शनिवार, 30 दिसंबर 2017

*मुख्यमंत्री चार जनवरी को बाड़मेर आएगी*

*मुख्यमंत्री चार जनवरी को बाड़मेर आएगी*

 *बाड़मेर राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चार जनवरी को बाड़मेर एक दिवसीय दौरे पर आने की सम्भावन है।प्रधानमंत्री के 14  जनवरी के प्रस्तावित दौरे की संभावना के मध्यनजर मुख्यमंत्री तैयारियो का जायजा लेने चार जनवरी को बाड़मेर आ सकती है।

देवर को तड़पता देखना चाहती थी भाभी, मौत के बाद किसी ने नहीं देखी इसकी शक्ल

देवर को तड़पता देखना चाहती थी भाभी, मौत के बाद किसी ने नहीं देखी इसकी शक्ल
देवर को तड़पता देखना चाहती थी भाभी, मौत के बाद किसी ने नहीं देखी इसकी शक्ल

कुरुक्षेत्र-पिहोवा.सारसा गांव में तीन बच्चों की हत्या करने वाले आरोपी चाचा जगदीप ने गुरुवार देर शाम जेल के बाथरूम में सुसाइड कर लिया। शुक्रवार को जगदीप का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। वहीं जगदीप का शव भी लेने से साफ इंकार कर दिया। इस बीच जगदीप की भाभी सुमन का कहना है कि जगदीप सुसाइड केस की जांच होनी चाहिए। क्योंकि अचानक जगदीप के मरने की खबर उसके गले नहीं उतर रही। सुमन का कहना है कि वह जगदीप को जेल में तड़पते हुए देखना चाहती थी। उसे शक है कि जेल में उसकी हत्या की।पत्नी से लेकर घर वालों ने भी नहीं देखी जगदीप की आखिरी बार शक्ल...

- शुक्रवार देर शाम तक शव लेने के लिए कोई नहीं पहुंचा। जगदीप के प्रति पूरे गांव में नफरत का माहौल है। परिवार भी उसकी शक्ल तक देखने को तैयार नहीं हुआ।

- हालांकि बताया जाता है कि गुरुवार रात को उसकी मौत की खबर मिलने पर एक मर्तबा मां व पत्नी रीना रो पड़ी। घर में इस वारदात के बाद से ही एक तरह से मातम का माहौल था, जो मौत की खबर से और गहरा गया।

- घरवालों ने पंचायत के फैसले से सहमति जताई। पंचायत में निर्णय लिया कि गांव में जगदीप का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया जाएगा। संस्कार से गांव के श्मशान में उसके लिए एक इंच जमीन भी नहीं दी जाएगी।

- पंचायत में मौजूद गांववालोंने बताया कि पंचायत ने निर्णय लिया है कि उसकी मौत पर कोई शोक नहीं जताएगा। पत्नी रीना व उसके मायके वालों ने भी इसका समर्थन किया।

सोनू ने नहीं देखी शक्ल

- जगदीप के साथ ही सोनू भी जिला कारागार में बंद है। दोनों को गत चार दिसंबर को जगदीप की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद जेल भेजा गया था।

- गुरुवार शाम को उसकी मौत के बाद जेल प्रबंधन ने सोनू को बताया। लेकिन सोनू ने साफ इंकार कर दिया कि वह उसकी शक्ल भी देखना नहीं चाहता।




दोनों पर बराबर नजर, कर गया सुसाइड

दोनों चार दिसंबर से जेल में बंद थे। हालांकि दोनों को अलग अलग बैरकों में रखा गया। जगदीप दो नंबर तो सोनू तीन नंबर ब्लाक में था।

हालांकि दिन में सभी कैदियों की तरह परिसर में ये खुले रहते थे। लेकिन सोनू ने कभी उससे बात तक नहीं की।

- जेल सुपरिटेंडेंट सुभाषचंद्र के मुताबिक जेल प्रबंधन लगातार दोनों पर नजर रखे हुए था। डर था कि कहीं दोनों आपस में न भिड़ जाएं।

- वहीं यह भी आशंका रहती थी कि दूसरे कैदी इन्हें घृणा के चलते कोई नुकसान न पहुंचा दें। गुरुवार शाम को टायलेट में जगदीप ने आत्महत्या कर ली।

तहसील पहुंच नाम कराई जमीन

- एक तरफ शुक्रवार को एलएनजेपी हॉस्पिटल में पुलिस प्रशासन जगदीप के शव का पोस्टमार्टम कराने को परिजनों व गांववालो का इंतजार कर रहा था। लेकिन गांव से कोई वहां नहीं पहुंचा।

- जबकि इसी दौरान बच्चों के दादा जीताराम लोगों के साथ सोनू की पत्नी सुमन को लेकर पिहोवा तहसील पहुंचे। जहां सुमन के नाम साढ़े तीन एकड़ जमीन नाम करा दी।

- कुछ रोज पहले पंचायत ने सुमन के नाम जमीन कराने का फैसला सुनाया था।

- जीता राम ने बताया कि कुल 11 एकड़ में से दो एकड़ जमीन पर केस चल रहा है। बकाया में से सुमन के हिस्से की जमीन उसके नाम करवा दी है। हालांकि उसकी बाकी की जमीन भी बहू के पास ही रहेगी।

पेचीदा हुआ मामला:विरेंद्र की भी मौत

- जगदीप की मौत के बाद मामला और पेचीदा हो गया। एसआईटी को जगदीप से पूछताछ करनी थी। हालांकि एसआईटी दो बार गांव पहुंच कर फैमिलीवालों और गांववालों से बातचीत कर चुकी है।

- वहीं जगदीप के रिश्तेदार हेडकांस्टेबल विरेंद्र की भी करीब एक हफ्ता पहले मौत हो चुकी है। कैथल के विरेंद्र सीआईए कुरुक्षेत्र में था।

- गांव वालों ने आरोप लगाया कि विरेंद्र जगदीप व सोनू की केस में मदद कर रहा है। एसपी ने विरेंद्र को सीआईए से हटा कर इस्माइलाबाद में एसए लगा दिया। बताया जाता है कि करीब एक हफ्ता पहले गांव दूबन, कैथल में उसकी मौत हो गई।

- पुलिस का कहना है कि उसकी मौत हृदयगति रूकने से हुई। लेकिन अब सारसा वासी उसकी मौत को भी संदिग्ध मान रहे हैं।

जगदीप कई दिनों से था गुमसुम

- वहीं जेल सूत्रों के मुताबिक जगदीप जेल में गुमसुम ही रहता था। यहां उसकी बैरक में उसका ही एक सहपाठी भी एक अन्य मामले में बंद है। उससे भी गुमसुम रहने बारे जेल प्रबंधन ने बात की थी।

- डिप्टी जेलर सुभाषचंद्र के मुताबिक उसने यही बताया था कि जगदीप गांव में भी अक्सर ऐसे ही रहता है। हालांकि वह वारदात को लेकर साथी कैदियों के सामने पश्चाताप जरूर जताता था। अक्सर कहता कि उसने दो घरों को उजाड़ दिया।

तीन बच्चों की गोली मारकर की थी हत्या

- बता दें कि 19 नवंबर को गांव सारसा पिहोवा से तीन बच्चे समीर-समर व सिमरन तीनों बच्चे संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गए थे। तीसरे दिन 21 नवंबर को तीनों बच्चों के शव पंचकूला के मोरनी जंगल से मिले थे। फिर पता चला कि जगदीप ने ही तीनों बच्चों की हत्या की थी।

- देर शाम कागजी कार्रवाई कर पुलिस ने जगदीप का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया था। 19 नवंबर को लापता हुए बच्चों की हत्या की खबर से ना केवल सारसा बल्कि पूरा कुरुक्षेत्र सन्न रह गया था। तब जगदीप ने कबूल किया था कि हत्या बच्चों के पिता सोनू के कहने पर की थी। प्लानिंग के तहत जगदीप बच्चों को सारसा से कार में लेकर गया।

- किसी को शक ना हो, इस लिए पहले बच्चों को पैदल गांव के बाहर भेजा। फिर बाद में कार से मेला दिखाने की कह मोरनी हिल्स ले गया। वहां सुनसान एरिया में तीनों बच्चों की अलग-अलग जगह लेकर उसने गोली मार हत्या कर दी थी।

- इसके बाद उसने पुलिस को दिए बयान में बताया कि बच्चों की हत्या उसने अपने ताऊ के लड़के सोनू की जमीन व प्रॉपर्टी हड़पने के उद्देश्य से की थी।

वीडियो-ग्राफी के बीच पोस्टमार्टम

शुक्रवार को डॉ.एसएस अरोड़ा, डॉ.विमल, डॉ.नितिका भटनागर के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इस दौरान जेएमआईसी अरविंद्र कुमार बंसल, जेल डिप्टी सुपरिटेंडेंट सुभाषचंद्र, चौकी इंचार्ज तरसेम की देखरेख में वीडियोग्राफी के बीच पूरी कार्रवाई हुई।

पद्मावती: नाम समेत 5 बदलावों का दिया सुझाव: प्रसून; करणी सेना बोली- फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे

पद्मावती: नाम समेत 5 बदलावों का दिया सुझाव: प्रसून; करणी सेना बोली- फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे
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मुंबई. सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC- सेंसर बोर्ड) ने पद्मावती का नाम पद्मावत करने समेत 5 बदलाव करने के सुझाव दिए हैं। साथ ही फिल्म को U/A सर्टिफिकेट देने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि पद्मावती में 26 कट लगाए जा सकते हैं। वहीं राजपूत करणी सेना अभी भी अपने तेवर नहीं बदले। उन्होंने कहा है कि अगर किसी भी थिएटर में फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे। इसको लेकर 28 दिसंबर को सेंसर बोर्ड ने पद्मावती का रिव्यू किया था। फिल्म में जरूरी बदलाव करने के लिए एक्सपर्ट्स का एक पैनल भी बनाया गया था। बता दें कि फिल्म को 1 दिसंबर को रिलीज किया जाना था। लेकिन विवादों में आने के चलते रिलीज टाल दी गई थी।

फिल्म में अब तक क्या हुआ?
कब हुई थी सेंसर बोर्ड की मीटिंग और क्या तय हुआ?
28 दिसंबर। तय हुआ कि कुछ बदलावों के साथ फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जहां से कहानी ली गई है, उसके आधार पर फिल्म का नाम भी बदला जा सकता है।

बोर्ड ने क्या सुझाव दिया?
- प्रसून जोशी ने कहा कि फिल्म का टाइटल समेत 5 बदलाव करने को कहा गया है। फिल्म में बाकायदा डिस्क्लेमर भी लगाना होगा।
- सती प्रथा को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं दिखाया जाएगा। फिल्म में दिखाए घूमर नृत्य में भी बदलाव होंगे।
क्या संजय लीला भंसाली को भी पक्ष रखने के मौका मिला?
- भंसाली पार्लियामेंट्री पैनल के सामने पेश हुए थे। उन्होंने कहा था कि फिल्म में 150 करोड़ रुपए लगे हैं। उनकी फिल्म 1540 में लिेखे गए ग्रंथ पद्मावत पर आधारित है। 
- भंसाली प्रोडक्शन ने सेंसर बोर्ड को लेटर लिखा था जिसमें हिस्टॉरियंस और राजपूत कम्युनिटी के लोगों को फिल्म दिखाने की बात कही थी।
सेंसर बोर्ड के स्पेशल पैनल में कौन थे?
उदयपुर के अरविंद सिंह और जयपुर यूनिवर्सिटी के डॉ. चंद्रमणि सिंह और प्रो. केके सिंह।
- पैनल ने कहा कि फिल्म में दिखाई ऐतिहासिक घटनाओं और सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दों की प्रामाणिकता तय होनी चाहिए।
बोर्ड का क्या रुख रहा?
- "फिल्म को लेकर फिल्ममेकर्स और सोसाइटी में संतुलित रवैया रखना चाहिए।"
- "फिल्म की पेचीदगी को देखते हुए हमने एक स्पेशल पैनल गठित किया था। पैनल के सुझाव पर ही बोर्ड अंतिम फैसला लेगा।"
क्या बोली करणी सेना?
राजपूत करणी सेना के सुखदेव सिंह गोगामेडी ने कहा कि हमारे लोग सिनेमा हॉल के बाहर रहेंगे। जिस भी थिएटर में फिल्म दिखाई जाएगी वहां तोड़फोड़ की जाएगी। फिल्म का रिव्यू करने वाली कमेटी ने ही उसका विरोध किया था लेकिन सेंसर बोर्ड ने अंडरवर्ल्ड के दबाव के चलते इसकी मंजूरी दे दी।
फिल्म पद्मावती को लेकर क्या आपत्ति है?
- राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया। राजपूत करणी सेना का मानना है कि ​इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची। फिल्म में रानी पद्मावती को भी घूमर नृत्य करते दिखाया गया है। जबकि राजपूत राजघरानों में रानियां घूमर नहीं करती थीं।
- हालांकि, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं।
कौन थीं रानी पद्मावती?
पद्मावती चित्तौड़ की महारानी थीं। उन्हें पद्मिनी भी कहा जाता है। वे राजा रतन सिंह की पत्नी थीं। उन्होंने जौहर किया था। उनकी कहानी पर ही संजय लीला भंसाली ने फिल्म बनाई है।
क्या हकीकत में थीं रानी पद्मावती?
वे कोरी कल्पना नहीं थीं। रानी पद्मावती ने 1303 में जौहर किया। मलिक मुहम्मद जायसी ने 1540 में ‘पद्मावत’ लिखी। छिताई चरित, कवि बैन की कथा और गोरा-बादल कविता में भी पद्मावती का जिक्र था।
क्या जायसी ने हकीकत के साथ कल्पना जोड़ी?
इसी पर डिबेट है। कई इतिहासकार कुछ हिस्सों को कल्पना मानते हैं। जायसी ने लिखा कि पद्मावती सुंदर थीं। खिलजी ने उन्हें देखना चाहा। चित्तौड़ पर हमले की धमकी दी। रानी मिलने के लिए राजी नहीं थीं। उन्होंने जौहर कर लिया।
खिलजी हीरो नहीं था
चित्तौड़गढ़ के जौहर स्मृति संस्थान का कहना है- फिल्म में हमलावर अलाउद्दीन खिलजी को नायक बताया है। जबकि राजा रतन सिंह की अहमियत खत्म कर दी है। यही इतिहास से छेड़छाड़ है।
घूमर नृत्य नहीं, सम्मान
फिल्म के एक गाने में घूमर नृत्य दिखाया है। राजपूतों के मुताबिक, घूमर अदब का प्रतीक है। रानी सभी के सामने घूमर कर ही नहीं सकतीं।
पद्मावती: नाम समेत 5 बदलावों का दिया सुझाव: प्रसून; करणी सेना बोली- फिल्म लगी तो तोड़फोड़ करेंगे,  

