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रविवार, 9 फ़रवरी 2020

जैसलमेर *मरू महोत्सव के अंतिम दिन सम में आकर्षक कार्यक्रमों को देखने उमडा जनसैलाब* *कैमल रेस हॉर्स रेस कैमल डांस आदि ने मोहा सैलानियों का मन*

जैसलमेर *मरू महोत्सव के अंतिम दिन सम में आकर्षक कार्यक्रमों को देखने उमडा जनसैलाब*
 *कैमल रेस हॉर्स रेस कैमल डांस आदि ने मोहा सैलानियों का मन*

 जैसलमेर 9 फरवरी ।
अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि प्राप्त मरू महोत्सव के अंतिम दिन जैसलमेर जिले के रेतीले धोरों की वजह से जग विख्यात सम में रविवार शाम हुए विभिन्न कार्यक्रमों को देखते जबरदस्त जनसैलाब उमडा।
 इनमें भारतीय और विदेशी पर्यटक भी बहुत बड़ी संख्या में मौजूद थे।
 विभिन्न प्रतिस्पर्धा के दौरान बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने करतल ध्वनि से कार्यक्रमों को सराहा।
 रस्साकशी प्रतिस्पर्धा में भारतीय पुरुष  टीम विजेता रही।
 इसी प्रकार कैमल रेस प्रतियोगिता में फाइनल में उर्स खान धनाना प्रथम रहे जबकि हाफिज खान तुर्कों की बस्ती द्वितीय तथा  भगले खान तीसरे स्थान पर रहे।
प्रतियोगिता का संचालन विजय बल्लानी ने किया।
जिला खेल अधिकारी राकेश विश्नोई एवं खेल विशेषज्ञों ने विभिन्न स्पर्धाओं में निर्णायक की भूमिका अदा की।
 विभिन्न प्रतिस्पर्धा के विजेताओं व दलों को जिला कलेक्टर नमित मेहता, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल , नगर परिषद सभापति हरीवल्लभ कला, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान, मरू महोत्सव के नोडल अधिकारी भारत भूषण गोयल आदि ने नगद पुरस्कार और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया सम सैंड ड्यून्स सोसायटी की ओर से सभी अतिथियों का अभिनंदन किया गया ।
इस दौरान मरू श्री ओम प्रकाश वैष्णव भी मौजूद थे।
कैमल डांस के दौरान जबरदस्त आकर्षण बिखरा वही लोक वाद्यों के साथ कलाकारों ने जमकर गीत संगीत की धूम मचाई।
सम के धोरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने भारी हुजूम उमडा ।
देशी विदेशी पर्यटको की भारी संख्या में मौजूदगी के बीच सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरुआत हुई।

रविवार को दिन में सम में काइट फ्लाइंग के दौरान आसमान में अलग-अलग आकार प्रकार और रंगों के पतंग उड़ते रहे और मीलों तक आकर्षण बिखेरते रहे।

रविवार को दिन भर सम के रेतीले लहरदार और मखमली धोरों  पर जनगंगा उमड़ती रही।
 शाम को बड़ी संख्या में सैलानियों ने धोरों पर कैमल सफारी जीप सफारी आदि का आनंद लिया।

गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

जैसलमेर दस साल बाद मरू महोत्सव का परमाणु नगरी पोकरण से केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने किया आगाज़ मरू लोक संस्कृति के रंग बिखरे मरू महोत्सव के आगाज़ में

जैसलमेर दस साल बाद मरू महोत्सव का परमाणु नगरी  पोकरण से केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने किया आगाज़ 

मरू लोक संस्कृति के रंग बिखरे मरू महोत्सव के आगाज़ में 








जैसलमेर अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मरू महोत्सव् २०२० का आगाज़ गुरुवार प्रातः दस साल बाद एक बार फिर परमाणु नगरी पोकरण में केबिनेट मंत्री पोकरण विधायक शाले मोहम्मद की उपस्थिति में हुआ ,दस साल बाद पोकरण में आयोजित होने वाले मरू महोत्सव में पोकरण वासियो का हुजूम उमड़ पड़ा ,गुरुवार प्रातः केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ,जिला कलेक्टर नमित मेहता ,पुलिस अधीक्षक डॉ  ,पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फ़क़ीर नगर पालिका अद्यक्षानंदीलाल गुचिया ,उप खंड अधिकारी अजय चारण सहित कई अधिकारियो और जन प्रतिनिधियों की उपस्थित में  गाँधी चौक से शोभायात्रा के साथ   ,हुआ शोभायात्रा में केबिनेट मंत्री ने गुब्बारे उड़ाकर मरू महोत्सव का विधिवत आगाज़ किया ,शोभायात्रा में सज्जे धज्जे ऊंठों ,घोड़ो पर पारम्परिक वेश भूषा में सज्जे युवको के साथ गैर नर्तकों की धमचक समां बांध रही थी तो कच्छी घोड़ी नृत्य करते लोक कलाकारों का दल सभी को आकर्षित कर रहा था ,लोक कलाकार शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे ,पारम्परिक वाद्य यंत्रो के साथ लोक स्वर लहरिया वातावरण को और रंगीन बना रही थी ,सेकड़ो लोगो कीउपस्थिति में बालिकाएं सर पर कलस रख सज्जा धज कर  साथ  मंगलगान गाते हुए चल रही थी ,पोकरण में मरू महोत्सव का आगाज़ पुरे उत्साह और उमंग के साथ हुआ ,शोभायात्रा मेला ग्राउंड जाकर समाप्त हुई ,जंहा मरू महोत्सव के दौरान विभिन प्रतियोगिताओ का आगाज़ हुआ ,मेहँदी ,मंडाना , आदि आदि प्रतियोगिताए आयोजित की गयी 

