गुरुवार, 29 मार्च 2018

बाड़मेर। युवती के परिजनों ने दस्तावेजों को बताया फ़र्जी, बेबस परिजनों का रो रो के बुरा-हाल



बाड़मेर। युवती के परिजनों ने दस्तावेजों को बताया फ़र्जी, बेबस परिजनों का रो रो के बुरा-हाल







बाड़मेर की युवती के धर्म परिवर्तन और कश्मीरी युवक के साथ निकाह को परिजनो ने फ़र्ज़ी कहा। बुधवार युवती के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा मेरी बेटी सुरक्षित नही है। मेरी बेटी का गुजरात से अपहरण हुआ है। युवती के परिजनों ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों से कहा की मेरी बेटी का ब्रेनवास किया गया है वो तो अभी दो महीने पहले हीं बालिग़ हुई है उसे कुछ समझ नही है। एक सवाल के जवाब में युवती के पिता ने कहा की पुलिस के पास जो काग़ज़ात आए है वो कश्मीरी युवक ने सारे फ़र्ज़ी बनाए गए है। क्यूँ की इन काग़ज़ों में जो तारीखें लिखी है उस तारीख़ों को युवती हमारे पास थी।








ग़ोरतलब है कि शहर की एक युवती के दस दिन पूर्व घर से वडोदरा का कह कर निकलने के बाद परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज करवाई, लेकिन तलाश में जुटी पुलिस की जांच में सामने आया कि उसने धर्म परिवर्तन करते हुए कश्मीरी युवक से शादी रचा ली है। इस मामले में बुधवार को युवती के परिजन मीडिया के सामने आए और आरोप लगाया कि युवती को षड़यंत्र के तहत फंसाया गया है। जिस दिन युवती की जम्मू कश्मीर में शादी बताई जा रही है, उस दिन युवती बाड़मेर में ही थी। झूठे दस्तावेज तैयार कर धर्म परिवर्तन करवाया गया है। पिछले 12 दिनों से बेटी से कोई संपर्क नहीं होने से चिंता बढ़ती जा रही है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने के साथ ही कश्मीर में बंधक बनाई बेटी को मुक्त करवाने की मांग की है। परिजनों ने कहा कि वे बेटी को बचाने के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे। इसके लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उनके साथ अन्याय हुआ है, कानून पर भरोसा है, उन्हें न्याय जरूर मिलेगा।




वडोदरा जाने का कह कर निकली युवती
बाड़मेर शहर के महावीर चौक निवासी युवती परिजनों को वडोदरा जाने का कहते हुए गायब हो गई थी। बस से वो 16 मार्च को रवाना हुई और अगले दिन अहमदाबाद में ही उतर गई। इसके बाद फ्लाइट से दिल्ली और दिल्ली से कश्मीर चली गई। युवती के शादी के दस्तावेज दिसम्बर 2017 में ही तैयार हो गए थे। 14 दिसम्बर को युवती बालिग हुई। युवती के घर के पास कैफे हाउस में काम करने वाले कुपवाड़ा (जम्मू कश्मीर) निवासी गुलजार अहमद पुत्र समेंद्र खां ने शादी करने की नियत से फंसा दिया। दिसम्बर में गुलजार बाड़मेर छोड़ कश्मीर चला गया, लेकिन युवती से लगातार संपर्क में रहा। कॉल डिटेल में युवती और गुलजार के बीच लगातार बातचीत सामने आई है। गुलजार ने युवती के दस्तावेज तैयार करवाकर उसका धर्म परिवर्तन करवा दिया है। अब वह कश्मीर में ही है।


बाड़मेर पुलिस जम्मू कश्मीर से बैरंग लौटी

जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद पुलिस ने युवती के गुमशुदगी में मामले में पुलिस ने हाथ खींच लिए है। हाईकोर्ट का आदेश है कि युवक-युवती दोनों बालिग है, उन्होंने स्वेच्छा से शादी की है। इन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाएं। युवती के मजिस्ट्रेट के सामने 164 ए के बयान के लिए पुलिस युवक-युवती को बाड़मेर ला सकती है, लेकिन इसके लिए कुपवाड़ा पुलिस का सहयोग जरूरी है। जांच के लिए जम्मू कश्मीर गई बाड़मेर पुलिस बैरंग लौट आई है। युवक-युवती जिस इलाके में है, वो एलओसी के नजदीक है।




धर्म परिवर्तन और निकाह षड़यंत्र

युवती के माता-पिता ने मीडिया के सामने आते हुए कहा कि बेटी को षड़यंत्र के तहत बहला-फुसलाकर शादी रची गई है। वो अब परेशान है, फंसी हुई है। उससे हमारा कोई संपर्क नहीं हो रहा है। वो किस हालत में है, हमें चिंता हो रही है। पुलिस भी मदद करने को तैयार नहीं है। सरकार इसके लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि वो बेटी को बचाने के लिए हाईकोर्ट जाएंगे। बेटी के सभी ऑरिजनल दस्तावेज घर पर है, जिस दिन शादी होना सामने आ रहा है, उस समय बेटी बाड़मेर में ही थी।

मदद की लगाई गुहार
युवती के परिजनों ने मीडिया के माध्यम से सरकार से गुहार लगाई है कि मामले में पुलिस व हाई कोर्ट हमारी मदद करें। हमारी बेटी के बयान राजस्थान हाईकोर्ट में माता-पिता के सामने करवाएं जाए। उन्होंने बाड़मेर पुलिस पर आरोप लगाया है कि बाड़मेर पुलिस हमारी मदद नहीं कर रही है।

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