UP: गैंगरेप में नाकाम होने पर दबंगों ने फोड़ी महिला की आंख, कुल्हाड़ी से किया जानलेवा हमला

UP: गैंगरेप में नाकाम होने पर दबंगों ने फोड़ी महिला की आंख, कुल्हाड़ी से किया जानलेवा हमला
UP: गैंगरेप में नाकाम होने पर दबंगों ने फोड़ी महिला की आंख, कुल्हाड़ी से किया जानलेवा हमला

फतेहपुर. यहां के औंग थाना इलाके के कौड़ियां गांव में दो दबंगों ने एक महिला के साथ गैंगरेप करने की कोशिश की। विरोध करने पर उस पर जानलेवा हमला किया और उसकी एक आंख फोड़ दी। आरोपी फरार हैं। महिला को कानपुर रैफर किया गया है।




बहन के घर आई थी महिला

- बिंदकी सर्कल ऑफिसर अभिषेक तिवारी के मुताबिक, घटना शनिवार सुबह की है। विक्टिम यहां अपनी बहन के यहां आई थी। वह सुबह शौच के लिए गई थी, तभी पड़ोस में रहने वाले पिंटू गुप्ता और उसके साथी ने उसे गैंगरेप के इरादे से दबोच लिया। महिला ने शोर मचाया तो उस पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला कर दिया। इस हाथापाई में महिला की आंख फूट गई।

घने कोहरे का फायदा उठाना चाहते थे आरोपी

- विक्टिम के भाई के मुताबिक, उनकी बहन शादीशुदा है। बड़ी बहन की तबियत खराब थी, इसलिए वह उनकी मदद के लिए ससुराल से कौड़िया गांव आई थी। सुबह गांव में काफी कोहरा था। शायद आरोपी इसका फायदा उठाना चाहते थे, लेकिन वे नाकाम रहे।

बाड़मेर भारत पाक सरहदी गांव से दो पाक नागरिक पकड़े गए

बाड़मेर भारत पाक सरहदी गांव से दो पाक नागरिक पकड़े गए 

बाड़मेर भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर जिले के एक गांव से चोह्टन पुलिस ने दो पाक नागरिको को आज पकड़ा ,बताया जा रहा हे ये दोनों वीजा से आये हे बिना प्रशासनिक स्वीकृति के सरहद पर आये 

सूत्रानुसार चोहटन के सरहदी गांव कापराऊ में पुलिस ने आज दो पाक नागरिको को पकड़ा जिनमे दोनों अमरकोट जिले के धमराड़ा गांव निवासी जान मोहम्मद 77 वर्ष और बरकत अली ६७ वर्ष उम्र के रूप में पहचान हुई ,प्रारंभिक पूछताछ में बताया की वो पाकिस्तान से वीजा पर भारत आये थे अपने रिश्तेदारों से मिलने कापराऊ गांव आये ,विदेशी अधिनियम के  मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया ,पश्चिमी सरहदी क्षेत्र में पाक नागरिको को आने की अनुमति नहीं हैं ,ये दोनों बिना किसी स्वीकृति के चोरी छिपे अपने रिश्तेदारों से मिलने आये थे 

अजमेर लोकसभा उप चुनाव के संबंध जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित



अजमेर  लोकसभा उप चुनाव के संबंध जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित
अजमेर, 30 दिसम्बर। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गौरव गोयल की अध्यक्षता में शनिवार को विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई।

बैठक में श्री गोयल ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता की अक्षशः पालना आवश्यक है। भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ही समस्त कार्य संचालित किए जाएंगे। चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहित लागू होने से समस्त अधिकारियों को राजकीय दायित्वों के साथ-साथ चुनाव प्रक्रियाओं के सौंपे हुए कार्य भी करने होंगे।

उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। समस्त विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपने क्षेत्र में स्थानीय व्यक्तियों को मतदान के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यालयाध्यक्ष द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा की समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नाम मतदाता सूची में पंजीकृत हो। अजमेर जिले में अपना नाम जुड़वाने के लिए पात्र व्यक्ति अपना फॉर्म 6 संबंधित सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी अथवा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी के पास प्रस्तुत कर सकते है। मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन 2 जनवरी को किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि ईवीएम के माध्यम से सम्पादित होने वाली चुनाव प्रक्रिया में इस बार वीवीपेट मशीन का भी उपयोग किया जाएगा। इससे मतदाता को यह पता चल पाएगा कि उसका मत किस उम्मीदवार को गया है। इससे पारदर्शी, निष्पक्ष एवं स्वच्छ चुनाव को बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कैलाशचंद शर्मा, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट श्री अबु सूफियान चौहान एवं अरविंद कुमार सेंगवा सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

लोकसभा उपचुनाव

अजमेर जिले में विभिन्न पाबंदियां लागू

अजमेर, 30 दिसम्बर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गौरव गोयल ने लोकसभा उपचुनाव के दौरान निष्पक्ष व भयमुक्त माहौल में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए अजमेर जिले में भा.द.स की धारा 144 के तहत विभिन्न पाबंदियां लागू की हैं। इस निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। यह निषेधाज्ञा आगामी 3 फरवरी तक लागू रहेगी।

जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार लोकसभा उपचुनाव जिला अजमेर में सम्पन्न होने जा रहे हैं। लोकसभा उपचुनाव के दौरान कुछ तत्वों द्वारा विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भिन्न-भिन्न तरीकों से जिले में लोक शान्ति को विक्षुब्ध किया जा सकता है। जिले में चुनाव शान्तिपूर्वक, स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराया जाना आवश्यक है, साथ ही जिले के सभी क्षेत्रों एवं वर्गों के मतदाता बिना किसी आतंक एवं भय के अपने संवैधानिक मताधिकार का प्रयोग कर सकें, इसके लिए असामाजिक, अवांछित एवं बाधक तत्वों की गतिविधियों को नियंत्रित करने तथा कानून व्यवस्था एवं लोक शान्ति बनाए रखने के लिए प्रतिबंधात्मक उपाय किया जाना नितांत आवश्यक है।

जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए अजमेर जिले की राजस्व सीमाओं के अन्दर निषेधाज्ञा लागू की गई है। इस दौरान कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का विस्फोटक पदार्थ, आग्नेय अस्त्र-शस्त्र यथा रिवाल्वर, पिस्टल, बन्दूक एवं अन्य हथियार जैसे गण्डासा, फरसी, भाला, तलवार, गुप्ती, कृपाण, चाकू,छुरी, बरछी, कटार, धारिया, बाघनख जो किसी धातु के शस्त्र के रूप में बना हो आदि तथा विधि द्वारा प्रतिबंधित हथियार और मोटे घातक हथियार लाठी आदि, सार्वजनिक स्थानों पर धारण कर न तो घूमेगा और न ही प्रदर्शन कर साथ में लेकर चलेगा।

यह आदेश ड्यूटी पर तैनात सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल, राजस्थान पुलिस, चुनाव ड्यूटी में तैनात अद्धसैनिक बल, होम गार्ड एवं चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। सिख समुदाय के व्यक्तियों को धार्मिक परम्परा के अनुसार निर्धारित कृपाण रखने की छूट होगी। यह आदेश अनुज्ञापत्रधारी द्वारा शस्त्र पुलिस थाना में जमा कराने के लिए ले जाने पर लागू नही होगा।

वृद्ध अपाहिज एवं बीमार व्यक्ति जो बिना लाठी के सहारो नहीं चल सकते है, उन्हें लाठी का सहारा लेने की छूट रहेगी। कोई भी व्यक्ति किसी भी मतदात को परोक्ष, अपरोक्ष व सांकेतिक रूप से न तो स्वयं डरायेगा व धमकायेगा, न ही किसी अन्य को इसके लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करेगा।

इसी तरह उत्तेजनात्मक, साम्प्रदायिक एवं जातिय तनाव उत्पन्न करने वाली भाषा, पोस्टर, पैम्पलेट या चुनाव सामग्री छपवाने व बटवाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। ऎसे किसी भी ओडियो या वीडियो कैसेट या अन्य कोई भी इलेक्टॉनिक माध्यम से प्रचार -प्रसार भी प्रतिबंधित रहेगा। सूखा दिवस पर मदिरा का विक्रय पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा। कोई भी व्यक्ति सक्षम पुलिस अधिकारी से लिखित अनुशंसा के बिना एवं संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी की अनुमति के बिना जूलुस, रैली, सभा या सार्वजनिक सभा का आयोजन नहीं कर सकेगा। संबंधित सहायक रिटर्निंग पुलिस अधिकारी से विचार विमर्श कर ऎसी अनुमति जारी कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि सरकारी भवनों पर किसी तरह की नारा लेखन एवं चुनाव प्रचार सामग्री नहीं लगायी जा सकेगी। निजी भवन पर भी चुनाव सामग्री का प्रदर्शन संबंधित भवन मालिक की अनुमति से ही किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति ऊंचे टावर या पानी की टंकी पर नहीं चढ़ेगा। यह निषेधाज्ञा आगामी 3 फरवरी तक लागू रहेगी।

बाड़मेर एनसीसी कैडेट्स ने जीते 48 गोल्ड मैडल, भव्य स्वागत आज



बाड़मेर एनसीसी कैडेट्स ने जीते 48 गोल्ड मैडल, भव्य स्वागत आज
बाड़मेर की गल्र्स ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर किया राजस्थान का नेतृत्व
बाड़मेर 30 दिसम्बर।

जिले के 16 कैडेट्स ने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए आसाम में एनआईसी ऑल इण्डिया चैम्पियनशिप जीती। जिनका बाड़मेर आगमन पर भव्य स्वागत समारोह डाॅ. वीरेन्द्र चैधरी मेमोरियल छात्रावास में रविवार को दोपहर 2 बजे होगा। जिसमें अध्यक्षता एआईससी सचिव एवं पूर्व सांसद हरीष चैधरी, मुख्य अतिथि पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चैधरी विषिष्ट अतिथि समाजसेवी एवं भामाषाह नवलकिषोर गोदारा, राष्ट्रपति पुरस्कृत डाॅ. एस.एस. तेवतिया, दिल्ली अधीनस्थ सेवा के पूर्व प्राचार्य डाॅ. धर्मवीरसिंह, किसान बोर्डिग संस्थान के अध्यक्ष बलवंतसिह चैधरी, षिक्षाविद् कमलसिह महेचा के आतिथ्य में होगा।

पूर्व कमाण्डेट जोरसिंह ने बताया कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय तेजपुर आसाम में आयोजित राजस्थान के दल में टू राज (इन्डेप) बाड़मेर एनसीसी और पीजी कॉलेज के 10 एसडी और 6 गर्ल्स कैडेट्स का नेतृत्व लेफ्टिनेंट डॉ. आदर्श किशोर ने किया। 12 दिन तक चले शिविर में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कैडेट्स ने भाग लिया।

बाड़मेर की गर्ल्स ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर किया राजस्थान का नेतृत्व बाड़मेर की गर्लस ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर राजस्थान का नेतृत्व किया। जिसमें वीरों, सुगणा, मंजू, ममता मेहरा, शांति और प्रमिला शामिल है। इनके साथ दल में राजेश शर्मा, बालाराम जांगिड़, अशोक विश्नोई, मोतीचंद जाणी, टीकम सिंह राजपुरोहित, बालाराम मेघवाल, मदन गोपाल, सतीश कुमार, नेमाराम, नीतेश चैधरी ने प्रतिनिधित्व किया।

राजस्थानने जीते सभी कॉम्पिटीशन रू राजस्थानने सभी प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान हासिल कर रिकॉर्ड बनाया। बाड़मेर ने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए ऑल इण्डिया चैम्पियनशिप जीतने की हैट्रिक बनाई। 2014 में बरौनी बिहार और 2015 में नासिक महाराष्ट्र में भी ऑल इण्डिया चैम्पियनशिप जीती थी। नासिक के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री रैली 2016 में नई दिल्ली में बाड़मेर दल को आमंत्रित किया गया था। पुरस्कार वितरण समारोह में ब्रिगेडियर एमएस जोधा, कर्नल आरबी पाटिल, कर्नल एसएस कुल्लर और कर्नल केके सिंह ने प्रमाण-पत्र और पुरस्कार प्रदान किए।

बाड़मेर प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियांे का जायजा लिया

बाड़मेर प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियांे का जायजा लिया

