बुधवार, 21 जून 2017

बाड़मेर। बाबूलाल प्रकरणः जांच अधिकारी नही हटाया तो आंदोलन उग्र करने की चेतावनी ,धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद हरीश चौधरी

बाड़मेर। बाबूलाल प्रकरणः जांच अधिकारी नही हटाया तो आंदोलन उग्र करने की चेतावनी ,धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद हरीश चौधरी


बाड़मेर। नगरपरिषद के ठेकेदार बाबूलाल मेघवाल द्वारा सभापित एवं अधिनस्थ अधिकारियों की प्रताड़नाओं एवं अपमान से त्रस्त होकर आत्महत्या किए जाने के मामले मे पुंलिस द्वारा करीबन 1 महिने बाद भी कोई कार्यवाही नही किए जाने से त्रस्त दलित समुदाय ने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रषासन को ज्ञापन देकर अनुसंधान अधिकारी बाड़मेर डीएसपी ओमप्रकाष उज्जवल पर आरोपितों को सरंक्षण देकर मामले को रफादफा करने का खुला आरोप लगाया हैं। राजस्थान मेघवाल परिषद ने मुख्यमंत्री से तत्काल जांच बदलने एवं बाड़मेर के बाहर की पुलिस के उच्चाधिकारी से निष्पक्ष जांच करवाने की मांग भी की हैं। खेताराम भील हत्या प्रकरण एवं ठेकेदार बाबूलाल मेघवाल के धरनार्थियों एवं पीडि़त पजिनों से पूर्व सांसद एवं एआईसीसी के सचिव हरीष चौधरी ने मुलाकात कर पुरे प्रकरणों को गंभीरता से सुना एवं समझा। पीडि़त परिवार एवं धरने पर बैठे दलित नेताओं से मंत्रणा की एवं न्याय दिलाने में पुरा सहयोग एवं समर्थन का भरोसा दिलाया। चौधरी ने कहा कि राजनैतिक से उपर उठकर दलित पीडि़तों को न्याय दिलाना हम सबका धर्म एवं कर्तव्य बनता है।
मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा, प्रतिनिधि मण्डल में बालोतरा प्रधान ओमाराम भील, गडरारोड़ प्रधान तेजाराम कोडेचा, सेड़वा प्रधान पदमाराम मेघवाल, प्रो.एम आर गढवीर, प्रो. के.आर. मेघवाल, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल, हरखाराम मेघवाल, भूराराम भील, जि.प.स. किषनलाल भील, सोहन मंसूरिया, श्रवण चंदेल, हरीष सेजु जैसलमेर से प्रेमाराम भील, तगाराम नामा शामिल थे। 
जिला कलेक्टर ने काफी चर्चा एवं दोनों प्रकरणों में गंभीरता से लेने एवं निष्पक्ष न्याय का भरोसा एवं बाबूलाल ठेकेदार प्रकरण की जांच बदलने पर उच्च स्तर पर चर्चा कर न्याय का भरोसा दिलाया। 

Displaying IMG_20170621_164808.jpg



मूलाराम मेघवाल ने बताया कि पुलिस एवं प्रषासन को जांच के लिए पर्याप्त 1 महिने का समय दिये जाने के बावजूद भी बाबूलाल प्रकरण मे आरोपितों पर कोई कार्यवाही नही हुई हैं। डीएसपी एवं जांच अधिकारी ओमप्रकाष उज्जवल पूरे मामले को रफादफा कर आरोपितों को निर्दोष करार देने की तैयारियों मे हैं। परिषद ने आरोप लगाया हैं कि इस मामले मे सभापति लूणकरण बोथरा के साथ डीएसपी ने बड़ी डील की हैं। उन्होने यह भी आरोप लगाया हैं कि डीएसपी ने नगर की कच्ची बस्ती इन्द्रा नगर मे करीबन 11 पट्टे अपने एवं परिजनों के नाम अनाधिकृत रूप से जाली दस्तावेजों पर नगरपरिषद से हांसिल कर रखे हैं इन अवैध पट्टों को बचाने के लिए वे आरोपियों को खुला सरंक्षण दे रहे हैं। जिसे दलित समुदाय बर्दाष्त नही करेगा।
उन्होने बाड़मेर डीएसपी के पट्टों की भी जांच की मांग की हैं। विज्ञप्ति मे बताया गया हैं कि डीएसपी की शह पर आरोपित खुले मे कह रहे हैं कि उनका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता। पुलिस मृतक बाबूलाल को मेंटल करार देने को आमादा हैं।
मूलाराम ने बताया कि मुख्यमंत्री एवं जिला प्रषासन ने हमारी मांगें नही मानी तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जायेगा। इसके लिए व्यापक तैयारिया  की जा रही हैं। इस संबंध मे चोहटन के विधायक तरूणराय कागा मुख्यमंत्री से मिलेंगे तथा प्रकरण की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच कराने एवं डीएसपी को बदलने की मांग भी करेंगे। बुधवार को धरना स्थल पर भारी संख्या मे दलित नेता एवं गणमान्य लोग पहुंचे और घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पुलिस का यह रवैया सहन योग्य नही हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें