रविवार, 2 अप्रैल 2017

बाड़मेर *शराब के ठेकों के खिलाफ जनमानस।एक सुखद पहल।।आगाज़ अच्छा तो अंजाम भी अच्छा होगा।*



बाड़मेर *शराब के ठेकों के खिलाफ जनमानस।एक सुखद पहल।।आगाज़ अच्छा तो अंजाम भी अच्छा होगा।*

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर महिलाओं ने सार्थक पहल कर आबादी बस्तियों में शराब की दुकान खोलने के खिलाफ सार्थक मोर्चा खोल जता दिया कि अब और महिलाएं अपने परिवारों को शराब की भेंट नही चढ़ने देंगी।महिलाओं में शराब बंदी के प्रति आई जागरूकता ने थार की उन महिलाओं को सम्बल प्रदान किया जिनके घर शराब ने उजाड़ दिए।बाड़मेर शहर में लगातार दूसरे दिन शराब की दुकान आबादी क्षेत्र और सार्वजनिक स्थानों के दायरे में आवंटन के विरोध में प्रदर्शन ने उम्मीद की किरण जग दी कि अब बाड़मेर के लोग नशे के विरोध में खुलकर सामने आने में हिचकिचा नही रहे।अवैध शराब और वेध शराब की मंडी अभी भी घनी आबादी क्षेत्र नेहरू नगर बनी हुई है।लोग जगरूक हुए तो सार्थक परिणाम भी सामने आने तय है।शनिवार को शराब के विरोध में वो समाज उतरा जो शराब से सबसे ज्यादा प्रभावित था।इन महिलाओं के आक्रोश के सामने आबकारी विभाग को झुकना पड़ा और ठेके का आवंटन निरस्त करना पड़ा।थार की धरा में यह अद्भुत जागरूकता की मिशाल है।महिलाए ही नही पुरुष भी शराब के ठेकों के विरोध में सडको पर उतर रहे हैं।।बफमेर आगोर के ग्रामीणों ने शुक्रवार को सार्थक पहल की तो जटिया समाज की महिलाओं ने इसे परवान चढ़ा सफलता हासिल की जो एक प्रेरणा बनेगी लोगो को जागरूक करने में।

अपने परिवारों को शराब की बलिवेदी पर उजड़ते देखने वाली आंखे अब इसके विरोध में खड़ी हुई जो सुखद अनुभूति हैं।।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें