सोमवार, 31 दिसंबर 2018

नए साल से पहले सस्ते हुए घरेलू LPG सिलिंडर

नए साल से पहले सस्ते हुए घरेलू LPG सिलिंडर


नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बिना सब्सिडी और सब्सिडी वाले एलपीडी गैस सिलिंडरपर दाम घटाने की घोषणा की है. मोदी सरकार ने नए साल पर तोहफा देते हुए बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर पर 120.50 रुपये की कटौती की है. नई कीमते 1 जनवरी, 2019 से लागू होंगी.

जनता को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने बिना सब्सिडी सिलिंडरपर 120.50 रुपये और सब्सिडी वाले सिलिंडरपर 5.91 रुपये की कटौती की है.


इस कटौती के बाद सिलिंडरकी कीमतों में भारी कमी आई है. सरकार के इस फैसले से देशवासियों को बड़ी राहत मिलेगी.

बाड़मेर जनवरी माह का परिवार कल्याण कार्यक्रम घोषित




बाड़मेर जनवरी माह का परिवार कल्याण कार्यक्रम घोषित



चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिवार कल्याण के तहत लगने वाले षिविरों की दिनांक एंव आयोजन स्थल का कार्यक्रम विभाग  की ओर से घोषित कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि आम धारणानुसार महिला नसबंदी के लिए दिसम्बर से फरवरी माह तक का समय अनुकूल रहता है, जिसके लिए षिविरों की दिनांक एंव स्थान घोषित कर संबंधित चिकित्सा संस्थान को भिजवा दिया गया है जिससे योग्य दंपत्ती समय व स्थान का चयन कर परिवार कल्याण की सेवाओं का लाभ ले सकें। उन्होनें बताया कि 1जनवरी को जिला चिकित्सालय में मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसी प्रकार सीएचसी बिसाला में 2 को, सीएचसी रानीगंाव में 4 व 18 को, सीएचसी नोखडा में 5 व 19 को, सीएचसी कवास में 6 व 21 को, सीएचसी शिव में 7 व को, सीएचसी गडरारोड में 8 व 23 को, सीएचसी बायतू, पीएचसी गिरव व परेऊ में 10 को, सीएचसी रामसर व सिवाना में 11 को, सीएचसी चैहटन व कल्याणपुर में 12 व 27 को, सीएचसी सेडवा व सिणधरी 13, सीएचसी बटाडू व पीएचसी मोकलसर में 14 को, सीएचसी पचपदरा व पीएचसी भिया डमें 15 को, सीएचसी धनाऊ व गुडामलानी में 16 को, सीएचसी गिडा व पीएचसी भाडखा में 17 को सीएचसी धोरीमन्ना में 20 को, सीएचसी सेडवा 22 को,  सीएचसी शिव व सिवाना में 24 को, सीएचसी बायतू में 25 को, सीएचसी रामसर व पचपदरा में 26 , सीएचसी गुडामनाली, पीएचसी साता व सवानू 28 को, सीएचसी सिणधरी में 29 को एवं सीएचसी धोरीमन्ना में 30 जनवरी को षिविर आयोजित किये जाऐंगे। उन्होनें बताया कि षिविरों को सफल बनाने  की जिम्मेदार संबंधित चिकित्सा संस्थान प्रभारियों की सौंपी गई है।

बाड़मेर 29 किलोग्राम अवैघ डोडा पोस्त मय कार सहित 2 आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर  29 किलोग्राम अवैघ डोडा पोस्त मय कार सहित 2 आरोपी गिरफ्तार             


   
                  बाड़मेर  राहुल बारहट पुलिस अधीक्षक द्वारा अवैध मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम हेतु दिये गये निर्देषानुसार श्री जब्बरसिंह निरीक्षक पुलिस थानाधिकारी पुलिस थाना धोरीमन्ना मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की सूचना पर कस्बा धोरीमना में अवैध डोडा पोस्त परिवहन करते हुए एक टम्त्प्ज्व् कार नंबर त्श्र 21 ब्। 4958 को जब्त कर कुल 29 किलोग्राम डोडा पोस्त जब्त किया जाकर मुलजिमान किषनलाल पुत्र सुरताराम जाति विष्नोई निवासी डूंगरवा पुलिस थाना बागोड़ा जिला जालोर व मोहनलाल पुत्र आसूराम जाति विष्नोई निवासी हाड़ेतर पुलिस थाना सांचोर जिला जालोर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई।
         

बाड़मेर अस्पताल के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने पी एम्ओ को किया ए पी ओ ,ए एन एम् निलंबित

बाड़मेर अस्पताल के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने पी एम्ओ को किया ए पी ओ ,ए  एन एम् निलंबित 


चिकित्सालय मंे सफाई व्यवस्था सुधारें,स्टाफ नर्स को निलंबित करने के निर्देश
-जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने किया राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण
बाड़मेर, 31 दिसंबर। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने सोमवार को राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्हांेने अस्पताल परिसर मंे सफाई व्यवस्था सुधारने एवं मरीजांे के परिजनांे की शिकायत पर एक स्टाफ नर्स को निलंबित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने मरीजांे की सुविधा के लिए पर्चियांे पर संबंधित चिकित्सक के कमरा संख्या भी अंकित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने राजकीय चिकित्सालय मंे मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के तहत दवाइयांे की उपलब्धता एवं वितरण व्यवस्था के बारे मंे विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया ने बताया कि मौजूदा समय मंे 397 दवाएं उपलब्ध है। इस पर जिला कलक्टर गुप्ता ने आमतौर पर अधिक इस्तेमाल मंे आने वाली दवाइयांे की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्हांेने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. कमलेश चौधरी एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. बी.एल.मंसूरिया को निर्देशित किया कि दवाइयांे की उपलब्धता मंे कमी नहीं रहनी चाहिए। जिला कलक्टर ने दवाइयांे के स्टोर मंे हेलोथीन एवं नाइट्रोग्लिसरीन दवाइयां मंगाकर देखी। साथ ही पर्ची काउंटर पर पहुंचकर मरीजांे से पर्ची वितरण व्यवस्था की जानकारी ली। उन्हांेने मरीजांे की सुविधा के लिए प्रत्येक पर्ची पर संबंधित चिकित्सक के कमरा नंबर अंकित करने के निर्देश दिए। ताकि मरीजांे को संबंधित चिकित्सक के पास पहुंचने मंे सहुलियत हो। उन्हांेने पर्ची काउंटर के समीप हिन्दी मंे चिकित्सकांे के कमरा नंबरांे संबंधित सूचना प्रदर्शित करने के लिए कहा। निरीक्षण के दौरान डा. ए.के.सोनी से पूछा कि वे किस तरह की दवाइयां लिखते है, इस पर उन्हांेने बताया कि राजकीय चिकित्सालय मंे उपलब्ध दवाइयां लिखी जा रही है। जिला कलक्टर गुप्ता ने मरीजांे की बैठने के लिए बैंचांे एवं कुर्सियांे की व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्हांेने ओपीडी मेडिसिन, ईसीसी एवं इंजेक्शन कक्ष, ओपीडी सर्जरी, अस्थि रोग, प्लास्टर रूम समेत विभिन्न स्थानांे पर पहुंचकर व्यवस्थाआंे की जानकारी लेने के साथ आवश्यक निर्देश दिए। दंत विभाग मंे आने वाले मरीजांे का ब्यौरा नियमित रूप से रजिस्टर मंे दर्ज करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर गुप्ता ने प्रगतिरत निर्माण कार्याें के बारे मंे जानकारी लेते हुए प्राथमिकता से पूरा करवाने के लिए कहा। उन्हांेने स्वाइन फ्लू की रोकथाम के उपायांे, राजश्री एवं चिकित्सा विभाग की योजनाआंे की जानकारी ली। इस दौरान मरीजांे के परिजनांे ने नर्सिग स्टाफ की ओर से अभद्र व्यवहार करने तथा प्रसव के दौरान रूपए मांगने संबंधित शिकायत की। इसको गंभीरता से लेते हुए जिला कलक्टर ने स्टाफ नर्स संतोष चौधरी को निलंबित करने के निर्देश दिए।
सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देशः जिला कलक्टर गुप्ता ने राजकीय चिकित्सालय मंे निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। उन्हांेने सफाई की मौजूदा व्यवस्था की जानकारी लेते हुए अपेक्षित सुधार करने के निर्देश दिए। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को केयर्न इंडिया के जरिए संचालित होने वाली सफाई व्यवस्था की प्रभावी मोनेटरिंग करने के लिए कहा। उन्हांेने उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र को आगामी दिनांे मंे सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
मरीजांे से ली उपचार प्रक्रिया की जानकारीः जिला कलक्टर ने राजकीय चिकित्सालय मंे पहुंचे मरीजांे से उपचार प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्हांेने चौहटन से पहुंचे देवाराम से पूछा कि बाड़मेर पहुंचने मंे कितना समय लगा और किस बीमारी का उपचार कराने के लिए आए है। इस दौरान ईश्वरी देवी ने राजकीय चिकित्सालय मंे पूरी दवाइयां नहीं मिलने के बारे मंे जिला कलक्टर को अवगत कराया। इस पर जिला कलक्टर ने उसकी पुरानी पर्चियां मंगवाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने महिला वार्ड मंे कमला एवं धनाउ से आए उत्तमाराम से उपचार सुविधा के बारे मंे पूछा। इस दौरान वीरावा समेत विभिन्न स्थानांे से आई महिला मरीजांे से राजकीय चिकित्सालय मंे समस्त दवाइयां मिलने के बारे मंे जिला कलक्टर को जानकारी दी। जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश चौधरी को कलेवा योजना की क्रियान्विति सुनिश्चित करने तथा मौजूदा स्थिति के बारे मंे जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मानवेंद्र को कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर मिल सकती है जिम्मेदारी

राजस्थान: मानवेंद्र सिंह और युनूस खान को मिल सकता है हारने का इनाम

संवाददाता। राजस्थान विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से कड़े मुकाबले में हारने वाले मानवेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट से भाजपा के टिकट पर चुनाव हारे युनूस खान को अपनी-अपनी पार्टियों में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
मानवेंद्र सिंह और युनूस खान चुनाव में सबसे चर्चित चेहरे के रूप में उभरे है। राजपूत वोट बैंक और भाजपा के दिग्गज नेता जसवंत सिंह के स्वाभिमान के नाम पर मानवेंद्र सिंह को वसुंधरा राजे के सामने झालारापाटन सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया था। वहीं युनूस खान को सचिन पायलट के सामने टिकट दिए जाने का कारण टोंक सीट पर मुस्लिम समाज की बहुलता थी। हालांकि प्रत्याशी बनाए जाते समय ही दोनों अच्छी तरह वाकिफ थे कि जीत से ज्यादा पार्टियां उनका राजनीतिक इस्तेमाल ज्यादा कर रही है।


मानवेंद्र को कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर मिल सकती है जिम्मेदारी


मानवेंद्र भले चुनाव हार गए,कांग्रेस सत्ता में आ गई है। अब उम्मीद है कि उन्हें कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर कोई अहम जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने बताया कि मानवेंद्र को कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव बनाया जा सकता है। उन्हे बाड़मेर-जैसलमेर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ाए जाने की बात पहले से ही तय हो गई थी।
कांग्रेस का दामन थामने से पहले मानवेंद्र सिंह गत चुनाव में पहली बार भाजपा की टिकट पर शिव से विधायक चुने गए थे। चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई थी।
बावजूद, शिव से करीब 700 किलोमीटर दूर झालरापाटन सीट पर वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस ने प्रत्याशी बना दिया। उन्हें 81 हजार से अधिक वोट मिले और करीब 35 हजार वोटों से चुनाव हार गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के मुताबिक पार्टी मानवेंद्र का उपयोग एक राजपूत नेता के रूप में करेगी। उन्हे राजस्थान के अतिरिक्त उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,हरियाणा,दिल्ली और गुजरात जैसे पड़ौसी राज्यों में भी लोकसभा चुनाव अभियान के प्रचार अभियान में शामिल किया जाएगा।