बाड़मेर, 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के पचपदरा के प्रस्तावित दौरे एवं रिफाइनरी की शिलान्यास की तैयारियांे का शनिवार को कार्यवाहक संभागीय आयुक्त रविकुमार सुरपुर ने जायजा लिया। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए।

कार्यवाहक संभागीय आयुक्त रविकुमार सुरपुर ने शनिवार को पचपदरा पहुंचकर तैयारियांे का जायजा लिया। उन्हांेने प्रस्तावित शिलान्यास स्थल, सभा, हैलीपैड, सड़क एवं अन्य सुविधाआंे की जानकारी दी। इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने प्रस्तावित कार्यक्रम एवं तैयारियांे के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, उपखंड अधिकारी भागीरथ राम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान, पचपदरा तहसीलदार, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता सुराराम चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर जन सुनवाई मंे खोलिया ने सुनी आमजन की परिवेदनाएं



बाड़मेर जन सुनवाई मंे खोलिया ने सुनी आमजन की परिवेदनाएं
-संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई कर परिवादियांे को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।

बाड़मेर, 30 दिसंबर। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष विकेश खोलिया ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस मंे जन सुनवाई के दौरान आमजन की परिवेदनाएं सुनी। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई कर पीडि़त पक्ष को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।

जन सुनवाई के दौरान देदूसर के ग्रामीणांे की ओर से मारपीट के मामले मंे आरोपियांे के खिलाफ कार्रवाई करवाने, छात्रवृति नहीं मिलने समेत विभिन्न प्रकार के प्रकरण उपाध्यक्ष खोलिया के समक्ष प्रस्तुत किए गए। खोलिया ने संबंधित अधिकारियांे को व्यक्तिशः एवं दूरभाष पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान खोलिया ने कहा कि आमजन की परिवेदनाआंे के निस्तारण मंे किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाए। उन्हांेने परिवादियांे से कहा कि राज्य सरकार इसको लेकर बेहद गंभीर है। इस मौके पर उन्होंने जनसुनवाई के दौरान खोलिया के सामने आए प्रकरणों के अलावा आयोग में दर्ज विभिन्न मामलों को लेकर अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने प्रत्येक प्रकरण समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता से निस्तारण करने को कहा। उन्हांेने कहा कि तय समय में इन प्रकरणों का निस्तारण नहीं हुआ तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का कदम उठाया जाएगा। जन सुनवाई के दौरान खोलिया ने मौके पर ही कई मामलांे मंे पुलिस एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियांे को संबंधित प्रकरणांे मंे आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस मौके पर अन्य सरकारी योजनाओं की समीक्षा भी की गई। इससे पहले खोलिया का बाड़मेर सर्किट हाउस पहुंचने पर विभिन्न संगठनांे की ओर से साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।

जैसलमेर सहायक प्रषासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट गोपा के सेवानिवृति पर दी भावभिनी विदाई

जैसलमेर सहायक प्रषासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट गोपा के सेवानिवृति पर दी भावभिनी विदाई




जैसलमेर, 30 दिसम्बर। सहायक प्रषासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट जैसलमेर लक्ष्मणलाल गोपा के सेवा निवृति पर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर कार्यालय के अधिकारियो व कर्मचारियों द्वारा भावभिनी विदाई दी गई। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने गोपा का माल्यार्पण कर, साफा पहनाकर एवं शाॅल ओढाकर सम्मान किया वही अतिरिक्त जिला कलक्टर के एल स्वामी ने श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें विदाई दी । इस दौरान कोषाधिकारी जसराज चैहान, तहसीलदार विरेन्द्रसिंह, सहायक निदेषक सांख्यिकी डाॅ. बृजलाल मीणा, सूचना आविज्ञान अधिकारी नवीन माथुर के साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर के कर्मचारी उपस्थित थे एवं उन्होने भी गोपा को सेवानिवृति पर गुलाल लगाकर एवं माल्यार्पण कर विदाई दी।

            जिला कलक्टर मीना ने कहा कि गोपा ने अपनी राजकीय सेवाकाल में कलेक्ट्रेट में पूरी निष्ठा एवं सेवाभाव से कार्य किया जिसके लिए वे बधााई के पात्र है। उन्होने युवा कर्मचारियों से आहवान् किया कि वे गोपा के कार्यप्रणाली से सीख लेकर वे भी अपने कार्य के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहे एंव कलेक्ट्रेट में आने वाले व्यक्ति को धैर्य से सुनकर उनकी समस्या का समाधान करे। उन्होने गोपा के उज्जवल भविष्य की कामना की एवं आषा जताई कि वे जब भी जिला प्रषासन को काम की जरूरत पड़ने पर अवष्य ही सहयोग देंगे।

            अतिरिक्त जिला कलक्टर स्वामी ने भी गोपा के कार्य की प्रंषसा की एवं कहा कि जब भी गोपा को काम के लिए कहा जाता था तो वे कभी मना नही करते थे। उन्होने गोपा जी को सेवानिवृति पर बधाई देते हुए कहा कि राजकीय सेवा में सेवानिवृति हर कर्मचारी की होती है। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. बृजलाल मीना ने किया वही गोपा ने कहा कि उन्होने 38 वर्ष की राजकीय सेवा की जिसमें से 29 साल कलेक्ट्रेट में ही सेवाकाल निकाला है। उन्होने कहा कि अधिकारियों के मार्गदर्षन एवं सभी के सहयोग से ही उन्होने अपनी सेवा पूर्ण की है।

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जैसलमेर नववर्ष को मनाते वक्त रखे सावधानी, पुलिस की सम्पूर्ण व्यवस्था की हरसम्भव करे पालना



पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर एवं जिला पुलिस की तरफ से समस्त जिलेवासियों एवं सैलानियों को नव वर्ष की शुभकामनाऐं
जैसलमेर नववर्ष को मनाते वक्त रखे सावधानी, पुलिस की सम्पूर्ण व्यवस्था की हरसम्भव करे पालना
  हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिले में नववर्ष 2018 के आगमन पर जिलेवासियों एवं जिले में आने वाले सैलानियों द्वारा आयोजित किये जाने वाले नववर्ष के विभिन्न कार्यक्रमों को मघ्यनजर रखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर गौरव यादव के आदेशानुसार जयनारायण मीना अतिरिक्त पुलिस जैसलमेर एवं मांगीलाल राठौड वृताधिकारी वृत जैसलमेर के सुरपवाजरिंग में जिला पुलिस द्वारा कानून एवं यातायात व्यवस्था बनाये रखने तथा सैलानियों की सुविधा व सुरक्षा हेतु पुलिस द्वारा माकुल सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उक्त व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने हेतु 01 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 03 उप अधीक्षक पुलिस, 08 निरीक्षक पुलिस, 30 उप निरीक्षक पुलिस/सहायक उप निरीक्षक एवं 300 पुलिस कर्मियों को 12 मोबाईल पार्टियों, करिब 50 फिक्स पिकेट एवं अन्य विभिन्न पर्यटक स्थलों, चैराहो, बाईपास रोड एवं 15 नाका पोईट बनाये गये है। जोकि 24 घण्टे अपनी ड्यूटी पर तैनात रहेगे तथा सैलानियों को सुरक्षा सुनिश्चित करेगें। पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था के अलावा समस्त जिलावासी एवं सैलानी अपनी सुरक्षा के लिए निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखते हुए खुशी के साथ नववर्ष का पर्व मनाये:-

1. वाहन को तेजगति से ना चलाये।

2. शराब पीकर वाहन ना चलाये।

3. वाहन चलाते वक्त मोबाईल का उपयोग ना करे।

4. वाहनों को अपनी लाईन में ही चलावे तथा ओवरटेक ना करे।

5. किसी भी व्यक्ति के प्रलोभन में ना आवे।

6. किसी भी लावारिस वस्तु, वाहन को ना छुऐ ।

7. संदिग्ध व्यक्तियों से किसी प्रकार की वस्तु ग्रहण ना करे।

8. वाहन किराये पर लेने से पहले वाहन चालक की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करे तथा चालक

की शराब पिने की भी जाॅच करें तथा शराब पिये हुए वाहन चालक का वाहन किराये पर ना लेवे।

9.यातायात नियमों की पूर्णतः पालना करें।

10. दुपहियाॅ वाहन चालक हेलमेट का अवश्यक प्रयोग करे।

11. ‘‘स्वच्छ भारत अभियान‘‘ के तहत शहर एवं पर्यटक स्थलों को साफ-सुथरा रखे।




पुलिस अधीक्षक द्वारा अपील

नववर्ष हर व्यक्ति की जिन्दगी में एक नया अध्याय जोडता है जिसके लिए पुलिस विभाग इस खुशी के पलोें में आपके साथ है तथा समस्त जिलेवासियों एवं सैलानियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ सुरक्षा के लिए अपील करता हॅू की आप समस्त पुलिस द्वारा नववर्ष कार्यक्रमों के दौरान किये गये समस्त प्रकार के प्रबंधों एवं नियमों की हरसम्भव पालना करे तथा पुलिस को एक अच्छी एवं बेजोड व्यवस्था बनाये रखने अपने सहयोग प्रदान करे क्यों कि पुलिस द्वारा कि गई सम्पूर्ण व्यवस्था आमजन की भलाई एवं उनकी सुरक्षा के लिए होते है। अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहे तथा यातायात नियमों की पालना करे तथा किसी भी प्रकार की तकलीफ एवं असुविधा होने पर अपने नजदीकी पुलिस थाना/चैकी, पुलिस कंट्रोल रूम एवं पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर के नम्बर 02992-252322, पुलिस थाना सम 03014-274355, पुलिस कंट्रोल रूम नम्बर 02992-252100,250747,100, पर्यटक पुलिस जैसलमेर 9829046463, पर्यटक पुलिस सम 9828561233 एवं पुलिस वाट्सएप नम्बर 9530438560 एवं पुलिस के फैसबुक व ट्वीटर एकाउट पर सुचित करे।



जैसलमेर सशस्त्र सीमा बल के उप निरीक्षक भाटी सिल्वर डिस्क से सम्मानित



जैसलमेर सशस्त्र सीमा बल के उप निरीक्षक भाटी सिल्वर डिस्क से सम्मानित
जैसलमेर सशस्त्र सीमा बल (एस एस बी ) के 54 वे स्थापना दिवस पर दिल्ली के बल मुख्यालय में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में सशस्त्र सीमा बल के उप निरीक्षक (सामान्य ) भीम सिंह भाटी पुत्र किशन सिंह भाटी निवासी चौगान पाड़ा दुर्ग जैसलमेर को बल में सराहनीय व निष्ठा पूर्वक व उच्च कोटि की अनुकर्णीय सेवा के लिये सिल्वर डिस्क से सम्मानित किया गया यह सम्मान एस एस बी के महानिदेशक रजनीकांत मिश्र द्वारा सिल्वर डिस्क और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सिंघी आज बाड़मेर आएगें



राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सिंघी आज बाड़मेर आएगें
बाड़मेर, 30 दिसंबर। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग सदस्य सुनिल सिंघी दो दिवसीय दौरे पर रविवार को बाड़मेर आएंगे। इस दौरान जिला परिषद सभागार मंे जन सुनवाई के उपरांत जिला स्तरीय अधिकारियांे की बैठक लेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग सदस्य सिंघी 31 दिसंबर की रात्रि मंे बाड़मेर पहुंचेंगे। वे शाम 7.30 बजे चौबीस गांव भवन मंे आयोजित बैठक मंे भाग लेने के बाद बाड़मेर मंे रात्रि विश्राम करेंगे। दूसरे दिन सोमवार को जिला परिषद सभागार मंे दोपहर दो बजे जन सुनवाई के साथ जिला स्तरीय अधिकारियांे की बैठक लेंगे। इसके उपरांत नाकोड़ा के लिए प्रस्थान करेंगे। जहां रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार को प्रातः 9 बजे जालोर के लिए प्रस्थान करेंगे।

अमृता हाट मंे तीसरे दिन भी दिखा उत्साह, 1.59 लाख की बिक्री
बाड़मेर, 30 दिसंबर। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, स्टेशन रोड़ में चल रहे अमृता हाट आयोजन के तीसरे दिन आमजन मंे खरीददारी को लेकर खासा उत्साह देखा गया। दूसरे दिन की बिक्री 1 लाख 59 हजार 382 रूपए की हुई। यह मेला आगामी 1 जनवरी तक चलेगा।

महिला अधिकारिता एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित इस मेले मंे मेले में राज्य के विभिन्न जिलों से आए श्रेष्ठ महिला स्वयं सहायता समूहों के उच्च गुणवत्तायुक्त व वाजिब दाम वाले उत्पादों मिट्टी के बर्तन, गर्म पट्टू , मूंग पापड़, आम पापड़, दलिया, नमकीन, हींग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, रेडिमेड गारमेंट, श्रृंगार का सामान, आचार, मुरब्बा, घर का साज-सज्जा का सामान, टेरीकोटा, मीनाकारी, नेट की साडि़या, सूट, मनिहारी, पूजा थाली, मार्बल की मूर्तिया, जूट का सामान, कठपूतलिया, कशीदे का सामान, केर, सांगरी, कुमठिया की खरीददारी को लेकर आमजन ने खासा उत्साह दिखाया। शनिवार शाम तक मेले मंे खासी भीड़ देखी गई। मेले मंे महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, महिला अधिकारिता निदेशालय के लेखाधिकारी चौथमल एवं सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मेला आयोजन में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर परिषद, चिकित्सा विभाग की ओर से सहयोग प्राप्त हो रहा है। इस मेले में महिला अधिकारिता जैसलमेर के सहायक निदेशक भैरूलाल नागर, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन विभिन्न परियोजनाओं के बाल विकास परियोजना अधिकारी, महिला सुपरवाईजर, विभाग के प्रचेता एवं अन्य कर्मचारी सेवाएं दे रहे है।

