंटों के लिए सालाना तीन जलसे होते हैं. इनमें सबसे मशहूर जैसलमेर का मरू उत्सव माघ पूर्णिमा से तीन दिन पहले शुरू हो कर ख़त्म होता है.

इसमें मेले में करीब 50,000 पर्यटक और 300-400 ऊंट आते हैं. इसके अलावा बाड़मेर का उत्सव और एक लूनी नदी के पेटे में लगने वाला मेला भी थार के रेगिस्तान में ऊंट और पर्यटक आकर्षित करते हैं.

रईस खां और उनके ब्यूटीशियन भाइयों का पार्लर इन्हीं दिनों चलता है और कारोबार भी.

वह कहते हैं, “हम लोगों को बीकानेर और पुष्कर के मेलों में भी बुलाया जाता है,”

कुल मिला कर एक साल में चार-पांच जगह अपनी कला के प्रदर्शन से ये परिवार अपना पेट पाल लेते है. रईस के अनुसार “कभी-कभी मेले-ठेले में प्रतियोगिता जीत कर कुछ पैसा मिला जाता है.”
भविष्य असुरक्षित


प्रोफेसर छंगाणी के अनुसार राजस्थान में ऊंटों की संख्या हर साल 10 प्रतिशत की दर से घट रही है. इसके कई कारण हैं, जैसे कि सड़कों का फैलाव, गाड़ियों का चलन और चरागाहों का अभ्यारण्यों में शामिल हो जाना.

जैसलमेर के बाशिंदे और मीडियाकर्मी अनिल रामदेव कहते हैं पहले हर घर के आगे ऊंटों की संख्या गृहस्वामी की संपन्नता का प्रतीक होती थी. पर अब समय बदल गया है. उनके खुद के परिवार में भी पहले ऊँट हुआ करते थे, पर अब उनकी जगह वाहन खड़े होते हैं.

रामदेव कहते हैं, “जजमान कम होने से कारीगर भी विलुप्त होते जा रहे है. अगर ये मेले नहीं होते तो 'लव' करना ख़त्म हो गया होता.”

कुछ लोगों ने 'लव' करने के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग करने का प्रयास किया था, पर हाथ के हुनर जैसा मज़ा नहीं आया. घूम-फिर कर लोग रईस जैसे लोगों के पास ही वापस आ गए.



विलुप्त होती इस कला को बचाने में मेलों से मदद मिली है. ऊंट प्रेमी और विशेषज्ञ कहते हैं ऐसे आयोजन और होंगे तो कारीगर बचे रहेंगे और गाँव की गोरियां भी सजती रहेंगी.

शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2014

लोकसभा चुनाव। । जयपुर में पेश हुई दावेदारियां जसवंत सिंह में जताया विशवास कार्यकर्ताओ ने

लोकसभा चुनाव। । जयपुर में पेश हुई दावेदारियां जसवंत सिंह में जताया विशवास कार्यकर्ताओ ने


बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्यासियो के फीड बेक बैठक जयपुर में सम्पन हुई जंहा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ,प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी सहित बाड़मेर के जिला अध्यक्ष मेजर पर्वत सिंह ,सहित अग्रीम संघठनो के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए ,बैठक में लोक सभा चुनावो के लिए जसवंत सिंह ,डॉ प्रियंका चौधरी ,तन सिंह चौहान ,ऍन आर चौधरी के नाम सामनरे आये वाही अधिकांस कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियो ने एक स्वर से जसवंत सिंह को बाड़मेर चुनाव लड़ाने कि बात कही। कार्यकर्ताओ ने कहा कि बाड़मेर कांग्रेस कि परंपरागत सीट हें जो सिर्फ जसवंत सिंह ही भाजपा के लिए सीट निकाल सकते हें। अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाअध्यक्ष मौलवी अब्दुल करीम ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के चार लाख मुस्लिम भाजपा के साथ जसवंत सिंह के जरिये ही जुड़ सकते हें ,उन्होंने कहा कि मुस्लिम मतदाताओ के सहयोग के बिना बाड़मेर कि सीट कोई नहीं निकाल सकता ,जसवंत सिंह सरहदी क्षेत्र के मुस्लिमो में बेहद लोक प्रिय हें मुस्लिमो का उन्हें विशवास प्राप्त हें। अन्य कार्यकर्ताओ ने जसवंत सिंह को चुनाव लड़ाने कि बात कही ,बैठक में डॉ प्रियंका चौधरी कि तरफ से मजबूत दावेदारी पेश हुई ,वाही अन्य दावेदारियों में तन सिंह चौहान ,और नाथू राम चौधरी के नाम भी सामने आये। बैठक के दौरान वसुंधरा राजे ने कहा कि लोक सभा के लिए जिताऊ उम्मीदवार कार्यकर्ताओ कि भावना को ध्यान में रख कर चुने जायेंगे। पार्टी एक जुट होकर चुनाव लड़े तभी टारगेट पूरा कर पाएंगे

