शुक्रवार, 22 सितंबर 2017

कलावती हत्याकांड : 21 दिन बाद भी पुलिस को हाथ नहीं लगा सुराग

कलावती हत्याकांड : 21 दिन बाद भी पुलिस को हाथ नहीं लगा सुराग

कलावती हत्याकांड : 21 दिन बाद भी पुलिस को हाथ नहीं लगा सुराग
अजमेर.कायड़ रोड स्थित जय हनुमान कॉलोनी में 1 सितंबर को महिला की दिनदहाड़े उसी के घर में गला रेतकर हत्या के मामले में पुलिस वारदात के 21 दिन बाद भी खाली हाथ है। पुलिस ने अब तक पुलिस तफ्तीश के दायरे में मृतका के परिजनों को ही केन्द्र बिंदु बनाकर रखा है। तफ्तीश के नाम पर रोजाना पुलिस मृतका के घरवालों से तरह-तरह के सवाल कर रही है, लेकिन नतीजा सिफर है। हालत यह है कि पीड़ित परिजन खुद को प्रताड़ित महसूस करने लगे हैं।




- मामले में अपराधी की पहचान नहीं होने के कारण कालोनी के लोग भी दहशत में है, लोग आशंकित हैं कि अब पता नहीं कौन हत्यारे का शिकार बनेगा। सिविल लाइंस थाना प्रभारी करण सिंह के अनुसार मामले में संदिग्ध कार के बारे में पड़ताल की जा रही है, मामले में तफ्तीश की दिशा अभी तय नहीं हो सकी है।

- उल्लेखनीय है कि वारदात के दौरान मृतका के घर के आसपास देखी गई सिल्वर कलर की संदिग्ध कार सीसी टीवी कैमरे में जाते हुए दिखाई दी है। पुलिस ने टोल नाकों के सीसी टीवी कैमरों में भी संदिग्ध कार के बारे में तफ्तीश की है।




साजिश की संभावना

- वारदात के दौरान कलावती पाठक घर में अकेली थी। हत्यारों ने उस समय हत्या की जब वह किचन में चाय बना रही थी। चाकू या अन्य हथियार से महिला का गला रेता गया है। उसकी चीख दबाने के लिए हत्यारों ने मुंह पर टेप चिपका कर उसी की साड़ी मुंह पर लपेट दी थी। काॅलोनी के लोगों ने पुलिस को बताया है कि कार में दो लोग कलावती के घर आए थे। घटनास्थल पर पानी से भरे दो गिलास भी मिले हैं और चाय के गिलास भी मिले।

- इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कलावती ने आगंतुकों को बैठाया था और चाय बनाने के लिए किचन में गई थी। इस दौरान हत्यारे उसका मुंह भींचकर घसीटते हुए पास ही कमरे में ले गए, जहां हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस मृतका के परिजनों से उनसे रंजिश रखने वालों के बारे में पूछताछ कर रही है। लूट के इरादे से हत्या नहीं की गई, क्योंकि मृतका के परिजनों ने पुलिस को बताया है कि नकदी, जेवर या अन्य कोई कीमती वस्तु गायब नहीं है।




परिजनों को ही बनाया जांच का केन्द्र

- पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर जांच का केन्द्र मृतका के परिजनों को मानते हुए तफ्तीश की है। उल्लेखनीय है कि मृतका कलावती का पति मनोहर पाठक एमडीएस यूनिवर्सिटी में कर्मचारी है। पाठक के चार भाई हैं। कलावती का पीहर भी उत्तराखंड में ही है। पाठक की तीन संतानों में दो बेटियां है और एक पुत्र विनोद है।

- मृतका कलावती की एक बेटी का विवाह हो चुका है वह ससुराल में है, जबकि दूसरी बेटी पुणे में जॉब कर रही है, उसकी शादी दो माह बाद होनी है। बेटा विनोद अजमेर में प्राइवेट कंपनी में काम करता है। पुलिस इस मामले में हर सूचना की गंभीरता से तस्दीक कर रही है।

- एसपी राजेन्द्र सिंह चौधरी के अनुसार मामले में विभिन्न दिशाओं में तफ्तीश चल रही है, तफ्तीश की एक दिशा अभी तय नहीं हो सकी है। जांच कर रहे पुलिस अधिकारी रोजाना मृतका के परिजनों से अलग-अलग बिंदुओं से पूछताछ कर क्लू जुटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मृतका के परिजनों से अभी तक पुलिस को ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे तफ्तीश की दिशा तय हो सके। परिजनों से पूछताछ में पुलिस का अब तक कोई सुराग नहीं मिला। अगर पुलिस बाहर के व्यक्ति से पूछताछ करे तो सुराग मिल सकते हैं।

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