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बुधवार, 11 मई 2011

golden fort of jaisalmer by tharmacol sheet






yeh hai jaisalmer ka sonar kila....barmer ke ek hastshipi ne tharmakol sheet se banaya...vakai kitana sunder banaya .....hosala afjai ke

सोमवार, 2 मई 2011

foto feature....Jain Temples of jaisalmer,rajasthan



Jain Temples of Jaisalmer













Location: In the Jaisalmer Fort

How to reach: Take a rickshaw or share an auto rickshaw

Attraction: Dilwara style paintings, Architecture

Timings: Early morning till 12 noon




Jain Temples situated in the Jaisalmer Fort are a must visit site in Jaisalmer, Rajasthan. You will find these temples to be very old and high pilgrimage as well as archeological value attached to them. These are a group of Jain temples dating back 12th and 15th centuries and are dedicated to various Jain Tirthankars (Hermits). On the walls of the temples, you can find animal & human figures, carved in famous Dilwara style.




These temples are built in the Dilwara style that is famous all over the world for its architecture. The style got its name from the famous 'Dilwara Temples' situated on Mount Abu, a famous Hill station and pilgrimage destination in Rajasthan. The Jain temples in the Jaisalmer Fort are dedicated to Rikhabdevji and Shambhavdev Ji, the famous Jain hermits known as 'Tirthankars'. Like all other structures in Jaisalmer, these temples are craved of yellow sandstones. The beautifully carves decorations on the wall will give you divine peace. The Astapadhi Temples that are situated in the same complex are a must visit too.




The temple complex is open through out the morning till 12noon, for the visitors. So try to get up a bit early or you might miss this splendor. The campus also contain Gyan Bhandar library. Well if you are a student of comparative archeology or otherwise, the library will prove to be a good place to prowl as it contains some of the rare manuscripts available in India.

रविवार, 1 मई 2011

चंद मिनटों में हुआ बरसों की समस्या का समाधान मुख्य सचिव की सोनू में जन सुनवाई ने बांटा राहत का सोना हाथो-हाथ समाधान पाकर पुलकित हो उठे ग्रामीण





