नागौर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
नागौर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, 31 जुलाई 2020

नागौर, खुल गई खेतों की राह, खिल उठे चेहरे,निराली पहल, जिले में रास्ता खोलो अभियान का आगाज

नागौर, खुल गई खेतों की राह, खिल उठे चेहरे
नागौर की निराली पहल, जिले में रास्ता खोलो अभियान का आगाज
पहले दिन 38 प्रकरणों का निस्तारण, प्रषासन ने पुलिस जाप्ते के बीच ग्रामीणों के सहयोग से खुलवाए रास्ते


नागौर, 31 जुलाई। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की ओर से किसानों व ग्रामीणों के लिए गांव-ढाणी तथा खेतों की राह आसान करने के लिए रास्ता खोलो अभियान नाम के नवाचार का आगाज शुक्रवार को किया गया।
अभियान का पहला दिन जिले भर में दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों के लिए राहत और खुषियों भरा रहा। रास्ता खोलो अभियान का पहला दिन प्रषासन, पुलिस और ग्रामीणों के लिए अविस्मरणीय रहेगा, क्योंकि इसके तहत कई गांवों में दो-चार साल नहीं बल्कि तीस साल से चले रास्तों के विवादों का भी निबटारा हुआ। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्षन में उपखण्ड तथा तहसील स्तरीय प्रषासन व पुलिस के अधिकारियों तथा राजस्व विभाग कार्मिकों ने संयुक्त रूप से रास्ता खोलो अभियान के तहत कार्रवाई की और इसमें सफलता भी हासिल की। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्षन में चलाए गए इस रास्ता खोलो अभियान के पहले दिन जिले भर में 38 गांवों में रास्ते संबंधी विवादों का निस्तारण किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने बताया कि रास्ता खोलो अभियान के पहले दिन नागौर व मूंडवा तहसील में छह, खींवसर तहसील में दो, जायल में दो, लाडनूं में चार, कुचामन दो, डीडवान दो, नावां तीन, परबतसर छह, डेगाना तीन, मकराना तीन, रियां तीन तथा मेड़ता तहसील में रास्ते संबंधी तीन प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
अभियान के तहत जिले में जहां रास्ता संबंधी विवाद निस्तारण की कार्रवाई हुई, वहां ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों ने जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक का आभार जताया।

छह घंटे तक चली मषक्कत, 33 साल पुराना प्रकरण सुलझाया,

जिले की परबतसर तहसील के गांव लिखियास में कुछ ग्रामीणों के बीच 1.5 किलोमीटर लंबे रास्ते का 33 साल से विवाद चल रहा था। लिखियास से गांव राबड़ियाद को जोड़ने वाले इस मार्ग को खुलवाने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आर.सी. भट्ट की परिवेदना पर रास्ता खोलो अभियान के पहले दिन ही कार्रवाई हुई। इस रास्ते को खुलवाने के लिए कई दोनो गांव के कई ग्रामीण भी प्रयासरत थे, जिन्होंने अभियान के पहले दिन रास्ता खोलने की कार्रवाई करने आए तहसीलदार राजेष मीणा और उनकी टीम का पूरा सहयोग किया। हालांकि यहां कई ग्रामीणों से रास्ता खेालने के लिए तहसीलदार राजेष मीणा को करीब पांच से छह घंटे समझाईष और मषक्कत भी करनी पड़ी, अंततोगत्वा ग्रामीणों और पुलिस के सहयोग से 33 साल से बंद पड़े इस रास्ते के अवरोध हटवाए गए। तहसीलदार मीणा ने बताया कि इस रास्ते के खुलने से पांच सौ से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। यहां बिटिया गौरव पट्टिका भी लगाई गई।

3.6 किलोमीटर रास्ते का विवाद निपटाया

कड़लू गांव से झुंझंडा गांव की सीमा को जोड़ने वाला 3.6 किलोमीटर लंबा कटानी रास्ता, दो समुदायों के बीच सीमाज्ञान के विवाद के चलते बंद पड़ा था। कड़लू निवासी महेन्द्र जाजड़ा इस रास्ते को खुलवाने के लिए छह माह से प्रयासरत थे। रास्ता खोलो अभियान जाजड़ा के लिए आषा की किरण लेकर आया और प्रषासन ने उनकी परिवेदना पर कार्रवाई की। अभियान के पहले दिन ही नायब तहसीलदार भंवरलाल सैन और उनकी टीम ने पुलिस जाप्ते के साथ सरपंच लालाराम व ग्रामीणों के सहयोग से शुक्रवार को अभियान के पहले दिन ही यह रास्ता खुलवाया। इस कटाणी रास्ते के खुलने से सौ से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हुए हैं, जिन्हें अब अपने खेत जाने में भी परेषानी का सामना करना पड़ता था। इस रास्ते को खुलवाने के साथ-साथ यहां पर बिटिया गौरव पट्टिका भी लगाई गई।

20 साल पुराने रास्ते का विवाद खत्म

ग्राम पीलवा की रोही में खेतों की जाने वाले रास्ते को लेकर 20 साल से विवाद चल रहा था। इस रास्ते के बंद होने से ग्रामीणों को अपने खेतों में जाने के लिए परेषानी का सामना करना पड़ता था। परबतसर तहसीलदार राजेष कुमार मीणा ने बताया कि ग्रामीणों की परिवेदना पर प्रषासनिक व पुलिस अमले ने अभियान के दिन कार्रवाई करते हुए इस रास्ते को खुलवाया और रिकाॅर्ड में कटाणी रास्ते का सीमाज्ञान करते हुए पुख्ता इंतजाम किया। 20 साल बाद 350 मीटर लंबे इस कटाणी रास्ते के खुलने से 350 से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हुए है। इस मौके पर ग्रामीणों ने जिला कलक्टर के प्रति रास्ता खोलो अभियान चलाने पर आभार जताया।

मंगलवार, 28 जुलाई 2020

नागौर डी एम् डॉ सोनी की अनूठी पहल ,प्रषासन पहुंचा जिला पुस्तकालय में, किताबों के रिकाॅर्ड की जानकारी ली

नागौर डी एम् डॉ सोनी की अनूठी पहल ,प्रषासन पहुंचा जिला पुस्तकालय में, किताबों के रिकाॅर्ड की जानकारी ली
पुरानी सब्जी मंडी, सुगनसिंह सर्किल और मुख्य बाजार का भी किया दौरा


नागौर, 28 जुलाई। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देष पर मंगलवार को संयुक्त निरीक्षण दल गांधी चैक स्थित जिला पुस्तकालय पहुंचा। उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी के साथ गए जांच दल ने जिला पुस्तकालय में रखी पुस्तकों की भौतिक स्थिति को देखा। उन्होंने यहां पुस्तकों के रिकाॅर्ड की जानकारी भी ली।
जिला पुस्तकालय के निरीक्षण के बाद उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी, पुलिस उप अधीक्षक मुकुल शर्मा और नगर परिषद आयुक्त जोधाराम बिष्नोई ने त्रिपोलिया दरवाजा के अंदर स्थित मुख्य बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, पंसारी बाजार आदि का भी दौरा किया और व्यापारियों से कोरोना के संक्रमण की रोकथाम व बचाव को लेकर निर्धारित गाइडलाइन का पालन करने के निर्देष दिए। संयुक्त निरीक्षण ने यहां बाजार क्षेत्र में यातायात व्यवस्था का भी जायजा लिया। इसके बाद उपखण्ड अधिकारी चैधरी ने संयुक्त निरीक्षण दल के साथ शहीद सुगनसिंह सर्किल और सुभाष काॅलोनी में एफसीआई की ओर से जाने वाली सड़क का भी मौका मुआयना किया।

नागौर, जांच के दिन ही मिलेगा रोग का प्रमाण पत्र

 नागौर, जांच के दिन ही मिलेगा रोग का प्रमाण पत्र
जिला कलक्टर ने सिलिकोसिस रोगियों के लिए की नई सुविधा
हर मंगलवार को नियमित रूप से लगेगा षिविर


नागौर, 28 जुलाई। जिले में सिलिकोसिस के मरीजों को अब जांच के बाद उसी दिन  ही प्रमाण पत्र दिया जाएगा। जिला कलक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने संवेदनषीलता बरतते हुए सिलिकोसिस मरीजों को यह सुविधा मुहैया करवाने के निर्देष दिए है।
सिलिकोसिस पोर्टल पर लंबित प्रकरणों के निस्तारण को लेकर बैठक मंगलवार को दोपहर एक बजे जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सिलिकोसिस से पीड़ित मरीजों के पोर्टल पर लंबित प्रकरणों पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने इनके जल्द निस्तारण करने के निर्देष दिए।
बैठक में जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देष दिया कि पूर्व की भांति हर मंगलवार को नियमित रूप से सिलिकोसिस जांच षिविर लगाया जाए। जिला क्षय रोग निवारण केन्द्र में लगाए जाने वाले इस षिविर में चिकित्सकीय दल द्वारा जांच में कोई भी मरीज सिलिकोसिस रोग से पीड़ित पाया जाए तो उसी दिन उसका मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर दिया जाए। 
जिला कलक्टर ने सिलिकोसिस रोगियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देष दिए हैं। जिले में वर्तमान में 1692 सिलिकोसिस मरीज हैं। डाॅ. सोनी ने इन सभी सिलिकोसिस रोगियों और उनके बच्चों को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की पालनहार योजना व पेंषन योजना सहित श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देष दिए हैं।
राज्य सरकार की ओर से जारी की गई नई सिलिकोसिस की नई नीति के अनुसार सिलिकोसिस प्रमाणित रोगी को पुनर्वास के लिए 3 लाख रूपए की राषि एक मुष्त तथा मृत्युपरान्त उसके परिजनों को दो लाख रूपए की राषि आॅनलाइन खाते में मुहैया करवाई जाए। वहीं सिलिकोसिस रोगी की मृत्यु पर उनके अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को 10 हजार मुहैया करवाए जाएं। अब नई नीति में खान के दो किमी में रहने वालो व बाहरी राज्यो के श्रमिकों को भी शामिल किया गया हैं। जिला कलक्टर ने ऐसे सिलिकोसिस रोगी, जिन्हें इस प्रावधान का लाभ नहीं मिला है, उन्हें भी लाभान्वित करने के निर्देष दिए हैं। जिला रसद विभाग की ओर से खाद्य सुरक्षा की एक्ट की सूची में वंचित सिलिकोसिस रोगियों का नाम भी शामिल किया जाएगा। इसे लेकर भी जिला कलक्टर ने रसद विभाग को निर्देष दिए हैं।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देष दिए कि सिलिकोसिस पीड़ित व्यक्तियों को समुचित आहार उपलब्ध करवाने के लिए एनजीओ व भामाषाहों को प्रोत्साहित कर उनसे सहयोग लिया जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कष्यप, जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक रामदयाल मांझु, जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ. श्रवण राव, मुख्य जिला षिक्षा अधिकारी अजय कुमार वाजपेयी, सहायक श्रम आयुक्त गजेन्द्रसिंह शेखावत तथा षिविर प्रभारी सुरेन्द्र चैधरी मौजूद थे।

गुरुवार, 23 जुलाई 2020

नागौर की निराली पहलः- गांवों में चलेगा ’’रास्ता खोलो अभियान’’ आसान होगी गांव-ढ़ाणी और खेतों की राह


नागौर की निराली पहलः- गांवों में चलेगा ’’रास्ता खोलो अभियान’’

आसान होगी गांव-ढ़ाणी और खेतों की राह

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नवाचार के तहत जारी किए दिशा-निर्देश

नागौर, 23 जुलाई। देष की खुषहाली का रास्ता खेतों की हरियाली से होकर गुजरता है, इन्हीं रास्तों पर अब धरतीपुत्र कहे जाने वाले किसानों की राह सरकार आसान कर देगी तो वह दुआ तो देंगे ही, साथ ही बिना किसी चिंता के उन्नत कृषि की ओर अपना पूरा ध्यान देंगे। जी हां, नागौर जिले में किसानों के लिए गांव-ढाणी और खेतों की ओर जाने वाली राह आसान करने के लिए जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नवाचार करते हुए रास्ता खोलो अभियान शुरू करने की कार्ययोजना लागू कर दी है।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर जनसुनवाई एवं जिला भ्रमण के दौरान बड़ी संख्या में परिवाद प्राप्त हो रहे है तथा रास्तों को लेकर न्यायालय में भी वाद दायर किये जाते रहते हैं। रास्तों पर किये गये अतिक्रमण के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आपस में वैमनस्य, गुटबाजी एवं लड़ाई-झगड़े होते रहते है, जिससे ग्रामीणजन का आपस में सामंजस्य नहीं रहता हैं तथा ग्राम का सर्वांगीण विकास भी नहंी हो पाता है। ऐसे प्रकरणों में निरन्तर बढोतरी होने से आमजन को न्यायालय के चक्कर लगाने एवं जन-धन की हानि होने के साथ-साथ क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। इसलिए जिला प्रषासन नागौर ने रास्तें सम्बन्धी समस्याओं के निराकरण हेतु ’’रास्ता खोलो अभियान’’ चलाये जाने का निर्णय लिया है।

इस अभियान के तहत आम रास्तों, गोचर भूमि पर अतिक्रमण को हटाने, बंद किए जा चुके खातेदारी रास्तों को खुलवाने, राजस्व अभिलेख में दर्ज रास्ते, काष्तकारों की कृषि जोत के विभाजन करने से पूर्व रास्तों का प्रावधान करने, आम रास्ते निकालने, राजकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने, राजकीय भूमि पर से सार्वजनिक रास्ता निकालने तथा खातेदार किसान को उसकी जोत यानी खेत तक पहुंने के लिए राजकीय चारागाह भमि में से होकर रास्ता देने तथा खातेदारी भूमि में से होकर नवीन रास्ते निकालने और विद्यमान रास्ते को चैड़ा करने संबंधी प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा।

पुलिस हर कदम पर प्रशासन के साथ

अभियान की कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के लिए जिला कलक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जिला पुलिए अधीक्षक डाॅ. श्वेता धनकड़ ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से ग्रामीणा क्षेत्रों में रास्ते संबंधी विवादों का निस्तारण तथा अतिक्रमण दूर करने के लिए चलाए जाने वाले ’’रास्ता खोलो अभियान’’ में पुलिस अपनी पूरी सहभागिता देगी। इसे लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नागौर व डीडवाना सहित समस्त उपखण्ड मुख्यालयों पर नियुक्त उप अधीक्षक अभियान में स्थानीय प्रशासन को पुलिस जाप्ता करवाने की व्यवस्था करवाएंगे। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार भी मौजूद थे।


अतिरिक्त जिला कलक्टर रहेंगे नोडल अधिकारी

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने ’’रास्ता खोलो अभियान’’ के लिए समग्र रूप से अति. जिला कलक्टर नागौर मनोज कुमार को जिला नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं अति.जिला कलक्टर डीडवाना प्रभातीलाल जाट अपने क्षेत्र में प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए नोडल अधिकारी होगें। वहीं उपखण्ड क्षेत्रों में रास्ते संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए रास्ता खोलो अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर संबंधित उपखण्ड अधिकारी को उनके क्षेत्र का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। अभियान के दौरान यदि कोई कानून व्यवस्था का प्रकरण सामने आए तो अति. जिला कलक्टर नागौर व डीडवाना सम्बन्धित अति.जिला पुलिस अधीक्षक से समन्वय स्थापित कर समस्या का निराकरण करेगें। राज्य तथा संभाग व जिला तथा उपखण्ड स्तर पर जनसुनवाई अथवा अन्य माध्यम से प्राप्त होने वाले रास्तों से सम्बन्धित प्रकरणों तथा अभ्यावेदनों को एक रजिस्टर में दर्ज कर किया जायेगा।
एसडीओ करेंगे साप्ताहिक समीक्षा, पहली कार्रवाई  31 जुलाई से

जिला कलक्टर के निर्देषानुसार ’’रास्ता खोलो अभियान’’ के तहत उपखण्ड अधिकारी सप्ताह में एक बार तहसीलदार, थानाधिकारी, विकास अधिकारी के साथ बैठक कर रास्तों से सम्बन्धित प्रकरणों की समीक्षा करेगें तथा आसानी से खुलने वाले रास्तों का चिन्हीकरण कर सप्ताह में कम से कम तीन रास्तों की समस्या का समाधान करेगें। इस प्रकार के अभियान की सफलता के लिए विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियांे को जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के निर्देष दिए गए हैं। ‘‘राजस्व शाखा‘‘ द्वारा उपखण्ड वार पंजिका का संधारण किया जाएगा। उक्त पंजिका में नियमित रूप रास्ते की समस्याओं का अंकन किया जाकर अपडेट रखा जाएगा।
उपखण्ड अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र में स्थित रास्तों की समस्याओं का चिन्हीकरण कर दिनांक 27.7.2020 तक एक सूची तैयार कर मय कार्ययोजना के ‘‘राजस्व अनुभाग‘‘ में दिनांक 28.7.2020 तक आवष्यक रूप से भिजवाना सुनिष्चित करेगें। इस अभियान के अन्र्तगत पहली कार्रवाई दिनांक 31.7.2020 (षुक्रवार) से प्रारम्भ की जाएगी। इसके बाद प्रत्येक शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने व रास्ता खुलवाने हेतु राजस्व अधिकारियों व पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई की जाएगी। यदि किन्ही कारणों से शुक्रवार को कार्यवाही संभव नही हो तो आगामी दिवस यानि शनिवार को अनिवार्य रूप से की जाएगी।