जैसलमेर ग्रुप फ़ॉर पीपल की आम जन से अपील पुराने वस्त्र दान करे फेंके नही।*

जैसलमेर ग्रुप फ़ॉर पीपल की आम जन से अपील पुराने वस्त्र दान करे फेंके नही।*

नव वर्ष पर जरुरतमंदो को कंबल और वस्त्र वितरण होगा 

*जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतीक ग्रुप फ़ॉर पीपल ने आम जन से अपील की है कि घर मे रखे पुराने ऊनी, सूती वस्त्र,जूते, कम्बल,बर्तन ,खाद्य सामग्री ,और किताबे फेंके नही।अनुपयोगी सामग्री ग्रुप फ़ॉर पीपल को दान करे ताकि किसी जरूरतमंद को दे सके।।ग्रुप फ़ॉर पीपल जैसलमेर विंग की अहम बैठक सार्वजनिक सभा भवन गफ्फुर भट्टा में रविवार को अध्यक्ष मुकेश गज्जा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें नव वर्ष को कच्ची बस्तियों में वस्त्र और कम्बल वितरण के आयोजन पर चर्च करने के साथ फरवरी में मेगा मेडिकल केम्प आयोजित करने पर भी विचार विमर्श किया गया ।बैठक में ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी,देवेंद्र परिहार,पार्षद पर्वत सिंह भाटी,जितेंद्र कुमार खत्री,पुखराज सोनी, संजय सिंह राहड़,नवीन वाधवानी,शौकत अली,अशोक भार्गव सहित कई सदस्य उपस्थित थे।।बैठक में नव वर्ष पर कच्ची बस्ती में वस्त्र वितरण का आयोजन करने पे सहमति हुई।ग्रुप सदस्य अनिल शर्मा,भंवर सिंह भाटी,हरीश धनदे,दलवीर सिंह भाटी ,विवेक भाटिया,पंकज तंवर,शैतान सिंह देवड़ा,मांन सिंह देवड़ा,,दीनमोहम्मद रंगरेज,सोनू भाटिया,राजेन्द्र सिंह चौहान,हर्ष जैन,हरीश सोनी सहित समस्त सदस्यो की सहमति से वस्त्र वितरण और मेडिकल केम्प के आयोजन की रूप रेखा तय की गई।वस्त्र वितरण के लिए देवेंद्र परिहार,नवीन वाधवानी,जितेंद्र खत्री,पर्वत सिंह भाटी,और पुखराज सोनी को जिम्मीदरी दी गई।

ग्रुप अध्यक्ष मुकेश गज्जा ने जैसलमेर वासियो से अपील की है कि घरों में रखे अनुपयोगी वस्त्र,कम्बल,जूते,किताबे,बर्तन आदि फेंकने की बजाय ग्रुप के वस्त्र बैंक में दान करे ताकि किसी जरूरतमंद परिवार को इसका लाभ मिले।।बैठक में आगामी कार्यक्रमो पे भी चर्चा की गई।

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां
बिलासपुर   छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले स्थित कुनकुरी थाने में एक आदिवासी लड़की ने शिकायत दर्ज करा बताया है कि उसे नौकरी दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले जाया गया और वहां जिस्मफरोशी में धंधे में धकेल दिया गया। यह लड़की किसी तरह बच निकली। उसने बताया कि वह अकेली नहीं थी, बल्कि 60 और लड़कियां भी उसके साथ थीं, जिन्हें प्लेसमेंट एजेंसी के दलाल नौकरी दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले गए थे। वहां इन्हें बेच दिया गया। ग्राम जोकारी निवासी इस लड़की ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि शेष 60 लड़कियां अभी भी वहां फंसी हुई हैं।

यह घटना एक ज्वलंत उदाहरण है। जो बयां कर रही है कि आदिवासी बहुल राज्यों में गरीब आदिवासी लड़कियों को दलाल अपने जाल में फांसने में कामयाब हो जा रहे हैं। शहरों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर इन्हें जिस्म की मंडी में बेच दिया जा रहा है।



जशपुर में सक्रिय कुछ एनजीओ की बात पर यकीन करें तो हालात यह हैं कि महज दो से पांच हजार रुपये में लड़कियों को बेच दिया जाता है। पहले इन्हें इनके जान- पहचान वाले या रिश्तेदार ही चंद रुपयों की लालच में एजेंटों को सौंप देते हैं। फिर एजेंट इन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर शहर ले जाकर बेचते हैं। इसने चंगुल में फंसी लड़की को एक नहीं कई बार बेचा जाता है।

झारखंड, ओड़िशा और छत्तीसगढ़ में यह घिनौना कारोबार धड़ल्ले से जारी है। छत्तीसगढ़ में प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसी अधिनियम (2013) अगस्त 2014 से लागू है। लेकिन हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जशपुर जिला अब भी मानव तस्करी का केंद्र बना हुआ है।

स्वयं सेवी संस्थाओं ने मानव तस्करी के मामले में छत्तीसगढ़ को देश का तीसरे नंबर का राज्य आंका है। जबकि झारखंड पहले और ओड़िशा को दूसरे नंबर पर बताया जा रहा है। आदिवासी बहुल जशपुर जिले में लड़कियों की खरीद-पुरोख्त एक बाजार का रूप ले चुकी है। इसका खुलासा छह साल पहले तब हुआ जब स्वयं सेवी संस्था ग्रामीण विकास केंद्र कुनकुरी ने एक सर्वे किया। इसमें सामने आया कि जिले से हर साल औसतन सात हजार लड़कियों को महानगरों में बेच दिया जा रहा था।



उक्त संस्था ने 259 गांवों के अध्ययन में पाया था कि बेची जाने वाली लड़कियों में से 1833 लड़कियां जहां नाबालिग थीं, वहीं 509 वयस्क। लड़कियों को बेचने वालों में जान पहचान के लोग ही शामिल रहते हैं। हाल के दिनों में भी ऐसे प्रकरण लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस के पास वे ही मामले पहुंचते हैं, जिनमें शिकायत दर्ज कराई जाती है। पिछले पांच सालों में जशपुर में केवल 99 प्रकरण ही दर्ज हुए। प्लेसमेंट एंजेसियों पर नकेल कसने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य जरूर हो गया है, लेकिन बताया जाता है कि इस एक्ट के तहत राज्य में एक भी प्लेसमेंट एजेंसी का पंजीयन नहीं हुआ है।

महिला महासंघ की समन्वयक सुश्री ममता कुजूर का कहना है कि समय के साथ पंचायत प्रतिनिधि सहित जमीनी स्तर पर जुड़े सरकारी तंत्र को प्रशिक्षण दिया जाए तो मानव तस्करी के मामलों पर नियंत्रण संभव है। लेकिन विभागीय समन्वय का अभाव इस समस्या के रोकथाम में बाधा बनता है।

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मिथुन राशि वालों के लिए साल

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मिथुन राशि वालों के लिए साल
राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मिथुन राशि वालों के लिए साल

वृष राशि अक्षर




का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को और हा से जिन लोगों के नाम प्रारंभ होते हैं वे मिथुन राशि वाले व्‍यक्‍ति होते हैं। इन लोगों को नये वर्ष में कार्य-व्यवसाय में श्रम, संघर्ष से सफलता मिलेगी, प्रगति, राजकीय कार्यों में सम्मान, शिक्षा प्रतियोगिता, परीक्षा जगत् में विशेष सफलता के योग हैं। परिवार संबंधी सुखद समाचार प्राप्त होंगे। पुराने रूके हुए कार्य पूरा करने का अवसर हैं। मई, जून, अगस्त, नवम्बर, दिसम्बर मास में मित्रों व उच्चाधिकारियों का सहयोग व सानिध्य रहेगा। इन महीनों में लापरवाही का त्याग करके पूरी तौर पर कार्य-व्यापार में जुट जायें तो सफलता निश्चित मिलेगी। अष्टमेश शनि के प्रभाव के कारण किसी भी कार्य में शुरूआती दौर में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, परन्तु उनसे विचलित न हों। प्रतिकूल परिस्थितियों में धैर्य व परिश्रम से सफलता मिलेगी। पैतृक सम्पत्ति की सुरक्षा व्यवस्था पर अथवा उसकी देख-रेख पर ध्यान देना अति आवश्यक है। स्वजनों से वैमनस्यता बढ़ सकती है। इस वर्ष सूझ-बूझ एवं धैर्य से विपरीत परिस्थितियों का सामना करना जरूरी है।









शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में असर




शैक्षिक क्षेत्र में इस वर्ष बहुत सावधानीपूर्वक कार्य करना होगा। मई,जून, सितम्बर, फाल्गुन मास उत्तम हैं। इस वर्ष यदि नौकरी की तलाश में हैं तो वर्ष के उत्तरार्ध तक मिलने की संभावना है। अच्‍छा होगा भौतिक सुख-सुविधाओं की वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों, रेडीमेड गारमेन्ट्स, इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रिक, सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनियों, होटल मैनेजमेन्ट, प्रोफेसर या शैक्षिक क्षेत्र में नौकरी हेतु प्रयास करें इन क्षे़त्रों में जल्दी रोजगार मिल सकता है। प्रतियोगिता के क्षेत्र में वर्ष के उत्तरार्ध में ही सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। वर्ष के पूर्वार्ध में बहुत संभव है कि नशे की ओर बढ़ने लगें, इसे रोकना जरूरी होगा।









आर्थिक क्षेत्रों पर प्रभाव




मिथुन राशि वाले इस वर्ष अपना आर्थिक संतुलन बनाये रखने में कामयाबी हासिल करेंगे परन्तु फिजूलखर्ची एवं दिखावे की प्रवृत्ति के कारण धन का संचय हो पाना मुश्किल ही दिखता है। जब पैसा बढ़ेगा तो उससे भौतिक सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने की ललक भी बढ़ेगी और प्राप्त करेंगे भी। व्यावसायिक क्षेत्र में राजनैतिक संबंधों का लाभ अच्छा हासिल होगा। कोई नया व्यापार अथवा पुराने व्यापार में बढ़ोत्तरी की स्थिति बनती है, परन्तु नया व्यापार करने के पूर्व काफी सोच-विचार करना आवश्यक है। यदि नौकरी में हैं तो वर्ष के उत्तरार्ध में स्थान परिवर्तन एवं प्रोन्नति दोनों होने की प्रबल संभावना है। आर्थिक क्षेत्र में शेयर्स, सट्टा, आदि का कारोबार करने के लिये मई, सितम्बर, नवम्बर, दिसम्बर, जनवरी, फरवरी ये मास श्रेष्ठ हैं। अन्य महीनों में इस क्षेत्र में या तो कार्य न करें और यदि करना ही पड़े तो बहुत सूझ-बूझ से करें। बहुत संभव है कि इस वर्ष मकान या वाहन का सुख प्राप्त हो। धार्मिक वस्तुओं के कारोबार, स्टेशनरी, प्रेस, स्कूल, वित्तीय कारोबार आदि के क्षेत्र में रूचि है तो इसमें ध्यान लगायें इन व्यापारों में निश्चित सफलता मिलने की स्‍थिति बन रही है। इनमें निवेश करने से भविष्य में अच्छा लाभ मिलने की प्रबल संभावना है।










स्वास्थ्य एवं परिवार के क्षेत्र में




परिवार में धार्मिक व मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे, परिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह मिथुन राशि वाले बखूबी करेंगे, वर्ष के मध्य में भाई-भतीजों से वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। इस वाद-विवाद को सीमा से अधिक न बढ़ने दें, अन्यथा विघटन की प्रबल संभावना है। दाम्पत्य जीवन में उल्लास रहेगा लेकिन पारिवारिक कारणों से मन में अशान्ति की स्थिति बनी रहेगी। पत्नी और परिवार के बीच संतुलन रखना कठिन होगा। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह वर्ष सामान्य बीतेगा सर्दी की बीमारियां, फोड़ा-फुंसी से कष्ट होगा, इस वर्ष नदी में नहाना, तैरना, नाव में बैठना इन स्थितियों से दूर रहें क्योंकि जलीय बीमारियों एवं जल से कष्ट संभावित है।









शुभ तारीखें




जनवरी-01, 02, 03, 04, 05, 06, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30, 31। फरवरी-01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 27, 28। मार्च-01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 24, 25, 26, 27, 28, 29। अप्रैल-01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30। मई-01, 02, 03, 04, 05, 09, 10, 11, 12, 13, 14, 18, 19, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29, 30, 31। जून-01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28। जुलाई-01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 12, 13, 14, 15, 16, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 30, 31। अगस्त-01, 02, 03, 04, 08, 09, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 30, 31। सितम्बर-04, 05, 06, 07, 08, 09, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28। अक्टूबर-01, 02, 03, 04, 05, 06, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30, 31। नवम्बर-01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 27, 28, 29, 30। दिसम्बर-04, 05, 06, 07, 08, 09, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 26, 27,31।









अनुकूल रत्न




मिथुन राशि वाले पन्ना 6 अथवा 3 रत्ती का सोने की अंगूठी में बुधवार को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में, कनिष्ठिका उंगली में बुधवार को धारण करें। उपरत्न हरित, शिलामणि, बेरूज, अथवा जड़ी में विधारा की जड़ तांबे के ताबीज में बुधवार को धारण करें।




युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर गिरने से यूपी निवासी सैनिक की मौत

युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर गिरने से यूपी निवासी सैनिक की मौत

युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर गिरने से यूपी निवासी सैनिक की मौत
जयपुर, ]। राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सैनिकों के युद्धाभ्यास के दौरान एक सैनिक की मौत हो गई । मृतक सैनिक रामलखन तोपाभ्यास के दौरान टैंक पर चढ़ रहे थे,उसी दौरान पैर फिसलने से उनके सिर में चोट लग गई ।




सिर में चोट लगने से घायल हुए सैनिक रामलखन को सैनिक अस्पताल अस्पताल पहुंचाया गया,जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई । घटना सेना के नॉर्थ कैम्प में हुई । सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शव का पोस्टमार्टम करवा लिया गया और उनके परिजनों को सूचित किया गया है ।




मृतक सैनिक रामलखन उत्तरप्रदेश में फर्रूखाबाद जिले के मीराहेटी के निवासी थे । यह घटना गुरूवार सुबह हुई बताई जा रही है । उल्लेखनीय है कि इन दिनों सैनिक महाजन फील्ड फायरिंग रेंज और जैसलमेर में युद्धाभ्यास कर रहे हैं ।

लखनऊ में मदरसे में यौन शोषण, पुलिस ने 51 लड़कियों को छुड़ाया

लखनऊ में मदरसे में यौन शोषण, पुलिस ने 51 लड़कियों को छुड़ाया

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक मदरसा में गरीब घर की बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। मदरसे में रहने वाली बच्चियों का यौन शोषण किया जाता था। यहां से 51 बच्चियों को छुड़ाने के साथ पुलिस ने कल देर रात मदरसे के संचालक को गिरफ्तार किया है।

लखनऊ में मदरसे में यौन शोषण, पुलिस ने 51 लड़कियों को छुड़ाया


लखनऊ के सआदतगंज के यासीनगंज में मदरसा जामिया खदीजतुल कुबरा लिलबनात में छात्राओं के यौन शोषण का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक मदरसे के भीतर हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के यौन शोषण की शिकायत मिली थी।




मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम बनाकर कल रात वहां छापेमारी की गई। इस दौरान छात्राओं ने भी चिट्ठी में पीड़ा लिखकर पुलिस से इसकी शिकायत की, जिसके बाद आरोपित संचालक कारी तैयब जिया को गिरफ्तार कर लिया गयाछात्राओं का आरोप है कि आरोपित तैयब जिया उनके साथ मारपीट करता था। वह अपने कमरे में छात्राओं को बुलाकर पैर दबवाता था और छेड़छाड़ करता था।एसएसपी ने देर शाम एएसपी पश्चिम विकास चंद त्रिपाठी, एडीएम सिटी संतोष कुमार वैश्य, अल्पसंख्यक विभाग एवं चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की एक टीम बनाकर छापेमारी के निर्देश दिए।मदरसे में कुल 151 छात्राएं रहती थीं। छापेमारी के दौरान वहां 51 छात्राएं मौजूद मिलीं। छात्राओं ने आरोपित पर बंधक बनाकर रखने का भी आरोप लगाया है।मदरसे के संरक्षक सैयद मोहम्मद जिलानी अशरफ ने एसएसपी से मामले की शिकायत की थी। उन्हीं की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ सआदतगंज थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। वहीं छात्राओं ने भी पुलिस को तहरीर दी है, जिसके आधार पर छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है।




पीड़‍ित लड़क‍ियों ने बताया कि मदरसे का संचालक मो. तैय्यब जिया अमानवीय प्रवृत‍ि का व्यक्त‍ि है।जो लड़क‍ियां यहां पढ़ती हैं उसके साथ छेड़छाड़ का काम करता है।एसएसपी दीपक कुमार का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की टीम ने छापा मारकर 51 छात्राओं को मुक्त कराया है और मदरसे के मैनेजर आरोपी तैयब जिया को भी गिरफ्तार किया है। यह भी बताया जा रहा है कि इस मदरसे का प्रयोग गर्ल्स हॉस्टल के रूप में किया जा रहा था।पीड़ित लड़क‍ियों को फ‍िलहाल नारी न‍िकेतन में रखा गया है। मदरसे की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।












शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017

प्रेम संबंधों में रोड़ा बने जेठ को प्रेमी संग मिल किया किडनैप, फिर

प्रेम संबंधों में रोड़ा बने जेठ को प्रेमी संग मिल किया किडनैप, फिर


प्रेम संबंधों में रोड़ा बने जेठ को प्रेमी संग मिल किया किडनैप, फिर
मानसा. महिला पर प्रेमी संग मिल अपने जेठ को किडनैप कराने का आरोप लगा है। आरोप महिला के पति ने ही लगाए हैं। बताया जा रहा है कि जेठ प्रेम संबंधों का विरोध करता था। सरदूलगढ़ पुलिस ने आरोपी महिला और उसके प्रेमी पर पर्चा दर्ज कर लिया है।




गांव जटाणा कैंचियां के बलवंत सिंह की शादी छह साल पहले वीरपाल कौर से हुई थी। वीरपाल की ये दूसरी शादी है। इससे पहले उसकी बठिंडा जिले के गांव बहमण दीवाना में शादी हुई थी। पति से बनने के चलते तलाक हो गया था। सरदूलगढ़ पुलिस थाने के सहायक थानेदार हरदेव सिंह ने बताया, पुलिस ने अपहरण किए हरबंस सिंह के भाई बलवंत सिंह के बयान पर वीरपाल कौर उसके प्रेमी सुखविंदर सिंह उर्फ फौजी के खिलाफ हरबंस सिंह को अपहरण करवाने का मामला दर्ज कर कारवाई शुरू कर दी है।बताया जा रहा है, वीरपाल कौर के गांव भोखड़ा वासी सुखविंदर सिंह उर्फ फौजी से प्रेम संबंध हो गए। वीरपाल के घर भी उसका आना जाना जारी था। इसे लेकर वीरपाल कौर का जेठ हरबंस सिंह एतराज करता था। प्रेम में रोड़ा बने जेठ हरबंस सिंह को रास्ते से हटाने के लिए वीरपाल ने प्रेमी संंग मिलकर साजिश रची। वीरपाल कौर ने हरबंस सिंह को 16 दिसंबर को तलवंडी साबो बच्चों की किताबें खरीदने के लिए भेज दिया। जो आज तक घर नहीं लौटा है।

लड़की की डेडबॉडी से निकला लड़के का दिल, ऐसी है सनम हसन की मर्डर मिस्ट्री

लड़की की डेडबॉडी से निकला लड़के का दिल, ऐसी है सनम हसन की मर्डर मिस्ट्री

लड़की की डेडबॉडी से निकला लड़के का दिल, ऐसी है सनम हसन की मर्डर मिस्ट्री.एक लड़की थी। सनम हसन । 19 साल की। पुणे के इंस्टीट्यूट से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी। दोस्तों के साथ पार्टी करने के दौरान ऐसा कुछ हुआ कि उसकी मौत हो गई। फिर PM रिपोर्ट आई। उसमें जो लिखा हुआ था उसने सबको चौंका दिया। सनम की डेडबॉडी से किसी लड़के का दिल निकला। जी हां। कहानी सच्ची है। लेकिन यकीन करना मुश्किल। सवाल कि क्या सनम पहले लड़की थी और मरने के बाद लड़का बन गई, या कातिल ने कुछ ऐसा खेल रचा कि सब घूम गए। क्राइम सिरीज में आज वो मर्डर मिस्ट्री। जिसमें मर्डर तो हुआ लेकिन पांच साल बाद भी गुनेहगार का पता तक नहीं चला। पुणे में रहकर पढ़ाई करती थी सनम हसन




मुंबई की रहने वाली सनम हसन अपने घर से दूर पुणे में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने आई थी। मां-बाप की लाडली को दोस्तों का भी खूब प्यार मिलता था। सनम को कॉलेज में भी घर की कमी नहीं खलती थी। अक्टूबर महीने में उसका का बर्थडे था। सबकी तरह उसे भी इस दिन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार था। आखिरकार 3 अक्टूबर का दिन आ ही गया। दोस्तों ने सनम के लिए सरप्राइज बर्थडे पार्टी रखी थी। उन्होंने सनम के पापा को फोन कर सनम के लिए नाइटआउट की इजाजत मांगी। बेटी की खुशी के लिए पिता ने परमीशन दे दी।

अगली सुबह सनम के घर आया एक फोन

4 तारीख की सुबह दोस्तों ने सनम के घर फोन किया। उनकी आवाज में घबराहट थी। हकलाती आवाज में उन्होंने सनम के पिता को बताया कि उनकी बेटी की तबीयत खराब है। उसे हॉस्पीटल में एडमिट कराया गया है। खबर मिलते ही मां-बाप पुणे के लिए रवाना हो गए। वो आनन-फानन में हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि उनकी बेटी मर चुकी है। दोस्त बता रहे थे कि पार्टी करते वक्त अचानक सनम की तबीयत बिगड़ गई। उसे उल्टियां हो रही थी, इसलिए रुबी हॉल क्लिनिक में लाकर एडमिट करवा दिया।

कहानी में आया नया मोड़

ससून हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम हुआ और डेडबॉडी के कुछ पार्ट विसरा रिपोर्ट के लिए भेजे गए। लेकिन इसके बाद हॉस्पिटल ने जो रिपोर्ट दी, वो चौंकाने वाली थी। सनम की रिपोर्ट में लिखा हुआ था कि उसकी डेडबॉडी में किसी लड़के का दिल है। वो भी 70 फीसदी ब्लॉक। सनम की कलाई पर चार इंजेक्शन लगाए गए थे। सीने में करीब 3 सेमी. का एक गहरा घाव था।

डॉक्टर ने बताई मौत की वजह

पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर ने बताया कि ज्यादा शराब पीने की वजह से सनम का दिल ब्लॉक हो गया जिसके चलते उसकी मौत हुई। पहले तो घरवालों को शक था कि उनके बेटी की हत्या की गई है, जिसे हॉस्पिटल की रिपोर्ट ने और गहरा कर दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि सनम फुटबॉल प्लेयर थी। तो फिर दिल का 70 फीसदी हिस्सा ब्लाक होना उन्हें पच नहीं रहा था। इसके अलावा जो सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात थी वो ये कि आखिर उनकी बेटी की डेडबॉडी से किसी लड़के का दिल कैसे निकल सकता है।

पुलिस ने पड़ताल की शुरू




सनम की हत्या के बाद पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया। दोस्तों से लेकर हॉस्पिटल प्रशासन तक पूछताछ की। लेकिन हत्या की गुत्थी नहीं सुलझी। घरवालों ने आरोप लगाया कि पुलिस अपना काम सही तरीके से नहीं कर रही है। लिहाजा केस सीबीआई को सौंपा जाए। हुआ भी ऐसा ही। सीबीआई ने पड़ताल की शुरूआत उसी विसरा रिपोर्ट से की, जिसने पूरे मामले को उलझा रखा था। विसरा की डीएनए जांच करवाई गई। फिर सनम और उसके मां- बाप का डीएन का मिलान कराया गया। लेकिन इसकी जो रिपोर्ट आई उसने शक की सुई फिर से दोस्त, हॉस्पिटल और पुलिस की ओर घुमा दिया। सनम का डीएनए उसने मां-पिता के डीएन से मैच ही नहीं हुआ। डीएनए मैच न होने के बाद सीबीआई ने हॉस्पिटल से लेकर दोस्तों से काफी पूछताछ की, लेकिन कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगा। सबसे चौकाने वाली बात तो ये थी कि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। पड़ताल जारी है, मां बाप आज भी इंसाफ की आस लगाए हुए हैं और कातिल इन सबसे कहीं दूर इस मर्डर मिस्ट्री को बड़े इत्मीनान से एक तमाशबीन की तरह देख रहा होगा।

रात 3 बजे तलाक बोल घर से निकाला था बाहर, गोद में था 1 महीने का बच्चा

रात 3 बजे तलाक बोल घर से निकाला था बाहर, गोद में था 1 महीने का बच्चा


लखनऊ.एक बार में तीन तलाक को क्रिमिनल ऑफेंस के दायरे में लाने के लिए सरकार ने गुरुवार को लोकसभा में बिल पेश कर दिया। जिसे 'द मुस्लिम वुमन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज' नाम दिया गया है। आपको कानुपर की तलाक पीड़िता सोफिया की दर्द भरी दास्तां बताने जा रहा है। सोफिया बताती हैं- ''मुझे रात तीन बजे एक महीने के बच्चे के साथ घर से बाहर फेंक दिया गया। वो दिन मैं कभी नहीं भूल सकती।''

रात 3 बजे तलाक बोल घर से निकाला था बाहर, गोद में था 1 महीने का बच्चा

''रोज नई लड़कियों से रिलेशन बनाना आदत हो गई थी उसकी''

- चेन्नई की रहने वाली सोफिया अहमद ने बताया- ''12 जून 2015 को मेरी शादी सपा विधायक गजाला लारी (बहन) के भाई शारिक अराफात से हुई। शादी के बाद हम दोनों यूपी के कानपुर में रहने लगे। शारिक लेदर का बिजनेस करता है।''

- ''शादी के 10वें दिन से पति का जुल्म शुरू हो गया। उसे शराब और लड़कियों की लत लग चुकी थी। रोजाना नई-नई लड़कियों से रिलेशन बनाना उसकी आदत बन चुकी थी। जब मैंने इसका विरोध किया, तो उसने मुझपर हाथ उठना शुरू कर दिया।''

