शनिवार, 12 अगस्त 2017

बाड़मेर कचरा समस्या नहीं, ठोस प्रबंधन जरूरीःश्री निवासन



बाड़मेर कचरा समस्या नहीं, ठोस प्रबंधन जरूरीःश्री निवासन
-श्रीनिवासन ने कहा कि लोग कचरे को घरों से फैंक देते है, जबकि यह आय का बेहतरीन स्त्रोत बन सकता है। इसके जरिए सैकड़ांे लोगांे को रोजगार मिल सकता है। इसके लिए जिला प्रशासन के साथ जन प्रनिधियांे एवं आमजन को कचरा प्रबंधन की कार्य योजना की क्रियान्विति की पहल करनी होगी।
बाड़मेर, 12 अगस्त। कचरा समस्या नहीं है, जरूरत है कि इसका सही प्रबंधन किया जाए। ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन के जरिए जहां शहर की तस्वीर बदलने के साथ इसके जरिए आर्थिक बचत की जा सकती है। इसके लिए जन प्रतिनिधियांे के साथ आमजन को सहयोग करना होगा। इंडियन ग्रीन सर्विस के परियोजना निदेशक सी.श्रीनिवासन ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन, नगर परिषद एवं राजवेस्ट पावर लिमिटेड की ओर से आयोजित ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन कार्यशाला के दौरान कही।

इस अवसर पर सी.श्रीनिवासन ने कहा कि कचरे का सही इस्तेमाल करके इसकी वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याआंे का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोग कई मर्तबा अनुपयोगी सामान को कूड़ा समझ कर अपने घर से फेंक देते हैं। जबकि वह हमारे लिए आय का बेहतरीन स्त्रोत साबित हो सकता है। उन्हांेने कहा कि अगर उसे बेहतर तरीके से साफ सुथरा कर कबाड़ी को बेचें तो उससे अच्छी खासी रकम मिल सकती है। उन्हांेने कहा कि अगर घर से सब्जी के छिलके, बीज वगैरह फेंकने के बजाय उसे गाय-भैंस का चारा बनाएं तो उससे निकलने वाले गोबर से प्लांट के जरिए ईंधन प्राप्त कर सकते हैं, जिसका उपयोग भोजन बनाने में किया जा सकता है। साथ ही इससे काफी आर्थिक बचत की जा सकती है। उन्हांेने छतीसगढ़ के अंबिकापुर का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर उनकी ऐसी टीम काम कर रही जो शहर के कचरा को इकट्ठा कर उसे साफ सुथरा कर कबाड़ वाले को बेच कर अच्छी आमदनी प्राप्त करती है। इससें सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। प्रति व्यक्ति को उसके कार्य के अनुसार वेतन दिया जाता है। इस दौरान इंडियन ग्रीन सर्विस के परियोजना निदेशक सी.श्रीनिवासन ने कचरा प्रबंधन के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। उन्हांेने कहा कि आमजन के सहयोग के जरिए शहर की तस्वीर बदली जा सकती है। उन्हांेने कहा कि पहले मानव संसाधन एवं मशीनरी के उपयोग के बावजूद सही तरीके से सफाई व्यवस्था नहीं हो पाती थी। लेकिन कुछ समय बाद अंबिकापुर की तस्वीर बदल गई और पूरे देश मंे सफाई व्यवस्था मंे वह पन्द्रहवे स्थान पर पहूंच गया। उन्हांेने फिल्म प्रदर्शन एवं प्रायोगिक विधियांे के जरिए कचरा प्रबंधन की जानकारी दी।

इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की कामयाबी के लिए प्रत्येक व्यक्ति का जुड़ाव जरूरी है। उन्हांेने कहा कि शहर को साफ-सुथरा एवं सुव्यवस्थित बनाने के लिए व्यवस्थित कचरा प्रबंधन बेहद जरूरी है। उन्हांेने जन प्रतिनिधियांे, स्वयंसेवी संगठनांे के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकांे से अनुरोध किया कि वे यह तय करें कि बाड़मेर को किस रूप मंे देखना चाहते है। उन्हांेने सी. श्रीनिवासन के क्रियाकलापांे एवं उनके निर्देशन मंे विभिन्न शहरांे की गतिविधियांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है कि शहर को कैसे स्वच्छ रखा जा सके। इससे पहले उपखंड अधिकारी चेतन कुमार त्रिपाठी ने कार्यशाला के उददेश्यांे के बारे मंे जानकारी दी। कार्यक्रम की शुरूआत इंडियन ग्रीन सर्विस के परियोजना निदेशक सी.श्रीनिवासन,बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते,नगर परिषद के सभापति लूणकरण बोथरा, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने सरस्वती की तस्वीर के आगे दीप प्रज्जवलन करके की। कार्यशाला मंे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया, उद्यमी जोगेन्द्रसिंह चौहान समेत जिला प्रशासन, वायुसेना, सेना के अधिकारी, जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न संगठनांे के प्रतिनिधि, टीम फिफ्टी विलेजर्स तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा.सुरेन्द्र चौधरी ने किया। इससे पहले जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने श्री निवासन का साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया।

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