जैसलमेर शिकायत पेटी से प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्यवाही

जैसलमेर शिकायत पेटी से प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्यवाही
बालिका विधालय के सामने यातायात कर्मी लगाने की मांग

जैसलमेर शहर जैसलमेर मेें कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने तथा बालिका एवं महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर विकास शर्मा की पहल पर शहर में स्थापित कालेज, स्कुल एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शिकायत पेटिया लगार्इ गर्इ। उक्त शिकायत पेटियों में आये दिन नामजद एवं गुमनाम शिकायतें प्राप्त हो रही है। जिसमें एक गुमनाम शिकायत प्राप्त हुर्इ कि बालिका उच्च माध्यमिक विधालय जैसलमेर के सामने वाली सड़क पर काफी भिड़भाड़ रहती हैै। जिस पर कोर्इ भी यातायात कर्मी नहीं होता है। उक्त शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा रविन्द्र बौथरा प्रभारी यातायात शाखा को तुरंत यातायात कर्मी लगाने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशों की पालना में यातातात प्रभारी द्वारा तुरंत यातायात कर्मी लगाया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने तथा अपराधों की रोकथाम हेतु शहर में स्थापित कालेज, स्कुल एवं महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों पर शिकायत पेटिया लगार्इ गर्इ। जिसमें कोर्इ भी व्यकित कानून एवं व्यवस्था संबंधी शिकायत, शिकायत पेटी में डाल सकता है। उक्त शिकायत पर तुरंत कार्यवाही की जायेगी तथा शिकायत कर्ता का नाम गुप्त रखा जायेगा। इसके साथ-साथ कोर्इ भी व्यकित शिकायत पेटी के अलावा पुलिस कंट्रोल रूम नम्बर 252100 एवं 100 तथा सोशल नेटवर्किग ीजजचेरूध्ध्ूूूण्ंिबमइववाण्बवउध्ेचण्रंपेंसउमत पर भी अपनी शिकायत पेश कर सकता है।

बुधवार, 26 फ़रवरी 2014

देखिये तस्वीरे फर्स्ट लुक जैसलमेर में अदभुत देवा फोर्ट


























देखिये तस्वीरे फर्स्ट लुक जैसलमेर में अदभुत देवा फोर्ट 

जैसलमेर राज्य मे हर २०-३० किलोमीटर के फासले पर छोटे-छोटे दुर्ग दृष्टिगोचर होते हैं, ये दुर्ग विगत १००० वर्षो के इतिहास के मूक गवाह हैं। मध्ययुगीन इतिहास में इनका परम महत्व था। ये राजनैतिक आवश्यकतानुसार निर्मित कराए जाते थे। दुर्ग निर्माण में सुंदरता के स्थान पर मजबूती तथा सुरक्षा को ध्यान में रखा जाता था। परंतु यहां के दुर्ग मजबूती के साथ-साथ सुंदरता को भी ध्यान मं रखकर बनाया गया था। दुर्गो में एक ही मुख्य द्वारा रखने के परंपरा रही है। दुर्ग मुख्यतः पत्थरों द्वारा निर्मित हैं, परंतु किशनगढ़, शाहगढ़ देवा आदि दुर्ग इसके अपवाद हैं। ये दुर्ग पक्की ईंटों के बने हैं। प्रत्येक दुर्ग में चार या इससे अधिक बुर्ज बनाए जाते थे। ये दुर्ग को मजबूती, सुंदरता व सामरिक महत्व प्रदान करते थे।देवा फोर्ट जिसे स्थानीय भाषा में कोट भी कहा जाता हें बेहद सुन्दर और आकर्षक हें।   इसका अपना ऐतिहासिक महत्त्व हें। 