- ''घरवालों के सामने वो मुझे मारता-पीटता था, लेकिन मेरे फेवर में कोई नहीं बोला। उसकी हर गलत आदत के बारे में घरवालों को पता था। इतना ही नहीं शादी के बाद जब वो प्रेग्नेंट हुई, तब पति और सास ने बेटी के बजाय बेटा देने का दबाव बनाया था। आरोप है कि प्रेग्नेंसी के 6 महीने के दौरान भी पति बुरी तरह से उसे पीटता था।''




शराब पीकर आया था पति और रात 3 बजे तलाक-तलाक-तलाक बोल निकाल दिया बाहर

- ''13 अगस्त 2016 को शारिक नशे की हालत में घर आया। रात के करीब 2 बजे थे। वो इतने नशे में था कि चल भी नहीं पा रहा था।''

- ''उस रात भी उसने मुझे मारा-पीटा और हर तरह से टॉर्चर किया। आखि‍र में तलाक-तलाक-तलाक बोलकर रात के 3 बजे मुझे एक महीने के बच्चे के साथ घर से बाहर निकाल दिया। उसके बाद उसने कभी भी मेरी खबर नहीं ली।''

- ''इसकी तहरीर जब स्वरूप नगर पुलिस स्टेशन में देने गई तो सपा विधायक के घर का मामला होने के कारण समझौता करने की बात कह कर पुलिसवालों ने भगा दिया।''




इस्लाम के खि‍लाफ नहीं हूं, लेकिन इसका हो रहा मिस यूज

- ''मैं इस्लाम के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन सरकार से यही उम्मीद करती हूं कि ट्रिपल तलाक पर कोई सख्त कानून बने। क्योंकि इसका बहुत मिस यूज हो रहा है।''

- ''मेरे जैसी हजारों लड़कियां इस तकलीफ को झेलती हैं। मुझे रात में 3 बजे घर से निकला गया। 1 महीने का बच्चा लेकर मैं किस तरह निकली वहां से, क्या ये सही था। इस्लाम ये नहीं है। हालांकि, बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाया। इसलिए मैंने पार्टी ज्वाइन कर ली। अब इसी मुद्दे पर काम कर रही हूं। मैं खुशनसीब हूं कि मेरी पूरी फैमिली मेरे साथ है।''

- ''मैं पढ़ने में बहुत अच्छी थी। बीकॉम किया, लेकिन शादी होने के बाद पढ़ाई जारी नहीं रख पाई। लेकिन अब आगे की पढ़ाई के बारे में सोच रही हूं।''

किराए पर रहती थी ये महिला, घर का दरवाजा खोलते पति के उड़े होश

किराए पर रहती थी ये महिला, घर का दरवाजा खोलते पति के उड़े होश
किराए पर रहती थी ये महिला, घर का दरवाजा खोलते पति के उड़े होशनोएडा.नोएडा. फेज-3 थाना इलाके के छिजारसी गांव में एक महिला की डेडबॉडी घर में मिली। महिला की बॉडी पर चाकू के निशान है।पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, जबकि उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वारदात के वक्त अकेली थी महिला...

- श्वेता अपने पति और चार साल के बच्चे के साथ छिजारसी गांव में किराए पर रहती थी। वो मूल रुप से अंबेडकर नगर की रहने वाली है। उसका पति पंकज सेक्टर-63 में बनी एक कंपनी में काम करता था।

- गुरुवार को पति काम पर गया था। आस-पास के दुकानदारों ने बताया 11 बजे के आस-पास श्वेता दुकान पर समान लेने के लिए आई थी। उसके बाद वो घर लौट गई। वारदात के वक्त श्वेता घर में अकेली थी। उसका बच्चा घर के बाहर खेलने के लिए गया था।

- पुलिस ने बताया, "श्वेता के पति ने ही घटना की सूचना दी। पुलिस ने उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की। पंकज ने बताया, "जब सुबह काम पर गया था। तब उसकी पत्नी सही सलामत थी। जब वापस लौटा, तो पत्नी की डेडबॉडी घर में पड़ी मिली।"

पुलिस का पक्ष

-सीओ राजीव कुमार सिंह ने बताया, "जिस जगह पर घटना हुई है, काफी घनी आबादी वाला क्षेत्र है। ऐसे में कोई बाहरी आकर इस घटना को अंजाम दे या फिर किसी ने देखा न हो। ऐसा संभव नहीं है। पुलिस टीम को दोपहर करीब एक बजे सूचना मिली थी कि महिला की हत्या कर दी गई है।मौके पर पहुंचने के बाद उसके गर्दन पर चाकूओं के निशान मिले थे। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।"

मंगलवार, 26 दिसंबर 2017

बाड़मेर। आचार्य के वास में राठौड़ के अभिनन्दन में उमड़ा जन सैलाब

बाड़मेर। आचार्य के वास में राठौड़ के अभिनन्दन में उमड़ा जन सैलाब

रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 



बाड़मेर। समय की जरुरत है कि आज ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवा वर्ग राजनीति में आगे आए ये बात कांग्रेस पार्टी के युवा नेता आजादसिंह राठौड़ ने शहर के वॉर्ड न 6 के आचार्य के वास में आयोजित अभिनन्दन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने बुजुर्गो के अनुभव से सीख लेते हुए नवनिर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ करनी होगी। यह नहीं भूलना चाहिए कि आज के बुजुर्ग कभी युवा थे। युवाओं को देश का भविष्य ध्यान में रखते हुए ही राजनीतिक पार्टियों से जुड़ना चाहिए।


युवा उधमी आजादसिंह राठौड़ के राजनितिक में आने उत्साहित वॉर्ड न 6 आचार्य के वास के सर्वसमाज के लोगो ने बड़े ही गर्म जोश के साथ आज़ादसिंह राठौड़ का साफा एवं माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया। इस अवसर पर केवलचंद ब्रजवाल , आचार्य समाज के अध्यक्ष राणमल पटवारी , पूर्व पार्षद रमेश आचार्य, रामस्वरुप आचार्य , बाबूलाल पुनड बतौर , वार्ड पार्षद अर्जुन मेघवाल अतिथि के रूप में मौजूद रहे।


समारोह को बतौर अतिथि संबोधित करते हुए केवलचंद ब्रजवाल कहा कि राजनीति से युवा बिमुख हो रहै थे ऐसे में आज़ादसिंह जैसे संस्कारवान युवा का राजनीति में आना शुभ संकेत हैं। वार्ड पार्षद अर्जुन मेघवाल ने कहा की यूथ आईकॉन आजादसिंह राठौड़ के राजनीति में आने से युवा वर्ग काफी उत्साहित है। उन्होंने कहा कि आज हम सुसभ्य , संस्कारवान और चरित्रवान युवाओ की राजनीति में जरूरत हैं। बिना किसी जातिगत भेदभाव के छतीस कौम को साथ लेकर चले।



इस अवसर पर भीखाराम जी ब्रिजवाल, कन्हैया लाल आचार्य, सम्पत लाल आचार्य, राजेंद्र आचार्य, बंशीलाल जैन, पुखराज आचार्य, दलपत आचार्य, शेर खान, कपिल आचार्य, मिश्रीमल जैन, बाबूलाल जैन, पुरषोत्तम आचार्य, हेमंत आचार्य, दिलीप आचार्य, शौक़त शैख़ सहित बड़ी संख्या मे बुज़र्गो व युवा शक्ति मौजूद रहे। ​

सोमवार, 25 दिसंबर 2017

बाड़मेर। युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग - राठौड़

बाड़मेर। युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग - राठौड़

युवा नेता आजादसिंह का इंदिरा नगर में हुआ भव्य अभिनंदन 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर

बाड़मेर। युवाओ को राजनीति में आने के लिए अब नए सिरे से सोचने की जरूरत हैं युवाओ को अवसर देना होगा यही समय की मांग है। यह विचार युवा उद्द्यमी आज़ादसिंह राठौड़ ने शहर के इंदिरा नगर में आयोजित युवा सम्मेलन में कही। राठौड़ ने कहा कि समय के साथ विचार धारा और सोच में बदलाव जरूरी है। हम विकसित सोच के पक्षधर है , इसी सोच को आगे बढ़ाना होगा। सम्मेलन में आज़ादसिंह राठौड़ का अभिनंदन किया। इस अवसर पर दलपतसिंह सिसोदिया , महादेवसिंह परिहार , अशोक खत्री , लक्ष्मण सिंह भाचभर बतौर अतिथि के रूप में मौजूद रहे।


समारोह को बतौर अतिथि संबोधित करते हुए महादेवसिंह परिहार ने कहा की युवाओ की विकसित विचारधारा का सम्मान करना होगा , राजनीती में युवाओ का प्रवेश सुखद हैं , एक नई उम्मीद और विश्वास जगा हैं। उन्होंने कहा की बुजुर्गो को युवाओ के लिए जगह खाली करनी होगी। आईदानसिंह इन्दा ने कहा की आधुनिकता की दौड़ हमे युवाओ भरोसा करना होगा नहीं तो फिर पिछड़ जायेंगे। लक्ष्मण सिंह भाचभर ने कहा की बाड़मेर जिले के असीम संभावनाए है सम्भावनाओ को वाली सोच। दलपतसिंह सिसोदिया ने कहा की सामाजिक सरोकार से जुड़े युवाओ में भाग्य आजमाना चाहिए। सम्मेलन को अशोक खत्री , चन्दनसिंह भाटी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर उम्मेदसिंह कमांडो , स्वरुपसिंह विदा , आईदानसिंह , चुतरसिंह , लक्ष्मसिंह राठौड़ , सेवाराम खत्री , नरेंद्र खत्री , मदनसिंह सिसोदिया , लक्ष्मणसिंह , चन्दनसिंह विदा , नियाज खान मिरासी , डॉ बी एस ओझा , सुखदेव गौड़ सहित कई लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन चन्दनसिंह भाटी ने किया।

रविवार, 24 दिसंबर 2017

बाड़मेर युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग ।।आज़ाद

 बाड़मेर  युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग ।।आज़ाद



बाड़मेर युवाओ को राजनीति में आने के लिए अब नए सिरे से सोचने की जरूरत हैं युवाओ को अवसर देना होगा।यही समय की मांग है। यह विचार युवा उद्द्यमी आज़ाद सिंह राठौड़ ने इंदिरा नगर में आयोजित युवा सम्मेलन में कही।।राठौड़ ने कहा कि समय के साथ विचार धारा और सोच में बदलाव जरूरी है।हम विकसित सोच के पक्षधर है।।इसी सोच को आगे बढ़ाना होगा।।इंदिरा नगर में आयोजित युवा सम्मेलन में आज़ाद सिंह राठौड़ का बहुमान किया।इस अवसर पर दलपत सिंह सिसोदिया,महादेव सिंह परिहार,अशोक खत्री,लक्ष्मण सिंह भाचभर,अतिथि के रूप में उपस्स्थित थे ,
सम्मलेन को सम्बोधित हुए महादेव सिंह  परिहार ने कहा की युवाओ की विकसित विचारधारा का सम्मान करना होगा ,राजनीती में युवाओ का प्रवेश सुखद हैं ,एक नई उम्मीद और विश्वास जगा हैं ,उन्होंने कहा की बुजुर्गो को युवाओ के लिए जगह  खाली करनी होगी ,.आईदान सिंह िन्दा ने कहा की आधुनिकता की  दौड़  हमे युवाओ  भरोसा करना होगा नहीं तो फिर पिछड़ जायेंगे ,लक्ष्मण सिंह भाचभर ने कहा की बाड़मेर जिले के  असीम संभावनाए हे  सम्भावनाओ को  वाली सोच , दलपत सिंह सिसोदिया ने कहा की सामाजिक सरोकार से जुड़े युवाओ  में भाग्य आजमाना चाहिए ,सम्मेलन को अशोक खत्री , चन्दन सिंह भाटी ,ने भी सम्बोधित ,किया,सम्मलेन में  उम्मेद सिंह कमांडो,स्वरुप सिंह बिदा, आईदान सिंह इन्दा,चुतर सिंह,स्वरू सिंह विदा,
  लक्ष्म सिंह राठौड़,सेवाराम खत्री,नरेंद्र खत्री,मदन सिंह सिसोदिया,लक्ष्मण सिंह ,चन्दन सिंह विदा, नियाज खान मिरासी,डॉ बी एस ओझा,सुखदेव गौड़, सहित कई लोग उपस्थित थे।।

कार्यक्रम का संचालन चन्दन सिंह भाटी ने किया ,अशोक खत्री ने आभार व्यक्त किया 

रेगिस्तान का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन माउंट आबू, घूमें इन बेहतरीन जगहों पर



रेगिस्तान का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन माउंट आबू, घूमें इन बेहतरीन जगहों पर
कहते हैं दुनिया में कई ऐसे अजूबे हैं, जिनपर यकीन करना आसान नहीं है. ऐसी एक जगह है माउंट आबू. माउंट अबू की सबसे खास बात ये है कि ये जगह राजस्थान में है. माउंट आबू रेगिस्तान में अकेला हिल स्टेशन है. जो भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी मशहूर है.



अगर इस सर्दियों में आप किसी हिल स्टेशन की सैर करना चाहते है, तो माउंट आबू एक बेहतरीन जगह है.

नक्की झील

राजस्थान के माउंट आबू में 3937 फुट की ऊंचाई पर स्थित नक्की झील लगभग ढाई किलोमीटर के दायरे में है, जहां बोटिंग करने का लुत्फ अलग ही है. हरीभरी वादियां, खजूर के वृक्षों की कतारें, पहाडि़यों से घिरी झील और झील के बीच आईलैंड, कुल मिलाकर देखें तो सारा दृश्य बहुत ही मनमोहक है.

