गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

बाड़मेर के हस्तशिल्पी कला कौशल में निखार कर बनें सशक्त - जिंदल

बाड़मेर के हस्तशिल्पी कला कौशल में निखार कर बनें सशक्त - जिंदल

 कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की समग्र हस्तशिल्प संकुल विकास योजना जोधपुर मेगा कलस्टर के अंतर्गत हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन विकास परिषद द्वारा ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के सहयोग से बाड़मेर में चल रहे कौशल विकास प्रशिक्षण शिविरों का गंगानगर विधायक श्रीमती कामिनी जिंदल द्वारा दौरा कर दस्तकारों को लर्निंग किट का वितरण किया गया।  इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षणार्थि महिला दस्तकारो को बताया की बाड़मेर की महिलाओं द्वारा किये जा रहे कशीदाकारी कार्य का महत्व देश- विदेश में है जिसका उन्हें कई मौकों पर अनुभव हुआ है ।  जब वह बाड़मेर की कशीदाकारी से सजे वस्त्रों को पहन कर विधानसभा जाती है तो हर कोई बाड़मेर के इस खूबसूरत कार्य की तारीफ करता है द्य में जब भी बाड़मेर आती हूँ तो दस्तकार बहनों से मिल कर बहूत ख़ुश होती हूँ।  इस कार्य को कर के दस्तकार बहनें अपने सपनों को सच कर सकती है। संस्थान अध्यक्ष रुमा देवी ने बताया की हमें यह 40 दिवसीय प्रशिक्षण पूर्ण कर घर जा के नहीं बैठना है द्य यह प्रशिक्षण तभी सफल माना जायेगा जब प्रशिक्षण के बाद भी हम लोग इस कार्य को जारी रखें और आगे बढ़ें।  





हमें इस क्राफ्ट को देश -विदेश में पहुंचा कर अपनी पहचान कायम करनी है। 

संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया इन प्रशिक्षण शिविरों में दस्तकारों को नवीन तकनीक और वर्तमान बाज़ार की मांग से अवगत कराया जाता है और उनके कौशल में निखार का कार्य भी इन शिविरों में होता है द्य संस्थान द्वारा इन शिविरों का संचालन धनाऊए इसरोलए बाछड़ाऊए बाड़मेर आदि जगहों पर किया जा रहा है द्य शिविरों में संस्थान के मास्टर क्राफ्टमेन द्वारा कराये जा रहे अभ्यास से दस्तकारों के कार्य की गुणवता में अभूतपूर्व सुधार देखने को मिल रहा है। 

कार्यक्रम के दौरान संस्थान कार्यक्रम अधिकारी गणेश कुमार बोसियाए मास्टर प्रशिक्षक कमला देवी, धन सिंह,गौरव चौधरी, देराराम हिगडाए गीता देवी, खिमा राम आदि का सक्रिय योगदान रहा। 

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