जिन्ना हाउस विभाजन का षड़यंत्र स्थल अब लिखेगा नया इतिहास

जिन्ना हाउस
विभाजन का षड़यंत्र स्थल अब लिखेगा नया इतिहास

-मंगल प्रभात लोढ़ा



भारतीय संस्कृति और परंपरा में स्थान हमेशा से विशेष महत्वपूर्ण रहे है। जिस जगह भगवान राम का जन्म हुआ, जहां भगवान कृष्ण जन्मे और आधुनिक युग में जहां से महात्मा गांधी ने आंदोलन शुरू किए या जहां सरदार पटेल की राष्ट्र एकीकरण के लिए बैठकें हुई, वे सारी जगहें हमारे लिए स्मरणीय, पूजनीय और वंदनीय मानी जाती हैं। तो, अमृतसर के जलियांवाला बाग और मुंबई के जिन्ना हाउस जैसी जगहें देखकर हमारा खून खौल उठता है। दरअसल, जिन्ना हाउस वह स्थान है, जिसमें बैठकर मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत के तीन चुकड़े करने का षड़यंत्र रचा एवं ब्रिटिश राज की शह पर विभाजन का प्रस्ताव तैयार किया एवं भारत को तोड़ने की अपनी योजना को कार्यरूप दिया। लेकिन अब जिन्ना हाउस का उपयोग नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि मंडलों के साथ वार्ता हेतु होगा। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह विशेष खुशी का विषय है, क्योंकि जिन्ना हाउस के जनहित में उपयोग के लिए पिछले एक दशक में विधानसभा में भी कई बार मांग की एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व संबंधित मंत्रालयों से भी संपर्क साधता रहा। अंततः सरकार ने अब इस मामले में विशेष कदम उठाए हैं।
जिन्ना हाउस का इतिहास
जिन्ना हाउस अब, एक इवेक्यूई प्रॉपर्टी’ है जो इवेक्यूई प्रॉपर्टी एक्ट-1950 के तहत भारत सरकार की संपत्ति है। हालांकि जो लोग 1947 में बंटवारे या 1965 और 1971 की लड़ाई के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां की नागरिकता ले ली थीउनकी सारी अचल संपत्ति 'शत्रु संपत्तिके तहत कस्टोडियन के नियंत्रण में आ गई थीं। लेकिन जिन्ना के लिखित निवेदन पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस बंगले को शत्रु संपत्ति घोषित नहीं किया।सन 1947 में पाकिस्तान का निर्माण होते ही जिन्ना वहां के गवर्नर जनरल बने और आजादी से एक सप्ताह पहले पहले 7 अगस्त 1947 को जिन्ना ने मुंबई स्थित अपना यह घर छोड़ दिया। पर, सन 1939 में उन्होंने यह बंगला अपनी बहन फातिमा जिन्ना के नाम किया था। बंटवारे के समय 1947 में फातिमा भी पाकिस्तान चली गई थीं। इसलिए जिन्ना हाउस भी शत्रु संपत्ति के कस्टोडियन के तहत आ गया। प्रधानमंत्री के नाते नेहरू ने 7 मार्च 1955 कोकैबिनेट बैठक में सुझाव दिया था कि जिन्ना हाउस को पाकिस्तान सरकार को दे दिया जाना चाहिए। लेकिन इस मुद्दे पर नेहरू को अपने मंत्रिमंडल की मंजूरी नहीं मिल पाई। सन 1956 में फिर एक कोशिश हुई और तत्कालीन विदेश मंत्री और भारतीय उच्चायोग ने जिन्ना हाउस को पाकिस्तान को सौंपने का सुझाव दियालेकिन वह भी आगे नहीं बढ़ पाया। सन 1982 तक ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा जिन्ना हाऊस का उपयोग किया जाता रहा। फिर केन्द्रीय सार्वजनिक कार्य विभाग (सीपीडब्ल्युडी) जिन्ना हाउस की देखभाल करता रहा। सन 1996 में जिन्ना हाऊस में सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना का निर्णय लिया गया। सो, 4 फरवरी 1997 को जिन्ना हाऊस इंडियन कौन्सिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स को हस्तान्तरित किया गया एवं सार्क के उप प्रादेशिक केन्द्र के रूप में उसे रुपान्तरित करने का निर्णय लिया गया। अब जिन्ना हाउस में नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इंटरनेशनल सेंटर की शुरूआत के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने विदेश मंत्रालय को इसका हस्तांतरण करने के लिए मंजूरी दी है।
जिन्ना की बेटी का दावा भी खारिज
आश्चर्य की बात है कि जिन्ना हाउस पर पाकिस्तान हमेशा से बेहद बेशर्मी के साथ अपना दावा जताता रहा है। हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जब मुझे पत्र लिखकर जिन्ना हाउस के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इंटरनेशनल सेंटर की शुरूआत की जानकारी दी, तो पाकिस्तान ने फिर इस पर अपना हक जताया। यही नहीं, जिन्ना की बेटी दीना वाडिया ने भी सन 2007 में बॉम्बे हाईकोर्ट में इस पर दावा जताया था। लेकिन विदेश मंत्रालय ने हाईकोर्ट में उनके दावे को खारिज कर दिया। इस बीच फैसला आने से पहले ही 98 वर्ष की उम्र में 2 नवंबर 2017 को दीना वाडिया की न्यूयॉर्क में मृत्यु हो गई। एक राष्ट्रप्रेमी परिवार में जन्म लेने के साथ बचपन से ही भारत विभाजन की टीस हमेशा से अपने भीतर महसूस करता रहा हूं। इसीलिए प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विधानसभा तक हर स्तर पर जिन्ना हाउस को भारत की जनता के लिए उपयोग में लाने के लिए प्रयास करता रहा।
साउथ कोर्ट से जिन्ना हाउस का सफर
दक्षिण मुंबई के मलबार हिल इलाके में भाऊसाहेब हीरे मार्ग पर स्थित जिन्ना हाउस का वास्तविक नाम साउथ कोर्ट हैं। इस सड़क का नाम तब माउंट प्लीजेंट रोड़ था। इंग्लैंड से लौटने के बाद सन 1936 में मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने रहने के लिए घर हेतु यूरोपीय शैली का चयन किया और ब्रिटेन के आर्किटेक्ट क्लाउड बेटली से इसका डिजाइन तैयार करवाया। करीब 2.5 एकड़ जमीन पर बने जिन्ना हाउस के निर्माण पर उस जमाने में कुल 2 लाख रुपए की विशाल लागत आई थी। इसके निर्माण में इटेलियन  मारबल और दरवाजों के लिए अखरोट की लकड़ी का उपयोग किया गया। साउथ कोर्ट की नींव से लेकर फिनिशिंग तक का सारा काम जिन्ना ने अपनी देखरेख में करवाया। इसी दौरान मुस्लिम लीग का नियंत्रण अपने हाथ में आने के बाद जिन्ना ने ताकत का प्रयोग करके इसी जिन्ना हाउस में भारत का तीन टुकड़ों में बंटवारा करने का षड़यंत्र रचा। साउथ कोर्ट का ऐतिहासिक महत्व यह भी है कि सितंबर 1944 में भारत विभाजन के लिए महात्मा गांधी के साथ जिन्ना की वाटरशेड वार्ता और आजादी के ठीक एक साल पहले 15 अगस्त 1946 को जवाहरलाल नेहरू के साथ बंटवारे के एक और दौर की वार्ता सहित स्वाधीनता संग्राम के हमारे अन्य नेताओं के साथ जिन्ना की बैठकों का भी यह बंगला गवाह रहा है। मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी दीना वाड़िया के मुताबिक उनके परिवार को इसका नाम साउथ कोर्ट ही पसंद था, लेकिन जिन्ना का घर होने के कारण ब्रिटिश लोग इसे जिन्ना हाउस कहते थे, सो यही नाम पड़ गया।
अब नई गाथा का गवाह बनेगा
भारत सरकार के ताजा फैसले से, देश के बंटवारे का दुर्भाग्यपूर्ण स्थल होने का दंश झेलता जिन्ना हाउस आनेवाले कुछ समय में भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की नई गाथा का गवाह बनेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की स्वीकृति के बाद अब यहां उच्चस्तरीय विदेशी प्रतिनिधिमंडलों और विशिष्ट मेहमानों के साथ द्विपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय वार्ताएं होंगी। जिन्ना हाउस के बारे में निश्चित रूप से सरकार का यह फैसला भारत विभाजन के षडयंत्र स्थल का कलंक को धोने में कामयाब होगा।
(लेखक महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक हैं)

*बाडमेर जिला कलेक्टर की पहली प्रभावी कार्यवाही,चिकित्सालय की अब व्यवस्था सुधरेगी*

*बाडमेर जिला कलेक्टर की पहली प्रभावी कार्यवाही,चिकित्सालय की अब व्यवस्था सुधरेगी*

*जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता का  बाडमेर के राजकीय चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण भले ही कोई खास खबर नही हो मगर उनके द्वारा जिस परिचारिका के खिलाफ सख्त कार्यवाही की वो खास है।।इस कार्यवाही से चिकित्सालय में माफिया बन बैठे वर्षों से जमे नर्सिंगकर्मियों में जरूर ख़ौफ़ पैदा होगा।।बाडमेर का दुर्भाग्य है कि चिकित्सालय में नियुक्त अधिकांस नर्सिंगकर्मी राजनीति प्रभाव से न केवल सालों से जमे है बल्कि चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को भी प्रभावित करते रहे है।इन लोगो पर प्रमुख चिकित्सा अधोकारी का भी अंकुश नही है।।राजनीतिक पहुंच रखने वाले नर्सिंग कर्मियों के ड्यूटी चार्ट देख ले तो सारी पोल खुल जाएगी।।रेंडमली डे नाईट की ड्यूटियां इन्ही को सुपुर्द की जाती है।।इनकी मनमर्जी से अस्पताल चलता है।।आज तक सेकड़ो निरीक्षण कलेक्टर,मंत्री,विधायक लेवल तक हुए मगर कोई प्रभावी तो दूर साधारण नोटिस की कार्यवाही नही हुई।।अस्पताल को भरस्टाचार का अड्डा बन रखा था।इन नर्सिंगकर्मियों की तगड़ी लॉबिंग है।।कलेक्टर साब के पास निलंबित परिचारिका के समर्थन में फोन आने शुरू हो गए होंगे।कलेक्टर की यह प्रभावी कार्यवाही है इसपे कायम रहेंगे तो अस्पताल की व्यवस्थाएं स्वतः सुधर जाएगी।।

अस्पताल में चिकित्सक अस्सी फीसदी दवाईयां बाहर की लिखते है।।चिकित्सक दो प्रकार की पर्चियां काम मे लेते है।एक पर निशुल्क दवा और दूसरी पर बाहर की दवा लिखते है।।अस्पताल में केयर्न द्वारा डॉ ,सहयोगी स्टाफ और सफाईकर्मी एक संस्था के माध्यम से लगा रखे है जिसमे भरस्टाचार चरम पर है।।संस्था द्वारा बीस फीसदी सफाईकर्म उपलब्ध नही करवा रखे।।साथ ही कई सफाईकर्मियों के फर्जी नाम चल रहे है।।अस्पताल प्रशासन की निविदाओं में अनियमितताएं है ।।प्रति वर्ष निविदाएं करवाने की बजाय प्रति वर्ष एक्सटेंड कर लेते है।।इसकी भी जांच होनी चाहिए।।जिला कलेक्टर द्वारा की गई कार्यवाही निसंदेह चिकित्सा प्रणाली मे सुधार का कार्य करेगी।।अस्पताल में उपजे नर्सिंग माफियो का राज खत्म कर उन्हें फील्ड पोस्ट दिला कर नए कार्मिक नियुक्त कर ले । अस्पताल चमन हो जाएगा।।

रविवार, 30 दिसंबर 2018

घनश्याम तिवाड़ी ने गहलोत के इन फैसलों का किया स्वागत

घनश्याम तिवाड़ी ने गहलोत के इन फैसलों का किया स्वागत

जयपुर. सांगानेर के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. तिवाड़ी ने उनके सिविल लाइन्स स्थित आवास पर करीब पौन घंटे मुलाकात की. इस मुलाकात के चलते कई सियासी मायनों से भी देखा जा रहा है.