सोमवार, 24 फ़रवरी 2014

जैसलमेर।हुक्का-पानी किया बंद, पंचायत पर एफआईआर



जैसलमेर। एक जाति पंचायत के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। इस पंचायत ने गांव के एक परिवार का हुक्का पानी इसलिए बंद कर दिया था क्योंकि उन्होंने बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज मामला वापस लेने से इनकार कर दिया था।

परिवार के मुखिया की शिकायत पर पुलिस ने रामगढ़ क्षेत्र की पंचायत के 24 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह घटना राजस्थान के जैसलमेर की है।

"खुदकुशी के लिए बेटी को उकसाया"
राणाराम ने दो साल पहले अपनी बेटी संतोष की शादी खेमराम से की थी। पांच अक्टूबर 2013 को खेमराम और उसके घरवालों ने दहेज के लिए संतोष को खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया। राणाराम की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी खेमराम को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल जेल में है।

समझौते के लिए दबाव
पुलिस में मामला दर्ज कराने से नाराज खेमराम के घरवालों ने जाति पंचायत में इस मुद्दे को उठाया और उनके पक्ष में फैसला करने की बात की। इसके कुछ दिनों बाद ही मेघवाल पंचायत ने राणाराम को बुलाया। उसे एफआईआर वापस लेने और समझौता करने को कहा। ताकि खेमराम को जेल से आजादी मिल सके।

पंचायती फरमान के इनकार पर हुक्का पानी बंद
राणाराम ने पंचायती फरमान मानने से इनकार कर दिया। मेघवाल समुदाय ने उसके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया। इस पर राणाराम ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। एसपी विकास शर्मा के निर्देश पर पंचायत के 24 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014

foto...मरु महोत्सव- ''टैटू शो'' के हैरतअंगेज एवं रोमाचंक करतबों ने दर्शकाें को किया रोमांचित
















मरु महोत्सव- ''टैटू शो'' के हैरतअंगेज एवं रोमाचंक करतबों ने दर्शकाें को किया रोमांचित
सीमा प्रहरियों ने पेष किए अनूठे करतब
रेगिस्तान के जहाज ने निभार्इ अपने साथी की दोस्ती
देषी विदेषी सैलानियों को खूब भाया टैटू शो का करतब

