शुक्रवार, 23 जून 2017

अजमेर,देश की उन्नति में ही सहयोग करना ही राष्ट्रधर्म- श्री मेघवाल



अजमेर,देश की उन्नति में ही सहयोग करना ही राष्ट्रधर्म- श्री मेघवाल

स्व. सुन्दरसिंह भण्डारी की पुण्य तिथि पर व्याख्यान माला एवं विशिष्टजन का सम्मान समारोह आयोजित

भौतिकतावादी सोच ही दुखों का कारण, राष्ट्रधर्म अपनाने से आगे बढ़ेगा देश -श्री देवनानी

त्याग और समर्पण से ही देश होगा मजबूत- श्री कटारिया


अजमेर, 23 जून। केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्राी श्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि देश के हित और उन्नति में सहयोग करना ही राष्ट्रधर्म है। हम स्वच्छता, समय पर कर अदायगी, नियमों का पालन और अपने राष्ट्र के प्रति अटूट श्रद्धा का प्रदर्शन कर भी राष्ट्रधर्म का पालन कर सकते हैं। भारत दुनियां की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की और अग्रसर है । प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम शीघ्र ही अपना लक्ष्य पा लेंगे।

आज अजमेर के जवाहर रंगमंच पर श्री सुन्दरसिंह भण्डारी चेरिटेबल ट्रस्ट उदयपुर द्वारा स्व. सुन्दरसिंह भण्डारी जी की 12वीं पुण्य तिथि के अवसर पर व्याख्यान माला एवं विशिष्टजन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्राी श्री अर्जुनराम मेघवाल ने विविध उदाहरणों से राष्ट्रवाद और नागरिकों के कर्तव्य विषय पर प्रकाश डाला। उन्हांेने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि पश्चिमी देशों में कपड़ों के आधार पर व्यक्ति को जेेंटलमैन या सुसभ्य माना जाता है। हमारे यहां संस्कार और चरित्रा व्यक्ति को जेंटलमैन बनाते हैं।

श्री मेघवाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 19 वीं शताब्दी में यह आभास कर लिया था कि आने वाले समय में भारत विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति होगा। उस समय ब्रिटिश पत्राकारों ने उनकी सोच का उपहास किया हो लेकिन आज प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। शीघ्र ही हम विश्व की आर्थिक महाशक्ति होगे। आज पूरा विश्व योग का लोहा मान रहा है और भारतीय योग का सम्मान कर रहा है।

उन्हांेने कहा कि प्रत्येक भारतीय राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करें, स्वच्छता में सहयोग करें और अपनी संस्कृति के प्रति सम्मान व्यक्त करें। यही राष्ट्र धर्म का पालन है। उन्होंने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर जोर देते हुए कहा कि हम अपनी संस्कृति पर गर्व करना सीखें।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाना और मजबूत करना है तो हमें राष्ट्रधर्म का पालन करना होगा। वर्तमान पीढ़ी भोग और भौतिकता की ओर आकर्षित है, हमें युवाओं को अपनी संस्कृति से रूबरू कराना होगा। संस्कृति की ओर युवाओं का रूख मोड़ने के लिए शिक्षा सर्वाधिक उपयुक्त माध्यम है। राजस्थान में हमने पाठ्यक्रम में बदलाव कर युवाओं को संस्कृति और राष्ट्र नायकों से परिचित करवाया है।

श्री देवनानी ने कहा कि राज्य के पाठ्यक्रम में 200 से अधिक वीर वीरांगनाओं, संतों, लोक नायकों, देश के अमर शहीदों और विचारकों का पाठ जोड़े है। यह सभी महान व्यक्तित्व युवाओं को भौतिकतावादी सोच से परे राष्ट्रधर्म से जोड़ने में सहायक सिद्ध होंगे। समाज में आयी विकृतियों को दूर करने में भी यह बदलाव सकारात्मक नतीजे दिखा रहा है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष व राज्य के गृह मंत्राी श्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा कि त्याग और समर्पण से ही देश मजबूत होगा। राष्ट्रधर्म और कर्तव्यों का पालन करने के लिए हमें श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पण्डित दीनदयाल उपाध्याय और श्री सुन्दर सिंह भण्डारी जैसे महान विचारकों के जीवन से पे्ररणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए । उन्हांेने राष्ट्र के नेतृत्व और उत्थान में जनसंघ की भूमिका का जिक्र किया।