सीएम से मुलाकात के बाद बाहर आए घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि गहलोत उनके पुराने मित्र हैं, उनके साथ व्यक्तिगत संबंध हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वे उन्हें बधाई देने के लिए आए थे. उन्होंने किसी प्रकार की सियासी मुलाकात से इनकार किया है.


घनश्याम तिवाड़ी के साथ मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने भी अपने ट्विटर पर एक फोटो को शेयर किया है. फोटो में तिवाड़ी गहलोत को एक बुके भेंज कर रहे हैं. घनश्याम तिवाड़ी ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बतया है.


गहलोत के फैसलों का स्वागत

तिवाड़ी ने गहलोत केबिनेट के दो फैसलों का किया समर्थन पिछली सरकार में बंद किए गए हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय और अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय वापस शुरू करने के फैसले का किया स्वागत साथ ही पंचायत और निकाय चुनाव में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता हटाने का भी किया समर्थन

कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन को जान से मारने की धमकी...

कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन को जान से मारने की धमकी...



बाड़मेर. प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक मेवाराम जैन को जान से मारने की धमकी का ऑडियो सोशल मीडिया पर शनिवार को वायरल हुआ. उसके बाद मेवाराम जैन की ओर से बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल भारत को एक शिकायत दी गई, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बना दी है.

गौरतलब है कि चुनाव के दौरान मेवाराम जैन पर हमला होने की भी खबर सामने आई थी. इस पूरे मामले को लेकर मेवाराम जैन का कहना है कि वह जल्दी अशोक गहलोत को पूरे मामले से अगले 2 दिनों में अवगत करवाएंगे.


विधायक मेवाराम जैन ने बाड़मेर एसपी के समक्ष परिवाद पेश किया है. इसमें बताया कि उनके सिक्योरिटी गार्ड कांस्टेबल को एक ऑडियो वाला मैसेज आया है, जिसमें एक शख्स अपना नाम की केसाराम बता रहा है. वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए मेवाराम जैन को अगले 10 महीनों में जान से मारने की धमकी दे रहा है. साथ में वह यह कह रहा है कि वह मेवाराम जैन बाड़मेर के विधायक कैसे बन सकते हैं. वह भी कर्नल सोनाराम चौधरी के सामने.


मेवाराम जैन का यह आरोप है कि पूरी गैंग है जो कि उनके पीछे चुनाव से पहले पड़ी हुई है. यह उसी गैंग की करतूत है जो कि उनको डरा धमका कर जान से मारने की धमकी दे रही है. उन्होंने इस बारे में पहले बीएसपी को शिकायत की थी और अब फिर से शिकायत की है. उन्होंने कहा कि उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा देना पुलिस प्रशासन का काम है.


वहीं मेवाराम जैन इस पूरे मामले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए जयपुर रवाना हो गए हैं. अगले 1 या 2 दिनों में अशोक गहलोत से मिलकर इस पूरे मामले की जानकारी देंगे. घटना के बाद पुलिस ने तत्कालीन कार्रवाई करते हुए टीम गठित कर कई जगह पर आरोपी को पकड़ने का अभियान शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि अगले कुछ घंटों में ही आरोपी को पकड़ लिया जएगा. घटना के बाद उनके समर्थकों में भारी रोष है. वही समर्थकों की मांग की सुरक्षा को और बढ़ाया जाएगा.

हरियाणवी डांसर अनामिका बावा ने किया सुसाइड अटेम्ट, पति पर लगाया गंभीर आरोप

हरियाणवी डांसर अनामिका बावा ने किया सुसाइड अटेम्ट, पति पर लगाया गंभीर आरोप
हरियाणवी डांसर अनामिका बावा ने किया सुसाइड अटेम्ट, पति पर लगाया गंभीर आरोप

हरियाणवी कलाकार अनामिका बावा उर्फ एनीबी ने शनिवार देर रात अपने घर में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. एनीबी के परिजनों ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवा है, जहां उनकी हालत सामान्य बनी हुई है. बताया जा रहा है कि शनिवार को एनीबी के पति का जन्मदिन था. अनामिका के इस कदम की वजह पति का किसी और महिला के साथ प्रेम प्रसंग होना बताया जा रहा है. अनामिका बावा का कहना है कि करीब 5 साल पहले उनकी शेखर के साथ शादी हुई थी. अनामिका ने आरोप लगाया कि शेखर का दिल्ली की एक महिला से अवैध संबंध है.

अनामिका ने कहा कि उस महिला के कारण पति के साथ विवाद बढ़ गया है. जब-जब मैने अपना घर बचाने की कोशिश की उस महिला ने मेरे पति को मेरे खिलाफ भड़का कर दूर करने का काम किया. आरोप है कि महिला बार-बार फोन करके उसे परेशान करती है और धमकी देती है. करीब चार हजार गानों में काम कर चुकी अनामिका की शादी रोहतक निवासी शेखर खन्ना के साथ वर्ष 2013 में हुई थी. शेखर खन्ना वीडियो डायरेक्टर हैं. वीडियो डायरेक्टिंग के दौरान ही उनकी मुलाकात अनामिका से हुई थी. दोनों का एक पांच साल का बेटा भी है.

अनामिका ने बताया कि इस मामले की वजह  से उसके पति और उसके बीच रिश्ते खराब होने लगे थे और  शेखर रोहतक में रहने लगा था.  पिछले तीन दिनों से वह लापता है. एनी बी का आरोप है कि शनिवार को पूरे दिन महिला ने फोन करके मानसिक रूप से प्रताड़ना दी, जिसके कारण उन्होंने चूहे मारने की दवा निगल कर जान देने की कोशिश की है.

गोल्डन बाबा के शिष्य का आरोप, जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने मेरे साथ किया ‘गलत काम’

गोल्डन बाबा के शिष्य का आरोप, जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने मेरे साथ किया ‘गलत काम’
गोल्डन बाबा के शिष्य का आरोप, जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने मेरे साथ किया ‘गलत काम’

सन्तों के सबसे बड़े अखाड़े जूना अखाड़े से निष्कासित किए गए गोल्डन बाबा ने रविवार को अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अपने शिष्य राजराजेश्वर पूरी के साथ मीडिया के सामने आकर उन्होंने कहा कि अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने उनके शिष्य के साथ उल्टी सीधी हरकत की है. उन्होंने कहा कि प्रेम गिरी पहले छोटे-छोटे बच्चों को अपना शिष्य बनाते है, फिर उनके साथ गलत हरकत करते हैं.

दिल्ली में बिट्टू लाइट वाले के नाम से मशहूर जिस गोल्डन बाबा को जूना अखाड़े ने संत के रूप में नई पहचान दी, अब वह अखाड़े से निकाले जाने के बाद अखाड़े के सन्तों पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं. गोल्डन बाबा ने जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शिष्य के साथ प्रेमगिरि गलत व्यवहार करते हैं, इस बात की जानकारी अखाड़े के कई दूसरे सन्तों को भी है लेकिन उसके खिलाफ अखाड़े में कोई नहीं बोलता. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके शिष्य को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. वह किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा है.

गोल्डन पूरी महाराज के शिष्य राजराजेश्वरपुरी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा की प्रेम गिरी महाराज ने बीसियों बार मेरी साथ गलत काम किया है. मालिश कराने के बहाने हमारे साथ महाराज जी गन्दा काम करते थे. लेकिन मैने डर की वजह से किसी को ये बात नहीं बताई. मुझे मारने-पीटने, खाना न देने और गंगा जी मे फिकवाने की धमकी दी गयी थी. एक दिन सबसे बचते हुए किसी तरह मैं आश्रम से भाग गया. राजराजेश्वरपुरी ने बताया कि प्रेम गिरी ने चार साल पहले मेरे साथ गलत काम किया था.

भीलवाड़ा विवाहित पहले ससुराल फिर पीहर में दुष्कर्म का शिकार

भीलवाड़ा विवाहित पहले ससुराल फिर पीहर में दुष्कर्म का शिकार

ससुराल में हवस का शिकार बनी विवाहिता ने जब पीहर में सहारा देखा तो वहां भी दरिंदगी की शिकार हो गई।

भीलवाड़ा के सुभाषनगर थाने से मिली जानकारी के अनुसार पीडि़ता ने बताया कि तीन माह पूर्व मेरे जेठ ने मेरे साथ बदसलूकी की थी और इसको लेकर मैने उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। जिसको उठाने के लेकर मेरा जेठ जुल्फीकार और मेरे बहनोई रईश 22 नवम्बर को घर पर आये। इस दौरान मैं घर पर अकेली थी।

उन्होंने मुझे मुकद्दमा उठाने के लिए धमकाया लेकिन जब मैं नहीं मानी तो मेरे जेठ ने मेरे साथ हाथापाई करना शुरू कर दिया। बाद में मेरे जेठ ने फिर से मेरे साथ दुष्कर्म किया और बहनोई रईश ने इसका वीडियो बनाया। इसके बाद बहनोई रईश ने भी दुष्कर्म किया।

जाने से पहले उन्होंने मुझे धमकी दी कि यदि किसी को भी बताया तो तेरे बच्चों को जान से मार देंगे और वीडियो भी वायरल कर देंगे। मैने उनके खिलाफ 23 नवम्बर को ही मामला दर्ज करवा दिया था लेकिन आज भी आरोपी खुलेआम घूम रहे है।

अधिवक्ता असलम शेख ने कहा कि पीडि़ता के 164 के बयान हो गये लेकिन अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इसके कारण मैंने पीडिता की अपील कॉर्ट में दर्ज करवायी है। वहीं सुभाष नगर थानाधिकारी ने कहा कि इस मामले की जांच पुलिसउपाधिक्षक सदर कर रहे हैं।

अलवर में फिर एक व्यक्ति हुआ भीड़ तंत्र का शिकार, गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने पीटा

अलवर में फिर एक व्यक्ति हुआ भीड़ तंत्र का शिकार, गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने पीटा

अलवर में फिर एक व्यक्ति हुआ भीड़ तंत्र का शिकार, गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने पीटा


अलवर मॉब लिचिंग के मामलों को लेकर देशभर में कुख्यात हो चुके अलवर में एक बार फिर एक व्यक्ति भीड़ का शिकार हो गया. गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने गायें ले जा रहे एक व्यक्ति को पकड़कर उसकी जबर्दस्त पिटाई कर डाली. बाद में उसे वहीं जंगल में पटक गए. पुलिस ने घायल को अलवर के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.

