मंगलवार, 25 अप्रैल 2017

मंत्री के सामने भिड़े बायतु विधायक-आईएएस, हाथापाई तक की नौबत आ गई



मंत्री के सामने भिड़े बायतु विधायक-आईएएस, हाथापाई तक की नौबत आ गई



राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा चरण चल रहा है। जिसका आज दूसरा दिन पूरा हो चुका है। संभवत: कल इस सत्र का अवसान हो जाएगा। लेकिन इन दो दिनों में ही सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के विधायक आपस में या अपनी ही सरकार के अधिकारियों से भिड़ते नजर आ रहे हैं।




पहले दिन सोमवार को विधायक सुंदर काका और भरतपुर से बीजेपी विधायक विजय बंसल संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेड़कर को लेकर सदन में भिड़ गए थे। जिसमें बीच—बचाव मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने करने का प्रयास किया। इसके बाद आज बीजेपी के एक अन्य विधायक और पार्टी प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष कैलाश चौधरी जलदाय विभाग के जल योजना से जुड़े एक प्रोजेक्ट में देरी होने से नाराज होकर एक आईएएस अफसर संदीप वर्मा से भिड़ गए।






दोनों के बीच जमकर तू—तू—मैं—मैं हुई। बात संभवत: हाथापाई तक पहुंचने वाली थी, लेकिन जलदाय मंत्री सुरेंद्र गोयल ने बीच बचाव कर मामला शांत करवाया गया। यह घटना जलदाय मंत्री के विधानसभा स्थित चैम्बर की है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विधायक चौधरी ने संदीप वर्मा पर मंत्री के सामने ही गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इसके बाद दोनों के बीच हाथापाई की स्थिति बनती देख मंत्री गोयल ने दखल दिया।




बताया जा रहा है कि जैसमेर के पोखरण में फलसुंड—बालोतरा—सिवाना जल परियोजना से जुड़े हुए मामले को लेकर दोनों के बीच तनातनी हुई। इस योजना में देरी हो रही है, जिसके चलते योजना क्षेत्र में आने वाले विधायक काफी आहत हैं। जानकारी के अनुसार एमएलए कैलाश चौधरी करीब 100 करोड़ की इस योजना के री—टेंडर और काम में देरी होने से काफी नाराज हैं। आईएएस वर्मा चाहते हैं 5 साल पुरानी दरों पर ही इस योजना के टेंडर जारी किए जाएं, जबकि ऐसा होने की स्थिति में प्रोजेक्ट पूरा होने में काफी समय लगना तय है।




इधर, विधायक कैलाश चौधरी सहित प्रभावित दूसरे विधायक इस योजना के 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कराने पर जोर दे रहे हैं, ताकि चुनाव में इस योजना से फायदा लिया जा सके। साथ ही चौधरी बताते हैं कि चूंकि योजना काफी समय से लंबित चल रही है, जिससे क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। ऐसे में वे चुनाव से पहले ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करवाना चाहते हैं। इससे पहले बायतू के बीजेपी विधायक कैलाश चौधरी सदन में भी मामला उठा चुके हैं।

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