मंगलवार, 19 फ़रवरी 2019

जैसलमेर, सम में उंट दौड रही दर्षकों के आकर्षण का केन्द्र

जैसलमेर, सम में उंट दौड रही दर्षकों के आकर्षण का केन्द्र

सायबदीन का उंट रहा प्रथम, जिला कलक्टर व जिला प्रमुख व

पुलिस अधीक्षक ने प्रदान किए विजेताओं को पुरूस्कार








जैसलमेर, 19 फरवरी। मरू महोत्सव के तीसरे दिन सम में सम कैम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोयायटी के प्रायोजन से उंटों की दौड आयोजित की गई। जिसमें 30 उंट धावकों ने भाग लिया। जिसमें 06-06 उंटों की पाॅंच हीट रखी गई। जिसमें प्रत्येक हीट में 2-2 विजेता रहें। उंट धावक अन्तिम हीट में शामिल हुए। इस प्रकार अन्तिम दौड में 10 उंटों की दौड हुई जो 1 किलोमीटर थी। जिसमें सबसे पहले सगरों की बस्ती का सायबदीन का उंट सबसे तेज गति से दौडता हुआ पहुंचा, इस प्रकार सायबदीन का उंट प्रथम स्थान रहा। वहीं लूणों की बस्ती अदरीम खां का उंट द्वितीय स्थान पर तथा मतुओं की बस्ती के सुमेरखां का उंट तृतीय स्थान पर रहा।

इस  दौरान कार्यक्रम में जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला कलक्टर नमित मेहता, पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग ने पहले स्थान पर रहें सायबदीन को 11 हजार रूपये का चैक एवं ट्राॅफी तथा द्वितीय विजेता अदरीमखां  को 7100 का चैक व ट्राॅफी तथा तृतीय विजेता सुमेरखां को 5100 चैक व ट्राॅफी एवं स्मृति चिन्ह् प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर मीणा, उपायुक्त उपनिवेषन मोहनदान रतनू, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चैहान, सम रिसोर्ट एण्ड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष कैलाष व्यास, उपाध्यक्ष उस्मानखां, सचिव गुलाम कादिर, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, उप निदेषक भानुप्रताप, उपस्थित थें। इस रोमांचक उंट दौड में हजारों की संख्या में दर्षकों ने उत्साह के साथ देखा एवं अपने कैमरे में कैद किया।

उंट दौड मंे प्रथम हीट में मेहरानखां का उंट प्रथम, उर्सखां का उंट द्वितीय रहा। वहीं द्वितीय हीट में मुकीमखां का उंट प्रथम, सुमेर का उंट द्वितीय, तृतीय हीट में अलाजवामा का उंट प्रथम, जाकबखां का उंट द्वितीय तथा चतुर्थ हीट में अदरीमखां का उंट प्रथम, जगमाल का द्वितीय का उंट रहा। इसी प्रकार पांचवी हीट में सायबदीन का उंट प्रथम, फैजा का उंट द्वितीय स्थान पर रहा। इस प्रतियोगिता के रैफरी लक्ष्मण सिंह तंवर, राकेष विष्नोई थें जिनके द्वारा विसल बजाते ही उंट दौड प्रारम्भ हुई। निर्णायक के रूप में तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, आरआई चुतर सिंह ने भूमिका निभाई। जिला कलक्टर ने इस अवसर पर मेला प्रभारी मोहनदान रतनू, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर मीणा, सोसायटी के अध्यक्ष कैलाष व्यास को भी स्मृति चिन्ह् प्रदान कर सम्मानित किया वहंी उदघोषणा कर रहे विजय  बल्लाणी को भी स्मृति चिन्ह् प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस उंट दौड के सभी प्रतिभागियों का सोसायटी द्वारा 1 वर्ष के लिए उंट एवं सवार दोनों का बीमा किया गया।