चंद मिनटों में हुआ बरसों की समस्या का समाधान
मुख्य सचिव की सोनू में जन सुनवाई ने बांटा राहत का सोना
हाथो-हाथ समाधान पाकर पुलकित हो उठे ग्रामीण
      जैसलमेर, एक मई/जैसलमेर जिले के सोनू गांव के लोगों के लिये रविवार का दिन लोक मंगल के किसी उत्सव से कम नहीं था। मौका था राजस्थान के मुख्य सचिव एस. अहमद द्वारा इस गांव में जन सुनवाई का।
      इसमें मुख्य सचिव ने ग्रामीणों की चौपाल लगाकर समस्याएं सुनी और एक-एक कर सभी समस्याओं का देखते ही देखते समाधान कर दिया।
      बरसों पुरानी मांगों और समस्याओं से चंद मिनटों में मुक्ति पाकर सोनू ग्रामवासी फूले नहीं समाये और उन्होेने मुख्य सचिव के प्रति दिल से कृतज्ञता दर्शायी।
      मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में सोनू के ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा इनके बारे में विभिन्न विभागों के राज्य स्तरीय उच्चाधिकारियों से अपने मोबाइल पर बातचीत कर सारी समस्याओं का मौके पर ही निदान कर दिया। हाथों हाथ समाधान की ऐसी पहली और प्रभावी कार्यवाही ने ग्रामीणजनों को इतना खुश कर दिया कि चौपाल में रह-रह कर करतल ध्वनि कर ग्रामीण आभार जताते रहे।
      मुख्य सचिव ने जन सुनवाई के दौरान राज-काज में ढिलाई और संवेदनहीनता दर्शाने वाले कई अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई।
      सोनू गांव पहुंचने पर सरपंच पूनमसिंह व ग्रामीण जन प्रतिनिधियों व ग्राम्य स्तरीय राज्य कर्मियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया। मंगल कलश लिए सजी-धजी बालिकाओं के समूह ने ढोल-बाजों के नादों के बीच एस. अहमद की अगवानी की। सरपंच ने ग्राम पंचायत क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं पर जानकारी दी।
      जन सुनवाई में सामने आया कि क्षेत्र में भूमिहीनों के फार्म निरस्त कर दिए गये है व विण्ड पॉवर वालों के जमीने दी जा रही है। इस पर मुख्य सचिव ने भूमिहीनों को पट्टे दिए जाने की कार्यवाही आरंभ करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए व कहा कि इस बारे में तकनीकी अड़चनों को दूर किया जाना चाहिए।
     अब सोनू में घर-घर पहुंचेगा पानी
      सोनू गांव को पाईप्ड जल वितरण योजना से जोड़ कर सभी घरों को नल कनेक्शन देने की मांग पर मुख्य सचिव ने वस्तुस्थिति की जानकारी ली। इसमें यह बात सामने आयी कि योजना के निर्धारित मानदण्डों के मुताबिक सन् 2001 की जनसंख्या के आधार पर ढाई हजार की आबादी वाले गांव को पाईप्ड जल योजना से जोड़ने का प्रावधान है लेकिन सोनू की आबादी 1800 ही होने से काम नहीं हो पा रहा है। इस पर मुख्य सचिव ने जैसलमेर में क्षेत्रफल व जनसंख्या अनुपात की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मानदण्डों में शिथिलता बरत कर सोनू गांव को जल्द से जल्द पाईप योजना से जोड़ कर ग्रामीणों के घरों तक नल कनेक्शन से पानी मुहैया कराने के निर्देश दिये।
      सोनू गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अलास्का स्थित अप्रवासी भारतीय शिक्षाप्रेमी के विज्ञान विषय खोले जाने पर शिक्षकों की तनख्वाह व अन्य सारा खर्च देने की पेशकश भरे प्रस्ताव के राज्य सरकार के स्तर पर विचाराधीन होने व अब तक निर्णय नहीं हो पाने की स्कूल प्रबंधन द्वारा जानकारी मिलने पर मुख्य सचिव एस. अहमद ने संबंधित शासन सचिव से मोबाईल पर बात कर तत्काल आवश्यक कार्यवाही कर इसका अनुमोदन करने के निर्देश दिये।
     गड़ढ़ों को भरें वरना कार्यवाही, एक अधिकारी को हटाने के निर्देश
      सोनू व आस-पास लाईम स्टोन से भरे ट्रकों की आवाजाही, खनन के लिए काफी संख्या में खोदे गए गड्ढ़ों की वजह से आने वाली समस्याओं व जनहानि-पशुहानि को रोकने के लिए गड्ढे भरवाने की ग्रामीणों की मांग पर मुख्य सचिव ने इस विषय को काफी गंभीरता से लिया। मुख्य सचिव ने आर.एस.एम.एम के उच्चाधिकारियों व इससे संबंधित राज्य स्तरीय अधिकारियों से ग्रामीणों के समक्ष ही मोेबाईल पर बात की व वस्तुस्थिति की गंभीरता से परिचय कराया व निर्देश दिये कि इन सभी गड्ढों को समयबद्ध ढंग से भरा जाए। इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर संबंधित कंपनी के डी.जी.एम पुरोहित को तत्काल यहां से हटाने का आदेश आर.एस.एम.एम. चैयरमेन एस. अहमद ने दिया।
      मुख्य सचिव अहमद ने इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर पुरोहित को जमकर फटकार लगाई तथा स्थानीय सरपंच को निर्देश दिये कि इस स्थिति में सुधार नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों व कंपनी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराएं।
     श्रमिकों का शोषण करने वालों की जांच होगी
      ग्रामीणों नेे आर.एस.एम.एम. से जुड़ी कंपनियों जेसीसी, आरकेसी एवं एनसीसी में श्रमिकों से 12-12 घण्टे से अधिक काम लेकर शोषण करने तथा श्रमिकों की पीएफ राशि जमा नहीं करने की शिकायत मुख्य सचिव से की। इस पर मुख्य सचिव ने इन कंपनियों की जांच करने के निर्देश दिए व श्रम कानूनों के अन्तर्गत सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया।
     लम्बे अर्से से गायब दो डॉक्टरों की नौकरी समाप्त करें