आमजन से सहयोग की अपील

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी व गोचर भूमि तथा खेतों, गांव-ढाणियों की जाने वाले रास्तों पर से अतिक्रमण हटाने के लिए शुरू किए जाने वाले   ’’रास्ता खोलो अभियान’’ अभियान में आमजन से सहयोग की अपील की है। डाॅ.सोनी ने कहा है कि नागौर एक कृषि प्रधान जिला है, यहां के किसान व ग्रामीण अपनी प्रगतिशील सोच के लिए जाने जाते  है, आशा है खेतों  व ढाणियों को सुगम बनाने तथा अतिक्रमण हटाने के लिए इस अभियान में जिले के ग्रामवासी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग मिलेगा। जिला प्रशासन को भरोसा है कि यह अभियान सफल रहेगा और पूरे राज्य में इस लोककल्याणकारी कार्य के लिए नागौर वासी सराहना के पात्र बनेंगे।


अत्याचार पीड़ित व्यक्ति, आश्रित और साक्षियों से यात्रा भत्ता व दैनिक भत्ता को लेकर मांगे आवेदन

नागौर, 23 जुलाई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) योजना यथासंषोधित नियम 2016 के नियम-11 के अन्र्तगत अत्याचार से पीडित व्यक्ति, उसके आश्रित तथा साक्षियों को उनके आवास स्थान से अधिनियम अन्र्तगत दर्ज प्रकरण के अन्वेषण या सुनवाई या विचारण के स्थान तक का यात्रा भत्ता एवं दैनिक भत्तें के नियमानुसार भुगतान किया जाता है।
इसके लिए अत्याचार से पीडित व्यक्ति, उसके आश्रित तथा साक्षियों को अन्वेषण या सुनवाई या विचारण के स्थान पर सम्बन्धित अधिकारी से यात्रा एवं दैनिक भत्ता दावा प्रपत्र प्राप्त कर निम्नांकित अधिकृत अधिकारीयों जैसे लोक अभियोजक, सहायक लोक अभियोजक, न्याय शाखा प्रभारी अधिकार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अपराध सहायक, उपखण्ड अधिकारी, कार्यपालक मजिस्ट्रेट, वृत्ताधिकारी, पुलिस उपअधीक्षक, थानाधिकारी से उपस्थिति प्रमाण-पत्र जारी करवा कर उपस्थिति प्रमाण-पत्र का प्रारूप सम्बन्धित अधिकारी से प्राप्त करें। इसके पश्चत निर्धारित प्रारूप में क्लेम प्रार्थना पत्र मय उपस्थिति प्रमाण-पत्र कार्यालय सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग नागौर में जमा करवाएं। निर्धारित प्रारूप में प्रमाण पत्र जमा कराने पर पीडित/आश्रित/साक्षी नियमानुसार यात्रा भत्ता एवं दैनिक भत्तें का लाभ प्राप्त कर सकते है।



भवन एवं संनिर्माण श्रमिक पंजीयन कराएं, लें विभिन्न योजनाओं का लाभ

नागौर, 23 जुलाई। राज्य सरकार की ओर से भवन एवं संनिर्माण श्रमिकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इसके लिए जरूरी है बस उन्हें इसके रूप में श्रम विभाग में अपना आॅनलाइन पंजीयन करवाना।
नागौर के सहायक श्रम आयुक्त गजेन्द्रसिंह शेखावत ने बताया कि भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण मंडल राजस्थान जयपुर की ओर से ऐसे निर्माण श्रमिक जिसने पिछले 12 माह में कम से कम 90 दिन निर्माण श्रमिक के रूप में कार्य किया हो तथा उसकी उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष के मध्य हो तो वे  हिताधिकारी के रूप में पंजीयन कराने के पात्र हैं। संबंधित निर्माण श्रमिक के लिए पंजीयन की कार्यवाही ई मित्र पर ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है।  निर्माण श्रमिक अपना पंजीयन कराकर निम्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ऑनलाइन ई मित्र के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
सहायक श्रम आयुक्त ने बताया कि निर्माण श्रमिकों के लिए शिक्षा व कौशल विकास योजना, निर्माण श्रमिक स्वास्थ्य बीमा योजना, निर्माण श्रमिक सुलभ आवास योजना, निर्माण समिति जीवन में भविष्य सुरक्षा योजना, शुभ शक्ति योजना सामान्य अथवा दुर्घटना में मृत्यु या घायल होने की दशा में सहायता योजना, प्रसूति सहायता योजना, सिलिकोसिस पीड़ित आदि कार्यों हेतु सहायता योजना संचालित की जा रही है।

बुधवार, 22 जुलाई 2020

जायल/नागौर में भीषण सड़क हादसा ,,जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र सोनी पहुंचे मौके पे*



जायल/नागौर में भीषण सड़क हादसा ,जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र सोनी पहुंचे मौके पे*

*नागौर ट्रक के नीचे दबी कार, कार सवार 6 लोगों की मौके पर मौत* ग्रामीणों की सहायता से कार से निकाले शव, मृतक थे हरियाणा के रहने वाले, सुरपालिया पुलिस मौके पर नागौर जिले के जायल में ट्रक और कार के बीच हुए भीषण हादसे की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी और पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ मौके पे पहुंचे।।राहत कार्य आरंभ करवाये।।डॉ सोनी ने सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त की।उन्होंने मौके पे रह कर राहत कार्य करवा शव बाहर निकलवाए।।*

