शनिवार, 20 मई 2017

बाड़मेर,सड़क मित्र बनकर लोगांे की जान बचाएःआदिल भाई



बाड़मेर,सड़क मित्र बनकर लोगांे की जान बचाएःआदिल भाई
-शिव पंचायत समिति मंे सड़क सुरक्षा, शिक्षा एवं जागरूकता अभियान की शुरूआत
बाड़मेर, 20 मई। सड़क मित्र बनकर हादसांे से होने वाली अकाल मौतांे को रोकने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएं। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर सड़क मित्रों का चयन करके उनको सड़क सुरक्षा संबंधित जानकारी दी जा रही है। सड़क मित्र जागरूकता अभियान के पुरोधा होंगे। महिला मंडल बाड़मेर आगोर के प्रबंध निदेशक आदिल भाई ने शिव पंचायत समिति मंे सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं विश्व बैंक के सहयोग से सड़क सुरक्षा, शिक्षा एवं जागरूकता अभियान की शुरूआत के दौरान यह बात कही।

इस दौरान प्रबंध निदेशक आदिल भाई ने कहा कि सड़क हादसांे में मरने वालों की संख्या मंे लगातार बढ़ती तादाद बेहद दुःखद बात है। हादसांे और मौतों को कम करने के लिए घायल हुए लोगों का जीवन बचाने का पुनीत कार्य करने के लिए सड़क मित्रों के साथ काम किया जा रहा है। उन्हांेने यह लोग आने वाले समय मंे किसी के घर का चिराग को बचाने में मददगार साबित होंगे। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक दिन छह ग्राम पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान की सफलता और निरन्तरता को बनाये रखने के लिए राज्य सरकार एवं संस्थान की ओर से इसकी निरन्तरता एवं उपयोगिता सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान संस्थान सचिव सराना अख्तर ने कहा कि अभियान में मुख्य रूप से सड़क सुरक्षा नियमों, प्राथमिक उपचार, दुर्घटना पश्चात की देखभाल आदि पर विभिन्न माध्यमों से सरल भाषा में सड़क मित्रों एवं ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन प्रशिक्षण से लाभान्वित हो कर किसी के अनमोल जीवन को बचाने में ग्रामीण एवं सड़क मित्र सफल हो पाए तो यह अभियान सही मायने मंे सार्थक साबित होगा। संस्था प्रबंधक मुकेश द्विवेदी ने बताया कि शिव पंचायत समिति के मुंगेरिया, हरवा, आकली, मोखाबकलां, धारवी खुर्द एवं आरंग ग्राम पंचायत से दूसरे चरण के अभियान की शुरूआत की गई है। उनके मुताबिक 23 मई तक शिव पंचायत समिति में जागरूकता अभियान पूर्ण कर लिया जाएगा। उसके पश्चात गिडा पंचायत समिति में 24 मई से इस अभियान की शुरूआत होगी। यह कार्यक्रम टीम लीडर निर्मला व्यास, मनदीप, दशरथ सिंह जाट, भूराराम, जगाराम एवं ज्योति सिंह के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। प्रत्येक दिन 65 से 70 सड़क मित्रों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही 700 से 800 लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

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