जानकारी के अनुसार घटना अलवर जिले के किशनगढ़बास थाना इलाके के बघेरी खुर्द गांव के जंगलों में हुई. वहां शनिवार आधी रात को ग्रामीणों ने पिकअप में छह गायें लेकर जा रहे एक व्यक्ति को पकड़ लिया. ग्रामीणों ने उसकी वहीं पर जोरदार पिटाई कर दी. बाद में उसे वहीं पटककर चले गए. सूचना पर किशनगढ़बास पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया. वहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद अलवर के लिए रेफर कर दिया. बाद में उसे अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया है.पुलिस पूछताछ में घायल की पहचान सगीर खान पुत्र यूनुस निवासी मिर्जापुर (अवलर) के रूप में हुई है. पुलिस ने मौके पर मिली सगीर की पिकअप गाड़ी को जब्त कर लिया है. पिकअप में 6 गायें मिली हैं. पुलिस ने गायों को गोशाला भिजवा दिया है. घायल के परिजनों को सूचना दे दी गई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

बाड़मेर में दामाद ने साथियों के साथ मिलकर काटी सास की नाक, मौके से हुए फरार

बाड़मेर में दामाद ने साथियों के साथ मिलकर काटी सास की नाक, मौके से हुए फरार
बाड़मेर में दामाद ने साथियों के साथ मिलकर काटी सास की नाक, मौके से हुए फरार


बाड़मेर जिले में एक दामाद ने अपनी ही सास की नाक काट दी. दामाद ने तीन चार साथियों के साथ मिलकर अपनी सास की नाक काटी. सास को लहूलुहान हालत में बाड़मेर के जिला अस्पताल में रेफर किया गया है. आरोपी दामाद और उसके साथी मौके से फरार हो गए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

पुलिस के अनुसार घटना बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना पुलिस थाना इलाके में हुई. पीड़ित महिला पुरोदेवी गेनाणियों का तला की रहने वाली है. उसकी बेटी की शादी बचपन में रावों की बेरी लूखू निवासी देरामाराम से शादी हुई थी. लेकिन कुछ समय बाद उसकी बेटी ने ससुराल जाना बंद कर दिया. पुरोदेवी ने अपनी बेटी की शादी दूसरी जगह कर दी. इससे दामाद देरामाराम खफा हो गया.देरामाराम शनिवार को अपने तीन चार साथियों के साथ ससुराल पहुंचा. वहां दामाद देरामाराम और उसके साथियों ने पुरोदेवी के घर पर ससुराल पक्ष के लोगों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. दामाद ने साथियों के साथ मिलकर पूरो देवी की नाक काट दी. पुलिस ने पीड़िता के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कर लिया है. घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. सास की नाक काटने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.

शनिवार, 29 दिसंबर 2018

*तो वसुंधराराजे लोकसभा चुनाव बाडमेर से लड़ेगी? *सलाहकारों से किया मशवरा,मानवेन्द्र सिंह के सामने उतरने की मंशा?*


*तो वसुंधराराजे लोकसभा चुनाव बाडमेर से लड़ेगी?
*सलाहकारों से किया मशवरा,मानवेन्द्र सिंह के सामने उतरने की मंशा?*

बाड़मेर लोक सभा सीट से मानवेन्द्रसिह को उम्मीदवार  बनाये जाने से भाजपा में बेचैनी साफ दिखाई दे रही हैं। दो दिन पहले इडिंगो फ्लाइट से अपने खास सलाहकारों को जयपुर बुलवाकर महारानी ने बाड़मेर से स्वयं के चुनाव लड़ने पर विचार विमर्श किया। स्वाभिमान  को किस प्रकार से हराया जा सकता है? इस पर चिन्तन मनन किया। क्योंकि  मानवेन्द्रसिह  का भय खाया जा रहा है। जो महारानी बात भी सुनना नहीं चाहते थी, अब उसके ये हाल है। 

महारानी बाड़मेर से चुनाव लड़े उस घड़ी का बेसबरी से इंतजार है। महारानी बाड़मेर से चुनाव लड़ने का मतलब जगजाहिर होगा कि वह जसवंतसिंह जी को और उनके परिवार को खत्म करना चाहती है। इस खुली चुनौती  का असर पूरे राजस्थान मे होगा और सभी सीटे भाजपा  हार जायेगी। राजस्थान  से सुपड़ा साफ। copy past

जनता चुनेगी सभापति अध्यक्ष,शैक्षणिक योग्यता समाप्त की निकाय और पंचायत चुनाव में

जनता चुनेगी सभापति अध्यक्ष,शैक्षणिक योग्यता समाप्त की निकाय और पंचायत चुनाव में 


जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की पहली मीटिंग आयोजित की गई. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. सबसे बड़ा फैसला गहलोत कैबिनेट में पंचायती और निकाय चुनाव में शैक्षणिक बाध्यता को खत्म कर किया गया है.

ये हैं महत्वपूर्ण फैसले
-फसली ऋण माफ करने के लिए अंतर विभागीय कमेटी का किया गठन.
-वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाई जिन्हें मिलते थे ₹500 प्रति माह हम मिलेंगे 750 प्रतिमाह जिन्हें मिलते थे 750 प्रतिमाह अब मिलेंगे ₹1000 प्रति माह
-सरकार के मंत्री करेंगे जनसुनवाई
सुबह 9 से 10 बजे तक करेंगे आमजन की जनसुनवाई
-सरकारी लेटर हेड से हटेंगे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र, केवल अशोक स्तंभ रहेगा.
-नगर निगम मेयर, नगर परिषद सभापति और पालिका अध्यक्ष का अब होगा सीधा चुनाव
- पिछली गहलोत सरकार ने वापस लागू किया अपना फैसला


- व्सुन्धरा राजे सरकार के अंतिम 6 माह के कार्यकाल के निर्णयों की होगी समीक्षा, सरकार कमेटी बनाकर करेगी समीक्षा
- पंचायतीराज और निकाय चुनाव में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की शर्त की खत्म
- राजस्थान लॉ राजस्थान लोक सेवा प्रदान की गारंटी एक्ट होगा लागू, जवाबदेही व पारदर्शी सरकार के लिए एक्ट होगा लागू
- रिफाइनरी के काम में तेजी लाएगी
-बंद की गई हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी को फिर से चालू किया जाएगा.
- मनरेगा के प्रभावी क्रियान्वयन की पहली प्राथमिकता, पिछले 5 सालों में रिफाइनरी को लेकर 5 सालों में शिथिलता बरती गई
- शिक्षण कर्मी सहित तमाम कर्मियों की समस्याओं का समिति करेगी समाधान, इसके लिए मुख्यमंत्री अधिकृत

IPS दिनेश एमएन ने जमकर किया डांस....सोहराबुद्दीन केस में बरी हुए पुलिस अधिकारियों की पार्टी में...Video

IPS दिनेश एमएन ने जमकर किया डांस....सोहराबुद्दीन केस में बरी हुए पुलिस अधिकारियों की पार्टी में...Video



उदयपुर. राजस्थान पुलिस में अपनी दबंग छवि के लिए पहचान रखने वाले आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन शुक्रवार शाम उदयपुर में फिल्मी गानों पर डांस करते नजर आए. मौका था पुलिस अधिकारियों की ओर से सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में बरी पुलिस अधिकारी के लिए सम्मान समारोह के आयोजन का.

इस समारोह में दिनेश एमएन ने जहां पुलिस अधिकारियों का हौसला बढ़ाया तो वही सिंघम और दबंग जैसे फिल्मी गीतों पर डांस भी किया. सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर केस में 13 साल बाद गत 21 दिसंबर को सभी आरोपियों के कोर्ट से बरी होने पर पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को शहर के रानी रोड स्थित इंद्रलोक गार्डन में जश्न मनाया.


कार्यक्रम में आईजी इंटेलिजेंस और जिले के पूर्व एसपी दिनेश एमएन भी पहुंचे. इंदर रेजीडेंसी में आयोजित  कार्यक्रम में जिले के पुलिस अधिकारियों सहित उनके परिवार के सदस्यों ने दिनेश एमएन सहित सीआई अब्दुल रहमान, एसआई हिमांशु, श्याम सिंह और एएसआई नारायण सिंह को बधाइयां दीं. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें बच्चे-बड़े सब ने भाग लिया.


किसी ने गाने गाए तो किसी ने डांस किया. एसीबी एसपी तेजराज, एएसपी बृजेश सोनी, नारायण सिंह, पारस जैन, डीएसपी भगवत सिंह हिंगड़, सीआई चैना राम,  भवानी सिंह, रवींद्र चारण सहित बड़ी संख्या में जिले के पुलिसकर्मी उपस्थित थे. बता दें कि 21 दिसंबर को सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर केस मामले में सीबीआई कोर्ट, मुंबई ने उदयपुर के छह पुलिसकर्मियों को बरी कर दिया था. इसी के साथ 22 आरोपी बरी हुए थे. केस में पुलिस अधिकारियों को साढ़े सात साल जेल में तक रहना पड़ा था. 

गहलोत केनिनेट की पहली बैठक में घोषणा पत्र बना सरकारी दस्तावेज,सौ दिन की।प्लानिंग तैयार*


गहलोत केनिनेट की पहली बैठक में घोषणा पत्र बना सरकारी दस्तावेज,सौ दिन की।प्लानिंग तैयार*

जयपुर। राजस्थान की सत्ता में आई कांग्रेस की गहलोत सरकार में आज कैबिनेट की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें सरकार की जवाबदेही तय की गई। साथ ही यह भी तय किया गया कि जन घोषणा-पत्र के 418 बिंदुओं को अमल में लाया जाएगा। इसके लिए हर मंत्री से अपने विभाग की 100 दिन की प्लानिंग मांगी गई, जिसमें बताया गया कि हर विभाग 100 दिनों में क्या कर सकता है? इसको लेकर मंत्रियों ने पूरी प्लानिंग भी रखी। बैठक में सभी मंत्रियों के साथ ही सीएम सलाहकार गोविंद शर्मा, रजिस्ट्रार नीरज के पवन, प्रमुख सचिव अभय कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। 

गहलोत कैबिनेट की पहली बैठक के लिए सभी मंत्रियों ने कल रात ही अपनी अपनी तैयारी पूरी की। बैठक के लिए डॉ. रघु शर्मा ने अफसरों के साथ लंबी चर्चा की, वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ट्रांसपोर्ट को बारीकी से समझा। इसी तरह शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने भी कल रात 2 बजे तक मंथन किया। ऐसे में पहली कैबिनेट बैठक में सभी मंत्री अपने नवाचारों के साथ तैयार नजर आए।

तय हुई सरकार की जवाबदेही :
बैठक में तय किया गया कि जन घोषणा-पत्र सरकारी दस्तावेज बनेगा और किसान ऋण माफी के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। इसे लेकर एक प्रजेंटेशन भी देखा गया, वहीं कर्ज माफी सहित करीब 418 घोषणाओं पर चर्चा भी की गई। मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में जन घोषणा-पत्र के 418 बिंदुओं को अमल में लाया जाना तय किया गया और इसके लिए सरकार की जवाबदेही तय की गई, जिसका सभी मंत्रियों ने एक ध्वनि से समर्थन किया। इसके साथ ही जन घोषणा पत्र के वादों को समयबद्ध कार्यक्रम के तहत पूरा करने के निर्देश दिए गए और मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को जन घोषणा पत्र सौंपा गया।

जन घोषणा-पत्र बना सरकारी दस्तावेज :

बैठक के बाद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पिछली सरकार के 6 माह के फैसलों की समीक्षा होगी, लेकिन यह कैबिनेट के एजेंडे में शामिल नहीं है। परिवहन मंत्री खाचरियावास ने कहा कि बैठक में जन घोषणा-पत्र को मंजूर किया गया है और इसे अब सरकारी दस्तावेज बनाया गया है। हमारा पहला वादा किसानों की कर्जमाफी का था, जिसे पूरा कर दिया गया है। हमने नारा दिया था 'बदलेगा राजस्थान' और घोषणा-पत्र के आधार पर राजस्थान जल्द ही बदला हुआ दिखाई देगा।

नहीं रहे IPS मधुकर शेट्टी

नहीं रहे IPS मधुकर शेट्टी


काम को लेकर शेट्टी और आईएएस अधिकारी हर्ष गुप्ता की जोड़ी बहुत चर्चित थी. कर्नाटक के एक गांव को ग्रामीणों ने दोनों अधिकारियों के नाम पर 'गुप्ता-शेट्टी हल्ली' नाम दिया




शरत शर्मा कलागारुजांबाज आईपीएस अधिकारी मधुकर आर शेट्टी अब इस दुनिया में नहीं रहे. पुलिस विभाग के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक उन्होंने शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे हैदराबाद के कॉन्टिनेंटल अस्पताल में अंतिम सांस ली. कर्नाटक काडर के 1999 बैच का आईपीएस अधिकारी मधुकर शेट्टी को उनकी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के लिए जाना जाता है. वह दो साल से केंद्र के डेप्युटेशन पर हैदराबाद में पोस्टेड थे.शेट्टी की निधन की खबर से कर्नाटक और हैदराबाद दोनों ही राज्यों के पुलिस महकमे में शोक की लहर है. इलाज के दौरान हेल्थ अपडेट्स को तेलंगाना के मुख्य सचिव शैलेंद्र कुमार जोशी और डायरेक्टर जनरल और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस महेंदर रेड्डी व्यक्तिगत तौर पर मॉनिटर कर रहे थे. वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के आदेश पर राज्य के एडीजी, क्राइम प्रताप रेड्डी बुधवार से हैदराबाद स्थित अस्पताल में ही थे.