सोमवार, 20 जुलाई 2020

नागौर, जरूरतमंद को हर स्तर तक मिले योजनाओं का लाभः सोनी

नागौर,  जरूरतमंद को हर स्तर तक मिले योजनाओं का लाभः सोनी


जिला कलक्टर ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए

बीस सूत्री कार्यक्रम के लक्ष्यों की पूर्ति के दिए निर्देश


नागौर, 20 जुलाई। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को उसकी पात्रता के अनुसार सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए। रोजगार, घर, पेयजल व विद्युत सुविधा, खाद्य आपूर्ति तथा बच्चों की शिक्षा व पेंशन तक की सुविधा सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत देय हैं, जिन्हें हर पात्र जरूरतमंद को दिलाने की कार्रवाई प्रत्येक विभाग के जिला से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक बैठे अधिकारी व कार्मिक आवश्यक रूप से करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने यह निर्देश सोमवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए।
जिला मुख्यालय पर स्थित राजीव गांधी आईटी सेंटर में सोमवार को हुई साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों से भी संवाद किया और विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के तहत रोजगार व रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 125 दिन तक चलाए जाने वाले इस अभियान में अधिक से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया करवाते हुए इसके लक्ष्य पूरे किए जाएं।
जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत भवन निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राज. कौशल एप, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कामों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने मनरेगा के तहत जिले में तीन लाख ग्रामीणों को 100 दिन का रोजगार दिए जाने के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश मुख्य कार्यकारी जिला परिषद व समस्त विकास अधिकारियों को दिए। डाॅ. सोनी ने कहा कि मनरेगा के तहत तालाब खुदाई, सफाई, सड़क किनारे पटरी निर्माण, पौधरोपण, खेल मैदान विकास करने के साथ-साथ नए तरीके से ठोस काम करवाने की कार्ययोजना बनाकर उसे धरातल पर अमलीजामा पहनाया जाए। कलक्टर ने समस्त विकास अधिकारियों को ग्राम पंचायतों में नए सामुदायिक शौचालय निर्माण के प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त को सफाई व्यवस्था चैक-चैबंद रखते हुए शहरी क्षेत्र में पेयजल समस्या का निस्तारण करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र सोनी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र परिवारों सहित सिलिकोसिस व एचआईवी से ग्रसित मरीजों को सरकार की ओर से उनके लिए  निर्धारित हर योजना का लाभ दिलाने और उसकी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिलिकोसिस के मरीजों को पेंशन, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक सहायता दिए जाने के काम को लेकर जिला रसद अधिकारी, सहायक श्रम आयुक्त और एमई, खनिज विभाग को संयुक्त रूप से रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा राजकीय जेएलएन अस्पताल के पीएमओ प्रतिनिधि को निर्देश दिए कि वे एड्स कंट्रोल सोसाइटी से नागौर जिले में एचआईवी पाॅजिटिव मरीजों की सूची तैयार करवाएं और उन्हें भी सरकार की ओर से निर्धारित सहायता दिलवाएं।
उन्होंने प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत किसानों के खेतों में सौर उर्जा संयंत्र विकसित करने के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता को ग्राउण्ड रिपोर्ट के आधार पर कार्ययोजना बनाकर काम करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका विकसित करने के लिए आई बजट राशि का कार्ययोजना बनाकर उपयोग करने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने निर्देश दिए कि पोषण वाटिका विकसित करने के लिए पौधों का चयन कर उसका ब्लूप्रिंट तैयार करते हुए कार्ययोजना को मूर्तरूप देवें। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक को निर्देश दिए गए है कि पालनहार योजना में अधिक से अधिक पात्र परिवार लाभान्वित हों, इसके लिए शिक्षा विभाग के डाटा प्राप्त कर काम को गति प्रदान करें।
जिला कलक्टर ने सभी जिला एवं उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लंबित प्रकरणों का निस्तारण जल्द से जल्द करें। इसके लिए दस सर्वाधिक पुराने लंबित प्रकरणों की लिस्टिंग तैयार कर उनका निस्तारण किया जाए। डाॅ. सोनी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बारिश के मौसम में वन विभाग के सहयोग से अधिकाधिक पौधरोपण करें। इसके लिए कार्ययोजना के मुताबिक सभी सरकारी कार्यालयों की मुख्य दीवार और सड़क के बीच की जगह में छायादार वृक्षों के पौधे लगाएं। पौधरोपण के बाद यहां ट्री गार्ड भी लगाएं जाएं। संबंधित विभागीय कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी इन पौधों की नियमित देखभाल करें।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक के दौरान बीस सूत्री कार्यक्रम की प्रगति रिपेार्ट पर भी समीक्षा की। जिला कलक्टर ने उत्तर मैट्रिक छात्रवृति, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, सांसद व विधायक निधि के तहत हुए कार्यों, सड़क किनारे पटरी निर्माण के कार्य, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, जननी सुरक्षा योजना, राजश्री योजना, नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, एमसीएचएन डे सेवाओं की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए इनमें और अधिक सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित सैक्टर मिटिंग करें और एएनएम को चिकित्सा सेवाएं सुदृढ़ करने का प्रशिक्षण दें।
जिला कलक्टर ने राजश्री योजना की समीक्षा करते हुए इसकी प्रथम व द्वितीय किस्त का भुगतान समय पर किए जाने और इसकी समयबद्ध माॅनिटरिंग करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि राजश्री योजना की द्वितीय किस्त का भुगतान समय पर हो, इसके लिए बालिका का टीकाकरण समयबद्ध तरीके से हो, इसके लिए जिला अस्पताल से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्र पर नियुक्त एएनएम अपडेट रहते हुए काम करें और नियमित रिपोर्टिंग करें। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय करते हुए नियमित टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति करें।
कोविड-19 की रोकथाम व बचाव को लेकर निर्धारित मैनेजमेंट सिस्टम की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने अधिकाधिक सैम्पल लिए जाने और राजकीय जेएलएन अस्पताल में स्थापित आरटी-पीसीआर लैब में इसकी राउंड द क्लाॅक जांच किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि बीकानेर व अजमेर के राजकीय मेडिकल काॅलेज में नागौर जिले के कोरोना सैम्पल की लंबित जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द करवाएं। डाॅ. सोनी ने कोरोना सैम्पल जांच करवाने व्यक्तियों के मोबाइल पर एस.एम.एस भेजने की सुविधा जल्द शुरू करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए किए होम क्यूरांटाइन में रह रहे जो भी व्यक्ति कोरोना रोकथाम की गाइडलाइन की अवहेलना करें तो उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
चार घटनाओं पर रखें गंभीरता, तत्काल सूचना करें
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों को प्रत्यक्ष और वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए निर्देश दिए कि वे जिले में कहीं भी महिला पर हुए अत्याचार, सड़क दुर्घटना में हुई मास कैजुअल्टी, जातीय हिंसा तथा मानसून के दौरान आई प्राकृतिक आपदा की सूचना तत्काल मुहैया करवाएं। डाॅ. सोनी ने कहा कि ऐसी घटनाओं की सूचना जिला प्रशासन को तत्काल मिलने से समय पर कार्रवाई हो सकेगी। अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने जन अभाव अभियोग समिति और संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण समय पर करते हुए जिला मुख्यालय को अवगत कराने के निर्देश सभी जिला एवं उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप, जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी, एवीवीएनल के अधीक्षण अभियंता आर.बी.सिंह, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता भंवराराम चैधरी, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक दुर्गासिंह उदावत, सीपीओ श्रवणलाल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अजय कुमार वाजपेयी सहित विभिन्न विभागों के जिला सतरीय अधिकारी मौजूद रहे। वहीं वीडियो कांफ्रेसिंग पर सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी व तहसीलदार सहित खण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

--

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

Rajasthan : नागौर में युवक पर बरपाया कहर, प्राइवेट पार्ट में पेचकस व पेट्रोल डाला, देखें वायरल VIDEO

Rajasthan : नागौर में युवक पर बरपाया कहर, प्राइवेट पार्ट में पेचकस व पेट्रोल डाला, देखें वायरल VIDEO

Nagaur Young man brutally Beaten in Karanu Viallage Video Viral
नागौर। राजस्थान के नागौर जिले के करनू गांव में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला सामने आया है। यहां पर एक दलित पर कहर बरपाया गया है। आधा दर्जन से ज्यादा युवकों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट कर उसे अधमरा कर दिया। आरोप है कि युवकों ने पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल तक डाल दिया। यह अमानवीय घटना 16 फरवरी की बताई जा रही है, मगर बुधवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।बताया जा रहा है ​कि पीड़ित युवक नागौर जिले के ही गांव भोजास का रहने वाला है। पीड़ित अपनी बाइक की रिपेयर करवाने के लिए करनूं गांव स्थित मोटरसाइकिलों की एजेंसी पर गया था। वह बाइक एजेंसी में खड़ी करके कैश काउंटर के पास बैठा था तब वहां पर आधा दर्जन युवकों ने चोरी के संदेह में उस पर हमला कर दिया।उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे। मारपीट के दौरान आरोपियों ने पीड़ित के कपड़े निकाल दिए और उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे के पेचकस से पेट्रोल डाल दिया। किसी ने पूरी घटना को मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया, जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है।

पीड़ित युवक ने नागौर जिले के पांचोड़ी पुलिस थाने में आधा दर्जन युवकों के खिलाफ मारपीट का नामजद मामला दर्ज करवाया है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए नागौर जिला पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विकास पाठक ने थाना अधिकारी को जांच के आदेश दिए है। पांच युवकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ भी की जा रही है।

शनिवार, 23 नवंबर 2019

नागौर के कुचामन में भीषण सड़क हादसा*, *मिनी बस पेड़ से टकराई*, *हादसे में 12 लोगों की मौत*, *10 लोग गंभीर घायल*

*नागौर -*

*नागौर के कुचामन में भीषण सड़क हादसा*,

*मिनी बस पेड़ से टकराई*,

*हादसे में 12 लोगों की मौत*,      
*10 लोग गंभीर घायल*

*चार गंभीर घायलों को किया गया जयपुर रेफर, 5 का इलाज*

*कुचामन के सरकारी अस्पताल में जारी*,

*सभी मृतक महाराष्ट्र के शोलापुर लातूर जिले के निवासी*,

*मिनी बस में सवार होकर जा रहे थे हिसार,*

*सड़क पर काला सांड आने से हुआ हादसा*,

*सांड को बचाने के चक्कर मे पेड़ से टकराई मिनी बस*,

*कुचामन के सरकारी अस्पताल में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद*

बुधवार, 6 नवंबर 2019

एसीबी की टीम ने नगरपालिका के जेईएन को रिश्वत लेते पकड़ा है

 नागौर  एसीबी की टीम ने नगरपालिका के जेईएन को रिश्वत लेते पकड़ा 


नागौर एसीबी के एडिशनल एसपी रमेश मौर्य ने बताया कि अजमेर चौकी पर परिवादी महावीर प्रसाद जैन और अभिषेक जैन निवासी सरवाड़ ने शिकायत दी थी कि उनके द्वारा नगरपालिका सनवाड़ में निर्माण कार्य कराया गया था , जिसकी एमबी पर हस्ताक्षर करने के एवज में तत्कालीन जेईएन और सरवाड़ नगर पालिका के अन्य कर्मचारी द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी । इसका सत्यापन 29 सितंबर 19 को हो गया था । रिश्वत में 55,000 रुपए के एवज में सेल्फ का चेक दिया , जिसका भुगतान होने के पश्चात बुधवार को बस स्टैंड पर चेक लेकर नकद भुगतान करना था । इस पर परिवादी ने जेईएन हरिसिंह पुत्र जगदीश प्रसाद प्रजापत को बस स्टैंड बुलाया और रिश्वत के पैसे दिए । तुरंत ही एसीबी ने जेईएन को दबोच लिया , उसके एसीबी टीम द्वारा जेईएन को निंबाहेड़ा कोतवाली में लाया गया कार्यवाही जारी है । एसीबी के एडिशनल एसपी रमेश मौर्य ने बताया कि अजमेर चौकी पर परिवादी महावीर प्रसाद जैन और अभिषेक जैन निवासी सरवाड़ ने शिकायत दी थी कि उनके द्वारा नगरपालिका सनवाड़ में निर्माण कार्य कराया गया था , जिसकी एमबी पर हस्ताक्षर करने के एवज में तत्कालीन जेईएन और सरवाड़ नगर पालिका के अन्य कर्मचारी द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी । इसका सत्यापन 29 सितंबर 19 को हो गया था । रिश्वत में 55,000 रुपए के एवज में सेल्फ का चेक दिया , जिसका भुगतान होने के पश्चात बुधवार को बस स्टैंड पर चेक लेकर नकद भुगतान करना था । इस पर परिवादी ने जेईएन हरिसिंह पुत्र जगदीश प्रसाद प्रजापत को बस स्टैंड बुलाया और रिश्वत के पैसे दिए । तुरंत ही एसीबी ने जेईएन को दबोच लिया , उसके एसीबी टीम द्वारा जेईएन को निंबाहेड़ा कोतवाली में लाया गया कार्यवाही जारी है ।