सनसेट प्वाइंट

यहां से देखिए, सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा, ढलते सूर्य की सुनहरी रंगत कुछ पलों के लिए पर्वत श्रृंखलाओं को कैसे स्वर्ण मुकुट पहना देती है. यहां डूबता सूरज ‘बॉल’ की तरह लटकते हुए दिखता है.



हनीमून प्वाइंट

सनसेट प्वाइंट से दो किलोमीटर दूर कपल के यहां हनीमून प्वाइंट बना हुआ है. शाम के वक्त यहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है, यह ‘आंद्रा प्वाइंट’ के नाम से भी जाना जाता है.

टॉड रॉक: नक्की झील से कुछ दूरी पर ही स्थित टॉड रॉक चट्टान है, जिसकी आकृति मेंढक की तरह है, जो सैलानियों का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती है.

ऐसे जाएं :

माउंट आबू के पास उदयपुर एयरपोर्ट है, जो 185 कि.मी. दूर है. इसी प्रकार अहमदाबाद एयरपोर्ट 235 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि जोधपुर हवाई अड्डा 267 किलोमीटर दूर है.

माउंट आबू का निकटतम रेलवे स्टेशन आबू रोड है जो कि मात्र 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह रेलवे स्टेशन दिल्ली-अहमदाबाद बड़ी लाईन (ब्रॉडगेज) पर है जहां सभी ट्रेन रुकती है.

घूमने के लिए बेस्ट टाइम : माउंट अबू का मौसम पूरे साल खुशनुमा रहता है. नवम्बर से मार्च जाने के लिए बेस्ट टाइम है.

ये है बल्लीमारान की वो गली जहां है उस्ताद गालिब का घर

ये है बल्लीमारान की वो गली जहां है उस्ताद गालिब का घर


घरबल्लीमारान गली में कदम रखते वक्त मन में तमाम ख्यालात थे। पता नहीं उनकी हवेली के बहाने उस अजीम शायर मिर्जा गालिब से मुलाकात हो पाएगी की नहीं।
ये है बल्लीमारान की वो गली जहां है उस्ताद गालिब का घर
नई दिल्ली


अपनी गली में मुझ को न कर दफ्न बाद-ए-कत्ल,


मेरे पते से खल्क को क्यूं तेरा घर मिले

बल्लीमारान गली में कदम रखते वक्त मन में तमाम ख्यालात थे। पता नहीं उनकी हवेली के बहाने उस अजीम शायर मिर्जा गालिब से मुलाकात हो पाएगी की नहीं या पता नहीं वह किनारा जिससे उनका सिरा जुड़ा था वह कैसा होगा, जैसा कि, कौन जाएं जौक दिल्ली की गलियां छोड़कर..। कुछ तो बात होगी उस गली में भी, जिसमें उनका आशिया रहा होगा। तभी तो गालिब यहीं के होकर रह गए। बल्लीमारान की सड़क के दोनों किनारे रंग-बिरंगे और चमचमाते सैंडिलों और जूतियों से चमक रहे हैं।



दुकानों की लंबी कतारें, जिसमें बुर्कानशी महिलाएं उसका नाप लेने में मशगूल हैं। आगे रंग-बिरंगे चश्मों की दुकानों की कतारें शुरू होती हैं। उसमें भी ग्राहक हैं, जो चश्में देख रहे हैं। सड़क पर रिक्शा, ठेला और सड़क पर सामान बेचते लोग भी कम नहीं है।



अर्ज-ए-नियाज-ए इश्क के काबिल न रहा, जिस दिल पे नाज था मुझे वो दिल ना रहा..। अभी थोड़ा शेर-शायरी का सुरूर ही था कि पीछे से रिक्शे से किनारे होने की आवाज आई। सच है कि पुरानी दिल्ली में संभल कर न चला जाएं तो टकराने का भय बना रहता है।




हमको मालूम है जन्नत की हकीकत। दिल को खुश रखने को गालिब ये ख्याल अच्छा है। अब पुरानी दिल्ली बहुत बदल चुकी है। यहां के बाशिंदों का अब भीड़भाड़ से यहां मन नहीं लगता है।

वो गलियां छोड़ने का दर्द तो है, लेकिन उनका इसके व्यावसायीकरण ने सांस लेना भी मुश्किल किया है। कुछ मेरी तरह गालिब की तलाश में लगते हैं। उनकी तलाश एक कतार में लगे जूती और चश्मों पर नहीं ठहर रही है। वह भी दिल्ली के दूसरे किनारे से आए हुए हैं। वैसे, पूछता कौन है, जब जिंदगी रफ्तार से भागे जा रही हो तो फिर कहां गम-ए-सुकून का दौर। चलिए अच्छा है, कुछ हैं जिनके दिलों में नज्म-ए-चराग जल रहा है। वैसे, सही है किताबी तस्वीरों से हकीकत जुदा होती है। सोचा था गली भी गालिब की गजलों से महक रही होगी। इन्हीं सब उधेड़बुन में था कि एक तरफ मुगलई व्यंजनों की खुशबू और सड़क के दूसरे किनारे पान की दुकान पर ठहाकों का दौर, तंद्रा तोड़ने का काम करती है।




पान घुले मुंह से बातें भी थोड़ी नजाकत से होती है। अब तक गालिब का होने का अहसास नहीं मिला था। उदास मन से एक गुजरते युवा से पूछा, वह अदब से बोला हां, बस चंद कदम और। दाईं गली में बाईं ओर बड़ा सा गेट गालिब की हवेली का खुलता है।




बस, जैसे जान लौट आती है। कदमों को जैसे मंजिल मिलती है। दोनों किनारे पुराने बनावट के मकान। लकड़ी के छज्जे। स्कूली बच्चे निकल रहे हैं। स्कूल की छुट्टी हो गई है। बस, जैसे घर पहुंचने की जल्दी। अचानक रोड उनकी खिलखिलाहट से भर जाती है। मेरा ठिकाना नजदीक आ रहा था। धड़कनें तेज थी।




उग रहा दर-ओ-दीवार पे सब्जा गालिब,




हम बयाबां में हैं और घर में बहार आई है।




जैसे इस गली की रफ्तार। दाएं एक पतली गली, लग रहा है आगे बंद हो जाती है। एक बड़ा सा अहाता। उसके बाहर मिर्जा गालिब की हवेली लिखा बोर्ड देखकर दिल को सुकून मिलता है, जैसे तलाश पूरी हुई।




गली कासिम जान। अंदर मूर्ति में मुस्कुराते गालिब और उनके होने का अहसास कराते अशरार। मेरे साथ और भी लोग। एक युगल, कभी नज्मों और उनके सामानों के साथ कभी खुद की तस्वीर लेने में मशगूल। विदेशी पर्यटकों का दल भी है, जिनका गाइड उन्हें गालिब के मायने समझा रहा है। हुक्का हाथ में गालिब। गालिब तो हैं उन पन्नों में, जो यथावत हैं। वह बर्तन, वह कपड़े, जिसका इस्तेमाल करते थे। हर कोने में गालिब के होने का अहसास है।

पाक गोलाबारी में मेजर सहित चार जवान शहीद

पाक गोलाबारी में मेजर सहित चार जवान शहीद
पाक सेना ने तीन दिनों में सात बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी की

पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर फिर बड़ी नापाक हरकत की है। शनिवार दोपहर को पाकिस्तान ने जम्मू संभाग के राजौरी जिले के केरी सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए जमकर गोलाबारी की। इसमें भारतीय सेना के एक मेजर सहित चार जवान शहीद व एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना से सीमा पर तनाव का माहौल है। सेना के उच्चाधिकारी मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पाकिस्तान ने जब सीमा पर यह नापाक हरकत की तब मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती राजौरी में ही थीं और लोगों की समस्याएं सुन रहीं थीं।




शहीदों की पहचान (32) मेजर मोहारकर प्रफुल्ल अंबादास निवासी जिला भंडारा महाराष्ट्रा, लांस नायक (34) गुरमेल ¨सह निवासी अमृतसर पंजाब, लांस नायक (30) कुलदीप ¨सह निवासी तलवंडी साबो, बठिंडा पंजाब और सिपाही (30) परगट ¨सह निवासी करनाल हरियाणा के रूप में हुई है। मेजर अपने पीछे पत्नी एवोली मोहारकर, गुरमेल अपने पीछे पत्नी कुलजीत कौर व बेटी, कुलदीप ¨सह अपने पीछे पत्नी जसप्रीत व दो बच्चे और परगट ¨सह अपने पीछे पत्नी रमणप्रीत कौर व एक बेटा छोड़ गए हैं।




जानकारी के अनुसार, मेजर प्रफुल्ल अंबादास अपने जवानों के साथ केरी सेक्टर के बरातगला क्षेत्र में सीमा पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान पाक सेना ने घुसपैठ करवाने के लिए आतंकियों को कवर फायर देते हुए गोलाबारी शुरू की दी, जिसकी चपेट में आने से मेजर व दो जवान मौके पर ही शहीद हो गए जबकि एक लांस नायक व एक जवान को घायल होने पर तुरंत ऊधमपुर के कमान अस्पताल ले जाया गया, जहां लांस नायक ने दम तोड़ दिया। मेजर व लांस नायक का पार्थिव शरीर ऊधमपुर व अन्य दो जवानों के राजौरी में 150 जनरल अस्पताल में पहुंचाए गए। रविवार सुबह चारों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उनके घरों की ओर रवाना कर दिया जाएगा।




इस बीच, सेना के प्रवक्ता ने पाक गोलाबारी में मेजर सहित भारतीय जवानों की शहादत की पुष्टि करते हुए कहा कि हमारे जवानों ने भी पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

मुंबई: ओला कैब में लड़की से रेप, आरोपी ड्राइवर और साथी गिरफ्तार

मुंबई: ओला कैब में लड़की से रेप, आरोपी ड्राइवर और साथी गिरफ्तार

Ola cab driver, aide held for raping woman
मुंबई: मुंबई से सटे ठाणे में पुलिस ने एक महिला यात्री से बलात्कार करने के आरोपी कैब ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. ठाणे के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) महेश पाटिल ने बताया कि कथित घटना 19 दिसंबर की रात की है.

उन्होंने बताया कि आरोपी ड्राइवर सुरेश पी गोसावी को कल गिरफ्तार कर लिया गया. अपराध के लिये उकसाने के आरोप में पुलिस ने उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है.

दरअसल पीड़ित लड़की ने ठाणे जाने के लिए ओला कैब बुक की थी, कैब में पहले ड्राइवर का एक साथी मौजूद था. पीड़ित लड़की को लगा कि शायह यह शेयरिंग कैब है. इसलिए उसने नजर अंदाज कर दिया.

इसके बाद आरोपियों ने कैब ठाणे की ओर ना ले जाकर विरार की ओर मोड़ दी. लड़की के साथ बलात्कार कैब ड्राइवर ने किया. जबकि उसके साथी ने उसकी मदद की. दोनों आरोपियों को 26 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है.

शनिवार, 23 दिसंबर 2017

शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण विचार महाकुंभ के लिए जैसलमेर से बस रवाना



शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण विचार महाकुंभ के लिए जैसलमेर से बस रवाना
- जमनालाल शांतिस्वरूप व्यास समिति की ओर से जयपुर में हो रहा है आयोजन

जमनालाल शांतिस्वरूप व्यास समिति की ओर से जयपुर के गोपालपुरा में त्रिवेणी नगर स्थित जेडए कम्यूनिटी सेंटर में रविवार को आयोजित अखिल भारतीय शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण विचार महाकुंभ के लिए शनिवार को जैसलमेर से समाज की बस रवाना हुई। विचार महाकुंभ में समाज के युवाओं के लिए स्कॉलरशिप योजना की लांचिग की जाएगी। जैसलमेर से रवाना हुई बस को वरिष्ठ इतिहासकार नंदरकिशाेर शर्मा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। विचार महाकुंभ के लिए पिछले दिनों से प्रचार प्रसार किया जा रहा था। जयपुर में राष्ट्रीय स्तर के विचार महाकुंभ के लिए शाकद्वीपीय मग भोजक ब्राह्मण समाज के करीब 30 गणमान्य लोग रवाना हुए।

ओडिशा : ब्राह्मणों को भिखारी कहने पर गंवानी पड़ी कुर्सी, मंत्री को किया बर्खास्त

ओडिशा : ब्राह्मणों को भिखारी कहने पर गंवानी पड़ी कुर्सी, मंत्री को किया बर्खास्त

ओडिशा : ब्राह्मणों को भिखारी कहने पर गंवानी पड़ी कुर्सी, मंत्री को किया बर्खास्त

नई दिल्ली : राजनीति में निजी या जातिगत स्तर पर बयानबाजी देने का प्रचलन इस समय जोरों पर है. इस तरह की टिप्पणियों से राजनीति में खूब हंगामा भी हो रहा है. इस बार ओडिशा के एक मंत्री को ब्राह्मणों पर टिप्पणी करने पर अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पहले तो उनसे इस्तीफा मांगा, लेकिन जब मंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया तो उन्हें बर्खास्त कर दिया. ओडिशा के कृषि मंत्री दामोदर राउत ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों को भिखारी कहा था. उन्होंने कहा, ‘राज्य के किसी भी हिस्से में कोई आदिवासी भीख नहीं मांग रहा, जबकि बस स्टैंड जैसे स्थानों पर भी ब्राह्मणों को भीख मांगते कोई भी देख सकता है.’राउत के इस बयान के बाद पूरे राज्य में उनके खिलाफ धरने-प्रदर्शन किए गए. विरोध बढ़ता देख मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनसे इस्तीफा मांगा, लेकिन राउत ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया. अंत में शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने उन्हें बर्खास्त कर दिया. पटनायक ने इस पर कहा कि किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले किसी भी व्यक्ति के वे खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में एक पत्र राज्यपाल को भेज दिया गया है. दामोदर राउत पारादीप से विधायक और वर्तमान सरकार में मंत्री हैं. वे इस समय बीजू जनता दल के उपाध्यक्ष भी हैं. राउत लगातार सात बार से विधायक हैं. इससे पहले भी वह कई बार विवादित बयान देकर चर्चा में आ चुके हैं.