शेट्टी के निधन की खबर की पुष्टि करते हुए एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने न्यूज 18 से कहा, “यह दुखद है. अस्पताल अधिकारियों से उनके निधन की सूचना मिली. मैंने जितने भी अधिकारियों के साथ काम किया वह उनमें सबसे बेहतरीन थे.”मधुकर शेट्टी को पिछले सप्ताह अस्पताल में भर्ती किया गया था. बुधवार को एडीजीपी रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज 18 से कहा, “मधुकर शेट्टी देश के बेहतरीन अधिकारियों में से एक हैं. हर किसी को पता है कि लोकायुक्त में एसपी रहते हुए उन्होंने कर्नाटक में भ्रष्टाचार के खिलाफ कैसी जंग छेड़ी थी.”मधुकर शेट्टी के इलाज में की विशेषज्ञ जुटे हुए थे और तेलंगाना सरकार ने उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश की.

लोकायुक्त में एसपी रहते हुए उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों यहां तक कि सत्ता में बैठे बड़े नेताओं के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी. बाद में जब उन्हें लगा कि लोकायुक्त के चीफ जस्टिस संतोष हेगड़े भेदभावपूर्ण तरीके से फैसले ले रहे हैं तो उन्होंने पढ़ाई के लिए 5 साल की लंबी छुट्टी ले ली.कर्नाटक में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में संतोष हेगड़े का भी बड़ा नाम है. यूएस में पढ़ाई के दौरान शेट्टी ने हेगड़े की खुले तौर पर आलोचना की. शेट्टी का आरोप था कि हेगड़े के विचारों में पारदर्शिता नहीं थी. उन्होंने दिसंबर, 2016 में दोबारा जॉइन किया.कुछ दिन तक वह अपने होम स्टेट में पुलिस भर्ती और ट्रेनिंग के डायरेक्टर के तौर पर पदस्थ रहे. लेकिन 1 जनवरी, 2017 को उन्हें केंद्र ने डेपुटेशन पर बुला लिया. उन्हें हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में डिप्टी डायरेक्टर के तौर पर पदस्थ किया गया. तब से वह हैदराबाद में काम कर रहे थे.

वह कर्नाटक के चिकमगलुरु जिले के एसपी रह चुके हैं. इस दौरान आईएएस हर्ष गुप्ता इस जिले के डिप्टी कमिश्नर थे. इन दोनों की जोड़ी इनके बेहतरीन काम की वजह से काफी चर्चा में आई थी. दोनों ने मिलकर चिकमगलुरु में कई अवैध कब्जे हटवाए और गरीबों को न्याय दिलवाया. यहां के एक गांव को ग्रामीणों ने गुप्ता-शेट्टी हल्ली नाम दिया है. कन्नड़ में हल्ली का मतलब गांव होता है.शेट्टी मूलरूप से कर्नाटक के उडुपी जिले के रहने वाले थे. उन्होंने दिल्ली की जेएनयू से पढ़ाई की थी और उनके पिता वड्डरसे रघु राम शेट्टी जाने माने पत्रकार थे.

अंबाला में बड़ा सड़क हादसा, दो गाड़ियों की टक्कर में 7 लोगों की मौत

अंबाला में बड़ा सड़क हादसा, दो गाड़ियों की टक्कर में 7 लोगों की मौत


अंबाला: हरियाणा के अंबाला में शनिवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया. जहां दो गाड़ियों की टक्कर में 7 लोगों की खबर है.

मामला अंबाला के बलदेव नगर इलाके का है, जहां घने कोहरे के चलते एक अज्ञात वाहन ने दो गाड़ियों को टक्कर मार दी. 

इस हादसे मौके पर तीन बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई. गंभीर हालत में दो महिलाओं को चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है जबकि तीन का छावनी नागरिक अस्पताल में उपचार चल रहा है.

बताया जा रहा है कि हाइवे पर खड़ी दो गाड़ियों में सवार थे ये सभी लोग, जो कि चंडीगढ़ से वृंदावन जा रहे थे. लेकिन घने कोहरे के कारण सुबह करीब चार बजे कोई अज्ञात वाहन इन दोनों गाड़ियों को टक्कर मार कर फरार हो गया.

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार सवार कुछ लोगों को अंबाला शहर जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचाया. जहां सात को मृत घोषित कर दिया. जबकि चार महिलाओं को छावनी अस्पताल में लाया गया था.

सबसे लंबे बाल रखने का बनाया रिकॉर्ड, गिनिज बुक में नाम दर्ज

सबसे लंबे बाल रखने का बनाया रिकॉर्ड, गिनिज बुक में नाम दर्ज


अहमदाबाद: गुजरात की नीलांशी पटेल दुनियाभर में सुर्ख़ियों में छाई हुई हैं. इसके पीछे वजह है उनके लंबे बाल. जिसकी वजह से उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.

नीलांशी पटेल ने 10 साल पहले ऐसा फैसला किया कि आज उसकी वजह से उसने एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. आपको बता दें कि 16 साल की नीलांशी ने दुनिया में किसी टीनएजर के सबसे लंबे बाल होने के गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को बना लिया है. उनके बालों की लंबाई 5 फुट 7 इंच है. यही वजह है कि दोस्तों के बीच वे रपन्जेल नाम से बुलाते हैं.


गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की जिस कैटिगरी में नीलांशी को मान्यता दी गई है वह इसकी वेबसाइट के अनुसार 2018 में दो बार अपडेट की गई है. 2018 की शुरुआत में यह रिकॉर्ड अर्जेंटीना की ऐब्रिल लॉरेनजटी के पास था, जिनके बाल 152.5 सेमी लंबे हैं. इसके बाद यह रिकॉर्ड 17 साल की कीटो कवाहरा ने तोड़ा था जिनके बाल 155.5 सेमी लंबे हैं. आखिरकार साल के आखिर में नीलांशी ने 15सेमी के मार्जिन से सबका रिकॉर्ड तोड़कर अपनी जगह बना ली.

नीलांशी पटेल का कहना है कि दस साल पहले जब वह छह साल की थी, तब वह बाल कटाने के लिए गई थी, लेकिन जब हेयर कट हुआ तो उसे बिल्कुल पसंद नहीं आया. उसी वक्त उन्‍होंने ये फैसला किया कि आगे से वह कभी हेयरकट नहीं लेगी. आज दस साल नीलांशी का यहीं फैसला उन्हें पहचान दिला रहा है.नीलांशी बताती हैं कि वह अपने बालों को सप्‍ताह में केवल एक बार धोती हैं और उन्हें संभालने में उनकी मां मदद करती हैं. नीलांशी ने बताया कि वह जब भी अपने बाल धोती हैं तो इन्हें सुखाने में आधा घंटा लग जाता है. सूखने के बाद उन्हें व्यवस्थित करने में एक घंटा लगता है.


बाड़मेर खाने के पैसे मांगे तो होटल संचालक से मारपीट, 3 आरोपी किए गिरफ्तार

बाड़मेर  खाने के पैसे मांगे तो होटल संचालक से मारपीट, 3 आरोपी किए गिरफ्तार


बाड़मेर | शहर के रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में शुक्रवार रात करीब 11 बजे खाने के पैसों को लेकर शराबियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। खाने के पैसे मांगने पर तीन शराबियों ने होटल संचालक से मारपीट पर उतर आए।

होटल में मारपीट और हंगामा होता देख आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव कर होटल संचालक को छुड़वाया। इसी दौरान किसी ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस को देखकर शराबी भड़क गए और उलझने लगे। पुलिस काफी मशक्कत के बाद रमेश कुमार निवासी नगर, प्रवीण कुमार व उदय सिंह निवासी राणासर को पुलिस की गाड़ी में डालकर कोतवाली ले गए। शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि होटल संचालक की ओर से युवकों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया है।

शुक्रवार, 28 दिसंबर 2018

*राजस्थान की हवा का असर मध्य प्रदेश मै भी पड़ा,मानवेन्द्र के कारण राजपूतो ने वोट नही दिए :- शिवराजसिंह*

*राजस्थान की हवा का असर मध्य प्रदेश मै भी पड़ा,मानवेन्द्र के कारण राजपूतो ने वोट नही दिए :- शिवराजसिंह*

राजस्थान मै राजपुतो की नाराज़गी के चलते स्वाभिमान फ़ैक्टर मध्य प्रदेश को भी प्रभावित किया यह बात खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने स्वीकार की उन्होंने बताया की मानवेन्द्रसिंह झालावाड़ से चुनाव लड़ने की वजह से उसकी सीमा मै लगने वाली सभी सीटें प्रभावित हुई ओर उनमे से 7 सीटें तो एसी थी जो की कांग्रेस खुद हार मान चुकी थी।
चौहान ने बताया मानवेन्द्र से पार्टी को इतना नुक़सान होगा यह विश्वास नही था। जहाँ राजपुत उम्मीदवार नही था वहाँ राजपुतो ने भाजपा के विरूद्ध वोट दिया ओर एसा पहली बार हुआ।
26dec.2018 bhopal

गुरुवार, 27 दिसंबर 2018

*रूखमणी रियार ने बूंदी कलेक्टर का पदभार संभाला*

*रूखमणी रियार ने बूंदी कलेक्टर का पदभार संभाला*

2012 बैच की आईएएस अधिकारी रुक्मणि रियार ने गुरुवार को जिला कलक्टर का कार्यभार ग्रहण कर लिया। निवर्तमान जिला कलक्टर महेश चन्द्र शर्मा ने रियार को चार्ज सौंपा। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश जोशी व अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग) डॉ. सूरज सिंह नेगी मौजूद रहे।

स्कूली 19 वर्शीय राश्ट्रीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी के चार खिलाड़ी चयनित

स्कूली 19 वर्शीय राश्ट्रीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी के चार खिलाड़ी चयनित



जैसलमेर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने खिलाड़ियों को दी षुभकामनाएं


राज्य सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग व राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद द्वारा संचालित जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी के खिलाड़ी अभिमन्यू भादू, सुनील कुमार, षिवम धाभाई व विकास चैधरी का चयन स्कूल गेम्स फेडरेषन आॅफ इंडिया द्वारा आयोजित 64 वीं राश्ट्रीय विधालयी 19 वर्शीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता दिल्ली में 03 से 09 जनवरी 2019 तक के लिये किया गया है। राजस्थान टीम में सर्वाधिक चार खिलाड़ी जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी से लिये गये है। जैसलमेर अकादमी की टीम हाल ही में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता बाड़मेर में स्वर्ण पदक विजेता रही थी। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृश्ट खेल प्रदर्षन के आधार पर चार खिलाड़ियों का चयन राजस्थान टीम के लिये किया गया है। अकादमी के खिलाड़ियों की इस उपलब्धि के लिये सालेह मोहम्मद अल्पसंख्यक मामलात मंत्री राजस्थान सरकार एवं विधायक पोकरण व रूपाराम धनदे विधायक जैसलमेर एवं मुख्य सरंक्षक जिला बास्केबाॅल संघ जैसलमेर ने अपनी ओर से षुभकामनाएं देते हुए आषा जताई कि राश्ट्र स्तर पर स्वर्ण पदक प्राप्त करें एवं नमित मेहता जिला कलक्टर एवं पदेन अध्यक्ष जिला क्रीड़ा परिशद जैसलमेर, नारायण सिंह सचिव राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद जयपुर ने, जिला बास्केटबाॅल संघ के अध्यक्ष आषाराम सिंधी एवं सचिव हरीष धनदे ने खेल अधिकारी एवं अकादमी के प्रभारी लक्ष्मण सिंह तंवर, अकादमी के बास्केटबाॅल प्रषिक्षक राकेष बिष्नोई व खिलाड़ियों को षुभकामनाएॅ दी है। सभी खिलाड़ी अमर षहीद सागरमल गोपा राउमावि जैसलमेर के नियमित छात्र है। इस उपलब्धि के लिये अमर षहीद सागरमल गोपा विधालय के प्राचार्य व समस्त विद्यालय स्टाफ तथा जिले के विभिन्न खेल संघों एवं खेल प्रेमियों द्वारा खिलाड़ियों को षुभकामनाएॅ दी है।