बुधवार, 18 सितंबर 2019

नागौर प्रेम प्रसंग प्रकरण 36 घंटे के अन्दर वांछित पांचों मुल्जिमानों को गिरफ्तार कर लिया

नागौर प्रेम प्रसंग प्रकरण 36 घंटे के अन्दर वांछित पांचों मुल्जिमानों को गिरफ्तार कर लिया

जयपुर 18 सितम्बर। महिला व एक पुरुष के बाल काटने व पेशाब पिलाने जैसे दुष्कृत्य में नागौर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना की जानकारी मिलने के 36 घंटे के अन्दर वांछित पांचों मुल्जिमानों को गिरफ्तार कर लिया है।
        पुलिस अधीक्षक नागौर डाॅ. विकास पाठक ने बताया कि प्रकरण में नागौर पुलिस ने बुधवार को जावा, थाना डेगाना, नागौर निवासी मुख्य महिला अभियुक्ता सायरी उर्फ सोउदी देवी पत्नि श्री चैनाराम जोगी (45) व सोबालिया,थाना बोरून्दा जिला जोधपुर  निवासी सहभियुक्ता श्रीमति चन्द्रकी पत्नि सुरजनाथ जोगी कालबेलिया (25) एवं सुरजनाथ पुत्र धन्नानाथ जोगी कालबेलिया (30) को बाद अनुसंधान गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में पीड़ित महिला के पुत्र व मुख्य अभियुक्त राजूनाथ व मोतीनाथ को मंगलवार को गिरफतार किया जा चुका है। नागौर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना की जानकारी मिलने के 36 घंटे के अन्दर वांछित पांचों मुल्जिमानों को गिरफ्तार कर लिया है
     डाॅ. पाठक ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना श्री नितेश आर्य व वृताधिकारी डीडवाना श्री गणेशाराम के सुपरविजन में जिले में अलग अलग टीमें गठित कर आरोपियो की तलाश हेतु नागौर व सीमावृति जिलों में दबिशें दी गई थी। 
      प्रकरण की जानकारी देते हुए डॉ. पाठक ने बताया कि 16 सितम्बर को निम्बी जोधा में नाथ-सपेरा समाज के लोगों ने समाज के ही एक महिला व पाली निवासी एक युवक के साथ अमानवीय व्यवहार कर गले में चप्पल डाल मुह काला कर अपमानित करने व मारपीट करने, बाल काटने व पेशाब पिलाने संबधी घिनौना कृत्य किया था। पीड़ित महिला ने पर्चा बयान में अपने दो पुत्रो,जेठानी व दूर के रिश्ते में दामाद सहित एक अन्य महिला को अभियुक्त बनाया था।

रविवार, 11 अगस्त 2019

जयपुर 5 पिस्टल,1 देशी कट्टा एवं 102 कारतूस सहित पाँच आरोपी गिरफ्तार*

जयपुर 5 पिस्टल,1 देशी कट्टा एवं 102 कारतूस सहित पाँच आरोपी गिरफ्तार*

जयपुर 11 अगस्त। अवैध हथियार एवं मादक पदार्थ तस्करों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत नागौर पुलिस ने रविवार को मुखबीर की मुखबिर की सूचना पर अलग अलग जगहो से अवैध हथियारों सहित पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 5 पिस्टल,1 देशी कट्टा एवं 102 कारतूस बरामद किये गए है।
    पुलिस अधीक्षक जिला नागौर डाॅ. विकास पाठक के निर्देशानुसार अवैध हथियारों की बरामदगी एवं अपराधियो की धरपकड़ अभियान के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सरजीत सिंह मीना व वृताधिकारी मेडतासिटी श्री रामगोपाल शर्मा के निर्देशन में थानाधिकारी मेड़तासिटी श्री अमराराम खोखर के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
     पुलिस अधीक्षक डॉ. पाठक ने बताया कि गठित टीम ने मुखबीर की सूचना पर थाना गोटन निवासी सीताराम पुत्र श्री सुखराम जाट (35) एवं थाना कुचेरा निवासी सुखाराम पुत्र श्री राधाकिशन जाट (36),मनीराम पुत्र श्री तिलोकराम जाट (53), हरेन्द्र उर्फ कैलाश पुत्र श्री कल्याणराम (29) व भैरूसिह उर्फ पूर्णसिह पुत्र श्री जगदीश सिंह राजपूत (26) को 5 पिस्टल, 1 देशी कट्टा व 102 कारतूस सहित गिरफ्तार किया है।
     डॉ. पाठक ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट में वांछित आरोपी सीताराम डिडेल के द्वारा हथियारों की सप्लाई सूचना पर थानाधिकारी मय टीम द्वारा आरोपी को मेड़तासिटी से एक पिस्टल मय दो कारतूस के साथ गिरफतार किया गया। ततपश्चात आरोपी भैरूसिंह को एक देशी कट्टे व एक कारतूस के साथ,आरोपी सुखाराम को एक पिस्टल व 18 कारतूस के साथ तथा आरोपी मनीराम को एक पिस्टल व 30 कारतूस के साथ तथा आरोपी हरेन्द्र उर्फ कैलाश को एक पिस्टल मय 50 कारतूस व एक देशी कट्टे मय एक कारतूस के साथ गिरफतार किया गया।
       उन्होंने बताया कि आरोपी मनीराम पूर्व सरपंच का भाई है। वर्तमान व पूर्व सरपंच के मध्य चुनावों के बाद से लगातार तनाव चल रहा है। जिसके बाद से ही मनीराम सुखराम से बदला लेने की फिराक में था। इनमें आपस में कई बार मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इस बार मनीराम सरपंच सुखाराम पर हमला करने की नियत से योजना बना रहे थे। लेकिन मेड़तासिटी पुलिस की आसूचना पर एक बड़ी घटना  को होने से टाला जा सका है।
     डॉ. पाठक ने बताया कि सीताराम डिडेल पिछले कुछ साल से अवैध हथियार बेचने का काम कर रहा है इसके द्वारा आस पास के क्षेत्र लाम्बा जाटान, गोटन, मेड़तारोड, जारोडा, बुटाटी व कुचेरा क्षेत्र में कई लोगों को हथियार सप्लाई किये जा चुके है।
     उन्होंने बताया कि गिरफतार आरोपियों से हथियार खरीद के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है। जिससे कई और खुलासे होने की संभावना है।

सोमवार, 1 जुलाई 2019

नागौर पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई का VIDEO वायरल, नाजायज संबंधों की बात आई सामने

नागौर पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई का VIDEO वायरल, नाजायज संबंधों की बात आई सामने
पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई का VIDEO वायरल, नाजायज संबंधों की बात आई सामने


राजस्थान के नागौर जिले के हरियाजून गांव में एक युवक की पेड़ से बांधकर बेरहम पिटाई का वीडियो वायरल हो गया है. एक दिन पहले युवक को पुलिस ने कुचामन कस्बे के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाकर उपचार करवाया था. डीडवाना निवासी युवक बलदेवराम सैनी ने तब पुलिस को बताया था कि वह गांव में मंदिर में दर्शन करने गया था और इसी बीच उसे कुछ लोगों ने बंधक बनाकर उसकी पिटाई की. लेकिन पुलिस जांच में सामने आया है कि युवक के गांव की किसी युवती के साथ नाजायज संबंध भी इस मारपीट के पीछे कारण हो सकता है.कुचामनसिटी के हरियाजून के इस मामले में पुलिस ने घायल युवक की शिकायत पर गांव के एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार युवक 27 वर्षीय बलदेवराम ने रिपोर्ट लिखवाई है कि वह हरियाजून मावलिया माताजी के दर्शन के लिए गया था. उस सममय रास्ते में कुछ लोगों ने उसकी मोटरसाइकिल रुकवा कर नाम पता पूछा और उसे पेड़ से बांधकर मारपीट की. उसका मोबाइल भी छीन लिया.