रोमांचक रही रस्साकषी

पायल सफारी कैम्प द्वारा प्रायोजित सम में ग्रामीण एवं विदेषी पर्यटकों के बीच रस्साकषी का आयोजन किया यह प्रायोजक करीम खां द्वारा किया गया। रस्साकषी में तीन हीट रखी गई जिसमें ग्रामीण एवं विदेषी सैलानियांे ने अपने शारीरिक दमखम लगाकर एक दूसरे की ओर रस्सी को खींची लेकिन लगातार दोनों हीटों में ग्रामीणों की टीम ने जोष दिखाकर इस प्रतियोगिता में वियजश्री का वरण हासिल किया। सभी प्रतिभागियों को प्रायोजक द्वारा स्मृति चिन्ह् प्रदान किये गए।

उंट एवं घोडी का नृत्य भी रहा शानदार

सम में डेजर्ट स्प्रिंक के मंयक भाटिया द्वारा कैमल डांस का आयोजन प्रायोजित किया गया। इस कैमल नृत्य में झंूझूंनु के नेकुराम के श्रृंगारित उंट ने बहुत ही शानदार नृत्य किया एवं इस नृत्य को देखकर दर्षक अचंभित रह गए वहीं प्रषिक्षक नैकुराम ने जो मूक पषु उंट को नृत्य करवाया वह वास्तव में अनुकरणीय रहा। इस नृत्य में प्रथम एवं द्वितीय उंट को क्रमषः 21 हजार व 11 हजार का नगद पुरूस्कार प्रदान किया गया।

इसी प्रकार के.के.रिसोर्ट एण्ड कैम्प के पुष्पेन्द्र व्यास द्वारा घोडी नृत्य का आयोजन भी करवाया गया जो बहुत ही आकर्षण का केन्द्र रहा। इस घोडी के प्रषिक्षक धमेन्द्र के निर्देषन में घोडी ने वास्तव में ढोल की थाप  दो पैरों पर खडें होकर, खाट पर खडें होकर अति सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया जिसकों देखकर सभी दर्षक अंचभित रह गए। इस कार्यक्रम की उद्घोषणा रंगकर्मी एवं पूर्व मरूश्री विजय बल्लाणी ने की। इस मौके पर सरपंच सम सलीम खां के साथ ही सभी ग्रामीणांे ने कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

सम के धोरों पर देषी-विदेषी सैलानियांे ने सूर्यास्त के मनोहारी बिम्बों को देखने का उठाया लुत्फ

जैसलमेर, 19 फरवरी। मरू महोत्सव के तीसरे दिन सम के लहरदार रैतीले धोरों पर मरू महोत्सव देखने आए हजारों देषी विदेषी सैलानियों ने जहां सम के धोरों पर लुत्फ उठाया वहीं सूर्यास्त के बींबों को देखने का भरपूर आनंद उठाया एवं सूर्यास्त के नजारे को देखकर अपने कैमरों में कैद किया। वहीं इन सैलानियों ने सम के धोरों पर कैमल सफारी का भी भरपूर आनंद उठाया। दर्षकों की भीड से सम के रेतीले रंग बिरंगें नजर आने लगे।


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सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

जैसलमेर,मरू महोत्सव के दूसरे दिन लोक संस्कृति की बही रस धाराएं

जैसलमेर,मरू महोत्सव के दूसरे दिन लोक संस्कृति की बही रस धाराएं

दर्षकों ने भरपूर लिया सांस्कृति सांझ का आनन्द







जैसलमेर, 18 फरवरी। विष्व विख्यात मरू महोत्सव के दूसरे दिन शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में खुब जमीं सांस्कृति सांझ जिसमें राजस्थान के साथ अन्य प्रान्तों के लोक कलाकारों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम पेष कर लोक संस्कृति की रसधाराएं बहाई जिसका दर्षकों ने भरपूर आनन्द लिया। जिला कलक्टर नमित मेहता, आतिथ्य में आयोजित सांस्कृतिक सांझ में अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्र कुमार वर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर लाल मीणा, उपायुक्त उपनिवेषन मोहनदान रतनू, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, उपनिदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र भानुप्रताप के साथ ही अच्छी संख्या में देषी-विदेषी सैलानी एवं नगरवासी उपस्थित थे।

सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत जोधपुर के लोक कलाकार राजेन्द्र परिहार ने मांगलिक वादय शहनाई से की। इस सांस्कृतिक सांझ में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला के ख्यातनाम कलाकार रवि कुन्नर एवं उनकी टीम ने पंजाबी भंगडा डांस का पंजाबी लोक संस्कृति से रूबरू कराया यह नृत्य फसल की कटाई पर पंजाब के पुरूषों द्वारा खुषी में नृत्य किया जाता है। जैसलमेर मूलसागर के अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार तगाराम भील द्वारा अलगोंजा वादन पर राजस्थानी लोक गीतों की स्वरलहरिया बिखेर कर पूरे वातावरण को संगीत से सरोबार कर दिया। तगाराम ने ‘‘ डाल डाल पे सोने की चिडिया करती है बसेरा वो भारत देष है मेर ‘‘ तथा ‘‘ कदे आओं नी बादिला म्हारे देष, उबी जोउ बाटलडी ‘‘ गीत की स्वर लहरिया प्रस्तुत की।

सांस्कृति सांझ में पहली बार शेखावटी के अन्तर्राष्ट्रीय ट्रम्पेट प्लेयर आमीन बिहानी सरदार शहर जिसने लगभग 100 से अधिक देषों में अपनी संगीत का जादू बिखेरा है उन्होंने ‘‘ हे प्रीत जहां की रीत सदा भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं ‘‘ तथा ‘‘ दिल दिया है जान भी देगें ऐ वतन तेरे लिए‘‘ गीतों की शानदार प्रस्तुती की वहीं इनके नेतृत्व में जी टीवी कलाकार प्रियंका मालिया व शहजाद बिहानी एवं उनके दल द्वारा गु्रप नृत्य की शानदार प्रस्तुती पेष की गई।

सांस्कृतिक सांझ में जोधपुर के ख्यातनाम लोक कलाकार पारसनाथ कालबेलिया एवं उनकी नृत्यांगनाओं ने ‘‘ कालियों कूद पडियों मेला में, साईकिल पिंचर कर लायों ‘‘ गीत पर भव्य नागिन नृत्य की प्रस्तुति पेष कर सभी दर्षको की वाहवाही लूटी।

इस शान में नेषनल इंस्टीट्यूट फेषन टेक्नोलाॅजी जोधपुर निफ्ट द्वारा राजस्थानी शादी समारोह में पहने जाने वाले दुल्हा-दुल्हन एवं अन्य लोगो द्वारा पहने जाने वाले शाही पहनावे का जीवन्त प्रदर्षन फैषन शो के माध्यम से किया जिसको सभी ने सराहा। इस फैषन शो विषाल तोलम्बिया के नेतृत्व में प्रस्तुती पेष की गई, वास्तव में इस परिधान को सभी ने उत्साह के साथ देखा। जैसलमेर के लोक कलाकार रोजे खां ने राजस्थानी गायन की प्रस्तुती दी।

दूसरे दिवस की सांस्कृतिक सांझ खुब जमीं एवं सभी दर्षकांे ने उत्साह के साथ इस सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। पूरा स्टेडियम दर्षकों से खचाखच भरा था। सांस्कृतिक सांझ मंे पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंद किए वहीं कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उद्घोषक जफर खां सिन्धी ने अपनी खनखनी आवाज में पेष कर सभी दर्षकों को लोक गीतों के इतिहास के बारे में अवगत कराया वहीं विदेषी मेहमानों को यहां की लोक संस्कृति से उसकी सखी गुलनाज ने अंग्रेजी में उद्घोषणा कर अवगत कराया।

शुक्रवार, 20 जनवरी 2017

जैसलमेर मरू महोत्सव में ऊँठ दौड़ प्रतियोगिता की तैयारियों को लेकर बैठक संपन्न



जैसलमेर मरू महोत्सव में ऊँठ दौड़ प्रतियोगिता की तैयारियों को लेकर बैठक संपन्न
जैसलमेर मरू महोत्सव,2017 (8 से 10 फरवरी) के अन्तर्गत दिनांक 10.2.17 को सम सेण्ड ड्यून्स पर आयोजित होने वाली ऊॅट दोड़ प्रतियोगिता के सफल संचालन हेतु आज दिनांक 20.1.2017 को सुबह 111.30 बजे पर्यटक स्वागत केन्द्र, जैसलमेर कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें निम्नानुसार अधिकारी/पर्यटन व्यवसायी उपस्थित हुए:-

1. श्री लक्ष्मणसिंह तंवर, खेल अधिकारी, जैसलमेर

2. श्री उपेन्द्रसिंह राठौड़, ड्यून्स सफारी केम्प, सम

3. श्री कैलाष व्यास, अध्यक्ष सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी, सम

4. श्री गुलाम कादर, सचिव, सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी, सम

5. श्री करीम खांन, पायल रिसोर्ट, सम

6. श्री उस्मान खान, जंज रिसोर्ट, सम




बैठक में ऊॅट दोड़ प्रतियोगिता बाबत प्रारम्भिक तैयारियों का जायजा लिया गया ताकि उच्च अधिकारियों की अध्यक्षता में दिनांक 25.1.17 को एक बैठक का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। दिनांक 10.2.17 को दोपहर बाद 3.00 से 4.00 बजे तक ऊॅट दोड़ प्रतियोगिता का आयोजन सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम द्वारा संचालन किया जायेगा।




सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम के सचिव श्री गुलाम कादर दिनांक 6.2.17 को प्रातः 11.00 बजें से सांय 4.00 बजे तक ऊॅट दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक ऊॅट मय प्रतियोगियो का सामुहिक बीमा की कार्यवाही सम सेण्ड ड्यून्स में करवायेगे। इस कार्य बाबत सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम बीमा कम्पनी व पषुपालन अधिकारी, जैसलमेर से सम्पर्क करेगी।




दिनांक 23.1.17 सांय 4.00 बजे ऊॅट दोड़ ट्रेक का निरीक्षण खेल अधिकारी, जैसलमेर द्वारा किया जायेगा। सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम ट्रेक को तैयार करने हेतु कार्यवाही करेगी।




सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम सुनिष्चित करेगी कि दौड़ के दौरान कोई भी प्रतियोगी लाठी का उपयोग नहीं करे।




सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम द्वारा क्रमषः प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेताओं को नकद पुरस्कार राषि रूपये 11000/-, 7100/- 5100/- व ट्राफी प्रदान की जायेगी। एवं प्रत्येक हीट में प्रथम व द्वितीय स्थान पर आने वाले प्रतियोगी को 500/- का पारितोषित दिया जायेगा।

ऊॅट दोड़ लगभग 1 किमी. लम्बी होगी।




सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम यह सुनिष्चित करेगी कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक प्रतियोगी से जोखिम घोषणा पत्र भरवाया जाय।




प्रतियोगिता संचालन हेतु सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम द्वारा निर्णायक मण्डल का चयन व कार्यकर्ताओ बैजेज प्रदान किये जाये।




सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम ऊॅट दौड़ ट्रेक को तैयार कर सुसज्जित करने की तैयारी करेगी व ऊॅट दौड़ प्रतियोगिता के पूर्व एम्बूलेंस से सम्पर्क रखेगी।




सम केम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी,सम ऊॅट दौड़ प्रतियोगिता के कवरेज हेतु मीडिया पोंईट स्थापित करेगी।




बुधवार, 12 फ़रवरी 2014

foto...अंतरराष्ट्रीय मरू महोत्सव का आगाज






जैसलमेर। स्वर्णनगरी में तीन दिवसीय मरू मेले का आगाज बुधवार को धूमधाम से हुआ। इस बार प्रतिष्ठापूर्ण मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता का खिताब जितेन्द्र खत्री ने जीता, वहीं मिस मूमल निकिता ओझा बनी। इससे पूर्व सोनार किले की अखेप्रोल से शोभा यात्रा निकाली गई।

शोभायात्रा में लोक संस्कृति के कई रंग बिखरे हुए दिखाई दिए। शोभायात्रा में जहां लोक कलाकार संगीत की स्वर लहरियां बिखेर रहे थे, वहीं लोक नृत्य करते कलाकार लोगों का ध्यान आकृष्ट कर रहे थे।

शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण सीमा सुरक्षा बल के सजे-धजे ऊंटों का कारवां और उन पर रौबदार अंदाज में बैठे बांके जवान रहे, वहीं सीसुब के कैमल माउंटेन बैण्ड ने शोभायात्रा में चार-चांद लगा दिए।

शहीद पूनमसिंह स्टेडियम मे समारोह का विधिवत श्रीगणेश जिला कलक्टर ने चंग पर थाप लगाकर किया। इस दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओ की ओर से समूह नृत्य पेश कर महोत्सव के कार्यक्रमो का आगाज किया गया।

पहले दिन मूमल-महेन्द्रा, देसी व विदेशी नागरिको के लिए साफा बांध प्रतियोगिता, मूंछ प्रतियोगिता और सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण मिस्टर डेजर्ट व मिस मूमल प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।

मरू महोत्सव के कार्यक्रमो का लुत्फ उठाने देशी-विदेशी सैलानियो व स्थानीय लोगो की भागीदारी रही। समारोह मे जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग व अन्य महकमों के अधिकारियो सहित जनप्रतिनधियो ने भी शिरकत की।

मरू महोत्सव जैसलमेर शोभा यात्रा के साथ भव्य आगाज़




मरू महोत्सव जैसलमेर शोभा यात्रा के साथ भव्य आगाज़



जैसलमेर अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त मरू महोत्सव के तीन दिवसीय आयोजन का भव्य आगाज़ बुधवार प्रातः आठ बजे शोभा यात्रा के साथ हुआ। धोरा धरती के लोक संस्कृति का बखान करती शोभा यात्रा में राजस्थान कि संस्कृति हिलोरे मार रही थी। राजस्थानी वेश भूषा में सज्जे धज्जी युवक युवतिया लोक संस्कृति का बखान कर रही थी। सज्जे धज्जी सुरक्स बल के ऊँठ यात्रा में चार चाँद लगा रहे थे। यात्रा में जिला कलेक्टर सहित प्रसाशनिक अधिकारियो कि भागीदारी लोगो को प्रेरित कर रही थी।