दुष्मन को गच्छा देकर सुरक्षित स्थान पर साथी को ले जाने का सजीव प्रदर्षन

जैसलमेर, 24 फरवरी मरु महोत्सव के दूसरे दिन डेडानसर मैदान मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रस्तुत किया गया ऊँटों के विभिन्न हैरतअंगेज करतबों वाले ''केमल टैटू शो'' ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों द्वारा ऊंट के विभिन्न रोमांचकारी करतबों को प्रस्तुत कर मरु भूमि एवं सीमाओं की सुरक्षा में इस मूक पशु रेगिस्तान जहाज ने अपनी महत्ता से अवगत करा दिया।
टैटू शो समारोह में राष्ट्रीय मानवाधिकार केे विषेष रेपोटर अजय कुमार ,महानिरीक्षक पुलिस रैंज जोधपुर सुनीलदत ,, जिला कलक्टर एन.एल.मीना,, उप महानिरीक्षक बीएसएफ अमित लोढ़ा , बी.एस.राजपुरोहित , एयर कमाण्डोर चंद्रमोली सेवा निवृत आर्इ.ए.एस.अजयकुमार सिंह ,,अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.सी.यादव ,उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्रसिंह चारण ,सहायक निदेषक विनोद पंडया के साथ ही आर्मी व बीएसएफ के अधिकारी , मेला व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारीगण एवं भारी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी उपसिथत थे।
सीमा सुरक्षा प्रहरियों का साथ दिया रेगिस्तान जहाज ने
केमल टैंटू शो में उपसेमादेष्टा कमल सिंह चौधरी़ के नेतृत्व में सीमा प्रहरियों का रेगिस्तान के जहाज ऊंट ने सच्चे साथी का साथ निभाने का सचित्र प्रदर्शन कर दर्शकाें को अचमिभत कर दिया।
ऊटाें पर सीमा प्रहरियों द्वारा मार्च पास्ट
कैमल टैंटू शो के अवसर पर विश्व का एक मात्र केमल माउण्टेण्ड बैण्ड एवं इसकी मधुर धुनों पर प्रशिक्षित ऊंटों ने जो करतब दिखाये वे बहुत ही आकर्षित रहे। राजस्थानी गीतो की धुनों पर ''आओ नी पधारो म्हारे देश'' पर ऊंटों की टोली ने आकर्षक मार्चपास्ट किया तथा अतिथियों को सलामी मंच के सामने सलामी देते हुए गुजरे।
बैण्ड मास्टर के नेतृत्व में राजस्थानी लोकगीत की मधुर धुन पर ''ढोला-ढोल मंजीरा बाजे रे'' ''बन्ना रे बागों में झूला झूलया म्हारी बन्नी ने झूलण दीजे गैन गजरा , म्हारे लहरिये रा नौ सौ रुपया रोकड़ा ,म्हाने लायो दी नी ं'' ''सागर जानी भरने जाऊ, नजर लग जावे'' ''म्हारी घूमर छै नखराली घूमर रमवा मै ज्यासू'' पर कैमल म्युजिक रार्इट का प्रदर्शन किया।
ऊंटों पर एक्रोबैटस
टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने दौड़ते हुए ऊंट पर सवार खड़ी पोजीशन में सैल्यूट दिया वही दौडते हुए ऊट पर मयूर पोजीशन, मच्छी पोजिशन का अदभूत प्रदर्शन कर दर्शको का मन मोह लिया।
सीमा प्रहरियों द्वारा फोरमेशन प्रदर्शन
केमल टैंटू शों में सीमा प्रहरियों ने छ:-छ: की पंä,ि 12-12 ऊटों की क्रासिंग, डार्इगनल फोरमेशन, शक्कर पारा फोरमेशन करने, चक्रव्यूह लहरिया, चौराहा, पीपल के पत्ते के फोरमेशन की प्रस्तुति ने दर्शकाें को आश्चर्य चकित कर दिया।
ऊटों पर पीटी प्रदर्शन
केमल टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने लेटे हुए ऊटो में पीटी का आकर्षक प्रदर्शन किया।
जोकर एवं पणिहारी प्रस्तुति रही सैन्यक
टैंटू शो में जोकर एवं पणिहारी की प्रस्तुति भी रौचक रही एवं जोकर के करतबों को देखकर दर्शक अपनी हंसी रोक नही सके।
बी.ओ.पी आक्रेस्ट्रा का मनोरंजन प्रदर्शन , सीमा प्रहरियों के मनोरंजन का जीवंत प्रदर्षन
शो में बल के लतीफ खां लंगा एवं उनके साथियों ने घरों में उपयोग में आने वाले जरीकन चायपत्ती के खाली डिब्बे, बाल्टी, थाली, मंगा, पाउडर के खाली डिब्बे, बेलचा, गैती, बैलचा इत्यादि वाध यंत्रों का उपयोग लेते हुए देश भकित गीत ''हम तो सीमा के प्रहरी है, फीदा इस पर हो जायेंगे'' ''ए वतन हमको तरी कसम, तुज पर जान लुटायेगे'', चला-चला रे डलेवर गाडी होले-होले इंजन की सीटी में म्हारो मन डोले , फिल्मी गीत चाहिए थोड़ा प्यास प्रस्तुत कर दर्शकाें की वाहवाही लूटी। पूरा पूनम स्टेडियम इनकी प्रस्तुती पर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इन सीमा प्रहरियों ने यह दिखा दिया कि वे किस प्रकार सीमा पर अपना मनोरंजन करते हैं।
ये थे उपसिथत
इस अवसर पर सहायक निदेषक विकास पण्डया, सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्र सिंह जाम, चीमाराम प्रजापत, उपअधीक्षक पुलिस सोहनराम विष्नोर्इ के साथ ही हजारों की संख्या में दर्शकगण, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी एवं जवानों के साथ ही विदेशी सैलानियो ने भी अपनी उपसिथति दर्ज करार्इ एवं इस हैरत अंगेज रेगिस्तानी जहाज के करतबों को उत्साह के साथ देखा तथा इन कार्यक्रमों को अपने कैमरों में कैद किया। कार्यøम का संचालन आकाषवाणी के उदधोषक जफरखान सिंधी ने बहुत ही सुंदर तरीके से किया जिसकी भी वाहवाही हुर्इ। --000--