कंडोम विज्ञापन मामला: राजस्थान हाईकोर्ट ने केन्द्र सरकार को जारी किया नोटिस

कंडोम विज्ञापन मामला: राजस्थान हाईकोर्ट ने केन्द्र सरकार को जारी किया नोटिस
कंडोम विज्ञापन मामला: राजस्थान हाईकोर्ट ने केन्द्र सरकार को जारी किया नोटिस

जयपुर,  । राजस्थान हाईकोर्ट ने केन्द्र सरकार से पूछा है कि कंडोम के विज्ञापनों को पूरे दिन क्यों नहीं दिखाया जा सकता है। टीवी चैनल्स पर कंडोम के विज्ञापन रात 10 बजे से सुबह 8 बजे तक दिखाए जाने के केन्द्र सरकार के आदेश पर हाईकोर्ट ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय को नोटिस जारी कर 8 सप्ताह में जवाब मांगा है ।




एचआईवी पीडितों के लिए काम करने वाली संस्था ग्लोबल अलायंस ह्मूमन राइट्स ने कंडोम के विज्ञापनों को लेकर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी एडवायजरी को हाईकोर्ट में चुनौति देते हुए याचिका पेश की थी । मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोगन एवं न्यायाधीश डी.सी. सोमानी की खंडपीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए नोटस जारी किए ।




याचिका में कहा गया कि रात 10 बजे बाद से जब इन विज्ञापनों को दिखाया जाता है तो इन्हे उत्तेजक कैसे नहीं माना जा सकता है,यदि दिन में उत्तेजक है तो रात में ही उत्तेजक रहेंगे। सरकार के पास ऐसा कौनसा डाटा है,जिसके आधार पर दिन में इसे उत्तेजक मान रही है और रात में नहीं मान रही है।




उल्लेखनीय है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 11 दिसम्बर को सभी टीवी चैनल्स को एडवायजरी जारी कर कंडोम के विज्ञापन रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक दिखाने के निर्देश दिए थे। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता प्रतिक कासलीवाल का कहना है कि भारत जैसे देश में जनसंख्या काफी अधिक है वहां ऐसे विज्ञापनों पर रोक ठीक नहीं है। एक तरफ तो सरकार जनसंख्या नियंत्रण और एड्स जैसे रोगों की रोकथाम के लिए कंडोम के इस्तेमाल की बात कहती है । वहीं दसरी तरफ इनके विज्ञापनों पर इस तरह से रोक लगाई जा रही है ।




याचिका में कहा गया कि ऐसे विज्ञापन से लोग शिक्षित होंगे। ऐसी स्थति में कंडोम का विज्ञापन अधिक से अधिक दिखाया जाना चाहिए ।

चारा घोटाले में बड़ा फैसला: लालू दोषी करार, अब जेल में मनाएंगे नया साल

चारा घोटाले में बड़ा फैसला: लालू दोषी करार, अब जेल में मनाएंगे नया साल
चारा घोटाले में बड़ा फैसला: लालू दोषी करार, अब जेल में मनाएंगे नया साल
पटना । बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है और अब सस्पेंस खत्म हुआ, लालू अब अपना नया साल जेल में ही मनाएंगे। कोर्ट का फैसला सुनते ही लालू ने कहा- ये क्या हुआ? लालू शायद जगन्नाथ मिश्रा के बरी होने की खबर के बाद आश्वस्त थे कि उन्हें भी बरी ही कर दिया जाएगा, लेकिन अदालत के फैसले ने लालू की परेशानी को बढ़ा दिया है।




चारा घोटाले का फैसला आने के बाद एक ओर तो न्यायिक हिरासत में लालू प्रसाद जेल भेजे गए तो वहीं कोर्ट में भीड़ बेकाबू हो गई जिसे संभालने में पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। राजद कार्यकर्ताओं ने कोर्ट परिसर में जमकर नारेबाजी की और फैसले पर विरोध जताया।




तीन जनवरी को होगा सजा का एलान




लालू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें होटवार जेल ले जाया जा रहा है। लालू की सजा का एलान अब तीन जनवरी को होगा। लालू यादव के साथ ही पंद्रह आरोपियों को दोषी करार दिया गया है और जगन्नाथ मिश्रा सहित सात लोगों को रिहा कर दिया गया है। इस मामले में लालू की 1990 की अर्जित संपत्ति भी अटैच की जाएगी।




लालू पहुंचे होटवार जेल




सभी आरोपियों के कोर्ट पहुंचते ही कोर्ट की कार्रवाई शुरू हुई और इस बहुप्रतीक्षित मामले में कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाया है। कोर्ट के बाहर काफी संख्या में राजद के नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रही। सीबीआई के जज शिवपाल सिंह ने लालू यादव का फैसला सुनाया। फैसले के बाद लालू को होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल ले जाया गया है।




जेल पहुंचने के बाद लालू के चेहरे पर चिंता की रेखाएं साफ देखी जा रही हैं। जेल के बाहर काफी संख्या में समर्थक डटे हुए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक लालू जेल के भीतर सिर्फ दूरदर्शन चैनल देख पाएंगे, उन्हें केबल की सुविधा नहीं मिलेगी।




पटना में राजद में मायूसी, लालू का पोस्टर लेकर दुख जताया




पटना में लालू के आवास के बाहर जहां दिन भर सन्नाटा पसरा रहा वहीं फैसला आने के बाद समर्थकों की चहल-पहल देखी जा रही है। युवा समर्थक लालू का पोस्टर हाथ में थामे मायूस दिख रहे हैं और कहा है कि लालू की लड़ाई जारी रहेगी।




वहीं, राजद नेताओं ने मीडिया से कहा कि लालू की लड़ाई अंतिम समय तक जारी रहेगी। लालू के साथ भेदभाव किया गया। हम उच्च न्यायालय में अपील करेंगे, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।




रिहाई के बाद जगन्नाथ मिश्रा ने कहा-मैं लालू के चिर विरोधी रहा, कभी साथ नहीं था




चारा घोटाला मामले में रिहा होने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा ने कहा कि ये सब सीबीआइ का किया धरा था, मैं लालू का चिर विरोधी रहा, कभी साथ नहीं था।




काफी इंतजार के बाद आया ये बड़ा फैसला




पहले फैसले का समय सुबह ग्यारह बजे तय था, लेकिन लालू यादव के वकील चितरंजन प्रसाद ने जानकारी दी थी कि ग्यारह बजे के बदले अब दोपहर तीन बजे तक फैसला सुनाया जाएगा। उसके बाद लगातार इंतजार जारी था और तीन बजे के बाद जज ने यह फैसला सुनाया।




लालू ने कोर्ट जाने से पहले कहा-भाजपा को उखाड़ फेंकेंगे




आज सुबह साढ़े दस बजे के बाद जैसे ही लालू यादव रांची स्थित रेलवे के गेस्ट हाउस से कोर्ट के निकले, उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। कोर्ट जाने से पहले लालू ने कहा कि फैसला जो भी आए सभी लोग संयम बरतें, मैं बिहार की जनता का आभारी हूं। उन्होंने कहा कि न्यायालय पर पूरा भरोसा है, फैसला जो भी आए हर आदमी लालू यादव बनकर बीजेपी के खिलाफ खड़ा होगा और भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंकेगा।




मेरे बाद तेजस्वी है ना, राजद और होगा मजबूत




लालू ने कहा कि जो भी फैसला आएगा लालू को मंजूर है, मेरे बाद मेरा बेटा तेजस्वी है ना, पूरा देश, पूरी जनता देख रही है कि मुझे और मेरे परिवार को किस तरह भाजपा परेशान करने की कोशिश हो रही है उसमें वो कामयाब नहीं होंगे। एक लालू को जेल भेजेंगे तो एक लाख लालू अब पैदा होगा, लालू ने गरीब जनता की लड़ाई लड़ी है और लड़ता रहेगा।




तेजस्वी ने कहा-मैंने बचपन से देखा है, लालू जी एक विचारधारा का नाम है




लालू के साथ उनके बड़े बेटे तेजस्वी भी कार में बैठकर कोर्ट पहुंचे थे। तेजस्वी ने कहा कि मैंने बचपन से देखा है कि मेरे पिता ने गरीबों के लिए किस कदर लड़ाई लड़ी है? मेरे पिता लालू यादव जी एक नाम नहीं, एक विचारधारा का नाम है।




मेरे पिता हमेशा ही मुसीबतों को झेलते रहे हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपना कदम पीछे नहीं हटाया है। मैंने अपने पिता से सीखा है कि किस तरह मुसीबतों से लड़ना है। भाजपा जिस तरह से मेरे पिता और परिवार को तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है वो जनता देख रही है।




15 साल से जेल के बाहर भीतर होते रहे लालू




राजद सुप्रीमो लालू यादव पहली बार दिसंबर 2002 में गरीब रथ पर सवार होकर रांची आए थे और उस वक्त बेकन हॉस्टल लालू के लिए कैंप जेल बना था।




चारा घोटाला मामले का फैसला आज, रांची के सीबीआइ कोर्ट पहुंचे लालू, देखें तस्वीरें-




1997 में 137 दि‍न न्याय‍िक ह‍िरासत में रहे थे लालू




लालू प्रसाद 10 मार्च 1990 को पहली बार और 1995 में दूसरी बार ब‍िहार के मुख्‍यमंत्री बने लालू यादव का नाम 1996 में मुख्‍य रूप से सामने आया। लालू यादव को साल 1997 में पहली बार न्यायिक हिरासत रखे गए और 12 दिसंबर 1997 को रिहा क‍िए गए।




1998 में बेऊर जेल में रखे गए थे लालू




इसके बाद दूसरी बार इस मामले में उन्‍हें 28 अक्टूबर 1998 को जेल यात्रा करनी पड़ी। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख को बेऊर जेल में रखा गया था। हालांक‍ि इसके बाद भी उन्‍हें फ‍िर जमानत म‍िल गई।




2000 में लालू ने 1 दिन ही जेल में गुजारा




लालू प्रसाद यादव को इस मामले में एक बार फ‍िर 28 नवंबर 2000 को गिरफ्तार क‍िया गया। हालांक‍ि इस बार लालू प्रसाद यादव को स‍िर्फ 1 दिन ही जेल में गुजारना पड़ा।




2013 में फ‍िर जेल गए थे लालू प्रसाद यादव




इसके बाद 2013 में चारा घोटाले से ही जुड़े एक मामले में 37 करोड़ रुपये के गबन को लेकर लालू यादव दोषी पाए गए। इस दौरान उन्‍हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी।




राजद ने प्रमुख प्रवक्ताओं को दी प्रेस से बात करने की जिम्मेवारी




रांची सीबीआई कोर्ट के फैसले के इंतज़ार में राजद के प्रवक्ता दिल्ली, पटना और रांची में मुस्तैद हैं। लालू के निर्देश पर दिल्ली स्थित राजद ऑफिस में राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा और सांसद जय प्रकाश यादव की ड्यूटी लगाई गई है। पटना ऑफिस में जगदानंद सिंह, निरंजन कुशवाहा और चितरंजन गगन मौजूद हैं।




रांची में शक्ति यादव और एज्या यादव की ड्यूटी लगाई गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सभी प्रवक्ताओं को मीडिया के सवालों का जवाब देने की जिम्मेवारी सौपी गई है।




फैसले पर रही पूरे देश की नजर




इस बड़े फैसले पर पूरे देश की नजर टिकी हुई थी। दो बजे के बाद ही राजद के बड़े नेता और कार्यकर्ता धीरे-धीरे रांची के सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट पहुंचने लगे थे। फैसले के बाद राजद के समर्थकों को बड़ा झटका लगा है।




तेजप्रताप यादव ने पिता के लिए की पूजा अर्चना




लालू के साथ उनके छोटे बेटे तेजस्वी जहां रांची में हैं, तो वहीं बड़े बेटे तेजप्रताप यादव मां राबड़ी के पास पटना में हैं। तेजप्रताप ने सुबह पूजा-पाठ की और लालू के लिए दुआएं मांगीं। पटना में भी राजद के बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच गहमागहमी देखी जा रही है। हालांकि लालू आवास पर सन्नाटा छाया हुआ है। राबड़ी देवी टीवी पर पल-पल की खबर रख रही हैं।




पैतृक गांव में भी हो रही थी पूजा




लालू प्रसाद के पैतृक गांव फुलवरिया के ग्रामीणों की बेचैनी बढी रही और गांव के दुर्गा मंदिर में ग्रामीण लालू प्रसाद के बरी होने के लिए पूजा अर्चना कर रहे थे। इस मंदिर को लालू प्रसाद ने ही बनवाया है।




मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे लालू प्रसाद के भतीजा नितेश कुमार , पोता लवकुश , मंदिर के महंथ हीरामन दास आदि का कहना है कि लालू प्रसाद को साजिश के तहत चारा घोटाले में फंसाया गया है।




रांची पहुंचे लालू के समर्थक, कहा-हमारे नेता निर्दोष




रांची पहुंचे राजद के नेता और कार्यकर्ता आज सुबह से ही अपने सुप्रीमो के फैसले का इंतजार करते रहे। सबने एक सुर में कहा कि हमारे नेता निर्दोष हैं, उन्हें फंसाया गया है।