जग विख्यात मरू महोत्सव २०१४ का पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर में १२ फरवरी से १४ फरवरी तक तीन दिवस तक किया जा रहा है। इस महोत्सव के तीनो दिन ख्यातनाम लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये जायेगे। मरु महोत्सव का सबसे आकर्षण केन्द्र‘‘ कैमल टैंटू -शो ‘‘का आयोजन १३ फरवरी ,गुरुवार को होगा। विश्व के आठवें अजूबे के रुप में सुविख्यात कैमल माउन्टेंन बैण्ड की मधूर धूनों पर सीमा सुरक्षा बल के सजेधज्जे प्रहरी इस शो में ऊँटों पर रौचक करतब पेश करेगें। इस शो में सीमा प्रहरी का साथ देने वाला ऊँट अपनी सेवाभाव का अनूठा प्रदर्शन प्रस्तुत करेगा।जिला कलक्टर एन.एल मीना के निर्देशों पर पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन ने मरु महोत्सव की सभी तैयारियों को अंतिम रुप दे दिया गया हैं। मरु महोत्सव को देखते हुए पर्यटन विभाग द्वारा रंगीन बडे-बडे होर्डिंग्स शहर में जगह-जगह लगाये गये हैं। इसके साथ ही अधिक से अधिक देशी-विदेशी पर्यअकों को इस महेत्सव की जानकारी हो इसके लिये सभी होटलों में मरु महोत्सव के कार्यक्रमों से संबंधित पोस्टर/पेम्पलेट्स भी उपलब्ध करवा दिए गए हैं। शहर में चारों ओर मरु महोत्सव का माहौल झलक रहा है। पहली बार दिल्ली से विशेष ट्रेन का संचालन किए जाने से भी इस महोत्सव में पर्यअकों की अधिक आवक भी रहेगी।
सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र विकास पण्ड्या ने तीन दिवसीय मरू महोत्सव के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि १२ फरवरी, बुधवार को प्रातः ९ बजे शोभा यात्रा के साथ मरू महोत्सव का कार्यक्रम प्रारम्भ होगा जो यह शोभा यात्रा शहीद पूनम सिंह स्टेडियम जैसलमेर में पहुंचेगी जहां बुधवर को प्रातः १०ः४५ बजे मरू महोत्सव का विधिवत् उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा किया जायेगा। उन्होंने बताया की पहले दिन मरू महोत्सव में सबसे रोचक एवं आकर्षक मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता, मिस मूमल के साथ ही मूमल महेन्द्रा, मुंछ प्रतियोगिता, साफा बांधो प्रतियोगिता देशी एवं विदेशियों के बीच आयोजित होगी। मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता के प्रायोजक के.के. रिसोर्ट एण्ड कैम्पस, मिस मूमल के प्रायोजक होटल गोल्डन हवेली, मूमल महेन्द्रा के प्रायोजक होटल सूर्यगढ, मुछं प्रतियोगिता के प्रायोजक जैसलमेर टूरिस्ट गाईड वेलफेयर सोसायटी तथा साफा बांधो प्रतियोगिता के प्रायोजक ट्रायों रेस्टोरेन्ट होंगे। बुधवार को सायं ७ः३० बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में वेस्टजॉन कलचर उदयपुर के विख्यात कलाकरों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि मरू महोत्सव के दूसरे दिन १३ फरवरी, गुरूवार को प्रातः ९ः३० बजे से दोपहर १ बजे तक डेडानसर स्टेडियम जैसलमेर में विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे इसमें ऊॅंट श्रृगार प्रतियोगिता, शान-ए-मरूधरा, रस्सा-कस्सी भारतीय एवं विदेशी, पणिहारी मटका रेस भारतीय एवं विदेशी महिलाओं के मध्य होगी। इसके साथ ही कैमल पोलो मैच एवं कैमल रेस का आयोजन भी होगा। ऊॅंट श्रृंगार प्रतियोगिता व रस्सा कस्सी के प्रायोजक आई लव जैसलमेर, शान ए मरूधरा, कैमल पोले मैच के प्रायोजक ट्रायो, पणिहारी मटका रेस के प्रायोजक होटल सूर्यगढ, कैमल रेस के प्रायोजक रॉयल डेजर्ट सफारी होंगे। इसी दिन डेडानसर मैदान में वायु सेना द्वारा आकाश गंगा पैरा जम्पिंग का आयोजन किया जायेगा। दोपहर में सीमा सुरक्षा बल द्वारा रोमांचक कैमल टेंटू शो का प्रदर्शन किया जायेगा। गुरूवार को सायं ७ बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
पण्ड्या ने बताया कि १४ फरवरी को दोपहर २ः३० बजे तक जैसलमेर से १५ किलो मीटर दूर पालीवालों के परित्यक्त गांव कुलधरा एवं खाबा के ग्रामीण संस्कृति से रूबरू हो सकते हो सकते है। १४ फरवरी शुक्रवार को दोपहर तीन बजे सम के लहरदार रेतीले धोरो पर पतंग शो का आयोजन किया जायेगा एवं सायं ६ बजे सम के धोरो पर विख्यात कलाकरों द्वारा सांस्कृतिक संगीत एवं नृत्य का प्रदर्शन किया जायेगा एवं समापन भव्य आतीशबाजी के साथ होगा। मरू महोत्सव से पूर्व शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में खादी एवं उद्योग विभाग द्वारा क्राफ्ट मेले का आयेाजन भी किया जा रहा है। पण्ड्या ने बताया कि महोत्सव के अन्तर्गत प्रथम दिवस आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के प्रविष्टियाँ भी प्राप्त हो गई है।
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शनिवार, 8 फ़रवरी 2014

