शनिवार, 8 अप्रैल 2017

राजकीय विद्यालयों का नामांकन एक करोड़ करने का लक्ष्य - प्रो. देवनानी



राजकीय विद्यालयों का नामांकन एक करोड़ करने का लक्ष्य - प्रो. देवनानी


अजमेर, 7 अप्रेल। शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजकीय विद्यालयों में नामांकन में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। इसी वृद्धि को कायम रखते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके नामांकन वृद्धि की जाएगी। आगामी दो वर्षों में राज्य के राजकीय विद्यालयों में नामांकन को एक करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। गत् वर्ष लगभग 82.3 लाख का नामांकन था। इससे पूर्व यह आंकड़ा लगभग 78 लाख रहा। उन्होंने यह बात राजकीय माध्यमिक विद्यालय चैरसियावास में 4 अतिरिक्त कक्षा कक्षों के शिलान्यास समारोह में कही। समारोह में नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत भी उपस्थित थे।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजकीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कृत संकल्पित है। इसी का परिणाम है कि गत् वर्षों में इन विद्यालयों के परीक्षा परिणाम तथा नामांकन में वृद्धि दर्ज की गई है। विद्यालयों को समस्त भौतिक एवं मानवीय संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों का शत प्रतिशत परिणाम होना चाहिए। विद्यार्थी 5वीं एवं 8वीं परीक्षा बोर्ड के माध्यम से देंगे इससे उनकी योग्यता में निखार आएगा। 8वीं बोर्ड का परिणाम आने तक विद्यार्थियों को 9वीं कक्षा में असथायी प्रवेश देकर अध्ययन करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि चैरसियावास माध्यमिक विद्यालय में लगभग 43 लाख की लागत से 4 कक्षा कक्ष बनेंगे। इनका उपयोग अध्ययन, कम्प्यूटर रूम एवं स्मार्ट क्लास के लिए किया जाएगा। विद्यालय की समस्त कक्षाओं को कम्प्यूटर एवं स्मार्ट क्लास का उपयोग लेना चाहिए। विद्यार्थियों में देश भक्ति की भावना विकसित करने के लिए उनमें बचपन से ही संस्कारों का निर्माण करने की आवश्यकता है। आंगनबाड़ी केन्द्रों को विद्यालय परिसर में संचालित करके पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसके पश्चात 5 वर्ष तक की आयु के बच्चे विद्यालयों में प्रवेश ले सकेंगे। राजकीय विद्यालयों के अध्यापकों को समाज के प्रति कर्तव्यों का पालन करने में आगे रहना चाहिए। उन्हें नियमित तौर पर प्रतिदिन एक घण्टा अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को विद्यालय समय के अतिरिक्त देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के विकास के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। चैरसियावास गांव के विकास के लिए ईदगाह के बाहर से चैरसियावास तक 50 लाख की लागत से सड़क निर्माण तथा लगभग ढ़ाई किलोमीटर तक पेयजल पाईपलाइन बिछाई जाएगी।

इस अवसर पर नगर निगम के पार्षद श्री विरेन्द्र वालिया, दीपेन्द्र लालवानी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री कैलाश चंद झंवर, रमसा के एडीपीसी श्री रामनिवास गालव, अरविंद यादव, जय किशन पारवानी एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।



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