कार्यक्रम मंे श्री धनप्रकाश त्यागी, डाॅ धर्मचन्द, श्री जगदीश जोशी, श्री किरणमल सावनसुखा, श्री पे्रमचन्द गुप्ता, श्री कंुजबिहारी शर्मा, श्री राधाकृष्ण मलिक, श्री कैलाश भंसाली, श्री पद्माकर श्रीरामजी तारे, श्री चैथमलजी सनाढ्य, श्री लेखराज माधु, वैद्य केदार शर्मा, श्री सुरेश कटारिया, श्री मदन मूंदड़ा, श्री रामेश्वर भारद्धाज, श्री केसर सिंह नाहर, श्री नारायण पण्ड्या, श्री मधुरेश नन्दन कुलश्रेष्ठ, श्री दामोदर शांडिल्य तथा श्री हरिकृष्ण जोशी को ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकार सिंह लखावत, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, एडीए अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेड़ा, पूर्व सांसद श्री रासासिंह रावत, पूर्व मंत्राी श्री श्रीकिशन सोनगरा, उप महापौर श्री सम्पत सांखला सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।




न्याय आपके द्वार में 5 हजार 876 प्रकरण निस्तारित
अजमेर, 23 जून। राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार 2017 के अन्तर्गत शुक्रवार को जिले में 5 हजार 876 प्रकरण निस्तारित किए गए।

अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं लोक अदालत प्रभारी श्री किशोर कुमार ने बताया कि उपखण्ड स्तर पर खाता दुरूस्ती के 425, विभाजन के 9, खातेदारी घोषणा के 56, स्थायी निषेधाज्ञा का 3, नामान्तरण के 4, इजराय के 24, रास्ते के 1, पत्थर गढ़ी के 4 एवं अन्य 34 प्रकरण निस्तारित हुए। इसी प्रकार तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार स्तर पर नामांतरण के 799, खाता दुरूस्ती के एक हजार 170, खाता विभाजन के 15, सीमाज्ञान के 38, धारा 251 के 3, राजस्व नकले एक हजार 377 एवं अन्य एक हजार 899 प्रकरण निस्तारित किए गए।




वृहद मतदाता पंजीकरण अभियान एक से 31 जुलाई तक चलेगा

अजमेर दक्षिण के बीएलओ तथा पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण 27 को


अजमेर, 23 जून। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वृहद मतदाता पंजीकरण अभियान एक से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। इसके लिए बीएलओ तथा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण आगामी 27 जून को प्रातः 10 बजे सूचना केन्द्र में दिया जायेगा।

निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी अजमेर ने बताया कि निर्धारित कार्यक्रमानुसार शैक्षिणिक संस्थाओं शिविरों का आयोजन एक से 15 जुलाई तक होगा। इसी प्रकार बीएलओ द्वारा घर घर जाकर पात्रा व्यक्तियों से विभिन्न आवेदन पत्रा प्राप्त करने, मृत/स्थानान्तरित मतदाताओं का सत्यापन कर सूची तैयार करने का कार्य 16 से 31 जुलाई के मध्य किया जाएगा। इस संबंध में 9 जुलाई एवं 23 जुलाई रविवार अभियान की विशेष तिथियां रहेगी तथा 22 जुलाई शनिवार को वार्ड सभा/ ग्राम सभा की बैठक आयोजित कर मतदाता सूचियों का पठन तथा विभिन्न आवेदन प्राप्त करने का कार्य किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों की आयु एक जनवरी 2017 को 18 वर्ष या इससे अधिक है और जो मतदाता बनने के योग्य है एवं जिनका नाम मतदाता सूची दर्ज नही है। वे प्रारूप 6 में आवेदन पत्रा प्रस्तुत कर सकते है। पूर्व मंे पंजीकृत किसी प्रविष्ठि में संशोधन करवाने के लिए प्रारूप 8 में आवेदन करना होगा। मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए प्रारूप 7 में तथा एक विधानसभा क्षेत्रा में अपनी भाग संख्या बदल कर दूसरी भाग संख्या मतदाता निवास करने लग गया है तो प्रारूप 8 क में आवेदन करना होगा।

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