सोमवार, 17 जून 2019

नागौर एक ही परिवार की दो बहुओं को ससुराल पक्ष ने पीट-पीट कर किया अधमरा, घंटो तक तड़पती रही दोनों*

 नागौर एक ही परिवार की दो बहुओं को ससुराल पक्ष ने पीट-पीट कर किया अधमरा, घंटो तक तड़पती रही दोनों*

राजस्थान के नागौर जिले में रविवार को एक ही परिवार में ब्याही गई दो सगी बहनों के साथ ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. घटना नागौर जिले के चुंटीसरा गांव की है, जहां सास-ससुर व अन्य घरवालों ने अपनी दोनों बहुओं के साथ कुल्हाड़ी व डंडे से वार कर मारपीट की और खेत में पटक दिया.

पानी तक नहीं पीने दिया ससुराल पक्ष के लोगों ने

जानकारी के अनुसार मारपीट के बाद दोपहर बाद दोनो पीड़िताओं की सुध ली गई और पिता की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया. आरोप है कि ससुराल पक्ष ने मारपीट तो की ही, साथ में अत्याचार इस कदर किया कि दोनों बहनो को पानी तक नहीं पीने

शुक्रवार, 16 दिसंबर 2016

कीटनाशक सेवन से प्रेमी की मौत, प्रेमिका की हालत गंभीर

नागौर कीटनाशक सेवन से प्रेमी की मौत, प्रेमिका की हालत गंभीर

कीटनाशक सेवन से प्रेमी की मौत, प्रेमिका की हालत गंभीर
नागौर पुलिस के अनुसार युवक-युवती के परिजनों एवं मौके के हालात को देखने के बाद जो स्थिति सामने आई है, उसके अनुसार लाडनूं के धुड़ीला गांव निवासी मंजू एवं पुरखाराम एक-दूसरे से प्रेम करते थे, लेकिन रिश्ते में भाई-बहन होने के कारण परिजनों के सामने जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। करीब बारह दिन साथ रहने के बाद जब उन्हें कोई रास्ता नजर नहीं आया तो दोनों ने जान देने की ठानी । बुधवार रात को दोनों ने छोटी खाटू स्थिति बीएड कॉलेज के पास पहुंचकर आत्महत्या करने के लिए कीटनाशक का सेवन कर लिया। कीटनाशक सेवन से पुरखाराम अचेत हो गया, जबकि मंजू ने होश में थी। उसने मोबाइल से परिजनों को सूचना दी। सूचना पाकर परिजन लाडनूं थाने पहुंचे तथा पूरी जानकारी दी।

चाचा की लड़की से किया प्रेम

खुनखुना थानाधिकारी हरलाल गुर्जर ने बताया कि मंजू मृतक पुरखाराम के चाचा की लड़की है। मंजू गत 3 दिसम्बर से लापता थी, जिसको लेकर परिजनों ने लाडनूं थाने में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज करवाई। बुधवार रात को लाडनूं थाना पुलिस ने खुनखुना थाने में सूचना दी कि छोटी खाटू के पास युवक-युवती ने कीटनाशक का सेवन कर लिया है। सूचना मिलने पर वे कांस्टेबल के साथ मौके पर पहुंचे तथा युवक-युवती को अचेत अवस्था में स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने पुरखाराम को मृत घोषित कर दिया और युवती को डीडवाना रेफर किया।

शाम को पहुंचे युवक के परिजन

गुरुवार को लाडनूं थानाधिकारी नागरमल प्रजापत मय जाब्ते के खाटू पहुंचे तथा पुरखाराम के परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुलाया, लेकिन वे दिनभर नहीं आए। गुरुवार शाम करीब छह बजे पुरखाराम के पिता श्रवणराम नायक खाटू पहुंचे। उन्होंने बताया कि पुरखाराम महाराष्ट्र में ट्रेक्टर चलाने का काम करता था, मंजू उसके पास कब पहुंची, इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

शनिवार, 30 जुलाई 2016

नागौर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख का जन्मदिन सादगी से केक काट कर मनाया



नागौर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख का जन्मदिन सादगी से केक काट कर मनाया



ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर जैसलमेर का आज विस्तार नागौर तक हो गया।।ग्रुप की नई टीम ने शबिक अहमद उस्मानी,मुरारी गौड़,युनुस गैसावत,श्याम माथुर,प्रवीण चौहान भाई की अगुवाई में ग्रुप के मार्गदर्शक और पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख का जन्मदिन सादगी से केक काट कर मनाया।।देशमुख साहब ने फोन पर सभी ग्रुप मेम्बर्स का आभार जताते हुए सहयोग और स्नेह बनाये रखने की कामना की।।उन्होंने ग्रुप के साथ बिताये सेवा के पलो को यादगार बताया।।।उन्हें याद रखने के लिए आभार जताया ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर जैसलमेर का।।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक पी देशमुख अनिल ने बाड़मेर न्यूज़ ट्रेक और ग्रुप फॉर पीपुल्स के सामाजिक सरोकार के जज्बे की सराहना की और बाड़मेर मीडिया के सकारात्मक सहयोग से जुड़े संस्मरण भी साझा किए

सोमवार, 25 जुलाई 2016

नागौर कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह के घर की तलाशी के दौरान 70-80 करोड़ से भी अधिक सम्पत्ती के कागजात मिले।



नागौर कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह के घर की तलाशी के दौरान 70-80 करोड़ से भी अधिक सम्पत्ती के कागजात मिले।


वास्तविक खातेदारों से षडयंत्र पूर्वक व आनन्दपाल सिंह का भय दिखाकर निर्मल भरतिया नामक व्यक्ति करता है सौदेबाजी।

थानाधिकारी लाडनूँ ने जमीनों को 145 जा.फौ. के तहत कुर्क कराने हेतु पेश किया इस्तागासा।


कुख्यात अपराधी आनंद पाल सिंह की घर की तलाशी के दौरान करीब 70-80 करोड़ रुपये की संपति के कागज करामद हुवें हैं। इन संपति को आनंद पाल सिंह का भय दिखाकर आनंद पाल का गुरगा निर्मल भरतिया नामक व्यक्ति सौदेबाजी करता था। लाठनू पुलिस ने इन संपति को धारा 145 के तहत कुर्क कर न्यायालय में ईसतगशा पेश किया हैं।

नागौर पुलिस अधीक्षक परिस देषमुख ने बताया कि दिनांक दिनांक 22.07.16 की रात्रि में फिरोती, डकैती व जमीनों पर कब्जे करने के उद्देष्य से आये बदमााान द्वारा श्री लादूसिंह उ0नि0 थानाधिकारी पुलिस थाना जसवन्तगढ जिला नागौर के उपर सांवराद गांव मंे की गई फायरिंग में बदमाशान की धरपकड़ हेतु उनकी सकुनत पर श्री नरसीलाल मीणा सीओ डीडवाना, व नागरमल कुमावत थानाधिकारी लाडनूं मय कमांडो जाप्ता के दबिशें दी गई। उसी क्रम मंे उच्च अधिकारियों के निर्दशानुसार फरार वांटेड अपराधी आनन्दपालसिंह पुत्र स्व. हुकमसिंह जाति रावणा राजपुत निवासी सांवराद पुलिस थाना जसवन्तगढ जिला नागौर के दयानन्द काॅलोनी लाडनूं स्थित मकान पर दबिश दी गई एवं घर की तलाशी ली गई। तलाशी के दौराने अपराधी के घर में आनन्दपालसिंह की पत्नि के नाम, उसके भाई रूपेन्द्र पालसिंह व उसकी पत्नि के नाम एवं उसके रिस्तेदारों और अन्य लोगों के नाम नामी बेनामी सम्पति के दस्तावेज व एक टेबलेट मोबाईल मिला, जिनको बतौर वजह सबूत जप्त किया गया, जिनकी जांच जारी है, जब्त दस्तावेजों के अनुसार गैंगेस्टर के पास अनेक गाड़िया, कृषि भूमि, फार्म हाउस, खान व फ्लेट्स व प्लाॅट हैं, गैंगेस्टर ने ज्यादातर सम्पति अपनी करीबी सहयोगी एवं विश्वासी होने के कारण धर्मेन्द्र हरिजन व उसकी पत्नि सीतादेवी के नाम अत्याधिक सम्भावना है कि आपराधिक कृत्य से उक्त सम्पतियां करवा रखी है। धर्मेन्द्र हरिजन के नाम सम्पतियांे के सम्बंध में धर्मेन्द्र हरिजन से पुछताछ की गई तो धर्मेन्द्र हरिजन ने बताया कि मैंने पैसे देकर कोई सम्पति नहीं खरीदी है। इन लोगों ने डरा धमका कर अर्जित की गई सम्पतियां मेरे नाम करवाई है। मैंने इन सम्पतियों का आज दिन तक कभी उपयोग नहीं किया है। गैंगेस्टर ने न केवल दुसरे लोगों के नाम से बेनामी सम्पति क्रय की है, बल्कि उन लोगों से पाॅवर आटोर्नी/हक त्याग, अपने परिवार जनों व रिश्तेदारों के नाम लिखवा रखा है। गैंगेस्टर अपने गुर्गों के मार्फत विवादित सम्पतियांे को वास्तविक मालिक/कब्जे धारियों को डरा धमका कर अपनी गैंग के सदस्य व परिवारजनों के नाम करवा लेता है। उपरोक्त सभी सम्पतियां/वाहन गैंगस्टर ने अपराध ने अपराध कारित करके अर्जित की है।