      रामगढ़ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक डॉक्टर के 2005 से तथा दूसरे डॉक्टर के 2010 से गायब रहने की शिकायत पर मुख्य सचिव ने राज्य अधिकारियों से बात की व दोनों डॉक्टरों को नौकरी से हटा दिये जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही इस अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति कर दिये जाने का आदेश भी दिया। लाईम स्टोन खनन में सभी कंपनियों द्वारा स्थानीय बेरोजगारों से भेदभाव की शिकायत पर उन्होंने जांच की बात कही।
     पशु चिकित्सक की नियुक्ति होगी
      सोनू के राजकीय पशु चिकित्सालय में पांच साल से डॉक्टर के नहीं होने की बात सामने आने पर उन्होंने शीघ्र नियुक्ति के निर्देश विभागीय निदेशक को दिये व कहा कि पशुओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिये शीघ्र ही क्षेत्र में कारगर प्रयास सुनिश्चित करें।
     पूर्व सैनिकों के लिए भूमि आवंटन तत्काल करें
      मुख्य सचिव ने भूतपूर्व सैनिकों के लिये भूमि आवंटन में शिथिलता पर संबंधित अधिकारी को  डाँट पिलायी व उनके काम को असंतोषप्रद बताते हुए सोमवार को इस क्षेत्र से संबंधित सभी आवंटन कर दिए जाने का आदेश जयपुर स्थित राज्य अधिकारी को दिया व कहा कि ऐसे मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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मुख्य सचिव एस. अहमद ने जैसलमेर के पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया
मौलिकता बनाए रखते हुए प्रभावी पर्यटन विकास के निर्देश
      जैसलमेर, एक मई/मुख्य सचिव एस. अहमद ने रविवार को जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा अन्य अधिकारियों के साथ जैसलमेर जिले के पुरातात्विक व पर्यटन महत्व के स्थलों का दौरा किया।
      मुख्य सचिव ने जैसलमेर के इन दर्शनीय स्थलों को अत्यन्त खूबसूरत बताते हुए इन धरोहरों के समुचित संरक्षण एवं बेहतर रख-रखाव के लिये निर्देश दिए।
      मुख्य सचिव ने इनकी मौलिकता को अक्षुण्ण बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इनके आस-पास की भूमि किसी अन्य वाणिज्यिक प्रयोजन आदि के लिए किसी भी कंपनी को आवंटित नहीं की जानी चाहिए ताकि इन स्थलों की मौलिक सुंदरता और आंचलिक परिवेश सुकूनदायी बना रह सके।
      मुख्य सचिव शाही रेलगाड़ी से रविवार प्रातः जैसलमेर पहंुचे जहां जिला कलक्टर  गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने उनकी अगवानी करते हुए भावभीना स्वागत किया।
      इसके पश्चात मुख्य सचिव ने जैसलमेर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों कुलधरा, खाभा, राष्ट्रीय मरु उद्यान, लौद्रवा आदि को देखा। मुख्य सचिव ने सम के लहरदार रेतीले धोरों को भी देखा।
      मुख्य सचिव के दौरे में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद एच.एस.मीना, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामावतार गोठवाल, कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक गणपतलाल, कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी नाथूसिंह राठौड़ सहित कई अधिकारीगण साथ थे।
      पालीवालों के परित्यक्त गॉँवों के रूप में मशहूर कुलधरा एवं खाभा के पुरा वैभव, बस्तियों की बसावट, भवन निर्माण कला इत्यादि की झलक पाकर मुख्य सचिव खूब अभिभूत हुए।
      जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा व जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास ने कुलधरा व खाभा के पुरा वैभव व ऐतिहासिक तथ्यों के साथ ही इन क्षेत्रों के संरक्षण और विकास के लिये जिला प्रशासन व समिति के स्तर पर की जा रही गतिविधियों व योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
      कुलधरा में जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास ने मुख्य सचिव स. अहमद का शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया तथा समिति की गतिविधियों व पर्यटन विकास पर आधारित बहुरंगी फोल्डर भेंट किया।
      खाभा में मुख्य सचिव ने खाभ फोर्ट तथा खाभा गांव का विहंगम दृश्य देखा। उन्होंने खाभा फोर्ट में सभी हिस्सों का भ्रमण किया और वहां प्रदर्शित पुरातात्विक महत्व की सामग्री, पाषाण, फॉसिल्स तथा अन्य कलात्मक वस्तुओं को बड़ी रुचि के साथ देखा तथा विभिन्न पोस्टर्स के जरिये प्रदर्शित सामग्री के विवरण का अवलोकन किया।
      खाभा फोर्ट के ऐतिहासिक महत्व तथा पालीवालों के गांवों और उनके पलायन के बारे में उत्सुकता के साथ उन्होंने जानकारी प्राप्त की। मुख्य सचिव एस. अहमद ने लौद्रवा के ऐतिहासिक एवं प्राचीन महत्व के जैन मंदिर में विलक्षण शिल्प-स्थापत्य तथा मूर्तियों के कला सौंदर्य को देखा। लौद्रवा मंदिर में उन्होंने पीले पाषाणों पर उकेरी मूर्तियों के शिल्प सौष्ठव, शिलालेखों, कलापूर्ण द्वार आदि को भी देखा तथा बारीकी से जानकारी ली।
      मुख्य सचिव ने जैसलमेर के शिल्प सौन्दर्य और पुरा वैभव की अत्यन्त सराहना की व कहा कि इसके उपयुक्त रख-रखाव के प्रयासों के साथ ही पर्यटकों को इस ओर आकर्षित करने के और अधिक सघन प्रयास होने चाहिएं। इन सभी स्थानों पर क्षेत्रवासियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया।

