मंगलवार, 19 जून 2018

*बाड़मेर आज़ाद प्रकरण में कुछ सवाल जिला कलेक्टर से जो सर्व समाज की बैठक में सामने आए*मुख्यमंत्री जी को गुमराह किया

*बाड़मेर आज़ाद प्रकरण में कुछ सवाल मुख्यमंत्री  से जो सर्व समाज की बैठक में सामने आए*मुख्यमंत्री जी को गुमराह किया 

*जिला प्रशासन से मांगा जवाब,जवाब नही तो करेंगे कानूनी कार्यवाही*
एडवोकेट महेंद्र सिंह भाटी तेजमालता की फेसबुक वाल से 
*1.कथित धोखाधड़ी के मामले में छह माह पूर्व दर्ज हुए प्रकरण की जांच के बाद एफ आर लगाई गई तो फिर अचानक आज़ाद सिंह दोषी कैसे*


*2.बाड़मेर क्लब को संघ को किसने हेंड ओवर किया,कार्यसमिति का अध्यक्ष खुद कलेक्टर है तो नियमानुसार साल में एक बैठक क्यों आहूत नही की।।ये लापरवही और कर्तव्य पालना में कमी किसकी।।*


*3.संघ सचिव का कार्यकाल 2012 में समाप्त हो गया तो चुनाव कराने की जिम्मेदारी किसकी।।अध्यक्ष की।अध्यक्ष कौन।।खुद जिला कलेक्टर।।मतलब कर्तव्य का निर्वहन नही किया गया*


*3.जिस संस्था के चुनाव नही होते संवैधानिक तौर पर पदाशिन लोग ही कार्यवाहक के रूप में चुनाव होने तक कार्य करते है।तो सचिव अवैध कैसे*


*4.आज़ाद सिंह की कम्पनी को भवन किराये पे दिया,सचिव को अधिकार दिए गए है कानूनी दस्तावेजों पे हस्ताक्षर करने के ,सचिव ने तत्कालीन जिला कलेक्टर को नॉलेज में डालके लीजनडीड पे हस्ताक्षर किए,पंजीयन कार्यालय में पंजीबद्ध किया,इसमे क्या गलत हुआ,आज भी कई सरकारी भवन नाममात्र किराये पे दे रखे है उनके खिलाफ भी ऐसी कार्यवाही होगी*


*5.आज़ाद सिंह की आफिस का किराया चेक से संघ के खाते में अध्यक्ष के नाम से जमा हो रहा था,अध्यक्ष कौन।।फिर यह धोखाधड़ी और गबन कैसे*


*6.प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सीज करने का पावर जिला कलेक्टर के पास है क्या।।यह पावर RBI को भी नही।फिर भी सीज से पहले नोटिस देने की प्रक्रिया की पालना क्यों नही की गई।।*


*7.जिस संघ में गबन का मामला दर्ज करवाया उसके अध्यक्ष जिला कलेक्टर है। मामला दर्ज कराने का दायित्व अध्यक्ष का था फिर केंद्र सरकार के कार्मिक के कंधे पे बन्दूक क्यों रखी गई*


*8.नेहरू युवा केन्द्र समन्वयक को मानद सचिव मौखिक तोर पे बना उनसे एफ आई आर दर्ज करवा ली,दो दिन बाद एस डी एम को सचिव बनाया।।जिससे एफ आई आर करवाई वो न्यायालय में बिना दस्तावेजो के मुकदमा फेस करेगा।उसे मानद सचिव का आदेश क्यों नही दिया*


*9.युवा समन्वयक आपके सामने गिड़गिड़ाता रहा कि उसे क्यों मामले में घसीट रहे ,उसका कोई लेना देना नही।आपने उस पर घर जाने की अघोषित रोक नही लगा रखी थी। वह अपनी बहन की बीमारी का बार बार हवाला दे रहा था,आपका दिल नही पसीजा*


*10*तीन दिन का नोटिस आज़ाद सिंह को देने के लिए तैयार करवाया उसे तमिल क्यों नही करवाया,अचानक सीज की कार्यवाही क्यों कि गई*


*11.आप द्वारा सीजर टीम को हिदायत दी गई थी कि कोई फोटोग्राफी वीडियोग्राफी नही हो,फिर कार्यवाही सार्वजनिक कैसे हो गई।आपके द्वारा की कहा गत की कार्यवाही बीच मे रोक दी तो बेइज्जती हो जाएगी।उप खण्ड अधिकारी ने आपको सलाह भी दी नही मानी*


*बाड़मेर क्लब के दस्तावेजो में कांटछांट की बात कर रहे है इसकी फोरेंसिक जांच करवा लें कितनी पुरानी कांटछांट है। जो नए पेरेग्राफ जोड़े गए उसकी हेंड राइटिंग सारे मामले का पर्दाफास कर देगी।*


*हितकारी स्वराज के कम किराये को गबन माना, मनोरंजन केंद्र मात्र एक रुपये के मासिक किराये पे दे रखा था,करिए वसूली और तत्कालीन जिला कलेक्टर संजय दीक्षित के खिलाफ कराए मुकदमा दर्ज।।कई सरकारी बिल्डिंगे कम दर पर दी हुई है फिर सबकी जांच हो*


*बाड़मेर क्लब और संघ के मेटर में विधान ,पंजीयन जिन तत्कालीन कलेक्टरों की देखरेख में बना उनके खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लाये*


*ये प्रश्न आज सर्व समाज की बैठक में जिला कलेक्टर की भूमिका को लेकर उठे।।इन प्रश्नों के जिम्मेदार कौन है।*

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