उन्होने बताया कि जिन संपतियों के कागजात मिले हैं उनमें सरहद खानपुर तहसील लाडनूं में खसरा नम्बर 188 रकबा 12 बिघा, 10 बिस्वा, खसरा नम्बर 190 रकबा 14 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 69 रकबा 24 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 167 रकबा 02 बिघा 13 बिस्वा, खसरा नम्बर 167 रकबा 05 बिघा 05 बिस्वा, खसरा नम्बर 193 रकबा 14 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 189 रकबा 02 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 191 रकबा 18 बिघा 14 बिस्वा, खसरा नम्बर 185/486 रकबा 24 बिघा 04 बिस्वा, खसरा नम्बर 187 रकबा 35 बिघा 11 बिस्वा, खसरा नम्बर 507/185 रकबा 25 बिघा 00 बिस्वा, खसरा नम्बर 508/185 रकबा 09 बिघा 19 बिस्वा कुल खसरा 12 कुल रकबा 190 बिघा 17 बिस्वा जमीन है, जो राजस्व रेकार्ड के अनुसार अलग अलग खातेदारों के नाम दर्ज है, जिसका कुछ हिस्सा मेगा हाईवे में आया हुआ है, इस जमीन को लेकर न्यायालय जेएम कोर्ट लाडनूं में विभिन्न वाद/दावे चल रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त सम्पूर्ण भूमि पर भूमाफियां का कब्जा चला आ रहा है एवं वास्तविक खातेदारों को अपनी जमीन से बेदखल करने हेतु रूपयों का प्रलोभन देना, धमकाना व मारपीट करके हटाया जा रहा है। उक्त सम्पूर्ण भूमि पर आनन्दपालसिंह व उसकी गैंग के सक्रिय सदस्यों का कब्जा है, जो वास्तविक खातेदारों से धीरे-धीरे नामान्तरण अपने कब्जे में करवाते आ रहे हैं, जिनमें से प्रमुख निर्मल भरतिया है, जिसने उक्त सम्पूर्ण भूमि की पाॅवर आॅफ अर्टाेनी अपने नाम करवा रखी है, एवं लोगों को बंदर बांट कर लोगों से रूपये ऐंठने में लगा है, जिसका ताजा उदाहरण प्रकरण संख्या 180/15 पीएस लाडनूं है। निर्मल भरतिया सुजानगढ थाने का सक्रिय बदमाष एवं हार्डकोर अपराधी है, जो आनन्दपालसिंह के साथ कई वारदातों में शामिल रहा है, जो उक्त भूमि पर झूठे इकरारनामे व कागजात लोगों के नाम तैयार करवाकर लोगों से रूपये ऐंठ रहा है, एवं जब लोग रजिस्ट्री व नामान्तरण करवाने का कहते हैं, तो आनन्दपालसिंह का डर दिखाकर भगा देता है, जिसको लेकर कई प्रकरण दर्ज हुए हैं एवं अधिकतर लोगों को आनन्दपालसिंह का भय दिखाकर थाने ही नहीं आने देता है। उक्त जमीन को लेकर पिछले दो-तीन वर्षों में ही 8 फौजदारी प्रकरण दर्ज हो चुके हैं, कई सिविल वाद भी दर्ज हो गये हैं। प्रकरण दर्ज करवाने वाले लोगों को डरा धमकाकर व मारपीट कर राजीनाम करने के लिए मजबुर कर देते हैं। निर्मल भरतिया व अन्य मिलकर भोले भाले लोगों को जमीन बेचने के नाम पर बुला लेते हैं, एवं जमीन बेचकर कब्जा सुपुर्द नहीं करते और वही जमीन आधे से भी कम दाम पर वापिस ले लेते हैं या लोगों को डरा धमका कर भगा देते हैं।

इस जमीन को लेकर कई बार मारपीट एवं अन्य घटनाऐं हो चुकी है, जिसके सुजानगढ व लाडनूं थाना में प्रकरण दर्ज होकर जैर ट्रायल/जैर अनुसंधान हैं, जमीन को लेकर निकट भविष्य में खुन खराबा व कानून व्यवस्था भंग होने की स्थिति को देखते हुवे उपरौक्त खसरान की भूमि को धारा 145 सीआरपीसी के तहत कुर्क करवाने हेतु श्री नागरमल कुमावत थानाधिकारी पुलिस थाना लाडनूं ने इस्तगासा न्यायालय श्रीमान एसडीएम साहब लाडनूं के कार्यालय में पेश किया गया है।

जप्त दस्तावेजों मंे अंकित सम्पति की किमत करीब 70-80 करोड़ रूपये से भी अधिक होने की सम्भावना है, इस सम्बंध मंे आयकर विभाग व प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को कार्यवाही हेतु लिखा जायेगा।

शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

नागौर आनन्दपाल गैंग की फायरिंग में घायल जाबाज थानाधिकारी श्री लादू सिंह को गैलेन्ट्री पदौन्नति।



नागौर आनन्दपाल गैंग की फायरिंग में घायल जाबाज थानाधिकारी श्री लादू सिंह को गैलेन्ट्री पदौन्नति।
महानिदेशक पुलिस राजस्थान ने की घोषणा।

दिनांक 21.07.2016 को श्री लादुसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना जसवंतगढ जिला नागौर अपने पुलिस जाप्ते के साथ हल्का क्षेत्र में गश्त पर थे। गश्त करते हुये गांव सांवराद थाना जसवंतगढ पहुचे जंहा पर उन्हें आनन्दपाल गैंग के कुछ सदस्यांे का दामोदरसिंह के घर पर किसी बडी वारदात को अन्जाम देने की योजना बनाने हेतु इक्टठे होने की सूचना प्राप्त हूई। उक्त सूचना पर थानाधिकारी श्री लादुसिंह उनि गांव सांवराद दामोदरसिंह के घर के पास पहँुचे जँहा उन्हें दामोदरसिंह के घर से एक अल्टो व एक बोलेरो वाहन बाहर निकलते दिखाई दिये। श्री लादुसिंह उनि ने रात्री करीब 11.50 पीएम पर उक्त बोलेरो गाडी जो एक कच्चे रास्ते की तरफ मुड गई को रूकवाने हेतु अपनी सरकारी जीप थार से बोलेरो से आॅवरटेक कर रहे थे उसी दरमियान बोलेरो वाहन में बैठे व्यक्तियों ने पुलिस दल को जान से मारने की नियत से पुलिस दल पर फायरिंग कर दी। इस फायरिंग से थानाधिकारी श्री लादुसिंह के हाथ व पेट में गोलियाँ लगी है। पुलिस वाहन पर भी गोलियाँ लगने से पुलिस वाहन बंद हो गया जिससे मौका पाकर अल्टो व बोलेरो में सवार बदमाशान मौके से फरार हो गये। गम्भीर घायल थानाधिकारी श्री लादुसिंह को रा0चि0लाडनूँ में प्राथमिक उपचार के पश्चात एसएमएस जयपुर रैफर किया गया है, जहाँ उनका उपचार चल रहा है। पुलिस दल को जान से मारने की नियत से पुलिस दल पर फायरिंग करने वाले बदमाश आनन्दपालसिंह गैंग के विक्की उर्फ रूपेन्द्रसिंह, आजादसिंह व अन्य थे। प्रकरण दर्ज कर वृताधिकारी वृत डीडवाना द्वारा अनुसंधान शुरू किया गया। प्रकरण में ईनामी वाछिंत बदमाश दामोदरसिंह पुत्र दुलसिंह जाति रावणा राजपुत निवासी सांवराद को गिरफतार किया गया। गिरफतार मुल्जिम से सघन पूछताछ की जा रही है। दबिश के दौरान राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने पर अलग से प्रकरण दर्ज किया जाकर आरोपीगण दामोदरसिंह की पत्नि श्रीमति रतनकंवर व पुत्रीया सुश्री चेतन चैहान उर्फ माया, सुश्री लक्की चैहान को गिरफतार किया गया।

थानाधिकारी पुलिस थाना जसवंतगढ उनि के इस साहसिक कार्य व कत्र्तव्यप्रयाणता को ध्यान में रखते हुये श्रीमान पुलिस महानिदेशक राज0 जयपुर द्वारा गैलेन्ट्री पदौन्नति देने की घोषणा की गई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक श्री परिस देशमुख तत्काल घटना स्थल हेतु रवाना होकर मौके पर पहुँचे व अपराधियों की घेराबन्दी करवाई गई व अन्य उच्च अधिकारियों द्वारा भी मौके का निरीक्षण किया गया। कई संदिग्ध व्यक्तियों को दस्तीयाब कर उनसे पूछताछ की जा रही है।

शुक्रवार, 24 जून 2016

नागौर/मौलासर.बाप रे बाप... स्कूल में कंडोम!