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      मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय मरू उद्यान देखा, गोड़ावण की झलक पायी
      जैसलमेर, एक मई/ मुख्य सचिव एस. अहमद ने रविवार को अपनी जैसलमेर यात्रा के दौरान राष्ट्रीय मरु उद्यान देखा। मुख्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों से उद्यान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
      मुख्य सचिव ने मरु उद्यान के अंदरूनी हिस्सों का सफर किया तथा प्रसिद्ध गोड़ावण पक्षी की झलक पायी। मुख्य सचिव ने मरु उद्यान क्षेत्र में स्थानीय सरपंच तथा अन्य ग्राम्य जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणजनों से चर्चा की तथा क्षेत्रीय वन सम्पदाओं के संरक्षण-संवर्धन का आह्वान किया।
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मुख्य सचिव एस. अहमद ने सीमा क्षेत्र को देखा,
किशनगढ़ फोर्ट का किया अवलोकन
      जैसलमेर, एक मई/ मुख्य सचिव एस. अहमद ने जैसलमेर यात्रा के दौरान रविवार शाम भारत-पाक सीमा क्षेत्र का दौरा किया व बॉर्डर ऑपरेशन पोस्ट को देखा।
      सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया। मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा के साथ सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों से सीमा क्षेत्रीय गतिविधियों पर चर्चा की। मुख्य सचिव ने रविवार को प्राचीनतम किशनगढ़ फोर्ट को देखा तथा इसके ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व की जानकारी प्राप्त की।
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शुक्रवार, 29 अप्रैल 2011