अपराध / शराब ठेकेदार से मांगी 20 हजार रुपए की बंधी और शराब, 6000 रुपए की रिश्वत लेते थानाप्रभारी गिरफ्तार

अपराध / शराब ठेकेदार से मांगी 20 हजार रुपए की बंधी और शराब, 6000 रुपए की रिश्वत लेते थानाप्रभारी गिरफ्तार
रिश्वत लेते गिरफ्तार अराईं थानाप्रभारी रामलाल
अजमेर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के अराई थानाप्रभारी रामलाल चौधरी को छह हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई अजमेर एसीबी के पुलिस अधीक्षक कैलाशचंद्र विश्नोई के निर्देशन में एडिशनल एसपी मदनदान सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने की।

 मासिक बंधी के साथ ही झूठा मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर मांगे 6 हजार रुपए
एसपी कैलाशचंद्र विश्नोई ने बताया कि रिश्वत लेते पकड़ा गया सबइंस्पेक्टर रामलाल चौधरी है। वह अराईं थानाप्रभारी है। उसके खिलाफ शराब ठेकेदार रामराज नेमीचंद ने एसीबी अजमेर ब्यूरो ऑफिस में मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि अराईं थानाप्रभारी रामलाल उनसे शराब की दुकान चलाने की एवज में 20 हजार रुपए मंथली बंधी मांग रहा है।

साथ ही, चुनावों के दौरान शराब दुकान खोलने की वजह से मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर 6 हजार रुपए की रिश्वत और ब्लैक डॉग ब्रांड की अंग्रेजी शराब की मांग कर रहा है। इस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया। शिकायत सही पाए जाने पर एडिशनल एसपी मदनदान सिंह के नेतृत्व में ट्रेप रचा।

 गुरुवार को परिवादी रामराज व नेमीचंद ने थानाप्रभारी रामलाल से बातचीत की। इसके बाद थाने में रिश्वत की रकम के 6 हजार रुपए लेकर पहुंचे। वहां रिश्वत लेते ही ईशारा मिलने पर एसीबी टीम ने थानाप्रभारी रामलाल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली है। 

'चौकीदार सोने को तैयार नहीं, चोरों की नींद उड़ी हुई है'

'चौकीदार सोने को तैयार नहीं, चोरों की नींद उड़ी हुई है'


नई दिल्ली/धर्मशालाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस पार्टी पर और अधिक तीखे हमले करते जा रहे हैं. हिमाचल में एक रैली के दौरान उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि चौकीदार के डर से चोरों की नींद हराम हो गई है. उन्होंने कहा कि चौकीदार सोने को तैयार नहीं है, इसलिए वे लोग गालियां दे रहे हैं.

उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सेना के लिए वन रैंक, वन पेंशन को लेकर सिर्फ झूठ बोला है. उऩ्होंने मात्र 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था. लेकिन हमारी सरकार ने उसे पूरा किया. इसी तरह से किसानों को भी कांग्रेस पार्टी गुमराह कर रही है. कर्जमाफी के नाम पर भी झूठ बोल रही है.

पीएम ने कहा कि आज तक पंजाब और कर्नाटक के सभी कर्जदार किसानों को इसका लाभ नहीं दिया गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 26,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं पर काम चल रहा है. हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर ‘जन आभार’ रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश उनके घर की तरह है और उन्होंने राज्य की यात्रा के दौरान काफी कुछ सीखा था.


उन्होंने कहा कि जिन लोगों के साथ उन्होंने काम किया, उन्हें अग्रणी नेता बनते हुए देखकर उन्हें बहुत खुशी होती है.उन्होंने हिमाचल प्रदेश को वीर जवानों की भूमि बताया जो सीमा पर सर्वोच्च बलिदान देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.

मुख्यमंत्री के तौर पर एक साल पूरा करने पर ठाकुर को बधाई देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश मेरे घर की तरह है। मैंने पार्टी के संगठनात्मक कार्य के लिए कई वर्षों तक यहां काम किया.’’

प्रधानमंत्री भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर एक पुस्तिका का भी विमोचन करेंगे.

मोदी ने राज्य के फायदों और आम जनता के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाओं को दिखाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगाई प्रदर्शनी भी देखी.

प्रधानमंत्री के धर्मशाला में हेलीपैड पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, कांगड़ा से भाजपा सांसद शांता कुमार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने उनका स्वागत किया.

इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी मौजूद थे.

जोधपुर में टेम्पो और बोलेरो की टक्कर में इंजीनियर की मौत, ऑफिस के बाहर शव रखकर परिजन कर रहे मुआवजे की मांग

जोधपुर में टेम्पो और बोलेरो की टक्कर में इंजीनियर की मौत, ऑफिस के बाहर शव रखकर परिजन कर रहे मुआवजे की मांग

फाइल फोटो 


जोधपुर. जिले के शेरगढ़ थाना इलाके में टेंपो ट्रेवल और बोलेरो कैंपर में हुई भिड़ंत में एक मोबाइल कंपनी के तकनीकी कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई. जिसके बाद परिजन मृतक का शव लेकर मोबाइल कंपनी के कार्यलय पहुंच गए और आर्थिक सहायता की मांग करने लगे. लेकिन, ऑफिस के कर्मचारी ताला लगाकर मौके से चले गए.

इसके बाद परिजन मृतक दिलीप सिंह का शव लेकर ऑफिस के बाहर ही बैठ गए. परिजनों का आरोप है कि मृतक दिलीप सिंह घर में कमाने वाला अकेला युवक था और उसके दो छोटी छोटी बच्चियां हैं. ऐसे में उसकी मौत के बाद उसके बच्चे और बीवी के पास आय का कोई दूसरा जरिया नहीं है. समाज के लोगों ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर इंडस कंपनी के कार्यालय के बाहर ही शव के साथ धरने पर बैठ गए.शव के साथ ऑफिस के बाहर बैठने की सूचना के बाद महामंदिर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने लोगों से समझाइश की. लेकिन, लोग कंपनी द्वारा आर्थिक सहायता नहीं देने और उचित आश्वासन नहीं मिलने तक शव के साथ इंडस मोबाइल कंपनी के ऑफिस के बाहर ही धरने पर बैठे रहने की चेतावनी दी.

बता दें इंडस मोबाइल कंपनी में तकनीकी के पद पर कार्यरत दिलीप सिंह कंपनी की साइड में तकनीकी खराबी होने की सूचना पर ठीक करने के लिए जा रहा था. इस दौरान शेरगढ़ थाना क्षेत्र के 54 मील इलाके में उसकी गाड़ी की टेंपो ट्रैवलर से भिड़ंत हो गई. जिससे दिलीप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी.

गहलोत कैबिनेट में जगह ना पाने वाले पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी से मिलने पहुंची दिव्या और लीला मदेरणा

गहलोत कैबिनेट में जगह ना पाने वाले पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी से मिलने पहुंची दिव्या और लीला मदेरणा


जोधपुर. गुढ़ामलानी से विधायक और पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी को मंत्री ना बनाए जाने पर समर्थकों का विरोध जारी है. इस बीच ओसियां से विधायक बनीं दिव्या मदेरणा और उनकी मां लीला मदेरणा ने हेमाराम चौधरी से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

जोधपुर के कृष्णा नगर स्थित हेमाराम चौधरी के आवास पर दिव्या मदेरणा और उनकी मां लीला मदेरणा ने मुलाकात की. इस मुलाकात के राजनितिक गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे हैं.  कांग्रेस के कद्दावार नेता रहे दिवंगत परसराम मदेरणा से हेमाराम के पारिवारिक संबंध रहे हैं. मदेरणा के लिए हेमाराम ने 1995 में गुढ़ामालानी की सीट भी खाली की थी.


समर्थक दे चुके हैं इस्तीफा
हेमाराम को कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने के कारण उनके समर्थकों ने सोमवार को अपना गुस्सा जाहिर करते हुए जयपुर में पीसीसी के समक्ष अपने इस्तीफे की पेशकश की. लेकिन उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया.


यहां भी मंत्री नहीं बनाने पर समर्थक नाराज
वरिष्ठ नेता डॉ सीपी जोशी समर्थकों ने बुधवार को नाथद्वारा में और विधायक गिर्राज सिंह के समर्थकों ने बाड़ी में प्रदर्शन किया. इससे पहले हेमा चौधरी, जाहिदा खान और टीकाराम जूली समर्थक भी प्रदर्शन कर चुके हैं. मेवाड़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और नाथद्वारा विधायक डॉ. सीपी जोशी को राज्य मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज उनके समर्थकों ने बुधवार को नाथद्वारा की एक होटल में बैठक की, जिसमें नाथद्वारा, राजसमंद और रेलमगरा क्षेत्र के पदाधिकारी शामिल हुए. पौन घंटे चली बैठक से पहले तो बड़ी संख्या में पदाधिकारियों के इस्तीफे की बात कही जा रही थी, लेकिन बाद में उन्होंने नरम पड़कर आलाकमान को ज्ञापन भेजते हुए धमकी दी.

जाने किस मंत्री को मिला मलाई वाला मंत्रालय और किसको...मुसीबत वाला

जाने किस मंत्री को मिला मलाई वाला मंत्रालय और किसको...मुसीबत वाला

जयपुर .  सीएम अशोक गहलोत सरकार में बने मंत्रियों को विभागों का आवंटन हो गया है. देर रात तक दिल्ली में पार्टी हाईकमान राहुल गांधी के साथ उनके आवास पर गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की बैठक के बाद सूची पर मुहर लग सकी. इसके बाद लिस्ट को जारी कर दिया गया. सूची के जारी होने के बाद से राज्य में सियासी चर्चाओं का बाजार पूरी तरह से गर्म हो गया है. खासतौर पर उन मंत्रियों को लेकर चर्चा तेज है, जिन्हें बड़े मंत्रालय मिले हैं. इनमें कई मंत्रालय ऐसे भी हैं, जो की आम होने के बाद भी काफी खास हैं. वहीं, कुछ मंत्रालय ऐसे हैं जो कि बड़े जरूर हैं, लेकिन, उसी के अनुरूप उसकी चुनौतियां भी बनी हुई हैं.


मंत्रालयों का बंटवारा पार्टी हाईकमान के साथ मैराथन बैठक के बाद बनी सहमति से हो पाई है. ये बैठक देर रात तक चलती रही. पार्टी के उच्च सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान विभागों के बंटवारे को लेकर कई बार सियासी पेच फंसते रहे. लेकिन, आखिरकार रात दो बजे सहमति बनने के बाद टी रविकांत के दस्तखत के बाद सूची जारी कर दी गई है. हालांकि, मंत्रालयों के बंटवारे के दौरान सीएम गहलोत का पूरा प्रभाव दिखाई दिया. उन्होंने विभागों का बंटवारा अपने हिसाब से कराया है. गहलोत ने अपने पास गृह, वित्त और कार्मिक सहित 9 विभागों को रखा है. एक प्रकार से पूरी सरकार का मेन रिमोट कंट्रोल उन्होंने अपने पास ही रखा है.  जबकि, डिप्टी सीएम पायलट के पास पीडब्ल्यूडी, पंचायती राज सहित 5 विभाग  हैं. पायलट को मिले विभागों में दो विभाग पीडब्ल्यूडी और पंचायती राज हर मामले में खास हैं.