नागौर/मौलासर.बाप रे बाप... स्कूल में कंडोम!


जिले के मौलासर गांव के एक सरकारी स्कूल में शर्मसार कर देने वाला वाकया सामने आया है। यहां स्कूल के क्लास रूम में यूज्ड कंडोम मिले हैं। यही नहीं कंडोम के अलावा ताश, पत्ती, जुएं के हिसाब-किताब की पर्चियां, जर्दा और गांजा भी मिला है। स्कूल में ऐसी सामग्री मिलने पर ग्रामीण सकते में आ गए। हुआ यूं कि शुक्रवार को कुछ ग्रामीण 10वीं बोर्ड के परिणाम से क्षुब्ध होकर स्कूल में प्रदर्शन करने गए थे। इस दौरान किसी एक की नजर क्लास रूम में पड़ गई, जहां यह सामग्री पड़ी हुई थी। सामग्री को देख उसकी आंखें फटी की फटी रह गई। इसके बाद उसने यह यह बात अन्य लोगों को बताई तो ग्रामीण आश्चर्यचकित रह गए। थोड़ी देर में यह बात आग की तरह पूरे गांव में फैल गई और सैकड़ों ग्रामीण स्कूल में एकत्रित हो गए। बाद में ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया, जिस पर सहायक उप निरीक्षक चुन्नीलाल कुमावत मौके पर पहुंचे और आपत्तिजनक सामग्री को जब्त कर थाने लाए। लोगों का कहना था कि सरस्वती का मंदिर कहे जाने वाले इस स्कूल में ऐसे वाकये से सब शर्मसार हो गए। उल्लेखनीय है कि मौलासर का राजकीय उच्च उच्च माध्यमिक स्कूल कस्बे का सबसे बड़ा सरकारी स्कूल हैं, जहां नोडल अधिकारी भी बैठते हैं। इस वर्ष स्कूल में 10वीं कक्षा के 20 विद्यार्थियों में से 17 विद्यार्थी फेल हो गए हैं, जिससे ग्रामीणों में रोष है।

शनिवार, 4 जून 2011

नागौर न्यूज़ बॉक्स


निजी बस की चपेट में आई वैन, तीन की मौत
कार को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा, दो घायलों को अजमेर रेफर किया

मेड़ता सिटी  नागौर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग 89 पर गुरुवार रात साढ़े 11 बजे गांव डांगावास के पास निजी बस की चपेट में आने से वैन में सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें 108 की सहायता से हॉस्पिटल पहुंचाया गया। मेड़ता में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अजमेर रेफर कर दिया गया। 
हादसे में वैन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और दो युवकों के शव उसमें बुरी तरह फंस गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों और 108 कर्मचारियों की सहायता से शवों को बाहर निकाला। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किए गए।
सीआई रोशन सिंह ने बताया कि गुरुवार रात मेड़ता निवासी दुर्गेश (22) पुत्र जगदीश खटीक, मुकेश (22) पुत्र बाबूलाल माली व कमल (22) पुत्र मोहनलाल माली तथा बगड़ निवासी राकेश (32) पुत्र छोटूराम माली व मूलाराम (30) पुत्र भारमल मेघवाल मेड़ता से रासलियावास जा रहे थे। डांगावास मोड़ पर जयपुर- जैसलमेर चलने वाली निजी बस को एक स्विफ्ट कार ने पीछे से ओवरटेक किया लेकिन उसका बैलेंस नहीं बना। उसे बचाने के चक्कर में वैन सामने से आ रही बस से टकरा गई।

 खुदाई में चांदी के सिक्के मिले
हिराणी के नया तालाब में नरेगा के तहत हो रही है खुदाई

कुचामन सिटी हिराणी ग्राम पंचायत के नया तालाब में नरेगा के तहत चल रहे खुदाई कार्य के दौरान श्रमिकों को एक छोटी मटकी में रखे चांदी के 15 सिक्के मिले। शुक्रवार सुबह तालाब में खुदाई के दौरान एक मजदूर की कुदाल इस मटकी से जा टकराई व उसमें रखे सिक्के बिखर गए।

श्रमिकों ने इसकी जानकारी कार्य पर उपस्थित मेट को दी। मेट ने सरपंच रघुनाथ कुमावत को बताया। सरपंच की सूचना पर थानाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर भारतीय निजी संपत्ति अधिनियम के तहत सिक्के तहसील कार्यालय में जमा करवाए। तहसीलदार राजेश मेवाड़ा ने बताया कि खुदाई में प्राप्त यह सभी सिक्के राजकीय संपत्ति है जिन्हें कलेक्ट्रेट भेजा जाएगा।
 

उन्नीसवीं व बीसवीं सदी के सिक्के
 

खुदाई के दौरान नरेगा श्रमिकों को मिले चांदी के सिक्कों में 13 एक रुपए व 2 अठन्नी है। यह सभी 1856 से 1917 के मध्य के हैं। इनमें से अधिकांश पर अंग्रेजी शासकों के चित्र बने हैं। वर्तमान में इनका बाजार मूल्य लगभग 15 हजार आंका जा रहा है। परंतु पुरातन महत्व के चलते यह अमूल्य निधि है।

पत्नी की बेवफाई से खफा होकर रेल के आगे कूदा
मौत ने गले नहीं लगाया, घायलावस्था में अजमेर रेफर, सुसाइड नोट में लिखा था कि पत्नी का पड़ोसी से अवैध संबंध है

 मेड़तारोड/मकराना पत्नी ने पड़ोसी से प्यार की पींगें बढ़ा ली तो वह इतना व्यथित हुआ कि जान देने के लिए मालगाड़ी के आगे कूद गया, लेकिन यहां भी ऊपरवाले को उसकी मौत मंजूर नहीं थी। वह घायल होकर रह गया। उसे अजमेर रेफर किया गया है। जीआरपी ने उसके खिलाफ आत्महत्या का प्रयास करने का मामला दर्ज किया है। हुआ यूं कि गुणावती गांव का कुंभा राम (42) मेघवाल गुरुवार को मकराना और मेड़ता के बीच एक मालगाड़ी के आगे कूद गया। इससे उसके पैर जख्मी हो गए। गेट मैन की सूचना पर जीआरपी के चौक प्रभारी सुल्तान खां मौके पर पहुंचे और घायल कुंभा राम को संभाला तो उसकी जेब में सुसाइड नोट मिला। इसमें उसके आत्महत्या करने के कारणों का खुलासा हुआ।


गुरुवार, 2 जून 2011

तलवार से पुत्री का गला काटा


तलवार से पुत्री का गला काटा
रोल थाना क्षेत्र के साडोकन गांव की घटना
नागौर
जिले के रोल थाना क्षेत्र के साडोकन गांव में मंगलवार आधी रात को एक व्यक्ति ने अपनी 20 वर्षीय पुत्री की तलवार से गला काटकर हत्या कर दी। रिश्तों को तार तार करने वाली इस घटना के बाद लोग सकते में है। उधर आरोपी फरार है और हत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है।

रोल थानाधिकारी रामजीलाल मीणा ने बताया कि साडोकन गांव की शांति देवी जाट ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि वह तथा उसकी पुत्री संगीता (20) रात को घर पर सो रहे थे। करीब पौने बारह बजे उसका पति पेमाराम जाट तलवार लेकर आया और संगीता की गर्दन काट दी।

संगीता की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर थानाधिकारी मीणा मौके पर पहुंचे। इस बीच पेमाराम फरार हो गया।

एसपी ने कहा ‘शीघ्र करो गिरफ्तारी’ 

युवती की हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाद शर्मा खुद बुधवार तड़के छह बजे ही साडोकन गांव पहुंच गए। उन्होंने थानाधिकारी से पूरे मामले की जानकारी ली। संगीता की मां से भी घटना के बारे में पूछा। एसपी शर्मा ने थानाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि पेमाराम की शीघ्र गिरफ्तारी कर उससे पूछताछ की जाए। पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए।
 

पूरा गांव सकते में
 

पिता द्वारा पुत्री की हत्या के समाचार ने पूरे साडोकन गांव को सकते में डाल दिया। घटना स्थल पर संगीता के ननिहाल पक्ष के लोग भी पहुंचे। पेमाराम के फरार होने से यह पता नहीं चल पाया है कि आखिरकार उसने अपनी पुत्री की हत्या क्यों की? ऐसी क्या वजह रही होगी कि उसे बेटी की गर्दन काटनी पड़ी।