Khuri...jaisalmer..sand dunes palace...sea best photo grafs of khuri


















Khuri - Surrounded by huge desert hills, the Khuri village is located just 40 kms in the south west of Jaisalmer. Feel the real romance underneath the starlit night at Khuri. Explore the exotic sand dunes on a camel back to witness the spectacular Sunset behind the Golden desert.

At Khuri Village, experience the hospitality that is so much associated with Rajasthan. The warmth of the people is sure to make you feel at home away from home. It will be the most unique and personal way to experience the cultural tours of Rajasthan. The village carries a unique charm that makes it distinct from the other tourist destinations in Rajasthan. Narrow streets of the villages lined with shops selling local handcrafted items and food is a site to behold. Your stay at Khuri village is sure to be an enriching experience that you will cherish for the rest of your life. Just pack your bags and get ready to have an experience of a lifetime.

धोरों की धरती से गोरों के आसमाँ तक पसरा आवाज का जादू जैसाण के अर्जुन ने साधा लक्ष्य, आवाज की दुनिया में लहराया परचम

धोरों की धरती से गोरों के आसमाँ तक पसरा आवाज का जादू
जैसाण के अर्जुन ने साधा लक्ष्य, आवाज की दुनिया में लहराया परचम


भारतीय कला और संस्कृति की परम्पराओं से दुनिया वालों को रूबरू कराने में स्वर्ण नगरी जैसलमेर के एक शख़्स ने वह करिश्मा कर दिखाया है जिसने आवाज की दुनिया में स्वर्णिम इतिहास बना कर यह साबित कर दिखाया है हुनर के मामले में हम भारतीय किसी से उन्नीस नहीं हैं। जैसलमेर की सरजमीं पर जन्मे श्री अर्जुनसिंह भाटी उन कलाकारों में शुमार हो चले हैं जिनकी साख अन्तर्राष्ट्रीय क्षितिज पर पसरती हुई जैसलमेर को गौरव प्रदान कर रही है।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री अर्जुनसिंह भाटी संयुक्त राज्य अमेरिका के नेशनल पब्लिक रेडियो ॔॔रोबिन हुड़ रेडियो’’ से जुड़े हुए ऐसे शख्स हैं जिनके कार्यक्रम दुनिया के लोग सुनते रहे हैं। आगामी नौ फरवरी न सिर्फ श्री भाटी के लिए बल्कि जैसलमेर और मारवाड़ के साथ ही देश के लिए भी गौरव का दिन होगा जब अंग्रेजी भाषा में प्रसारित उनका लाईव शो ॔॔अराउण्ड द वर्ल्ड विथ अर्जुनसिंह भाटी’’ अपना सौवाँ एपीसोड पूरा करेगा। इस रेडियो पर किसी भी भारतीय द्वारा प्रसारित किए जाने वाला यह ऐसा पहला ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा जो अपने प्रसारण का यह सफर सफलतापूर्वक पूरा कर रहा है।
रोबिन हुड रेडियो संयुक्त राज्य अमेरिका का नेशनल पब्लिक रेडियो है जिसका मुख्यालय न्यूयार्क से 200 किलोमीटर दूर कनेटीकट प्रान्त के शेरन शहर में है।
रोबिन हुड रेडियो काफी लोकप्रिय प्रसारण सेवा है जिसके द्वारा प्रसारित कार्यक्रम अमेरिका सहित विश्व के 34 देशों में सुने जाते हैं। इस रेडियो पर मनोरंजन, शिक्षा, संस्कृति आदि से संबंधित कार्यक्रम प्रमुखता से प्रसारित होते हैं। सामाजिक और साँस्कृतिक सरोकारों से जुड़ा यह दुनिया का अपनी तरह का पहला प्रसारण है। रेडियो प्रमुख मार्शल माईल्स व प्रमुख उद्घोषक जिल गुडमेन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रेणी में इस बहुद्देशीय कार्यक्रम की रूपरेखा दो वर्ष पूर्व तैयार की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अमेरिका सहित विश्व के अन्य देशों के श्रोताओं को भारत वर्ष की गौरवशाली सँस्कृति, गर्वीली परम्पराओं और मनोहारी रीतिरिवाजों और भारतीय साँस्कृतिक परिवेश की विलक्षणताओं से परिचित कराना था।