इसके अलावा कई मंत्री ऐसे भी हैं जिन्हें काफी खास मंत्रालय दिए गए हैं. जिनमें, खान,  स्वायत्त शासन, परिवहन आदि शामिल हैं. ये मंत्रालय हर सरकार में चर्चा में रहे हैं. क्योंकि, इन  विभागों को राजनीतिक हलकों में काफी मलाईदार माना जाता है. ऐसे में इन मंत्रालयों को संभालने वाले मंत्रियों को लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. वहीं, जलदाय, बिजली सहित कई बड़े मंत्रालय ऐसे भी हैं जिन्हें संभालना किसी चुनौती से कम नहीं है. क्योंकि, पिछली सरकार के दौरान भी ये विभाद सियासी रूप से काफी चर्चित रहे हैं. आपको बता दें कि बड़ें मंत्रालयों के आवंटन में दोनों खेमों (गहलोत-पायलट) को संतुलित करने का प्रयास किया गया है. आइये आज हम बताते हैं कि कौन से खास और मलाईदार माने जाने वाले और कौन से चुनौतीपूर्ण विभाग किस-किस मंत्री को मिले हैं.

इन मंत्रियों को मिले खास मंत्रालय

प्रमोद जैन भाया

सचिन पायलट खेमे के माने जाने वाले मंत्री प्रमोद जैन भाया को खान विभाग दिया गया है. खान विभाग को जहां काफी मलाईदार माना जाता है. वहीं, ये मंत्रालय हमेशा सियासी चर्चा में बना रहता है. पिछली वसुंधरा सरकार के दौरान हुए खान घोटाले के बाद इस विभाग पर सबसे ज्यादा उंगलियां उठी थी. जिसके बाद ये मंत्रालय काफी चर्चित रहा है.

शांति धारीवाल
गहलोत खेमे से आने वाले शांति धारीवाल को स्वायत्त शासन विभाग संभलवाया गया है. यह यह तीसरा मौका होगा जब गहलोत सरकार में धारीवाल स्वायत्त शासन विभाग का जिम्मा संभालेंगे. ये विभाग बजट और निकाय के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. साथ ही इसे मलाईदार भी माना जाता है. धारीवाल पहले भी इस विभाग को संभालचुके हैं, ऐसे में वे मंत्रालय से पूरी तरह से वाकिफ भी हैं.

भंवर सिंह भाटी
गहलोत खेमे से राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी को उच्च शिक्षा का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है. उच्च शिक्षा को विभागीय रूप में काफी बड़ा माना जाता है. इसमें आने वाले बजट के लिहाज से भी ये मंत्रालय खास है.

गोविंद डोटासरा
गहलोत खेमे के ही गोविंद डोटासरा को प्राथमिक एंव माध्यमिक शिक्षा का (स्वतंत्र प्रभार) दिया गया है. ये विभाग काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. शिक्षकों का वर्ग काफी बड़ा होने के कारण ये विभाग पूरे कार्यकाल के दौरान ही चर्चा में रहता है. वहीं, शिक्षा को लेकर आने वाला बजट भी काफी बड़ा होता है.

सुभाष गर्ग
आरएलडी से जीतकर आए सुभाष गर्ग को तकनीकी शिक्षा विभाग (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृत शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) दिया गया है. दोनों ही विभाग महत्वपूर्ण हैं. सुभाष गर्ग को  गहलोत के खेमे का ही माना जाता है.

प्रताप सिंह खाचरियावास
डिप्टी सीएम पायलट के खेमे से आने वाले मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को परिवहन विभाग संभलवाया गया है. ये विभाग काफी मलाईदार माना जाता है. हालांकि, इस विभाग में होने वाले भ्रष्टाचार के कारण आरोप भी खूब लगते रहते हैं. लेकिन, खास मंत्रालय होने के कारण इसकी चर्चा पूरे कार्यकाल के दौरान बनी रहती है.

रमेश चंद मीणा
पायलट खेमे से आने वाले मंत्री रमेश मीणा को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले संभलवाया गया है. सार्वजनित वितरण प्रणाली से जुड़ा होने के कारण ये मंत्रालय काफी चर्चा में रहता है. विभाग को मिलने वाला बजट जहां बड़ा होता है. वहीं, इस भ्रष्टाचार के कारण ये विभाग हमेशा से सवालों के घेरे में रहता है. पिछले समय में एक महिला डीएसओं के गेहूं घोटाला में फंसने के बाद विभाग काफी चर्चा में आ गया था.

इन मंत्रियों के मंत्रालयों में हैं काफी चुनौतियां
बीडी कल्ला
गहलोत खेमे के मंत्री बी डी कल्ला के पास ऊर्जा और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी और भू-जल विभाग संभलवाया गया है. ये दोनों विभाग काफी बड़े हैं और इसमें बजट भी खूब है. लेकिन, सीधे तौर पर हर आम से जुडा़ होने के कारण बिजली और जलदाय दोनों ही विभाग काफी चुनौतीपूर्ण माने जाते है. लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना कल्ला के लिए बड़ी चुनौती है. क्योंकि, बिजली और पानी को लेकर हमेशा लोगों में रोष देखने को मिलता रहा है.

रघु शर्मा
राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के खास और गहलोत खेमे से ताल्लुक रखने वाले मंत्री रघु शर्मा के पास चिकित्सा एवं स्वास्थय के रूप में बड़ा मंत्रालय दिया गया है. इस मंत्रालय का बजट भी काफी बड़ा होता है. लेकिन, चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर ये विभाग भी हमेशा सवालों के कठघरे में खड़ा रहा है. पिछली सरकार के दौरान चिकित्सकों की हड़ताल सहित कई मामलों विभाग चर्चित रहा है. ऐसे में इसे संभालने में रघु शर्मा को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

राजस्थान पहली बार सभी राजयमंत्री केबिनेट की बैठक में भाग ले सकेंगे

राजस्थान पहली बार सभी राजयमंत्री केबिनेट की बैठक में भाग ले सकेंगे 


जयपुर . कांग्रेस की गहलोत सरकार में बने मंत्रियो के विभागों का बंटवारा दिल्ली से होने के बाद सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म है. दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान राहुल गांधी के साथ हुई मैराथन बैठक के बाद मंत्रियों को मिलने वाले विभागों पर सहमति बन गई. खास बात यह है कि सीएम से लेकर मंत्रालयों के बंटवारे तक हर जगह गहलोत का प्रभाव दिखाई दिया है.


कांग्रेस सरकार के दौरान हुए इस मंत्रालय के बंटवारे के दौरान गहलोत ने एक नई परंपरा की भी शुरुआत की है. उन्होंने इस बार हर राज्य मंत्री को भी स्वतंत्र प्रभार  दिया है. उनके इस कदम के बाद अब कैबिनेट की बैठक के दौरान सभी राज्यमंत्री भी भाग ले सकेंगे. दरअसल अब तक प्रदेश में मंत्रिमंडल  और मंत्रिपरिषद की बैठक होती थी. मंत्रिमण्डल की बैठक में केवल कैबिनेट मंत्री और वो मंत्री शामिल होते थे, जिन्हें किसी विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया होता था. लेकिन मंत्रिमण्डल की बैठक में वो राज्य मंत्री शामिल नहीं होते थे जिनके पास कोई स्वतंत्र प्रभार नही होता था. ऐसे में राज्य मंत्री केवल मंत्रिपरिषद की बैठक में ही शामिल हो सकते थे.


इसके चलते राज्य मंत्रियों को हमेशा शिकायत भी रहती थी कि उनके महकमे के कैबिनेट मंत्री उन्हें ना तो फाइलें भिजवाते हैं और ना ही उन्हे ज्यादा अधिकार होते है. लेकिन, इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के सभी10 राज्य मंत्रियों को कम से कम एक विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया है. ऐसे में हर राज्य मंत्री प्रदेश में होने वाली कैबिनेट की बैठक में शामिल रहेगा. अब प्रदेश में मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाने की आवश्यकता नहीं रहेगी. गहलोत की ओर से उठाए गए इस कदम की चर्चा हर तरफ बनी हुई है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि देश में संभवतः गहलोत सरकार में ही ऐसा कदम पहली बार उठाया गया है.

बुधवार, 26 दिसंबर 2018

NEW YEAR 2019 नए साल में मोदी सरकार कई ऐसे फैसले लेने की तैयारी में है जिसके लागू होने के बाद आपको बड़ी राहत मिलेगी और पैसों की बचत होगी.


NEW YEAR 2019 नए साल में मोदी सरकार कई ऐसे फैसले लेने की तैयारी में है जिसके लागू होने के बाद आपको बड़ी राहत मिलेगी और पैसों की बचत होगी.








नए साल के आगाज में अब कुछ ही दिन बचे हैं. इस नए साल में मोदी सरकार एक से बढ़कर एक 6 बड़े तोहफे देने की तैयारी में है. इनमें सबसे बड़ा तोहफा यूनिवर्सल बेसिक इनकम हो सकता है. इसके जरिए करोड़ों लोगों के खाते में एक निश्चित रकम आ आएगी. वहीं कई ऐसे भी फैसले हैं जिसके लागू होने के बाद आपकी जेब में पैसे बचेंगे. आज हम आपको ऐसे ही 6 फैसलों के बारे में बताने जा रहे हैं.

हर खाते में पहुंचेगा पैसा

नए साल में मोदी सरकार यूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI) स्कीम का बड़ा तोहफा दे सकती है. दरअसल, इस स्‍कीम की चर्चा लंबे समय से थी लेकिन हाल ही में विभिन्न मंत्रालयों से राय मांगी गई है. इस स्कीम के तहत सरकार देश के हर नागरिक को बिना शर्त एक तय रकम देती है. इसके दायरे में करीब 10 करोड़ लोग शामिल हो सकते हैं. बता दें कि साल 2016-17 के आर्थिक सर्वे में सरकार को इस स्कीम को अपनाने की सलाह दी गई थी. ऐसे में उम्‍मीद है कि नए साल के बजट में इस बड़ी योजना का एलान हो सकता है.

कई रोजमर्रा के सामान होंगे सस्‍ते

वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने हाल ही में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्‍स के 18 फीसदी के स्‍लैब को खत्‍म करने के संकेत दिए थे. इसके साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा था आने वाला समय 0, 5 और नए स्‍टैंडर्ड स्‍लैब का होगा. यानि उन प्रोडक्‍ट की जीएसटी में कटौती हो सकती है जो अभी 18 फीसदी के स्‍लैब में हैं. बता दें कि 18 फीसदी के स्‍लैब में रोजमर्रा के कई जरुरी सामान शामिल हैं. आसान भाषा में समझें तो नए साल में 18 फीसदी के स्‍लैब में आने वाले सामान सस्‍ते होंगे.



घर खरीदने का सपना होगा पूरा

जनवरी में होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में एक ऐसा फैसला लिया जा सकता है जिससे घर खरीदना सस्‍ता हो जाएगा. दरअसल, ऐसे मकानों पर जीएसटी दर घटाने की तैयारी हो रही है जो या तो बन रहे हैं और या फिर कंप्‍लीशन (निर्माण कार्य सम्‍पन्‍न होने का प्रमाण पत्र) का इंतजार कर रहे हैं. यानि नए साल में घर खरीदना पहले के मुकाबले सस्‍ता हो जाएगा.

मोबाइल की तरह रिचार्ज होगा बिजली बिल

नए साल में आप मोबाइल की तरह बिजली का भी रिचार्ज कर सकेंगे. बिजली के बढ़ते बिल की शिकायतों का हल निकालने के लिए सरकार ने यह पहल की है. हाल ही में ऊर्जा मंत्रालय ने बताया था कि 1 अप्रैल, 2019 से सभी राज्यों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर अनिवार्य करने की योजना पर काम हो रहा है. मोबाइल फोन की तरह इसमें प्रीपेड बिजली रिचार्ज कार्ड दिया जाएगा. कहने का मतलब ये है कि अब ग्राहक 30 दिनों के लिए अनिवार्य भुगतान की बजाय, सिर्फ उतना ही भुगतान करेंगे जितनी बिजली का इस्तेमाल करेंगे.