सांस्कृतिक समारोह से सराबोर होगा मरू महोत्सव


सांस्कृतिक समारोह से सराबोर होगा मरू महोत्सव
शोभायात्रा के साथ महोत्सव का होगा आगाज 


उद्घाटन १२ को, तीन दिन तक चलेंगे भव्य कार्यक्रम, विदेशी सैलानियों की रहेगी धूम, तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन 


जैसलमेर मरू महोत्सव 2014 का पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर में 12 से 14 फरवरी तक तीन दिवस तक किया जाएगा। इस महोत्सव के तीनों दिन ख्यातनाम लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।
कलेक्टर एनएल मीना की पहल पर तीन दिवसीय इस मरू महोत्सव में प्रायोजक भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मरू महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है एवं शोभा यात्रा से लेकर शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में मरू महोत्सव के उद्घाटन समारोह, डेडानसर मैदान एवं सम के लहरदार रेतीले धोरों पर आयोजित किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित ढंग से कराने के लिए तैयारियां चल रही है। उन्होंने व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उच्च स्तरीय व्यवस्थाएं समय रहते जुटा लें।

सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र विकास पण्ड्या ने तीन दिवसीय मरू महोत्सव के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि 12 फरवरी, बुधवार को सुबह 9 बजे शोभायात्रा के साथ मरू महोत्सव का कार्यक्रम प्रारंभ होगा। यह शोभायात्रा शहीद पूनम सिंह स्टेडियम जैसलमेर में पहुंचेगी जहां बुधवार को सुबह 10:45 बजे मरू महोत्सव का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा किया जाएगा। पहले दिन मरू महोत्सव में सबसे रोचक एवं आकर्षक मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता, मिस मूमल के साथ ही मूमल महेंद्रा, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांधणो प्रतियोगिता देसी एवं विदेशियों के बीच आयोजित होगी। मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता के प्रायोजक केके. रिसोर्ट एण्ड कैम्पस, मिस मूमल के प्रायोजक होटल गोल्डन हवेली, मूमल महेंद्रा के प्रायोजक होटल सूर्यागढ़, मूंछ प्रतियोगिता के प्रायोजक जैसलमेर टूरिस्ट गाइड वेलफेयर सोसायटी तथा साफा बांधों प्रतियोगिता के प्रायोजक ट्रायो रेस्टोरेंट होंगे। बुधवार को शाम 7:30 बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में वेस्टजॉन कलचर उदयपुर के विख्यात कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा।
दूसरे दिन डेडानसर स्टेडियम में होंगे कार्यक्रम 

मरू महोत्सव के दूसरे दिन 13 फरवरी, गुरुवार को सुबह 9:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक डेडानसर स्टेडियम जैसलमेर में विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसमें ऊंट शृंगार प्रतियोगिता, शान-ए-मरुधरा, रस्सा-कस्सी भारतीय एवं विदेशी, पणिहारी मटका रेस भारतीय एवं विदेशी महिलाओं के मध्य होगी। इसके साथ ही केमल पोलो मैच एवं केमल रेस का आयोजन भी होगा। ऊंट शृंगार प्रतियोगिता व रस्सा कस्सी के प्रायोजक आई लव जैसलमेर, शान ए मरुधरा, केमल पोले मैच के प्रायोजक ट्रायो, पणिहारी मटका रेस के प्रायोजक होटल सूर्यागढ़, केमल रेस के प्रायोजक रॉयल डेजर्ट सफारी होंगे। 
आकाश गंगा पैरा जंपिंग का आयोजन 
इसी दिन डेडानसर मैदान में वायु सेना द्वारा एयर वारियर ड्रिल, आकाश गंगा पैरा जंपिंग का आयोजन किया जाएगा। दोपहर में सीमा सुरक्षा बल द्वारा रोमांचक कैमल टेटू शो का प्रदर्शन किया जाएगा। गुरुवार को शाम 7 बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। 


मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

23 से 25 फरवरी तक रहेगी मरू महोत्सव की धूम


23 से 25 फरवरी तक रहेगी मरू महोत्सव की धूम
ख्यातनाम कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां 

जैसलमेर  पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित होने वाले जगविख्यात मरू महोत्सव को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही हंै। मरू महोत्सव के दौरान तीनों दिवस विभिन्न अंचलों के ख्यातनाम कलाकरों द्वारा भव्य सास्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। कलेक्टर शुचि त्यागी के निर्देशों पर स्वर्ण नगरी जैसलमेर को साफ सुथरा बनाया जा रहा है वहीं सम के लहरदार रेतीले धोरों पर भी सफाई अभियान जारी है। 

पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक हनुमान मल आर्य ने बताया कि तीन दिवसीय मरू महोत्सव के समारोह की शृंखला में प्रथम दिवस 23 फरवरी, शनिवार को सोनार दुर्ग के प्रवेश द्वार से शहीद पूनम सिंह स्टेडियम तक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें सीमा सुरक्षा बल के सजे धजे ऊंट, मरूश्री, मूंछ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागी भी शामिल होंगे वहीं सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए स्कूली छात्राएं, मूमल-महेन्द्रा की सज्जी हुई झांकियों के साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा आमंत्रित लोक कलाकारों के कला का प्रदर्शन, पारम्परिक वेशभूषा में जैसलमेर के वाशिंदे शामिल होंगे।

शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में मरू महोत्सव समारोह का उद्घाटन होगा। उसके बाद साफा बांध प्रतियोगिता देशी एवं विदेशी, मूमल महेन्द्रा, मिस मूमल, मिस्टर डेजर्ट, मूंछ प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में पहले दिन लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय मरू महोत्सव के दूसरे दिन 24 फरवरी, रविवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में ऊंट शृंगार, शान-ए-मरूधरा, रस्सा कस्सी देशी एवं विदेशी पुरूष व महिलाओं के मध्य, पणिहारी मटका रेस, केमल पोलो मैच की प्रतियोगिताएं होगी। इसके साथ ही दोपहर में सीमा सुरक्षा बल द्वारा आकर्षक केमल टेटू शो का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही दूसरे दिन भी भव्य सांस्कृतिक एवं मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।

तीन दिवसीय मरू महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन 25 फरवरी सोमवार को सम के धोरों पर ऊंट दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन होगा वहीं पहली बार रेतीले धोरों पर पुरूष एवं महिलाओं की दौड़ का आयोजन होगा। इससे पूर्व देशी एवं विदेशी पर्यटक प्राचीन ऐतिहासिक गांव कुलधरा एवं खाभा में ग्रामीण संस्कृति से रूबरू हो सकते हैं। सम के लहरदार रेतीले धोरों पर ख्यातनाम कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा। भव्य आतिशबाजी के साथ ही मरू महोत्सव का समापन हो जाएगा।


मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता के भी मापदंड 

जैसलमेर. जग विख्यात मरू महोत्सव 2013 के प्रथम दिवस 23 फरवरी को आयोजित की जाने वाली मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता के लिए पर्यटन विभाग द्वारा मापदंड निर्धारित किए गए हैं। सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र हनुमान मल आर्य ने बताया कि मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता में भाग लेने वालों की उम्र 10 से 18 वर्ष तक होना आवश्यक है। जिसका आयु प्रमाण-पत्र संलग्न करें अथवा स्कूल प्रमाणित करें। मूमल व महेन्द्रा एक साथ ऊंट पर नहीं बैठेंगे। सहायक निदेशक आर्य ने बताया कि मूमल व महेन्द्रा की वेशभूषा पश्चिमी राजस्थान के मारवाड़ पद्धति पर आधारित होनी चाहिए। मूूमल व महेन्द्रा के गहने परिधान व पूर्ण वेशभूषा एक अविवाहित लड़की व लड़के की अभिव्यक्ति व प्रस्तुतिकरण होना चाहिए। मूमल प्रतियोगी का विवरण परिशिष्ट-प्रथम में तथा महेन्द्रा प्रतियोगी का विवरण परिशिष्ट - द्वितीय में देना आवश्यक होगा। पूर्व प्रथम विजेता सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। 'मूमल/महेन्द्रा' प्रतियोगी राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है। निर्णायक मण्डल द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम रहेगा।