ऐसे में विविधताओं से भरे हुए भारतवर्ष से ऐसे किसी वक्ता की तलाश शुरू हुई जो भारत के किसी स्थानीय जिले व प्रान्त के बारे में अच्छी जानकारी रखने के साथ ही सम्पूर्ण भारत की संस्कृति, परम्पराओं व रीतिरिवाजों का वर्णन करने में सक्षम हो। इसके साथ ही रेडियो यू.एस. ए. ऐसे हुनरमंद वक्ता से कार्यक्रम प्रसारित करवाना चाहता था जो कि स्थानीय भारतीय परिवेश और स्थानीय लोक साँस्कृतिक परम्पराओं की जानकारी का अंग्रेजी भाषा में सरल, सहज और प्रभावपूर्ण
अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोतर एवं अंग्रेजी भाषा में लेखन में गहरी रुचि रखने वाले श्री अर्जुनसिंह भाटी पेशे से अध्यापक हैं लेकिन बहुआयामी विधाओं के सृजनात्मक शिल्पी हैं।
उनके द्वारा लिखित आंग्ल कहानी ॔॔माय विडोव्ड आँट’’ हांगकांग की एक प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रमुखता से प्रकाशित की गई। अपनी प्रथम रचना के माध्यम से भारतीय समाज में वैधव्य जीवन का मार्मिक प्रस्तुतीकरण किया गया है जिसमें बताया गया है कि भारतीय समाज में व्याप्त अशिक्षा सामाजिक मूल्यों का किस स्थिति तक अवमूल्यन करती है वहीं शिक्षा के द्वारा वैधव्य का दंश झेल रही महिलाओं के आत्म सम्मान की रक्षा एवं उन्हें यथोचित अवलम्ब प्रदान किया जा सकता है।
इसी कहानी को यू.एस. लेखिका सुजन सिडल द्वारा काफी सराहा गया। साथ ही श्री भाटी का नाम यू.एस. रेडियो को भी प्रस्तावित किया गया। इसी क्रम में दो वर्ष पहले 15 मार्च 2009 को 15 मिनट की एक वार्ता इंटरनेट पर यू.एस. रेडियो की प्रमुख उद्घोषक द्वारा टेप की गई।
रेडियो प्रमुख मार्शल माईन्स इस वार्ता से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इस कार्यक्रम को साप्ताहिक लाईव प्रसारित करने की घोषणा की एवं स्वयं श्री माईल्स भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री भाटी द्वारा प्रसारित यह कार्यक्रम प्रत्येक मंगलवार भारतीय समयानुसार सांय 6:45 पर प्रसारित किया जाता है। इस कार्यक्रम का नाम पहले दिन से ही ॔॔ अराउण्ड द वर्ल्ड विथ अर्जुनसिंह भाटी’’ रखा।
कार्यक्रम के पंद्रह एपिसोड प्रसारित होने के साथ ही यह कार्यक्रम अमेरीकन रेडियो की रेंकिंग में टॉप पर पहुँच गया। कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए यू.एस. रेडियो ने इस कार्यक्रम को अपना ॔मोस्ट पापुलर प्रोग्राम’ घोषित किया।
शेरन के स्थानीय श्रोताओं ने रेडियो प्रमुख से बात कर श्री अर्जुनसिंह भाटी को यू.एस. यात्रा पर आमंत्रित करने की इच्छा जाहिर की। फलस्वरूप यू.एस. रेडियो द्वारा वर्ष 2009 के अगस्त माह में एक महीने की यात्रा के लिए भाटी को आमंत्रित किया गया। चूंकि यू.एस. वीजा की शर्तों के अनुसार श्री भाटी को वीजा स्वीकृति चुनौती प्रतीत हो रही थी, लेकिन रेडियो प्रमुख मार्शल माईल्स के अथक प्रयत्नों से श्री भाटी का आवेदन यू.एस. रेडियो द्वारा स्वीकृत किया गया। हालांकि श्री भाटी ने सिर्फ एक माह वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनके द्वारा प्रसारित कार्यक्रम की अपूर्व सफलता के मद्देनज़र यू.एस. एम्बेसी ने श्री भाटी को 10 वर्ष का वीजा स्वीकृत किया।
अपने महीने भर के यू.एस. प्रवास के दौरान श्री भाटी ने यू.एस. रेडियो पर दर्जन भर से ज्यादा कार्यक्रम प्रस्तुत किए। श्री भाटी यू.एस. के स्थानीय श्रोताओं से मिले जिन्होंने गर्मजोशी से स्वागत किया तथा उनके कार्यक्रम की प्रशंसा की एवं यू.एस. में स्थानीय मीडिया ने श्री भाटी की यात्रा की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया।