ITR फॉर्म भरने का झंझट होगा खत्‍म



अकसर देखा गया है कि ITR फॉर्म भरने में लोगों को काफी परेशानी होती है. लेकिन आपकी यह परेशानी नए साल में दूर हो सकती है. दरअसल, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने संकेत दिए हैं कि टैक्‍स रिटर्न फाइल करने वाले लोगों को जल्द ही पहले से भरे हुए ITR फॉर्म मिलेंगे. इससे रिटर्न फाइल करने की प्रक्रिया सरल हो जाएगी. यानि आपको पहले से भरा हुआ ITR फॉर्म मिलेगा और आपको उसमें सिर्फ संशोधन करने होंगे.

फंसा हुआ पैसा निकालना होगा आसान

कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन के दौरान पैसे फंस जाते हैं या ट्रांजेक्‍शन में दिक्‍कत होती है. इन परेशानियों को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक नए साल में डिजिटल ट्रांजेक्शन ओम्बड्समैन की शुरुआत कर सकती है. इसके शुरू होने के बाद अगर आपका पैसा इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के जरिए फंस जाता है या ट्रांजेक्‍शन फेल होता है तो आप ओम्बड्समैन यानी लोकपाल से शिकायत कर सकेंगे. यह लोकपाल आपकी समस्‍या को दूर करने में मदद करेगी.

वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल की जांच कराएंगे गहलोत

वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल की जांच कराएंगे गहलोत

जयपुर,  राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पिछली वसुंधरा राजे सरकार के अंतिम छह माह के फैसलों की समीक्षा कराएगी। एक तरफ जहां वसुंधरा राजे सरकार की कथित अनियमितताओं जांच के लिए आयोग गठित करने पर विचार किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ मंत्रियों की समिति वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के अंतिम दौर में हुए फैसलों की समीक्षा करेगी।


आयोग हाईकोर्ट के सेवानिवृत जज की अध्यक्षता में बनेगा। इस बारे में अधिकारिक आदेश अगले कुछ दिनों में जारी कर दिए जाएंगे। चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने वसुंधरा सरकार के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की जांच कराने की बात कही थी। अब सत्ता संभालते ही गहलोत और पायलट के बीच वसुंधरा सरकार के दौरान हुए खान,जलदाय,चिकित्सा और आईटी विभागों में हुई अनियमितताओं की जांच कराने को लेकर सहमति बनी है।

पहले भी कराई गई थी जांच

अशोक गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल में भी वसुंधरा राजे के साल 2003 से 2008 तक सीएम रहते हुए अनियमितताओं की जांच के लिए एन.एन.माथुर आयोग गठित किया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की याचिका पर इस आयोग के गठन को रदद कर दिया था । लेकिन इस बार फिर वसुंधरा राजे सरकार के 2013 से 2018 तक के कार्यकाल में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कराने को लेकर आयोग बनाने की तैयारी की जा रही है ।

उधर वसुंधरा राजे सरकार द्वारा कार्यकाल के अंतिम छह माह में लिए गए निर्णयों की समीक्षा के लिए मंत्रियों की उच्च स्तरीय समिति गठित करने का भी निर्णय लिया गया है । इस बारे में अधिकारिक घोषणा अगले कुछ दिनों में हो जाएगी । उल्लेखनीय है कि विपक्ष में रहते हुए गहलोत ने कई बार अफसरों को चेतावनी दी थी कि यदि वे वसुंधरा राजे के कहने पर गलत काम करेंगे तो कांग्रेस के सत्ता में आने पर जांच कराई जाएगी और उन्हे इसका अंजाम भुगतना होगा ।

कुछ नेता और अफसर निशाने पर

सरकार के एक विश्वस्त सूत्र के अनुसार गहलोत सरकार के निशाने पर भाजपा सरकार में मंत्री रहे नेता और कुछ अधिकारी है। इन लोगों पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है । दो आईएएस अफसरों को जेल भी जाना पड़ा है। अब गहलोत सरकार ने इन अफसरों और नेताओं के बारे में पूरी रिपोर्ट तैयार कराई है । यह रिपोर्ट एक सेवािनवृत आईएएस अधिकारी और सीएमओ में तैनात एक अधिकारी ने तैयार की है

बाड़मेर अवैध शराब जब्त करने में सफलता

बाड़मेर अवैध शराब जब्त करने में सफलता
           

बाड़मेर  राहुल बारहट पुलिस अधीक्षक द्वारा अवैध शराब तस्करी की रोकथाम हेतु दिये गये निर्देषानुसार निम्न पुलिस थाना द्वारा कार्यवाही करते अवैध शराब जब्त करने में सफलता हासिल की गई है, जिसका विवरण निम्न प्रकार है:-

पुलिस थाना सिवाना:- श्री वीरसिह हैड कानि. पुलिस थाना सिवाना मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सिणेर बस स्टेण्ड पर मुलजिम मेहरसिंह पुत्र मानसिह जाति राजपूत निवासी सिणेर के कब्जा से 51 पव्वे देषी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस थाना बालोतरा:- श्री मोहम्मद अली हैड कानि. पुलिस थाना बालोतरा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सरहद नया बस स्टेण्ड बालोतरा में मुलजिम ताजाराम पुत्र वगताराम जाति भील निवासी भांडीयावास रोड़ बालोतरा के कब्जा से 53 पव्वे देषी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस थाना समदड़ी:- श्री षिवलाल हैड कानि. पुलिस थाना समदड़ी मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सरहद मजल में मुलजिम मेहबुब खां पुत्र गफुरखां जाति मुसलमान निवासी मजल के कब्जा से 50 पव्वे देषी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण:- श्री आदरनाथ सउनि .पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर मुलजिम हिराराम पुत्र सताराम जाति जाट निवासी खारिया तला भाडखा के कब्जा से 1 बोतल व 4 पव्वे अग्रेजी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस थाना षिव:- श्री हरीराम हैड कानि. पुलिस थाना षिव मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर मुलजिम चन्दनसिंह पुत्र नगसिह जाति राजपूत निवासी भवरीसर झापली कल्ला के कब्जा से 1 लीटर हथकढी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 
पुलिस थाना पचपदरा:- श्री नेमाराम उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना पचपदरा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सरहद बोरावास में मुलजिम देवाराम पुत्र हमीराराम जाति भील निवासी मगरा हरसाणी के कब्जा से 64 पव्वे देषी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 
पुलिस थाना बायतु:- श्री अरूण कुमार उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना बायतु मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर मुलजिम भैराराम पुत्र पदमाराम जाति जाट निवासी नरसालीनाडी, कोलु के कब्जा से 10 पव्वे अग्रेजी शराब व 4 पव्वे देषी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस थाना कोतवाली:- श्री दुर्गाराम स.उ.नि. पुलिस थाना कोतवाली मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सरहद चैहटन चैराहा में मुलजिम किषनाराम पुत्र पेमाराम जाति मेगवाल निवासी उण्डखा के कब्जा से 60 पव्वे देषी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व आबकारी  अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।               
सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलते जुआरीयो को गिरफ्तार करने में सफलता
पुलिस थाना कोतवाली:- श्री रमेषराव हैड कानि. पुलिस थाना कोतवाली मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर माल गोदाम रोड़ के पास सार्वजनिक स्थान पर अंको का दांव लगाकर एक को लाभ व दुसरे को हानि पहुॅचाते मुलजिम नारायण पुत्र शंकरलाल जाति बावरी निवासी वार्ड नम्बर 18 गांधी नगर बाड़मेर को गिरफ्तार कर उनके कब्जा से 620 रूपये जुआ राषि बरामद की गई, व श्री अमराराम सउनि. मय पुलिस पार्टी द्वारा चैहटन चैराहा के पास सार्वजनिक स्थान पर अंको का दांव लगाकर एक को लाभ व दुसरे को हानि पहुॅचाते मुलजिम किषनाराम पुत्र पेमाराम जाति मेगवाल निवासी उडण्खा को गिरफ्तार कर उनके कब्जा से 320 रूपये जुआ राषि बरामद की जाकर मुलजिमान के विरूद्व जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किये गये।
       

जालोर, सोनी ने जालोर जिला कलक्टर का पदभार संभाला

 जालोर, सोनी ने जालोर जिला कलक्टर का पदभार संभाला



जालोर, 26 दिसम्बर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी महेन्द्र सोनी ने बुधवार को मध्यान्ह पूर्व जालोर जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट का पदभार संभाला। तत्कालीन जिला कलक्टर बी.एल.कोठारी ने नवस्थापित जिला कलक्टर महेन्द्र सोनी को कार्यभार सौंपा।
नवपदस्थापित कलक्टर महेन्द्र सोनी स्टेट मोरज गैराज विभाग जयपुर के नियंत्रक व पदेन संयुक्त सचिव के पद से स्थानान्तरित होकर आए हैं। सोनी एसीईएम बिलाडा (जोधपुर), उपखण्ड अधिकारी फलौदी (जोधपुर), उपखण्ड अधिकारी ब्यावार (अजमेर), जिला उत्पाद शुल्क अधिकारी जोधपुर, उप निदेशक लोकल बाॅडी जोधपुर, नगरीय निकाय जोधपुर के आयुक्त, देवस्थान विभाग जोधपुर के उपायुक्त, जोधपुर यूआईटी सचिव, एससी डवलपमेंट काॅर्पोरेशन जोधपुर के प्रोजेक्ट मैनेजर, जयपुर विकास प्राधिकरण के जोनल आॅफिसर, मेडिकल एंड हेल्थ (आईईसी) डिपार्टमेंट जयपुर के अतिरिक्त निदेशक, नगरीय निकाय जयपुर के आयुक्त, जयपुर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त, एडिशन कमिश्नर (लैंड) एंड एलएओ जेडीए जयपुर, अरबन डवलममेंट विभाग के उप सचिव, मुख्यमंत्री के उप सचिव, एडिशनल कमिश्नर द्वितीय ट्रांसपोर्ट जयपुर, गंगानगर शुगर मिल लिमिटेड जयपुर के जनरल मैनेजर, कार्मिक विभाग के संयुक्त सचिव पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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जिले में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता
जालोर, 26 दिसम्बर। जिले मंे रबी सीजन की फसलों के लिए किसानों को यूरिया सहित अन्य उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता के लिए कृषि विभाग द्वारा आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं।
कृषि विभाग के उप निदेशक डाॅ. आर.बी.सिंह ने बताया कि जिले में रबी सीजन के लिए चम्बल फर्टीलाइजर केमिकल लि. द्वारा 4327 मै.टन यूरिया, कोल इंडिया लि. द्वारा 80 मै.टन, जीएनएफसी द्वारा 3605 मै.टन, जीएसएफसी द्वारा 1191 मै.टन, इफको द्वारा 2779 मै.टन, कृभको द्वारा 6382 मै.टन, एनएफएल द्वारा 4831 मै.टन, आरसीएफ द्वारा 904 मै.टन एवं एसएफसी द्वारा 1806 मै.टन सहित कुल 25896 मै.टन यूरिया की आपूर्ति की जा चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि जीएसएफसी द्वारा बुधवार को जोधपुर में प्राप्त रेक से जिले में 400 मै.टन यूरिया की आपूर्ति अनुमानित है साथ ही आरसीएफ द्वारा 28 दिसम्बर को जालोर में 2400 मै.टन का 1 रेक प्राप्त हो रहा हैं जिससे जिले में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता होगी।
उन्हांेने समस्त कृषकों से अपील की हैं कि वे अधिकृत आदान विक्रेताओं से उचित बिल द्वारा निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरक बीज एवं कीटनाशी रसायन क्रय करें। जिले से बाहर से वाहनों के द्वारा परिवहन कर किसी भी प्रकार के विक्रेता से खाद एवं रसायन क्रय नहीं करें।
उन्होंने जिले के उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया हैं कि वे निर्धारित मूल्य से अधिक किसी भी स्थिति में यूरिया सहित कृषि आदान का विक्रय नहीं करें अन्यथा उनके विरूद्ध वैधानिक व अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल मंे लाई जायेगी।