शुक्रवार, 14 जुलाई 2017

क्या यह मानवाधिकार है, एक बेटी को पापा के अंतिम संस्कार में शामिल होने का भी हक नहीं दिया- चीनू

क्या यह मानवाधिकार है, एक बेटी को पापा के अंतिम संस्कार में शामिल होने का भी हक नहीं दिया- चीनू


नागौर. आनंदपाल के अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस का दावा है कि शव का अंतिम संस्कार आनंदपाल के परिजनों की सहमति से किया गया है वहीं एक ऑडियो में कथित रूप से दुबई में रह रही आनंदपाल की बड़ी बेटी चीनू का कहना है कि उनके पिता का अंतिम संस्कार जबरन किया गया है और उनकी मां, दादी, बहन योगिता, भाई व बुआ को पुलिस ने धक्का देकर मारपीट कर कमरे में बंदकर शव जबरन ले गए। एक मिनट 56 सैकण्ड के ऑडियो में आवाज को कथित रूप से चीनू की बताया जा रहा है। ऑडियो में चीनू कहती है ‘अंतिम संस्कार को लेकर परिवार की सहमति नहीं ली गई। परिवार में मैं भी पापा की बेटी हूं, मेरी सहमति नहीं है, भाई, बहन की सहमति नहीं है तो किसकी सहमति से अंतिम संस्कार किया गया है।’ बिल्कुल पापा के शव को जबरदस्ती लेकर गए। रात को अंतिम संस्कार करने का कौनसा समय होता है। ये लोग रात में अंतिम संस्कार करने लेकर गए। सूरज डूबने के बाद अंतिम संस्कार कर रहे हैं। चीनू कहती है कि शव के अंतिम संस्कार में परिवार के लोग शामिल नहीं हुए। जो भी शामिल हो रहे हैं उनको पुलिस जबरदस्ती शामिल कर रही है। दबाव बनाकर व ट्रॉचर करके अंतिम संस्कार में शामिल किया जा रहा है। ऑडियो में भावुक हुई चीनू कहती है कि क्या यह न्याय है, यह मानवाधिकार है, एक बेटी को उसके पापा के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का भी हक नहीं दिया गया सरकार की तरफ से।





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