सोमवार, 25 अप्रैल 2011

जल भागीरथी के सहयोग से मीठे पानी के लिये आर.ओ.प्लान्ट लगाने की कार्यवाही करावें : जिला कलक्टर श्री कुशवाहा


जिले में खारा/लवणयुक्त पानी को मीठे पानी में बदलने के लिये परिचर्चा
जल भागीरथी के सहयोग से मीठे पानी के लिये आर.ओ.प्लान्ट
लगाने की कार्यवाही करावें : जिला कलक्टर श्री कुशवाहा
 जैसलमेर, जिला कलक्टर श्री गिरिराज सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में जिला प्रशासन के तत्वावधान में जल भागीरथी फाउण्डेशन के सहयोग से सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में खारा/लवणयुक्त पानी के समाधान के संबंध में ’’ परिचर्चा एवं प्रस्तुतीकरण ’’ कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बलदेव सिंह उज्जवल, जल भागीरथी फाउण्डेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर कानूप्रिया हरीश के साथ ही प्रशासनिक ,जलदाय विभाग के अधिकारी एवं ग्राम पंचायतों के सरपंचगण भी उपस्थित थे।
जिला कलक्टर श्री कुशवाहा ने अधीक्षण अभियंता जलदाय श्री मुकेश गुप्ता को निर्देश दिए कि जिले के जिन गांवों में खारा एवं लवणयुक्त पानी है ऐसे गांवों में आर.ओ.प्लान्ट लगा कर मीठे पानी में बदलने की कार्यवाही करावें ताकि ग्रामीणजनों के सहयोग से इस प्लान्ट के माध्यम से लोगों को पीने का शुद्ध एवं मीठा पानी उपलब्ध कराया जा सकें। उन्होने कहा कि जल भागीरथी संस्था द्वारा बाड़मेर के पचपदरा में खारे एवं लवणयुक्त पानी की मीठा करने के लिये जो आर.ओ.प्लान्ट लगाया गया है उसी तर्ज पर शीघ्र ही रामदेवरा, खुहड़ी एंवं अन्य गांवों को चिन्हित कर उसे संचालित करने की कार्यवाही करावें।
जिला कलक्टर श्री कुशवाहा ने इस सम्बन्ध में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री उज्ज्वल एवं अधीक्षण अभियंता जलदाय को कहा कि वे चिन्हित ग्रामपंचायतों के सरपंचों को पचपदरा का भ्रमण करवा कर खारे पानी से मीठे पानी के लिये संचालित किए जा रहे प्लान्ट का अवलोकन करावें ताकि वे वहां के ग्रामीणजन जिस प्रकार इस प्रोजेक्ट को चला रहे है उसे देखे एवं वहां से सीख लेकर अपने यहां ग्रामीणजनों के सहयोग से ऐसे मीठे पानी के आर.ओ.प्लान्ट लगाने की कार्यवाही कर सकें। उन्होने विशेष रूप से रामदेवरा में तत्परता के साथ चालू करने पर विशेष जोर दिया।
जिला कलक्टर ने कहा कि यदि इस प्रोजेक्ट का संचालन इस जिले में प्रारंभ हो जायें तो खारे पानी वाले गांव वासियों के लिये तो वरदान सिद्ध होगा। उन्होने अधीक्षण अभियंता जलदाय को जल भागीरथी के सहयोग से इस प्रोजेक्ट के संचालन के सम्बन्ध में विशेष प्रयास कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होने जल भागीरथी संस्था की प्रोजेक्ट मैनेजर से आग्रह किया है कि वे भी इस प्रोजेक्ट के संचालन में पूर्ण सहयोग प्रदान करावें। उन्होंने प्रारंभिक रूप से जिले के रामदेवरा खुहड़ी, म्याजलार, सत्तो, सिहड़ार, दव, गुंजनग़, बैरसियाला, सम, दबड़ी के सरपंचों एवं स्वयंसेवी संस्था के पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि वे इसमें रूचि दिखा कर मीठे पानी के आर.आ.े प्लान्ट लगा कर न्यूनतम दर ग्रामीणों से वसूल कर इसके संचालन की कार्यवाही करावें।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री उज्जवल ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे तकनीकी रूप से इस प्रोजेक्ट की कार्ययोजना तैयार करावें। प्रोजेक्ट मैनेजर जल भागीरथी फाउण्डेशन जोधपुर की प्रोजेक्ट मैनजर कानूप्रिया ने कार्यशाला में प्रोजेक्टर के माध्यम से पचपदरा में खारे/लवणयुक्त पानी को आर.ओ.प्लान्ट के माध्यम से मीठे पानी के रूप में बदलने की कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की एवं ग्राम जल प्रबन्धन समिति द्वारा किस प्रकार से ग्रामीणजनों से न्यूनतम दर लेकर पानी वितरण किए जाने की व्यवस्था के बारे में भी प्रकाश डाला। उन्होने तालाबों एवं नाडियों में वर्षाती जल संग्रहण एवं उसके संरक्षण के बारे में भी प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी प्रदान की। 

