शुक्रवार, 21 जुलाई 2017

बाड़मेर 6 साल से क्रूड चोरी, फैक्ट्री मालिक केयर्न अधिकारियों सहित छह को हिरासत में लिया




बाड़मेर 6 साल से क्रूड चोरी, फैक्ट्री मालिक केयर्न अधिकारियों सहित छह को हिरासत में लिया
फैक्ट्री मालिक ने सरेंडर किया, 6 हिरासत में
चोरी का क्रूड गुजरात में बिकता था, हर माह डेढ़ करोड़ के क्रूड का काला कारोबार
बड़े स्तर पर सांठगांठ | क्रूडचोर गिरोह की वेलपेड से क्रूड चोरी करने से लेकर बेचने तक बड़े स्तर पर सेटिंग थी। केयर्न के तमाम सिक्यूरिटी दावों के बावजूद गिरोह तेल कुओं से ही सीधे क्रूड को चोरी करने में कामयाब रहा। ऐसे में अब तेल उत्पादन में लगी कंपनी को लेकर कई तरह से सवाल उठने लगे हैं। बाड़मेर



देशसे निकलने वाले क्रूड का एक चौथाई उत्पादन बाड़मेर से हो रहा है, लेकिन उत्पादन में लगी केयर्न कंपनी के कुछ अधिकारियों, ट्रक ऑपरेटरों, क्रूड माफियाओं की मिलीभगत से पिछले 6 साल से क्रूड तेल चोरी के लिए गिरोह सक्रिय था, जो हर रोज 5 लाख रुपए का क्रूड टैंकरों से चोरी कर बाड़मेर के अलावा गुजरात तक बेचता था।
पुलिस जांच में सामने आया कि क्रूड ऑयल चोरों का बड़ा गिरोह है। पुलिस ने क्रूड चोरी में लिप्त एक फैक्ट्री मालिक, केयर्न कंपनी अधिकारियों सहित 6 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह की गुजरात तक सेटिंग थी और चोरी का क्रूड गुजरात में बेच हर माह डेढ़ करोड़ से ज्यादा की काली कमाई करते थे। भास्कर पड़ताल में सामने आया कि जिले के अलग-अलग तेल कुओं से एमपीटी नागाणा तक पहुंचने वाला क्रूड तेल गुजरात तक बेचा जा रहा है।
700 किमी. दूर गुजरात की रिफाइनरी में चोरी का क्रूड बिक रहा था। पुलिस जांच में भी क्रूड चोरी का लिंक गुजरात तक सामने आया है, ऐसे में पुलिस अब हिरासत में लिए गए आरोपियों की निशानदेही पर अन्य आरोपियों को पकड़ने में लगी हुई है। पुलिस ने केयर्न से क्रूड ट्रांसपोर्ट करने वाली कंपनी के टैंकरों, उसके कर्मचारियों की जानकारी मांगी है, जिनकी वेलपेड पर संदिग्ध भूमिका सामने आई थी। बताया जा रहा है करीब 50 से ज्यादा टैंकर तेल उत्पादन में लगे हुए थे।
डामर बनाने से लेकर गुजरात तक बेचते थे क्रूड पुलिसके मुताबिक पकड़ी गई फैक्ट्रियों के अंडरग्राउंड टैंक में चोरी का क्रूड स्टोरेज किया जाता था, जहां से क्रूड को स्थानीय स्तर पर सड़क निर्माण में लगे ठेकेदारों को बेचा जाता था। ठेकेदार डामर में मिलाने के अलावा डामर को गलाने में भी क्रूड का इस्तेमाल करते थे। इसके अलावा क्रूड का टैंकर भरकर गुजरात अन्य स्थानों पर बेच कर मोटी रकम कमा रहे थे।
^क्रूड चोर गिरोह का नेटवर्क गुजरात तक था, ऐसे में कड़ी से कड़ी मिलाने में समय लग रहा है। कई तरह की तकनीकी परेशानी भी सामने रही है। अब तक की जांच में यह सामने आया है की क्रूड का लोकल स्तर पर भी यूजेज हाेता था और बाहर भी भेजते थे। -गगनदीपसिंगला, एसपी, बाड़मेर
गादान रोड पर स्थित अवैध क्रूड तेल की फैक्ट्री के मालिक ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है, हालांकि पुलिस अब तक इसके नाम का खुलासा नहीं कर रही है। इसके अलावा वेलपेड पर सिक्यूरिटी, प्रोडक्शन सहित अन्य कंपनी अधिकारियों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में कई लोगों का हाथ होना सामने आया है, जिसके बाद अब पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।
 



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