मंगलवार, 5 अप्रैल 2011

श्री भादरिया राय मन्दिर स्थान जैसलमेर


श्री भादरिया राय मन्दिर,जैसलमेर 


श्री भादरिया राय मन्दिर स्थान जैसलमेर से करीब ८० की. मी. जोधपुर रोड धोलिया ग्राम से १० की. मी. उतर की तरफ़ हें ! उक्त स्थान के पास एक भादरिया नमक राजपूत रहता था उसका पुरा परिवार आवड़ा माता का भक्त था ! जिसमे उक्त महाशय की पुत्री जिसका नाम बुली बाई था वह मैया की अनन्य भक्त थी ! उसकी भक्ति की चर्चाए सुनकर माड़ प्रदेश के महाराजा साहब पुरे रनिवास सहित उक्त जगह पधारे , बुली बाई से महारानी जी ने साक्षात रूप मे मैया के दर्शन कराने का निवेदन किया ! उक्त तपस्वनी ने मैया का ध्यान लगाया , भक्तो के वस भगवान होते हें ! मैया उसी समय सातो बहने व भाई के साथ सहित पधार गई ! सभी मे गद गद स्वर मे मैया का अभिवादन किया तब रजा ने मैया से निवेदन किया मैया आप सभी परिवार सहित किस जगह विराजमान हें तब मैया ने फ़रमाया मे काले उचे पर्वत पर रहती हू ! इस प्रकार मैया वहा से रावण हो गई , मैया के दर्शन पाने से सभी का जीवन धन्य हुवा ! उसी स्थान पर भक्त भादरिये के नाम से भादरिया राय मन्दिर स्थान महाराजा की प्रेणना से बनाया गया !